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Friday, June 16, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-4 ; दृश्य-12

दृश्य-12
(ख़्लिस्ताकोव आउ मारिया अंतोनोव्ना)
मारिया अंतोनोव्ना - ओह !
ख़्लिस्ताकोव - अपने काहे लगी एतना डर गेलथिन, मिस (कुमारी जी) ?
मारिया अंतोनोव्ना - नयँ, हम तो नयँ डेरइलिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - (देखावा करते) हमरा खुशी हइ, मिस, कि अपने हमरा अइसन व्यक्ति समझ लेलथिन जे ... कीऽ हम अपने के पुच्छे के साहस कर सकऽ हिअइ कि अपने के कद्धिर जाय के इरादा हलइ ?
मारिया अंतोनोव्ना - सचमुच, हम कहूँ नयँ जाब करऽ हलिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - त काहे, मसलन, अपने कधरो नयँ जाब करऽ हलथिन ?
मारिया अंतोनोव्ना - हम सोचलिअइ, कहीं हमर माय हिएँ परी तो नयँ हइ ...
ख़्लिस्ताकोव - नयँ, हमरा ई जाने के मन हइ, काहे अपने कधरो नयँ जाब करऽ हलथिन ?
मारिया अंतोनोव्ना - हमरा चलते अपने के बाधा हो रहले होत । अपने महत्त्वपूर्ण काम में व्यस्त हलथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - (देखावा करते) लेकिन अपने के आँख तो महत्त्वपूर्ण काम से जादे बेहतर हइ ... अपने हमरा कइसूँ बाधा नयँ दे सकऽ हथिन, कइसनो तरीका से नयँ; एकर विपरीत, अपने खुशी दे सकऽ हथिन ।
मारिया अंतोनोव्ना - अपने तो रजधानी के भाषा में बोलब करऽ हथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - अपने जइसन सुंदर व्यक्ति खातिर । की हम एतना भाग्यशाली होवे के साहस कर सकऽ हिअइ कि अपने के कुरसी पेश करिअइ ? लेकिन नयँ, अपने लगी तो कुरसी नयँ, बल्कि सिंहासन चाही ।
मारिया अंतोनोव्ना - सचमुच, हमरा मालुम नयँ ... हमरा चल जाय के चाही हल । (बैठ जा हइ ।)
ख़्लिस्ताकोव - अपने के शाल केतना सुंदर हइ !
मारिया अंतोनोव्ना - अपने मजाकिया हथिन, खाली हमरा नियन प्रांतीय लोग के मजाक उड़ावऽ हथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - काश, हम अपने के शाल होतिए हल, मिस, आउ अपने के कुमुदिनी (भेंट) नियन गरदन से लिपटल रहतिए हल !
मारिया अंतोनोव्ना - हमरा तो बिलकुल नयँ समझ में आवऽ हइ कि अपने की बोल रहलथिन हँ - कइसनो शाल के बारे ... आझ केतना विचित्र मौसम हइ !
ख़्लिस्ताकोव - लेकिन अपने के होंठ तो, मिस, हरेक मौसम से बेहतर हइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - अपने अइसन बात बोलते रहऽ हथिन ... हम तो अपने से निवेदन करबइ कि बेहतर अपने हमरा लगी अलबम में आदगार के रूप में कुछ कविता लिखथिन । अपने तो शायद बहुत जानऽ होथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - अपने लगी तो, मिस, ऊ सब कुछ जे अपने चाहऽ हथिन । बताथिन, अपने के कइसन कविता चाही ?
मारिया अंतोनोव्ना - कइसनो - सुंदर, नाया ।
ख़्लिस्ताकोव - हाँ, कविता ! हमरा ऊ बहुत मालुम हइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - अच्छऽ, बताथिन, कइसन कविता हमरा लगी लिखथिन ?
ख़्लिस्ताकोव - हाँ, एकरा बारे बोले के की जरूरत हइ ? हमरा अइसूँ मालुम हइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - हमरा कविता बहुत पसीन हइ ...
ख़्लिस्ताकोव - हमरा पास बहुत सारा आउ हर तरह के कविता हइ । अच्छऽ, ठीक हइ, ई कइसन हइ - "ओ, मानव, बेकार में तूँ अपन शोक में भगमान के विरुद्ध शिकायत करऽ हीं ! ..." [25] आउ दोसरो हइ ... अभी आद नयँ आवऽ हइ; लेकिन, एकरा से कोय हरज नयँ । हम एकर बदले बेहतर अपने के अपन प्रेम भेंट करऽ हिअइ, जे अपने के आँख से ... (अपन कुरसी आउ नगीच घसकावऽ हइ ।)  
मारिया अंतोनोव्ना - प्रेम ! हमरा प्रेम समझ में नयँ आवऽ हइ ... हमरा तो कभियो नयँ मालुम पड़ल कि प्रेम की होवऽ हइ ... (अपन कुरसी दूर घसकावऽ हइ ।)
ख़्लिस्ताकोव - (कुरसी नगीच लइते) काहे लगी अपने अपन कुरसी दूर ले जाब करऽ हथिन ? हमन्हीं के तो एक दोसरा के पास-पास बैठना बेहतर होतइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - (दूर हटते) काहे लगी नगीच ? दूर से भी सब कुछ बराबरे हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - (नगीच अइते) लेकिन दूर काहे लगी ? नगीच में भी सब कुछ बराबरे हइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - (दूर हट जा हइ) लेकिन अइसन काहे लगी ?
ख़्लिस्ताकोव - (नगीच अइते) वस्तुतः ई अपने के प्रतीत होवऽ हइ कि नगीच हथिन; लेकिन कल्पना करथिन कि अपने दूर हथिन । हम केतना खुश होतिए हल, मिस, अगर हम अपने के अपन आलिंगन में लगा सकतिए हल ।
मारिया अंतोनोव्ना - (खिड़की में देखऽ हइ) हुआँ परी से लगलइ कि कुछ उड़के गेलइ ? मुटरी (magpie) चाहे कोय दोसर पक्षी ?
ख़्लिस्ताकोव - (ओकर कन्हा पर चुंबन ले हइ आउ खिड़की में देखऽ हइ) ई तो मुटरी हलइ ।
मारिया अंतोनोव्ना - (गोस्सा से उठ जा हइ) नयँ, ई तो बहुत जादे ... कइसन धृष्टता ! ...
ख़्लिस्ताकोव - (ओकरा रोकते) क्षमा करथिन, मिस, हम ई प्रेम से कइलिअइ, बिलकुल प्रेम से ।
मारिया अंतोनोव्ना - त अपने हमरा अइसन प्रादेशिक लड़की समझऽ हथिन ... (छोड़ाके चल जाय लगी संघर्ष करऽ हइ ।)
ख़्लिस्ताकोव - (ओकरा रोकना जारी रखते) प्रेम के चलते, सचमुच, प्रेम के चलते । हम खाली मजाक करब करऽ हलिअइ, मारिया अंतोनोव्ना, नराज नयँ होथिन ! हम टेहुना के बल अपने से क्षमा माँगे लगी तैयार हिअइ। (अपन टेहुना के बल गिर जा हइ ।) क्षमा करथिन, क्षमा ! देखथिन, हम टेहुना के बल गिरल हिअइ ।  

  
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