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Monday, May 22, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-3 ; दृश्य-11

दृश्य-11
(ओहे सब, सिपाही देर्झिमोर्दा आउ स्विस्तुनोव)
आन्ना अंद्रेयेव्ना - हियाँ आवऽ, प्यारे !
मेयर - श्श ! ... की ? की ? सुत्तल हथिन ?
ओसिप - अभी तो नयँ, जरी-मनी अँगड़ाई ले हथिन ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - सुनऽ, तोर नाम की हको ?
मेयर - श्श ! कइसन पाँवफिरा (talipedic) भालू हइ - बूट से ठप-ठप करब करऽ हइ ! अइसे अवाज करब करऽ हइ, मानूँ चालीस पूद [22] लट्ठा गाड़ी से कोय गिरा देलकइ ! काहाँ तोहन्हीं के शैतान लेल जाब करऽ हलउ ?
देर्झिमोर्दा - जी, औडर के मोताबिक ड्यूटी पर हलिअइ ...
मेयर - श्श ! (ओकर मुँह बंद कर दे हका) कइसन कौआ नियन काँव-काँव करऽ हइ ! (ओकर नकल करऽ हका) औडर के मोताबिक ड्यूटी पर हलिअइ ! बैरेल में से मानूँ साँढ़ हँकरब करऽ हइ । (ओसिप से) अच्छऽ, मित्र, तूँ जा आउ हुआँ मालिक के जरूरत के मोताबिक तैयारी करऽ । ऊ सब, जे कुछ घर पर होवे, माँग लीहऽ ।
(ओसिप के प्रस्थान)
आ तोहन्हीं दुन्नु ड्योढ़ी पर खड़ी रह, आउ जगह से हिलना नयँ ! आउ कोय अजनबी के घर में घुस्से नयँ देना, खास करके बेपारी सब के ! अगर बल्कि एक्को गो के अंदर आवे देलँऽ, त ... खाली देखाय देउ, कि कोय अर्जी लेके आब करऽ हइ, चाहे बल्कि बिन कोय अर्जी के, लेकिन देखे में लगे कि अइसन अदमी हइ, जे हमरा विरुद्ध शिकायत करे लगी चाहऽ हइ, ओकरा सीधे धकेलके बाहर कर देना ! अइसे ! अच्छा से ! (गोड़ से देखावऽ हका) सुनलँऽ ? श्श ... श्श ...
(सिपाही लोग के पीछू-पीछू चौआ के बल प्रस्थान ।)

  
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