"मगही व्याकरण" (1880), क्रिश्चियन मिशन प्रेस, कलकत्ता, कुल 70 पृष्ठ ( कैथी लिपि में) [कहते हैं, इसकी एक प्रति स्वर्गीय पं॰ मोहनलाल महतो 'वियोगी', गया, के पास सुरक्षित थी]
Grierson, George A. (1883):"Seven Grammars of the Dialects and Subdialects of the Bihari Language" (Spoken in the Province of Bihar, in the Eastern Portion of North-Western Provinces, and in the Northern Portion of the Central Provinces); Printed at the Bengal Secretariat Press, Calcutta; Reprint: Bhartiya Publishing House, 1980, Varanasi/ Delhi;
Part I - Introductory; pp. 3 (Letter of G A Grierson to The Director of Public Instruction, Bengal) + ii (contents) + 1-29 [General Introduction: pp.1-17 (Historical); pp.19-29 (Grammatical)] + 30-32 (Appendix: Conversation between Two Villagers (in the Northern Maithili Dialect) + 32-38 (17 Fables in the Northern Maithili Dialect) + 38-47 (English Translation of the Conversation and Fables).
Part III - Magadhi Dialect (of South Patna and Gaya); pp. ii (contents) +1 (introduction) + 78 (Magahi Grammar) + pp.79-80 [Appendix-I : Conversation between Two Villagers (in the dialect of South Patna)] + pp.81-86 (17 Fables) + pp.87-103 [Appendix-II: List of Magadhi Words (Magadhi Vocabulary)].
डॉ॰ सम्पत्ति अर्याणीः "मगही व्याकरण कोष" (1955), किरण प्रकाशन, जहानाबाद, गया; वितरकः हिन्दी साहित्य संसार, पटना-4
राजेन्द्र कुमार यौधेयः "मगही व्याकरण" (1956), यौधेय प्रकाशन, नेयामतपुर, पटना
राजेश्वरी प्रसाद अंशुलः "मगही व्याकरण" (1979), मलयज प्रकाशन, गया
डॉ॰ सरयू प्रसादः "मगही वर्तनी तथा ध्वनि" ( ), मगध शोध संस्थान, नालन्दा, अम्बेर, बिहारशरीफ (नालन्दा)
Dr Saryoo Prasad (2008): "Magahi Phonology: A Descriptive Study"; Concept Publishing Company, New Delhi; 238 pp.
प्रकाशक का सम्पूर्ण पताः Concept Publishing Company, A/ 15-16, Commercial Block,Mohan Garden, New Delhi-110 059; Ph: 25351460; 25351794
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डॉ॰ सम्पत्ति अर्याणीः "मगही व्याकरण प्रबोध [मगही भाषा, व्याकरण, काव्यांग आउर भाषिक समस्या के विवेचन]"; संदीप प्रकाशन, टेकारी रोड, पटना-६; प्रथम संस्करणः १४ जून, १९९३ ई॰; मूल्यः १०० रुपये मात्र (विद्यार्थी संस्करण); १२५ रुपये मात्र (राज-संस्करण); प्राप्ति-स्थानः श्री राजीव कुमार 'राज', संदीप प्रकाशन, साहित्य सदन, रौशन घाट, टेकारी रोड, पटना - ८०० ००६; पृष्ठ सं॰ २०+२८८+६४+३२+३ ।
डॉ॰ सम्पत्ति अर्याणीः "मगही व्याकरण आउर रचना [मगही व्याकरण आउर रचना-तत्त्व के विवेचन]"; संदीप प्रकाशन, टेकारी रोड, पटना-६; प्रथम संस्करणः २१ मार्च, १९९२ ई॰; मूल्यः ५० रुपये मात्र (विद्यार्थी संस्करण); ६० रुपये मात्र (राज-संस्करण); प्राप्ति-स्थानः संदीप प्रकाशन, साहित्य सदन, रौशन घाट, टेकारी रोड, पटना - ८०० ००६; पृष्ठ सं॰ १०+२६३ ।
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