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Tuesday, October 24, 2017

2.19 रूसी कहानी "काला पान के बीवी" ; अध्याय-4

4
7 मई 18**
Homme sans moeurs et sans religion !
[अनैतिक आउ धर्महीन व्यक्ति ! (फ्रेंच)]
                                                            --- पत्राचार
लिज़ावेता इवानोव्ना अपन कमरा में अभियो तक बॉल-नृत्य के पोशाक में गहन विचार में मग्न होल बैठल हलइ । घर आके झुक रहल नौकरानी के ऊ जल्दी से मुक्त कर देलकइ, जे ओकरा अनिच्छा से अपन सेवा देवे लगी आगू अइले हल - कहलकइ कि खुद्दे अपन कपड़ा बदल लेतइ, आउ ई आशा करते धड़कते दिल के साथ अपन कमरा में अइलइ कि हुआँ हेर्मान मिलतइ लेकिन ओकर इच्छा हलइ कि ऊ हुआँ नयँ मिल्ले । पहिला नजर में हीं ओकर अनुपस्थिति के ओकरा विश्वास हो गेलइ आउ हेर्मान के साथ मिलन में बाधा देवे खातिर अपन भाग्य के धन्यवाद देलकइ । ऊ बिन कपड़ा उतारलहीं बैठ गेलइ आउ ऊ सब परिस्थिति के आद करे लगलइ, जे एतना कम समय में ओकरा एतना दूर तक घींचके ले अइले हल । ऊ पल से तीनो सप्ताह नयँ गुजरले हल, जबकि ऊ पहिले तुरी खिड़की बिजुन ऊ नवयुवक के देखलके हल - आउ ऊ ओकरा साथ अब पत्राचार भी कर रहले हल - आउ ऊ (नवयुवक) ओकरा से रात्रि-मिलन के मांग करके प्राप्त करे में सफल भी हो गेले हल ! ऊ ओकर नाम खाली ई बात से जानऽ हलइ कि ओकर कुछ पत्र में निच्चे में ओकर दसखत हलइ; कभियो ओकरा साथ बात नयँ कइलके हल, ओकर अवाज नयँ सुनलके हल, कभियो ओकरा बारे नयँ सुनलके हल ... ठीक ई शाम के पहले तक । अजीब मामला हइ ! ठीक एहे शाम के बॉल-नृत्य में तोम्स्की, जवान राजकुमारी पोलिना *** से नराज होके, जे हमेशे नियन ओकरा साथ नयँ प्रेम-प्रदर्शन कर रहले हल, उदासीनता देखइते ओकरा से बदला लेवे लगी चाह रहले हल - ऊ लिज़ावेता इवानोव्ना के आमंत्रित कइलकइ आउ ओकरा साथ अंतहीन माज़ुर्का नृत्य करते रहलइ । पूरे समय तक ऊ ओकरा इंजीनियर अफसर लगी पक्षपात खातिर मजाक करते रहलइ, विश्वास देलइलकइ कि जेतना ओकरा कल्पना में आ सकऽ हलइ ओकरा से ऊ कहीं जादे अधिक जानऽ हइ, आउ ओकर कुछ मजाक एतना सफलतापूर्वक निशाना पर बैठलइ कि लिज़ावेता इवानोव्ना कइएक तुरी सोचलकइ कि ओकर राज तोम्स्की के मालुम हइ ।

"अपने के ई सब काहाँ से मालुम पड़लइ ?" ऊ हँसते पुछलकइ ।
"एगो मित्र से जे अपने के विशेष रूप से परिचित हइ", तोम्स्की उत्तर देलकइ, "बहुत लाजवाब अदमी हइ !"
"आउ केऽ हइ ई लाजवाब अदमी ?"
"ओकर नाम हइ हेर्मान ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना कुच्छो उत्तर नयँ देलकइ, लेकिन ओकर हाथ-गोड़ बरफ नियन ठंढा पड़ गेलइ ...

"ई हेर्मान", तोम्स्की बात जारी रखलकइ, "सचमुच रोमांटिक अदमी हइ - ओकर चेहरा-मोहरा नैपोलियन नियन हइ, आउ आत्मा मेफ़िस्तोफ़िलिस [जर्मन लोक-साहित्य में एगो राक्षस] के । हमरा लगऽ हइ कि ओकर अंतःकरण में कम से कम तीन अपराध हइ । अपने कइसन पीयर पड़ गेलथिन ! ..."
"हमर माथा पिरा रहल ह ... अपने के की कहलकइ ई हेर्मान - चाहे की नाम हइ ओकर ? ..."
"हेर्मान अपन मित्र से बहुत नराज हइ - ऊ बोलऽ हइ कि ओकर जगह पर ऊ बिलकुल दोसरे तरह से व्यवहार करते हल ... हमरो लगऽ हइ कि हेर्मान के भी अपने पर नजर हइ, कम से कम अपन मित्र के प्रेमोद्गार जब सुन्नऽ हइ त ऊ भावशून्य नयँ रहऽ हइ ।"
"लेकिन ऊ हमरा काहाँ देखलके ह ?"
"गिरजाघर में, हो सकऽ हइ - टहलते बखत ! ... ओकरा तो भगमाने जानऽ हइ ! हो सकऽ हइ, अपने के कमरा में, जब अपने सुत्तल होथिन - ओकरा से कइसनो बात के उमीद कइल जा सकऽ हइ ..."

ओकरा पास तीन महिला आके "oubli ou regret?" [विस्मृति या खेद ? (फ्रेंच)] [1] प्रश्न करके ई बातचीत में बाधा डाल देलकइ, जे लिज़ावेता इवानोव्ना लगी यातनापूर्वक रोचक हो गेले हल । ऊ महिला, जेकरा तोम्स्की चुनलकइ, खुद राजकुमारी *** हलइ । हॉल के एगो अतिरिक्त चक्कर लगावे आउ अपन कुरसी के सामने एक तुरी आउ नृत्य-चक्र पूरा करे के दौरान ओकन्हीं दुन्नु में सुलह हो गेलइ । तोम्स्की अपन जगह भिर जब वापिस अइलइ, तब तक ऊ न तो हेर्मान के बारे सोचब करऽ हलइ आउ न लिज़ावेता इवानोव्ना के बारे ।

ओकरा बाधित बातचीत के फेर से चालू करे के दृढ़ इच्छा हलइ; लेकिन माज़ुर्का नृत्य समाप्त हो गेलइ, आउ ओकर बाद जल्दीए बूढ़ी काउंटेस चल गेलइ । तोम्स्की के शब्द आउ कुछ नयँ हलइ, सिवाय माज़ुर्का नृत्य के बखत के गपशप, लेकिन ई (गपशप के शब्द) गहराई से नवयुवती स्वप्नद्रष्टा के आत्मा में उतर गेलइ । तोम्स्की द्वारा बनावल रेखाचित्र ओकर खुद के बनावल चित्र से मेल खा हलइ, आउ नवीनतम उपन्यास के कारण ई ओछा चेहरा ओकर कल्पना के भयभीत भी करऽ हलइ आउ मोहित भी । ऊ बैठल हलइ - अपन नंगा दुन्नु हाथ के आपस में आड़े-तिरछे रखले, अपन उघार छाती पर अपन सिर झुकइले, जे अभी तक फूल से सज्जल हलइ ... अचानक दरवाजा खुललइ, आउ हेर्मान अंदर प्रवेश कइलकइ । ऊ सिहर उठलइ ...

"अपने काहाँ हलथिन ?" ऊ भयभीत फुसफुसाहट में पुछलकइ ।
"बूढ़ी काउंटेस के शयन-कक्ष में", हेर्मान उत्तर देलकइ, "हम अभी ओकरे हीं से आ रहलिए ह । काउंटेस मर गेलइ ।"
"हे भगमान ! ... ई अपने की कह रहलथिन हँ ?"
"आउ लगऽ हइ", हेर्मान बात जारी रखलकइ, "हम ओकर मौत के कारण हिअइ ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना ओकरा दने तक्के लगलइ, आउ तोम्स्की के शब्द ओकर आत्मा में गूँज गेलइ - ई अदमी के अंतःकरण में कम से कम तीन अपराध हइ !  हेर्मान खिड़की पर ओकर बगल में बैठल हलइ आउ सब कुछ बता देलकइ ।
लिज़ावेता इवानोव्ना आतंकित होल ओकर बात पूरा-पूरा सुनलकइ । मतलब, ई सब भावपूर्ण पत्र, ई सब उत्साही माँग, ई दृढ़ आउ साहसपूर्ण पीछा - ई सब प्यार नयँ हलइ ! पैसा - ई हलइ जे ओकर आत्मा के लालायित कर रहले हल ! ई ऊ नयँ हलइ जे ओकर इच्छा के पूरा कर सकऽ हलइ आउ ओकरा सुखी बना सकऽ हलइ ! बेचारी संरक्षिता आउ कुछ नयँ हलइ, बल्कि एगो डाकू, अपन बूढ़ी संरक्षिका के हत्यारा के अंधी सहायिका ! ... अपन विलंबित यातनापूर्ण पश्चात्ताप में ऊ फूट-फूटके कन्ने लगलइ । हेर्मान ओकरा दने चुपचाप तक रहले हल - ओकर दिल ओइसीं तड़प रहले हल, लेकिन न तो बेचारी लड़की के अश्रु, आउ न ओकर शोक के आश्चर्यजनक सौंदर्य हेर्मान के कठोर आत्मा के व्याकुल कर रहले हल । मरल बुढ़िया के बारे विचार से ओकरा अंतःकरण के पश्चात्ताप के अनुभव नयँ हो रहले हल । ओकरा खाली एक्के बात के दुख हलइ - जे राज से ऊ धनी बन्ने के आशा कर रहले हल ओकर अब कभी पता नयँ चलतइ
"अपने राक्षस हथिन !" आखिरकार लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ ।
"हम तो ओकर मौत नयँ चाहऽ हलिअइ", हेर्मान उत्तर देलकइ, "पिस्तौल में गोली बोजल नयँ हलइ ।"
ओकन्हीं चुप हो गेते गेलइ ।
सुबह होवे लगलइ । लिज़ावेता इवानोव्ना जलके समाप्त हो रहल मोमबत्ती के बुता देलकइ; कमरा में हलका उजाला हो गेलइ । ऊ कन्ने के चलते लाल होल आँख के पोंछ लेलकइ आउ हेर्मान तरफ उपरे कइलकइ - ऊ दुन्नु बाँह आड़े-तिरछे रखले आउ भयंकर रूप से नाक-भौं सिकोड़ले खिड़की पर बैठल हलइ । ई मुद्रा में ऊ आश्चर्यजनक रूप से नैपोलियन के छविचित्र के आद देला रहले हल । ई सादृश्य लिज़ावेता इवानोव्ना के भी अचरज में डाल देलकइ ।
"अपने घर से बाहर कइसे होथिन ?" आखिरकार लिज़ावेता इवानोव्ना कहलकइ । "हम अपने के गुप्त ज़ीना से ले जाय लगी सोचब करऽ हलिअइ, लेकिन एकरा लगी शयन-कक्ष से जाय पड़तइ, आउ (हुआँ जाय में) हमरा डर लगऽ हइ ।"
"हमरा खाली गुप्त ज़ीना कइसे खोजल जाय, ई बता देथिन; हम बहरसी निकस जइबइ ।"
लिज़ावेता इवानोव्ना उठलइ, दराज वला अलमारी से चाभी निकसलकइ आउ हेर्मान के सौंप देलकइ आउ ओकरा विस्तार से समझा देलकइ । हेर्मान ओकर ठंढगर निर्जीव हाथ के दबइलकइ, ओकर झुक्कल सिर के चुमलकइ आउ बाहर निकस गेलइ ।
ऊ घुम-घुमौवा ज़ीना से निच्चे उतर गेलइ आउ फेर से काउंटेस के शयन-कक्ष में घुसलइ । मरल बुढ़िया बुत बन्नल बैठल हलइ; ओकर चेहरा एगो गहरा शांति के मुद्रा में हलइ । हेर्मान ओकरा सामने रुकलइ, देर तक ओकरा दने तकते रहलइ, मानूँ ई भयंकर सच्चाई के मामले में आश्वस्त होवे लगी चाह रहल होवे; आखिरकार अध्ययन-कक्ष में घुसलइ, देवाल के कागज के पीछू टटोलके दरवाजा खोजलकइ आउ विचित्र भावना से विह्वल होल, अन्हार ज़ीना पर से होके उतरे लगलइ । "ठीक एहे ज़ीना पर से होते", ऊ सोच रहले हल, "शायद, साठ साल पहिले, ठीक एहे शयन-कक्ष में, ठीक एहे समय, कशीदा काढ़ल कफ़्तान में, à l'oiseau royal  [(फ्रेंच) राजकीय पक्षी के फैशन में]  केश सँवारले, अपन तिकोना टोपी छाती से चिपकइले, एगो भाग्यशाली नवयुवक हियाँ चुपके चोरी अइले होत, जे कब के कब्र में दफन हो चुकले ह, जबकि ओकर बूढ़ी प्रेयसी के दिल के धड़कन आझ धड़कना बंद कइलकइ...।"
ज़ीना के निच्चे हेर्मान के एगो दरवाजा मिललइ, जेकरा ओहे चाभी से खोललकइ, आउ खुद के एगो गलियारा में पइलकइ, जे ओकरा सीधे सड़क पर ले गेलइ ।

टिप्पणी:
[1] "विस्मृति या खेद" - ई नृत्य खातिर निमंत्रण होवऽ हलइ । संबोधित व्यक्ति के ई दुन्नु शब्द में से एक शब्द चुन्ने पड़ऽ हलइ, बिन ई जानले कि कउन महिला से एकर संबंध हइ ।


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