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Tuesday, April 25, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-2 ; दृश्य-6

दृश्य-6
(ख़्लिस्ताकोव, ओसिप, बाद में बैरा)
ख़्लिस्ताकोव - की बात हइ ?
ओसिप - खाना आ रहले ह ।
ख़्लिस्ताकोव - (हथेली पर ताली बजावऽ हइ आउ कुरसी पर जरी उछल जा हइ) ला रहले ह ! ला रहले ह ! ला रहले ह !
बैरा - (प्लेट आउ नैपकिन के साथ प्रवेश) मालिक ई अंतिम तुरी दे रहलथुन हँ ।
ख़्लिस्ताकोव - हूँह, मालिक, मालिक ... हम तोर मालिक पर थुक्कऽ हियो ! हुआँ की हइ ?
बैरा - सूप आउ कबाब ।
ख़्लिस्ताकोव - की, खाली दू कोर्स ?
बैरा - जी ।
ख़्लिस्ताकोव - कइसन बकवास हइ ! हमरा ई बरदास नयँ । तूँ ओकरा कह देहो - वास्तव में ई की हई ! ... ई बहुत कम हइ ।
बैरा - नयँ, मालिक के कहना हइ, कि एहो बहुत हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - आउ चटनी काहे नयँ हइ ?
बैरा - चटनी नयँ हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - लेकिन काहे नयँ हइ ? हम खुद्दे देखलिअइ, भनसाघर के पास से गुजरते बखत, कि हुआँ बहुत कुछ बनावल जा रहले हल । आउ भोजनालय (डाइनिंग रूम) में आझ सुबह में दू गो मोटू सालमन (एक प्रकार के मछली) आउ, आउ कुछ तो खा रहले हल ।
बैरा - हाँ, ऊ तो हइ, लेकिन शायद नयँ हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - कइसे नयँ हइ ?
बैरा - नयँ हइ, बस ।
ख़्लिस्ताकोव - आउ सालमन, आउ मछली, आउ कटलेट ?
बैरा - जी, ई सब ऊ लोग लगी हइ, जे कुछ जादे इज्जतदार हथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - अरे बेवकूफ !
बैरा - जी ।
ख़्लिस्ताकोव - अरे सूअर के बच्चे ... ओकन्हीं कइसे खइते जा हइ, आउ हम नयँ ? तोरा शैतान पकड़उ, काहे नयँ हमहूँ ओइसीं खा सकऽ हिअइ ? की वास्तव में ओकन्हीं ओइसने अतिथि नयँ हइ, जइसन कि हम्मे ?
बैरा - ई तो पक्का हइ, कि ओकन्हीं ओइसन नयँ हथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - त कइसन हथिन ?
बैरा - ई बात साफ हइ कि कइसन ! ई मालूम हइ कि ओकन्हीं अपन बिल चुकावऽ हथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - बेवकूफ, हम तोरा से बहस करे लगी नयँ चाहऽ हिअउ । (सूप ढारऽ हइ आउ खाय लगऽ हइ ।) ई कइसन सूप हइ ? तूँ बस खाली पानी ई प्याली में डाल देलँऽ हँ - कोय स्वाद नयँ, खाली बदबू आवऽ हइ । हमरा ई सूप नयँ चाही, हमरा दोसरा दे ।
बैरा - जी अच्छऽ, हम ले जा रहलिए ह । मालिक कहलथिन हल - अगर पसीन नयँ, त मत खाथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - (खाना के हाथ से पकड़ते) नयँ, नयँ, नयँ ... रहे दे, बेवकूफ ! तोरा दोसरा लोग के साथ अइसे व्यवहार करे के आदत हो चुकलो ह - लेकिन हम, भाय, अइसन नयँ हिअउ ! हमरा साथ ओइसे व्यवहार करे के सलाह नयँ दे हिअउ ... (खा हइ ।) हे भगमान, कइसन सूप हइ ! (खाना जारी रक्खऽ हइ ।) हमरा लगऽ हइ, दुनियाँ के कोय अदमी अइसन सूप नयँ खइलके होत - एकरा में तो मक्खन के बदले कइसनो पंख पैर रहले ह । (चिकेन के काटऽ हइ ।) अरे-अरे-अरे, कइसन चिकेन हइ ! हमरा कबाब दे ! जरी सुन सूप रह गेलो ह, ओसिप, ले ले । (कबाब के काटऽ हइ ।) ई कइसन कबाब हइ ? ई तो कबाब नयँ हइ ।
बैरा - त फेर कउची हइ ?
ख़्लिस्ताकोव - ई तो शैताने के मालूम, कि ई की हइ, बस खाली कबाब तो नयँ हइ । ई तो कुल्हाड़ी हइ, जेकरा झौंसलके ह, बीफ़ के बदले । (खा हइ ।) धोखेबाज, बदमाश, हमरा की खिलइते जा हइ ! अइसन खाना के एक्को कोर मारल जा हइ, कि जबड़ा पिराय लगऽ हइ । (अँगुरी से अपन दाँत पकड़ ले हइ ।) नीच कहीं के ! ई तो मानूँ बिलकुल पेड़ के छाल हइ, जेकरा कइसूँ बाहर नयँ निकासल जा सकऽ हइ ! अइसन खाना से तो हमर दँतवो कार हो जइतइ । धोखेबाज ! (नैपकिन से अपन मुँह साफ करऽ हइ ।) आउ कुछ नयँ हइ ?
बैरा - नयँ ।
ख़्लिस्ताकोव - बदमाश ! नीच ! हियाँ तक कि कइसनो चटनी चाहे पेस्ट्री भी नयँ । कामचोर ! अतिथि सब के खाली लुट्टऽ हइ ।
(साफ करके प्लेट वगैरह लेके बैरा के ओसिप के साथ प्रस्थान ।)

  
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