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Sunday, October 29, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-6

6
" आतान्दे !" [1]
"अपने हमरा आतान्दे कहे के जुर्रत कइसे कइलथिन ?"
"महामहिम, हम तो आतान्दे-स् [2] कहलिअइ !"

दू अटल विचार, नैतिक प्रकृति में एक साथ विद्यमान नयँ रह सकऽ हइ, ठीक ओइसीं, जइसे कि दू पिंड (bodies)  भौतिक विश्व में एक्के स्थान में अवस्थित नयँ रह सकऽ हइ । तिक्का, सत्ता, एक्का - जल्दीए हेर्मान के कल्पना में मृत बुढ़िया के प्रतिमा के धुँधला कर देलकइ । तिक्का, सत्ता, एक्का - ओकर मस्तिष्क से निकस नयँ पावऽ हलइ आउ ओकर होंठ पर हिलते-डुलते रहऽ हलइ । जवान लड़की के देखके ऊ बोल उठऽ हलइ - "केतना सुग्घड़ हइ ऊ ! ... बिलकुल लाल पान के तिक्का ।" जब ओकरा पुच्छल जा हलइ - "केतना बजले ह ?", त ऊ उत्तर दे हलइ - "सत्ता में पाँच मिनट बाकी" । हरेक तोंदल अदमी ओकरा एक्का के आद देलावऽ हलइ । तिक्का, सत्ता, एक्का - ओकरा नीन में पीछा करऽ हलइ, सब तरह के संभव रूप धारण करके - तिक्का एगो बड़का गो फूल के रूप में खिल जा हलइ, सत्ता गोथिक शैली के फाटक के रूप में प्रकट होवऽ हलइ, एक्का बड़का गो मकड़ा के रूप में । ओकर सब विचार एक्के में मिल जा हलइ - ऊ राज (secret) के सदुपयोग करना, जेकरा लगी ओकरा एतना बड़गो कीमत चुकावे पड़लइ । ऊ सेवानिवृत्ति आउ यात्रा के बारे सोचे लगलइ । ऊ पेरिस के सार्वजनिक कासिनो (जुआखाना) में सम्मोहित भाग्य (enchanted Fate) से खजाना हथियावे लगी चाहऽ हलइ । संयोग ओकरा धौड़धूप से बचा देलकइ ।
मास्को में धनी जुआड़ी लोग के एगो दल बन्नल हलइ, चेकलिन्स्की के अध्यक्षता में, जे अपन पूरा जिनगी ताश के जुआ खेले में बितइलके हल आउ वचनपत्र (promissory notes) जीतते आउ नगद रकम हारते, कभी करोड़ो बनइलके हल । दीर्घकाल के अनुभव ओकरा लगी सथीवन के विश्वास अर्जित कइलके हल, आउ ओकर खुल्लल घर, निम्मन रसोइया, सहृदयता आउ प्रसन्नचित्तता ओकरा लगी आम लोग के मान-मर्यादा । ऊ पितिरबुर्ग अइलइ । युवा वर्ग, ताश के जुआ के सामने बॉल-नृत्य के भूलके आउ इश्कबाजी के प्रलोभन के अपेक्षा फ़ारो के सम्मोहन के प्राथमिकता देते, ओकरा हीं जमघट लगावे लगलइ । नारूमोव ओकरा हीं हेर्मान के लइलकइ । 
ओकन्हीं शानदार कमरा के कतार (series) पार करते गेलइ, जेकरा में शिष्ट बैरा सब भरल हलइ । कुछ जेनरल (सेनापति) आउ प्रिवी काउंसिलर (सम्राट् या गवर्नर-जेनरल के निजी सलाहकार) लोग कोटपीस (whist) खेल रहते गेले हल; नवयुवक लोग बेल-बूटेदार कपड़ा से मढ़ल सोफा पर पसरके बैठल हलइ, आइसक्रीम खा रहले हल आउ पाइप पी रहले हल । अतिथि-कक्ष में लगभग बीस खेलाड़ी एगो लमगर टेबुल के चारो तरफ जामा हलइ, जेकर पीछू गृह-स्वामी बैठल हलइ आउ ओहे बैंकर बनल हलइ । ऊ लगभग साठ साल के अत्यंत आदरणीय रंगरूप के हलइ; सिर पर रुपहला केश हलइ; भरल आउ ताजा चेहरा उदारता चित्रित करऽ हलइ; सदा मुसकान छाल रहे से सजीव आँख चमकऽ हलइ । नारूमोव ओकरा हेर्मान के परिचय देलकइ । चेकलिन्स्की मित्रतापूर्ण ढंग से ओकरा साथ हाथ मिलइलकइ, औपचारिकता नयँ बरते लगी कहलकइ आउ पत्ता बाँटना जारी रखलकइ ।     
खेल के पारी (round) देर तक चललइ । टेबुल पर तीस से अधिक पत्ता हलइ ।
चेकलिन्स्की हरेक दाँव के बाद रुक जाय ताकि खेलाड़ी सब के अपन इंतजाम करे के समय मिल जाय, (ओकन्हीं के) हारल रकम के लिख लेइ, ओकन्हीं के निवेदन शिष्टतापूर्वक सुन्नइ, (ओकन्हीं के) अन्यमनस्क हाथ से मोड़ल कोना के आउ अधिक शिष्टतापूर्वक सीधा कर देइ । आखिरकार खेल के पारी समाप्त होलइ । चेकलिन्स्की पत्ता फेंटलकइ आउ दोसर पारी खातिर पत्ता बाँटे के तैयारी कइलकइ ।
"एक दाँव लगावे के अनुमति देथिन", हिएँ परी दाँव लगा रहल एगो मोटगर अदमी के पीछू से हाथ बढ़इते हेर्मान कहलकइ । चेकलिन्स्की मुसकइलइ आउ चुपचाप सहमति के संकेत के रूप में सिर झुकइलकइ । नारूमोव हँसते हेर्मान के लमगर अवधि के व्रत के तोड़े के निर्णय पर बधाई देलकइ आउ ओकरा लगी शुभारंभ के कामना कइलकइ ।
"त अइकी हइ !" अपन पत्ता पर खल्ली से बड़गो रकम लिखके हेर्मान कहलकइ ।
"केतना के दाँव हइ जी ?" बैंकर अपन आँख जरी सिकोड़ते पुछलकइ, "माफ करथिन जी, हमरा ठीक से देखाय नयँ दे हइ ।"
"सनतालीस हजार", हेर्मान उत्तर देलकइ । एतना सुनला पर सबके सिर क्षण भर में मुड़ गेलइ आउ सब आँख हेर्मान पर टिक गेलइ । "ई पगलाऽ गेले ह !" नारूमोव सोचलकइ ।
"ई अपने के बतावे के अनुमति देथिन", चेकलिन्स्की अपन अपरिवर्तनीय मुसकान के साथ कहलकइ, "कि अपने के दाँव बड़गर हइ - कोय भी खेल के सबसे पहिला चरण (simple) में अभी तक दू सो पचत्तर से जादे के दाँव नयँ लगइलके ह ।"
"एकरा से की ?" हेर्मान एतराज कइलकइ, "हमर दाँव अपने के स्वीकार हइ कि नयँ ?" चेकलिन्स्की ओइसने विनयपूर्ण सहमति के मुद्रा में अपन सिर झुकइलकइ ।
"हम खाली अपने के सूचित करे लगी चाहऽ हलिअइ", ऊ कहलकइ, "कि मित्र लोग के विश्वासपात्र होवे के नाते हम नगद रकम के अलावा कोय आउ तरह से बैंकर के भूमिका अदा नयँ कर सकऽ हिअइ । जाहाँ तक हमर खुद के तरफ से संबंध हइ त हम निस्संदेह आश्वस्त हिअइ कि अपने के वचन ही काफी हइ, लेकिन खेल आउ हिसाब के व्यवस्था खातिर हम अपने से दाँव पर पैसा रक्खे के निवेदन करऽ हिअइ ।"
हेर्मान अपन जेभी से एगो बैंकनोट निकसलकइ आउ चेकलिन्स्की के सौंप देलकइ, जे एकरा विहंगम दृष्टि से देखके हेर्मान के पत्ता पर रख देलकइ । ऊ पत्ता बाँटे लगलइ । दहिना दने नहला अइलइ आउ बामा दने तिक्का।
"(हमर पत्ता) जीत गेलइ !" अपन पत्ता देखइते हेर्मान कहलकइ ।
खेलाड़ी लोग के बीच खुसुर-फुसुर होवे लगलइ । चेकलिन्स्की नाक-भौं सिकुड़लकइ, लेकिन तुरतम्मे ओकर चेहरा पर मुसकान लौट अइलइ ।
"की अभी प्राप्त करे लगी चाहऽ हथिन ?" ऊ हेर्मान के पुछलकइ ।
"मेहरबानी करथिन ।"

चेकलिन्स्की जेभी से कुछ बैंकनोट निकसलकइ आउ तुरतम्मे हिसाब चुकता कर देलकइ । हेर्मान अपन पैसा लेलकइ आउ टेबुल भिर से चल गेलइ । नारूमोव तो अपन होश भी सम्हार नयँ पइलकइ । हेर्मान एक गिलास लेमू-शरबत (lemonade) पिलकइ आउ घर रवाना हो गेलइ ।
दोसरा दिन शाम के ऊ फेर से चेकलिन्स्की के हियाँ प्रकट होलइ । गृह-स्वामी पत्ता बाँट रहले हल । हेर्मान टेबुल भिर अइलइ; पुंटर लोग (punters) ओकरा तुरतम्मे जगह दे देते गेलइ । चेकलिन्स्की स्नेहपूर्वक ओकरा सामने सिर झुकइलकइ ।
हेर्मान नयका पारी के इंतजार कइलकइ, पत्ता दाँव पर रखलकइ, जेकरा पर अपन सनतालीस हजार आउ कल्हे वला अपन जित्तल रकम लगइलकइ ।
चेकलिन्स्की पत्ता बाँटे लगलइ । गुलाम के पत्ता दहिना दने गिरलइ, आउ सत्ता बामा दने ।
हेर्मान सत्ता खोलके देखइलकइ ।
सब कोय आह भरलकइ । चेकलिन्स्की स्पष्टतः परेशान हो उठलइ । ऊ चौरानबे हजार गिनके हेर्मान के सौंप देलकइ । हेर्मान भावशून्यता के साथ ई लेलकइ आउ तखनिएँ चल गेलइ ।
अगले शाम हेर्मान फेर टेबुल भिर प्रकट होलइ । सब कोय ओकर प्रतीक्षा कर रहले हल । जेनरल आउ प्रिवी काउंसिलर लोग अपन ताश के ह्विस्ट खेल बीच में छोड़ देते गेलइ ताकि एतना असाधारण खेल के देख सकइ। नवयुवक अफसर सब सोफा पर से उछलके आ गेते गेलइ; सब बैरा अतिथि-कक्ष में जामा हो गेते गेलइ । सब लोग हेर्मान के घेर लेते गेलइ । दोसर खेलाड़ी लोग अपन दाँव नयँ लगइते गेलइ, अधीरतापूर्वक इंतजार करते गेलइ कि एकर नतीजा की निकसऽ हइ । हेर्मान टेबुल भिर खड़ी हलइ, आउ पीयर पड़ल, लेकिन हमेशे मुसकइते चेकलिन्स्की के विरुद्ध अकेल्ले दाँव लगावे लगी तैयारी कर रहले हल । हरेक अपन-अपन ताश के गड्डी खोललकइ । चेकलिन्स्की पत्ता फेंटलकइ । हेर्मान अपन पत्ता निकसलकइ आउ ओकरा बैंकनोट के गड्डी से झाँकके दाँव लगइलकइ । ई एगो द्वन्द्वयुद्ध नियन हलइ । सगरो गहरा सन्नाटा छाल हलइ ।
चेकलिन्स्की पत्ता बाँटे लगलइ, ओकर हाथ काँप रहले हल । दहिना दने बेगम पड़लइ, बामा दने एक्का ।
"एक्का जीत गेलइ !" हेर्मान बोल उठलइ आउ अपन पत्ता खोलके देखइलकइ ।
"अपने के बेगम हार गेलइ", चेकलिन्स्की स्नेहपूर्वक कहलकइ ।
हेर्मान चौंक गेलइ - वास्तव में एक्का के बजाय सामने काला के बीवी पड़ल हलइ । ओकरा अपन आँख पर विश्वास नयँ हो रहले हल, समझ में नयँ आ रहले हल कि कइसे ओकरा से गलत पत्ता निकस गेलइ ।
तखनिएँ ओकरा लगलइ कि काला के बीवी अपन आँख सिकुड़इलकइ आउ व्यंग्यपूर्वक मुसकइलइ । असाधारण सादृश्य से ऊ दंग रह गेलइ ...
"बुढ़िया !" ऊ भय से काँप उठलइ ।
चेकलिन्स्की (हेर्मान द्वारा हारल) रकम के अपना भिर घींच लेलकइ । हेर्मान बुत बन्नल खड़ी रहलइ । जब ऊ टेबुल भिर से गेलइ, त शोर-शराबेदार बातचीत उठलइ । "शानदार दाँव लगइलकइ !" खेलाड़ी लोग बोललइ। चेकलिन्स्की फेर से पत्ता फेंटे लगलइ - खेल हमेशे नियन चलते रहलइ ।

उपसंहार
हेर्मान पागल हो गेलइ । ऊ ओबुख़ोव अस्पताल में कमरा नम्बर 17 में बैठल रहऽ हइ, कउनो प्रश्न के उत्तर नयँ दे हइ आउ असाधारण गति से बड़बड़ा हइ - "तिक्का, सत्ता, एक्का ! तिक्का, सत्ता, बीवी ! ..."
लिज़ावेता इवानोव्ना एगो बहुत सुशील नवयुवक से शादी कर लेलकइ; ऊ कहीं तो सरकारी सेवा में हइ आउ बड़ी धनवान हइ - ऊ बुढ़िया काउंटेस के भूतपूर्व बराहिल (steward) के बेटा हइ । लिज़ावेता इवानोव्ना के हियाँ एगो गरीब रिश्तेदार लड़की के पालन-पोषण हो रहले ह ।
तोम्स्की के कप्तान पद पर प्रोन्नति (promotion) मिल गेले ह आउ राजकुमारी पोलिना से शादी करे वला हइ।

टिप्पणी:
[1] "आतान्दे !" - पुश्किन मूल रूसी में फ्रेंच शब्द "Attendez!" (“ठहरथिन !”) के फ़ारो में प्रयुक्त रूसीकृत रूप "Атàнде!" के प्रयोग कइलथिन हँ, जेकर प्रयोग करके जुआड़ी लोग कोय दाँव पर खेल समाप्त होवे के पहिले लगावल दाँव में परिवर्तन करे लगी बैंकर के कहऽ हलइ । जब ई शब्द के प्रयोग उत्तेजित अवस्था में जोर देके कहल जा हलइ त ई एगो अशिष्ट आदेश नियन लग सकऽ हलइ, जे बैंकर लगी अपमानजनक हलइ, विशेष करके जब ऊ कोय अधेड़ उमर के आउ उँचगर पद पर होवऽ हलइ । प्योत्र व्याज़ेम्स्की (1792-1878) अपन "पुरनका नोटबुक" में रेकर्ड करऽ हथिन कि काउंट गुदोविच, जेकर प्रोन्नति कर्नल रैंक में हो गेले हल, अपन सहकर्मी लोग के साथ फ़ारो खेल में बैंकर के भूमिका अदा करे लगी बंद कर देलके हल, ई स्पष्टीकरण देते - "कोय बुजुर्ग के ई शोभा नयँ दे हइ कि ऊ खुद के कोय दुधपिलुआ वारंट अफसर के माँग के चक्कर में डालइ, जे अपने के विरुद्ध दाँव लगाके लगभग अशिष्ट ढंग से चिल्ला हइ - आतान्दे !" [दे॰ प्योत्र व्याज़ेम्स्की - "स्तारयऽ ज़पिस्नयऽ क्निझका" (पुरनका नोटबुक); संपादकः एल.या. लिन्ज़बुर्ग, प्रकाशकः इज़दातेल्स्त्वा पिसातेलेय, लेनिनग्राद, 1927, लेख सं॰124; "पोलनए सब्रानिए सचिनेनी क्न्याज़्या पे॰ आ॰ व्याज़ेम्स्कवऽ" (राजकुमार प्योत्र अन्द्रेयेविच व्याज़ेम्स्की के सम्पूर्ण रचनावली), 12 खंड में, खंड-8 (1883), पितिरबुर्ग, पृ॰189 (रूसी में)] शायद एहे उपाख्यान, जे पितिरबुर्ग में 1830 के दशक में प्रचलन में हलइ, पुश्किन के ई अध्याय में सूक्ति के रूप में प्रयोग करे लगी प्रेरित कइलकइ ।
[2]  आतान्दे-स् ( Атàнде-c! ) - कोय रूसी भाषा के आज्ञार्थक (imperative) क्रियारूप में "-स्" जोड़ देवे से उच्च दर्जा के सम्मान सूचित करऽ हइ । अतः फ्रेंच-रूसी मिश्रित ई शब्द के अर्थ हइ - "ठहरथिन जी", "ठहरथिन श्रीमान", आदि ।


Thursday, October 26, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-5

5
ई रात के हमर सपना में स्वर्गीया बैरोनेस फ़ॉन व*** (Baroness von V***)
प्रकट होलइ । ऊ बिलकुल उज्जर पोशाक में हलइ आउ हमरा कहलकइ –
 "निम्मन स्वास्थ्य के कामना, मिस्टर प्रिवी काउंसिलर!"
--- श्वेडेनबोर्ग [1]

ऊ निर्णायक रात के तीन दिन बाद सुबह के नो बजे हेर्मान *** मठ (Monastery) में गेलइ, जाहाँ परी मृत काउंटेस के आत्मा के शांति लगी प्रार्थना कइल जाय वला हलइ । ऊ पश्चात्ताप के कुच्छो अनुभव नयँ करऽ हलइ, लेकिन तइयो अंतःकरण के अवाज के बिलकुल शांत नयँ कर पइलकइ, जे ओकरा लगातार कह रहले हल - "तूँ बुढ़िया के हत्यारा हीं !" ओकरा में धार्मिक आस्था कम हलइ, लेकिन ऊ बहुत अंधविश्वासी हलइ । ओकरा विश्वास हलइ कि मृत काउंटेस ओकर जिनगी पर हानिकारक प्रभाव डाल सकऽ हलइ - आउ ओहे से ऊ ओकर अंत्येष्टि में जाय के निर्णय कइलकइ ताकि ओकरा से क्षमा माँग सकइ ।
गिरजाघर भरल हलइ । हेर्मान लोग के भीड़ के चीरके अपन रस्ता बनइते आगू बढ़लइ । ताबूत (coffin) एगो शानदार शवयान में रक्खल हलइ जेकरा पर मखमली छत्र (canopy) हलइ । ओकरा में दिवंगता फीतादार टोपी आउ सैटिन (satin) उज्जर पोशाक में छाती पर हाथ आड़े-तिरछे करके पड़ल हलइ । चारो तरफ घेरले ओकर घर के लोग खड़ी हलइ - कार कफ्तान में, कन्हा पर पारिवारिक कुलचिह्न सहित रिबन लगइले आउ हाथ में मोमबत्ती लेले नौकर-चाकर; रिश्तेदार - बेटवन-बेटिअन, पोतवन-पोतिअन आउ परपोतवन-परपोतिअन - गहरा शोक में डुब्बल । कोय नयँ कन रहले हल; आँसू une affectation [(फ्रेंच) एगो देखावा] होते हल । काउंटेस एतना बूढ़ी हलइ कि ओकर मौत से केकरो अचरज नयँ होते हल  आउ ओकर रिश्तेदार कब के ओकरा अपन जिनगी जी चुकल मान चुकले हल । एगो जवान बिशप (bishop) अंत्येष्टि भाषण देब करऽ हलइ । सरल आउ मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति में ऊ पवित्र महिला के शांतिपूर्ण मौत के वर्णन कइलकइ, जेकरा लगी लमगर वर्ष (long years) ईसाई के अनुरूप शांत, मर्मस्पर्शी अंत के तैयारी रहले हल । "मौत के देवदूत ओकरा", वक्ता कहलकइ, "पावन विचार में जगरना करते आउ अधरतिया दुलहा के प्रत्याशा में पइलकइ ।" [2] धार्मिक सेवा शोकपूर्ण शिष्टता के साथ संपन्न होलइ । रिश्तेदार सब सबसे पहिले मृत काउंटेस से विदा लेवे लगी आगू बढ़लइ । बाद में कइएक अतिथि ओकरा झुकके अभिवादन करे लगी अग्रसर होते गेलइ, जे एतना लमगर अवधि से ओकन्हीं के तुच्छ मनोरंजन में भाग लेलके हल । फेर ओकन्हीं के बाद घर के सब लोग। आखिरकार नगीच अइलइ एगो बूढ़ी नौकरानी, जे दिवंगता के हमउम्र हलइ । दू गो जवान लड़की हाथ के सहारा देके ओकरा लइलकइ । ओकरा जमीन तक झुकके अभिवादन करे के हूब नयँ हलइ - आउ ऊ अकेल्ले हलइ जे अपन मालकिन के ठंढगर हाथ के चूमके कुछ अश्रु बहइलकइ । ओकरा बाद हेर्मान ताबूत भिर जाय के निर्णय कइलकइ । ऊ जमीन तक झुकलइ आउ कुछ मिनट तक ठंढका फर्श पर पड़ल रहलइ, जेकरा पर देवदारु (fir) के टहनी बिखरल हलइ । आखिरकार ऊ ठीक दिवंगता नियन पीयर चेहरा के साथ उठलइ, शवयान के सोपान चढ़के उपरे गेलइ आउ (लाश तरफ) झुक गेलइ ... ओहे क्षण ओकरा लगलइ कि मृतका एक आँख मटकइते ओकरा तरफ उपहास मुद्रा में देखलकइ । हेर्मान शीघ्रतापूर्वक पीछू हटलइ, लड़खड़ा गेलइ आउ लोघड़ाल जमीन पर चित पड़ गेलइ । ओकरा उठावल गेलइ । ठीक ओहे समय लिज़ावेता इवानोव्ना के मूर्छित अवस्था में बहरसी गिरजाघर के ड्योढ़ी पर लावल गेलइ । ई घटना कुछ मिनट लगी शोकपूर्ण संस्कार के गंभीरता के अस्तव्यस्त कर देलकइ । उपस्थित लोग के बीच धीमा खुसुर-फुसुर शुरू होलइ, आउ एगो दुब्बर-पातर कामेरहेर [Kammerherr - (जर्मन) प्रबंधक], जे दिवंगता के नगीची रिश्तेदार हलइ, बगल में खड़ी एगो अंग्रेज से कान में फुसफुसइलइ कि नवयुवक अफसर ओकर जारज (अवैध) बेटा हइ, जेकरा पर अंग्रेज रुखाई से उत्तर में बोललइ - "ओह ?"          
दिन भर हेर्मान अत्यंत व्याकुल रहलइ । एगो एकांत शराबखाना में भोजन करते बखत ऊ अपन आंतरिक व्याकुलता के शांत करे खातिर सामान्य आदत के अपेक्षा बहुत जादहीं पी लेलकइ । लेकिन शराब ओकर कल्पना के आउ अधिक उभाड़ देलकइ । घर वापिस अइला पर ऊ बिन कपड़ा बदललहीं पलंग पर धम से पड़ गेलइ आउ गहरा नीन में सुत गेलइ ।
ऊ जब जगलइ त रात हो चुकले हल - चान ओकर कमरा के प्रकाशित कर रहले हल । ऊ घड़ी पर नजर डललकइ - पौने तीन बजले हल । ओकर नीन उड़ गेले हल; ऊ पलंग पर बैठ गेलइ आउ बुढ़िया काउंटेस के अंत्येष्टि के बारे सोचे लगलइ ।
तखनिएँ कोय तो रोड तरफ से खिड़की में से होके ओकरा दने हुलकलइ - आउ तुरतम्मे हट गेलइ । हेर्मान एकरा पर कोय ध्यान नयँ देलकइ । एक मिनट बाद ओकरा सुनाय पड़लइ कि प्रवेश-कक्ष के दरवाजा खुललइ। हेर्मान सोचलकइ कि ओकर अर्दली हमेशे के तरह पीके धुत्त होल रात में गुलछर्रा उड़ाके वापिस अइलइ । लेकिन ऊ अपरिचित कदम के आहट सुनलकइ - कोय तो धीमे चप्पल घसीटते आब करऽ हइ । दरवाजा खुललइ, एगो औरत उज्जर पोशाक में अंदर अइलइ । हेर्मान ओकर अपन बूढ़ी धाय समझलकइ आउ ओकरा अचरज होलइ कि ओकरा कउची अइसन बखत में हियाँ लइलके होत । लेकिन उज्जर पोशाक पेन्हल औरत सरकके अचानक ओकर सामने प्रकट हो गेलइ - आउ हेर्मान काउंटेस के पछान लेलकइ !
"हम अपन इच्छा के विरुद्ध तोरा भिर अइलियो ह", ऊ दृढ़ स्वर में कहलकइ, "लेकिन हमरा तोर अनुरोध के पूरा करे के औडर मिललो ह । तिक्का, सत्ता आउ एक्का तोरा लगातार जितावे वला पत्ता हउ - लेकिन ई शर्त के साथ कि तूँ एक दिन में एक पत्ता से जादे दाँव पर नयँ लगइम्हीं आउ बाद में सारी जिनगी फेर नयँ खेलम्हीं। तोरा हम अपन मौत खातिर माफ कर दे हिअउ, ई शर्त पर कि तूँ हमर आश्रिता लिज़ावेता इवानोव्ना से शादी कर लेम्हीं ..."
एतना कहके ऊ शांतिपूर्वक मुड़लइ, दरवाजा दने गेलइ आउ चप्पल घसीटते अलोप हो गेलइ । हेर्मान के ड्योढ़ी पर के दरवाजा बंद होवे के अवाज सुनाय देलकइ आउ देखलकइ कि कोय तो फेर से खिड़की में से ओकरा दने हुलकलइ ।
हेर्मान देर तक अपन होश में नयँ आ पइलइ । ऊ दोसर कमरा में घुसलइ । ओकर अर्दली फर्श पर सुत्तल हलइ; हेर्मान ओकरा जबरदस्ती कइसूँ जगा पइलकइ । अर्दली हमेशे के तरह पीके धुत्त हलइ - ओकरा से कुच्छो पता लगाना संभव नयँ हलइ । ड्योढ़ी के दरवाजा में ताला लगल हलइ । हेर्मान अपन कमरा में वापिस आ गेलइ, मोमबत्ती जलइलकइ आउ जे कुछ देखलके हल ओकरा नोट कर लेलकइ ।

टिप्पणी:
[1] क्रिश्चियन धर्म के आदर्शवादी सुधारक हो गेलइ । ई सूक्ति (epigraph)श्वेडेनबोर्ग के कोय रचना में नयँ मिल्लऽ हइ आउ खुद पुश्किन के गढ़ल मानल जा हइ ।
[2] अधरतिया दुलहा - संदर्भ हइ बाइबिल के नवविधान (न्यू टेस्टामेंट) में मैथ्यू 25:1-13 के "दुलहा के प्रतीक्षा करते दस कन्या के दृष्टान्त" के । पुश्किन हियाँ परी दुलहा आउ हेर्मान के व्यंग्यात्मक तुलना प्रस्तुत कइलथिन हँ ।


Tuesday, October 24, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-4

4
7 मई 18**
Homme sans moeurs et sans religion !
[अनैतिक आउ धर्महीन व्यक्ति ! (फ्रेंच)]
                                                            --- पत्राचार
लिज़ावेता इवानोव्ना अपन कमरा में अभियो तक बॉल-नृत्य के पोशाक में गहन विचार में मग्न होल बैठल हलइ । घर आके झुक रहल नौकरानी के ऊ जल्दी से मुक्त कर देलकइ, जे ओकरा अनिच्छा से अपन सेवा देवे लगी आगू अइले हल - कहलकइ कि खुद्दे अपन कपड़ा बदल लेतइ, आउ ई आशा करते धड़कते दिल के साथ अपन कमरा में अइलइ कि हुआँ हेर्मान मिलतइ लेकिन ओकर इच्छा हलइ कि ऊ हुआँ नयँ मिल्ले । पहिला नजर में हीं ओकर अनुपस्थिति के ओकरा विश्वास हो गेलइ आउ हेर्मान के साथ मिलन में बाधा देवे खातिर अपन भाग्य के धन्यवाद देलकइ । ऊ बिन कपड़ा उतारलहीं बैठ गेलइ आउ ऊ सब परिस्थिति के आद करे लगलइ, जे एतना कम समय में ओकरा एतना दूर तक घींचके ले अइले हल । ऊ पल से तीनो सप्ताह नयँ गुजरले हल, जबकि ऊ पहिले तुरी खिड़की बिजुन ऊ नवयुवक के देखलके हल - आउ ऊ ओकरा साथ अब पत्राचार भी कर रहले हल - आउ ऊ (नवयुवक) ओकरा से रात्रि-मिलन के मांग करके प्राप्त करे में सफल भी हो गेले हल ! ऊ ओकर नाम खाली ई बात से जानऽ हलइ कि ओकर कुछ पत्र में निच्चे में ओकर दसखत हलइ; कभियो ओकरा साथ बात नयँ कइलके हल, ओकर अवाज नयँ सुनलके हल, कभियो ओकरा बारे नयँ सुनलके हल ... ठीक ई शाम के पहले तक । अजीब मामला हइ ! ठीक एहे शाम के बॉल-नृत्य में तोम्स्की, जवान राजकुमारी पोलिना *** से नराज होके, जे हमेशे नियन ओकरा साथ नयँ प्रेम-प्रदर्शन कर रहले हल, उदासीनता देखइते ओकरा से बदला लेवे लगी चाह रहले हल - ऊ लिज़ावेता इवानोव्ना के आमंत्रित कइलकइ आउ ओकरा साथ अंतहीन माज़ुर्का नृत्य करते रहलइ । पूरे समय तक ऊ ओकरा इंजीनियर अफसर लगी पक्षपात खातिर मजाक करते रहलइ, विश्वास देलइलकइ कि जेतना ओकरा कल्पना में आ सकऽ हलइ ओकरा से ऊ कहीं जादे अधिक जानऽ हइ, आउ ओकर कुछ मजाक एतना सफलतापूर्वक निशाना पर बैठलइ कि लिज़ावेता इवानोव्ना कइएक तुरी सोचलकइ कि ओकर राज तोम्स्की के मालुम हइ ।

"अपने के ई सब काहाँ से मालुम पड़लइ ?" ऊ हँसते पुछलकइ ।
"एगो मित्र से जे अपने के विशेष रूप से परिचित हइ", तोम्स्की उत्तर देलकइ, "बहुत लाजवाब अदमी हइ !"
"आउ केऽ हइ ई लाजवाब अदमी ?"
"ओकर नाम हइ हेर्मान ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना कुच्छो उत्तर नयँ देलकइ, लेकिन ओकर हाथ-गोड़ बरफ नियन ठंढा पड़ गेलइ ...

"ई हेर्मान", तोम्स्की बात जारी रखलकइ, "सचमुच रोमांटिक अदमी हइ - ओकर चेहरा-मोहरा नैपोलियन नियन हइ, आउ आत्मा मेफ़िस्तोफ़िलिस [जर्मन लोक-साहित्य में एगो राक्षस] के । हमरा लगऽ हइ कि ओकर अंतःकरण में कम से कम तीन अपराध हइ । अपने कइसन पीयर पड़ गेलथिन ! ..."
"हमर माथा पिरा रहल ह ... अपने के की कहलकइ ई हेर्मान - चाहे की नाम हइ ओकर ? ..."
"हेर्मान अपन मित्र से बहुत नराज हइ - ऊ बोलऽ हइ कि ओकर जगह पर ऊ बिलकुल दोसरे तरह से व्यवहार करते हल ... हमरो लगऽ हइ कि हेर्मान के भी अपने पर नजर हइ, कम से कम अपन मित्र के प्रेमोद्गार जब सुन्नऽ हइ त ऊ भावशून्य नयँ रहऽ हइ ।"
"लेकिन ऊ हमरा काहाँ देखलके ह ?"
"गिरजाघर में, हो सकऽ हइ - टहलते बखत ! ... ओकरा तो भगमाने जानऽ हइ ! हो सकऽ हइ, अपने के कमरा में, जब अपने सुत्तल होथिन - ओकरा से कइसनो बात के उमीद कइल जा सकऽ हइ ..."

ओकरा पास तीन महिला आके "oubli ou regret?" [विस्मृति या खेद ? (फ्रेंच)] [1] प्रश्न करके ई बातचीत में बाधा डाल देलकइ, जे लिज़ावेता इवानोव्ना लगी यातनापूर्वक रोचक हो गेले हल । ऊ महिला, जेकरा तोम्स्की चुनलकइ, खुद राजकुमारी *** हलइ । हॉल के एगो अतिरिक्त चक्कर लगावे आउ अपन कुरसी के सामने एक तुरी आउ नृत्य-चक्र पूरा करे के दौरान ओकन्हीं दुन्नु में सुलह हो गेलइ । तोम्स्की अपन जगह भिर जब वापिस अइलइ, तब तक ऊ न तो हेर्मान के बारे सोचब करऽ हलइ आउ न लिज़ावेता इवानोव्ना के बारे ।

ओकरा बाधित बातचीत के फेर से चालू करे के दृढ़ इच्छा हलइ; लेकिन माज़ुर्का नृत्य समाप्त हो गेलइ, आउ ओकर बाद जल्दीए बूढ़ी काउंटेस चल गेलइ । तोम्स्की के शब्द आउ कुछ नयँ हलइ, सिवाय माज़ुर्का नृत्य के बखत के गपशप, लेकिन ई (गपशप के शब्द) गहराई से नवयुवती स्वप्नद्रष्टा के आत्मा में उतर गेलइ । तोम्स्की द्वारा बनावल रेखाचित्र ओकर खुद के बनावल चित्र से मेल खा हलइ, आउ नवीनतम उपन्यास के कारण ई ओछा चेहरा ओकर कल्पना के भयभीत भी करऽ हलइ आउ मोहित भी । ऊ बैठल हलइ - अपन नंगा दुन्नु हाथ के आपस में आड़े-तिरछे रखले, अपन उघार छाती पर अपन सिर झुकइले, जे अभी तक फूल से सज्जल हलइ ... अचानक दरवाजा खुललइ, आउ हेर्मान अंदर प्रवेश कइलकइ । ऊ सिहर उठलइ ...

"अपने काहाँ हलथिन ?" ऊ भयभीत फुसफुसाहट में पुछलकइ ।
"बूढ़ी काउंटेस के शयन-कक्ष में", हेर्मान उत्तर देलकइ, "हम अभी ओकरे हीं से आ रहलिए ह । काउंटेस मर गेलइ ।"
"हे भगमान ! ... ई अपने की कह रहलथिन हँ ?"
"आउ लगऽ हइ", हेर्मान बात जारी रखलकइ, "हम ओकर मौत के कारण हिअइ ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना ओकरा दने तक्के लगलइ, आउ तोम्स्की के शब्द ओकर आत्मा में गूँज गेलइ - ई अदमी के अंतःकरण में कम से कम तीन अपराध हइ !  हेर्मान खिड़की पर ओकर बगल में बैठल हलइ आउ सब कुछ बता देलकइ ।
लिज़ावेता इवानोव्ना आतंकित होल ओकर बात पूरा-पूरा सुनलकइ । मतलब, ई सब भावपूर्ण पत्र, ई सब उत्साही माँग, ई दृढ़ आउ साहसपूर्ण पीछा - ई सब प्यार नयँ हलइ ! पैसा - ई हलइ जे ओकर आत्मा के लालायित कर रहले हल ! ई ऊ नयँ हलइ जे ओकर इच्छा के पूरा कर सकऽ हलइ आउ ओकरा सुखी बना सकऽ हलइ ! बेचारी संरक्षिता आउ कुछ नयँ हलइ, बल्कि एगो डाकू, अपन बूढ़ी संरक्षिका के हत्यारा के अंधी सहायिका ! ... अपन विलंबित यातनापूर्ण पश्चात्ताप में ऊ फूट-फूटके कन्ने लगलइ । हेर्मान ओकरा दने चुपचाप तक रहले हल - ओकर दिल ओइसीं तड़प रहले हल, लेकिन न तो बेचारी लड़की के अश्रु, आउ न ओकर शोक के आश्चर्यजनक सौंदर्य हेर्मान के कठोर आत्मा के व्याकुल कर रहले हल । मरल बुढ़िया के बारे विचार से ओकरा अंतःकरण के पश्चात्ताप के अनुभव नयँ हो रहले हल । ओकरा खाली एक्के बात के दुख हलइ - जे राज से ऊ धनी बन्ने के आशा कर रहले हल ओकर अब कभी पता नयँ चलतइ
"अपने राक्षस हथिन !" आखिरकार लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ ।
"हम तो ओकर मौत नयँ चाहऽ हलिअइ", हेर्मान उत्तर देलकइ, "पिस्तौल में गोली बोजल नयँ हलइ ।"
ओकन्हीं चुप हो गेते गेलइ ।
सुबह होवे लगलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना जलके समाप्त हो रहल मोमबत्ती के बुता देलकइ; कमरा में हलका उजाला हो गेलइ । ऊ कन्ने के चलते लाल होल आँख के पोंछ लेलकइ आउ हेर्मान तरफ उपरे कइलकइ - ऊ दुन्नु बाँह आड़े-तिरछे रखले आउ भयंकर रूप से नाक-भौं सिकोड़ले खिड़की पर बैठल हलइ । ई मुद्रा में ऊ आश्चर्यजनक रूप से नैपोलियन के छविचित्र के आद देला रहले हल । ई सादृश्य लिज़ावेता इवानोव्ना के भी अचरज में डाल देलकइ ।
"अपने घर से बाहर कइसे होथिन ?" आखिरकार लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ । "हम अपने के गुप्त ज़ीना से ले जाय लगी सोचब करऽ हलिअइ, लेकिन एकरा लगी शयन-कक्ष से जाय पड़तइ, आउ (हुआँ जाय में) हमरा डर लगऽ हइ ।"
"हमरा खाली गुप्त ज़ीना कइसे खोजल जाय, ई बता देथिन; हम बहरसी निकस जइबइ ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना उठलइ, दराज वला अलमारी से चाभी निकसलकइ आउ हेर्मान के सौंप देलकइ आउ ओकरा विस्तार से समझा देलकइ । हेर्मान ओकर ठंढगर निर्जीव हाथ के दबइलकइ, ओकर झुक्कल सिर के चुमलकइ आउ बाहर निकस गेलइ ।
ऊ घुम-घुमौवा ज़ीना से निच्चे उतर गेलइ आउ फेर से काउंटेस के शयन-कक्ष में घुसलइ । मरल बुढ़िया बुत बन्नल बैठल हलइ; ओकर चेहरा एगो गहरा शांति के मुद्रा में हलइ । हेर्मान ओकरा सामने रुकलइ, देर तक ओकरा दने तकते रहलइ, मानूँ ई भयंकर सच्चाई के मामले में आश्वस्त होवे लगी चाह रहल होवे; आखिरकार अध्ययन-कक्ष में घुसलइ, देवाल के कागज के पीछू टटोलके दरवाजा खोजलकइ आउ विचित्र भावना से विह्वल होल, अन्हार ज़ीना पर से होके उतरे लगलइ । "ठीक एहे ज़ीना पर से होते", ऊ सोच रहले हल, "शायद, साठ साल पहिले, ठीक एहे शयन-कक्ष में, ठीक एहे समय, कशीदा काढ़ल कफ़्तान में, à l'oiseau royal  [(फ्रेंच) राजकीय पक्षी के फैशन में]  केश सँवारले, अपन तिकोना टोपी छाती से चिपकइले, एगो भाग्यशाली नवयुवक हियाँ चुपके चोरी अइले होत, जे कब के कब्र में दफन हो चुकले ह, जबकि ओकर बूढ़ी प्रेयसी के दिल के धड़कन आझ धड़कना बंद कइलकइ...।"
ज़ीना के निच्चे हेर्मान के एगो दरवाजा मिललइ, जेकरा ओहे चाभी से खोललकइ, आउ खुद के एगो गलियारा में पइलकइ, जे ओकरा सीधे सड़क पर ले गेलइ ।

टिप्पणी:
[1] "विस्मृति या खेद" - ई नृत्य खातिर निमंत्रण होवऽ हलइ । संबोधित व्यक्ति के ई दुन्नु शब्द में से एक शब्द चुन्ने पड़ऽ हलइ, बिन ई जानले कि कउन महिला से एकर संबंध हइ ।


Saturday, October 21, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-3

3
Vous m'écrivez, mon ange, des lettres de quatres pages
plus vite que je ne puis les lire.

[अपने, हमर देवदूत, हमरा चार पेज के पत्र लिक्खऽ हथिन,
 कहीं अधिक गति से जेतना से कि हम ओकरा पढ़ सकऽ हिअइ । (फ्रेंच)]
                                                 --- पत्राचार
अभी लिज़ावेता इवानोव्ना कपोत (capote) आउ टोपी निकासहीं पइलके हल कि काउंटेस ओकरा फेर से बोला भेजवइलकइ आउ फेर से करेता के तैयार करे लगी आदेश देलकइ । ओकन्हीं ओकरा में सवार होवे लगी रवाना होते गेलइ । ठीक ओहे पल, जब दूगो नौकर बुढ़िया के उठइलकइ आउ गाड़ी के दरवाजा से अंदर घुसइलकइ, कि लिज़ावेता इवानोव्ना ठीक गाड़ी के चक्का बिजुन अपन इंजीनियर के देखलकइ; ऊ (इंजीनियर) ओकर हाथ पकड़ लेलकइ; ऊ डर से अभी सँभलियो नयँ पइलके हल कि नवयुवक गायब हो गेलइ - पत्र ओकर हाथ में रह गेलइ । ऊ एकरा अपन दस्ताना में नुका लेलकइ आउ पूरे रस्ता न तो कुछ सुनलकइ आउ न देखलकइ । करेता में काउंटेस के मिनट-मिनट कुछ न कुछ पूछते रहे के आदत हलइ - केऽ ई हमन्हीं साथ मिललइ ? - ई पुल के की नाम हइ ? - हुआँ परी साइनबोर्ड पर की लिक्खल हइ ? लिज़ावेता इवानोव्ना अबरी यदृच्छया (at random) आउ ऊटपटांग उत्तर देलकइ, जेकरा से काउंटेस के गोस्सा बर गेलइ ।
"तोरा की हो गेलो ह, मइया हमर ! तूँ जड़ हो गेलहीं हँ की ? तोरा हमर बात सुनाय नयँ दे हउ कि समझ में नयँ आवऽ हउ ? ... भगमान के किरपा से, हम न तो तोतरा हिअइ, आउ न तो हमर बुद्धि जवाब देलके ह !"
लिज़ावेता इवानोव्ना ओकर बात नयँ सुन रहले हल । घर अइला पर ऊ दौड़ल अपन कमरा में गेलइ, दस्ताना से पत्र निकसलकइ - ई सील कइल नयँ हलइ ।
लिज़ावेता इवानोव्ना एकरा पढ़लकइ । पत्र में प्यार के स्वीकारोक्ति हलइ - ई कोमल आउ आदरपूर्ण हलइ आउ एक-एक शब्द एगो जर्मन उपन्यास से नकल कइल हलइ । लेकिन लिज़ावेता इवानोव्ना के जर्मन नयँ आवऽ हलइ आउ एकरा से ऊ बहुत खुश होलइ ।
लेकिन ई प्राप्त कइल पत्र ओकरा अत्यंत बेचैन कर देलकइ । पहिले तुरी नवयुवक के साथ ऊ गुप्त आउ घनिष्ठ संबंध में प्रवेश कर रहले हल । ओकर (नवयुवक के) साहस से ऊ आतंकित हो उठलइ । ऊ अपन व्यवहार में लापरवाही खातिर खुद के भर्त्सना कइलकइ, आउ ओकरा समझ में नयँ अइलइ कि की करूँ - की खिड़की बिजुन बैठे लगी छोड़ दूँ आउ लापरवाही से नवयुवक अफसर के आगू के कदम बढ़ावे के इच्छा पर पानी डाल दूँ ? - की ओकरा ई पत्र वापिस कर दूँ ? - की भावशून्यता के साथ आउ दृढ़तापूर्वक ओकरा जवाब दूँ ? ओकरा परामर्श देवे वला कोय नयँ हलइ, ओकरा न तो कोय सहेली हलइ, आउ न कोय प्रशिक्षिका । लिज़ावेता इवानोव्ना उत्तर देवे के निर्णय कइलकइ ।
ऊ लिक्खे के छोटका टेबुल भिर बैठ गेलइ, कलम-कागज लेलकइ - आउ सोचे लगलइ । कइएक तुरी ऊ पत्र लिक्खे लगी शुरू कइलकइ - आउ ओकरा फाड़ देलकइ; कभी अभिव्यक्ति ओकरा बहुत कोमल लगलइ, त कभी बहुत कठोर । आखिरकार ओकरा कुछ पंक्ति लिक्खे में सफलता मिल गेलइ, जे ओकरा संतोषजनक लगलइ । "हमरा पक्का विश्वास हइ", ऊ लिखलकइ, "कि अपने के इरादा नेक हइ, कि अपने हमरा कोय सोचल-समझल व्यवहार से अपमानित करे लगी नयँ चाहऽ हलथिन; लेकिन अपने के परिचय के शुरुआत अइसे नयँ होवे के चाही हल । अपने के पत्र हम लौटा रहलिए ह आउ आशा करऽ हिअइ कि भविष्य में अपने हमरा  अकारण अनादर के शिकायत करे के मौका नयँ देथिन ।"
दोसरा दिन हेर्मान के अइते देखके लिज़ावेता इवानोव्ना किरमिच के पीछू से उठलइ, बाहर अतिथि-कक्ष में अइलइ, फ़ोर्तोच्का खोललकइ आउ नवयुवक अफसर के फुरतीलापन पर भरोसा करके, पत्र के सड़क पर फेंक देलकइ । हेर्मान दौड़के पास अइलइ, ओकरा उठा लेलकइ आउ हलुआय के दोकान में घुस गेलइ । सील तोड़के ऊ अपन पत्र आउ लिज़ावेता इवानोव्ना के उत्तर पइलकइ । ऊ एहे आशा कर रहले हल आउ अपन चालबाजी पर बहुत विचारमग्न होल घर वापिस अइलइ ।
ओकर तीन दिन बाद फैशन के दोकान से एगो चंचल आँख वली मामज़ेल (मद्म्वाज़ेल) नवयुवती लिज़ावेता इवानोव्ना खातिर एगो चिट लेके अइलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना ई आशंका से, कि पैसा चुकावे के माँग कइल गेले होत, ओकरा बेचैनी के साथ खोललकइ, आउ अचानक हेर्मान के हाथ के लिखावट पछान लेलकइ ।
"प्यारी, अपने से भूल हो गेले ह", ऊ कहलकइ, "ई चिट हमरा लगी नयँ हइ ।"
"नयँ, बिलकुल अपने लगी हइ !" साहसी लड़की अपन शरारत भरल मुसकान के बिन छिपइले उत्तर देलकइ। "पढ़े के किरपा करथिन !"
लिज़ावेता इवानोव्ना चिट पर तेजी से एक नजर डललकइ । हेर्मान मिलन (rendezvous) के माँग कइलके हल ।
"नयँ हो सकऽ हइ !" मिलन के माँग के उतावलापन आउ हेर्मान द्वारा प्रयोग कइल तरीका से भयभीत होके लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ । "ई पक्का हमरा खातिर नयँ लिक्खल हइ !" आउ पत्र के फाड़के रुगदी-रुगदी कर देलकइ ।
"अगर पत्र अपने खातिर नयँ हलइ, त अपने एकरा फाड़ काहे लगी देलथिन ?" मामज़ेल कहलकइ, "हम ओकरा वापिस कर देतिए हल, जे एकरा भेजलके हल ।"
"किरपा करके, प्यारी !" ओकर टिप्पणी से भड़कके लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ, "इंदे (आइंदा) हमरा हीं कोय चिट नयँ लाथिन । आउ जे अपने के भेजलके ह, ओकरा कह देथिन कि ओकरा शरम आवे के चाही ..."
लेकिन हेर्मान शांत नयँ बैठलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना रोज दिन ओकरा हीं से पत्र प्राप्त करऽ हलइ, कभी ई ढंग से, त कभी ऊ ढंग से । अब ऊ सब जर्मन से अनूदित नयँ होवऽ हलइ । हेर्मान भावना से प्रेरित होके ऊ सब पत्र लिक्खऽ हलइ, आउ अपन खुद के भाषा बोलऽ हलइ - ओकरा में ओकर इच्छा के दृढ़ता आउ अनियंत्रित कल्पना के अव्यवस्था (disorder) अभिव्यक्त होवऽ हलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना अब ओकरा वापिस भेजे लगी नयँ सोचऽ हलइ - ऊ सब से ओकरा आनंद मिल्लऽ हलइ; ऊ सब पत्र के जवाब देवे लगलइ - आउ ओकर नोट समय के साथ अधिकाधिक लमगर होल जा रहले हल । आखिरकार ऊ ओकरा लगी निम्नलिखित पत्र फेंकलकइ-
"आझ उपराजदूत *** के हियाँ बॉल नृत्य हइ । काउंटेस हुआँ रहथिन । हमन्हीं (सुबह के) दू बजे तक ठहरते जइबइ । अपने लगी हमरा से एकांत में मिल्ले के एहे मोक्का हइ । जइसीं काउंटेस चल जइथिन, उनकर नौकर लोग शायद तितर-बितर हो जइते जइतइ, प्रवेशद्वार पर दरबान रहतइ, लेकिन ओहो साधारणतः अपन छोटकुन्ना कोठरी में (सुत्ते लगी) चल जा हइ । साढ़े एगारह बजे आ जाथिन । सीधे जीना पर आ जाथिन । अगर कोय प्रवेश-कक्ष में मिल्लइ, त अपने पूछ लेथिन कि काउंटेस घरे हथिन कि नयँ । अपने के बतावल जइतइ "नयँ" - फेर कुछ करे के जरूरत नयँ । अपने के वापिस लौटे पड़तइ । लेकिन, शायद, अपने के केकरो से भेंट नयँ होतइ । लड़कियन सब अपन कमरा में रहऽ हइ, सब कोय एक्के गो में । प्रवेश कक्ष से बामे मुड़ जाथिन, लगातार सीधे काउंटेस के शयन-कक्ष तक चल जाथिन । शयन-कक्ष में परदा के पीछू दू गो छोटगर-छोटगर दरवाजा देखथिन - दहिना दने वला अध्ययन-कक्ष तरफ खुल्लऽ हइ, जेकरा में काउंटेस कभी नयँ जा हथिन; बामा दने वला एगो गलियारा (corridor) में खुल्लऽ हइ, आउ हिएँ परी एगो घुम-घुमौवा सकेत जीना हइ - ई हमर कमरा तक जा हइ ।"
हेर्मान, धावा करे खातिर बाघ नियन तैयार, नियत समय के प्रतीक्षा कर रहले हल । शाम के नो बजे ऊ काउंटेस के घर के सामने आके खड़ी हो चुकले हल । मौसम भयानक हलइ - हावा सायँ-सायँ कर रहले हल, गिलगर (गीला) बरफ गोला (large flakes) के रूप में गिर रहले हल; (सड़क के किनारे के) बत्ती सब मद्धिम रोशनी में जल रहले हल; गलियन सब सूनसान हलइ । कभी-कभार कोचवान अपन मरियल घोड़ी जोतल बग्घी हाँकते गुजर जा हलइ, ई देखते कि शायद देर से घर लौटे वला कोय सवारी मिल जाय । हेर्मान खाली एगो जैकेट में खड़ी हलइ, जेकरा न तो हावा के अनुभव हो रहले हल, न बरफ के । आखिरकार काउंटेस के गाड़ी दरवाजा भिर लावल गेलइ । हेर्मान देखलकइ कि नौकरवन हाथ के सहारा देके सेबल (sable) के फ़रकोट पेन्हले कुब्बड़ बुढ़िया के गाड़ी से बाहर निकासते गेलइ, आउ ओकर पीछू हलका ओवरकोट में, सिर ताजा फूल से सजइले, ओकर संरक्षिता बाहर अइलइ । गाड़ी के दरवाजा फटाक से बंद कर देल गेलइ । नरम बरफ पर से होके गाड़ी मोसकिल से आगू लुढ़के लगलइ । दरबान दरवाजा में ताला लगा देलकइ । खिड़कियन में अन्हेरा छा गेलइ ।
हेर्मान सूनसान होल घर के इर्द-गिर्द चहलकदमी करे लगलइ - ऊ लैंप बिजुन अइलइ, घड़ी दने देखलकइ - एगारह बजके बीस मिनट होले हल । घड़ी के सूई तरफ नजर टिकइले ऊ लैंप के निच्चे खड़ी रहलइ, आउ बाकी मिनट के गुजरे के इंतजार करे लगलइ । ठीक साढ़े एगारह बजे हेर्मान काउंटेस के ड्योढ़ी दने बढ़लइ आउ उपरे चढ़के रोशनी से जगमगइते प्रवेश-कक्ष में अइलइ । दरबान नयँ हलइ । हेर्मान जीना पर से होके दौड़ल उपरे गेलइ, प्रवेश-कक्ष के दरवाजा खोललकइ आउ एगो गंदा-संदा पुरनका अरामकुरसी पर लैंप के निच्चे सुत्तल एगो नौकर के देखलकइ । हलका आउ दृढ़ कदम रखते ऊ ओकरा भिर से होते गुजर गेलइ । स्वागत-कक्ष आउ बैठका (reception hall and drawing room) में अन्हेरा हलइ । प्रवेश-कक्ष से लैंप के मद्धिम रोशनी एकरा में आ रहले हल । हेर्मान शयन-कक्ष में प्रवेश कइलकइ । प्राचीन प्रतिमा सब से भरल प्रतिमादानी (icon-case) के सामने एगो सोना के दीप जल रहले हल । बदरंग बेल-बूटेदार कपड़ा से मढ़ल अरामकुरसी आउ पंख भरल तकिया के साथ सोफा, जेकरा पर से सुनहरा रंग उतर चुकले हल, चीनी देवाली कागज (wallpaper) से सजावल देवाल से लगके शोचनीय सममिति (melancholy symmetry) में रक्खल हलइ। देवाल पर पेरिस में मादाम लेब्रँऽ (m-me Lebrun) [1]  द्वारा पेंटिंग कइल दू गो छविचित्र (portraits) टँग्गल हलइ । ओकरा में से एक लगभग चालीस साल के एगो मर्द चित्रित हलइ, लाल-लाल गाल वला आउ तगड़ा, सितारा के साथ हलका हरियर रंग के वर्दी में; दोसरा - शुक नासिका (aquiline nose) वली एगो जवान सुंदरी, जेकर बाल कंघी करके कनपट्टी तक लावल हलइ आउ पावडर कइल बाल में गुलाब के फूल हलइ । सब्भे कोना में चीनी मिट्टी के गरेड़िन, प्रसिद्ध लेरोय [2] द्वारा बनावल टेबुल घड़ी, डिबिया, खेले के चक्का, पंखा, आउ महिला लगी मनबहलाव के विभिन्न प्रकार के खिलौना, जेकर गत शताब्दी के अंत में मौँगोलफ़िए के गुब्बारा [3] आउ मेस्मेर के चुंबकत्व [4] सहित आविष्कार कइल गेले हल । हेर्मान परदा के पीछू गेलइ । ओकर पीछू लोहा के एगो पलंग हलइ; दहिना करगी दरवाजा हलइ, जे अध्ययन-कक्ष तरफ खुल्लऽ हलइ; बामा करगी दोसरा - जे गलियारा तरफ खुल्लऽ हलइ । हेर्मान ओकरा खोललकइ, एगो सकेत घुम-घमौवा जीना देखलकइ, जेकरा से होके बेचारी संरक्षिता के कमरा तक जाल जा सकऽ हलइ ... लेकिन ऊ वापिस अइलइ आउ अन्हार अध्ययन-कक्ष में घुसलइ ।
समय धीरे-धीरे गुजर रहले हल । सब कुछ शांत हलइ । अतिथि-कक्ष में घड़ी बारह बजइलकइ; एक के बाद दोसरा सब्भे कमरा में घड़ी बारह बजइलकइ - आउ फेर से सब कुछ शांत हो गेलइ । हेर्मान ठंढा पड़ल अंगीठी (stove) के सहारा लेके खड़ी हलइ । ऊ शांत हलइ; ओकर दिल समरूप गति से धड़क रहले हल, ठीक ऊ व्यक्ति के दिल नियन, जे कुछ तो खतरनाक लेकिन आवश्यक काम करे लगी निश्चय कर लेलके ह । घड़ी सुबह के एक आउ फेर दू बजइलकइ - आउ ऊ दूर से आ रहल करेता (घोड़ागाड़ी) के खड़खड़ाहट सुनलकइ । एगो अनचाहल उत्तेजना ओकरा पर हावी हो गेलइ । करेता नगीच अइलइ आउ रुक गेलइ । ओकरा गाड़ी के पायदान से उतरे के अवाज सुनाय देलकइ । घर में हलचल मच गेलइ । लोग दौड़-धूप करे लगलइ, कइएक अवाज सुनाय देवे लगलइ, आउ घर प्रकाशित हो उठलइ । शयनकक्ष में तीन पुरनकन दासी दौड़के अइलइ, आउ काउंटेस, थकके चकनाचूर होल, अंदर अइलइ आउ वोल्तेर अरामकुरसी (Voltairean armchair)[5] पर धम से बैठ गेलइ । हेर्मान एगो छेद से देख रहले हल - लिज़ावेता इवानोव्ना ओकरा भिर से होके गुजर गेलइ । हेर्मान ओकरा अपन जीना के सोपान (steps) पर से अइते ओकर त्वरित कदम के आहट सुनलकइ । ओकर हृदय में कुछ तो पश्चात्ताप नियन बुझइलइ, लेकिन तुरते शांत हो गेलइ । ऊ कठोरहृदय हो गेलइ ।
काउंटेस दर्पण के सामने कपड़ा उतारे लगलइ । नौकरानी सब, गुलाब से सज्जल ओकर टोपी से पिन निकसलकइ; ओकर पक्कल आउ काटके बिलकुल छोटगर-छोटगर कइल केश वला सिर से पावडर लगल नकली केश (wig) उतरलकइ । पिन बारिश नियन ओकर आसपास गिर रहले हल । चानी से कशीदाकारी कइल पीयर पोशाक ओकर सुज्जल गोड़ पर गिर गेलइ । हेर्मान ओकर शृंगार के घृणित रहस्य के साक्षी हलइ; आखिरकार, काउंटेस सुत्ते के गाउन आउ रात्रि-टोपी में रह गेलइ - ई परिधान में, जे ओकर बुढ़ापा के अधिक अनुरूप हलइ, ऊ कम भयंकर आउ कम भद्दा लगऽ हलइ ।
साधारणतः सब बुढ़वन नियन, काउंटेस अनिद्रा रोग से पीड़ित हलइ । कपड़ा उतारला के बाद खिड़की बिजुन वोल्तेर अरामकुरसी पर बैठ गेलइ आउ अपन नौकरानी सब के जाय के आदेश दे देलकइ । मोमबत्ती बाहर कर देल गेलइ, कमरा में अब फेर से (प्रतिमा के सामने जल रहल) एक्के दीप के प्रकाश रह गेलइ । पूरा पीयर पड़ल काउंटेस बैठल हलइ आउ दहिने-बामे डोलते अपन शिथिल होंठ से बुदबुदाब करऽ हलइ । ओकर धुँधला आँख बिलकुल भावहीन हलइ; ओकरा तरफ देखके सोचल जा सकऽ हलइ कि ई भयंकर बुढ़िया के हिलना-डुलना ओकर इच्छा से नयँ होब करऽ हलइ, बल्कि कोय गुप्त प्रेरक प्रक्रिया (galvanic mechanism) के प्रभाव के कारण । अचानक ई मृतप्राय चेहरा में अनिर्वचनीय परिवर्तन अइलइ । होंठ बुदबुदाना बंद कर देलकइ, आँख सजीव हो उठलइ - काउंटेस के सामने एगो अपरिचित पुरुष खड़ी हलइ ।
"भयभीत नयँ होथिन, भगमान खातिर, भयभीत नयँ होथिन !" ऊ स्पष्ट आउ धीमे स्वर में कहलकइ । "हमरा अपने के कोय हानि पहुँचावे के इरादा नयँ हइ; हम हियाँ अपने से एक अनुग्रह करे के अनुरोध करे लगी अइलिए ह ।"
बुढ़िया चुपचाप ओकरा दने तक रहले हल, आउ अइसन लगऽ हलइ कि ओकर बात नयँ सुन रहले हल । हेर्मान कल्पना कइलकइ कि ऊ बहिर हइ आउ ठीक ओकर कान तक झुकके ओकरा ओहे बात दोहरइलकइ । बुढ़िया पहिलहीं नियन चुप रहलइ ।
"अपने हमर जिनगी के सुखी कर सकऽ हथिन", हेर्मान बात जारी रखलकइ, "आउ एकरा लगी अपने के कोय पैसा नयँ चुकावे पड़तइ - हम जानऽ हिअइ कि अपने ऊ लगातार तीन जित्ते वला पत्ता के नाम बता सकऽ हथिन ..."
हेर्मान रुक गेलइ । काउंटेस, लगलइ, समझ गेले हल कि ओकरा से कउची के अपेक्षा कइल जा रहले ह; लगलइ, मानूँ ऊ अपन उत्तर लगी शब्द ढूँढ़ रहले ह ।
"ई मजाक हलइ", आखिरकार ऊ कहलकइ, "अपने सामने कसम खा हिअइ ! ई मजाक हलइ !"
"एकरा में मजाक के कोय बात नयँ हइ", गोसाल हेर्मान एतराज कइलकइ । "चापलित्स्की के आद करथिन, जेकरा अपने हारल रकम वापिस जीत लेवे में मदत कइलथिन हल ।"
काउंटेस स्पष्टतः संकोच में पड़ गेले हल । ओकर हाव-भाव ओकर आत्मा के गहरा उथल-पुथल चित्रित कर रहले हल, लेकिन ऊ जल्दीए पहिलौका भावशून्यता में आ गेलइ ।
"अपने हमरा", हेर्मान बात जारी रखलकइ, "ई तीन विश्वसनीय पत्ता के नाम बता सकऽ हथिन ?"
काउंटेस चुप रहलइ; हेरमान बात चालू रखलकइ -
"केकरा लगी अपने अपन राज के छिपइले हथिन ? पोतवन खातिर ? ओकन्हीं तो एकरा बेगर धनवान हइ, ओकन्हीं के तो पैसा के कीमत भी नयँ मालूम । फजूलखर्ची करे वला खातिर अपने के तीन पत्ता कोय काम के नयँ । जे अपन पैतृक विरासत के सुरक्षित नयँ रख सकऽ हइ, ऊ तो अइसूँ गरीबी में मरतइ, चाहे ओकरा पास कइसनो राक्षसी शक्ति काहे नयँ रहइ । हम फजूलखर्च नयँ हिअइ; हमरा पैसा के कीमत मालुम हइ । अपने के तीन पत्ता हमरा लगी बेकार नयँ जइतइ । अच्छऽ त ! ..."
ऊ रुक गेलइ आउ ओकर उत्तर लगी धड़कते दिल से इंतजार करे लगलइ । काउंटेस चुप रहलइ; हेर्मान ओकरा सामने टेहुना के बल गिर गेलइ ।
"अगर कभी", ऊ कहलकइ, "अपने के हृदय प्रेम-भावना के जनलके ह, अगर अपने के एकर हर्षावेष आद आवऽ हइ, अगर अपने बल्कि एक्को तुरी नवजात पुत्र के रोदन पर मुसकइलथिन हँ, अगर अपने के हृदय में कुछ मानवीय भावना धड़कले ह, त हम अपने से एगो पत्नी, प्रेमिका, माता के भावना के साथ - अनुरोध करऽ हिअइ - ऊ सब कुछ के साथ जे जिनगी में पवित्र हइ - हमर अनुरोध के अस्वीकार नयँ करथिन ! - अपन राज के हमरा सामने खोल देथिन ! - ई अपने लगी कउन काम के हइ ? ... हो सकऽ हइ, ई कोय भयंकर पाप से जुड़ल होवइ, कोय शाश्वत सुख के वंचन (loss) से, कोय शैतानी समझौता से जुड़ल होवइ ... जरी सोचथिन - अपने बूढ़ी हथिन; अपने के थोड़े दिन जीना हइ - हम अपने के पाप अपन आत्मा पर लेवे लगी तैयार हिअइ। खाली हमरा अपन राज खोल देथिन । जरी सोचथिन कि एगो इंसान के सुख अपने के हाथ में हइ; कि खाली हम नयँ, बल्कि हमर बाल-बच्चा, पोता, परपोता सब अपने के स्मृति के गुणगान करते जइतइ आउ एकरा पवित्र मानतइ ..."
बुढ़िया एक्को शब्द उत्तर नयँ देलकइ । हेर्मान उठ गेलइ ।
"बूढ़ी डायन !" अपन दाँत पीसते ऊ बोललइ, "त हम तोरा उत्तर देवे लगी लचार कर देबउ ..."
एतना कहके ऊ जेभी से पिस्तौल निकास लेलकइ । पिस्तौल देखके काउंटेस दोसरा तुरी तीव्र प्रतिक्रिया देखइलकइ । ऊ अपन सिर पीछू तरफ झटकलकइ आउ हाथ उपरे उठा लेलकइ, मानूँ गोली के निशाना से खुद के बचावे लगी चाह रहल होवे ... फेर ऊ पीछू दने लुढ़क गेलइ ... आउ निश्चल हो गेलइ ।
"बुतरखेल बंद करथिन", ओकर हाथ पकड़के हेर्मान बोललइ । "अंतिम तुरी पूछ रहलिए ह - हमरा अपन तीन पत्ता के नाम बतावे लगी चाहऽ हथिन कि नयँ ? - हाँ कि नयँ ?"
काउंटेस कोय उत्तर नयँ देलकइ । हेर्मान देखलकइ कि ऊ मर चुकले ह ।

टिप्पणी:
[1] एलिज़ाबेथ विग्ये-लेब्रँऽ (Elisabeth Vigee-Lebrun) (1755-1842) पेरिस के अपन काल में एगो प्रसिद्ध महिला पेंटर हलइ। फ्रांसीसी विद्रोह (1789) के दौरान पेरिस में ओकर सफल जीविका बाधित हो गेलइ, जेकर बाद 1802 तक ऊ विदेश में रहलइ, जेकरा में से 1795 से 1801 तक रूस में बितइलकइ ।
[2] जुलिऐँ लेरोय [Julien Leroy (1686- 1759)] पेरिस के प्रसिद्ध घड़ीसाज हलइ । सन् 1739 में ओकरा लुई XV के राजकीय घड़ीसाज बनावल गेले हल । ओकर बेटा प्येर [Pierre (1717-85)] भी प्रसिद्ध घड़ीसाज हलइ ।
[3] आनोनाय, फ्रांस, के मौँगोलफ़िए-बंधु [Montgolfier-brothers] जोसेफ़-मिकेल [Joseph-Michel (1740-1810)] आउ याक-एतिएन [Jacques-Etienne (1745-1799)] गरम हावा के गुब्बारा के आविष्कार कइलके हल, जेकर पहिला उड़ान 1783 में होले हल ।
[4] फ़्रिड्रिश (अथवा “फ्रांत्स”) आन्तोन मेस्मेर [Friedrich/ Franz Anton Mesmer (1734-1815)] आस्ट्रिया के एगो चिकित्सक हलइ जे सजीव आउ निर्जीव के बीच ऊर्जा के स्थानांतरण के सिद्धांत प्रस्तावित कइलकइ, जेकरा ऊ "जीव चुंबकत्व" (animal magnetism) नाम देलकइ आउ जेकरा बाद में सम्मोहन (mesmerism) के नाम से जानल गेलइ ।
[5] वोल्तेर अरामकुरसी (Voltairean armchair) - बड़गो आउ गहरा अरामकुरसी जेकर पीठ वला हिस्सा उँचगर रहऽ हलइ । अइसन नाम फ्रांसीसी लेखक आउ दार्शनिक वोलतेर (Voltaire) (1694-1778) पर पड़लइ, जे अइसने अरामकुरसी पर बैठके काम करऽ हलइ ।


Sunday, October 15, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-2

2
"Il paraît que monsieur est décidément pour les suivantes."
"Que voulez-vouz, madame? Elles sont plus fraîches."

("अइसन लगऽ हइ कि महाशय नौकरानी लोग के जादे चाहऽ हथिन ।"

"की कइल जाय, मैडम ? ओकन्हीं में जादे ताजगी होवऽ हइ ।")
--- उच्च समाज के बातचीत । [1]

बूढ़ी काउंटेस *** अपन शृंगार-कक्ष में दर्पण के सामने बैठल हलइ । तीन नवयुवती नौकरानी ओकरा घेरले हलइ । एगो गाजा (rouge) के डिबिया लेले हलइ, दोसरकी हेयर-पिन के डिबिया, तेसरकी अंगारा के रंग के रिब्बन के साथ उँचगर टोपी । काउंटेस अपन सुन्दरता के जरिक्को दावा नयँ करऽ हलइ, जे कब के मुरझा गेले हल, लेकिन अभियो तक अपन जवानी के आदत बरकरार रखले हलइ, (अठरहमी शताब्दी के) सत्तर के दशक के फैशन के कड़ाई से निभावऽ हलइ आउ ओइसीं पोशाक के धारण करे में बहुत समय लगावऽ हलइ, ओतने परिश्रम से, जेतना साठ साल पहिले । खिड़की बिजुन एगो नवयुवती, जे ओकर संरक्षिता हलइ, कारचोब (लकड़ी के ऊ चौखटा जेकरा पर कपड़ा तानके कशीदाकारी के काम कइल जा हइ, embroidery frame) के सामने बैठल हलइ ।
"निम्मन स्वास्थ्य के कामना, ग्राँ-मामाँ" [grand'maman - (फ्रेंच) दादी], अंदर आके नवयुवक अफसर बोललइ । "बौँजु, मद्म्वाज़ेल लीज़" [Bonjour, mademoiselle Lise - (फ्रेंच) शुभ दिवस, मिस लीज़ा] । ग्राँ-मामाँ, हम अपने के पास एगो अनुरोध करे लगी अइलिए ह ।"
"की बात हइ, पॉल ?"
"अपन एगो मित्र के अपने के सामने परिचित करावे लगी आउ शुक्रवार के दिन बॉल नृत्य में ओकरा अपने हियाँ लावे के अनुमति देथिन ।"
"ओकरा सीधे बॉल नृत्य में हीं ले अइहँऽ, आउ हुएँ ओकर परिचय दीहँऽ । अच्छऽ, कल तूँ *** हियाँ गेलहीं हल?"
"कइसे नयँ जइतिए हल ! हुआँ बहुत मजा अइलइ; पाँच बजे तक नृत्य होलइ । केतना सुंदर लग रहले हल इलेत्स्कयऽ !"
"हले ले, हमर प्यारे ! ओकरा में सुंदर कउची हइ ? ओकर दादी राजकुमारी दार्या पित्रोव्ना के जरी देखतहीं हल ! ... संयोगवश - हमरा लगऽ हइ, राजकुमारी दार्या पित्रोव्ना अब तो बहुत बूढ़ी हो गेलथिन होत ?"
"की, बूढ़ी हो गेलथिन होत ?" अन्यमनस्कता से तोम्स्की उत्तर देलकइ. "उनकर देहान्त होल तो सात बरिस हो गेलइ ।"
नवयुवती अपन सिर उठइलकइ आउ नवयुवक के इशारा कइलकइ । ओकरा आद पड़लइ कि बूढ़ी काउंटेस से ओकर समवयस्क लोग के मौत के बात छिपावल गेले हल, आउ ऊ भूल लगी अपन होंठ काट लेलकइ । लेकिन काउंटेस ई समाचार के, जे ओकरा लगी नावा हलइ, बड़ी भावशून्यता से सुनलकइ ।
"मर गेलथिन !" ऊ कहलकइ, "आउ हमरा पते नयँ ! हमन्हीं दुन्नु के लेडी-इन-वेटिंग (lady-in-waiting, maids of honour) नियुक्त कइल गेले हल, आउ जब हमन्हीं सामने गेलिअइ, त साम्राज्ञी ..."
आउ काउंटेस पोतवा के सोम्मा (सौवाँ) तुरी अपन ओहे खिस्सा सुनइलकइ ।
"अच्छऽ, पॉल", बाद में ओकरा कहलकइ, "अब हमरा उट्ठे में जरी मदत कर । लिज़ान्का, हमर नासदानी (snuffbox) काहाँ परी हइ ?"
आउ काउंटेस अपन नौकरानी सब के साथ अपन साज-शृंगार पूरा करे लगी परदा के पीछू चल गेलइ । तोम्स्की नवयुवती के साथ रह गेलइ ।
"केकरा अपने परिचित करवावे लगी चाहऽ हथिन ?" लिज़ावेता इवानोव्ना धीरे से पुछलकइ ।
"नारूमोव के । अपने उनका जानऽ हथिन ?"
"नयँ ! ऊ सैनिक हथिन कि असैनिक ?"
"सैनिक ।"
"इंजीनियर ?"
"नयँ ! अश्वारोही सैनिक । लेकिन अपने कइसे सोचलथिन कि ऊ इंजीनियर हथिन ?"
नवयुवती हँस पड़लइ आउ एक्को शब्द नयँ बोललइ ।
"पॉल !" परदा के पीछू से काउंटेस बोललइ, "हमरा पास कइसनो नयका उपन्यास भेजवा दीहँऽ, लेकिन किरपा करके खाली आधुनिक नयँ ।"
"की मतलब, ग्राँ-मामाँ ?"
"मतलब अइसन उपन्यास, जेकरा में नायक न तो अपन बाप के गला घोंटे, आउ न माय के आउ जेकरा में डुबावल लाश के वर्णन नयँ होवे । हमरा डुबावल लाश से बहुत डर लगऽ हके !"
"अइसन उपन्यास आझकल नयँ होवऽ हइ । की अपने के रूसी उपन्यास नयँ चाही ?"
"त की वास्तव में रूसी उपन्यास हकइ ? ... भेजवा दीहँऽ, बबुआ, किरपा करके भेजवा दीहँऽ !"
"क्षमा करथिन, ग्राँ-मामाँ - हम जरी जल्दी में हिअइ ... क्षमा करथिन, लिज़ावेता इवानोव्ना ! कइसे अपने सोचलथिन कि नारूमोव इंजीनियर हथिन ?"
आउ तोम्स्की शृंगार-कक्ष से बाहर हो गेलइ ।
लिज़ावेता इवानोव्ना अकेल्ले रह हेलइ - ऊ अपन काम छोड़ देलकइ आउ खिड़की से बहरसी हुलके लगलइ । जल्दीए सड़क के एक दने कोनमा भिर के घरवा से एगो नवयुवक अफसर देखाय देलकइ । ओकर गाल पर लाली छा गेलइ - ऊ फेर से अपन काम में लग गेलइ आउ अपन सिर ठीक किरमिच (canvas) पर झुका लेलकइ । तखनिएँ काउंटेस अंदर अइलइ, पूरा सज-धजके ।
"लिज़ान्का, गाड़ी तैयार करे के औडर दे दे", ऊ बोललइ, "आउ हमन्हीं जरी घुम्मे जइबइ ।"
लिज़ान्का किरमिच के पीछू से उठलइ आउ अपन काम समेटे लगलइ ।
"की तूँ, माय हमर ! बहिर हो गेलहीं की !" काउंटेस चिल्लइलइ । "जल्दी से करेता (घोड़ागाड़ी) में घोड़ा जोते लगी औडर दे दे ।"
"अभिए जा हिअइ !" नवयुवती धीरे से उत्तर देलकइ आउ दौड़ल ड्योढ़ी में अइलइ ।
नौकर अंदर अइलइ आउ राजकुमार पावेल अलिक्सांद्रोविच के तरफ से कुछ पुस्तक सौंपलकइ ।
"ठीक हइ ! हमरा तरफ से धन्यवाद कह देहीं ।" काउंटेस कहलकइ । "लिज़ान्का, लिज़ान्का ! काहाँ दौड़ल जाब करऽ हीं ?"
"कपड़ा पेन्हे लगी ।"
"जरी जल्दी कर रहलँऽ हँ, दुलारी । हियाँ बैठ । पहिला खंड (volume) खोल; जोर से पढ़ ..."
नवयुवती किताब लेलकइ आउ कुछ पंक्ति पढ़लकइ ।
"आउ जोर से !" काउंटेस कहलकइ । "तोरा की हो गेलो ह, माय हमर ? तोर गला बैठ गेलो ह की ? ... जरी रुक - जरी ऊ स्टूल तो घसकाऽ हमरा दने, आउ नगीच ... ठीक !"
लिज़ावेता इवानोव्ना दू पृष्ठ आउ पढ़लकइ । काउंटेस जम्हाई लेलकइ ।
"फेंक दे ई किताब", ऊ कहलकइ, "कइसन बकवास हइ ! वापिस भेजवा दे एकरा राजकुमार पावेल के हियाँ आउ धन्यवाद देवे लगी कह देहीं ... हाँ, आउ करेता (घोड़ागाड़ी) के की होलइ ?"
"त तूँ अभी तक कपड़ा पेन्हके तैयार काहे नयँ होलँऽ ?" काउंटेस कहलकइ, "हमेशे तोरा लगी इंतजार करे के चाही ! ई, दुलारी, बरदास के बाहर हउ ।"
"करेता तो तैयार हइ ।" सड़क दने नजर डालके लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ ।
लीज़ा दौड़ल अपन कमरा में गेलइ । दुइयो मिनट नयँ होलइ कि काउंटेस अपन पूरा ताकत लगाके पुकारे लगलइ । तीन नौकरानी एक्के दरवाजा से दौड़ते अंदर अइलइ, आउ एगो कामेरडिनेर [Kammerdiener - (जर्मन) शाब्दिक अर्थ - "कमरा में देखभाल करे वला नौकर", room servant] दोसरा दरवाजा से ।
"ई की, तोहन्हीं के हँकइला पर सुनाय नयँ दे हउ ?" ओकन्हीं के काउंटेस कहलकइ । "लिज़ावेता इवानोव्ना के बता दे कि हम ओकर इंतजार कर रहलिए ह ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना कपोत [capote - (फ्रेंच) घर में पेन्हल जाय वला औरतानी कोट] आउ टोपी में अंदर अइलइ ।
"आखिरकार, माय हमर !" काउंटेस कहलकइ । "कइसन पोशाक हइ ई ! काहे लगी ई ... केकरा ललचावे के हकउ ? ... आउ ई मौसम कइसन हइ ? लगऽ हइ, हावा हइ ।"
"जी बिलकुल नयँ, महामहिम ! जी, बहुत शांत हइ !" कामेरडिनेर उत्तर देलकइ ।
"तोहन्हीं बिन सोचले-समझले जे मन में आवऽ हउ, बोल देते जा हँऽ ! फ़ोरतोच्का (वायु-संचालन खातिर खिड़की में काच के छोटगर शटर) खोल देते जो ।"
एहे बात हइ - हावा ! आउ बहुत ठंढी ! करेता (घोड़ागाड़ी) के साज से मुक्त कर दे ! लिज़ान्का, हमन्हीं नयँ जइते जइबइ - तोरा सज्जे-धज्जे के कोय जरूरत नयँ हलउ ।
"त अइसन हइ हमर जिनगी !" लिज़ावेता इवानोव्ना सोचलकइ ।
वास्तव में लिज़ावेता इवानोव्ना अत्यंत अभागल जीव हलइ । "अजनबी के रोटी कड़वा होवऽ हइ", दान्ते के कहना हइ, "आउ अजनबी के ड्योढ़ी के सोपान (steps) पर चढ़ना मोसकिल होवऽ हइ, आउ उच्चवर्ग के बूढ़ी के निर्भरता के कटुता बेचारी आश्रिता से बेहतर केऽ जानतइ ? काउंटेस ***, निस्संदेह, दिल के बुरी नयँ हलइ; लेकिन उच्च समाज के द्वारा बिगाड़ल सब औरत नियन मनमानी करऽ हलइ, कंजूस आउ निर्मम स्वार्थ में निमग्न हलइ, जइसे कि ऊ सब बुढ़वन होवऽ हइ, जे अपन अतीत के सर्वोत्तम दिन के स्मृति में जीयऽ हइ आउ जेकरा लगी वर्तमान अजनबी (alien) हइ । ऊ उच्च समाज के सब्भे क्षुद्र घटना वला चहल-पहल में भाग ले हलइ, बॉल नृत्य में खुद के घसीटऽ हलइ, जाहाँ परी ऊ पाउडर लगइले आउ पुरनका फैशन के कपड़ा पेन्हले एगो कोना में बैठल रहऽ हलइ, बॉल नृत्य के हॉल के भद्दा आउ आवश्यक आभूषण नियन; आगंतुक अतिथि लोग, एगो स्थापित प्रथा के अनुसार, ओकरा दने आके निच्चे झुकके अभिवादन करते जा हलइ, आउ बाद में ओकरा पर कोय नयँ ध्यान दे हलइ । शिष्टाचार के कठोरता से पालन करते आउ केकरो चेहरा से नयँ पछानते, ऊ पूरा शहर के अपना हीं आमंत्रित करइ । ओकर अनेक नौकर-चाकर, जे ओकर प्रवेश-कक्ष आउ नौकरानी लोग के क्वाटर में अपन चर्बी बढ़ा लेलके हल आउ उज्जर केश वला हो चुकले हल, अपन मनमानी करते जा हलइ, एक दोसरा से होड़ करते मरणासन्न बुढ़िया के लुट्टब करऽ हलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना एगो घरेलू हुतात्मा (शहीद) हलइ । ऊ चाय ढारऽ हलइ आउ ओकरा जादे चीनी के प्रयोग करे के कारण फटकार सुन्ने पड़ऽ हलइ; ऊ उच्च स्वर में उपन्यास पढ़ऽ हलइ आउ लेखक के सब्भे गलती के दोषी ओकरे ठहरावल जा हलइ; ऊ काउंटेस के सैर-सपाटा में ओकर साथ रहऽ हलइ आउ ओकरे मौसम आउ सड़क के खराबी के जिम्मेदार ठहरावल जा हलइ । ओकर वेतन नियत कइल हलइ, जे कभियो पूरा-पूरा नयँ मिल्लऽ हलइ; आउ एहे दौरान ओकरा से माँग कइल जा हलइ कि ओहो बाकी लोग नियन पोशाक में सज्जइ-धज्जइ, मतलब बहुत कम लोग नियन । उच्च समाज में ओकर भूमिका अत्यंत दयनीय होवऽ हलइ । सब कोय ओकरा जानऽ हलइ, लेकिन कोय ओकरा पर ध्यान नयँ दे हलइ; बॉल में ऊ तभिए नृत्य करऽ हलइ जब कोय वी-ज़ा-वी [vis-à-vis - (फ्रेंच) जोड़ीदार] नयँ मिल्लऽ हलइ, आउ महिला लोग हर तुरी, जब ओकन्हीं के खुद के साज-सिंगार में कुछ ठीक-ठाक करे के जरूरत पड़ऽ हलइ, त ओकर हाथ पकड़के अपन साथ शृंगार-कक्ष में ले जइते जा हलइ । ऊ स्वाभिमानी हलइ, अपन स्थिति के बारे सजीव रूप से अनुभव करऽ हलइ आउ अपन चारों तरफ नजर दौड़इते रहऽ हलइ - अधीरतापूर्वक अपन उद्धारक के प्रत्याशा में; लेकिन अपन चंचल अहंकार के मामले में सावधान नवयुवक लोग ओकरा पर कोय ध्यान नयँ देते जा हलइ, हलाँकि लिज़ावेता इवानोव्ना सो गुना मनोहर हलइ, ऊ निर्लज्ज आउ निष्ठुर विवाह के योग्य नवयुवती लोग के अपेक्षा, जेकर ईर्द-गिर्द ओकन्हीं मँड़रइते रहऽ हलइ । केतना तुरी ऊ ऊब भरल आउ शानदार अतिथि-कक्ष से दबे पाँव निकसके कन्ने लगी अपन दयनीय कमरा में चल जा हलइ, जाहाँ परी हलइ दीवारी कागज लगल परदा, दराजदार अलमारी, एगो छोटगर दर्पण आउ पेंट कइल पलंग आउ जाहाँ परी तामा के शमादान में एगो मेदबत्ती (tallow candle) मद्धिम रोशनी के साथ जलते रहऽ हलइ !
एक तुरी - ई घटना ई लमगर कहानी के शुरू में वर्णन कइल शाम के दू दिन बाद घटलइ, आउ ऊ दृश्य के एक सप्ताह पहिले, जेकरा पर आके हम सब रुकलिअइ - एक तुरी लिज़ावेता इवानोव्ना, खिड़की बिजुन किरमिच के पीछू बैठल, संयोग से सड़क दने नजर दौड़इलकइ, त एगो नवयुवक इंजीनियर देखाय देलकइ, जे निश्चल खड़ी हलइ आउ ओकर खिड़की दने नजर टिकइले हलइ । ऊ अपन मूड़ी गोत लेलकइ आउ फेर से अपन काम में लग गेलइ; पाँच मिनट के बाद फेर से ओन्ने नजर डललकइ - नवयुवक अफसर ओहे जगह पर खड़ी हलइ । राह चलते अफसर लोग के साथ देखावटी प्रेम करे के आदत नयँ होवे से ऊ सड़क दने नजर डालना बंद कर देलकइ आउ बिन मूड़ी उठइले लगभग दू घंटा तक कशीदाकारी के काम  करते रहलइ । दुपहर के भोजन के समय हो गेलइ । ऊ उठलइ, अपन किरमिच के समेटे लगलइ, आउ संयोगवश सड़क दने नजर गेला पर फेर से ऊ अफसर के देखलकइ । ई ओकरा काफी विचित्र लगलइ । भोजन के बाद ऊ कुछ बेचैनी अनुभव करते खिड़की बिजुन अइलइ, लेकिन अफसर अब हुआँ नयँ देखाय देलकइ - आउ ऊ ओकरा बारे भूल गेलइ ...
दू दिन बाद जइसीं बाहर निकसके काउंटेस के साथ करेता (घोड़ागाड़ी) में बैठे लगी जा रहले हल, ऊ फेर से ओकरा देखलकइ । अपन चेहरा ऊदबिलाव (beaver) के खाल के कालर से ढँकले प्रवेशद्वार के ठीक पास खड़ी हलइ - टोप के निच्चे से ओकर कार-कार आँख चमक रहले हल । लिज़ावेता इवानोव्ना डर गेलइ, ओकरा खुद नयँ समझ में अइलइ कि काहे लगी, आउ अनिर्वचनीय थरथराहट (inexplicable trepidation) के साथ करेता में बैठ गेलइ ।
घर वापिस अइला पर ऊ खिड़की भिर दौड़ल अइलइ - अफसर पहिलौके जगह पर खड़ी हलइ, ओकरा दने एकटक तकते; ऊ दूर हट गेलइ, उत्सुकता से व्यथित आउ अइसन भावना से उत्तेजित, जे ओकरा लगी बिलकुल नावा हलइ ।
तखने से एक्को दिन अइसन नयँ गुजरलइ, जब ऊ नवयुवक नियत समय पर ओकन्हीं के  घर के खिड़की के निच्चे नयँ प्रकट होलइ । ओकन्हीं दुन्नु के बीच एगो अपरिभाषित (अज्ञात) संबंध स्थापित हो गेलइ । अपन जगह पर काम पर बैठल ऊ ओकर नगीच आवे के अनुभव करइ - मूड़ी उठावइ, रोज दिन अधिकाधिक देर तक ओकरा दने निहारते रहइ । नवयुवक, लगऽ हलइ, एकरा लगी ओकर आभारी हलइ; ऊ (लिज़ावेता) जवानी के पैनी दृष्टि से देखइ कि जब कभी ओकन्हीं के नजर मिल्लइ, त हरेक तुरी ओकर (नवयुवक के) पीयर गाल पर लाली छा जाय । एक सप्ताह के बाद ऊ (लिज़ावेता) ओकरा दने देखके मुसका देलकइ ...
जब तोम्स्की अपन मित्र के परिचय देवे खातिर काउंटेस के अनुमति मँगलकइ, त ई बेचारी लड़की के दिल धड़धड़ करे लगलइ । लेकिन ई जानके कि नारूमोव इंजीनियर नयँ हइ, बल्कि अश्वारोही सैनिक हइ, ओकरा खेद होलइ कि विवेकहीन प्रश्न करके अपन राज चंचल मन वला तोम्स्की के सामने खोल देलके हल ।
हेर्मान रूस में बस गेल एगो जर्मन के बेटा हलइ, जे ओकरा लगी थोड़े सन पूँजी छोड़ गेले हल । अपन आत्मनिर्भरता के सुदृढ़ करे के आवश्यकता में पक्का विश्वास होला के कारण हेर्मान सूद के पैसा के छूवो नयँ करऽ हलइ, खाली अपन वेतन पर जिनगी बसर करऽ हलइ, लेशमात्र के भी सनक के खुद में आवे नयँ दे हलइ। लेकिन, ऊ अल्पभाषी आउ महत्त्वाकांक्षी हलइ, आउ ओकर सथीवन के ओकर अत्यधिक मितव्ययिता के मजाक उड़ावे के विरले मोक्का मिल्लऽ हलइ । ऊ बहुत भावावेशी आउ प्रचंड कल्पनाशक्ति वला हलइ, लेकिन ओकर दृढ़ता ओकरा जवानी के सामान्य भूल से बचा लेलकइ । ई तरह, मसलन, दिल से एगो जुआड़ी के रूप में ऊ अपन हाथ में कभी ताश नयँ ले हलइ, काहेकि ऊ मानऽ हलइ कि ओकर स्थिति ओकरा एकर अनुमति नयँ दे हलइ (जइसन कि ऊ कहऽ हलइ) कि 'फालतू जीच पावे के उमीद में आवश्यक चीज के बलिदान करे  ', लेकिन साथे-साथ पूरे रात भर ताश के जुआ के टेबुल भिर बैठके गुजारऽ हलइ आउ खेल के विभिन्न हेर-फेर के ज्वरजनित कँपकँपी (अर्थात् उत्तेजना) के साथ देखते रहऽ हलइ ।
तीन पत्ता के खिस्सा ओकर दिमाग पर गहरा प्रभाव डललके हल आउ रातो भर ओकर दिमाग से ई बात नयँ निकसलइ । "की होवइ अगर", दोसरा दिन शाम में पितिरबुर्ग में चक्कर लगइते बखत ऊ सोच रहले हल, "की होवइ, अगर बुढ़िया काउंटेस हमरा सामने अपन राज खोल देइ ! हो सकऽ हइ, ई तीनों विश्वसनीय पत्ता के नाम हमरा बता देइ ! काहे नयँ अपन किस्मत के अजमाके देखल जाय ? ... ओकरा अपन परिचय देवे के चाही, ओकर अनुग्रह के पात्र बन्ने के चाही - हो सकइ त ओकर प्रेमी भी बन जाय के चाही - लेकिन ई सब खातिर समय लगतइ - लेकिन ओकर उमर हइ सतासी साल - ऊ एक सप्ताह में मर जा सकऽ हइ - चाहे दू दिन में ! ... आउ ई खिस्से के लेल जाय ? ... की एकरा पर विश्वास कइल जा सकऽ हइ ? ... नयँ ! खरचा करे में सवधानी, संयम आउ उद्यमशीलता - एहे हमर तीन विश्वसनीय पत्ता हइ, एहे हमर पूँजी के तेगना कर सकऽ हइ, सात गुना कर सकऽ हइ [2] आउ हमरा लगी शांति आउ स्वतंत्रता प्रदान कर सकऽ हइ !"
ई तरह सोच-विचार करते, ऊ खुद के पितिरबुर्ग के एगो मुख्य सड़क पर के एगो पुरनका शैली के घर के सामने पइलकइ । सड़क घोड़ागाड़ी से ठसाठस भरल हलइ, एक के बाद दोसरा करेता (घोड़ागाड़ी) एगो प्रकाशित प्रवेशद्वार तरफ लुढ़क रहले हल । करेता से मिनट-मिनट पर कभी जवान सुन्दरी के नाजुक पाँव, त कभी खड़खड़इते जैकबूट (टेहुना तक के ऊँचाई के चमड़ा के बड़गर सैनिक बूट), त कभी कोय राजनयिक (diplomat) के धारीदार पेताबा (मोजा) आउ बशमाक (जुत्ता) बाहर निकसऽ हलइ । फ़रकोट आउ बरसाती (रेनकोट) शानदार दरबान भिर से गुजरते कौंध रहले हल । हेर्मान रुक गेलइ ।
"ई किनकर घर हइ ?" ऊ कोनमा पर के एगो संतरी से पुछलकइ ।
"काउंटेस *** के", संतरी उत्तर देलकइ ।
हेर्मान काँप गेलइ । आश्चर्यजनक खिस्सा फेर से ओकर कल्पना में आ गेलइ । ऊ घर के आसपास चहलकदमी करे लगलइ, ओकर मालकिन के बारे आउ ओकर चमत्कारिक क्षमता के बारे सोचते । बहुत देर के ऊ अपन साधारण निवासस्थल पर वापिस अइलइ; देर तक ओकरा नीन नयँ अइलइ, आउ जब ओकरा पर नीन हावी हो गेलइ, त ओकरा सपना में ताश के पत्ता, हरियरका टेबुल, बैंकनोट के गड्डी आउ सोना के सिक्का के ढेरी देखाय देलकइ । ऊ पत्ता पर पत्ता जुआ में दाँव पर लगावऽ हलइ, (पत्ता के) कोना के दृढ़तापूर्वक मोड़ऽ हलइ [3], लगातार जीतते जा हलइ, आउ सोना के सिक्का के अपना तरफ घिसकइते आउ बैंकनोट सब के अपन जेभी में ठूँसते जा हलइ । जब ऊ जगलइ त बहुत देरी हो चुकले हल, ऊ अपन काल्पनिक धन के खो गेला पर उच्छ्वास लेलकइ, फेर से शहर के चक्कर लगावे लगी रवाना हो गेलइ आउ फेर से खुद के काउंटेस *** के घर के सामने पइलकइ । कोय अनजान शक्ति, लगऽ हलइ, ओकरा ई घर के तरफ आकृष्ट कर रहले हल । ऊ रुकलइ आउ खिड़कियन दने देखे लगलइ । एक में ओकरा एगो कार केश वला सिर देखाय देलकइ, जे शायद कोय किताब पर चाहे कोय काम पर झुक्कल हलइ । सिर उपरे उठलइ । हेर्मान के ताजगी भरल चेहरा आउ कार- कार आँख देखाय देलकइ । ई क्षण ओकर भाग्य के निर्णय कर देलकइ ।

टिप्पणी:
[1] ई "उच्च समाज के बातचीत" कवि देनिस दविदोव (1784-1839) द्वारा पुश्किन के रिपोर्ट कइल गेले हल । दे॰ पुश्किन के कहानी "निशाना", नोट-5.
[2] ताश के जुआ में दाँव लगाके धन के तेगना आउ सात गुना करे लगी परोली आउ परोली-पे खेले परऽ हलइ । दे॰ अध्याय-1, नोट-4 आउ 12 । तेगना आउ सात गुना कइसे हो जा हइ एकर विस्तृत चर्चा लगी दे॰ ch.7: Thaumaturgy in 'The Queen of Spades', p.170, in: Leighton L. G. (1994): "The Esoteric Traditions in Russian Romantic Literature", Pennsylvania State University Press, viii+224 pp.
[3] दे॰ अध्याय-1, नोट-4.