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Saturday, April 12, 2008

7. नवादा जिला स्थापना समारोह में मगही कवि-सम्मेलन

बिहार मगही मंडप के बैनर के नीचे 27 जनवरी के नवादा जिला बने के उपलक्ष में 34वाँ स्थापना दिवस के समारोह होयल । नवादा जिला प्रशासन के सहयोग से बिहार मगही मंडप के अध्यक्ष रामरतन प्रसाद सिंह 'रत्नाकर' के अध्यक्षता में नवादा नगर भवन में भेल । ई समारोह में मगही कवि-सम्मेलन के सफल आयोजन भी होयल ।

कड़ाके के जाड़ा आउ रात के समय में नवादा के विकास आयुक्त अरुण कान्त शरण आउ नवादा ए॰डी॰एम॰ सत्यनारायण दीप जला के कार्यक्रम के उद्घाटन कयलन ।

ई कवि-सम्मेलन में नवादा, नालन्दा, गया आउ पटना के बीस गो कवि लोग उपस्थित होलन । मगही कवि योगेश्वर प्रसाद सिंह 'योगेश' सब कवि के आउ उपस्थित प्रशासक के कविता में परिचय देलन । फिन 'हम्मर मोछ निहारऽ' कविता सुना के लोग सबके खूब हँसयलन -
कवि योगेश महामूरख हथ मोछ नयँ कभी कटैलन ।
बकलोलन के बीच पहुँच के कविता खूब सुनैलन ।।


कवि-सम्मेलन में जयराम देवसपुरी के कविता 'ससुराल के हाल की कहियो' सुन के उपस्थित महिला श्रोता खूब ताली बजयलन । इनका अलावे कृष्ण कुमार भट्टा, उदय भारती, सिद्धेश्वर सिंह, डॉ॰ संजय कुमार दीपांसू आउ दोसर कवि सब कविता सुनयलन ।

--- रामरतन प्रसाद सिंह 'रत्नाकर', अलका मागधी, अप्रैल 2008, पृ॰ 4

6. मगही विडियो-कैसेट के लोकार्पण

मगही क्षेत्र के चर्चित संस्था 'मगही विकास मंच, जहानाबाद' के तरफ से मगही कवि-सम्मेलन के विडियो-कैसेट जारी करल गेल । शहर के राजा बाजार स्थित मगही विकास मंच कार्यालय में एकर लोकार्पण 4 जनवरी 2008 के कैल गेल । कवि-सम्मेलन के तीन कैसेट क्रमशः 'बिहान', 'खोईंछा' आउ 'फुहार' के लोकार्पण मगही के प्रसिद्ध कवि राम विनय शर्मा 'विनय' के हाथ से होएल । तीनों कैसेट में आठ-आठ गो कवि के जनप्रिय कविता के शामिल करल गेल हे । ई कैसेट के निर्माता अरविंद कुमार मिश्र, सह-निर्माता अमर अलंकृत आउ निर्देशक विनीत कुमार मिश्र 'अकेला' हथ । एम॰व्ही॰एम॰ (मगही विकास मंच) प्रोडक्शन से जारी कैसेट के विशेषता ई हे कि अगर देखेओला लोग एक्को गो कैसेट के देखतन त उनका कैसेट पूरा लगत । समसामयिक, हास्य-व्यंग्य, विरह आउ शृंगार से ओतप्रोत कविता रहे से दर्शक पूरा कैसेट देखते रह जएतन आउ पतो न चलत कि कइसे समय बीत गेल । एकर पहिले भी मगही विकास मंच के तरफ से 'हथिया-हथिया शोर कएलऽ' (बिआह गीत) आउ 'चढ़ल सवनवाँ' (काँवर गीत) जारी करल गेल हल । कवि सम्मेलन के कैसेट के दाम पचीस रुपइया (प्रति कैसेट) रक्खल गेल हे । ई एगो सराहनीय कदम हे ।

--- अजीत कुमार मिश्र 'अविनाश', अलका मागधी, अप्रैल 2008, पृ॰ 4

5. मगही गेयान विकास मंच के गठन

मगही भासा आउ साहित के विकास लेल गया के मगही साहितकार आउ परेमी लोग 'मगही गेयान विकास मंच, गौतम बुद्ध कॉलनी, डेल्हा, गया' के नाम से एगो संस्था बनौलन हे । ई संस्था के अध्यक्ष वासुदेव प्रसाद आउ सचिव मुद्रिका सिंह के मनोनीत करल गेल हे । समिति के कोषाध्यक्ष सुमंत जी हथ । ई संस्था मगही के प्रचार-प्रसार के अलावे साहित्यिक आउ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी चलावत । समिति के मुख्य सदस्य में अनिल कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष; कृष्णचन्द्र वर्मा, उपसचिव; राजेन्द्र प्रसाद, नवीन कुमार मिश्र, रामसुन्दर प्रसाद सिंह आउ बंशी शरण सिंह हथ । संस्था के तरफ से मगही के अठमा सूची में सामिल करे लेल आउ पहिला किलास से उपर किलास तक मगही के पढ़ाई सुरू करावे लेल प्रमुख प्रस्ताव पारित करल गेल हे ।

--- कृष्णचन्द्र वर्मा, अलका मागधी, दिसम्बर 2007, पृ॰ 4

4. मगही के अधिकार की लड़ाई

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/bihar/4_4_4241223.html

मगही के अधिकार की लड़ाई में सहयोग करेंगे : रामाश्रय
Mar 06, 10:20 pm

वारिसलीगंज(नवादा): स्वामी सहजानंद सरस्वती की मूर्ति अनावरण समारोह में बुधवार को मगही भाषा के अधिकार की लड़ाई का मुद्दा छाया रहा। अनावरण के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार के मंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि समाज में स्थान बना चुके लोग मगही बोलने में संकोच नहीं करें। जब आप मगही का प्रयोग स्वयं करेंगे तभी इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग का औचित्य सिद्ध हो सकेगा।

इस अवसर पर मगही को समृद्ध बनाने व इसकी रचनाओं के संग्रह में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्होंने पत्रकार व मगही रचनाकार रामरतन सिंह रत्‍‌नाकर की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि श्रीसिंह एकेडमी के सदस्य होने के वाजिब हकदार हैं। उन्होंने कहा कि मगही को संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान दिलवाने की लड़ाई हो या भाषा के विकास के लिये रचनाओं का प्रकाशन, श्री रत्‍‌नाकर का काफी योगदान रहा है। वहीं मंत्री की सभा को श्री रत्‍‌नाकर द्वारा हिन्दी में सम्बोधन पर मंत्री जी ने चुटकी लेते हुए कहा कि रत्‍‌नाकर जी, तू जब मगही में बोलो हो तबे ज्यादे अच्छा लगो हो। इस अवसर पर श्रीसिंह ने कहा कि इस भाषा के विकास के लिए वे सहयोग करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस भाषा में अच्छी रचना करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित किया जाना चाहिए।

Friday, April 11, 2008

3. मगही की पहली फिल्म बनाएंगे संतोष

http://www.hindustandainik.com/news/2031_1779125,0065000300000009.htm

सोमवार, 28 अगस्त, 2006 00:17 IST

मगही की पहली फिल्म बनाएंगे संतोष

एक संवाददाता
औरंगाबाद, 27 अगस्त

क्षेत्रीय फिल्मों की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए अब मगही भाषा को ध्यान में रखते हुए फिल्म बनाई जा रही है । मगही भाषा की पहली रंगीन फिल्म प्रख्यात निदेशक संतोष बादल ने बनाने का निर्णय लिया है । टीवी सीरियल, 'क्यूंकि सास भी कभी बहू थी, कसौटी जिंदगी की, कुसुम, सारथी, कहानी घर-घर की' का निदेशन कर चुके संतोष बादल द्वारा मगही फिल्म 'मगहिया जवान' बनाई जा रही है । फिल्म लगभग 40 लाख की बजट की है । इस आलोक में निदेशक ने बताया कि इसकी सारी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है तथा महापर्व छठ के शुभ अवसर पर देव से फिल्म की शूटिंग प्रारंभ होगी ।

फिल्म निदेशक श्री बादल इस फिल्म में स्वयं मुख्य कलाकार की भूमिका भी निभाएंगे । फिल्म की नायिका की तलाश जारी है । इस फिल्म में 10 गाने होंगे । निदेशक संतोष बादल के अनुसार फिल्म दो भाइयों के बीच की कहानी है तथा पूरी कथा इन्हीं दो भाइयों के इर्द-गिर्द घूमती रहती है । गानों के माध्यम से मगध क्षेत्र की संस्कृति व सभ्यता को उभारने की कोशिश की गई है । गानों के ऑडियो कैसेट 24 सितम्बर को रिलीज़ किए जाएंगे ।

2. मगही भाषा के प्रचार प्रसार पर हुई चर्चा

http://www.hindustandainik.com/news/2031_2040277,0065000300000004.htm

सोमवार , 24 सितंबर , 2007 01:36 IST

एक संवाददाता

बिहटा, 24 सितंबर

बिहटा के रामजानकी मंदिर में भारतीय मगही मंडल की बैठक प्रो. रामनाथ शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मगही भाषा के प्रचार प्रसार पर विशेष रूप से चर्चा की गई। इसके लिए मगही भाषी लोगों को सामान्य बोल चाल की भाषा में मगही का इस्तेमाल करने के लिए जनसंपर्क चलाने का निर्णय लिया गया। वहीं त्रैमासिक पत्रिका गौतम निकालने पर विचार-विमर्श हुआ। आगामी 28 अक्टूबर को दानापुर में भारत स्तर का मगही कवि सम्मेलन आयोजन करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।

बैठक का समापन कवि चतुरानन मिश्रा के द्वारा नैनन सोभल काजल से एवं प्रो. महेश शर्मा के द्वारा भईया हो तु बिहार के बचइह नामक कविता पाठ के साथ हुआ। बैठक में उपस्थित लोगों में डा. भरत सिंह, प्रो. महेश शर्मा, सिद्धनाथ शर्मा, शशि भूषण यादव, चतुरानन मिश्र, प्रो. सुभाष चन्द्र किंकर, नीरज कुमार, नरेन्द्र दास, विवेकानन्द बुद्धदेव सिंह, प्रो. सुनील शर्मा आदि प्रमुख थे।

1. मगही भाषा को अष्टम सूची में शामिल करने को ले धरना

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/bihar/4_4_4044154.html

मगही भाषा को अष्टम सूची में शामिल करने को ले धरना
Jan 01, 11:04 pm

जहानाबाद। स्थानीय अरवल मोड़ के समीप मगही विकास मंच के जिला इकाई की तत्वावधान में मंगलवार को मगही भाषा को संविधान की अष्ठम अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरने का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुरारी शरण पाण्डेय ने अपनी अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मगही एक गरिमामयी भाषा है। इसकी संव‌र्द्धन तथा रक्षा के लिए राजनेताओं को तैयार होना होगा। रामनिवास शर्मा ने कहा कि मगही के आठवीं अनुसूची में नहीं शामिल किए जाने के कारण मगही भाषियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अशोक समदर्शी ने कहा कि हम सभी मगही भाषा वाले लोगों को अपनी भाषा के लिए हर कीमत चुकाने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। इस मौके पर राजेन्द्र श्रुतीन्द्र, नरेश कुमार गुलशन, अरविन्द कुमार आजांस, चितरंजन कुमार चैनपुरा, दशरथ प्रसाद, विनीत कुमार मिश्र, विश्व जीत कुमार अलबेला, अजय विश्वकर्मा अप्पु, नूतन, राजेन्द्र सिंह तथा मधुसूदन सिंह समेत कई लोगों ने अपना विचार व्यक्त किये।