बिहारशरीफ, नगर संवाददाता : बिहार का मध्यवर्ती क्षेत्र जहां की मुख्यबोलचाल की भाषा मगही है, जो पूरे देश में अभी तक लोगों की जानकारी में नहींहै। मगही भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की टीस लंबे अर्से सेथी। देशवासियों को इस भाषा से अवगत कराने की बीड़ा पिछले तीन वर्षो से उठायेघूम रहा था। लेकिन कोई भी एलबम निर्माता कंपनी घाटा होने के डर से तैयार नहींहो रही थी। देर से ही सही, परिश्रम का फल मिला। मुम्बई की सबरंग म्यूजिककंपनी ने मगही भाषा में एलबम बनाने की हामी भरी जो आज धरातल पर आ गया है, मगहिया डिलक्स के नाम से छह गानों का बेजोड़ संग्रह तैयार हो चुका है। जोएक-दो दिनों में बाजार में उपलब्ध हो जायेगा। ये बातें बुधवार को बिहारशरीफमें भोजपुरी गीत सम्राट सुमीत बाबा ने संवाददाता से एक मुलाकात के दौरानकहीं। उन्होंने बताया कि वे खुद पड़ोसी जिले नवादा के मूल निवासी हैं। लेकिनमगही भाषा को मात्र क्षेत्रीय भाषा बनकर रहते देख उन्हें काफी कष्टअनुभूति होती थी। वे लगभग डेढ़ सौ भोजपुरी पिक्चर में गाना गा चुके हैं।जिसमें मुख्य रूप से 'गंगा' जिसके किरदार अभिताभ बच्चन, हेमामालिनी, रविकिशन एवं मनोज तिवारी रहे हैं, उसमें खुद की बनायी गाने 'लिट्टी चोखवाबनल बा बड़ा मजेदार' गीत गाये थे। जो लोगों ने काफी पसंद किया। उसी प्रकारविधाता, भोजपुरी भईया, जोगी जी धीरे-धीरे .., किशन-अर्जुन एवं रामपुर कालक्ष्मण आदि फिल्मों में भी गाना गाये थे। भोजपूरी की तरह मगही भाषा कोअपने गीत के माध्यम से पूरे देश में पहचान दिलाने के प्रति दृढ़ संकल्पितहैं। अभी तो शुरुआत हुआ है, इसकी सफलता मिलते ही आने वाले समय में कई एलबमबनाने वाली कंपनियां आगे आयेगी और संभव होगा तो मगही भाषा में फिल्म भीबनाने के प्रति प्रयासरत रहेंगे।
जन्म नालन्दा जिला के एक गाँव में। आई॰आई॰टी॰ खड़गपुर से बी॰टेक॰ ऑनर्स (1980) । रूसी साहित्य में डिप्लोमा (1984), जर्मन भाषा में डिप्लोमा (1986)। लगभग सभी आधुनिक भारतीय लिपियों से अवगत। अप्रैल 2015 में सेवानिवृत्त।
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