मगध संस्कृति का प्राण तत्व
14 Mar 2011, 10:56 pm
जहानाबाद, निज प्रतिनिधि
स्थानीय रामकृष्ण परमहंस फाउंडेशन एवं मगही विकास मंच के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को रामकृष्ण परमहंस विद्यालय में दो दिवसीय कवि सम्मेलन का समापन किया गया। आखिरी दिन संस्था के निदेशक प्रो. चंद्रभूषण कुमार एवं साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष नरेश शर्मा गुलशन ने दिल्ली से प्रकाशित 'मगही पत्रिका' का लोकार्पण किया। मौके पर अपने संबोधन में विद्यालय के निदेशक प्रो. चंद्रभूषण उर्फ भोला जी ने कहा कि मगही हमारी अपनी अस्मिता व जमीर से जुड़ा एक बड़ा सवाल है । उन्होंने कहा कि मगही दरअसल मगध संस्कृति का प्राण तत्व है। इससे हरेक मगधवासी को बड़े गौरव के साथ आत्मसात करना चाहिए तथा बोल चाल की भाषा में ज्यादा से ज्यादा इसका इस्तेमाल पर बल देने की जरूरत है । उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब कभी भी किसी को मौका मिले तो बड़े मंचों पर भी मगही का गौरव के साथ इस्तेमाल करना चाहिए । अन्य वक्ताओं ने भी मगही की महिमा पर प्रकाश डालते हुए इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में डाले जाने के लिए एक समग्र व सशक्त संघर्ष की आवश्यकता पर बल दिया । मंच के सचिव की ओर से पत्रिका के संपादक धनंजय श्रोत्रिय को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। मंच के सचिव अरविन्द आंजास एवं हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सचिव सुधाकर राजेन्द्र ने धनंजय श्रोत्रिय की मगही पत्रिका को सबसे मुखर आंदोलन करार दिया । इनके नेतृत्व में मगही आंदोलन को नयी दिशा मिलेगा । राम कृष्ण परमहंस विद्यालय में घमंडी राम की अध्यक्षता में आयोजित कवि सम्मेलन में साहित्यकारों ने कविता पाठ किया । प्रो. कुमार ने कवि साहित्यकार को नौनिहालों का प्रेरणा स्रोत बताया । इस अवसर पर माधव प्रसाद सिंह, कृष्ण कुमार, जयनंदन, विनय शर्मा विनय, रवि शंकर शर्मा, डा. बीएस लाल, विश्वजीत अलवेला, मौलेश्वर समेत कई लोग उपस्थित थे ।
12 Mar 2011, 10:44 pm
जहानाबाद, निज प्रतिनिधि
मगही विकास मंच जिला इकाई के तत्वावधान में शनिवार को बैठक की आयोजन किया गया। जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष नरेश कुमार गुलशन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान मगध की भाषा मगही में प्रकाशित मगही पत्रिका का लोकार्पण करने का निर्णय लिया गया। श्री शर्मा ने बताया कि आगामी 13 मार्च को स्थानीय राज कृष्ण परमहंस विद्यालय में मगध के जाने माने कवियो का जमावड़ा लगेगा। मगही और हिन्दी के कवियो को काव्य पाठ के उपरांत पत्रिका का लोकार्पण किये जाएगे।
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