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Sunday, August 22, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 2; अध्याय 1

                                      अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 2

अध्याय 1

एक मिनट बाद हम सब अधकपारी नियन हँस रहलिए हल।

"हाँ, बतावे द, हमरा बतावे द", अपन उँचगर अवाज से अल्योशा हमन्हीं सब के हँसी के शांत कर देलकइ। "ओकन्हीं सोचऽ हइ, कि ई सब कुछ, पहिलहीं नियन ... कि हम तुच्छ काम लगी अइलिअइ ... हम तोहन्हीं के कहऽ हियो, कि हमरा एगो अत्यंत रोचक बात बतावे के हको। लेकिन कभी शांत भी होते जइबहो! "

ओकरा कहे के अत्यंत उत्सुकता हलइ। ओकर चेहरा से लगऽ हलइ, कि ओकरा पास कोय मुख्य समाचार हलइ। लेकिन ओकर अइसन समाचार बतावे लगी ओकर बचकाना प्रदर्शित अकड़ तुरते नताशा के हँसा देलकइ। हमरो ओकरा पीछू हँस्से बेगर नञ् रहल गेलइ। आउ जेतने जादे अल्योशा हमन्हीं पर गोसइलइ, ओतने जादे हमन्हीं हँसलिअइ। अल्योशा के चीढ़ आउ बाद में बचकाना निराशा हमन्हीं के आखिरकार ऊ हद तक पहुँचा देलकइ, जबकि खाली अँगुरी देखावे के जरूरत हलइ, कि गोगल के मिडशिपमैन[1] जइसन तुरतम्मे हँस्सी फूट पड़ऽ हलइ। मावरा, रसोईघर से निकसके, दरवाजा पर खड़ी होलइ आउ हमन्हीं तरफ गंभीर क्रोध के साथ देखे लगलइ, ई बात से चिढ़ते, कि अल्योशा के नताशा तरफ से निम्मन फटकार नञ् मिलले हल, जइसन कि ऊ ई पूरे पाँच दिन से खुशी से आशा कर रहले हल, बल्कि एकरा बदले सब कोय एतना प्रसन्न देखाय दे हइ।

आखिरकार नताशा, ई देखके, कि हमन्हीं के हँसी से अल्योशा नराज हइ, हँसना बन्द कर देलकइ।

"तूँ कउची कहे लगी चाहऽ हो?" ऊ (नताशा) पुछलकइ।

"की समावार रक्खल जाय?" मावरा पुछलकइ, बिन कोय आदर के अल्योशा के बीच में रोकते।

"जो, मावरा, जो", ऊ (अल्योशा) उत्तर देलकइ, ओकरा तरफ हाथ लहरइते आउ ओकरा दूर हाँके में शीघ्रता करते। "हम ऊ सब कुछ बतइबो, जे घटलो, ऊ सब कुछ, जे हको, आउ ऊ सब कुछ, जे होतो, काहेकि हम ई सब कुछ जानऽ हियो। देखऽ हियो, हमर दोस्त, तोहन्हीं ई जाने लगी चाहऽ ह, कि ई पाँच दिन हम काहाँ हलिअइ - एहे तो हमहूँ बतावे लगी चाहऽ हियो; लेकिन तोहन्हीं हमरा बतावे नञ् देहो। अच्छऽ, पहिला, तोरा हमेशे [*236] हम धोखा देलियो, नताशा, ई पूरे अवधि तक, कब से हम तोरा धोखा देलियो, आउ एहे तो मुख्य बात हको।"

"धोखा देलऽ?"

"हाँ, धोखा देलियो, पूरे महिन्ने तक; हियाँ तक कि पिताजी के आगमन शुरू होवे के पहिलहीं से; अब समय आ गेलो ह सम्पूर्ण स्पष्टवादिता के। एक महिन्ना पहिले, जब पिताजी नञ् आवऽ हलथन, हमरा अचानक उनका हीं से एगो बड़गो पत्र मिल्लल आउ ई बात के तोहन्हीं दुन्नु से छिपइलियो। पत्र में ऊ सीधे आउ सरल रूप से - आउ ध्यान देहो, अइसन गंभीर रंग-ढंग से, कि हम भयभीत भी हो गेलूँ - हमरा घोषित कइलथन, कि हमर विवाह मेलापक के काम समाप्त हो चुकले ह, कि हमर मंगेतर आदर्श हइ; कि हम, जाहिर हइ, ओकरा लायक नञ् हिअइ, लेकिन तइयो ओकरा साथ अनिवार्यतः विवाह करे के चाही। आउ ओहे से, अपन सब तरह के बकवास अपन दिमाग से निकास देवे लगी हमरा तैयार हो जाय के चाही, इत्यादि, इत्यादि - आउ ई तो स्पष्ट हइ, कि कउची हइ ई बकवास। एहे हको पत्र जेकरा हम तोहन्हीं से छिपइलियो ..."

"बिलकुल नञ् छिपइलऽ!" नताशा टोकलकइ, "देखहो कइसे प्रशंसा करऽ हका! वस्तुतः तूँ तुरते सब कुछ हमन्हीं के बता देलऽ। हमरा अभियो आद पड़ऽ हको, कि तूँ अचानक एतना आज्ञाकारी, एतना विनम्र हो गेलऽ हल आउ हमरा भिर से दूर नञ् जा हलऽ, मानु तूँ कोय मामले में खुद के दोषी समझऽ हलऽ, आउ तूँ पूरा पत्र के आंशिक आंशिक रूप से बता देलऽ।"

"नञ् हो सकऽ हइ, मुख्य बात तो, पक्का, हम नञ् बतइलियो। शायद, तोहन्हीं कुछ तो अन्दाज लगा लेलऽ हल, ई तो तोहन्हीं के मामला हको, लेकिन हम तो नञ् बतइलियो हल। हम छिपइलियो आउ प्रचंड रूप से दुख झेललियो।"

"हमरा आद पड़ऽ हको, अल्योशा, तूँ हमरा साथ मिनट-मिनट सलाह ले हलहो आउ हमरा सब कुछ बतावऽ हलऽ, आंशिक आंशिक रूप से, जाहिर हइ, अनुमान के रूप में", हम आगू बोललिअइ, नताशा तरफ देखते।

"सब कुछ बता देलियो! शेखी मत बघारऽ, मेहरबानी करके!" नताशा बोललइ। "अच्छऽ, तूँ कउची छिपा सकऽ हो? की तूँ धोखेबाज हो सकऽ हो? हियाँ तक कि मावरा के भी सब कुछ मालुम हलइ। तोरा मालुम हलउ, मावरा?"

"कइसे नञ् जनतिए हल!" मावरा बोललइ, दरवाजा के अन्दर अपन सिर के हमन्हीं तरफ करके, "सब कुछ तो ऊ पहिलउके तीन दिन में बता देलथिन हल। तूँ तो धूर्तता नञ् कर सकऽ हो!"

"उफ, तोहन्हीं सब से बात करना केतना शोचनीय हको! तूँ ई सब कुछ गोस्सा में करऽ ह, नताशा! आउ तूँ, मावरा, तोरो गलतफहमी हउ। हम, आद पड़ऽ हइ, तहिया पागल नियन हलिअइ; आद हउ, मावरा?"

"कइसे नञ् आद रहतइ। तूँ तो अभियो पागल नियन हकऽ।"

"नञ्, नञ्, हम ओकरा बारे नञ् बोल रहलियो ह। आद कर! तहिया हमन्हीं पास पैसा नञ् हलइ, आउ तूँ हमर चानी के सिगार के डिबिया के गिरवी रक्खे लगी गेलहीं हल; आउ मुख्य बात, तोरा बतावे दे, मावरा, कि तूँ हमरा सामने बहुत भुलक्कड़ बन जा हीं। ई सब तोरा नताशा सिखइलको ह। खैर, मान लेल जाय, कि वास्तव में हम तोहन्हीं के तहिए सब कुछ बता देलियो हल, आंशिक आंशिक रूप से (हमरा अब आद पड़ऽ हको)। लेकिन लहजा, पत्र के लहजा तोहन्हीं के समझ में नञ् आवऽ हको, लेकिन आखिर पत्र में मुख्य बात हइ लहजा। एकरे बारे हम बोल रहलियो ह।"

"अच्छऽ, कइसन लहजा?" नताशा पुछलकइ।

"सुनऽ, नताशा, तूँ तो अइसे पुच्छऽ हइ, मानु मजाक करऽ ह। मजाक मत करऽ। हम विश्वास देलावऽ हियो, ई बहुत महत्त्वपूर्ण हको। अइसन लहजा, कि हमहूँ हाथ निच्चे कर लेलिअइ। कभियो पिताजी हमरा साथ अइसे नञ् बोलऽ हलथन। मतलब, लिस्बन ढह जइतइ तो ढह जइतइ[2], लेकिन उनकर इरादा नञ्; त ई हइ लहजा!"

[*237] "अच्छऽ, अच्छऽ, त बतावऽ; त हमरा से छिपावे के की जरूरत हलो?"

"आह, हे भगमान! ताकि तूँ भयभीत नञ् हो जाहीं। हम खुद्दे सब कुछ के सुलझावे वला हलिअइ। ई पत्र के बाद, जइसीं पिताजीं अइलथन, कि हमर तकलीफ चल गेल। हम उनका दृढ़तापूर्वक उत्तर देवे के तैयारी कर लेलिअइ, स्पष्टतापूर्वक, गंभीरतापूर्वक, लेकिन कइसूँ सफलता नञ् मिलल। आउ ओहो कुछ पूछताछ नञ् कइलथन; धूर्त! एकर विपरीत, अइसन ढोंग कइलथिन, मानु सब मामला के फैसला हो गेले ह आउ हमन्हीं दुन्नु बीच कोय वाद-विवाद आउ हैरानी नञ् हो सकऽ हइ। सुन्नऽ हो, नहियों हो सकऽ हइ; अइसन मिथ्याभिमान! हमरा साथ तो केतना स्नेहशील, केतना मधुर बन गेलथिन। हम तो बस अचंभित रह गेलअइ। ऊ केतना चलाँक हथिन, इवान पित्रोविच, काश अपन जान पइथिन हल! ऊ सब कुछ पढ़लथिन हँ, सब कुछ जानऽ हथिन; तूँ उनका खाली एक्के तुरी देखभो, कि ऊ तोहर सब विचार के, अप्पन नियन, जान लेथुन। एहे कारण से, विश्वास कइल जा सकऽ हइ, उनका जेसुइट (Jesuit, रोमन कैथोलिक संप्रदाय के सदस्य) कहल जा हलइ। नताशा के पसीन नञ् पड़ऽ हइ, जब हम उनकर प्रशंसा करऽ हिअइ। तूँ गोस्सा मत करऽ, नताशा। त, अइसन बात हइ ... लेकिन संयोगवश! ऊ शुरू में हमरा पैसा नञ् देलथिन, लेकिन अभी देलथन, कल्हे। नताशा! हमर देवदूत! अब समाप्त हो गेलो हमन्हीं के दरिद्रता! अइकी, देखऽ! ऊ सब कुछ, जे हमरा दंड के रूप में हटा लेलथिन हल, ई छो महिन्ना के दौरान, ऊ सब कल्हे दे देलथन; देखहो केतना हइ; हम अबियो तक नञ् गिनलियो ह। मावरा, केतना पैसा हइ! अब कोय गिरवी-उरवी नञ् रक्खे पड़तइ!

ऊ जेभी से काफी मोटगर गड्डी निकसलकइ, चानी के डेढ़ हजार रूबल, आउ टेबुल पर रख देलकइ। मावरा संतुष्टि के साथ ओकरा तरफ देखलकइ आउ अल्योशा के प्रशंसा कइलकइ। नताशा शीघ्रतापूर्वक ओकरा दने गेलइ।

"अच्छऽ, त हमरा अब की करे के चाही, ई सोचऽ हिअइ?" अल्योशा बात जारी रखलकइ, "कइसे उनकर विरुद्ध जाल जाय? मतलब, हम तोहन्हीं दुन्नु के सामने कसम खा हियो, अगर ऊ हमरा से नराज होथन हल, आउ ओतना उदार नञ्, त हम कुच्छो नञ् सोचतिए हल। हम सीधे उनका कह देतिए हल, कि हम नञ् चाहऽ ही, कि हम खुद्दे बड़गो हो गेलूँ हँ आउ अदमी हो चुकलूँ हँ, आउ अब - सब कुछ समाप्त! आउ, विश्वास करऽ, हम अपन बात पर अडिग रहतूँ हल। लेकिन हियाँ - हम उनका की कहिअइ? लेकिन हमरो दोष नञ् द। हम देखऽ ही, कि तूँ मानु असंतुष्ट हकऽ, नताशा। कउची तोहन्हीं एक दोसरा दने देखब करऽ ह? शायद, सोचऽ हो - अब तो ओकरा हियाँ फाँस लेल गेलइ आउ ओकरा में दृढ़ता के कोय बून नञ् हइ। दृढ़ता हइ, हकइ, आउ जादहीं, जेतना कि तोहन्हीं सोचऽ हो! आउ एकर प्रमाण ई हइ, कि, अपन स्थिति के बावजूद, हम तुरतम्मे खुद से कहलिअइ - ई हमर कर्तव्य हइ; हमरा सब कुछ, सब कुछ पिताजी के बता देवे के चाही, आउ बोले लगलिअइ, आउ बता देलिअइ, आउ ऊ हमर बात के ध्यान से सुनलथिन।"

"लेकिन तूँ कउची, ठीक कउची तूँ कहलहो?" बेचैनी होल नताशा पुछलकइ।

"आउ ई बात, कि हमरा आउ कोय दोसर दुलहिन नञ् चाही, कि हमरा अप्पन हके - ई तूँ हकऽ। मतलब हम सीधे ई बात उनका अभी तक नञ् बोललिए ह, लेकिन हम उनका ई बात लगी तैयार कइलिअइ, आउ बिहान कहबइ; अइसन हम फैसला कइलूँ। पहिले हम ई के लगलिअइ, कि पैसा के बल पर विवाह करना लज्जाजनक बात हइ आउ अकल्याणकारी आउ हमन्हीं के खुद के कइसनो कुलीन समझना - बस बेवकूफी हइ (हम आखिर उनका साथ बिलकुल स्पष्टवादी हिअइ, जइसे कि एक भाय दोसरा भाय के साथ)। बाद में उनका हुएँ परी समझइलिअइ, कि हम tiers état[3] हिअइ आउ tiers état c'est l'essentiel[4]; कि हमरा ई बात के गौरव हइ, कि हम बाकी लोग नियन हिअइ, आउ केकरो से भिन्न होवे लगी नञ् चाहऽ ही ... हम गरमजोशी में, मनोहर रूप में, बोललिअइ। [*238] हमरा खुद पर अचंभा होलइ। हम उनका आखिरकार साबित कइलिअइ आउ उनकर दृष्टिकोण से ... हम सीधे कहलिअइ - हमन्हीं कइसन प्रिंस हिअइ? खाली जन्म से; लेकिन वस्तुतः हमन्हीं में कउची राजत्व हइ? विशेष धन-दौलत, पहिला, तो नञ् हइ, आउ धन-दौलत - महत्त्वपूर्ण हइ। आझकल सबसे महत्त्वपूर्ण प्रिंस हथिन - रॉटशिल्ड[5] (Rothschild)। दोसरा, वास्तविक उच्च समाज में हमन्हीं के बारे तो कबसे सुन्नल नञ् गेलइ। अन्तिम हलथिन चाचा, सिम्योन वलकोव्स्की, लेकिन ओहो खाली मास्को में जानल जा हलथिन, आउ ओहो एकरा चलते, कि अपन तीन सो आत्मा के फजूलखर्ची में खो देलथिन, आउ अगर पिताजी खुद पैसा अर्जित नञ् करथिन हल, त उनकर पोता लोग, शायद, खुद्दे खेत जोतथिन हल, जइसन कि कइएक प्रिंस हथिन। तब हमन्हीं के घमंड करे लायक कुच्छो नञ् हइ। एक शब्द में, हम सब कुछ बता देलिअइ, जे हमर दिमाग में खौल रहले हल - सब कुछ, गरमजोशी के साथ आउ साफ-साफ, हियाँ तक कि आउ कुछ जादहीं। ऊ एतराज भी नञ् कइलथिन, बल्कि खाली हमरा फटकारे लगलथिन, कि हम काउंट नईन्स्की के घर छो देलिअइ, आउ फेर बाद में कहलथिन, कि हमरा प्रिंसेस (राजकुमारी) के॰ के कृपापात्र बन्ने के चाही, अपन धर्ममाता के, आउ कि अगर प्रिंसेस के॰ हमरा निम्मन से स्वागत करऽ हथिन, त एकर मतलब हइ, कि सगरो स्वागत कइल जइतइ आउ करियर (जीवनवृत्ति) सुनिश्चित हो जइतइ, आउ अइसीं बात करते रहलथिन, करते रहलथिन! ई सब संकेत हइ ई बात के, कि हम, जब से तोरा साथ हिलते-मिलते रहलियो, नताशा, त हम ओकन्हीं सब के छोड़ देलिअइ; कि ई, शायद, तोर प्रभाव हको। लेकिन सीधे ऊ अभियो तक तोरा बारे नञ् बोललथुन, हियाँ तक कि, स्पष्टतः, ई बात से बचके रहऽ हथिन। हमन्हीं दुन्नु चलाँक हिअइ, प्रतीक्षा करऽ हिअइ, एक दोसरा के पकड़ ले हिअइ, आउ तूँ विश्वास करऽ, कि हमन्हिंयों के स्ट्रीट पर उत्सव मनतइ।"

"हाँ, ठीक हइ; कइसे अन्त होलइ, ऊ की फैसला कइलथुन? एहे महत्त्वपूर्ण हइ। आउ तूँ केतना बातूनी हकऽ, अल्योशा ..."

"भगमाने उनका जानऽ हइ, कुछ नञ् कहल जा सकऽ हइ, कि ऊ कउची फैसला कइलथिन हँ; आउ हम बातूनी बिलकुल नञ्, हम सच बोलऽ हियो - ऊ कुच्छो फैसला नञ् कइलथिन, आउ खाली हमर सब तर्क पर मुसकइलथिन, लेकिन अइसन मुसकान के साथ, मानु उनका हमरा पर तरस आवऽ हलइ। हम आखिर समझऽ हिअइ, कि ई अपमानजनक हइ, लेकिन हमरा कोय शरम नञ्। 'हम', ऊ बोलऽ हथिन, 'तोरा से बिलकुल सहमत हियो, लेकिन काउंट नईन्स्की के पास चलल जाय, आउ ध्यान रखिहऽ, हुआँ अइसन कोय बात नञ् करिहऽ। हम तो तोरा समझऽ हियो, लेकिन उनकन्हीं तो तोरा नञ् समझथुन।' लगऽ हइ, उनको भी बिलकुल निम्मन से स्वागत नञ् कइल जा हइ; कोय बात लगी उनका से गोसाल हथिन। सामान्यतः समाज में पिताजी के अब नञ् पसीन कइल जा हइ! काउंट शुरू में हमरा बड़ी शान से स्वागत कइलका, बिलकुल अभिमानपूर्वक, हियाँ तक कि बिलकुल मानु भूल गेला, कि हमर लालन-पालन उनके घर में होले हल, आद करे लगला, भगमान कसम! ऊ हमरा पर अकृतज्ञता लगी नराजगी दर्शावऽ हका, लेकिन, वास्तव में, हियाँ हमरा तरफ से कइसनो अकृतज्ञता के बात नञ् हलइ; उनकर घर में भयंकर बोरियत होवऽ हइ - आउ हम उनका हीं नञ् गेलिअइ। ऊ पिताजी के बहुत लापरवाही से स्वागत करऽ हला; एतना लापरवाही से, एतना लापरवाही से, कि हमरा एहो समझ में नञ् आवऽ हइ, कि ऊ हुआँ कइसे जा हथन। ई सब कुछ से हमरा गोस्सा बर गेलइ। बेचारे पिताजी के उनका सामने लगभग झुकके रहे पड़ऽ हइ; हम समझऽ हिअइ, कि ई सब कुछ हमरा लगी हइ, लेकिन हमरा तो कुच्छो नञ् चाही। हम बाद में पिताजी के अपन सब भावना के बता देवे लगी चहलिअइ लेकिन खुद के नियंत्रित रखलिअइ। आउ काहे लगी! हम उनकर पूर्वाग्रह के बदल नञ् सकऽ हिअइ, बल्कि खाली उनका चिड़चिड़ा बनइबइ; आउ उनका लगी अइसूँ समय खराब चल रहले ह। हम सोचऽ हिअइ, चाल चलबइ, ओकन्हीं सब के चतुराई से मात देबइ, काउंट के हमरा आदर देवे लगी बाध्य करबइ - आउ फेर की? तुरते हम अपन लक्ष्य प्राप्त कर लेलिअइ, एक दिन सब कुछ बदल गेलइ! काउंट नईन्स्की के अभी नञ् मालुम, कि हमरा काहाँ रक्खे के चाही। आउ ई सब कुछ हम कइलिअइ, हम अकेल्ले, अपन खुद के चलाँकी से, आउ पिताजी खाली अपन हाथ फैला देलथिन (अर्थात् अचंभित हो गेलथिन)! ..."

[*239] "सुनऽ, अल्योशा, बेहतर होतो कि खाली काम के बात करऽ!" अधीरतापूर्वक नताशा चीख पड़लइ। "हम सोचऽ हलियो, तूँ कुछ तो हमन्हीं के बारे बतइबऽ, लेकिन तोहरा खाली ई बतावे के मन हको, कि काउंट नईन्स्की के पास खुद के बड़गो कइसे देखइलऽ। हमरा तोहर काउंट से की लेना-देना!"

"की लेना-देना! सुनऽ, इवान पित्रोविच, की लेना-देना? लेकिन एकरे में तो सबसे मुख्य बात हइ। अइकी तूँ खुद देखभो; सब कुछ अन्त में साफ हो जइतो।

खाली हमरा बतावे तो द ... आउ आखिरकार (काहे नञ् साफ-साफ बता देल जाय!), अइकी, नताशा, आउ तूहूँ, इवान पित्रोविच, हम, शायद, वास्तव में कभी-कभी बहुत, बहुत अविवेकी हो जा हिअइ; आउ एहो मान लेल जाय (आखिर कभी-कभी एहो होलइ), बस बेवकूफ। लेकिन हियाँ परी, तोहन्हीं के विश्वास देलावऽ हियो, हम कइएक चलाँकी के काम कइलिअइ ...आह ... आउ, आखिरकार, बुद्धिमानी के; ओहे से हम सोचलिअइ, कि तोहन्हीं खुद्दे खुश होबहो, कि हम हमेशे ... बेवकूफ नञ्।"

"आह, तूँ की कह रहलऽ ह, अल्योशा, बहुत हो गेलो! हमर प्यारे! ..."

नताशा के बरदास नञ् होवऽ हलइ, जब अल्योशा के बेवकूफ समझल जा हलइ। केतना तुरी ऊ हमरा सामने मुँह बनइलकइ, शब्द में बिन अभिव्यक्त कइले, अगर हम, बिन बहुत औपचारिकता के, अल्योशा के साबित कइलिअइ, कि ऊ कइसनो बेवकूफी कइलके ह; ई ओकर दिल में दुखता रग (sore spot) हलइ। ऊ अल्योशा के अपमान सहन नञ् कर सकऽ हलइ, आउ शायद, कुछ जादहीं, जब ऊ ओकर संकीर्णता (limitations) के खुद स्वीकार कर ले हलइ। लेकिन अपन राय के ऊ ओकरा कभी नञ् अभिव्यक्त करऽ हलइ आउ ई बात से डरऽ हलइ, कि कहीं ओकर स्वाभिमान के ठेस नञ् पहुँचइ। ई सब मामले में ऊ कइसूँ विशेष सूक्ष्मदर्शी हलइ आउ हमेशे अपन गुप्त भावना के अंदाज लगा ले हलइ। नताशा ई देखऽ हलइ आउ बहुत उदास हो जा हलइ, तुरतम्मे ओकर चाटुकारी करे लगऽ हलइ, दुलारे लगऽ हलइ। ओहे से अभी अल्योशा के शब्द ओकर दिल में दर्दनाक रूप से प्रतिध्वनित होलइ ..."

"बहुत हो गेलो, अल्योशा, तूँ बस बेपरवाह हकऽ, लेकिन तूँ तो अइसन बिलकुल नञ् हकऽ", ऊ आगू बोललइ, "तूँ खुद के हीन काहे लगी बना रहलऽ ह?"

"ठीक हको; अच्छऽ, त हमरा बात पूरा करे द। काउंट के हियाँ स्वागत के बाद, पिताजी हमरा पर गोसाइयो गेलथिन। सोचऽ हिअइ, ठहर! हमन्हीं तहिया प्रिंसेस के हियाँ जा रहलिए हल; हम कब के सुनलिए हल, कि उनका बुढ़ारी के चलते दिमाग लगभग नञ् काम करऽ हइ आउ एकरा अलावे बहिर हथिन, आउ उनका कुत्ता बहुत जादे पसीन हइ। उनका हियाँ पूरा झुंड हइ, आउ ओकरा आदर करऽ हथिन। ई सब के बावजूद, समाज में उनकर बड़गो प्रभाव हइ, हियाँ तक कि काउंट नईन्स्की, le superbe[6], उनका हीं antichambre[7] करऽ हथिन। ओहे से हम रस्ता में सब्भे भावी कार्रवाई खातिर योजना बनइलिअइ, आउ की सोचते जा हो, हम ई योजना कउन आधार पर बनइलिअइ? ई आधार पर, कि हमरा सब कुतवन प्यार करऽ हइ, भगमान कसम! हम ई नोटिस कइलिअइ। चाहे हमरा में कइसनो चुम्बकत्व हइ, चाहे ई कारण से, कि हम खुद सब जीव के प्यार करऽ हिअइ, हमरा मालुम नञ्, खाली हमरा कुतवन प्यार करऽ हइ, बस!  संयोगवश, चुम्बकत्व के मामले में हम तोहरा अभियो नञ् बतइलियो, नताशा, हम पिछले दिन आत्मा सब के आवाहन कइलिए हल, हम एक आवाहक के हियाँ गेलिए हल; ई प्रचंड रूप से कौतूहलपूर्ण हइ, इवान पित्रोविच, हमरो अचंभा होलइ। हम जुलियस सीज़र के आवाहन कइलिअइ।"

"ओह, हे भगमान! अच्छऽ; काहे लगी तोहरा जुलियस सीज़र चाही हल?" नताशा चिखलइ, ठहाका मारते। "एकरे कमी हलो!"

[*240] "लेकिन काहे ... मानु हम कउनो ... काहे हम जुलियस सीज़र के आवाहन नञ् कर सकऽ हिअइ? एकरा से ओकरा की फरक पड़तइ? अइकी हँस रहलऽ ह!"

"कुछ नञ्, निस्सन्देह, ओकरा फरक पड़तइ ... आह, हमर प्यारे! अच्छऽ, त तोहरा जुलियस सीज़र की कहलको?"

"कुछ नञ् कहलकइ। हम खाली पेंसिल पकड़ले हलिअइ, आउ पेंसिल खुद कागज पर चल रहले हल आउ लिख रहले हल। कहल जा हइ, ई जुलियस सीज़र लिक्खऽ हइ। हमरा एकरा में विश्वास नञ्।"

"लेकिन ऊ कउची लिखलकइ?"

"ऊ कुछ तो «गीला कर»[8] लिखलकइ, जइसे गोगल के नाटक में ... लेकिन बहुत हो गेलो हँसना!"

"लेकिन प्रिंसेस के बारे तो बतावऽ!"

"लेकिन तोहन्हीं तो हमरा बीच-बीच में टोक देते जा ह। हमन्हीं प्रिंसेस के हियाँ गेते गेलिअइ, आउ हम मीमी के साथ प्रेम प्रदर्शन करे लगलिअइ। ई मीमी - बूढ़ा, कुरूप, अत्यंत घिनौना कुत्ता हइ, एकरा अलावे ढीठ आउ काटे के शौकीन। प्रिंसेस ओकरा पीछू पागल रहऽ हइ, ओकर प्रशंसा करऽ हइ; ऊ लगऽ हइ, ओकर हमउम्र (समवयस्क) हइ। हम मीमी के मिठाय खिलावे से शुरू कइलिअइ आउ कोय दस मिनट में ओकरा पंजा (हाथ) मिलावे लगी सिखइलिअइ, जे ओकन्हीं जिनगी भर में ओकरा नञ् सिखा पइलके हल। प्रिंसेस तो बस हर्षातिरेक में आ गेलइ; खुशी के मारे ओकर आँख में लगभग आँसू आ गेलइ - «मीमी! मीमी! मीमी हाथ मिलावऽ हइ!» कोय तो अइलइ - «मीमी हाथ मिलावऽ हइ! अइकी हमर धर्मपुत्र ओकरा सिखइलकइ!» काउंट नईन्स्की अन्दर अइलइ - «मीमी हाथ मिलावऽ हइ!» हमरा तरफ स्नेह से लगभग आँख में आँसू के साथ देखऽ हइ। ऊ अत्यंत उदार बूढ़ी हइ; ओकरो पर तरस आवऽ हइ। हम तो उस्ताद हिअइ, हियाँ फेर से ओकरा मक्खन लगइलिअइ - ओकर नासदान (snuff-box) में ओकर खुद के छवि हइ, जब ऊ दुलहिने हलइ, साठ साल पहिले। अइकी ऊ नासदान गिरा दे हइ, हम उठा ले हिअइ आउ बोलऽ हिअइ, हमरा ठीक-ठीक आद नञ् - Quelle charmante peinture![9] ई एगो आदर्श सुन्दरी हइ! हियाँ परी बिलकुल पिघल गेलइ; हमरा साथ एकरा बारे आउ ओकरा बारे, आउ हम काहाँ पढ़ाय कइलिअइ, आउ केकरा हीं भेंट दे हिअइ, आउ कइसन निम्मन हमर केश हइ, आउ अइसने बात चलते रहलइ, चलते रहलइ। हमहूँ - ओकरा हँसइलिअइ, ओकरा कलंक वला कहानी सुनइलिअइ। ओकरा पसीन हइ; खाली अँगुरी से हमरा धमकइलकइ, लेकिन तइयो, बहुत हँसलइ। हमरा जाय दे हइ - चुंबन ले हइ आउ क्रॉस करऽ हइ, माँग करऽ हइ, कि रोज दिन हम ओकरा पास मनोरंजन करे लगी अइअइ। काउंट हमर हाथ दबावऽ हइ, ओकर आँख तैलीय हो गेलइ; आउ पिताजी, हलाँकि बहुत दयालु, आउ बहुत ईमानदार, आउ बहुत उदार व्यक्ति हथिन, लेकिन विश्वास करहो चाहे नञ् करहो, लेकिन ऊ खुशी से लगभग रो पड़लथिन, जब हमन्हीं दुन्नु घर अइलिअइ; हमरा गले लगा लेलथिन, स्पष्टवादी हो गेलथिन, रहस्यपूर्ण स्पष्टवादी, करियर, संबंध, पैसा, विवाह के संबंध में, एतना जादे कि हम समझ नञ् पइलिअइ। तबहिएँ तो हमरा पैसो देलथन। ई कल्हे के बात हइ। बिहान हम फेर से प्रिंसेस के पास जइबइ, लेकिन पिताजी तइयो अत्यंत उदार व्यक्ति हथिन - कुछ नञ् सोचऽ, आउ हलाँकि तोहरा से हमरा दूर रक्खऽ हथुन, नताशा, लेकिन अइसन ई कारण से, कि उनकर आँख चकाचौंध होल हइ, काहेकि उनका कातिन (कतेरिना) के लाखों (millions) चाही, आउ ऊ तोरा पास नञ् हको; आउ उनका ई चाही खाली हमरा लगी, आउ खाली अज्ञानता के कारण तोरा प्रति अन्याय  करऽ हथुन। लेकिन कउन पिता अपन पुत्र के सुख नञ् चाहऽ हइ? आखिर ऊ दोषी नञ् हथिन, जब ऊ लाखों में सुख के भरोसा के आदी हो गेलथिन हँ। अइसने सब लोग हइ। आखिर एहे दृष्टिकोण से उनका देखे के चाही, दोसरा तरह से नञ् - तब ऊ तुरते [*241] सही सिद्ध होथिन। हम जान-बूझके तोहरा हीं जल्दी-जल्दी में अइलियो, नताशा, तोहरा ई बात के विश्वास देलावे खातिर, काहेकि, हम जानऽ हियो, कि तोहरा उनकर विरुद्ध पूर्वाग्रह हको, आउ जाहिर हइ, कि ई मामले में तूँ दोषी नञ् हकऽ। हम तोहरा दोष नञ् दे हियो ..."

"त एहे तोहरा साथ होलो, कि तूँ प्रिंसेस के हियाँ अपन करियर बना लेलऽ? एकरे में तोर चलाँकी हको?" नताशा पुछलकइ।

"की! तूँ की कह रहलऽ ह! ई खाली शुरुआत हइ ... आउ ओहे से प्रिंसेस के बारे बतइलियो, कि, समझलहो, हम प्रिंसेस के माध्यम से पिताजी के हाथ में लेबइ, आउ हमर मुख्य कहानी अभी शुरुओ नञ् होले ह।"

"अच्छऽ, त बतावऽ न!"

"हमरा साथ आझ एगो आउ घटना होलइ, आउ बहुत विचित्र भी, आउ हम अभियो तक अचंभित हिअइ", अल्योशा बात जारी रखलकइ। "तोहरा ई बात पर ध्यान देवे के चाही, कि हलाँकि पिताजी आउ काउंटेस के बीच हमन्हीं के मंगनी (छेका) के फैसला हो गेले ह, लेकिन औपचारिक रूप से अभियो तक कुछ फैसला नञ् होले ह, ओहे से हम सब अभियो अलगे हो सकऽ हिअइ, बिन कोय कलंक (scandal) के; खाली काउंट नईन्स्की के मालुम हइ, लेकिन आखिर इनका रिश्तेदार आउ संरक्षक मानल जा हइ। एकरा अलावे, हलाँकि ई दू सप्ताह हम कात्या (कतेरिना) के साथ बहुत हिल-मिल गेलिअइ, लेकिन आझ शाम तक भी हमन्हीं भविष्य के बारे एक्को शब्द नञ् बोलते गेलिए ह, मतलब विवाह के बारे आउ ... आउ प्यार के बारे। एकरा अलावे, पहिले प्रिंसेस के॰ के सहमति लेना आवश्यक हइ, जेकरा पर सब तरह के संभव संरक्षण आउ स्वर्ण के वर्षा के हमन्हीं तरफ से आशा कइल जा हइ। जे ऊ बोलतइ, ओहे समाज कहतइ; ओक्कर अइसन संपर्क, जान-पछान हइ ... आउ हमरा पक्का समाज आउ लोग के नजर में लावल जाय लगी चाहल जा हइ। लेकिन खास करके ई सब मामले में काउंटेस, कात्या के सतेली माय, जिद कइले हइ। बात ई हइ, कि प्रिंसेस, ओकर विदेश के सब कारनामा के कारण, शायद, अभियो ओकर स्वागत नञ् करतइ, आउ जब प्रिंसेस नञ् स्वीकार करतइ, त बाकी लोग भी, शायद, नञ् स्वीकार करतइ; त अइकी सुविधाजनक अवसर हइ - कात्या के साथ हमर मंगनी। आउ ओहे से काउंटेस, जे पहिले मंगनी के विरोध में हलइ, आझ प्रिंसेस के हियाँ हमर सफलता पर बहुत खुश होलइ, लेकिन ई बात अलगे हइ, मुख्य बात अइकी ई हइ - कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के हम पिछलहीं साल से जानऽ हलिअइ; लेकिन तहिया तक हम बच्चा हलिअइ आउ हमरा कुछ नञ् समझ में आवऽ हलइ, आउ ओहे से तहिया ओकरा में कुच्छो नञ् देखलिअइ ..."

"बस तहिया हमरा जादे प्यार करऽ हलहो", नताशा टोकलकइ, "ओहे से ओकरा में कुच्छो नञ् देखलहो, लेकिन अब ..."

"एक्को शब्द नञ्, नताशा", गरमी से अल्योशा बोललइ, "तोरा बिलकुल गलतफहमी हको आउ हमरा अपमानित करऽ ह! ... हम तोर बात पर एतराज नञ् करऽ हियो; आगू सुन्नऽ, आउ तोरा सब कुछ देखाय देतो ... ओह, काश तूँ कात्या के जान पइतहो हल! काश तोरा मालुम रहतो हल, कि ई नाजुक, स्पष्ट, पंडुक नियन आत्मा हइ! लेकिन तोरा मालुम हो जइतो; खाली हमर बात आखिर तक सुन्नऽ! दू सप्ताह पहिले, जब उनकन्हीं के अइला पर, पिताजी हमरा कात्या के हियाँ ले गेलथिन हल, हम ओकरा दने ध्यान से देखे लगलिअइ। हम नोटिस कइलिअइ, कि ओहो हमरा दने एकटक देख रहले ह। ई बात हमर उत्सुकता के आकृष्ट कइलकइ; आउ हम अभी ई बात के बारे नञ् बोलऽ हियो, कि हमर इरादा ओकरा आउ नगीच से जाने के हलइ - उ इरादा, जे पिता के ठीक ऊ पत्र पइला पर होलइ, जे हमरा एतना प्रभावित कइलके हल। हम कुच्छो नञ् कहबो, ओकर हम प्रशंसा नञ् करबो, खाली एक्के बात कहबो - ऊ अपन मंडली में से एगो बिलकुल स्पष्ट अपवाद हइ। ई अइसन मौलिक प्रकृति हइ, अइसन प्रबल आउ सत्यप्रिय आत्मा, बिलकुल अपन पवित्रता के कारण प्रबल, कि हम ओकरा सामने बुतरू हिअइ, ओकर छोटगर भाय, ई बात के बावजूद, कि ऊ कुल्लम [*242] सतरह साल के हइ। एक आउ बात हम नोटिस कइलिअइ - ओकरा में बहुत उदासी हइ, मानु कुछ तो गुप्त; ऊ बहुत कम बोलऽ हइ; घर में लगभग हमेशे चुप रहऽ हइ, मानु सहमल हइ ... ऊ मानु कुछ तो सोचते रहऽ हइ। हमर पिताजी मानु डरऽ हथिन। सतेली मइया के पसीन नञ् करऽ हइ - हमरा एकर अंदाज मिललइ; ई खुद काउंटेस कहानी फैलावऽ हइ, कोय उद्देश्य से, कि ओकर सतेली बेटी ओकरा बहुत प्यार करऽ हइ; ई सब झूठ हइ - कात्या बिन कोय प्रश्न कइले खाली ओकर आज्ञा मानऽ हइ आउ मानु ओकरा साथ समझौता होल हइ; चार दिन पहिले, हमर सब प्रेक्षण के बाद, हम अपन इरादा के पूरा करे लगी चहलिअइ आउ आझ शाम के हम ओकरा पूरा कइलिअइ। ई हइ - कात्या के सब कुछ बता देना, ओकरा सब कुछ में स्वीकार कर लेना, ओकरा अपन पक्ष में कर लेना आउ तब अपन काम एक्के तुरी समाप्त कर देना ...

"की! की बता देना, कउन बात में सब कुछ स्वीकार कर लेना?" बेचैनी से नताशा पुछलकइ।

"सब कुछ, पक्का सब कुछ", अल्योशा उत्तर देलकइ, "आउ भगमान के धन्यवाद दे हिअइ, जे हमर दिमाग में ई विचार उत्पन्न कइलका; लेकिन सुन्नऽ, सुन्नऽ! चार दिन पहिले हम अइसन निर्णय कइलिअइ - तोहन्हीं से दूर चल जाँव आउ खुद्दे सब कुछ समाप्त कर लूँ। अगर हम तोहन्हीं साथ रहबो, त हम हमेशे हिचकिचइते रहम, हम तोहन्हीं के बात सुन्नम आउ हम कभी निर्णय नञ् कर पाम। एक्के बात, खुद के अइसन स्थिति में डाल लेना, कि हरेक पल खुद के दोहरइअइ, कि समाप्त कर देवे के जरूरत हइ आउ हमरा समाप्त कर देवे के चाही, हम हिम्मत जुटइलूँ आउ - समाप्त कर देलूँ! हम तोहन्हीं हीं निर्णय के साथ वापिस आवे के सोचलियो आउ निर्णय के साथ वापिस अइलियो !"

"की, की? की बात हलइ? जल्दी से बतावऽ!"

"बिलकुल सरल! हम ओकरा भिर सीधे गेलिअइ, ईमानदारी से आउ साहसपूर्वक ... लेकिन, पहिला, तोहन्हीं के एकरा पहले एक घटना के बारे बतावे के चाही, जे हमरा बहुत अधिक अचंभित कर देलक। हमन्हीं के जाय के पहिले, पिताजी के कोय तो पत्र मिललइ। तखनिएँ हम उनकर अध्ययन-कक्ष में प्रवेश कइलिअइ आउ दरवाजा पर रुक गेलिअइ। ऊ हमरा नञ् देखलथिन। ऊ ई पत्र से एतना अचंभित हलथिन, कि खुद से बात कर रहलथिन हल, कुछ तो अचरज से उनकर मुँह से निकस रहले हल, अपन आपा खोके कमरा में चहलकदमी कर रहलथिन हल आउ आखिरकार ठहाका मारके हँस पड़लथिन, अपन हाथ में पत्र लेले। हमरा अन्दर जाय में डर लग रहल हल, आउ कुछ देर इंतजार कइलिअइ आउ फेर अन्दर गेलिअइ। पिताजी कोय बात से खुश हलथिन, एतना खुश, कि हमरा से विचित्र ढंग से बात कइलथिन; फेर अचानक बात रोक देलथिन आउ हमरा तुरतम्मे बाहर जाय खातिर तैयार होवे के औडर देलथिन, हलाँकि अभियो बहुत जल्दी हलइ। ऊनकन्हीं हीं आझ कुछ नञ् हलइ, खाली हमन्हिंएँ, आउ तूँ बेकार में सोचलऽ, नताशा, कि हुआँ परी कोय पार्टी हलइ। तोरा गलत सूचना देल गेलो ..."

"आह, मुद्दा से अलगे बात मत करऽ, अल्योशा, मेहरबानी करके; बोलऽ, तूँ कात्या के की सब कहलऽ!"

“खुशी के बात ई हइ, कि हमरा आउ ओकरा दू घंटा लगी अकेल्ले छोड़ देल गेलइ। हम बस ओकरा घोषित कइलिअइ, कि हलाँकि हमन्हीं के विवाह के जोड़ी बनावे लगी चाहते जा हथिन, लेकिन अम सब के विवाह असंभव हइ; कि हमर दिल में ओकरा लगी पूरा सहानुभूति हइ आउ कि ऊ अकेल्ले हमरा बचा सकऽ हइ। हियाँ परी हम ओकरा सब बात खुलके बता देलिअइ। कल्पना करहो, ओकरा हमन्हीं के कहानी बिलकुल मालुम नञ् हलइ, हमन्हीं दुन्नु के बारे, नताशा! काश तूँ देख सकतहो हल, कि ऊ केतना द्रवीभूत हो गेलइ; शुरू में ऊ डरियो गेलइ। पूरा पीयर पड़ गेलइ। हम ओकरा अपन सब कहानी बता देलिअइ - कइसे तूँ हमरा लगी अपन घर छोड़के आ गेलहो, कइसे हमन्हीं अकेल्ले रहऽ हलिअइ, कइसे हमन्हीं अभी दुख झेलऽ हिअइ, सब कुछ से डरऽ हिअइ आउ अब हमन्हीं ओकरा से अपील करऽ हिअइ (हम तोरो नाम बतइलियो, नताशा), कि ऊ खुद हमन्हीं के पक्ष लेइ [*243] आउ सीधे अपन सतेली माय से बता देइ, कि ऊ हमरा से विवाह नञ् करतइ, कि एकरा में हमन्हीं के पूरा बचाव होतइ आउ कि हमन्हीं के आउ कधरो से कुच्छो आशा नञ् करे के चाही। ऊ एतना उत्सुकता से सुन रहले हल, एतना सहानुभूति से। ऊ पल ओकर नजर कइसन हलइ! लगऽ हइ, ओकर सम्पूर्ण आत्मा ओकर नजर में चल गेले हल। ओकर आँख बिलकुल नीला हइ। ऊ हमरा शुभकामना देलकइ, कि हम ओकरा पर सन्देह नञ् कइलिअइ, आउ यथाशक्ति हमन्हीं के सहायता करे लगी वचन देलकइ। बाद में तोरा बारे पूछताछ करे लगलइ, बोललइ, कि ओकरा तोरा से मिल्ले के ओकरा बड़ी मन करऽ हइ, हमरा तोरा बतावे के निवेदन कइलकइ, कि ऊ तोरा बहिन नियन प्यार करऽ हइ आउ तूहूँ ओकरा बहिन नियन प्यार करिहीं, आउ जब जानलइ, कि हम तोरा से पाँच दिन से नञ् देखलियो ह, त तुरतम्मे हमरा तोरा हीं भेजावे लगलइ …”

नताशा द्रवीभूत हो गेलइ।

"आउ तूँ एकर पहिले कोय बहिरी प्रिंसेस के हियाँ अपन उपलब्धि के बारे बात कर सकलऽ! आह, अल्योशा, अल्योशा!" ऊ चिल्लइलइ, ओकरा तरफ उलाहना के नजर से देखते। "अच्छऽ, कात्या के की हाल-चाल हइ? की ऊ खुश, प्रसन्न हलइ, जब तूँ ओकरा से बिदाई लेलहो?"

"हाँ, ऊ खुश हलइ, कि ऊ निम्मन काम कर सकलइ, आउ खुद रो पड़लइ। काहेकि ऊ आखिर हमरो प्यार करऽ हइ, नताशा! ऊ स्वीकार कइलकइ, कि ऊ हमरा प्यार करे लगले ह; कि ऊ लोग से भेंट नञ् करऽ हइ आउ कि हम ओकरा कब से पसीन पड़ चुकलिए ह; ऊ हमरा में कुछ विशेष देखलकइ, काहेकि ओकर चारो तरफ खाली धूर्तता आउ असत्य हइ, आउ हम ओकरा निष्कपट आउ ईमानदार लगलिअइ। ऊ उठ गेलइ आउ कहलकइ - «अच्छऽ, भगमान तोहन्हीं के साथ रहथुन, अलिक्सेय पित्रोविच, लेकिन हम सोच रहलियो हल ...» ऊ पूरा नञ् बोल पइलइ, रो पड़लइ आउ चल गेलइ। हमन्हीं फैसला कइलिअइ, कि बिहाने अपन सतेली माय के बतइतइ, कि ऊ हमरा नञ चाहऽ हइ, आउ कि बिहाने हमरा अपन पिताजी के बता देवे के चाही आउ साफ-साफ आउ दृढ़तापूर्वक कहे के चाही। ऊ हमरा बुरा-भला सुनइलकइ, कि काहे हम उनका पहिलहीं नञ् बतइलिअइ - «निष्कपट व्यक्ति के कोय बात से डरे के नञ् चाही!» ऊ केतना उदारहृदय हइ। हमर पिताजी के भी ऊ नञ् पसीन करऽ हइ; बोलऽ हइ, कि ऊ धूर्त हका आउ पैसा खोजऽ हका। हम उनकर पक्ष लेके बोललिअइ; ऊ हमर विश्वास नञ् कइलकइ। अगर पिताजी के हियाँ हमरा अपन काम में सफलता नञ् मिल्लत (आउ ओकरा विश्वास हइ , कि सफलता नञ् मिलतइ), तब ओहो सहमत हइ, कि हमरा प्रिंसेस के॰ के संरक्षण के सहारा लेवे के चाही। तब ओकन्हीं में से कोय नञ् ओकर विरुद्ध जाय के हिम्मत करतइ। हमन्हीं दुन्नु एक दोसरा के भाय आउ बहिन नियन व्यवहार करे के वचन देलिअइ। ओह, काश तूँ ओकर कहानी जान पइतहो हल, कि ऊ केतना दुखी हइ, अपन सतेली माय के हियाँ अपन जिनगी के केतना घृणा से देखऽ हइ, ई सब वातावरण के ... ऊ सीधे नञ् बोललइ, मानु हमरा से डरऽ हलइ, लेकिन हम कुछ शब्द के आधार पर हम अंदाज लगा लेलिअइ। नताशा, डार्लिंग! ऊ केतना खुश होतो हल, अगर ऊ तोरा देखतो हल! आउ ओकर हृदय केतना उदार हइ! ओकरा साथ केतना सहज लगऽ हइ! तोहन्हीं दुन्नु के एक दोसरा के बहिन के रूप में बनावल गेलो ह आउ  एक दोसरा के प्यार करे के चाही। हम ई सब के बारे सोचऽ हलियो। आउ सचमुच - हम तो तोहन्हीं दुन्नु के एक साथ लावे लगी चाहबो, आउ खुद बगल में खड़ी रहबो आउ तोहन्हीं के प्रशंसा करबो। कुच्छो मत सोचऽ, नताशेच्का, आउ ओकरा बारे बतावे के अनुमति द। हमरा खाली तोरा से ओकरा बारे बतावे के मन करऽ हको, आउ ओकरा साथ तोरा बारे। तूँ तो आखिर जानऽ हकऽ, कि हम तोरा सबसे जादे मानऽ हियो, ओकरो से जादे ... तूँ हमर सब कुछ हकऽ!"

नताशा चुपचाप ओकरा तरफ देख रहले हल, प्यार से आउ कइसूँ उदास होल। ओकर शब्द मानुँ ओकरा दुलारऽ हलइ आउ मानु कइसूँ यातना दे हलइ।

"आउ कब के, दू सप्ताह पहिलहीं, हम कात्या के मूल्यांकन कइलिअइ", ऊ बात जारी रखलकइ। "हम आखिर हरेक शाम ओकन्हीं हीं जा हलिअइ। घर वापिस लौटिअइ, [*244] आउ सोचते रहिअइ, हमेशे तोहन्हीं दुन्नु के बारे सोचते रहिअइ, तोहन्हीं दुन्नु के आपस में तुलना करते रहिअइ।"

"हमन्हीं दुन्नु में केऽ बेहतर निकसलइ?" मुसकइते नताशा पुछलकइ।

"कभी तूँ, त कभी ऊ। लेकिन तूँ हमेशे बेहतर रहलऽ। जब हम ओकरा से बात करऽ हिअइ, त हमरा हमेशे लगऽ हके, कि हम खुद बेहतर ठहरऽ हूँ, जादे बुद्धिमान, कइसूँ अधिक उदार। लेकिन बिहान, बिहान सब कुछ के फैसला हो जइतइ!"

"आउ तोरा ओकरा लगी तरस नञ् आवऽ हको? आखिर ऊ तोरा प्यार करऽ हको; तूँ बोलऽ हो, कि तूँ खुद ई नोटिस कइलहो ह?"

"तरस आवऽ हइ, नताशा! लेकिन हम तीनों एक दोसरा के प्यार करते रहबइ, आउ तब ..."

"आउ तब अलविदा!" धीमे स्वर में नताशा मानु खुद से बोललइ। अल्योशा अचंभित होल ओकरा दने तक्के लगलइ।

लेकिन हमन्हीं के बातचीत अचानक बाधित हो गेलइ अत्यंत अप्रत्याशित ढंग से। रसोईघर में, जे साथे-साथ प्रवेशमार्ग में पड़ऽ हलइ, हलका शोरगुल सुनाय देलकइ, मानु कोय तो प्रवेश कइलके हल। एक मिनट के बाद मावरा दरवाजा खोललकइ आउ चुपके से अल्योशा के तरफ सिर हिलइलकइ, ओकारे बोलावे के इशारा करते। हमन्हीं सब्भे ओकरा दने मुड़ गेलिअइ।

"हुआँ परी अइकी तोरा बारे पुच्छल जा रहलो ह, जरी आहो", ऊ बोललइ, कइसनो रहस्यमय स्वर में।

"केऽ हमरा बारे अभी पूछ सकऽ हइ?" अल्योशा बोललइ, हक्का-बक्का होल हमन्हीं तरफ तकते। "आ रहलियो ह!"

रसोईघर में प्रिंस, ओकर पिता के नौकर वरदी में खड़ी हलइ। लगऽ हलइ, कि प्रिंस, घर लौटते बखत, अपन करेता (घोड़ागाड़ी) के नताशा के फ्लैट के पास रोकवा लेलके हल आउ जाने लगी अदमी भेजलके हल, कि अल्योशा कहीं ओकरे हीं तो नञ् हइ? ई बात के घोषणा करके, नौकर तुरते निकस गेलइ।

"विचित्र बात हइ! अइसन पहिले कभी नञ् होले हल", अल्योशा बोललइ, सकपकाल हमन्हीं के चारो दने नजर डालते, "ई की हइ?"

नताशा बेचैनी से ओकरा दने देखे लगलइ। अचानक मावरा फेर से हमन्हीं तरफ के दरवाजा खोललकइ।

"खुद प्रिंस आ रहलथुन हँ!" ऊ जल्दी से फुसफुसइते बोललइ आउ तुरते गायब हो गेलइ।

नताशा पीयर पड़ गेलइ आउ अपन जगह से उठ गेलइ। अचानक ओकर आँख चमके लगलइ। ऊ खड़ी हलइ, जरी सुन टेबुल से अड़के, आउ चिंतातुर होल दरवाजा दने तक रहले हल, जेकरा से होके अनामंत्रित अतिथि प्रवेश करे वला हलइ।

"नताशा, डरऽ मत, तूँ हमरा साथ हकऽ! हम तोहरा अपमानित करे के अनुमति नञ् देबइ", सकुचाल, लेकिन आपा नञ् खोवल, अल्योशा फुसफुसइलइ।

दरवाजा खुललइ, आउ दहलीज पर खुद प्रिंस वलकोव्स्की प्रकट होलइ।

 

भूमिका                       भाग 1, अध्याय 15                   भाग 2, अध्याय 2 



[1] निकोलाय गोगल के हास्य नाटक "Женитьба" (विवाह) में झेवाकिन कोचकारेव के मिडशिपमैन (midshipman) पेतुख़ोव के बारे बतावऽ हइ, जेहो "अइसने हँसमुख स्वभाव के हलइ" - "अइसन ओकरा साथ होते रहऽ हलइ, कि ओकरा आउ कुछ नञ्, खाली ई तरह बस एगो अँगुरी देखावे के रहऽ हलइ - आउ ऊ अचानक हँस्से लगऽ हलइ, भगवान कसम, आउ शाम तक हँसते रहऽ हलइ" (अंक 2, दृश्य 8)।

[2] संकेत हइ 1 नवंबर 1755 के लिस्बन भूकंप (स्थानीय समय 09:40; तीव्रता लगभग 8.4) के तरफ, जे शहर के दो-तिहाई हिस्सा के नष्ट कर देलके हल; पाँच मिनट में 60,000 लोग मारल गेले हल। वोल्टायर लिस्बन भूकंप के विषय के प्रयोग अपन कविता “Poème sur le désastre de Lisbonne” (लिस्बन विनाश पर कविता) (1756) आउ लघु उपन्यास “Candide” (निष्पक्ष) (1759) में "निर्माता" के अच्छाई के बारे में संदेह के दार्शनिक विचार के व्यक्त करे लगी कइलथिन हल। दस्तयेव्स्की के ई विषय में बड़गो दिलचस्पी हलइ। लिस्बन भूकंप के विस्तृत जानकारी हियाँ देखल जा सकऽ हइ -

https://en.wikipedia.org/wiki/1755_Lisbon_earthquake

[3] tiers état - [तियेर एता (फ्रेंच)] तृतीय वर्ग।

[4] tiers état c'est l'essentiel - [तियेर एता से लेसेन्शियेल (फ्रेंच)] तृतीय वर्ग - ई आवश्यक (मुख्य, महत्त्वपूर्ण) हइ।

[5] रॉटशिल्ड  (Rothschild) -

[6]

[7]

[8] संकेत हइ, निकोलाय गोगल के खंडित (अपूर्ण) हास्य नाटक «Тяжба» (मोकदमा) (1842) के तरफ, जेकरा में बेमार जमींदारिन झेरिब्त्सोवा अपन वसीयत में «Евдокия» (एवदोकिया) के स्थान पर «Обмокни» (गीला कर) लिख देलकइ। (दृश्य 3)

[9] Quelle charmante peinture! - [केल शारमाँत पैंत्यूर (फ्रेंच)] केतना सुन्दर पेंटिंग (तस्वीर) हइ!


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