tag:blogger.com,1999:blog-31786609.post3627134835523058304..comments2023-11-02T06:24:56.857-07:00Comments on मगही भाषा एवं साहित्य: 104. मगही कहानी संग्रह "सोरही" में प्रयुक्त ठेठ मगही शब्दनारायण प्रसादhttp://www.blogger.com/profile/15182186669695068747noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-31786609.post-35062666723065842052013-12-12T08:14:31.676-08:002013-12-12T08:14:31.676-08:00नमस्ते नारायण प्रसाद जी, मैं मगही सीख रहा हूँ और य...नमस्ते नारायण प्रसाद जी, मैं मगही सीख रहा हूँ और यदि आप मेरे लिये कुछ वाक्य एवं शब्द अनुवाद कर दें तो मैं अपका कृतज्ञ रहूँगा। कुछ वाक्यों के साथ मैंने प्रश्न भी लिखें हैं, उन्हें भी कृपया दृष्टिगोचर कीजिएगा। निम्न को कृपया "बिलकुल ठेठ मगहिया" स्टाइल में अनुवाद कर दीजिए।<br /><br />1 कई दिन बीत गए हैं।<br />2 सच्ची! काफ़ी समय से उससे मुलाक़ात नहीं हुई।<br />3 उसे रोको। - ओकरा थामहीं। ठीक है न??<br />4 वह गिर गया। - ऊ पड़ गेलए। ठीक है न??<br />5 सावधान/बचो!<br />6 सावधानी से जाना वरना मुश्क़िल में पड़ जाओगे।<br />7 रुको; चढ़ो; उतरो; उठो; बैठो; खड़े हो; फैलाओ; छुपाओ; खोना मत; खींच मत; कूदो मत; माँगिए मत; हट; भेजो; हिलिएगा नहीं<br />8 उसने इतना परेशान किया कि मुझे ज़रा भी नींद नहीं आई।<br />9 और नहीं तो क्या!!<br />10 सच; झूठ; सच्चा; झूठा; अंदर; बाहर; आंसू; हँसी/मुस्कुराहट<br />11 क्या फ़र्क पड़ता है!!<br />12 चिंता मत करो!!<br />13 चुप रह/कर!!<br />14 वह पकड़ा जाएगा। - 'ऊ धरल पड़तइ' या 'ऊ धरल जएतइ'??<br />15 मैं नहीं खाउँगा। - 'हम नयँ खएबइ' या 'हम नयँ खएम'??<br />16 इकट्ठे रहो, बिखरो मत।<br />17 छुपने की जगह तुम घर लौट जाओ, वैसे ही बहुत नुक़सान ढो चुके तुम।<br />18 नाव तो बह गई, किसी ने मुझे बुलाए बिना फ़ायदा उठा लिया। - इस वाक्य को अनुवाद करने से पहले बताइए, 'बुलाओ' को 'डाकहीं' कहेंगे न?<br />19 धीरे नहीं जल्दी घुसो, आज घर से निकलने की कोई ज़रूरत नहीं। - इस वाक्य को अनुवाद करने से पहले बताइए, 'घुसो' को 'ढुकहीं' कहेंगे न?<br />20 तू रो मत, यह उसी ने तोड़ा है, नहीं तो यह अपने आप थोड़ी टूट सकता था।<br /><br />कोशिश कीजिएगा हर शब्द तथा वाक्य ठेठ मगहिया स्टाइल का हो।<br />मिलिन्द चक्रवर्तीMilind Chakrabortyhttps://www.blogger.com/profile/00375957046444937428noreply@blogger.com