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Friday, May 31, 2019

पितिरबुर्ग से मास्को के यात्रा ; अध्याय 3. तोस्ना


[*9]                                                                  तोस्ना
पितिरबुर्ग से रवाना होला पर हम मन में सोचऽ हलिअइ कि रोड बड़ी निम्मन हइ। अइसने एकरा बारे ऊ सब लोग सोचऽ हलइ जे सम्राट् के पीछू-पीछू एकरा पर यात्रा करते गेले हल। वास्तव में ई अइसने हलइ, लेकिन थोड़हीं समय खातिर। रोड पर छितराल मट्टी, जे एकरा शुष्क मौसम में समतल आउ चिकना बना दे हलइ, बारिस से द्रवित हो गेला पर, गरमी में बहुत कीचड़ बन जा हलइ, आउ एकरा अगम्य बना दे हलइ ... खराब रोड से बेचैन होल हम किबित्का से उठके अराम करे खातिर डाक झोपड़ी (post hut) में घुस गेलिअइ। झोपड़ी में हम एगो यात्री के देखलिअइ, जे सामने के कोना में सामान्य रूप से पावल जाल लमगर कृषक टेबुल भिर बैठल कुछ कागज सरियाके रख रहले हल आउ डाक स्टेशनमास्टर से निवेदन करब करऽ हलइ कि ओकरा जल्दी से जल्दी घोड़ा देल जाय। हमर ई प्रश्न पर कि ऊ केऽ हइ, हमरा मालुम चललइ कि ऊ [*10] प्राचीन स्कूल के वकील हइ जे चिथड़ा होल कगज के बड़गो ढेर के साथ पितिरबुर्ग जा रहले हल, जेकरा तखने ऊ तरतीब से सजा रहले हल। हम तुरते ओकरा साथ बातचीत में लग गेलिअइ, आउ हमरा ओकरा साथ ई बातचीत होलइ, “प्रिय महोदय !  रज़रियाद्नी आर्काइव[1] (श्रेणीकृत लेखागार) में रजिस्ट्रार के रूप में, हमरा नियन अपने के अत्यन्त विनम्र नौकर के अपन पद के सदुपयोग करे के अवसर मिललइ। बहुत प्रयास के बाद हम कइएक रूसी परिवार के स्पष्ट रूप से पुष्ट साक्ष्य के आधार पर वंशावली संग्रह कइलिए ह। हम कइएक शताब्दी के उनकन्हीं के राजसी अथवा अभिजात वंश (princely or noble ancestry)  के प्रमाण दे सकऽ हिअइ। अकसर हम व्लादिमिर मोनोमाख़[2] या खास रुरीक[3] से ओकरा वंशज होवे के प्रमाण देके राजसी गौरव स्थापित कर सकऽ हिअइ। प्रिय महाशय!", अपन कागज दने इशारा करते ऊ बात जारी रखलकइ, "सब्भे महान रूसी अभिजात वर्ग आधिकारिक रूप से हमर रचना के खरीद सकतइ, एकरा लगी ओतना भुगतान करके जेतना [*11] आउ कइसनो वस्तु लगी नञ् भुगतान कइल जा हइ। लेकिन अपने के अनुमति से, तत्रभवान् उच्चकुलीन, उत्कृष्टकुलीन या उच्च-उत्कृष्टकुलीन (Your Honour, Your Excellency, or Yоur Highness), हमरा अपने के रैंक नञ् मालुम, उनकन्हीं के मालुम नञ् कि उनकन्हीं के की चाही । अपने के मालुम हइ कि स्वर्गीय सनातनी सम्राट् फ़्योदर अलिक्सेयेविच[4], मेस्तनिचेस्त्वा[5] के समाप्त करके रूसी कुलीनवर्ग (nobility) के केतना रुष्ट कर देलथिन । ई कठोर कानून कइएक सत्यनिष्ठ राजसी (princely ) आउ राज परिवार के नोवगोरद कुलीनवर्ग के समान स्तर पर रख देलकइ । लेकिन सनातनी सर्वसत्ता-सम्पन्न सम्राट् (Sovereign Emperor)  प्योत्र महान अपन पद-तालिका[6] (Table of Ranks) से प्राचीन कुलीनवर्ग के सम्पूर्ण ग्रहण लगा देलथिन । मिलिट्री आउ सिविल सेवा के माध्यम से ऊ सब्भे लगी कुलीन उपाधि प्राप्त करे के रस्ता खोल देलथिन आउ प्राचीन कुलीनवर्ग के, अइसे कहल जाय, कुचलके पंक में डाल देलथिन । अभी हमर सर्वप्रियतम शासिका माता कुलीनवर्ग के बारे राजकीय घोषणापत्र से पहिलौका अध्यादेश (फरमान) के पुष्टि कर देलथिन हँ, जे प्राचीन कुलीन परिवार सब के [*12] कष्ट पहुँचइलकइ, काहेकि ऊ सब कुलीनवर्ग के पुस्तक में आउ दोसरा सब के अपेक्षा सबसे निच्चे रख देवल गेले ह । लेकिन अफवाह हइ कि जल्दीए एगो पूरक अध्यादेश जारी कइल जइतइ, जेकरा से ऊ परिवार के लोग के, जे 200 चाहे 300 बरिस पहिले से अपन कुलीनता सिद्ध कर सकइ, मार्किज़ (marquis) चाहे आउ दोसर कुलीन उपाधि प्रदान कइल जइतइ, आउ ओकन्हीं के दोसर परिवार सब के समक्ष एक प्रकार के विशिष्टता प्राप्त होतइ । एहे कारण से, अत्यन्त प्रिय महाशय ! हमर रचना सब्भे प्राचीन कुलीन समाज लगी अत्यन्त प्रिय होवे के चाही; लेकिन हरेक कोय के अपन दुश्मन होवऽ हइ ।
मास्को में हम युवा भद्रजन के संगत में पड़लिअइ आउ ओकन्हीं के अपन रचना प्रस्तुत कइलिअइ ताकि ओकन्हीं के अनुग्रह से हमरा कागज आउ स्याही के खरचा निकस सकइ; लेकिन ओकन्हीं के अनुग्रह के बदले हमरा ओकन्हीं के उपहास झेले पड़ल, आउ दुखी होके हम ऊ राजधानी शहर के छोड़के पितिरबुर्ग के रस्ता पकड़लिअइ, जाहाँ परी, जानवे करऽ हथिन, बहुत जादहीं प्रबुद्धता हइ । [*13] एतना कहके ऊ हमरा झुकके अभिवादन कइलकइ आउ सीधा तनके हमरा सामने बड़ी आदर के साथ खड़ी हो गेलइ । हम ओकर सोच समझ गेलिअइ, बटुआ से निकसलिअइ ... आउ ओकरा देके सलाह देलिअइ कि पितिरबुर्ग पहुँचला पर अपन नोट के अखबार वला के तौलौआ बेच देइ, पेपर लपेटे खातिर; काहेकि फर्जी मार्क्विज़ता (marquisate) कइएक सिर के घुमा देतइ, आउ ऊ रूस से समाप्त कइल एक ठो बुराई के फेर से सिर उठावे के कारण बनतइ - अपन पुरनका वंशावली के शेखी बघारे के ।



[1] रज़रियाद्नी आर्काइव - - औफिस जेकरा में ऊ सब लोग के नाम के रेकर्ड रक्खल जा हलइ, जे मिलिट्री सेवा में हलइ आउ जे रैंक (पद) ओकन्हीं के प्राप्त होले हल ।
[2] व्लादिमिर मोनोमाख़ (1053-1125) - व्लादिमिर II; कीव के ग्रैंड प्रिंस (1113-1125) । प्रारम्भिक शासक में से सबसे अच्छा आउ सबसे अधिक प्रिय ।
[3] रुरीक - रूसी राज्य के पारम्परिक संस्थापक, जे लगभग 862 ई॰ में नोवगोरद में शायद स्कैन्डिनेविया से अइले हल ।
[4] सम्राट् फ़्योदर अलिक्सेयेविच (1661-1682) – फ़्योदर III, रूस के सम्राट् (1676-1682); प्योत्र प्रथम (प्योत्र महान) (1672-1725) के बड़का भाय ।
[5] मेस्तनिचेस्त्वा - एक प्रणाली जेकरा में कुलीन परिवार के सदस्य के सरकारी सेवा में नियुक्ति आनुवंशिक वरीयता से कइल जा हलइ, न कि ओकर व्यक्तिगत योग्यता पर । उदाहरणस्वरूप, ओदोयेव्स्की परिवार के सदस्य के उच्चतर पद पर नियुक्ति के आनुवंशिक अधिकार हलइ, बुतुरलिन परिवार के सदस्य के अपेक्षा । दे॰ वसिली ओसिपोविच क्लुचेव्सकी (1911-1931) - "अ हिस्ट्री ऑफ़ रसिया" (रूस के इतिहास), अंग्रेजी अनुवाद - सी.जे. होगार्थ, पाँच खंड में; खंड-2, पृ॰45-57. मेस्तनिचेस्त्वा प्रणाली के 12 जनवरी 1682 के कानून से समाप्त कर देल गेलइ ।
[6] पद-तालिका (Table of Ranks) - 24 जनवरी 1722 में प्योत्र महान द्वारा जारी कइल गेल पद-तालिका में रैंक 1 से लेके 14 तक । उच्चतम रैंक 1 आउ न्यूनतम रैंक 14 । दे॰ “रूसी साम्राज्य के कानून के समग्र संग्रह, सन् 1649 से” (रूसी में), पितिरबुर्ग, 1830; खंड-6, पृ॰486-493. https://en.wikipedia.org/wiki/Table_of_Ranks.

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