उदन्तपुरी में मगही कवि-सम्मेलन का आयोजन
25 Aug 2008 09:45 pm
वेन (नालंदा) उदन्तपुरी बौद्ध विश्व विद्यालय एवं शैक्षणिक विकास संस्थान के तत्वावधान में नालंदा स्मृति परिसर में सोमवार को एक सेमिनार व मगही कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर विवि के संस्थापक डा. गोपाल ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन से ही नालंदा में उदंतपुरी बौद्ध विवि का प्रारंभ किया गया। नालंदा में केन्द्र सरकार से नव नालंदा महाविहार लघु विवि. की स्थापना की गयी, जबकि बिहार सरकार द्वारा नालंदा खुला विवि व नालंदा विवि की स्थापना की गयी। अब नालंदावासी प्राचीन उदंतपुरी विवि बनाने की पहल शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर रविवार को उदंतपुरी विवि पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डा. गोपाल शरण ने की। मुख्य अतिथि शिवनंदन प्रसाद केसरी ने नालंदा प्राचीन गौरव गरीवा एवं उदंतपुरी विवि की चर्चा की। प्रो. प्रभाकर मिश्र ने बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग की चर्चा की एवं उसी मार्ग पर चलकर उदंतपुरी विवि बनाये जाने की बात कही। इस मौके पर डा. देवेन्द्र प्रसाद, प्रभाकर प्रसाद, शैलेन्द्र कुमार, उमेश प्रसाद, ईश्वर प्रसाद मय, शिवमणि प्रसाद, प्रियरंजन, नवीन, विनोवाजी, येगोतार, हेगोयल, रगोयहम, जयनारायण, राजेश्वरी प्रसाद, मथुरा प्रसाद, कैलाश प्रसाद आदि ने उदंतपुरी विवि को भरपूर मदद करने की बात कही। कवि सम्मेलन में महावीर नाथ, उमेश प्रसाद, ईश्वर प्रसाद मय, शिवमणि प्रसाद, शिवनंदन प्रसाद केसरी आदि कवियों ने नालंदा, मगध, उदंतपुरी, बरसात, तुलसी, वीर कुंवर सिंह पर कविता कर लोगों को सराबोर किया।