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Wednesday, September 08, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 2; अध्याय 10

                                  अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 2

अध्याय 10

हम सीधे अल्योशा तरफ रवाना होलिअइ। ऊ अपन बाप के साथ मालयऽ मोर्स्कयऽ (Malaya Morskaya) में रहऽ हलइ। प्रिंस के पास बड़गो फ्लैट हलइ, ई बात के बावजूद कि ऊ अकेल्ले रहऽ हलइ। अल्योशा ई फ्लैट में दू उत्तम कमरा लेले हलइ। [*288] हम बहुत विरले ओकरा हीं जा हलिअइ, अब तक कुल्लम, लगऽ हइ, एक्के तुरी गेलिए ह। ऊ हमरा हीं जादे अकसर भेंट दे हलइ, खास करके शुरू में, नताशा के साथ ओकर संबंध जुड़ला के शुरुआत में। ऊ घर पर नञ् हलइ। हम सीधे ओकर आधा (अर्थात् कमरा) में गेलिअइ आउ ओकरा लगी एगो अइसन नोट लिखलिअइ-

"अल्योशा, तूँ, लगऽ हको, पागल हो गेलऽ ह। काहेकि मंगलवार के शाम में तोरे पिताजी खुद नताशा के तोर पत्नी बनावे के सम्मन देलथुन हल, तूहूँ ई निवेदन पर खुश होलहो हल, जेकर हम गोवाह हियो, त, खुद्दे सहमत हकहो, कि तोर व्यवहार वर्तमान स्थिति में कुछ विचित्र हको। जानऽ हकहो, कि तूँ नताशा के साथ की कर रहलहो ह? कइसनो परिस्थिति में, हमर नोट तोरा आद देलइतो, कि तोहर भावी पत्नी के प्रति तोर व्यवहार अत्यंत अनुचित आउ अविवेकपूर्ण हको। हमरा निम्मन से मालुम हको, कि तोरा उपदेश देवे के हमरा कोय अधिकार नञ् हइ, लेकिन हम एकरा पर कोय ध्यान नञ् दे ही।

पश्च लेखः ई पत्र के बारे ऊ (नताशा) कुछ नञ् जानऽ हइ, आउ न ऊ हमरा से तोरा बारे कुछ बोललो ह।"

हम ई नोट (पत्र) के बन्द कइलिअइ आउ ओकर टेबुल पर रख देलिअइ। हमर सवाल पर नौकर जवाब देलकइ, कि अलिक्सेय पित्रोविच घर पर लगभग बिलकुल नञ् आवऽ हथुन आउ कि आझो रात में जल्दी वापिस आवे वला नञ् हथुन, सुबह होवे के पहिले।

हम मोसकिल से घर पहुँचलूँ। हमर सिर चकरा रहल हल, हमर गोड़ कमजोर हो गेल हल आउ काँप रहल हल। हमर दरवाजा खुल्ला हले। हमरा हीं निकोलाय सिर्गेयिच इख़मेनेव बैठल हमर इंतजार कर रहलथिन हल। ऊ टेबुल भिर बैठल हलथिन आउ चुपचाप, अचरज से एलेना के तरफ तक रहलथिन हल, आउ ओहो कम अचरज से उनका तरफ नञ् तक रहले हल, लेकिन बिलकुल चुप हलइ। "एहे तो बात हइ", हम सोचलिअइ, "ई (एलेना) उनका विचित्र लगहीं के चाही।"

"अइकी, भाय, पूरे एक घंटा से हम तोर राह देख रहलियो ह आउ, स्वीकार करऽ हियो, हम कइसूँ ... तोरा अइसन हालत में पावे के आशा नञ् कइलियो हल", ऊ बात जारी रखलथिन, कमरा के मुआइना करते आउ अगोचर रूप से हमरा एलेना तरफ इशारा करते। उनकर नजर में अचरज चित्रित हलइ। लेकिन, उनका आउ नगीच से देखला पर, हम उनका में चिंता आउ उदासी नोटिस कइलिअइ। उनकर चेहरा हमेशे के अपेक्षा जादे पीयर हलइ।

"बैठ जा, बैठ जा", ऊ बात जारी रखलथिन, चिंतित आउ बेचैन मुद्रा के साथ, "हम तोहरा हीं जल्दी-जल्दी में अइलियो ह, काम हको; लेकिन तोहर की हाल-चाल हको? तोहर चेहरा उतरल लगऽ हको।"

"हमर तबीयत ठीक नञ् हके। सुबहे से सिर चकरा रहल ह।"

"देखऽ, एकर उपेक्षा नञ् करे के चाही। सर्दी तो नञ् धर लेलको ह?"

"नञ्, बस खाली तंत्रिका दौरा (nervous attack)। हमरा ई कभी-कभी होवऽ हइ। लेकिन अपने तो ठीक-ठाक हथिन न?"

"कुछ नञ्, कुछ नञ्! अइसीं, खाली उत्तेजना। काम हइ। बैठऽ।"

हम कुरसी खींच लेलिअइ आउ टेबुल भिर उनका सामने बैठ गेलिअइ। बुढ़उ जरी सुन हमरा दने झुक गेलथिन आउ आधा फुसफुसाहट में बोललथिन –

"देखऽ, ओकरा तरफ मत देखऽ आउ अइसन देखावा करऽ, मानु हम सब कुछ बाहरी बात कर रहलिए ह। ऊ तोहरा हीं कइसन अतिथि बैठल हको?"

"बाद में अपने के सब कुछ बतइबइ, निकोलाय सिर्गेयिच। ई एगो असहाय लड़की हइ, बिलकुल अनाथ, ओहे स्मिथ के नतनी, जे हियाँ रहऽ हलइ आउ मिठाय के दोकान में मर गेलइ।"

"ओह, त ओकरा नतनी भी हलइ! अच्छऽ, भाय, ऊ तो सनकी हइ! कइसे देखऽ हइ, कइसे देखऽ हइ! हम तो सरल भाषा में बोलऽ हियो - अगर तूँ आउ पाँच मिनट तक नञ् अइतऽ हल, त हम हियाँ बैठल नञ् मिलतियो हल। ऊ तो मोसकिल से दरवाजा खोललकइ आउ अभी तक [*289] एक्को शब्द नञ्; ऒकरा देख के तो डर लगऽ हइ, मानव जीव तो नञ् लगऽ हइ। लेकिन ऊ हियाँ कइसे अइलइ? लेकिन, हमर समझ से, शायद, अपन नाना हीं अइले होत, ई नञ् जानते, कि ऊ मर चुकले ह।"

"हाँ। ऊ बड़ी अभगली हलइ। बुढ़उ, मरते बखत भी, ओकरा आद कर रहले हल।"

"हूँ! जइसन नाना, ओइसने नतनी। बाद में ई सब हमरा बतइहऽ। शायद, ओकरा कुच्छो से मदत करना भी संभव होतइ, कइसूँ, अगर ऊ एतना अभगली हइ ... लेकिन अभी की, भाय, ओकरा कहल नञ् जा सकऽ हइ, कि ऊ चल जाय, काहेकि तोरा से कुछ गंभीर बात करे के हइ।"

"लेकिन ओकरा कहीं जाय लगी नञ् हइ। ऊ हिएँ रहऽ हइ।"

हम बुढ़उ के यथासंभव समझइलिअइ, दू शब्द में, ई बात जोड़ते, कि ओकरा सामने बोलल जा सकऽ हइ, काहेकि ऊ एगो बुतरू हइ।

"हाँ ... निस्सन्देह, बुतरू हइ। खाली तूँ, भाय, हमरा स्तब्ध कर देलऽ। ई तोरा साथ रहऽ हको, हे भगमान!"

आउ बुढ़उ अचरज में ओकरा तरफ एक तुरी आउ देखे लगलथिन। एलेना, ई अनुभव करते, कि ओकरे बारे बोलल जा रहले ह, चुपचाप बैठल रहलइ, मूड़ी गोतले आउ सोफा के किनारा के अँगुरी से नोचते। ऊ पहिलहीं नयका ड्रेस पेन्ह चुकले हल, जे ओकरा पर बिलकुल फिट बैठले हल। ओकर बाल हमेशे के अपेक्षा आउ जादे सावधानी से झारल हलइ, शायद, नयका ड्रेस के मोताबिक। सामान्यतः अगर ओकर नजर के हाव-भाव में विचित्र वहशीपन नञ् रहते हल, त ऊ एगो अत्यंत सुन्दर लड़की होते हल।

"संक्षेप में आउ साफ-साफ, अइकी ई, भाय, हमरा कहे के हको", बुढ़उ फेर शुरू कइलथिन, "लमगर बात, महत्त्वपूर्ण बात ..."

ऊ मूड़ी गोतले बैठल हलथिन, गंभीर आउ विचारमग्न मुद्रा में आउ, अपन शीघ्रता आउ "संक्षिप्त आउ स्पष्ट" के बावजूद, अपन बात शुरू करे लगी शब्द नञ् पा रहलथिन हल। "कउची होतइ?" हम सोचलिअइ।

"देखऽ हो, वान्या, हम तोरा भिर एगो बहुत बड़गो निवेदन लगी अइलियो ह। लेकिन पहिले ... चूँकि हम खुद अब समझऽ हिअइ, तोरा कुछ परिस्थिति के बारे समझावे पड़त ... अत्यंत नाजुक परिस्थिति ..."

ऊ गला साफ कइलथिन आउ हमरा तरफ सरसरी निगाह डललथिन; निगाह डललथिन आउ लाल हो गेलथिन; लाल हो गेलथिन आउ खुद पर गोस्सा कइलथिन अपन अविवेक पर; गोसइलथिन आउ निश्चय कइलथिन –

"खैर, एकरा में अब समझावे लायक की हइ! खुद्दे समझ जइबऽ। सीधे आउ सरल तौर पर कहल जाय तो हम प्रिंस के द्वन्द्व-युद्ध के चुनौती दे रहलिए ह, आउ तोरा एकर प्रबन्ध करे के आउ सहायक (second) होवे के निवेदन करऽ हियो।"

हम झटका से कुरसी के पीठ तरफ हो गेलिअइ आउ अचरज से अपन आपा खोवल उनका तरफ देखे लगलिअइ।

"कउची देखऽ हो! हम आखिर पगला नञ् गेलियो ह।"

"लेकिन, माफ करथिन, निकोलाय सिर्गेयिच! कउन बहाने, कउन लक्ष्य से? आउ, आखिरकार, ई कइसे संभव हइ ..."

"बहाना! लक्ष्य!" बुढ़उ चिल्लइलथिन, "ई तो निम्मन बात हइ! ..."

"ठीक हइ, ठीक हइ, मालुम हइ, कि अपने की कहथिन; लेकिन अपन अइसन कार्रवाई से की साधथिन! द्वन्द्व-युद्ध से की फयदा होतइ? हम स्वीकारऽ हिअइ, कि हमरा कुच्छो नञ् समझ में आवऽ हके।"

"हम एहे सोचलियो हल, कि तोरा कुछ नञ् समझ में अइतो। सुन्नऽ - हमन्हीं के मोकदमा समाप्त हो गेलइ (मतलब, कुछ दिन में समाप्त हो जइतइ; औपचारिकता मात्र [*290] रह गेले ह); हम मोकदमा हार गेलूँ हँ। हमरा दस हजार रूबल तक भुगतान करे के हइ; एहे कोर्ट के फैसला हइ। इख़मेनेवका एकर प्रतिभूति (security) हइ। परिणामस्वरूप, अब ई नीच अदमी अपन पैसा के मामले में सुरक्षित हइ, लेकिन हम, इख़मेनेवका प्रस्तुत करके, भुगतान कर देलिअइ आउ एगो अजनबी बन गेलिए ह। अब हम अपन सिर उठा सकऽ हिअइ। (आउ कह सकऽ हिअइ,) फलना आउ फलना, सर्वसम्मानित प्रिंस, अपने हमरा दू साल तक अपमानित कइलथिन हँ, अपने हमर नाम आउ हमर परिवार के प्रतिष्ठा के बदनाम कइलथिन हँ, आउ ई सब हमरा सहन करे पड़ले ह! त हम अपने के द्वन्द्व-युद्ध के चुनौती दे सकऽ हिअइ। अपने हमरा तहिए सीधे कह सकऽ हलथिन - «ए, धूर्त व्यक्ति, तूँ हमरा मारे लगी चाहऽ हँ, ताकि तूँ हमरा ऊ रकम नञ् चुका सके, जे, तोरा आभास होवऽ हउ, कोर्ट तोरा हमरा भुगतान करे के फैसला करतउ, देर चाहे सबेर! नञ्, शुरू में देखल जाय, कि कोर्ट मोकदमा के की फैसला करऽ हइ, आउ बाद में चुनौती दे।» अब, आदरणीय प्रिंस, केस के फैसला हो चुकले ह, अपने सुरक्षित हथिन, परिणामस्वरूप, अब कोय कठिनाई नञ् हइ, आउ ओहे से, की अब हियाँ आना सुविधाजनक नञ् हइ, बैरियर (द्वन्द्व-युद्ध) में। त अइकी एहे मामला हइ। त की, तोर मत से, हमरा, आखिरकार, कोय अधिकार नञ् हइ, खुद लगी बदला लेवे के, सब कुछ लगी, सब कुछ लगी बदला लेवे के!"

उनकर आँख चमक रहले हल। हम देर तक उनका दने चुपचाप निहार रहलिए हल। हम उनकर गुप्त विचार में प्रवेश करे के मन कइलकइ।

"सुनथिन, निकोलाय सिर्गेयिच", आखिरकार हम उत्तर देलिअइ, मुख्य बात कहे के निर्णय करके, जेकरा बेगर हमन्हीं एक दोसरा के समझ नञ् सकऽ हलिअइ। "की अपने हमरा साथ खुले दिल से बात कर सकऽ हथिन?"

"हाँ", ऊ दृढ़तापूर्वक उत्तर देलथिन।

"हमरा सीधे-सीधे बताथिन - की खाली बदला के भावना अपने के चुनौती लगी प्रेरित कर रहले ह, कि अपने के मन में आउ कोय लक्ष्य हइ?"

"वान्या", ऊ उत्तर देलथिन, "तूँ जानऽ हो, कि कुछ बिन्दु पर हम केकरो बातचीत लगी अनुमति नञ् दे हिअइ; लेकिन अभी लगी हम अपवाद के रूप में ले हिअइ, काहेकि तूँ अपन स्पष्ट बुद्धि से तुरते अन्दाज लगा लेलऽ, कि ई बिन्दु से बच के निकलना असंभव हइ। हाँ, हमर दोसरो लक्ष्य हइ। ई लक्ष्य हइ - अपन जिनगी बरबाद कइल बेटी के बचाना आउ ओकरा बरबादी के रस्ता पर जाय से बचाना, जेकरा पर अब अद्यतन परिस्थिति ओकरा ढकेल रहले ह।"

"लेकिन अपने ओकरा ई द्वन्द्व-युद्ध से कइसे बचइथिन? ई प्रश्न हइ।"

"ऊ सब कुछ में दखल देके, जेकर हुआँ अभी प्लान बनावल जा रहले ह। सुन्नऽ - ई मत सोचऽ, कि हमर मस्तिष्क में कोय पैतृक स्नेह, चाहे अइसने कोय दुर्बलता हइ। ई सब कुछ बकवास हइ! अपन दिल के भीतरी भाग के हम केकरो नञ् देखावऽ हिअइ। तूहूँ ऊ नञ् जानऽ ह। बेटी हमरा त्याग देलकइ, हमर घर से प्रेमी के साथ चल गेलइ, आउ हम ओकरा अपन दिल से निकास देलिअइ, एक्के तुरी हमेशे लगी निकास देलिअइ, ठीक ओहे शाम के - आद हको? अगर तूँ हमरा ओकर छवि (portrait) के सामने सुबकते देखलहो ह, त एकरा से ई नतीजा नञ् निकसऽ हइ, कि हम ओकरा माफ कर देवे लगी चाहऽ हिअइ। हम तहियो नञ् माफ कइलिए हल। हम अपन नष्ट होल खुशी खातिर रोवऽ हलूँ, निर्थक स्वप्न खातिर, आउ ओकरा खातिर नञ्, जइसन कि अभी ऊ हइ। हम, शायद, अकसर रोवऽ हिअइ; हम ई बात कबूल करे में नञ् शरमा हिअइ, ठीक ओइसीं जइसे कि ई बात के स्वीकार करे में नञ् शरमा हिअइ, कि पहिले अपन बुतरू के दुनियाँ में सबसे जादे मानऽ हलिअइ। ई सब कुछ, प्रतीयमानतः, हमर वर्तमान व्यवहार के विरुद्ध हइ। तूँ हमरा कह सकऽ ह - अगर अइसन बात हइ, अगर ओकर भाग्य के प्रति भावशून्य हथिन, जेकरा अब अपन बेटी नञ् मानऽ हथिन, त काहे लगी दखल दे हथिन ओकरा में, जेकर हुआँ प्लान बनावल जा रहले ह? हम उत्तर दे हियो - पहिला, ई लगी, कि हम ऊ नीच आउ धूर्त आदमी के [*291] विजयोत्सव मनावे देवे लगी नञ् चाहऽ हिअइ, आउ दोसरा, मानवता के सामान्य भावना के चलते। अगर ऊ हमर बेटी नञ् रहलइ, तइयो ऊ कमजोर, असुरक्षित आउ धोखा खाल जीव हइ, जेकरा आउ जादे धोखा देल जा हइ, ताकि ओकरा बिलकुल समाप्त कर देल जाय। हम ई मामला में सीधे शामिल नञ् हो सकऽ हिअइ, बल्कि परोक्ष रूप से, द्वन्द्व-युद्ध से, हो सकऽ हिअइ। अगर हमरा मार देल जा हइ चाहे हमर खून बहावल जा हइ, त की वास्तव में ऊ (लड़की) हमर रोधक (बैरियर) के पार जइतइ, आउ शायद, हमर लाश से होके आउ हमर हत्यारा के बेटा के साथ जइतइ, ऊ राजा के बेटी नियन (आद हको, हमन्हीं हीं एगो पुस्तक हलइ, जेकरा से तूँ पढ़े लगी सिखलऽ हल), जे रथ में अपन बाप के लाश पर से होके गेले हल? आउ, आखिरकार, द्वन्द्व-युद्ध होवऽ हइ, त प्रिंस लोग खुद्दे ई विवाह नञ् चाहतइ। एक शब्द में, हमरा ई विवाह पसीन नञ् आउ अपन सब ताकत लगा देबइ, ताकि ई नञ् होवइ। समझलहो अब हमर बात?"

"नञ्। अगर अपने नताशा के कल्याण चाहऽ हथिन, त कइसे अपने ओकर विवाह में दखल देवे के फैसला करथिन, मतलब ठीक ओइसे, जेकरा से ओकर नाम स्थापित हो सकइ? आखिर ओकरा ई संसार में लमगर अवधि तक जीना हइ; ओकरा लगी निम्मन नाम (प्रतिष्ठा) महत्त्वपूर्ण हइ।"

"आउ दुनियाँ के सब्भे मत पर थुक्के के चाही, अइकी अइसे ओकरा सोचे के चाही! ओकरा समझे के चाही, कि ओकरा लगी सबसे बड़गो बदनामी ओकर ई विवाह में निहित हइ, अइसनकन नीच लोग के ठीक संबंध में, अइसन दयनीय समाज के साथ। उदार गौरव - ओकर समाज के उत्तर हइ। तब, शायद, हमहूँ ओकरा लगी अपन हाथ बढ़ावे लगी सहमत होबइ, आउ देखल जाय, कि केऽ तब हमर बुतरू के कलंकित करे के साहस करऽ हइ!"

अइसन निराशाजनक आदर्शवाद हमरा अचंभित कर देलकइ। लेकिन हम तुरते अन्दाज लगा लेलिअइ, कि ऊ आपा खो चुकलथिन हँ आउ क्रोध में बोलब करऽ हथिन।

"ई अत्यंत आदर्श हइ", हम उनका उत्तर देलिअइ, "ओहे से, क्रूरता हइ। अपने ओकरा से अइसन शक्ति के आशा करऽ हथिन, जे अपने ओकरा जन्म के बखत नञ् दे पइलथिन। आउ की वास्तव में ऊ विवाह लगी सहमत ई कारण से हइ, कि ऊ राजकुमारी कहलाय लगी चाहऽ हइ? आखिर ऊ प्यार करऽ हइ; आखिर ई तो भावावेश हइ, ई भाग्य हइ। आउ आखिरकार - अपने ओकरा से जनता के मत के प्रति घृणा के आशा करऽ हथिन, लेकिन खुद्दे एकरा सामने अपन सिर झुकावऽ हथिन। प्रिंस अपने के अपमानित कइलकइ, सार्वजनिक रूप से अपने के ऊ अपन राजकीय घराना में धोखा से रिश्तेदारी साधे के नीच हरक्कत के दोषारोपण कइलकइ, आउ अइकी अपने अब तर्क दे हथिन - अगर ई लड़की खुद्दे ओकन्हीं के प्रस्ताव के अब ठुकरा दे हइ, ओकन्हीं के तरफ से औपचारिक प्रस्ताव के बाद, तब, जाहिर हइ, ई पहिलउका मिथ्यापवाद (झूठा आरोप, slander) के सर्वांगपूर्ण आउ स्पष्ट खण्डन होतइ। त अइकी ई अपने प्राप्त करे के प्रयास कर रहथिन हँ, अपने ठीक प्रिंस के मत के सामने झुक रहलथिन हँ, अपने प्रयास कर रहलथिन हँ, कि ऊ खुद्दे अपन गलती मान ले। "अपने के ओकरा उपहास करे के मन करऽ हइ, आउ ओकरा पर बदला चुकावे के, आउ एकरा लगी अपने अपन बेटी के बलिदान कर रहलथिन हँ। की ई अहंकार नञ् हइ?"

बुढ़उ उदास आउ नाक-भौं सिकोड़ले बैठल रहलथिन आउ देर तक एक्को शब्द जवाब नञ् देलथिन।

"तूँ हमरा साथ अन्याय करऽ हो, वान्या", ऊ आखिरकार बोललथिन, आउ उनकर पिपनी पर आँसू चमके लगलइ, "कसम से, अन्याय, लेकिन छोड़ऽ ई बात के! हम तोरा सामने अपन दिल के उलटके देखा नञ् सकऽ हियो", ऊ बात जारी रखलथिन, उठते आउ अपन टोपी पकड़ते, "एक बात कहबो - तूँ अभी बेटी के खुशी के बारे कहलहो। हमरा पक्का आउ अक्षरशः ई खुशी पर विश्वास नञ्, एकरा अलावे, कि ई विवाह हमर दखलंदाजी के बेगर भी कभियो नञ् होतइ।"

[*292] "ई कइसे! अपने काहे अइसन सोचऽ हथिन? अपने, शायद, कुछ तो जानऽ हथिन?" हम कुतूहलवश चिल्लइलिअइ।

"नञ्, कुच्छो खास हमरा मालुम नञ्। लेकिन ई अभिशप्त लोमड़ी अइसन मामला के निर्णय नञ् कर सकले होत। ई सब बकवास हइ, बस साजिश। हमरा एकरा में पक्का विश्वास हइ, आउ हमर शब्द के स्मरण रखिहऽ, कि ई सच निकसतो। दोसरा - अगर ई विवाह होवो कइलो, मतलब खाली ओहे परिस्थिति में, अगर ऊ नीच के कोय विशेष, गुप्त लाभ, जेकरा बारे केकरो कुछ मालुम नञ्, जेकर आधार पर ई विवाह ओकरा लगी लाभदायक हइ - अइसन लाभ, जे हम पक्का तौर पर समझ नञ् पावऽ हिअइ, त खुद्दे निर्णय करहो, अपन अंतःकरण से पुछहो - कि ऊ (नताशा) ई विवाह में खुश होतइ? शिकवा-शिकायत, अपमान, ऊ लड़का के सहेली, जे अभियो ओकर प्यार से लद्दल हइ, आउ जब विवाह करतइ - त तुरते ओकर उपेक्षा करना शुरू कर देतइ, आउ नराज, अपमानित करतइ; एकर साथे-साथ लड़की के तरफ से भावना जाहाँ बढ़तइ, हुएँ दोसरा तरफ से ठंढा पड़ल जइतइ; ईर्ष्या, यातना, नरक, तलाक, शायद, अपने आप में अपराध ... नञ्, वान्या! अगर तोहन्हीं हुआँ परी खिचड़ी पका रहलहो ह, आउ तूँ तइयो मदत करऽ हो, त हम पहिले से बता दे हियो, कि तोरा भगमान के उत्तर देवे पड़तो, लेकिन तब तक देर हो चुकल होतो! अलविदा!"

हम उनका रोकलिअइ।

"सुनथिन, निकोलाय सिर्गेयिच, अइसन निर्णय कइल जाय - प्रतीक्षा कइल जाय। आश्वस्त होथिन, कि ई मामला के खाली आँख नञ् देखब करऽ हइ, आउ, हो सकऽ हइ, कि ई अत्यंत उत्तम ढंग से सलटा जइतइ, खुद ब खुद, बिन कोय हिंसक आउ कृत्रिम अनुमतिपत्र के, मसलन ई द्वन्द्व-युद्ध। समय - सबसे उत्तम समाधान हइ! आउ आखिरकार, हमरा कहे के अनुमति देथिन, कि अपने के पूरा प्लान बिलकुल असंभव हइ। की वास्तव में अपने बल्कि एक्को मिनट सोच सकथिन, कि प्रिंस अपने के चुनौती स्वीकार करतइ?"

"कइसे नञ् स्वीकार करतइ? तूँ की कह रहलहो ह, होश में आके बोलहो!"

"हम कसम खाके कहऽ हिअइ, ऊ स्वीकार नञ् करतइ, आउ विश्वास करथिन, कि ऊ बिलकुल काफी संतोषजनक उपाय खोज लेतइ; ई सब कुछ नियमनिष्ठ अकड़ के साथ करतइ, आउ साथे-साथ अपने बिलकुल उपहास पात्र बन जइथिन ..."

"मेहरबानी करऽ, भाय, मेहरबानी करऽ! एकर बाद तो हमरा बस अचंभित कर देलऽ! आउ कइसे ऊ एकरा स्वीकार नञ् करतइ? नञ्, वान्या, तूँ बस कइसनो कवि हकऽ; ठीक, वास्तविक कवि! त तोर मत के अनुसार, कइसे हमरा से लड़ना ओकरा लगी अशोभनीय हइ? हम ओकरा से बत्तर नञ् हिअइ। हम बूढ़ा हिअइ, एगो अपमानित पिता; तूँ - रूसी साहित्यकार, आउ ओहे से एगो आदरणीय व्यक्ति, तूँ सहायक बन सकऽ हो आउ ... आउ ... हमरा तो समझ में नञ् आवऽ हको, कि तोरा आउ की चाही ..."

"अइकी देखभो। ऊ अइसन बहाना प्रस्तुत करतइ, कि अपने खुद्दे, अपने, पहिला होथिन, जे पइथिन, कि ओकरा साथ अपने के लड़ना - बिलकुल असंभव हइ।"

"हूँ ... ठीक हको, हमर मित्र, तोहरे अनुसार होवे द! हम प्रतीक्षा करबो, जाहिर हइ, कोय निश्चित समय तक।"

देखल जाय, कि समय की करऽ हइ। लेकिन अइकी, हमर मित्र - हमरा वचन द, कि न तो हुआँ, आउ न आन्ना अन्द्रेयेव्ना के हमन्हीं बीच होल बातचीत के बतइबहो।"

"हम वचन दे हिअइ।"

"दोसर बात, वान्या, अनुग्रह करिहऽ, एकर आगू कभियो एकरा बारे हमरा साथ बातचीत नञ् शुरू करिहऽ।"

"ठीक हइ, हम वचन दे हिअइ।"

[*293] "आउ, आखिरकार, एगो आउ निवेदन - हम जानऽ हियो, हमर प्यारे, तूँ हमन्हीं हीं, शायद, बोर होवऽ ह, लेकिन हमन्हीं हीं जरी आउ अकसर, अगर संभव होवे त, आवऽ। हमर बेचारी आन्ना अन्द्रेयेव्ना तोहरा एतना मानऽ हको आउ ... आउ ... तोरा बेगर एतना बोर होवऽ हइ ... समझऽ हो, वान्या?"

आउ ऊ जोर से हमर हाथ दबइलथिन। हम उनका अंतःकरण से वचन देलिअइ।

"आउ अब, वान्या, अन्तिम नाजुक बात - तोरा पास पैसा हउ?"

"पैसा!" हम अचरज से दोहरइलिअइ।

"हाँ (आउ बुढ़उ लाल हो गेलथिन आउ नजर झुका लेलथिन); देख हिय, भाय, तोरा फ्लैट हको ... तोहर परिस्थिति पर ... आउ जइसन कि हम सोचऽ हियो, कि तोरा आउ दोसर अप्रत्याशित खरचा होवऽ होतो (आउ ठीक अभी हो सकऽ हको), तब ... अइकी, भाय, डेढ़ सो रूबल, पहिला अवसर पर ..."

"डेढ़ सो रूबल, ओकरो पर पहिला अवसर  पर, जबकि अपने खुद केस हार गेलथिन हँ!"

"वान्या, तूँ, जइसन कि हम देखऽ हियो, हमरा बिलकुल नञ् समझऽ ह! अप्रत्याशित  आवश्यकता हो सकऽ हको, ई समझहो। कुछ परिस्थिति में पैसा स्थिति के स्वतंत्रता प्रदान कर सकऽ हइ, आउ निर्णय के स्वतंत्रता। शायद, तोरा अभी जरूरत नञ् हको, लेकिन की तोरा भविष्य खातिर कुछ नञ् जरूरत पड़तो? कइसनो हालत में, हम तोरा लगी ई रख रहलियो ह। बस एहे एतना हको, जे हम संग्रह कर पइलियो ह। अगर खरच नञ् कर पइबऽ, त वापिस कर दिहऽ। लेकिन अभी लगी अलविदा! हे भगमान, तूँ कइसन पीयर पड़ गेलऽ ह! तूँ पूरा बेमार हकऽ ..."

हम एतराज नञ् कइलिअइ आउ पैसा ले लेलिअइ। ई बिलकुल स्पष्ट नञ् हलइ, कि काहे लगी ई हमरा हीं छोड़ देलथिन।

"हम मोसकिल से गोड़ पर खड़ी हो सकऽ हूँ", हम उनका उत्तर देलिअइ।

"ई बात में लापरवाही नञ् बरतिहऽ, वान्या, प्यारे, लापरवाही नञ् बरतिहऽ! आझ कहीं नञ् जइहऽ। आन्ना अन्द्रेयेव्ना के ओइसहीं बता देबो, कि तूँ कइसन स्थिति में हकहो। की डाक्टर के जरूरत हको? बिहान हम भेंट करबो; कम से कम यथाशक्ति प्रयास करबो, अगर हम खुद के गोड़ घसीट सकबो। लेकिन अभी तो तूँ पड़ जा ... अच्छऽ, अलविदा। अलविदा, लड़की; ऊ पीठ देखा देलकइ! सुन्नऽ, मित्र हमर! अइकी आउ पाँच रूबल हको; ई लड़की खातिर। तूँ, लेकिन, ओकरा नञ् बतइहो, कि हम्मे देलिए ह, लेकिन अइसीं, ओकरा लगी खरच करिहो, ओकरा लगी कइसनो जुत्ता, अन्तरीय ... बहुत कुछ जरूरत पड़तइ! अलविदा, मित्र हमर ..."

हम उनका गेट तक छोड़े लगी गेलिअइ। हमरा दरबान के अपना लगी खाना लावे लगी कहे पड़लइ। एलेना अभी तक कुछ नञ् कइलके हल ...

 

भूमिका                       भाग 2, अध्याय 9                   भाग 2, अध्याय 11

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