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Saturday, July 24, 2010

9. तिलकुट बनइलक आस्ट्रेलिआई सुन्दरी के गया के महरानी


मिठाई बनल बिआह के आधार

लेखक - डॉ॰ राकेश कुमार सिन्हा 'रवि'

दूर देस तक अप्पन नाम, रूप, यश, कृति आउ सरोकार से परसिद्ध रहल मगध देस के राजा-रजवाड़ा में टिकारी के सुनाम हे, जे आझ गया जिला के सीमाना में हे । ई टिकारी राज में एक से बढ़ के एक राजा आउ पं॰ देवन मिसिर नियन 'मगध के बिरबल' होलन, जिनकर कथा-कहानी मगही साहित्य के एगो अनमोल थाती हे । इहे टिकारी के गुड़ के तिलकुट भी खूबे परसिद्ध हे ।

ई जाने के बात हे कि युग-युगान्तर से तिलकुट के नामी केन्द्र रहल गया में जब अंग्रेजवन के जमाना आयल, तब हियाँ खाली चीनीए के तिलकुट बने लगल । गुड़ के तिलकुट गया के दुन्नो पट्टी बने के नयका जगह के रूप में एक देन्ने 'डंगरा' त दोसर देन्ने 'टिकारी' के नाम आवऽ हे ।
तिलकुट के कदरदान का राजा का परजा, दुन्नो हलन । एकरा में टिकारी राज के राजा कैप्टन गोपाल शरण के नाम भी आवऽ हे, जिनकर सब ले मन-भावन नश्ता तिलकुट हल । महाराज गोपाल शरण जिनकर उपनाम'राजी' हल, कूचविहार के राजा राज राजेन्द्र उर्फ राजे के जिगरी दोस्त हलन । इनकरे एगो करतूत से गोपाल शरण के श्रीलंका के राजधानी कोलम्बो जाय पड़ल ।

महाराजा गोपाल शरण कोलम्बो के जउन अतिथिशाला में ठहरल हलन, उहें मेरी सेकी आउ उनकर बेटी ठहरल हलथिन । औपचारिकतावश ऊ बूढ़ी आस्ट्रेलिआई नारी के राजा गोपाल शरण अप्पन जलमभूमि के संदेश तिलकुट देलन । तिलकुट लेके ऊ कुछ खयलक आउ कुछ अप्पन बेटी के देलक ।

मेरी सेकी के बेटी काफी खूबसूरत आउ कउनो जमाना के आस्ट्रेलिया के नामी हिरोइन हल । तिलकुट खाते ओकर सवाद में ऊ अइसन मिठास पयलक कि अप्पन माय से तुरंते पूछलक -'ई तूँ कहाँ से लयलऽ ?'
माय कहलक -'इण्डिया में बुद्ध के ग्यान भूमि के पास टिकारी के राजा हमरा ई देलन हल जे हम तोरो चिखा देली ।'

बेटी के माथा ठनकल -'जेकरा हियाँ के मिठाई अइसन रसगर हे, ऊ मरद केतना बेस, सुन्नर आउ मजगर होतन ।'

फिन का हल ... ? कहलो गेल हे कि मियाँ-बीबी राजी, त का करतन काजी । दुन्नो के बीच परेम पेंघ मारे लगल आउ ऊ आस्ट्रेलिआई सुन्दरी राजा गोपाल शरण के चरन में खुद के अरपित कर देलक । ई जाने के बात हे कि एही प्यार में ऊ अइसन रंगलन  कि 'सीता देवी' के नाम से जानल गेलन आउ टिकारी राज के महारानी बनलन ।

[
मगही मासिक पत्रिका "अलका मागधी", बरिस-१६, अंक-६, जून २०१०, पृ॰१८ से साभार]


1 comment:

vidyanand kumar said...

बहुत अच्छा, धन्यवाद!