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Monday, July 31, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-5

प्यार
ओह तूँ, लड़की, सुंदर लड़की !
नयँ कर, लड़की, कम उमर में शादी;
तूँ पूछ ले, लड़की, बाप से, माय से,
बाप से, माय से, रिश्तेदार लोग से;
जौर कर ले, लड़की, बुद्धि-विवेक,
बुद्धि-विवेक तोर दहेज होवे ।
           --- लोकगीत [27]
अगर हमरा से बेहतर मिल जइतउ, त हमरा भूल जइमँऽ,
आउ अगर हमरा से बत्तर मिलतउ, त हमरा आद करमँऽ ।
           --- ओहे (अर्थात् लोकगीत) [28]

होश अइला पर हम कुछ समय तक कुछ नयँ आद कर पइलिअइ आउ समझ में नयँ अइलइ कि हमरा साथ की होले हल । हम शय्या पर पड़ल हलिअइ, एगो अनजान कमरा में, आउ बहुत कमजोरी अनुभव हो रहले हल। हमरा सामने हाथ में मोमबत्ती लेले सावेलिच खड़ी हलइ । कोय तो सवधानी से पट्टी खोलब करऽ हलइ, जेकरा से हमर छाती आउ कन्हा बन्हल हलइ । धीरे-धीरे हमर विचार स्पष्ट होवे लगलइ । हमरा अपन द्वन्द्व-युद्ध आद पड़ गेलइ आउ अंदाज लगइलिअइ कि हम घायल हो गेलिए हल । तखनिएँ दरवाजा चर-चों करते खुललइ ।
"की ? कइसन हथिन ?" फुसफुसाहट में एगो अवाज अइलइ, जेकरा से हम कँप उठलिअइ ।
"अभियो ओहे हालत में", उच्छ्वास लेते सावेलिच उत्तर देलकइ, "अभियो बेहोशी में, अइकी अभी पचमा दिन आ चुकलइ ।"
हम करवट लेवे लगी चहलिअइ, लेकिन अइसन नयँ कर सकलिअइ ।
"हम काहाँ हिअइ ? हियाँ केऽ हइ ?" हम मोसकिल से कइसूँ कह सकलिअइ ।
मारिया इवानोव्ना हमर शय्या भिर अइलइ आउ हमरा दने झुकलइ ।
"की ? अपने के कइसन अनुभव हो रहले ह ?" ऊ कहलकइ ।
"भगमान के किरपा हइ", हम क्षीण स्वर में उत्तर देलिअइ ।
"ई अपने हथिन, मारिया इवानोव्ना ? बताथिन हमरा ...", हमरा बात जारी रक्खे के शक्ति नयँ पड़लइ आउ चुप हो गेलिअइ ।
सावेलिच आह भरलकइ । खुशी ओकर चेहरा पर उभर अइलइ । "होश आ गेलइ ! होश आ गेलइ !" ऊ दोहरइलकइ । "हे भगमान, तोहर किरपा हको ! बबुआ प्योत्र अन्द्रेइच ! तूँ तो हमरा डेराऽ देलऽ हल ! मामूली बात हइ ? पचमा दिन ! ..."
मारिया इवानोव्ना ओकरा बीच में टोकलकइ ।
"उनका साथ जादे नयँ बोलहो, सावेलिच", ऊ कहलकइ । "ऊ अभियो कमजोर हथिन ।"
ऊ बहरसी चल गेलइ आउ धीरे से दरवाजा बंद कर देलकइ । हमर विचार में हलचल मचल हलइ । त हम कमांडर के घर में हलिअइ, मारिया इवानोव्ना अंदर हमरा भिर अइले हल । हम सावेलिच से कुछ प्रश्न करे लगी चहलिअइ, लेकिन बुढ़उ अपन सिर हिलइलकइ आउ (हाथ से) अपन कान झाँक लेलकइ । हम निराश होके आँख मून लेलिअइ आउ तुरते नीन में खो गेलिअइ ।
जगला पर हम सावेलिच के पुकरलिअइ आउ ओकर बदले अपन सामने मारिया इवानोव्ना के देखलिअइ; ओकर देवदूतीय स्वर हमरा अभिवादन कइलकइ । ई पल में हमरा पर हावी होल मधुर भावना के हम अभिव्यक्त नयँ कर सकऽ हिअइ । हम ओकर हाथ पकड़ लेलिअइ आउ कोमल भावना के आँसू से तर करते ओकरा से चिपक गेलिअइ । माशा ओकरा छोड़इलकइ नयँ ... आउ अचानक ओकर होंठ हमर गाल के छुलकइ, आउ हम ओकर गरम आउ ताजा चुंबन के अनुभव कइलिअइ । आग के लहर हमर शरीर में दौड़ गेलइ । "प्यारी, अच्छी मारिया इवानोव्ना", हम ओकरा कहलिअइ, "हमर पत्नी बन जा, हमर खुशी लगी सहमत हो जा ।" ऊ सचेत हो गेलइ । "भगमान खातिर शांत हो जाथिन", हमरा से अपन हाथ छोड़इते ऊ कहलकइ । "अभियो अपने खतरा से बाहर नयँ अइलथिन हँ - घाव खुल जा सकऽ हइ । बल्कि हमरे खातिर खुद के खियाल रखथिन।" ई शब्द के साथ ऊ चल गेलइ, हमरा भावोद्रेक के उन्माद में छोड़के । खुशी हमरा पुनरुद्धार कइलकइ । ऊ हम्मर होतइ ! ऊ हमरा प्यार करऽ हइ ! ई विचार पूरा हमर अस्तित्व के भर देलकइ ।
ऊ बखत से हमर तबीयत लगातार बेहतर होते गेलइ । हमर इलाज रेजिमेंट के नउआ करब करऽ हलइ, काहेकि किला में दोसर आउ कोय डॉक्टर नयँ हलइ, आउ भगमान के किरपा से ऊ अपन जादे बुद्धिमानी नयँ देखाब करऽ हलइ । जवानी आउ प्रकृति हमर स्वास्थ्य लाभ में शीघ्रता लइलकइ । कमांडर के पूरा परिवार हमर खियाल रक्खऽ हलइ । मारिया इवानोव्ना हमरा भिर से दूर नयँ जा हलइ । जाहिर हइ, पहिला उचित अवसर मिलला पर हम बाधित प्रेम उद्घोषणा के बात फेर से चलइलिअइ, आउ मारिया इवानोव्ना अब अधिक धैर्य के साथ हमर बात सुनलकइ । ऊ कइसनो नखरा-विखरा कइले अपन हृदय के झुकाव के हमरा भिर स्वीकार कर लेलकइ आउ कहलकइ कि ओकर माता-पिता निस्संदेह ओकर सुख से खुश होथिन । "लेकिन जरी निम्मन से सोच लऽ", ऊ बात आगू बढ़इलकइ, "कि कहीं तोहर माता-पिता से कुछ बाधा तो नयँ होतो ?"
हम सोच में पड़ गेलिअइ । माय के हृदय के कोमलता के बारे हमरा कोय संदेह नयँ हलइ; लेकिन पिताजी के स्वभाव आउ सोचे के ढंग जानके हमरा लगलइ कि हमर प्यार उनका बिलकुल नयँ स्पर्श करतइ आउ ऊ एकरा एगो नवयुवक के सनक (caprice) समझथिन । हम खुले दिल से मारिया इवानोव्ना के सामने ई बात के स्वीकार कर लेलिअइ आउ तइयो फैसला कइलिअइ कि पिताजी के यथासंभव सुंदर ढंग से लिखबइ, आउ माता-पिता के आशीर्वाद लगी निवेदन करबइ । हम पत्र मारिया इवानोव्ना के देखइलिअइ, जे ओकरा एतना विश्वासजनक (convincing) आउ मर्मस्पर्शी लगलइ कि एकर सफलता में कोय संदेह नयँ कइलकइ आउ जवानी आउ प्यार के पूर्ण विश्वसनीयता के साथ ऊ खुद के अपन हृदय के कोमल भावना के अधीन कर देलकइ।
स्वास्थ्य लाभ कइला के पहिलहीं कुछ दिन में हम श्वाब्रिन से सुलह कर लेलिअइ । इवान कुज़मिच द्वन्द्व-युद्ध खातिर फटकारते हमरा कहलथिन - "ओह, प्योत्र अन्द्रेइच ! हमरा तो तोरा हिरासत में रक्खे के चाही हल, लेकिन तोरा अइसीं सजा मिल चुकलो ह । आउ अलिक्सेय इवानिच तो अन्नभंडार में गार्ड के पहरा के अंतर्गत बैठल हइ, आउ ओकर तलवार वसिलीसा इगोरोव्ना द्वारा भंडार में ताला लगाके बंद कइल हइ । ऊ सोचे आउ पश्चात्ताप करे ।"
हम एतना जादे खुश हलिअइ कि दिल में विद्वेषी भावना संजोगके नयँ रख सकऽ हलिअइ । हम श्वाब्रिन खातिर निवेदन करे लगलिअइ, आउ दयालु कमांडर अपन पत्नी के सहमति से ओकरा अजाद करे के फैसला कइलथिन। श्वाब्रिन हमरा भिर अइलइ; ऊ जे कुछ हमन्हीं बीच होले हल ओकरा लगी अपन गहरा खेद प्रकट कइलकइ; स्वीकार कइलकइ कि पूरा दोष ओकरे हलइ, आउ हमरा अतीत के बारे भूल जाय के निवेदन कइलकइ । स्वभाव से विद्वेषी नयँ होवे के कारण, हमन्हीं बीच के झगड़ा आउ ओकरा से पावल घाव ई दुन्नु बात लगी हम ओकरा मन से माफ कर देलिअइ । ओकर मिथ्या अभियोग में हम ओकर अहंभाव के लगल ठेस आउ ठुकरावल प्यार के खीझ मनलिअइ आउ अपन अभागल प्रतिद्वन्द्वी के बड़ी उदारतापूर्वक माफ कर देलिअइ ।
जल्दीए हम चंगा हो गेलिअइ आउ अपन क्वार्टर वापिस जा सकलिअइ । कइसनो आशा करे के बिन साहस कइले आउ अपन विषादपूर्ण पूर्वाभास के दबावे के प्रयास करते, भेजल पत्र के हम बड़ी अधीरता से इंतजार कर रहलिए हल । वसिलीसा इगोरोव्ना आउ उनकर पति से हम अभियो नयँ बात कइलिए हल; लेकिन हमर प्रस्ताव से उनकन्हीं के अचरज नयँ होवे के चाही हल । न तो हम आउ न मारिया इवानोव्ना उनकन्हीं से अपन भावना के छिपावे के प्रयास करऽ हलिअइ, आउ उनकन्हीं के सहमति के मामले में हमन्हीं के पहिलहीं पक्का विश्वास हलइ ।
आखिर एक दिन सुबह सावेलिच हाथ में एगो पत्र लेले हमर कमरा में अइलइ । हम एकरा अपन कँपते हाथ से पकड़लिअइ । पता पिताजी के हाथ के लिक्खल हलइ । ई हमरा कुछ तो महत्त्वपूर्ण बात लगी तैयार कर देलकइ, काहेकि साधारणतः माय हमरा पत्र लिक्खऽ हलइ, आउ पिताजी अंत में कुछ पंक्ति जोड़ दे हलथिन। देर तक हम लिफाफा के नयँ खोललिअइ आउ गंभीर अभिलेख (inscription) के पढ़ते रहलिअइ - "हमर पुत्र प्योत्र अन्द्रेयेविच ग्रिनेव के, ओरेनबुर्ग गुबेर्निया (प्रांत), बेलागोर्स्क किला ।" हम लिखावट के आधार पर ऊ मनःस्थिति (मूड) के अनुमान लगावे के प्रयास कइलिअइ, जेरा में पत्र लिक्खल गेले हल; आखिरकार ओकरा खोले के निश्चय कइलिअइ आउ पहिलौका कुछ पंक्ति से समझ गेलिअइ कि सब मामला चौपट हो गेलइ । पत्र-वस्तु (contents of the letter) निम्नलिखित हलइ –
"हमर पुत्र प्योत्र !
तोर ऊ पत्र, जेकरा में तूँ मिरोनोव के पुत्री मारिया इवानोव्ना से विवाह करे खातिर हमन्हीं माता-पिता से आशीर्वाद आउ सहमति लगी निवेदन कइलहीं हँ, हमन्हीं के ई महिन्ना के 15 तारीख के मिललो हल, आउ नयँ खाली अपन आशीर्वाद आउ अपन सहमति देवे के इरादा नयँ हउ, बल्कि तोर अफसर रैंक के बावजूद, एगो बुतरू नियन तोर हरक्कत करे के चलते तोरा सबक सिखावे के भी इरादा हउ - काहेकि तूँ ई साबित कर देलँऽ हँ, कि अभियो तूँ ऊ तलवार रक्खे के योग्य नयँ हकँऽ, जे तोरा पितृभूमि के रक्षा लगी सौंपल गेलो ह, नयँ कि ओइसने शरारती के साथ द्वन्द्व-युद्ध करे लगी, जइसन कि तूँ खुद हकँऽ । तुरते हम अन्द्रेय कार्लोविच के पत्र लिखबउ, ई निवेदन करते कि तोरा बेलागोर्स्क किला से आउ कहीं दूर तबादला कर देल जाव, जाहाँ परी तोर बेवकूफी के इलाज हो सकउ । तोर मइया, तोर द्वन्द्व-युद्ध के बारे जानके आउ ई जानके कि तूँ घायल हो गेलहीं हँ, शोक से बेमार पड़ गेलो ह आउ अभी शय्या पर पड़ल हउ । तोरा की होतउ ? भगमान से हम प्रार्थना करऽ हिअउ कि तूँ सुधर जो, हलाँकि हम उनकर अपार कृपा के आशा करे के साहस नयँ करऽ हिअउ ।
तोर पिता ए॰ जी॰ ।"
ई पत्र पढ़के हमर मन में कइएक तरह के भावना उत्पन्न होलइ । कठोर अभिव्यक्ति से, जेकरा पर पिताजी कृपणता नयँ देखइलथिन हल, हम बहुत तिरस्कृत अनुभव कइलिअइ । जे तिरस्कार के साथ ऊ मारिया इवानोव्ना के उल्लेख कइलथिन हल, ऊ हमरा ओतने अनुचित लगलइ जेतना कि अन्यायपूर्ण । बेलागोर्स्क से हमर तबादला के विचार हमरा भयभीत कर देलकइ; लेकिन सबसे जादे दुखी हमरा माय के बेमारी के सूचना कइलकइ । हम सावेलिच पर क्रोधित हलिअइ, काहेकि हमरा कोय संदेह नयँ हलइ कि हमर द्वन्द्व-युद्ध के जनकारी हमर माता-पिता के ओकरे माध्यम से होलइ । हम अपन सकेत कमरा में चहलकदमी करते हम ओकरा सामने रुकलिअइ आउ ओकरा दने रौद्रदृष्टि से देखते कहलिअइ, "ई बात साफ हइ कि तोरा लगी ई काफी नयँ हउ कि हम तोरा चलते घायल होलूँ आउ पूरे महिन्ना मौत से लड़लूँ - आउ तूँ हमर माय के भी मारे लगी चाहऽ हँ ।"
सावेलिच पर तो मानूँ वज्रपात हो गेलइ । "दया करऽ, छोटे मालिक", ऊ लगभग सिसकते कहलकइ, "ई की कह रहलहो ह ? हमरा चलते तूँ घायल होलहो ! भगमान जानऽ हइ, हम अलिक्सेय इवानिच के तलवार से तोरा खुद के छाती आगू करके बचावे लगी दौड़ल आब करऽ हलियो ! अभिशप्त बुढ़ापा हमरा बाधा डाल देलको । आउ तोहर माताजी के हम कउची कइलिअइ ?"
"तूँ कउची कइलहीं ?" हम उत्तर देलिअइ । "केऽ तोरा कहलको हल हमर विरुद्ध रिपोर्ट करे लगी ? की वास्तव में तूँ हमरा साथ लगावल गेलहीं हँ जासूसी करे लगी ?"
"हम तोहर रिपोर्ट कइलियो ?" डबडबाल आँख से सावेलिच उत्तर देलकइ । "हे आसमान के मालिक ! त खुद्दे पढ़े के किरपा करऽ कि मालिक हमरा बारे की लिक्खऽ हथुन - खुद्दे देख लेबहो कि हम कइसे तोरा बारे रिपोर्ट कइलियो ।" हियाँ परी ऊ अपन जेभी से एगो पत्र निकसलकइ, आउ हम निम्नलिखित बात पढ़लिअइ –
"तोरा शरम आवे के चाही, बुड्ढे कुत्ते, कि तूँ हमर कड़ा हिदायत के बावजूद हमर बेटा प्योत्र अन्द्रेइच के बारे सूचना नयँ देलँऽ आउ अजनबी लोग के ओकर शरारत के बारे सूचित करे लगी विवश होवे पड़लइ । त अइसे तूँ अपन कर्तव्य निभावऽ हँ आउ अपन मालिक के इच्छा के पूर्ति करऽ हँ ? हम तोरा, बुड्ढे कुत्ते ! सच्चाई छिपावे आउ नौजवान के ढील देवे के कारण सूअर चरावे लगी भेज देबउ । हम तोरा औडर दे हिअउ कि ई पत्र के मिलतहीं तुरतम्मे हमरा जवाब दे कि अभी ओकर स्वास्थ्य कइसन हइ, जेकरा बारे हमरा लिखते गेला ह कि सुधार हो गेले ह; आउ कउन जगह में ऊ घायल होले ह आउ ओकर ठीक से इलाज होलइ कि नयँ ।"
ई बात साफ हलइ कि सावेलिच हमरा सामने सही हलइ आउ हम बेकारे में ओकरा फटकार आउ संदेह से अपमानित कइलिए हल । हम ओकरा से माफी मँगलिअइ; लेकिन बुढ़उ के मन शांत नयँ होलइ । "त अइकी हम एहे देखे लगी अभी तक जी रहलिए हल", ऊ बात दोहरइते रहलइ, "त अइकी कइसन पुरस्कार हमरा अपन मालिक से सेवा लगी मिललइ ! हम तो बुड्ढा कुत्ता हिअइ, सूअर चरावे वला हिअइ, आउ हमहीं तोहर घाव के कारण हिअइ ? नयँ, बबुआ प्योत्र अन्द्रेइच ! हम नयँ, ऊ अभिशप्त मौँस्य ई सब कुछ लगी दोषी हइ - ओहे तोरा लोहा के सलाख से घोंपे लगी आउ गोड़ पटके लगी सिखइलको ह, मानूँ सलाख घोंपे आउ गोड़ पटके से दुष्ट अदमी से खुद के बचा सकभो ! बड़ी जरूरत हलइ ऊ मौँस्य के काम पर रक्खे के आउ फालतू में पैसा बरबाद करे के !"
त फेर हमर व्यवहार के बारे पिताजी के सूचना देवे के कष्ट खुद पर केऽ लेलकइ ? जेनरल ? लेकिन ऊ, लगऽ हइ, हमरा बारे जरिक्को नयँ फिकिर करऽ हलथिन; आउ इवान कुज़मिच के हमर द्वन्द्व-युद्ध के बारे रिपोर्ट करे के आवश्यकता अनुभव नयँ होले होत । हम अनुमान में खो गेलिअइ । हमर सन्देह श्वाब्रिन पर गेलइ । ओकरे खाली ई रिपोर्ट से फयदा हलइ, जेकरा चलते हमरा किला से दूर कर देल जा सकऽ हलइ आउ कमांडर के परिवार से नाता टूट सकऽ हलइ । हम मारिया इवानोव्ना के सब कुछ के बारे बता देवे लगी रवाना होलिअइ। ऊ हमरा ड्योढ़ी पर मिललइ ।
"अपने के साथ की होले ह ?" हमरा देखके ऊ बोललइ । "अपने के चेहरा केतना पीयर पड़ गेले ह !"
"सब कुछ खतम हो गेलो !" हम उत्तर देलिअइ आउ पिताजी के पत्र ओकरा थमा देलिअइ ।
अब ओक्कर चेहरा के रंग पीयर पड़ गेलइ । पढ़ लेला के बाद ऊ अपन काँपते हाथ से पत्र हमरा वापिस कर देलकइ आउ काँपते स्वर में बोललइ - "साफ हइ, हमर भाग्य में नयँ लिक्खल हइ ... अपने के माता-पिता हमरा अपन परिवार में लेवे लगी नयँ चाहऽ हथिन । जे भगमान के मंजूर हइ, ओहे होवे ! भगमान हम सब से बेहतर जानऽ हथिन कि हमन्हीं के की जरूरत हइ । कुछ नयँ कइल जा सकऽ हइ, प्योत्र अन्द्रेइच; खैर, कम से कम अपने खुश रहथिन ..."
"अइसन नयँ हो सकऽ हइ !" ओकर हाथ पकड़के हम चिल्ला उठलिअइ, "तूँ हमरा प्यार करऽ ह; हम सब कुछ लगी तैयार हकियो । चलऽ, हमन्हीं दुन्नु तोहर माता-पिता के गोड़ पर गिर जइते जइबइ; उनकन्हीं सीधा-सादा लोग हथिन, क्रूर-हृदय आउ अभिमानी नयँ ... उनकन्हीं हमन्हीं दुन्नु के आशीर्वाद देथिन; हमन्हीं शादी कर लेते जइबइ ... आउ तब, समय के साथ, हमरा पक्का विश्वास हइ, हमन्हीं अपन पिताजी के मना लेबइ; माय हमन्हीं के पक्ष में होतइ; आउ पिताजी हमरा माफ कर देथिन ..."
"नयँ, प्योत्र अन्द्रेइच", माशा उत्तर देलकइ, "हम तोहर माता-पिता के आशीर्वाद के बेगर तोहरा से शादी करे वली नयँ । उनकर आशीर्वाद के बेगर तोहरा खुशी नयँ मिलतो । भगमान के इच्छा के सामने हम सब के झुक जाल जाय । भाग्य में बद्दल अगर मिल जइतो, अगर कोय दोसर के प्यार करे लगहो - त भगमान तोहर भला करथुन, प्योत्र अन्द्रेइच; आउ हम तोहन्हीं दुन्नु खातिर ..." हियाँ परी ऊ रो पड़लइ आउ हमरा भिर से चल गेलइ; हम ओकरा पीछू कमरा में जाहीं वला हलिअइ, लेकिन हम अनुभव कइलिअइ कि हम खुद के वश में रक्खे में असमर्थ हकूँ, आउ घर वापिस चल गेलिअइ ।
हम गहरा विचार में लीन हलिअइ, कि अचानक सावेलिच हमर खियाल में बाधा डाल देलकइ । "अइकी, मालिक", ऊ हमरा एगो लिक्खल कागज देते बोललइ, "देख लेहो कि हम अपन मालिक के रिपोर्ट करे वला हिअइ आउ हम पिता आउ पुत्र के संबंध में दरार डाले के प्रयास करब करऽ हिअइ कि नयँ ।" हम ओकर हाथ से कागज ले लेलिअइ - ई सावेलिच द्वारा प्राप्त पत्र के ओकर उत्तर हलइ । अइकी शब्दशः ओकरा प्रस्तुत कइल जा रहले ह –
"महोदय अन्द्रेय पित्रोविच, आदरणीय हमर पिता !
अपने के कृपापत्र हमरा मिललइ, जेकरा में अपने हमरा, अपन दास, पर क्रोध करे के किरपा कइलथिन हँ, कि हमरा अपन मालिक के आज्ञा के पालन नयँ करे खातिर शरम करे के चाही - आउ हम, बुड्ढा कुत्ता नयँ, बल्कि अपने के विश्वासी नौकर, मालिक के आज्ञा के पालन करऽ हिअइ आउ उत्साहपूर्वक अपने के हमेशे सेवा कइलिए ह आउ केश उज्जर होवे तक जिनगी जीलिए ह । हम तो प्योत्र अन्द्रेइच के घाव के बारे अपने के नयँ लिखलिअइ, कि बेकार में अपने भयभीत नयँ हो जाथिन, आउ सुन्ने में अइलइ कि मालकिन, हमर माताजी अवदोत्या वसिल्येव्ना अइसीं भय से शय्या पर पड़ गेलथिन, आउ उनकर स्वास्थ्य लगी हम भगमान के प्रार्थना करबइ । आउ प्योत्र अन्द्रेइच के दहिना कन्हा के निच्चे छाती में ठीक हड्डी के निच्चे डेढ़ विर्शोक [29] गहरा घाव लगले हल, आउ ऊ कमांडर के घर में पड़ल हला, जाहाँ परी उनका नदी तट से लइते गेलिए हल, आउ उनकर इलाज हियाँ के नउआ स्तेपान परामोनोव कइलके हल; आउ अब प्योत्र अन्द्रेइच, भगमान के किरपा से, ठीक-ठाक हका, आउ उनका बारे निम्मन के सिवाय आउ कुछ नयँ लिक्खे लगी हइ । कमांडर लोग, सुन्ने में आवऽ हइ, उनका से खुश हथिन; आउ वसिलीसा इगोरोव्ना उनका अपन बेटा नियन मानऽ हथिन । आउ उनका साथ जे अइसन घटना हो गेलइ, त बुतरू लगी ई तथ्य फटकार के लायक नयँ हइ - घोड़ा चार-चार गोड़ होतहूँ ठोकर खा जा हइ । आउ अपने जे लिक्खे के किरपा करऽ हथिन, कि हमरा सूअर चरावे लगी भेज देथिन, त ई तो अपने के मालिकाना मर्जी हइ । एकरा लगी हम दासवत् अपन सिर नवावऽ हिअइ ।
अपने के विश्वासी दास
अर्ख़ीप सावेल्येव"
ई नेकदिल बुढ़उ के पत्र पढ़ते हमरा कइएक तुरी मुसकुराय बेगर नयँ रहल गेलइ । पिताजी के उत्तर देवे के परिस्थिति में हम नयँ हलिअइ; आउ माय के दिलासा देवे लगी सावेलिच के पत्र हमरा काफी लगलइ । ऊ बखत से हमर परिस्थिति बदल गेलइ । मारिया इवानोव्ना हमरा साथ लगभग नयँ बोलऽ हलइ आउ हरेक तरह से हमरा से कतराय के प्रयास करऽ हलइ । कमांडर के घर हमरा घृणित लगे लगलइ । धीरे-धीरे हम अपन घर में बैठे के आदी हो गेलिअइ । वसिलीसा इगोरोव्ना शुरू-शुरू में एकरा लगी हमरा फटकरलथिन; लेकिन, हमर जिद देखके, हमरा शांत छोड़ देलथिन । इवान कुज़मिच से खाली तभिए भेंट करऽ हलिअइ जब फौजी सेवा से संबंधित काम होवऽ हलइ । श्वाब्रिन से हम विरले मिल्लऽ हलिअइ आउ अनिच्छा से, ई लगी कि ओकरा में हम एगो गुप्त शत्रुभाव अनुभव करऽ हलिअइ, जे हमर संदेह के पक्का करऽ हलइ । हमर जिनगी असह्य हो गेलइ । हम उदासी भरल विचार में लीन हो गेलिअइ, जेकरा अकेलापन आउ निष्क्रियता आउ पोषित करब करऽ हलइ । हमर प्यार एकाकीपन में धधक उठलइ आउ लगातार कष्टकर होवे लगलइ । पठन आउ साहित्यिक कार्य के प्रति हमर रुचि खतम हो गेलइ । हमर उत्साह गिर गेलइ । हमरा डर लगे लगलइ कि हम कहीं पागल नयँ हो जइअइ चाहे व्यभिचार में नयँ डूब जइअइ । लेकिन अप्रत्याशित घटना, जे हमर पूरे जिनगी पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डाले वला हलइ, अचानक हमर आत्मा के जोरदार आउ निम्मन झटका देलकइ ।
       
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Thursday, July 27, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-4

अध्याय - 4
द्वन्द्व-युद्ध
ठीक हउ, त पोज़िशन में रह ।
देखिहँऽ, कि कइसे हम तलवार तोर देह में घुसेड़ दे हिअउ !

कुछ सप्ताह गुजर गेलइ, आउ बेलागोर्स्क किला में हमर जिनगी हमरा लगी नयँ खाली सहनीय, बल्कि प्रिय भी हो गेलइ । कमांडर के घर में हमरा घर के एगो सदस्य नियन समझल जा हलइ । पति-पत्नी अत्यधिक सम्माननीय व्यक्ति हलथिन । इवान कुज़मिच, जे एगो सामान्य सैनिक से अफसर रैंक में पहुँचलथिन हल, अनपढ़ आउ सीधा-सादा, लेकिन अत्यंत ईमानदार आउ निम्मन व्यक्ति हलथिन । उनकर पत्नी उनका अपन इशारा पर नचावऽ हलथिन, जे उनकर निश्चिंतता के अनुरूप हलइ । वसिलीसा इगोरोव्ना फौजी सेवा के काम-काज के अपन गृहस्थी के काम-काज नियन समझऽ हलथिन, आउ किला के काम-काज के बिलकुल ओइसीं चलावऽ हलथिन, जइसे अपन छोटका घर के । मारिया इवानोव्ना जल्दीए हमरा से कतराना बन्द कर देलकइ। हमन्हीं बीच निम्मन से जान-पछान हो गेलइ । हम ओकरा एगो बुद्धिमान आउ भावुक लड़की पइलिअइ । अगोचर रूप से (Imperceptibly) हमरा ई सहृदय परिवार से लगाव हो गेलइ, हियाँ तक कि इवान इग्नातिच, काना गैरिसन लेफ़्टेनेंट से भी, जेकरा बारे श्वाब्रिन सोचऽ हलइ कि ओकरा वसिलीसा इगोरोव्ना के साथ अनैतिक संबंध हइ, जे बात में लेशमात्र भी सच्चाई नयँ हलइ; लेकिन श्वाब्रिन के ओकरा से कुछ फरक नयँ पड़लइ ।
हमरा अफसर बना देवल गेले हल । ड्यूटी हमरा भार स्वरूप नयँ हलइ । भगमान भरोसे सुरक्षित ई किला में न तो कोय निरीक्षण होवऽ हलइ, न कवायद, न पहरा । कमांडर अपन खुद के पहल से कभी-कभार अपन सैनिक लोग के कवायद करावऽ हलथिन; लेकिन अभियो तक ऊ सबके सिखावे में उनका सफलता नयँ मिलले हल, कि कउन बगल दहिना हइ, कउन बामा, हलाँकि ओकन्हीं में से कइएक, कहीं गलती नयँ हो जाय, ई खियाल से (दहिने चाहे बामे) मुड़े के हरेक आदेश के पालन करे के पहिले खुद क्रॉस कर लेते जा हलइ । श्वाब्रिन के पास कइएक फ्रेंच पुस्तक हलइ । हम पढ़े लगलिअइ आउ हमरा साहित्य में रुचि जागरित होलइ । सुबह में हम पढ़िअइ, अनुवाद में अभ्यास करिअइ, आउ कभी-कभी कविता भी लिखिअइ । दुपहर के भोजन लगभग हमेशे कमांडर हीं करिअइ, जाहाँ परी साधारणतः बाकी दिन गुजारिअइ आउ जाहाँ परी शाम के कभी-कभी फ़ादर गेरासिम अपन पत्नी अकुलिना पम्फ़िलोव्ना के साथ आवऽ हलथिन, जे अपन आस-पड़ोस के खबर देवे में बहुत माहिर हलइ । ए॰ आई॰ श्वाब्रिन के साथ, जाहिर हइ, हमर रोज दिन मोलकात होवऽ हलइ लेकिन ओकर बातचीत लगातार न्यूनतर आउ न्यूनतर प्रिय हो रहले हल । कमांडर के परिवार के बारे हमेशे के ओकर मजाक हमरा बिलकुल नयँ पसीन पड़ऽ हलइ, खास करके मारिया इवानोव्ना के बारे ओकर तीक्ष्ण टिप्पणी । किला में आउ कोय समाज (अर्थात् लोग) नयँ हलइ, लेकिन हमरा दोसरा के इच्छो नयँ हलइ ।
 भविष्यवाणी के बावजूद बश्कीर लोग विद्रोह नयँ करते गेलइ । हमन्हीं के किला के आसपास शांति के साम्राज्य हलइ । लेकिन अचानक आपसी झगड़ा के चलते शांति भंग हो गेलइ ।
हम पहिलहीं बता चुकलिए ह कि साहित्य में रुचि ले हलिअइ । हमर प्रयास ऊ बखत लगी काफी निम्मन हलइ, अलिक्सान्द्र पित्रोविच सुमारोकोव [25] कुछ साल  बाद एकर बहुत प्रशंसा कइलथिन । एक दिन हमरा एगो गीत लिक्खे में सफलता मिल गेलइ, जेकरा से हम खुश हलिअइ । ई बात सर्वविदित हइ कि लेखक लोग कभी-कभी परामर्श लेवे के बहाने कृपालु श्रोता के खोज में रहऽ हथिन । आउ ओहे से अपन गीत के प्रतिलिपि करके हम एकरा श्वाब्रिन के पास ले गेलिअइ, जे पूरे किला भर में एकमात्र व्यक्ति हलइ जे कोय कविता लेखक के रचना के मूल्यांकन कर सकऽ हलइ । एगो छोटगर भूमिका के बाद हम अपन जेभी से नोटबुक निकसलिअइ आउ ओकरा एगो निम्नलिखित छोटगर कविता सुनइलिअइ –
प्रणय संबंधी विचार के दूर भगइते,
विफल प्रयास करऽ ही सुंदरी के भुलाय के,
आउ आह, माशा से कतरइते,
सोचऽ ही अजादी पावे लगी !

लेकिन आँख, जे हमरा मोह लेलक,
हरेक पल रहऽ हके हमर सामने;
ऊ मन के हमर परेशान कइलक,
छीन लेलक हमर शांति के ।

तूँ, जानके हमर दुर्भाग्य,
दया कर, माशा, हमरा पर;
देखके हमरा ई भयंकर स्थिति में
कि हम कैदी हिअउ तोर । [24]

"तोरा ई कइसन लगलो ?" हम श्वाब्रिन के पुछलिअइ, प्रशंसा के प्रत्याशा में, जेकर निस्सन्देह हम पात्र हलिअइ। लेकिन, हमरा बड़गो चिढ़ होलइ, जब श्वाब्रिन, जे साधारणतः शिष्टता से व्यवहार करऽ हलइ, धृढ़तापूर्वक घोषित कर देलकइ कि हमर गीत निम्मन नयँ हइ ।
"अइसन काहे ?" अपन खीज के छिपइते ओकरा पुछलिअइ ।
"काहेकि", ऊ उत्तर देलकइ, "अइसन कविता हमर शिक्षक किरीलिच त्रेद्याकोव्स्की [26] के शोभा दे हइ, आउ उनकर प्रेमछन्द के हमरा बहुत आद देलावऽ हइ । हियाँ परी ऊ हमर नोटबुक ले लेलकइ आउ निर्दयतापूर्वक हरेक छन्द आउ हरेक शब्द के विश्लेषण करे लगलइ, हमरा पर अत्यंत कटु प्रकार से व्यंग्य करते । हमरा बरदास नयँ होलइ, ओकर हाथ से अपन नोटबुक छीन लेलिअइ आउ कहलिअइ, कि ओकरा हम अपन रचना फेर कभियो नयँ देखइबइ । श्वाब्रिन एहो धमकी पर हँस देलकइ ।
"देखल जाय", ऊ बोललइ, "कि तूँ अपन बात पर कायम रहऽ हो कि नयँ - कविता के लेखक लोग के श्रोता के जरूरत होवऽ हइ, जइसे कि इवान कुज़मिच के दुपहर के भोजन के पहिले एक मीना (decanter) वोदका के। आउ ई माशा केऽ हइ, जेकरा सामने अपन कोमल भावना आउ प्रणय संबंधी विचार प्रकट करऽ हो ? कहीं ई मारिया इवानोव्ना तो नयँ ?"
"तोरा एकरा से कोय मतलब नयँ", हम नाक-भौं सिकोड़ते उत्तर देलिअइ, "बल्कि ई माशा कोय होवइ । हमरा तोर राय के चाहे तोर अंदाज के जरूरत नयँ ।"
"ओहो ! स्वाभिमानी कवि आउ विनम्र प्रेमी !" श्वाब्रिन बात जारी रखलकइ, लगातार अधिकाधिक हमरा चिढ़इते, "लेकिन एगो मित्र के सलाह पर ध्यान दऽ - अगर तोरा सफलता चाही, त हम तोरा छोटगर-छोटगर गीत पर काम नयँ करे के सलाह दे हियो ।"
"एकर की मतलब हइ, महोदय ? समझावे के किरपा करहो ।"
"खुशी से । एकर मतलब हइ कि अगर चाहऽ हो कि अन्हेरा हो गेला पर माशा मिरोनोवा तोरा पास आवे, त कोमल छन्द के बदले ओकरा एक जोड़ी कनबाली भेंट में देहो ।"
हमर खून खौले लगलइ ।
"आउ काहे तोर ओकरा बारे अइसन विचार हको ?" हम पुछलिअइ, अपन गोस्सा के मोसकिल से वश में करते।
"काहेकि", ऊ नारकीय व्यंग्य के साथ उत्तर देलकइ, "हम अपन अनुभव से ओकर स्वभाव आउ आदत के बारे जानऽ हिअइ ।"
"तूँ झूठ बोलऽ हकँऽ, बदमाश !" हम क्रोधावेश में बोललिअइ । "तूँ अत्यंत निर्लज्ज ढंग से झूठ बोलऽ हकँऽ ।"
श्वाब्रिन के चेहरा के मुद्रा बदल गेलइ ।
"एकरा से काम नयँ चलतो", हमर बाँह दबइते ऊ बोललइ, "अपने हमरा संतुष्टि देथिन ।"
"ठीक हको, जब चाहो !" हम खुशी से जवाब देलिअइ । तखनिएँ हम ओकरा चीर-फाड़के मार देवे लगी तैयार हलिअइ । हम तुरतम्मे इवान इग्नातिच के हियाँ रवाना हो गेलिअइ आउ ओकरा हाथ में सूई लेले देखलिअइ - कमांडर के पत्नी के कहे के मोताबिक ऊ जाड़ा लगी खुमी सुखावे खातिर ओकरा में धागा डाल रहले हल ।
"आउ प्योत्र अन्द्रेइच !" हमरा देखके ऊ बोललइ, "पधारथिन, पधारथिन ! कइसे भगमान अपने के हियाँ ले अइलथिन ? कउन काम से - हम ई पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ?"
हम संक्षेप में ओकरा बतइलिअइ कि हमरा अलिक्सेय इवानिच के साथ झगड़ा हो गेले ह, आउ ओकरा, इवान इग्नातिच के, सेकेंड (मध्यस्थ) बन्ने लगी निवेदन करऽ हिअइ । इवान इग्नातिच हमर बात ध्यान से सुनलकइ, अपन एकमात्र आँख के फाड़के हमरा दने देखते ।
"अपने ई बोले के किरपा करऽ हथिन", ऊ हमरा कहलकइ, "कि अलिक्सेय इवानिच के जान मार देवे लगी चाहऽ हथिन आउ अपने के इच्छा हइ कि ई मामले में हम गोवाह बनिअइ ? एहे न ? ई बात पुच्छे के जुर्रत करऽ हिअइ ।"
"बिलकुल सही ।"
"क्षमा करथिन, प्योत्र अन्द्रेइच ! ई अपने की करे लगी सोचलथिन हँ ! अपने के अलिक्सेय इवानिच के साथ झगड़ा हो गेलइ ? त ई की बड़गो मुसीबत हइ ? गारी-गल्लम तो कालर से नयँ चिपकऽ हइ । ऊ अपने के गरिअइलकइ, त अपनहूँ ओकरा गरियाथिन; ऊ अपने के थुथुना पर मालकइ, त अपने ओकर कान पर मारथिन - दू तुरी, तीन तुरी आउ अलगे हो जइते जाथिन; आउ हम सब अपने दुन्नु के सुलह करवा देते जइबइ । नयँ तो - अपन नजदीकी अदमी (पड़ोसी) के मार डालना की निम्मन बात हइ, हम पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ? आउ अगर अपने ओकरा मार देलथिन, त तो निम्मन बात होतइ - भगमान ओकर, अलिक्सेय इवानिच के, भला करे; हम खुद ओकरा पसीन नयँ करऽ हिअइ । लेकिन अगर ऊ अपने के भोंक देइ ? तब ई कइसन होतइ? केक्कर गिनती बेवकूफ लोग में होतइ, पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ?"
समझदार लेफ़्टेनेंट के तर्क हमरा डिगा नयँ पइलकइ । हम अपन इरादा पर अडिग रहलिअइ ।
"जइसन अपने के मर्जी", इवान इग्नातिच कहलकइ, "जे मन होवइ, ऊ करथिन । लेकिन हम एकरा लगी गोवाह काहे लगी बनिअइ ? हमरा एकरा से की मतलब ? लोग झगड़ते जा हइ, एकरा में अचरज के की बात हइ, पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ? भगमान के किरपा से, हम स्वेडिश आउ तुर्क लोग के विरुद्ध युद्ध कइलिअइ - सब कुछ देख चुकलिए ह ।"
हम कइसूँ ओकरा एगो सेकेंड के कर्तव्य बतावे लगलिअइ, लेकिन इवान इग्नातिच हमरा कइसूँ समझ नयँ पइलइ ।
"अपने के मर्जी", ऊ कहलकइ । "अगर हमरा ई मामला में दखल देवहीं के हइ, त बेहतर एहे होतइ कि हम इवान कुज़मिच के पास जइअइ आउ अपन कर्तव्य के अनुसार उनका सूचित कर दिअइ कि किला में एगो खराब काम के प्लान बनब करऽ हइ जे सरकारी हित के विरुद्ध हइ - कीऽ कमांडर महोदय के उचित कदम उठाना स्वागत योग्य नयँ होतइ ... "
हम डर गेलिअइ आउ कमांडर के कुच्छो नयँ बतावे लगी इवान इग्नातिच के विनती करे लगलिअइ; बड़ी मोसकिल से हम कइसूँ मनइलिअइ । ऊ हमरा वचन देलकइ आउ हम ओकरा अकेल्ले छोड़ देवे के निर्णय कइलिअइ ।
शाम हम अपन आदत के मोताबिक कमांडर के हियाँ बितइलिअइ । हम खुश आउ विरक्त दिखे के प्रयास कइलिअइ, ताकि कइसनो संदेह नयँ पैदा होवे आउ हमरा से खोद-खोदके सवाल नयँ पुच्छल जाय; लेकिन हम स्वीकार करऽ हिअइ कि हमरा में ओइसन स्थितप्रज्ञता (शांतचित्तता) नयँ हलइ, जेकर लगभग हमेशे ऊ लोग डींग हाँकऽ हइ, जे हमर स्थिति में रहऽ हइ ।
ई शाम हम स्नेहशीलता आउ हृदयस्पर्शी आवेश में प्रवृत्त हलिअइ । मारिया इवानोव्ना हमरा आउ दिन के अपेक्षा जादे पसीन पड़लइ । ई विचार, कि शायद हम ओकरा अंतिम तुरी देखब करऽ हिअइ, हमर दृष्टि में ओकरा कुछ तो मर्मस्पर्शी बना रहले हल । श्वाब्रिन भी हिएँ प्रकट होलइ । हम ओकरा एकांत में ले गेलिअइ आउ ओकरा इवान इग्नातिच के साथ अपन बातचीत के बारे जनकारी देलिअइ ।
"हमन्हीं के सेकेंड के की जरूरत हइ ?" ऊ रूखाई से हमरा कहलकइ, "ओकन्हीं के बेगर हमन्हीं काम चला लेते जइबइ ।"
हमन्हीं दुन्नु भूसा के ढेरियन (haystacks) के पीछू लड़े लगी सहमत हो गेते गेलिअइ, जे किला के नगीच हलइ, आउ हुआँ अगले दिन सुबह सात बजे मिल्ले के हलइ । हमन्हीं उपरे-उपरे  एतना मित्रतापूर्ण बातचीत करऽ हलिअइ कि इवान इग्नातिच खुशी में भेद के बात खोल देलकइ ।
"अइसन बहुत पहिलहीं हो जाय के चाही हल", ऊ प्रसन्न मुद्रा में हमरा कहलकइ, "निम्मन लड़ाय से खराब शान्ति कहीं बेहतर हइ, आउ आदर के अपेक्षा निम्मन स्वास्थ्य  ।"
"कउची, कउची, इवान इग्नातिच ?" कमांडर के पत्नी बोललथिन, जे कोना में ताश के पत्ता से भविष्यवाणी करब करऽ हलथिन, "हम निम्मन से नयँ सुन पइलिअइ ।"
इवान इग्नातिच हमर चेहरा पर नराजगी के भाव देखके आउ अपन वादा के आद करके संकोच में पड़ गेलइ आउ ओकरा समझ में नयँ अइलइ कि कीऽ उत्तर देल जाय । श्वाब्रिन ओकर मदत लगी सामने अइलइ ।
"इवान इग्नातिच", ऊ कहलकइ, "हमन्हीं बीच के सुलह के प्रशंसा करब करऽ हइ ।"
"आउ केकरा साथ तूँ झगड़ा कइलहो हल, बबुआ ?"
"प्योत्र अन्द्रेइच के साथ हमरा काफी बड़गो बहस हो गेले हल ।"
"कउन बात पर ?"
"एगो शुष्क मामूली बात पर - एगो छोटगर गीत पर, वसिलीसा इगोरोव्ना ।"
"झगड़ा करे लगी चुनवो करते गेलऽ हल त कइसन विषय ! एगो छोटगर गीत ! ... लेकिन ई कइसे होलइ ?"
"ई अइसे - प्योत्र अन्द्रेइच हाले में एगो गीत रचलका हल आउ आझ हमरा गाके सुनइलका हल, लेकिन हम अपन प्रिय गीत नाध देलिअइ –
कप्तान के बेटी,
नयँ जा घुम्मे लगी अधरात के । [25]
एकरा पर वैमत्य हो गेलइ । प्योत्र अन्द्रेइच तो शुरू-शुरू गोसाऽ गेला; लेकिन बाद में निर्णय कइलका कि हरेक कोय अपन मनपसंद गीत गावे लगी स्वतंत्र हइ । एकरे साथ मामला खतम हो गेलइ ।
श्वाब्रिन के निर्लज्जता हमरा लगभग क्रोधावेश में डाल देलकइ; लेकिन हमरा सिवाय केकरो ओकर अशिष्ट परोक्ष संकेत समझ में नयँ अइलइ; कम से कम ओकरा (अर्थात् अशिष्ट परोक्ष संकेत) दने कोय नयँ ध्यान देलकइ। गीत के बाद चर्चा कवि सब के तरफ मुड़ गेलइ, आउ कमांडर टिप्पणी कइलथिन कि ऊ सब लोग दुराचारी आउ पक्का पियक्कड़ होते जा हइ, आउ मित्रतापूर्ण ढंग से हमरा काव्यरचना त्याग देवे के परामर्श देलथिन, कि ई काम फौजी सेवा के विरुद्ध हइ आउ एकर कुच्छो निम्मन परिणाम नयँ निकसतइ ।
श्वाब्रिन के उपस्थिति हमरा असह्य हलइ । हम जल्दीए कमांडर आउ उनकर परिवार से विदा लेलिअइ; घर आके अपन तलवार के जाँच कइलिअइ, ओकर नोक के अजमाके देखलिअइ आउ सावेलिच के सुबह छो बजे जगा देवे लगी कहके सुत गेलिअइ ।       
अगले दिन निश्चित कइल समय पर हम भूसा के ढेरी के पीछू खड़ी हो चुकलिए हल, अपन प्रतिद्वन्द्वी के राह देखते । तुरते ओहो प्रकट हो गेलइ । "हमन्हीं के पकड़ लेते जा सकऽ हइ", ऊ हमरा कहलकइ, "हमन्हीं के जल्दी करे के चाही ।" हमन्हीं वरदी निकास लेते गेलिअइ, खाली वास्कट (वेस्टकोट) में रह गेलिअइ आउ अपन-अपन तलवार निकास लेते गेलिअइ । ठीक एहे बखत ढेरी के पीछू से अचानक पाँच अपंग सैनिक के साथ इवान इग्नातिच प्रकट हो गेलइ । ऊ हमन्हीं के कमांडर भिर चल्ले लगी कहलकइ । हमन्हीं दुखी मन से ओकर कहल मान लेते गेलिअइ; सैनिक लोग हमन्हीं दुन्ने के घेर लेलकइ, आउ हमन्हीं इवान इग्नातिच के पीछू-पीछू रवाना होलिअइ, जे अजीब शान के साथ कदम बढ़इते विजयोल्लास में हमन्हीं के लेले जाब करऽ हलइ ।
हमन्हीं कमांडर के घर में प्रवेश करते गेलिअइ । इवान इग्नातिच दरवाजा खोललकइ, विजयोल्लास के साथ घोषणा करते - "ले अइलिइ !" वसिलीसा इगोरोव्ना हमन्हीं के सामने हलथिन । "आह, हमर बबुअन ! ई सब की हइ ? कइसे ? काहे लगी ? हमन्हीं के किला में हत्या करे के प्लान ! इवान कुज़मिच, तुरते इनकन्हीं के गिरफ्तार करे के आदेश देथिन ! प्योत्र अन्द्रेइच ! अलिक्सेय इवानिच ! अपन-अपन तलवार सौंप देते जाथिन, देथिन, देथिन । पलाश्का, ई तलवार के भंडार कक्ष में रख आ । प्योत्र अन्द्रेइच ! अइसन हम तोहरा से आशा नयँ कइलियो हल । कइसे तोरा शरम नयँ आवऽ हको ? अलिक्सेय इवानिच के बात अलगे हइ - ऊ तो हत्या करे के चलते गार्ड सेना से बर्खास्त करके भेजल गेला ह, ऊ तो भगमानो में विश्वास नयँ करऽ हका; लेकिन तूँ? तूँहूँ ओहे रस्ता पर चल रहलऽ ह ?"
इवान कुज़मिच अपन पत्नी के बात से पूरा-पूरा सहमत हलथिन आउ ई बात दोहरइते रहलथिन - "सुनलहो न, वसिलीसा इगोरोव्ना सच कहऽ हथिन । सेना के नियमावली में द्वन्द्वयुद्ध के औपचारिक रूप से मनाही हइ।" एहे दौरान पलाश्का हमन्हीं हीं से तलवार ले लेलकइ आउ भंडार कक्ष में रख अइलइ । हम हँसी रोक नयँ पइलिअइ । श्वाब्रिन अपन शान बनइले रखलकइ ।
"अपने के प्रति अपन पूरा आदर-भावना के साथ", ऊ शांतचित्त स्वर में बोललइ, "हम ई टिप्पणी करे बेगर नयँ रह सकऽ हिअइ कि अपने व्यर्थ के हमन्हीं के बारे निर्णय लेवे के कष्ट करब करऽ हथिन । ई इवान कुज़मिच पर छोड़ देथिन - ई उनकर काम हइ ।"
"ओह ! हमर बबुआ !" कमांडर के पत्नी एतराज कइलथिन, "की वास्तव में पति आउ पत्नी एक्के आत्मा आउ एक्के शरीर [26] नयँ होवऽ हइ ? इवान कुज़मिच ! अइसे की तक्कब करऽ हो ? अभिए इनकन्हीं के रोटी आउ पानी पर अलग-अलग कोना में बैठा देहो, ताकि इनकर बेवकूफी तो दूर हो जाय; आउ फ़ादर गेरासिम इनका पर पश्चात्ताप करे के दंड देथिन, ताकि इनकन्हीं भगमान के सामने क्षमा माँगथिन आउ लोग के सामने पश्चात्ताप करथिन।"
इवान कुज़मिच के तो समझहीं में नयँ आ रहले हल कि की कइल जाय । मारिया इवानोव्ना तो अत्यधिक पीयर पड़ गेले हल । धीरे-धीरे तूफान शान्त हो गेलइ; कमांडर के पत्नी शान्त हो गेलथिन आउ हमन्हीं दुन्नु के परस्पर चुम्मे लगी बाध्य कर देलथिन । पलाश्का हमन्हीं के तलवार वापिस ले अइलइ । हमन्हीं कमांडर के घर से प्रतीयमानतः (apparently) सुलह कइल नियन निकसते गेलिअइ । इवान इग्नातिच हमन्हीं साथे अइलइ ।
"तोरा शरम कइसे नयँ अइलो ?" हम ओकरा गोस्सा से कहलिअइ, "कमांडर के हमन्हीं बारे रिपोर्ट नयँ करे के हमरा वचन देइयो के आखिर उनका रिपोर्ट कर देलहो !"
"भगमान साक्षी हइ, हम इवान कुज़मिच के ई बात नयँ बतइलिए हल", ऊ उत्तर देलकइ, "वसिलीसा इगोरोव्ना हमरा से सब कुछ उगलवा लेलथिन । ऊ कमांडर के बिन कोय जनकारी के सब व्यवस्था कइलथिन । लेकिन भगमान के किरपा हइ कि सब कुछ ई तरह से अंत होलइ ।" एतना कहके ऊ घर वापिस चल गेलइ, आउ श्वाब्रिन आउ हम अकेल्ले रह गेते गेलिअइ ।
"हमन्हीं के मामला एकरा साथ खतम नयँ हो सकऽ हइ", हम ओकरा कहलिअइ ।
"निस्संदेह", श्वाब्रिन उत्तर देलकइ, "अपने हमरा प्रति गुस्ताखी लगी अपन खून से जवाब देथिन; लेकिन, शायद, हमन्हीं पर नजर रक्खल जइतइ । कुछ दिन हमन्हीं के देखावा करे पड़तइ । फेर भेंट होतइ !" आउ हमन्हीं अइसे अलग हो गेते गेलिअइ, जइसे कि कुच्छो नयँ होले हल ।
कमांडर हीं वापिस अइला पर हम, हमेशे के तरह, मारिया इवानोव्ना के पास बैठलिअइ । इवान कुज़मिच घरे नयँ हलथिन; वसिलीसा इगोरोव्ना घर के काम में व्यस्त हलथिन । हमन्हीं धीरे-धीरे बतियाऽ रहलिए हल । मारिया इवानोव्ना कोमल स्वर में हमरा परेशानी लगी फटकार सुनइलकइ, जे श्वाब्रिन के साथ हमर लड़ाय के चलते सबके उठावे पड़ले हल ।
"हम तो सन्न रह गेलूँ हल", ऊ बोललइ, "जब हमन्हीं के बतावल गेलइ कि अपने तलवार से युद्ध करे पर तुल्लल हथिन । मर्द लोग कइसन अजीब होते जा हइ ! एक्के शब्द पर, जेकरा बारे शायद एक सप्ताह में भूल जइते जइता, ओकन्हीं एक दोसरा के काट डाले लगी तैयार हका आउ नयँ खाली अपन जीवन के बलिदान देवे लगी, बल्कि अपन अंतःकरण के भी, आउ ओकन्हीं सब के खुशी, जेकन्हीं ... लेकिन हमरा पक्का विश्वास हइ कि अपने झगड़ा शुरू करे वला नयँ होथिन । पक्का अलिक्सेय इवानिच दोषी होतइ ।"
"आउ अपने अइसन काहे सोचऽ हथिन, मारिया इवानोव्ना ?"
"अइसीं ... ऊ हइए हइ अइसन मजाकिया ! हमरा अलिक्सेय इवानिच पसीन नयँ । ओकरा देखके हमरा घृणा होवऽ हइ; लेकिन विचित्र बात हइ - हम कइसूँ ई नयँ चाहबइ कि हमहूँ ओकरा नयँ पसीन पड़िअइ । ई बात हमरा भयंकर रूप से बेचैन कर देतइ ।"
"आउ अपने की सोचऽ हथिन, मारिया इवानोव्ना ? अपने ओकरा पसीन पड़ऽ हथिन कि नयँ ?"
मारिया इवानोव्ना हकला गेलइ आउ ओकर चेहरा शरम से लाल हो गेलइ ।
"हमरा लगऽ हइ", ऊ कहलकइ, "हम सोचऽ हिअइ कि ओकरा हम पसीन हिअइ ।"
"काहे अपने के अइसन लगऽ हइ ?"
"काहेकि ऊ हमरा से विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ।"
"विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ! ऊ अपने के साथ विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ? कब ?"
"पिछले साल । अपने के हियाँ आवे के दू महिन्ना पहिले ।"
"आउ अपने तैयार नयँ होलथिन ?"
"जइसन कि अपने देखऽ हथिन । अलिक्सेय इवानिच, निस्संदेह, एगो बुद्धिमान व्यक्ति हइ, आउ निम्मन घराना से ओकर संबंध हइ, आउ धन-दौलत वला हइ; लेकिन जइसीं सोचऽ हिअइ कि हमरा वेदी पर सबके सामने ओकरा साथ परस्पर चुंबन लेवे पड़तइ ... ई हमरा से कइसनो हालत में नयँ हो सकतइ ! कइसनो सुख-समृद्धि खातिर नयँ !"
मारिया इवानोव्ना के शब्द हमर आँख खोल देलकइ आउ हमरा बहुत कुछ समझा देलकइ । श्वाब्रिन ओकरा साथ लगातार अशिष्ट वचन से पेश आवऽ हलइ, एकर कारण हमरा समझ में आ गेलइ । शायद हमन्हीं दुन्नु के एक दोसरा प्रति झुकाव के ऊ नोटिस कइलके हल आउ हमन्हीं के एक दोसरा से अलगे करे के प्रयास कर रहले हल। ऊ शब्द जे हमन्हीं के झगड़ा के कारण बनले हल, हमरा अब आउ अधिक घिनौना लगलइ, जब अशिष्ट आउ अश्लील उपहास के स्थान पर हमरा ओकरा में सोचल-समझल तोहमत (मिथ्या अभियोग) देखाय देलकइ।
ई ढीठ अशिष्टभाषी के दंडित करे के इच्छा हमर मन में आउ अधिक तीव्र हो गेलइ, आउ हम अधीरतापूर्वक उचित अवसर के प्रतीक्षा करे लगलिअइ । हमरा अधिक समय तक प्रतीक्षा नयँ करे पड़लइ । अगले दिन, जब हम शोकगीत (elegy) लिक्खे लगी बैठल हलिअइ आउ तुक मिल्ले के आशा में हम अपन कलम कुतर रहलिए हल, कि श्वाब्रिन हमर खिड़की पर दस्तक देलकइ । हम कलम रख देलिअइ, तलवार लेलिअइ आउ ओकरा दने बहरसी निकस गेलिअइ ।  
"काहे लगी मामला के स्थगित कइल जाय ?" श्वाब्रिन हमरा से बोललइ, "हमन्हीं पर नजर नयँ रक्खल जाब करऽ हइ । नदी तरफ चलल जाय । हुआँ परी कोय हमन्हीं बीच बाधक नयँ बनतइ ।"
हमन्हीं चुपचाप रवाना हो गेते गेलिअइ । खड़ा ढलान वला पगडंडी से निच्चे उतरते हमन्हीं ठीक नद्दी के किनारे रुक गेते गेलिअइ आउ अपन-अपन तलवार निकास लेते गेलिअइ । श्वाब्रिन हमरा से जादे निपुण हलइ, लेकिन हम जादे बरियार आउ साहसी हलिअइ, आउ मौँस्य बोप्रे, जे कभी सैनिक हलइ, हमरा तलवारबाजी में कइएक दाँव-पेंच सिखइलके हल, एकरो हम उपयोग कर रहलिए हल । श्वाब्रिन प्रत्याशा नयँ कइलके हल कि हम ओतना खतरनाक प्रतिद्वन्द्वी साबित होबइ । देर तक हमन्हीं एक दोसरा के कोय हानि नयँ पहुँचइते गेलिअइ; आखिरकार, ई नोटिस करके कि श्वाब्रिन कमजोर पड़ रहले ह, हम अधिक उत्साह से ओकरा पर वार करे लगलिअइ आउ ओकरा लगभग ठीक नद्दी तक पीछू हटा देलिअइ । अचानक बहुत उँचगर अवाज में उच्चारित हम अपन नाम सुनलिअइ । हम पीछू मुँहें मुड़के देखलिअइ त देखऽ हिअइ कि सावेलिच खड़ा ढलान वला रस्ता से दौड़ल हमरा दने आब करऽ हइ ... ठीक एहे समय दहिना कन्हा के निच्चे अपन छाती में बहुत जोर के चुभन महसूस कइलिअइ; हम गिर पड़लिअइ आउ बेहोश हो गेलिअइ ।

  
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Friday, July 21, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-3

अध्याय - 3
किला
हमन्हीं तो छोट्टे गो किला में रहऽ हिअइ,
रोटी खा हिअइ आउ पानी पीयऽ हिअइ;
आउ जइसीं निर्दय शत्रु
अइतइ हमन्हीं हीं पाई छिन्ने लगी,
देबइ मेहमान सब के रंगरेली मनावे लगी -
बोजबइ तोप में छर्रा ।
- सैनिक गीत
पुराना जमाना के लोग, हमर प्रिय महोदय ।
- नादान [21]

बेलागोर्स्क किला ओरेनबुर्ग से चालीस विर्स्ता दूर हलइ । रस्ता याइक नदी के लगभग खड़ा ढलान वला तट के किनारे-किनारे जा हलइ । नदी के पानी अभियो जमके बरफ नयँ होले हल, आउ ओकर धूसर (leaden) लहर, उज्जर बरफ से आच्छादित एकरस (monotonous) दुन्नु तट के बीच, एगो उदास कार झलक दे रहले हल । तट के दुन्नु तरफ दूर तक किर्गिज़ स्तेप फैलल हलइ । हम विचारमग्न हो गेलिअइ, अधिकांश विचार उदासी भरल हलइ । गैरिसन (किला के रक्षक सेना) के जिनगी में हमरा लगी बहुत कम आकर्षण हलइ । हम अपन भावी अधिकारी कप्तान मिरोनोव के बारे कल्पना करे के प्रयास कइलिअइ, आउ ओकर सख्त, गोस्सैल बूढ़ा के चित्र उभरलइ, जेकरा अपन फौजी सेवा के अलावे कुछ नयँ मालुम हइ, आउ जे हमर हरेक छोटगर-छोटगर बात पर हमरा रोटी आउ पानी पर गिरफ्तार करे लगी तैयार हइ । एहे दौरान अन्हार होवे लगलइ । हमन्हीं काफी तेजी से जाब करऽ हलिअइ ।
"की किला दूर हइ ?" हम अपन कोचवान के पुछलिअइ ।
"दूर नयँ हइ", ऊ उत्तर देलकइ । "अउकी देखाइयो देब करऽ हइ ।"
हम चारो तरफ नजर दौड़इलिअइ, ई आशा करते कि हम भयानक-भयानक कंगूरा, मीनार आउ परकोटा (ramparts) देखबइ; लेकिन कुछ नयँ देखाय देलकइ, सिवाय लकड़ी के लट्ठा से घेरल एगो छोट्टे गो गाँव के । एक तरफ बरफ से अर्द्ध-आच्छादित पोवार के तीन-चार उँचगर-उँचगर ढेरी हलइ; दोसरा दने एगो पवनचक्की, जेकर बेजान बास्ट पंख (bast sails/vanes) निच्चे लटकल हलइ ।
"किला काहाँ परी हइ ?" हम अचरज से पुछलिअइ ।
"अउकी ऊ हइ" - छोटका गम्मा दने इशारा करते कोचवान उत्तर देलकइ, आउ एहे शब्द के साथ हमन्हीं ओकरा में गाड़ी से प्रवेश करते गेलिअइ । फाटक भिर हम ढलवाँ लोहा (cast iron) के एगो पुरनका तोप देखलिअइ; गल्ली सब सकेत आउ टेढ़ा-मेढ़ा हलइ; लकड़ी के बन्नल घर सब कम उँचगर आउ अधिकतर पोवार के छत वला हलइ । हम कमांडर के हियाँ चल्ले के आदेश देलिअइ, आउ एक मिनट के बाद किबित्का एगो लकड़ी के घर के सामने रुकलइ, जे एगो उँचगर जगह पर बनावल हलइ आउ लकड़िए के बन्नल एगो गिरजाघर (चर्च) के पास हलइ ।
हमरा से भेंट करे लगी कोय नयँ अइलइ । हम ड्योढ़ी में गेलिअइ आउ प्रवेश-कक्ष के दरवाजा खोललिअइ । एगो बूढ़ा अपंग सैनिक, टेबुल पर बैठल, हरियर रंग के वरदी के  केहुनी पर एगो नीला पेउँद लगाब करऽ हलइ। हम ओकरा अपन आवे के सूचना देवे के आदेश देलिअइ ।
"अंदर चल जा, बबुआ", अपंग सैनिक उत्तर देलकइ, "हमर लोग घरे पर हथुन ।"
हम एगो छोटगर साफ-सुथरा कमरा में प्रवेश कइलिअइ, जे पुराना ढंग से सजावल हलइ ।
कोना में रैक हलइ जेकरा पर बरतन सब धइल हलइ; देवाल पर काँच आउ फ्रेम में जड़ल अफसर के डिप्लोमा टँग्गल हलइ; एकर आसपास काठ ब्लॉक चित्र शोभा दे रहले हल, जेकरा में क्यूस्त्रिन आउ ओचाकोव पर कब्जा [22] के, दुलहन के चयन आउ बिलाय के दफन के भी, वर्णन हलइ । खिड़की भिर एगो बुढ़िया बैठल हलइ, जे सिर पर ओढ़नी के साथ रूईदार जैकेट में हलइ । ऊ धागा के लुंडी उघार रहले हल, जेकरा अफसर के वरदी में एगो काना बूढ़ा अपन हाथ बढ़ाके पकड़ले हलइ ।
"अपने के की चाही, बबुआ ?" अपन काम जारी रखते ऊ पुछलकइ ।
हम जवाब देलिअइ कि फौजी सेवा में अइलिअए ह आउ कप्तान महोदय के अपन ड्यूटी रिपोर्ट करे खातिर हाजिर होलिए ह, आउ ई शब्द के साथ हम काना बूढ़ा दने मुखातिब होलिअइ, ओकरा कमांडर समझते; लेकिन घर के मालकिन हमर तैयार कइल बात के बीच में टोक देलकइ ।
"इवान कुज़मिच घर पर नयँ हथुन", ऊ कहलकइ, "ऊ फ़ादर गेरासिम के हियाँ गेलथुन हँ; लेकिन एरा से कोय हर्ज नयँ, बबुआ, हम उनकर पत्नी हियो । तोहर स्वागत हको । बैठ जा, बबुआ ।"
ऊ अपन नौकरानी लड़की के बोलइलथिन आउ ओकरा सर्जेंट के बोलावे के आदेश देलथिन । बुढ़उ उत्सुकतापूर्वक अपन एक्के गो आँख से हमरा दने निहार रहले हल ।
"की हम पुच्छे के धृष्टता कर सकऽ हिअइ", ऊ कहलकइ, "कि अपने कउन रेजिमेंट में सेवा में हलथिन ?"
हम ओकर उत्सुकता के शांत कर देलिअइ ।
"आउ ई पुच्छे के धृष्टता कर सकऽ हिअइ", ऊ बात जारी रखलकइ, "कि अपने गार्ड सेना से गैरिसन (किला के रक्षक सेना) में काहे लगी आ गेलथिन ?"
हम उत्तर देलिअइ कि ई हमर वरिष्ठ अधिकारी के इच्छा हलइ ।
"शायद, कोय अइसन हरक्कत करे के चलते, जे गार्ड सेना के अफसर के शोभा नयँ दे हइ", अथक प्रश्नकर्ता बात जारी रखलकइ ।
"बहुत बकवास हो गेलो", ओकरा कप्तान के पत्नी बोललथिन, "तूँ देखऽ हो कि नौजवान सफर के मारे थक्कल हथिन; ऊ तोरा से बात करे के मूड में नयँ हथिन ... (हाथ आउ सीधा रक्खऽ ...) । आउ तूँ, हमर बबुआ", हमरा दने मुड़के बात जारी रखलथिन, "ई बात से दुखी मत होवऽ कि तोहरा हमर ई सूनसान इलाका में भेज देवल गेलो ह । तूँ न तो पहिला हकहो, आउ न आखिरी । एकर अभ्यस्त हो जइबहो त पसीन पड़े लगतो । श्वाब्रिन अलिक्सेय इवानिच के एगो अदमी के हत्या के जुर्म में हियाँ हमन्हीं हीं तबादला होल पचमा साल चल रहले ह । भगमान जाने, कइसन पाप ओकर दिमाग में घुस गेलइ; देखहो, एगो लेफ़्टेनेंट के साथ शहर के बाहर गेलइ, आउ अपन साथ में तलवार लेते गेलइ, आउ एक दोसरा के घोंपे लगी चालू कर देते गेलइ; लेकिन अलिक्सेय इवानिच तलवार घोंपके लेफ़्टेनेंट के मार देलकइ, आउ ओकरो में दू-दू गो गोवाह के सामने ! की कइल जा सकऽ हइ ? केकरो साथ अइसन अनहोनी हो सकऽ हइ ।"
तखनिएँ सर्जेंट अंदर अइलइ, जे एगो चुस्त-तन्दुरुस्त नवयुवक हलइ ।
"माक्सीमिच !" ओकरा कप्तान के पत्नी बोललथिन । "ई अफसर खातिर एगो क्वार्टर खोज देहीं, आउ हाँ, जरी साफ-सुथरा ।"
"जी, वसिलीसा इगोरोव्ना", सर्जेंट जवाब देलकइ । "की महोदय के इवान पोलिझायेव के हियाँ ठहरावल जा सकऽ हइ ?"
"अरे नयँ, माक्सीमिच", कप्तान के पत्नी कहलथिन, "पोलिझायेव के हियाँ अइसीं बहुत भीड़-भाड़ हइ; हम ओकर बुतरू के सहधर्ममाता हिअइ आउ ओकरा आद हइ कि हमन्हीं ओकर वरिष्ठ (superiors) हिअइ । अफसर महोदय के लेके जाहीं ... तोहर की नाम आउ पैतृक नाम हको, हमर बबुआ ? प्योत्र अन्द्रेइच ? ... प्योत्र अन्द्रेइच के सिम्योन कुज़ोव के हियाँ लेके जाहीं । ऊ, शैतान, अपन घोड़वा के हमर साग-सब्जी के बाग (kitchen garden) में छोड़ देलके हल । खैर, की, माक्सीमिच, सब कुछ ठीक तो हइ ?"
"भगमान के किरपा से सब कुछ ठीक हइ", कज़ाक उत्तर देलकइ, "खाली कार्पोरल प्रोख़ोरोव के एक बेसिन गरम पानी खातिर स्नानगृह में उस्तीन्या नेगुलीना के साथ झगड़ा हो गेलइ ।
"इवान इग्नातिच !" कप्तान के पत्नी अपंग बुढ़उ से कहलथिन । "प्रोख़ोरोव आउ उस्तीन्या के बीच छानबीन करहीं कि केऽ सही हइ आउ केऽ दोषी । लेकिन दुन्नु के दंड देहीं । अच्छऽ, माक्सीमिच, काम में लग जो, भगमान तोर भला करे । प्योत्र अन्द्रेइच, माक्सीमिच तोहरा अपन क्वार्टर में ले जइतो ।"
हम सिर झुकाके अभिवादन कइलिअइ आउ निकस गेलिअइ । सर्जेंट हमरा नदी के उँचगर किनारा पर बन्नल लकड़ी के एगो घर में ले गेलइ, जे किला के एकदम अंतिम छोर पर हलइ । ई घर के आधा हिस्सा में सिम्योन कुज़ोव के परिवार रहऽ हलइ, दोसरा हिस्सा हमरा देल गेलइ । ई एगो काफी साफ-सुथरा कमरा हलइ जेकरा एगो विभाजक-दीवार (partition) से दू हिस्सा में विभाजित कइल हलइ । सावेलिच ओकरा में सब समान सरियावे लगलइ; हम सकेत खिड़की से बहरसी के नजारा देखे लगलिअइ । हमर सामने उदास स्तेप फैलल हलइ । एक तरफ लकड़ी के बन्नल छोटगर-छोटगर घर हलइ; गल्ली में कइएक मुरगी घुम्मब करऽ हलइ । एगो बुढ़िया ड्योढ़ी पर खड़ी एगो कठौता लेले सुअरियन के बोलाब करऽ हलइ, जे दोस्ताना ढंग से खूँ-खूँ करके जवाब दे रहले हल । त अइकी अइसन जगह में हमरा किस्मत में अपन जवानी गुजारे के बद्दल हलइ ! अवसाद (depression) हमरा पर हावी हो गेलइ; हम खिड़की बिजुन से हट गेलिअइ आउ रात के बिन भोजन कइले सुत्ते लगी पड़ गेलिअइ, सावेलिच के नसीहत के बावजूद, जे दुख के साथ दोहराब करऽ हलइ - "हे भगमान ! कुच्छो खाय लगी नयँ चाहऽ हइ ! अगर बुतरू बेमार पड़ जाय, त मालकिन हमरा की कहथिन ?"
अगले दिन सुबह में हम अभी पोशाक पेन्हिए रहलिए हल कि दरवाजा खुललइ आउ हमर कमरा में नटगर कद के एगो नवयुवक अफसर प्रवेश कइलकइ, जेकर चेहरा सामर आउ बिलकुल कुरूप, लेकिन अत्यंत सजीव हलइ । "हमरा माफ करथिन", ऊ हमरा से फ्रेंच में बोललइ, "कि हम बिन औपचारिकता के अपने से परिचित होवे लगी आ गेलिअइ ।" कल्हे हमरा अपने के आगमन के सूचना मिललइ; कोय इंसान के चेहरा देखे के इच्छा आखिर हमरा पर एतना हावी हो गेलइ कि हमरा से रहल नयँ गेलइ । अपने ई सब समझ जइथिन, जब हियाँ परी आउ कुछ समय तक रहथिन ।"
हम अंदाज लगइलिअइ कि ई ओहे अफसर होतइ, जेकरा द्वंद्वयुद्ध के चलते गार्ड-सेना से निकास देल गेले हल। हमन्हीं तुरतम्मे परिचित हो गेते गेलिअइ । श्वाब्रिन मूर्ख व्यक्ति बिलकुल नयँ हलइ । ओकर बातचीत तीक्ष्ण आउ रोचक हलइ । ऊ बड़ी खुशी से कमांडर के परिवार के वर्णन कइलकइ, ऊ समाज आउ इलाका के जाहाँ परी हमरा भाग्य ले अइले हल । हम खुल्लल दिल से हँस रहलिए हल, जब ओहे अपंग हमर कमरा में दाखिल होलइ, जे कमांडर के प्रवेश-कक्ष में वरदी के मरम्मत करब करऽ हलइ आउ वसिलीसा इगोरोव्ना के तरफ से हमरा भोजन पर आमंत्रित कइलकइ । श्वाब्रिन स्वेच्छा से हमरा साथ अइलइ ।
कमांडर के घर भिर पहुँचते बखत हमन्हीं के एगो छोटका मैदान में लमगर केश वलन आउ तिकोना टोपी पेन्हले कोय बीस वृद्ध अपंग देखाय देलकइ । ओकन्हीं सावधान मुद्रा में कतार में लग्गल हलइ । ओकन्हीं के सामने कमांडर खड़ी हलथिन, जे साहसी आउ लमगर कद के एगो वृद्ध हलथिन, जे टोप लगइले आउ चीन से आयातित ऊनी ड्रेसिंग गाउन पेन्हले हलथिन । हमन्हीं के देखके ऊ हमन्हीं दने अइलथिन, हमरा से कुछ मधुर शब्द में बात कइलथिन आउ फेर से कवायद करावे लगलथिन । हमन्ही सब कवायद देखे लगी रुकहीं वला हलिअइ; लेकिन खुद हमन्हीं के पीछू आ जाय के वचन देते ऊ हमन्हीं के वसिलीसा इगोरोव्ना भिर जाय लगी कहलथिन । "आउ हियाँ परी", ऊ आगू बोललथिन, "अपने सब के देखे लायक कुछ नयँ हइ ।"
वसिलीसा इगोरोव्ना हमन्हीं के बड़ी सहजता आउ प्रसन्नता से स्वागत कइलथिन आउ हमरा साथ अइसन व्यवहार कइलथिन मानूँ हमरा एक अरसा से जानऽ हथिन । अपंग सैनिक आउ पलाश्का (नौकरानी) टेबुल पर खाय-पीए के समान लगाब करऽ हलइ ।
"की बात हइ कि हमर इवान कुज़मिच आझ कवायद में एतना जादे खो गेला ह !" कमांडर के पत्नी बोललथिन। "पलाश्का, मालिक के जरी भोजन पर बोलाके लाव । आउ माशा ('मारिया' के ऊनार्थक) काहाँ परी हइ ?"
तखनिएँ लगभग अठारह साल के एगो लड़की अंदर अइलइ, गोल चेहरा, गुलाबी गाल, हलका भूरा रंग के बाल, कान के पीछू निम्मन से कंघी कइल, जे (कान) शरम से लाल होल हलइ । पहला नजर में हमरा ऊ बहुत जादे पसीन नयँ पड़लइ । हम ओकरा दने पूर्वाग्रह से देखलिअइ - श्वाब्रिन ई माशा, कप्तान के बेटी, के बिलकुल बुद्धू लड़की के रूप में हमरा सामने चित्रित कइलके हल । मारिया इवानोव्ना कोना में बैठल सिलाय करे लगलइ ।
एहे दौरान पतकोबी के शोरबा परसल गेलइ । वसिलीसा इगोरोव्ना अपन पति के नयँ देखके दोबारा पलाश्का के बोलावे लगी भेजलथिन । "मालिक के कहीं — अतिथि लोग इंतजार करब करऽ हथिन, पतकोबी के शोरबा सेराब करऽ हइ; हे भगमान, कवायद कहीं भाग नयँ जइतइ; चिल्लाय के समय मिल जइतइ ।"
कप्तान जल्दीए हाजिर होलथिन, काना बुढ़उ के साथ । "ई की हइ, हमर प्यारे ?" उनका पत्नी बोललथिन । "भोजन कब के परोसल जा चुकले ह, आउ तोहर पते नयँ हको ।"
"सुनऽ वसिलीसा इगोरोव्ना", इवान कुज़मिच उत्तर देलथिन, "हम अपन ड्यूटी में व्यस्त हलिअइ - सैनिक लोग के शिक्षा देब करऽ हलिअइ ।"
"बहुत हो गेलो !" कप्तान के पत्नी एतराज कइलथिन । "ई खाली कहे के बात हइ कि सैनिक लोग के शिक्षा दे हो - ओकन्हीं कभी नयँ सीखते जा हइ, आउ न तो तोरा एकरा बारे लेशमात्र समझ में आवऽ हको । ई कहीं बेहतर होतो हल कि घर में बैठके भगमान के प्रार्थना करतऽ हल । प्रिय अतिथिगण, टेबुल भिर अइते जाथिन।"
हमन्हीं भोजन पर बैठ गेते गेलिअइ । वसिलीसा इगोरोव्ना एक्को मिनट चुप नयँ रहलथिन आउ हमरा पर प्रश्न के झड़ी लगा देलथिन — केऽ हमर माता-पिता हथिन, की उनकन्हीं अभी जीवित हथिन, काहाँ रहऽ हथिन आउ उनकन्हीं के केतना संपत्ति हइ ? ई सुनके कि हमर पिताजी के पास तीन सो भूदास (बंधुआ मजूर) किसान हइ, ऊ बोल उठलथिन - "सच ! मतलब दुनियाँ में धनाढ्य लोग हथिन ! लेकिन हमन्हीं पास तो, हमर बबुआ, एक्के गो नौकरानी लड़की हइ, आउ भगमान के किरपा से नीके-सुखे रहऽ हिअइ । एक्के गो विपत्ति हइ - माशा, जे शादी लायक हो गेले ह, लेकिन ओकरा पास दहेज लगी कीऽ हइ ? एगो कंघी, आउ एगो बढ़नी, आउ एगो आल्तिन (तीन कोपेक के सिक्का) नगद पैसा (भगमान हमरा क्षमा करथिन !), जेकरा से स्नानगृह जाल जा सकऽ हइ । निम्मन बात होतइ, अगर कोय भला अदमी मिल जइतइ; नयँ तो जिनगी भर कुँआरी बैठल रहत ।"
हम मारिया इवानोव्ना दने तकलिअइ; ऊ शरम से बिलकुल लाल हो गेले हल आउ लोरो ओकर प्लेट में ढुलक पड़ले हल । हमरा ओकरा पर तरस अइलइ, आउ हम बातचीत के विषय बदले में शीघ्रता कइलिअइ ।
"हम सुनलिअइ", हम काफी अप्रासंगिक रूप में कहलिअइ, "कि अपने के किला पर बश्कीर लोग हमला करे के जुगाड़ में हइ ।"
"केकरा से, बबुआ, ई बात सुन्ने के किरपा कइलहो ?" इवान कुज़मिच पुछलथिन ।
"ओरेनबुर्ग में लोग कहते गेलइ", हम उत्तर देलिअइ ।
"बकवास हइ !" कमांडर बोललथिन । "हमन्हीं तो एक अरसा से कुच्छो नयँ सुनलिअइ । बश्कीर लोग भयभीत हइ, आउ किर्गिज़ लोग के सबक सिखा देवल गेले ह । शायद हमन्हीं से पंगा नयँ लेते जइतइ; आउ अगर पंगा लेतइ, त हम अइसन धमकी देबइ कि दस बरिस तक चूँ नयँ करते जइतइ ।"
"आउ अपने के अइसन खतरा भरल किला में रहे में", कप्तान के पत्नी के संबोधित करते हम बात जारी रखलिअइ, "भय तो नयँ लगऽ हइ न ?"
"आदत हो गेले ह, हमर बबुआ", ऊ उत्तर देलथिन । "लगभग बीस बरिस हो चुकले ह जब हमन्हीं के रेजिमेंट से हियाँ तबादला कर देल गेले हल, आउ भगमान जाने हम ई अभिशप्त काफिर लोग से केतना डरऽ हलिअइ! जइसीं हमरा ओकन्हीं के बन-बिलाड़ के टोपी पर नजर पड़इ, आउ ओकन्हीं के चिल्लाहट सुनाय देइ, त विश्वास करहो, बबुआ हमर, कि दिल के हद्दस से जइसे हम मर जइअइ ! लेकिन अब हम अइसन अभ्यस्त हो गेलिए ह कि हम जगह से हिलवो नयँ करऽ हिअइ, अगर कोय आके कहऽ हइ कि दुष्ट लोग किला के आसपास घूम-फिर रहले ह ।"
"वसिलीसा इगोरोव्ना एगो डीड़ (साहसी) महिला हथिन", श्वाब्रिन शान से टिप्पणी कइलकइ । "इवान कुज़मिच एकर गोवाही दे सकऽ हथिन ।"
"हाँ, सुन्नऽ हो", इवान कुज़मिच बोललथिन, "ई औरत कायर नयँ हथिन ।"
"आउ मारिया इवानोव्ना ?" हम पुछलिअइ, "अपनहीं नियन डीड़ हथिन ?"
"माशा आउ डीड़ ?" ओकर माय उत्तर देलथिन । "नयँ, माशा तो डरपोक हइ । अभियो तक राइफल से गोली चल्ले के अवाज नयँ सुन सकऽ हइ - ओकर पूरा देह काँपे लगऽ हइ । आउ दू साल पहिले इवान कुज़मिच के हमर नामकरण के दिन की सुझलइ कि हमन्हीं के तोप से सलामी देलवा देलथिन, त ई हमर बुतरू भय से आतंकित होके मरते-मरते बच्चल । तहिया से ई अभिशप्त तोप से कभी फ़ायर नयँ करते जा हिअइ ।"
हम सब टेबुल भिर से उठते गेलिअइ । कप्तान अपन पत्नी के साथ सुत्ते चल गेलथिन; आउ हम श्वाब्रिन हीं चल गेलिअइ, जेकरा साथ पूरा शाम बितइलिअइ ।

  
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