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Saturday, June 27, 2020

5.02 भूदासत्व से मुक्ति तक - विषय-सूची


5.02 भूदासत्व से मुक्ति तक - विषय-सूची

भूदासत्व से मुक्ति तक - हमर आत्मकथा (1804-1824)

मूल रूसी शीर्षकः

Моя повесть о самом себе и о том, чему свидетель в жизни был”
मया सोबिस्त आ सामम सिबे इ आ तोम, चिमू स्विजेतिल व् झिज़्नी बिल”
(अपना बारे हमर कहानी आउ ओकरा बारे, जेकर हम गोवाह हलिअइ)

आत्मकथाकार : अलिक्सान्द्र निकितेन्को (1804-1877)
मगही अनुवाद : नारायण प्रसाद


भूदासत्व से मुक्ति तक - हमर आत्मकथा (1804-1824)
अध्याय – 1: काहाँ आउ केकरा से हम संसार में पैदा होलूँ (3-4)
अध्याय – 2: हमर माता-पिता (4-11)
अध्याय – 3: हमर पिताजी के सत्य स्थापित करे लगी पहिला प्रयास हुआँ परी, जाहाँ ओकरा
      कोय नञ् चाहऽ हइ, आउ एकर कीऽ परिणाम निकसलइ (12-14)
अध्याय – 4: हमर बचपन के प्रारम्भिक वर्ष (14-19)
अध्याय – 5: निर्वासन (19-23)
अध्याय – 6: फेर से मातृभूमि में (23-27)
अध्याय – 7: पितिरबुर्ग से पिताजी के वापसी के बाद (28-33)
अध्याय – 8: नयका जगह, नयका चेहरा (33-39)
अध्याय – 9: पिसारेव्का में हम सब के जिनगी (39-47)
अध्याय – 10: स्कूल (47-57)
अध्याय – 11: भाग्य के नयका प्रहार (57-64)
अध्याय – 12: हमर वोरोनेझ (हाई स्कूल) के सीट (64-66)
अध्याय – 13: ओस्त्रोगोझ्स्कः हमर सिविल आउ स्वतंत्र गतिविधि के प्रारम्भ (66-73)
अध्याय – 14: ओस्त्रोगोझ्स्क में हमर मित्र आउ क्रियाकलाप (73-83)
अध्याय – 15: सेना के हमर दोस्त लोग - जेनरल यूज़ेफ़ोविच - पिताजी के निधन (83-94)
अध्याय – 16: येलेत्स आउ चुगूयेव में (94-104)
अध्याय – 17: फेर से ओस्त्रोगोझ्स्क में (105-112)
अध्याय – 18: उज्ज्वल भविष्य के प्रभात (112-119)
अध्याय – 19: पितिरबुर्ग में - स्वतंत्रता हेतु संघर्ष (119-128)



भूदासत्व से मुक्ति तक - अध्याय 19


19. पितिरबुर्ग में। स्वतंत्रता हेतु संघर्ष।
हम ओस्त्रपगोझ्स्क से मई 1824 के शुरुआत में प्रस्थान कइलिअइ, आउ पितिरबुर्ग 24 मई के पहुँचलिअइ। हम तथाकथित दोल्गी[1] गाड़ी से यात्रा कइलिए हल। पहिला दिन हम खाली वोरोनेझ तक पहुँच पइलिअइ, जाहाँ परी हमरा जिला स्कूल से कोर्स के समापन के सर्टिफिकेट प्राप्त करे के हलइ। हमरा वोरोनेझ में तीन-चार घंटा ठहरे से काम चल जइतइ, अइसन सोचलिअइ, लेकिन पूरा दिन ठहरलिअइ। हमर भूतपूर्व शिक्षक मोरोज़ोव, ग्रबोव्स्की आउ स्कूल इंस्पेक्टर सोकोलोव्सकी हमरा लगी एगो स्मरणीय बिदाई कार्यक्रम के आयोजन कइलथिन, जइसन कि ओस्त्रोगोझ्स्क के लोग करते गेलथिन हल। ई सब सरलहृदय सज्जन लोग हमर जीविकावृत्ति (career) पहिलहीं सुरक्षित समझ लेलथिन हल आउ निस्स्वार्थ रूप से हमर सफलता पर आनन्दित होलथिन, जे सफलता खुद अपन जिनगी में कभी जान नञ् पइलथिन। लेकिन हाय! हिएँ परी, बगल में, पहिले तुरी हमरा पर किस्मत के मुसकान के साथ, मानव हृदय के दोसरा पहलू हमरा सामने प्रकट होलइ। वोरोनेझ जिमनैसियम (हाई स्कूल) के निदेशक, बिलीन्स्की, कभी हमरा अपन घर के दहलीज पार करे के अनुमति नञ् देलथिन हल, लेकिन अभी, ई जानके कि हमरा "खुद मंत्री" द्वारा पितिरबुर्ग में बोलावल गेले ह, शीघ्रतापूर्वक हमरा सामने प्रकट होलथिन, "अपना तरफ से बधाई देवे खातिर", आउ "राजधानी में प्रतीक्षा कर रहल सम्मान आउ खुशी के बीच उनका नञ् भूल जाय के" अनुरोध कइलथिन। लेकिन, हम ई बात लगी उनकर कृतज्ञ हलिअइ - ई तरह ऊ हमरा अपन सज्जन वृद्ध फ़िरोन्स्की के खातिर उनका भिर बिलकुल सफलतापूर्वक मध्यस्थता करे के अवसर प्रदान कइलथिन।
येलेत्स के आउ आगू, हमरा लगी अनजान जगह मिल्ले लगलइ। हरेक चीज नवीनता में आश्चर्यजनक हलइ, आउ ई नञ् कहल जा सकऽ हइ कि हमेशे मनोहर हलइ। हरेक रात के ठहराव के बाद, लगभग हरेक स्टेशन के बाद हम खुद के अपन ओवरकोट में आउ जादे कसके लपेट ले हलिअइ। हरेक दिन के साथ प्राकृतिक दृश्य (landscape) फीका पड़ल जा हलइ, आउ एकर साथ-साथ हमर सपना भी। एकाकीपन के अनुभूति ई अनजान प्रकृति के बीच आउ जादे बढ़ल जा हलइ, जबकि हमन्हीं के दक्षिणी मनोहर मई महिन्ना एतना उदास आउ अनावृत्त (naked) हलइ। ई सबके साथ भयंकर थकावट जुड़ल जा हलइ। रोड सगरो बहुत खराब हलइ, आउ लकड़ी के कुंदा के सड़क (log highway), मास्को से पितिरबुर्ग तक, अक्षरशः हमर शरीर से आत्मा के हिला सकऽ हलइ। ई तरह, हम पितिरबुर्ग में प्रवेश कइलिअइ, एगो विजेता हीरो नियन बिलकुल नञ्, जइसन कि हमर प्रादेशिक मित्रजन हमरा बारे कल्पना करते जा हलथिन, आउ ऊ सब, जे दूरदर्शितापूर्वक पहिलहीं से हमरा साथ चापलूसी करे के शीघ्रता कइलके हल। साँझ होवे जा रहले हल। हम सीधे फ़ोन्तानका पर के काउंट शेरेमेतेव के [*120] घर पर गेलिअइ। हुआँ परी उनकर ऑफिस के कर्मचारी लोग के निवास स्थान हमरा लगी इंतजार कर रहले हल। हम बोल रहलिए ह "ऑफिस के कर्मचारी लोग के", काहेकि काउंट के ऑफिस में कार्यरत लोग के काम, पद आउ वेतन सरकारी कर्मचारी से कइसूँ कम नञ् हलइ। हमरा एगो निम्मन, साफ-सुथरा कमरा में ठहरावल गेलइ, दू गो चीफ क्लर्क के साथ। साधारणतः हमरा शिष्ट, हियाँ तक कि हार्दिक स्वागत कइल जा हलइ, लेकिन ओकरा में उत्सुकता के प्रबल रंगत (strong touch) के साथ। राजकुमार गोलित्सिन आउ युवा काउंट के पत्राचार के माध्यम से हियाँ के लोग के पहिलहीं से हमरा बारे मालुम हलइ आउ हमर काम के सुदूर परिणाम के जाने में ओकन्हीं के उत्सुकता हलइ। अगला दिन हम पूरा तरह से अराम कइलिअइ, आउ फेर हम ऑफिस गेलिअइ, एकर मुख्य प्रशासक लोग से परिचित होवे खातिर, चाहे, जइसन कि ओकन्हीं के कहल जा हलइ, शीघ्र सम्पादक (expediters) से। अइसन दू गो हलइ - वित्त विभाग के ममोन्तोव, आउ काउंट के जायदाद के अन्य प्रशासनिक शाखा के प्रभारी दुबोव। ओकन्हीं के आगू के हमरा साथ संबंध के प्रकृति तुरन्त निर्धारित हो गेलइ। सरलहृदयता, जेकरा साथ ममोन्तोव हमरा से मिललइ, ओकरा प्रति हमरा विश्वास देला देलकइ आउ ओकर सहायता के आशा, जेकर आगू कभी जरूरत पड़ सकऽ हलइ। लेकिन दुबोव, जे हमरा पर मिठगर बड़ाई के झड़ी लगइलकइ, पहिलौका कुछ शब्द से हीं खुद के दुश्मन के रूप में प्रकट कइलकइ।
कभियो पहिले, लगऽ हइ, दोसर के इच्छा पर बिना शर्त निर्भरता, जे ऊ अप्राकृतिक आउ अनैतिक व्यवस्था में अन्तर्निहित हलइ, जेकरा साथ हम संघर्ष करे के बीड़ा उठइलिए हल, हमरा ओतना दुराग्रही आउ अनुभवगम्य (importune-palpable) नञ् प्रतीत होलइ, जेतना कि ऊ सापेक्षिक क्षुद्र परिस्थिति में, कि हम राजकुमार गोलित्सिन, जे हमरा बोलइलथिन हल, के सामने बिन काउंट शेरेमेतेव के पूर्व अनुमति के हाजिर नञ् हो सकऽ हलिअइ। ममोन्तोव हमरा  अनुमति प्राप्त करवावे के भार खुद पर लेलकइ।
लेकिन जबकि हम, गुबरैला चाहे पिपरी नियन, कूड़ा के ढेर से होते प्रकाश तरफ सरक रहलिए हल, उच्च सामाजिक क्षेत्र में अइसन परिवर्तन होलइ, जे हमर सफलता में जे कुछ जरी-मनी संभावना हमरा पास हले, ओकरो पर मौत मँड़राय लगल। शहर में षड्यंत्र के अफवाह उड़लइ, जेकरा चलते राजकुमार गोलित्सिन प्रतीयमानतः सम्राट् के अनुग्रह खो देलथिन। कहल जा हलइ कि ऊ अब मंत्री नञ् रहलथिन, कि उनका पदावनत (demoted) करके डाक विभाग के मुख्य अधिकारी बना देवल गेले हल। उनकर महत्त्व, ई तरह, लोग के नजर में बहुत निच्चे गिर गेलइ - हमरा जल्दीए ई बात के मामले में आश्वस्त होवे पड़लइ।
हम बहुत समय तक ई द्वेषात्मक अफवाह पर विश्वास करे के प्रयास नञ् कइलिअइ। काउंट के ऑफिस में हमरा विश्वास देलावल गेलइ कि राजकुमार के फ़ोन्तानका पर घर के सामने बोर्ड पर के पदनाम "सार्वजनिक शिक्षा आउ आध्यात्मिक मामला के मंत्री" के अब बदलके दोसर कर देल जा चुकले ह - "डाक विभाग के मुख्य अधिकारी"। हम अपन आँख से देखके एकरा सत्यापित करे लगी चहलिअइ - आउ करवो कइलिअइ। जइसीं हम निकसके नदी के बाँध पर अइलिअइ, स्वर्णाक्षर अभियो ताजा हलइ, स्पष्टतः, तीक्ष्ण पिन से अभी-अभी लगावल अभिलेख हमर आँख के बेध देलकइ। हे भगमान! खाली एगो भुक्खल अदमी, अगर ओकर हाथ से अचानक रोटी के टुकरी कोय छिन लेइ, जे ऊ ओकरा अभी मुँह में डाले लगी उठइवे कइलके हल, समझ सकऽ हलइ ऊ निराशा के अनुभूति आउ निर्बल क्रोध के, जे हमरा अचानक पकड़ लेलकइ। अब आउ कउची के इंतजार कइल जाय? फ़ोन्तानका पर के एगो छोटका लहर प्रलोभन के साथ हमर आँख के चौंधिया देलकइ ... हम अविश्वसनीय प्रयास से ओकरा दने से अपन नजर हटा लेलिअइ आउ अपन उदास चेहरा लेले अपन कोना में वापिस चल अइलिअइ। भयंकर निद्रारहित रात्रि आ गेलइ। हम बोखार से पीड़ित नियन छटपटा रहलिए हल, आउ खाली सुबह में जाके एतना खुद के नियंत्रित कर पइलिअइ कि ई निष्कर्ष पर पहुँचलिअइ - कोय निश्चयात्मक कदम नञ् उठावे के चाही, जब तक कि राजकुमार गोलित्सिन के मुँह से हीं नञ् सुन लिअइ, कीऽ ऊ अभी हमर काम के मामले में कुछ कर सकऽ हथिन आउ करे लगी अभियो चाहऽ हथिन कि नञ्।
[*121] बहुत समय तक ममोन्तोव व्यर्थ में राजकुमार गोलित्सिन के सामने हाजिर होवे के अनुमति प्राप्त करे के प्रयास कइलकइ, आउ आखिरकार, प्राप्त कर लेलकइ, लेकिन खाली ऊ आदेश के सन्दर्भ देला पर, जे हमरा पास ओस्त्रोगोझ्स्क बाइबिल सोसाइटी के तरफ से हलइ।
"जाल देल जाय!" - दाँत भींचके काउंट बोललथिन। थोड़े देर चुप रहला के बाद, व्यंग्य के साथ आगू बोललथिन - "राजकुमार के अब ओकरा से कुछ लेना-देना नञ्!"
महामहिम (काउंट) दोसर सब के अप्पन मानक के आधार पर आँकऽ हलथिन आउ केकरो में नञ् मानऽ हलथिन, आउ खास करके एगो अपमानित (पदच्युत) दरबारी में, अधिक मानवीय भावना हो सकऽ हइ, बनिस्पत ओकरा में, जेकरा से खुद प्रेरित हलथिन। लेकिन ऊ हिसाब करे में चूक गेलथिन, आउ ई चूक के प्रति अपन बचाव खातिर हम बहुत हद तक आभारी हिअइ। इच्छा से होवे चाहे अनिच्छा से, अनुमति तो देल गेलइ, आउ हम एकर सदुपयोग करे में शीघ्रता कइलिअइ। राजकुमार गोलित्सिन ग्रीष्म काल त्सार्स्कए सेलो (Tsarskoe Selo) में गुजार रहलथिन हल, अपन दरबार के साथ। उनकर पदच्युति के शुरुआत के अफवाह ई समय तक शांत हो चुकले हल। अभ कहल जा हलइ कि हलाँकि परिस्थिति के चलते उनका मंत्री पद छोड़े पड़ले हल, तइयो उनका पहिलहीं नियन उच्चतम रैंक के व्यक्ति के अनुग्रह प्राप्त हलइ आउ विशेष रूप से साम्राज्ञी मारिया फ़्योद्रोव्ना के।
हम त्सार्स्कए सेलो खातिर 8 जून 1824 के भोरगरिए रवाना हो गेलिअइ। राजकुमार के व्यक्तिगत मामला के बारे हमरा तक पहुँचल अद्यतन सांत्वनादायक अफवाह के बावजूद, हम बहुत घबड़ाल हलिअइ। लिंडेन आउ बलूत वृक्ष के भूलभुलैया के बीच भव्य राजकीय निवास के दृश्य हमरा नियन एगो प्रादेशिक व्यक्ति के बिलकुल तुच्छ बना देलकइ। आउ हम खुद के बहुत कमजोर आउ एकाकी अनुभव कइलिअइ। पीयर, दुब्बर, ओस्त्रोगोझ्स्क के दर्जी के बस्तर में, हम एगो निर्धन सेमिनरी छात्र लगऽ हलिअइ, आउ कइसनो तरह से अपन सम्मान आउ स्वतंत्रता हेतु वीर योद्धा नञ्।
 राजकुमार ठहरल हलथिन राजमहल के एक ग्रीष्म गृह (pavilion, summer house) में। पहिला मिल्लल गार्ड हमरा उनकर निवास स्थान के रस्ता बतइलकइ। डरते-डरते हम महामहिम के अतिथि-कक्ष में गेलिअइ। हुआँ परी बैठल हलइ एगो उज्जर केश वला वृद्ध-कामेरडीनर [Kammerdiener (जर्मन) - धनी कुलीनवर्ग के घर के सेवक]। ऊ प्रेमपूर्वक हमरा अइसन स्वागत कइलकइ, अइसन स्वेच्छा से हमरा बारे सूचित करे गेलइ, कि हम तुरन्त हलका महसूस कइलिअइ। दू मिनट बाद हम राजकुमार के अध्ययन-कक्ष में हलिअइ। एगो सच्चा प्रादेशिक के हैसियत से, हम उनका आउ कोय दोसर रूप में नञ्, बल्कि एगो बड़गो हस्ती, मंत्री, अपन उच्च पद के चमक-दमक में, सब तरह के प्रबल वरिष्ठता के लक्षण वला के कल्पना कइलिए हल। आउ अचानक - हमरा सामने हलथिन एगो आउ वृद्ध, सरल धूसर फ्रॉक-कोट में, जरी अधिक परिष्कृत चेहरा आउ शिष्टाचार वला व्यक्ति, लेकिन पहिलौका के अपेक्षा कम आदरणीय आउ नेकदिल बाह्याकृति (appearance) के नञ्। ऊ हमरा दने एगो कुतूहलपूर्ण दृष्टि से देखलथिन, फेर, एक नम्र मुसकान के साथ, हाथ के इशारा से अन्दर के कमरा में बोलइलथिन।
"अपने से मिलके बड़ी खुशी होलइ", नम्र स्वर में ऊ बोललथिन, "कहीं हमर अचानक बोलाहट से अपने के परेशानी तो नञ् होलइ? हम सोचलिअइ कि अपने के जइसन योग्यता वला के सुदूर सुनसान स्थान में जगह नञ् हइ, आउ अपने लगी आउ विस्तृत क्रिया-कलाप के रस्ता खोले के हमरा मन कइलकइ। खाली, ई कइसे कइल जाय? अपने एतना अल्पवयस्क हथिन, अपने के तो अभियो आउ अध्ययन करे के हइ।"
"हम खुद एकरा बारे सपना देखऽ हिअइ, महामहिम", उत्तेजित होल हम उत्तर देलिअइ, "वास्तविक गंभीर शिक्षा प्राप्त करना! ... हम तो बस खाली जिला स्कूल पास हिअइ।"
[*122] "लेकिन बताथिन", फेर से शुरू कइलथिन, "कइसे अपने, अभियो एतना अल्पवयस्क आउ बिन कोय संसाधन के, एतना सारा ज्ञान प्राप्त करथिन आउ खुद के साहित्यिक भाषा के योग्य बनइथिन?"
"हम ऊ सब कुछ पढ़लिए ह, जे हमरा हाथ लगलइ, सारांश आउ उद्धरण तैयार कइलिए ह ...।"
राजकुमार के सहानुभूति से प्रोत्साहित होल, हम, जइसन कि कहल जा हइ, हम अपन दिल उनका सामने उँड़ेल देलिअइ। हम बड़गो व्यक्तित्व, वरिष्ठ पदाधिकारी (dignitary) के भूल गेलिअइ, खाली हम उनका एगो बुद्धिमान, उदार, अनुभवी व्यक्ति के रूप में देखलिअइ, जे हमर बात के स्पष्ट सहानुभूति से सुन रहलथिन हल आउ सहायता के हाथ बढ़ावे लगी तैयार हलथिन।
"ई सब कुछ में", ऊ कहलथिन, जब हम अपन स्वीकारोक्ति समाप्त कइलिअइ, "भगमान के इच्छा देखाय दे हइ। अपने के एकर निर्देश के अनुसरण करे के चाही। हम सब के शताब्दी (जमाना) चिंता आउ परेशानी से भरल हइ, आउ हम सब के, यथासंभव, निम्मन परिणाम खातिर सहयोग करे के चाही। एकरा लगी प्रतिभाशाली आउ सुशिक्षित लोग के आवश्यकता हइ। अपने के उनकन्हीं के साथ होवे के चाही, लेकिन विचार आउ ज्ञान में परिपक्व होवे के पहिले नञ्। अपने के अवश्य यूनिवर्सिटी कोर्स पूरा करे के चाही।"
"लेकिन ई कइसे कइल जाय, हमर स्थिति में, बिन कोय तैयारी के? ..."
"ठीक हइ, हमन्हीं ई सब के बारे खियाल रखबइ। हम काउंट (शेरेमेतेव) के लिखबइ कि ऊ अपने के खाली मुक्त हीं नञ् करथिन, बल्कि अपने के शिक्षा पूरा करे के संसाधन भी देथिन। आउ अभी अपने के एगो आउ व्यक्ति से परिचित करावऽ हिअइ, जिनको अपने के साथ सजीव सहानुभूति हइ। प्रार्थना करथिन आउ आशान्वित रहथिन!"
ऊ कुछ लाइन लिखलथिन आउ हमरा देलथिन; फेर प्रिय कामेरडीनर के बोलइलथिन आउ हमरा मिस्टर पोपोव के पास ले जाय लगी कहलथिन, जे हुएँ परी, पड़ोस में रहऽ हलथिन। पोपोव हमरा अनुग्रपूर्वक स्वागत कइलथिन, महामहिम के हमरा प्रति सहानुभूति के बहुत बात कइलथिन आउ अप्पन खुद के भावना के बारे। लेकिन ई सबके होते, ई दुन्नु लोग के स्वागत में केतना अन्तर हलइ! राजकुमार के हार्दिक सरलता पोपोव में देखावटी शिष्टाचार में बदल गेलइ। उनका में कुछ तो शुष्कता आउ भावशून्यता हलइ, आउ उनकर मैत्रीपूर्ण आश्वासन में, अगर देखावटी नञ्, त हर तरह से भावशून्य स्वर (note) हलइ। उनकर निश्चल (अचल) चेहरा पर ऊ मनोहर नम्रता के छाया तक नञ् हलइ, आउ न ऊ हार्दिक गरमजोशी के, जे राजकुमार के हरेक शब्द आउ चेष्टा (गति) में झलकऽ हलइ। सबसे अप्रिय हलइ उनकर आँख - फीका आउ निर्जीव, जे लगभग लगातार निच्चे मुँहें देखऽ हलइ, आउ अगर तोहरा पर निर्दिष्ट रहलो, त ऊ खुलापन के हर प्रवृत्ति  के भगा देतो। हमरा नञ् मालुम कि वास्तव में पोपोव अइसने हलथिन, लेकिन हमर मस्तिष्क पर ऊ हतोत्साही छाप छोड़लथिन।
लेकिन राजकुमार के साथ मोलकात हमरा पर मानुँ अमृत छिड़क देलकइ। हमर दिल हलका हो गेल। हमरा में अब साहस आ गेलइ, सिर ऊँचा करके पार्क में घुमलिअइ, जे पहिले, सुबह में, हमरा उदासी भर देलके हल। अब हम पेड़ पर के कोमल फूल, आउ फूल से लद्दल नीलक (lilac) के समूह, आउ ऐना नियन समतल झील के सतह पर शानदार ढंग से सरक रहल हंस, राजमहल के सामने रंग-बिरंगा फूल के चादर के देखके खुश हो सकऽ हलिअइ। पितिरबुर्ग के वापसी यात्रा भी हमरा छोटगर आउ अधिक मनोहर प्रतीत होलइ। हम पुनर्जीवित आशा के प्रिज़्म (prism) के माध्यम से सब कुछ देखऽ हलिअइ। दिन साफ हलइ। हम मेजपोश (tablecloth) नियन चिकना राजमार्ग से यात्रा कर रहलिए हल। आसपास झलक रहले हल हलका हरा धुंधलका से आच्छादित जोतल खेत, उपनिवेशी लोग के साफ-सुथरा घर, बेद आउ भूर्ज (willows and birches) के घुंघराला समूह। हवा में, नयका कोंपल के गन्ध से संतृप्त, कुछ तो शरीर आउ आत्मा दुन्नु के शक्तिवर्धक हलइ। उदास उत्तरी प्रकृति के विरुद्ध हमर सब पूर्वाग्रह के बावजूद, [*123] हम आत्मसमर्पण कर देलिअइ ई चमत्कारी दिन के सौन्दर्य के प्रति - अइसन दिन जे पितिरबुर्ग के वसंत प्रदान करऽ हइ।
अब हम अप्पन एक गोड़ यूनिवर्सिटी में रक्खल कल्पना कर रहलिए हल। लेकिन किस्मत जल्दीए साबित कर देलकइ कि ओकर कोय इरादा नञ् हलइ हमरा असान सफलता देवे के। राजकुमार गोलित्सिन अपन वचन पूरा कइलथिन आउ काउंट के हमर भेंट के बारे पत्र लिखलथिन आउ गम्भीरतापूर्वक उनका हमरा स्वतंत्र करे के निवेदन कइलथिन। पत्र के कोय उत्तर नञ् अइलइ। अल्पवयस्क अश्वसेना गार्ड लेफ़्टेनेंट एगो अइसन आदरणीय व्यक्ति के प्रति सामान्य शिष्टाचार भी व्यक्त करे के योग्य नञ् समझलथिन, जे उनकर पिता के उमर के हलथिन, आउ योग्यता के अनुसार, निस्संदेह, आउ अधिक ध्यान देवल जाय के अर्हता रक्खऽ हलथिन।
हमर क्षितिज पर फेर से बादल घना हो गेलइ। हमरा नञ् मालुम कि कइसे हमरा काउंट के खुशामदी टट्टू में से एगो, उपर्युक्त दुबोव, के प्रति हमर दिमाग में अइसन वैर-भाव बैठ गेलइ। आउ अगर सही तरीका से कहल जाय तो, ऊ काउंट के कृपापात्र बन्ने लगी चाहऽ हलइ आउ हमरा से छुटकारा पावे लगी उनका एगो असान तरीका प्रस्तावित कइलकइ, मतलब, बिन आउ कोय औपचारिकता के हमरा अलिक्सेयेव्का भेज देल जाय आउ कधरो बाहर जाय पर प्रतिबन्ध रहे, नञ् तो, पराकाष्ठा के दशा में, मास्को के पास के पैतृक जागीर में से एगो में स्कूल के शिक्षक के रूप में भेज देल जाय। हमर प्रस्थान के दिन निश्चित कर देल जा चुकले हल, लेकिन हमरा से ई सब सावधानीपूर्वक छिपाके रक्खल गेले हल, ताकि (हमरा) अचानक जाल में फँसा लेल जाय। भाग्यवश, काउंट के ऑफिस के हमर एक दोस्त हमरा समय पर चेतावनी दे देल, आउ हम निराश होके फेर से राजकुमार गोलित्सिन के हियाँ दौड़ल गेलूँ - खाली उनके में हम अपन उद्धार देखलूँ। ऊ लगभग ई समय त्सार्स्कए सेलो से कामेन्नि द्वीप चल गेलथिन हल, आउ हमरा उनका भिर पहुँचना मोसकिल नञ् हलइ। लेकिन उनकर घर के दहलीजे पर एगो नयका बाधा अइलइ।
"महामहिम सम्राट् के साथ भेंट करे के तैयारी कर रहलथुन हँऽ आउ आझ केकरो से नञ् मिलथुन", कामेरडीनर हमर ई कथन पर उत्तर देलकइ कि हम राजकुमार अलिक्सान्द्र निकोलायेविच (गोलित्सिन) से मिल्ले लगी चाहऽ हिअइ।
लेकिन, सचमुच, हमर घबड़ाल चेहरा ओकरा हक्का-बक्का कर देलकइ, काहेकि ऊ बाद में तुरतम्मे हिचकिचइते बोललइ -
"अइसन कइसे ... कीऽ वास्तव में एतना जरूरी हको? स्थगित नञ् कइल जा सकऽ हइ?"
"स्थगित करना मतलब सब कुछ खतम!" आवेश में आके हम बोल पड़लिअइ। "एकर मतलब हइ हमरा मार डालना!"
उदार बुजुर्ग सिर हिलइलकइ, जगह पर कुछ पल हिचकिचइते रहलइ, लेकिन अन्त में हाथ लहरइलकइ आउ सूचित करे लगी चल गेलइ। हम अभी खुद के सम्हारियो नञ् पइलिए हल कि हमरा उनकर अध्ययन-कक्ष में बोलावल गेलइ।
"महामहिम!" उत्तेजना से काँपते हम जल्दी-जल्दी बोललिअइ। "हमरा भयंकर विपत्ति में हिअइ ... "
आउ हम उनका अचानक खुल के आल बात के बतइलिअइ। राजकुमार के चेहरा पर अन्हेरा छा गेलइ। ऊ कुछ देर चुप रहलथिन, फेर कहलथिन –
"शान्त हो जाथिन! हम अपने के वचन दे हिअइ कि हम यथाशक्ति ऊ सब कुछ करबइ, ताकि ई निर्णय के निरस्त कर देल जाय। अपने के वापिस (अलेक्सेयेव्का) भेज देना कइसहूँ उचित नञ् हइ, पहिला, ई कारण से कि अपने उत्तम चीज के योग्य हथिन, दोसरा, ई कारण से कि अपने के हियाँ बोलवाके, हमन्हीं अपने के ओकरो से वंचित कर देलिअइ, जे अपने के पास हलइ। हम अभिए काउंट के लिखबइ आउ आशा करऽ हिअइ", ऊ स्पष्ट मुसकान के साथ आगू बोललथिन, "कि अबरी ऊ हमरा, बिन उत्तर के नञ् छोड़थिन।"
दू दिन के बाद हमरा मालुम चललइ कि हमरा से छुटकारा पावे खातिर अलिक्सेयेव्का चाहे आउ कहूँ भेजे के प्लान रोक देल गेलइ। लेकिन एकरे बदले [*124] दोसर बनलइ, आउ अबरी काउंट के सेवक सब के दृष्टि में एतना आदरणीय, कि पूरा ऑफिस उत्तेजित हो उठलइ। बात ई चल रहले हल कि हमरा काउंट के नगीच लावल जाय; एक शब्द में, चाहते जा हलइ कि हमरा उनकर सचिव बनावल जाय। ई शानदार विचार जुनियर काउंट के चाचा के दिमाग में अइलइ, जिनकर उपनाम हलइ, जेनरल [वी॰एस॰] शेरेमेतेव, आउ ऊ ई बात पर दृढ़ हलथिन। राजकुमार गोलित्सिन के हमरा बारे निम्मन विचार आउ उनकर प्रबल संरक्षण अभिमानी कुलीन लोग (noblemen) के नजर में हमर कीमत बढ़ा देलकइ आउ हमरा हाथ से जाय नञ् देवे के ओकन्हीं के इच्छा प्रबल कर देलकइ। जेनरल शेरेमेतेव के अपन भतीजा पर बड़गो प्रभाव हलइ आउ उनकर काम के निपटारा अप्पन सोचके करऽ हलथिन।
ऊ खुद के पास आवे के हमरा आदेश देलथिन, अपन प्रभावी शब्द पर भरोसा करके ताकि हमर "साहसिक दावा" के तुरन्त समाप्त कर देल जाय। मालिकाना कृपाशीलता के साथ हमरा स्वागत कइल गेलइ। जेनरल हमरा आश्वस्त करे के प्रयास कइलथिन कि हम पहिलहीं से काफी पढ़ल-लिक्खल हिअइ, कि आउ जादे पढ़े-लिक्खे के जरूरत नञ् हइ, कि अपन वर्तमान स्थिति से बिन बाहर अइलहीं बहुत जादहीं उपलब्ध करबइ।
 "सब कुछ सीमा के अन्दर ठीक होवऽ हइ", ऊ बोललथिन, "अति शिक्षा ओइसीं खतरनाक हइ, जइसन कि बाकी सब चीज में। हम तोहर खुशी के प्रबन्ध करे लगी तैयार हियो", ऊ अन्त में बोललथिन, "ओहे से हम तोरा अपन इच्छा के सीमित करे के सलाह दे हियो। काउंट तोहरा खुद के पास सचिव (सेक्रेटरी) के रूप में रक्खे लगी चाहऽ हथुन। उनका योग्य लोग के जरूरत हइ। समय के साथ उनका महत्त्वपूर्ण पद मिल जइतइ, आउ तूँ उनका साथ सबसे उत्तम धन-सम्पत्ति बना पइबऽ। जाहाँ तक आजादी (मुक्ति) के संबंध हको - हम एकर पक्का विरोधी हियो। तोहरा नियन लोग विरल हइ आउ अइसन लोग के कदर करे के चाही।"
फंदा, बाद में, आउ जादे कस्सल जाय लगलइ। अब हमरा दूर करे लगी ओकन्हीं नञ् चाहऽ हलइ, हमरा महत्त्वपूर्ण समझल जा हलइ, हमर जरूरत हलइ। एहे बात के राजकुमार ए॰एन॰ गोलित्सिन भी पक्का कइलथिन, जे व्यक्तिगत रूप से हमरा तरफ से जुनियर काउंट शेरेमेतेव के समझावे लगी अइलथिन हल। जेनरल उनका निवेदन कइलथिन कि हम "बल्कि थोड़हीं समय लगी जुनियर काउंट के साथ सेक्रेटरी के रूप में रहिअइ"।
ई कहे के जरूरत नञ् कि ई सब कुछ खाली हमर निर्णय के दृढ़ करऽ हलइ, जीवित चाहे मृत, कि ई चंगुल से कइसूँ निकसके बाहर आ जाऊँ। व्यर्थ में ऑफिस के हमर दोस्त आउ दुश्मन चिंतित हलइ। ऊ, जे ओकन्हीं के सम्मान प्रतीत होवऽ हलइ, जे ओकन्हीं लगी लाभदायक चाहे हानिकारक हो सकऽ हलइ, हमरा तो एगो नयका अपमान हलइ। पट्टा पर संकीर्णमना (narrow-minded) के घुमाना आउ ओकर पीठ पीछू काम करना - लाभदायक हो सकऽ हलइ, लेकिन हमरा ई ठीक नञ् लगऽ हलइ। हम खुद के जोखिम पर जीए आउ काम करे लगी चाहऽ हलूँ। आउ दुबोव आउ ओकर मंडली के डरे के कोय बात नञ् हलइ। हमरा लगी पूर्वनिर्धारित भूमिका हमर वश के बात नञ् हलइ, आउ अगर परिस्थिति हमरा कुछ समय लगी एकरा से सहमत भी होवे लगी लचार होवे पड़लइ, त, निस्संदेह, हम बदला तो नञ् लेबइ। दुबोव के बाद में ई बात के विश्वास हो गेलइ, लेकिन अभी तो ऊ दोसरे तरह से सोच रहले हल आउ हमरा दोगना नुकसान पहुँचावे के प्रयास कइलकइ। ऊ हमरा पीछू गुप्तचर लगा देलकइ आउ खुद हमर हरेक कदम पर कड़ी निगरानी रक्खऽ हलइ। लेकिन, हमर सौभाग्य से, पूरा ऑफिस, ओक्कर मंडली से जुड़ल कुछ अपवाद के छोड़के, ममोन्तोव के नेतृत्व में, हमरा साथ हलइ। एकरा चलते हम सफलतापूर्वक अपन दुश्मन लोग के निगरानी के धोखा दे सकलूँ।
ई सब से स्पष्ट हइ कि हमरा लगी निर्णायक प्रश्न "जीबइ कि नञ्" (to be or not to be) के समाधान केतना धीमी गति से होलइ। अगर हमर गियारी के फंदा कभी ढीला पड़ जाय, त दोसरे पल फेर से आउ अधिक कस जाय। [*125] राजकुमार गोलित्सिन हमरा बारे दौड़-धूप करना बन्द नञ् कइलथिन। हम समय-समय पर उनका से मोलकात करके अपन क्रिया-कलाप के हिसाब देते रहऽ हलिअइ आउ हर तुरी उनका हीं से प्रोत्साहित होके जा हलिअइ। लेकिन उनकर खुद के स्थिति एतना हद तक अस्थिर हो जा हलइ कि लघु हृदय के लोग उनका प्रसन्न करना जरूरी नञ् समझऽ हलइ। साम्राज्ञी मारिया फ़्योदोरोव्ना, लेकिन, उनकर पक्ष में अपरिवर्तित रहलथिन, आउ ऊ अनिवार्य हो गेला पर साम्राज्ञी के आश्रय लेवे के इरादा करऽ हलथिन। लेकिन तब तक पूरा संसाधन के आजमावे के चाही हल।[2]
ई उद्देश्य से हम ऊ सब अनुशंसा पत्र के उपयोग करे के निर्णय कइलिअइ, जे हमरा, बिदाई के समय, ओस्त्रोगोझ्स्क के हमर निम्मन दोस्त लोग सुसज्जित कइलथिन हल। ओकरा में एक हलइ फ़ादर सिमियोन स्त्सेपिन्स्की के उनकर सेमिनरी सहपाठी, जागीर सलाहकार, आई॰आई॰ मार्तिनोव, के नाम। लेकिन मार्तिनोव के मामले में हिसाब तुरन्त समाप्त हो गेलइ। ऊ अपन पुरनका दोस्त के भूल चुकले हल आउ ऊ स्पष्ट रूप से ई बात व्यक्त कइलकइ। हम अभिवादन कइलिअइ आउ चल गेलिअइ, फेर कभी वापिस नञ् आवे लगी।
दोसरे प्रकार के स्वागत हमरा चेकमारेव के रिश्तेदार, दिमित्री इवानोविच इज़िकोव, के हियाँ प्रतीक्षा कर रहले हल, जे आदरणीय अनुवादक हलथिन - शेल्त्सेरोव के "नेस्तोर" आउ मोन्टेस्क्यू के "कानून के आत्मा" नामक रचना के[3]। ऊ सार्वजनिक शिक्षा मंत्रालय में विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हलथिन आउ रह रहलथिन हल तथाकथित षुकिन्स्की गृह, चेर्निशेव्स्की गली में। दिमित्री इवानोविच (इज़िकोव) रूसी इतिहास के नामी-गिरामी विशेषज्ञ हलथिन, लेकिन सबसे बढ़के, उत्तम चरित्र के व्यक्ति। लेकिन बाह्याकृति आउ व्यवहार प्रथमदृष्ट्या कुछ विशेष आकर्षक नञ् हलइ। नटगर आउ गठीला, वयसगर व्यक्ति के रूप में, ऊ हमरा अपन बेढंगापन से विस्मित कर देलथिन। सिर निच्चे करके चल्लऽ हलथिन, कम बोलऽ हलथिन, विरले हँस्सऽ हलथिन, लेकिन ई सब के होतहूँ विकर्षक छाप (repulsive impression) नञ् छोड़ऽ हलथिन। उनकर नोकदार (भद्दा, बेडौल) चेहरा के सब्भे खामी (flaws) नेकदिली के अभिव्यक्ति से पूरा हो जा हलइ, जे तुरतम्मे तोहरा उनका प्रति सहानुभूति प्रेरित कइलको, आउ तूँ, दिमित्री इवानोविच के अपन आत्मसंयम के बावजूद, उनका तरफ जाने-अनजाने सब कुछ में विश्वास करे के आकर्षण अनुभव कइलहो। अइसहीं हमरो साथ हलइ। ऊ कठिन परिश्रम वला एकान्त जीवन व्यतीत करऽ हलथिन आउ ओहे से हमरा कोय व्यावहारिक लाभ नञ् प्रदर्शित कर पइलथिन। लेकिन उनकर कुच्छे शब्द में एतना हार्दिक संवेदना हलइ कि हम बाद में भी, उदासी के समय में, सांत्वना खातिर उनका भिर आवऽ हलिअइ। उनकर अल्पभाषी, लेकिन गरम सहानुभूति एक प्रकार के उच्चा दर्जा के सांत्वनादायक हलइ।
हमरा पास आउ एगो तेसरा पत्र हलइ, व्लादीमिर इवानोविच अस्ताफ़्येव के, उनकर पत्नी के तरफ से एगो रिश्तेदार, कोन्द्राती फ़्योदोरोविच रिलेयेव, खातिर एगो कइसनो संदेश के रूप में। अब हमरा पास कारण हइ ई सोचे के, कि ई काम सोच-समझल हलइ उदार व्लादीमिर इवानोविच (अस्ताफ़्येव) द्वारा बुद्धि आउ हृदय से ई विरला व्यक्ति के साथ हमरा नगीच लावे के। लेकिन ऊ बखत हमरा एकरा बारे शंका नञ् हलइ आउ कोन्द्राती फ़्योदोरोविच (रिलेयेव) के पास हाजिर होलिअइ एगो प्रार्थी (supplicant) के रूप में नञ्, बल्कि उनका आउ ओस्त्रोगोझ्स्क के उनकर मित्र के बीच एगो मध्यस्थ (बिचौलिया) के हैसियत से। रिलेयेव ऊ समय में हमन्हीं के अमेरिकन ट्रेडिंग कंपनी के मैनेजर हलथिन आउ कंपनी के घर में, सिनी पुल (Siny Bridge) के पास, रहऽ हलथिन। कोन्द्राती  [*126] फ़्योदोरोविच (रिलेयेव) के फ्लैट निचला मंजिल पर हलइ। एकर खिड़की, स्ट्रीट के तरफ से, उन्नतोदर जंगला (convex grillwork) से सुरक्षित कइल हलइ। अब ई घर के पुनर्निर्माण कइल गेले ह, लेकिन ई लमगर अवधि तक हमरा लगी शोकपूर्ण स्मृति के विषय रहलइ, आउ हम एकरा सामने से बिन हृदय में हलचल के नञ् गुजर पावऽ हलिअइ। एक खिड़की विशेष हलइ - ई अध्ययन-कक्ष से बाहर निकसऽ हलइ, जाहाँ परी हम, गृहस्वामी से नगीची परिचय प्राप्त करते, उनकर अभी-अभी पूरा कइल कविता, "वोयनारोव्स्की", के वाचन करते सुन रहलिए हल।  हमरा साथे सुन रहलथिन हल आउ प्रशंसा कर रहलथिन सामान्य फौजी वरदी में एगो अफसर – [ई॰ ए॰] बरातिन्स्की[4]
हम अइसन आउ कोय दोसर व्यक्ति के नञ् जनलिए ह, जेकरा ओतना आकर्षक शक्ति हइ, जेतना रिलेयेव के। मध्यम कद, सुडौल देह, बुद्धिमान, गंभीर चेहरा, पहिलहीं नजर में अइसन आकर्षण शक्ति के पूर्वाभास देला दे हलइ, जेकर, आउ नगीची परिचय होला पर तोहरा अनिवार्य रूप से अधीन होवे पड़तो। खाली उनकर चेहरा पर मुसकान देखाय देलको कि तूँ खुद्दे उनकर विस्मयकारी आँख दने जरी ध्यान से देखभो, आउ पूरा दिल से बिन वापिस मुड़ले आत्मसमर्पण कर देबहो। प्रबल उत्तेजना चाहे काव्यात्मक प्रेरणा के क्षण में ई आँख प्रज्वलित हो जा हलइ आउ वास्तव में चमक उट्ठऽ हलइ। देखके अदमी हक्का-बक्का हो जा हलइ - एतना ओकरा में केन्द्रित शक्ति आउ अग्नि रहऽ हलइ। लेकिन ई रूप में हम उनका बाद में जान पइलिअइ। अभी तो, हमर पहिला मोलकात में, हम, मुख्यतः, उनकर मानवता आउ उदारता के सम्मोहक प्रभाव के अनुभव कइलिअइ, आउ स्पष्टता खातिर बोलावल, हम अपन प्रयास आउ संघर्ष के पूरा करुण इतिहास बता देलिअइ। ऊ एकरा बड़ी ध्यान से सुनलथिन आउ झट से हमर पक्ष में अभियान के योजना के मसौदा तैयार कइलथिन।
उनकर पहिला प्रयास, लेकिन, विफल रहलइ। ऊ सहयोग खातिर श्रीमती दनाउरोवा के सहारा लेलथिन, जे काउंट शेरेमेतेव के बहुत घनिष्ठ मित्र हलथिन। संवेदनशील महिला "अइसन संवेदनशील मामला में हस्तक्षेप करे में" जरी कइसन तो अनुभव कइलथिन।
"लेकिन चिंता नञ् करऽ", रिलेयेव कहलथिन, हमरा अप्पन विफलता के बारे सूचित करते, "हम सब दोसर उपाय खोजते जइबइ। हम तोहरा बारे बुद्धिजीवी जगत् में से अपन परिचित लोग से पहिलहीं बात कर चुकलियो ह। उनकन्हीं सजीव रूप से तोहरा में रुचि देखइलथुन हँ आउ काउंट शेरेमेतेव से तोहरा लगी निवेदन करे लगी चाहऽ हथुन, आउ अस्वीकार करे के हालत में उनका मुचलका के प्रस्ताव रक्खल जइतइ - शांत हो जा! हमरा पक्का विश्वास हको।"
ई मोलकात में कोन्द्राती फ़्योदोरोविच (रिलेयेव) हमरा एगो दस्तावेज बनावे लगी सलाह देलथिन, हमर भूतकाल के मुख्य-मुख्य विशेषता के कागज पर नोट करके एकरा साथ हमर एगो रचना लावे लगी कहलथिन।  ई सब दस्तावेज से सुसज्जित होके, ऊ नयका साथी लोग के भरती करे लगलथिन। संयोगवश, हमर जीवनी जुनियर काउंट शेरेमेतेव के साथी सब के अश्वसेना गार्ड के अफसर लोग के मंडली में बड़गो सनसनी पैदा कर देलकइ। रिलियेव के ओकन्हीं में से कइएक लोग के साथ बहुत घनिष्ठ मित्रता हलइ। हमर पक्ष में ओकन्हीं एगो वास्तविक षड्यंत्र रचते गेलइ आउ हमरा बारे एगो सामूहिक प्रस्ताव काउंट के सामने रक्खे के प्लान बनइलकइ। सबसे अधिक सक्रियतापूर्वक काम कइलथिन दू अफसर, अलिक्सान्द्र मिख़ाइलोविच मुरव्योव आउ राजकुमार येवगेनी पित्रोविच ओबोलेन्स्की[5]। अप्रत्याशित दबाव [*127] काउंट के संकोच में डाल देलकइ। ऊ अपन साथी लोग के बीच खुद के नीचा नञ् देखावे लगी चहलथिन आउ ओकन्हीं के माँग के पूरा करे के वचन देलथिन।
कीऽ बेहतर हइ, अइसन लग सकऽ हलइ। आउ हमरो अइसने विचार अइलइ। हमर फेर से जी उठलिअइ, ई सोच के कि हम केस जीत लेलिअइ। लेकिन दिन पर दिन गुजरते गेलइ आउ कोय परिवर्तन नञ् होलइ। ऑफिस में, एकर विपरीत, एहो अफवाह फैललइ कि काउंट शेरेमेतेव, अपन जेनरल-चाचा के बात के मानके, हमरा लगी एगो पक्का नकार के तैयारी कर रहलथिन हँऽ। नयका-नयका भय, नयका उदासी!
लेकिन हमर संरक्षक सब झुक (ऊँघ) नञ् रहलथिन हल। उनकन्हीं नयका बल एकत्र कर रहलथिन हल। हमर दुर्भाग्य के अफवाह उच्च समाज के फैशनदार गोष्ठी (salons) में प्रवेश कर चुकले हल। उच्चतम मंडली के महिला लोग हमरा में रुचि लेवे लगलथिन। उनकन्हीं में से एक, काउंटेस चेर्निशेवा, भी हमरा तरफ से काउंट शेरेमेतेव पर व्यक्तिगत रूप से आक्रमण करे के भार खुद पर लेलथिन। काउंट के हिचकिचाहट के बारे जानकारी मिल गेला पर, ऊ निम्नलिखित तिकड़म के आश्रय लेलथिन।
उनकर घर में एगो बड़गो गोष्ठी हलइ। अतिथि लोग में जुनियर काउंट (शेरेमेतेव) भी हलथिन। काउंटेस चेर्निशेवा उनका भिर एगो हार्दिक मुसकान सहित गेलथिन, अपन हाथ आगू बढ़इलथिन आउ सबके सुनाय देवे लायक अवाज में बोललथिन –
"हमरा मालुम चललइ, काउंट, कि हाल में अपने एगो उत्तम काम कइलथिन, जेकर सामने अपने के बाकी सब्भे निम्मन काम फीका पड़ जा हइ। अपने के पास एगो प्रतिभाशाली व्यक्ति हइ, जे भविष्य में बहुत कुछ करे के सामर्थ्य रक्खऽ हइ, आउ अपने ओकरा मुक्त कर देलथिन। हम एकरा लगी अपने के धन्यवाद देवे में खुद के बड़गो खुशी समझऽ हिअइ - समाज के एगो उपयोगी सदस्य के उपहार देना - मतलब कइएक लोग के सुखी बनाना।"
काउंट तो हक्का-बक्का हो गेलथिन, जरूरत से जादहीं देर तक आदरपूर्वक झुकलथिन आउ जवाब में बड़बड़ाय लगलथिन कि ऊ महामहिम के प्रसन्न करे के हर अवसर पर प्रसन्नता अनुभव करऽ हथिन।
वस्तुतः काउंट के स्थिति कठिन हलइ। खुद कुछ के प्रबल इच्छा करे या नञ् करे के भावना से हीन, दोसर के सलाह के माने के अभ्यस्त, ऊ अचानक खुद के दू अग्नि के बीच पइलथिन। एक तरफ तो, उनकर हमेशे के मार्गदर्शक, जेनरल शेरेमेतेव, आउ सबसे नगीच सेवक में से एक, दुबोव के रूप में, त दोसरा तरफ - साथी लोग, उच्चतम समाज के महिला लोग, सार्वजनिक मत ... केकरा प्राथमिकता (preference) देल जाय? अश्वसेना गार्ड के अफसर लोग, काउंट से एक्को भेंट में हमरा बारे बोले बेगर नञ् रहऽ हलथिन। बेचारे अल्पवयस्क व्यक्ति एक्को कदम बिन हमर नाम सुनले नञ् बढ़ावऽ हलथिन। हम, अपना तरफ से, उनकर अत्याचारी हो गेलिए हल। राजमहल के निर्गम द्वार (exit) पर, मुराव्योव आउ साथी लोग में से आउ एगो के साथ भेंट हो गेला पर, हमरा बारे मौत के हद तक बोर कर चुकल एगो आउ टेक (refrain) सुन्ने से बच्चे लगी, ऊ खुद्दे ओकन्हीं के चेतावनी देवे के शीघ्रता कइलथिन –
"हमरा मालुम हइ, भद्रजन (gentlemen), मालुम हइ", ऊ कहलथिन, "मालुम हइ कि अपने सब के दिमाग में - हमेशे ओहे निकतेन्को!"
"तूँ गलत नञ् कहलहो, काउंट", मुराव्योव उत्तर देलथिन, "जेतने जल्दी तूँ ओकरा से निपटबऽ, ओतने बेहतर होतो।"
दिनांक 22 सितम्बर 1824 के काउंट के सब्भे साथी भीड़ लगाके उनकर नामकरण के उत्सव मनावे खातिर एकत्र होते गेलथिन। उनकन्हीं एहो अवसर के उपयोग करे से, मतलब, हमरा बारे आद देलावे से नञ् चुकलथिन। काउंट अबरियो "हमरा पर अपन अधिकार के परित्याग करे के पक्का आउ गम्भीर वचन" फेर से देलथिन।
तइयो ऑफिस में कोय आदेश जारी नञ् कइल गेलइ, जे हमर यातना के त्वरित अंत के पूर्वाभास देते हल। हुआँ परी हमर संरक्षक लोग द्वारा [*128] काउंट पर बनावल दबाव के बारे कुछ नञ् मालुम हलइ आउ ऑफिस स्टाफ लोग एहे मान रहले हल कि हमर भाग्य के निर्णय नकारात्मक कइल जा चुकले हल। हम, दुबोव के चुगलखोरी से बच्चे खातिर, सब कुछ के कठोर रहस्य रखले हलिअइ, हियाँ तक कि ममोन्तोव से भी।
पूरा सितम्बर आउ अक्टूबर के पहिला सप्ताह गुजर गेलइ। काउंट के "पक्का आउ हार्दिक" वचन पहिलौका, सरल, ओतना जोरदार शब्द में नञ् सजावल वचन से कुच्छो अलगे नञ् हलइ ... नञ्, कोय आवर्तक बोखार (intermittent fever) अदमी के ओतना यातना नञ् दे सकऽ हइ, जेतना कि जोश के ई उतार-चढ़ाव हमरा सतइलक। हमरा आशा नञ् हले कि काउंट अपन वचन से बिलकुल मुकर जइता, लेकिन उनकर अनुचित खेल लमगर समय तक घिंचाल नियन लग रहले हल, आउ तब ... केऽ उत्तरदायी होतइ भविष्य के प्रति?
हम सब कुछ ममोन्तोव के बता देवे के निश्चय कइलिअइ, जेकरा हमरा साथ सहानुभूति हलइ। ओकरा, आउ कोय दोसरा के अपेक्षा, काउंट से, उनकर वचन देला के बाद, आवश्यक दस्तावेज उनकर हस्ताक्षर सहित, बनवा लेना कहीं असान हलइ। हमर कहानी सुनके कि कइसे काउंट पर सगरो तरफ से आक्रमण कइल गेले हल, ओकरा अपन कान पर विश्वास नञ् होलइ। ओकरा हमरा बारे खेद हलइ कि सब कुछ समाप्त हो चुकले हल, लेकिन अब अचानक हमरा विजय के पूर्वसन्ध्या पर देखलकइ, आउ हम ओकर सहारा लेलिए हल अन्तिम प्रहार खातिर। ऊ बहुत दयालु हलइ, आउ स्वाभिमानी भी। अन्तिम पल में हमर ओकर सहारा लेना ओकरा खुश कर देलकइ, आउ ऊ अपन सहयोग देवे के वचन देलकइ।
आउ पहुँच गेलइ हमरा लगी एगो बड़का दिन - 11 अक्टूबर 1824 के ममोन्तोव, हमेशे नियन, रिपोर्ट के साथ काउंट के सामने हाजिर होलइ आउ चलाँकी से हमरा बारे बात उठइलकइ। जइसीं ऊ हमर नाम लेलकइ कि काउंट अधीरतापूर्वक ओकरा टोक देलथिन।
"हमरा ई अदमी के साथ कीऽ करे के हइ?" ऊ गोस्सा से बोल पड़लथिन। "हमरा हरेक कदम पर ओकर संरक्षक लोग से भेंट होवऽ हइ। राजकुमार गोलित्सिन, काउंटेस चेर्निशेवा, हमर साथी अफसर लोग - सब्भे माँग करऽ हथिन कि हम ओकरा मुक्त कर दिअइ। हम सहमत होवे पर लचार हो गेलिअइ, हलाँकि हम जानऽ हिअइ कि ई बात हमर (प्यारे चाचा जी) वी॰ एस॰ शेरेमेतेव के नञ् पसीन पड़तइ।"
ममोन्तोव, सूक्ष्मतापूर्वक, सावधानी से प्रमाणित करे लगलइ कि सार्वजनिक मत एगो व्यक्तिगत मत के अपेक्षा अधिक शक्तिशाली होवऽ हइ, बल्कि ई चाहे नगीची व्यक्ति से संबंधित काहे नञ् होवे, आउ ओहे से जल्दी से जल्दी पहिलौका (अर्थात् सार्वजनिक मत) के संतुष्ट करना आवश्यक हइ। मुख्य हलइ काउंट के समझाना ताकि ऊ तुरतम्मे, जगहे पर, आउ केकरो साथ बिन मोलकात कइले चाहे सलाह लेले, मुक्ति के दस्तावेज लिक्खे के औडर दे देवें। बिन प्रयास के तो नञ्, लेकिन ई काम बुद्धिमान, उदार ममोन्तोव लगी सफल हो गेलइ। अन्त में काउंट टिप्पणी कइलथिन –
"लेकिन ई अल्पवयस्क व्यक्ति के तइयो निम्मन से डाँट-फटकार कइल जाय के चाही, ई बात लगी कि ऊ एतना हलचल मचइलकइ। वस्तुतः हम, अपने आप में, ऊ नञ् कर पइलिअइ, जे अब दोसर लोग के प्रति आदर के चलते करब करऽ हिअइ।"
ममोन्तोव मुक्ति के मामले में औडर दोहरावे जाय लगी समय नञ् लगइलकइ। ऊ तुरतम्मे प्रूफ संशोधित करके मुक्ति दस्तावेज तैयार कइलकइ आउ उनकर हस्ताक्षर लगी प्रस्तुत कइलकइ।
पूरा ऑफिस स्टाफ गोड़ पर खड़ी हो गेलइ। सब बिज़नेस (ऑफिस के काम) भुला देल गेलइ। हमर दोस्त लोग हमरा हीं कमरा में भीड़ लगा देलकइ, हमरा बधाई देवे लगी आउ सम्मान देवे लगी। खाली दुबोव दूर रहलइ। अफसोस! हम ओकरो लगी स्वेच्छा से हाथ बढ़इतिए हल - ओकर षड्यंत्र सफल नञ् हो पइलइ, आउ हम केतना भाग्याशाली हलिअइ!
हम ई बात के वर्णन करना छोड़ रहलिए ह कि हम ई गहरा, विस्मयकारी आनन्द के पहिला मिनट (क्षण) में हम कीऽ अनुभव कइलिअइ आउ हमरा कइसन लगलइ ... सर्वशक्तिमान के कृपा आउ ऊ लोग के शाश्वत कृतज्ञता, जे सब हमरा नयका जीवन प्राप्त करे में सहायता करते गेलथिन!



[1] दोल्गी [(रूसी शब्द) लमगर] - अर्थात् किराया पर लेल घोड़वन द्वारा घिंच्चल जाय वला कोच से, न कि स्टेज के हिसाब से घोड़ा बदलाय वला कोच से।
[2] राजकुमार ए॰ एन॰ गोलित्सिन आउ निकितेन्को के बीच संबंध के कुछ विवरण में रुचि रक्खे वलन एन॰ के॰ शील्डर के निम्नलिखित नोट देख सकऽ हथिन - "ए॰ वी॰ निकितेन्को आउ राजकुमार ए॰ एन॰ गोलित्सिन सन् 1824 में" (А.В. Никитенко и кн. А.Н. Голицын в 1824 году), रूस्कयऽ स्तरिना, 1893, खंड-79, सितम्बर, पृ॰612. [Editor’s Note, 2nd Edition, 1904]
[3] नेस्तोर - फ़्रायर नेस्तोर (लगभग 1056 - लगभग 1114 ई॰), जे 1073 में कीव के गुफा मठ (Monastery of the Caves in Kiev) के संत हो गेलथिन, एगो इतिहासकार हलथिन, जिनकर रचनावली एगो महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्रोत हइ।
[4] येवगेनी अब्रामोविच बरातिन्स्की (1800 –1844)- अग्रगण्य रूसी दार्शनिक कवि, पुश्किन के समकालीन। जब निकितेन्को उनका से मिललथिन, त ई कवि, पूर्व फौजी अफसर, के चोरी के इलजाम में कैडेट कोर से निष्कासित करके रैंक में प्राइवेट में पदावनत कर देल चुकले हल। बाद में, बरातिन्स्की के कमीशन प्राप्त होलइ। कवि के एगो सर्वश्रेष्ठ रचना हलइ "गेटऽ के मौत पर" (On the Death of Goethe)। आधुनिक आलोचक उनकर विचार के उनकर समकालीन के अपेक्षा बहुत अधिक महत्त्व दे हथिन।
[5] निकितेन्को के कथन से ई लगऽ हइ, मानुँ राजकुमार येवगेनी पित्रोविच ओबोलेन्स्की अश्वसेना गार्ड रेजिमेंट के अफसर हलथिन। परन्तु, वस्तुतः, ऊ फिनलैंड के रेजिमेंट, ई-गार्ड में सेवा में हलथिन। ए॰ एम॰ मुरव्योव के छोड़के, रिलेयेव के समान विचार वलन, डी॰ एन॰ शेरेमेतेव के साथी सैनिक हलथिन - आई॰ आन्नेनकोव, वी॰ इवाशेव, ए॰ क्रियुकोव, पी॰ आई॰ स्विस्तुनोव आउ ज़ेड॰ जी॰ चेर्निशेव। [सम्पादकीय टिप्पणी, द्वितीय संस्करण, 1904]


Monday, June 22, 2020

भूदासत्व से मुक्ति तक - अध्याय 18


18. उज्ज्वल भविष्य के प्रभात
साल 1821 गुजर गेलइ। साल 1822 के भी अन्तिम चरण नगीच हलइ। हम अठारह साल के हो गेलिअइ। हमर परिस्थिति में कोय परिवर्तन नञ् होलइ। कभी परिवर्तन के कोय संकेत भी नञ् देखाय दे रहले हल। एहे दौरान, केकरो नञ् दृष्टिगोचर होवे वला एगो घटना परिपक्व हो रहले हल, जे हमरा लक्ष्य के नगीच लावे वला हलइ।
[*113] 1820 के दशक में रूस में लगभग सगरो बाइबिल सोसाइटी के स्थापना होलइ।[1] ओकर उद्देश्य हलइ पवित्र धर्मग्रन्थ के प्रचार-प्रसार, विशेष रूप से गोस्पेल के। ई काल में न्यू टेस्टामेंट (नवविधान) के रूसी भाषा में अनुवाद कइल गेलइ, आउ ओल्ड टेस्टामेंट (पूर्वविधान) से - प्साल्टर (स्तोत्रसंहिता) के, आउ स्लाविक पाठ के साथ प्रकाशित कइल गेलइ।
बाइबिल सोसइटी के स्थापना हमन्हीं हीं एक्के समय में होलइ, चाहे बेहतर कहल जाय, राजनैतिक घटना के चलते प्रोत्साहित कइल गेलइ, जे एकरा में अपन विशेष उद्देश्य खातिर एकरा उपयोगी हथियार देखलकइ। यूरोप में नैपोलियन के पराजय के बाद, जइसन कि सबके मालुम हइ, तीन राज्य से तथाकथित पवित्र सन्धि (Holy Alliance) के निर्माण होलइ - प्रुशिया, ऑस्ट्रिया आउ रूस से। क्रिश्चियन भाईचारा के मनोभाव (spirit) में ई सब राष्ट्र के राजा के पक्का इरादा के साथ शासन करे खातिर लोक-कल्याण के मजबूत बनावे के प्रयास के बहाना प्रदर्शित कइल गेलइ। वस्तुतः एकर (अर्थात् सन्धि के) दोसर गुप्त उद्देश्य हलइ।[2]
(आस्ट्रियन राजनीतिज्ञ) मेटेर्निष (Metternich) द्वारा निर्मित सन्धि के पीछू इरादा हलइ फ्रांसीसी क्रान्ति से प्रेरित विचार के विरोध करना, अर्थात्,  स्वतंत्रता हेतु, सामन्ती मनमानी पर लगाम हेतु, आउ ई महान सिद्धान्त के स्थापना हेतु कि प्रजा शासक लगी नञ् होवऽ हइ, बल्कि शासक प्रजा लगी - ई सब हेतु प्रजा के क्रान्ति के ठप कर देना। ई हलइ प्रजा के विरुद्ध वास्तविक षड्यंत्र। कइसनो संसाधन के बिन उपेक्षा कइले, सन्धि खुद के सहायता लगी धर्म के भी आश्रय लेलकइ, बल्कि बेहतर कहल जाय, एकर ऊ भाग के, जे ओकर उद्देश्य के अनुकूल हलइ, अर्थात् - नम्रता आउ आज्ञाकारिता के उपदेश। भ्रातृसुलभ समानता के भावना, जे क्राइस्ट के उपदेश के मुख्य सार हइ, के अवहेलना करके, ई (सन्धि) अनैतिक रूप से खाली प्रसिद्ध सत्य के अक्षर के अनुसरण कइलकइ, जेकरा, पृथक् रूप से विचार कइला पर, हमेशे मनमाना विकृत कइल जा सकऽ हइ। अइसहीं तो रूढ़िवादी (दकियानूसी) लोग सब काल में करते गेले ह। ओकन्हीं धर्म के उपयोग दिमाग के कुंठित करे लगी कइलकइ, लोग के हर तरह के पहल (initiative) से वंचित कर देवे के आउ ओकन्हीं के धूल में मिटा देवे के उद्देश्य से ... खाली स्मरण कइल जाय कि कइसे पोप सब काम करते गेलथिन आउ कइसे आझ तक फ्रांसीसी पादरीवर्ग आउ पोप के परमाधिकारवादी (ultramontanists) काम करऽ हइ। आउ हमन्हीं हीं कीऽ रूनिच आउ मागनित्स्की (Runichs and Magnitskys) के जमाना के यादगारी अभियो ताजा नञ् हइ?[3]
सम्राट् अलिक्सान्द्र प्रथम (Alexander I) निम्मन इरादा आउ उच्च प्रकार के विचार के व्यक्ति हलथिन, लेकिन गंभीर विचारक नञ् आउ अस्थिर इच्छाशक्ति के। अइसन प्रकार के लोग हमेशे निम्मन काम के प्रति निष्ठावान आउ ओकरा करे लगी तैयार भी रहऽ हइ, जब तक किस्मत मेहरबान रहऽ हइ। लेकिन अगर ओकन्हीं के रस्ता में कहीं कठिनाई आ जा हइ - आउ ई अपरिहार्य हइ - त ओकन्हीं रस्ता भूल जा हइ, हतोत्साह हो जा हइ, पहिलौका बड़गर आउ निम्मन इरादा पर पछताय लगऽ हइ। ओकन्हीं के भूमिका बड़गो (महान) काम के माँग करऽ हइ, लेकिन ओकन्हीं के ऊ संसाधन नञ् होवऽ हइ, जेकर सहायता से ओइसन काम के निष्पादन कइल जा हइ - चरित्र। अइसन लोग, सामान्यावस्था (mediocrity) से बाहर नञ् निकस पावे से, सामान्य प्रकार के काम खातिर योग्य होवऽ हइ, न कि जिम्मेवारी भरल स्थिति में, जब ओकन्हीं जनता के भाग्य के संरक्षक आउ घटना के नेता होवऽ हइ, जेकन्हीं पर पूरे समाज सब के कल्याण निर्भर रहऽ हइ।
ई विदित हइ कि सम्राट् अलिक्सान्द्र पाव्लोविच में कइसन महापरिवर्तन होलइ पहिला गतिरोध (setbacks) के बाद, जे उनकर उदारवादी प्रवृत्ति के झेले पड़ले हल। उनकर हृदय भी रूस के प्रति ठंढा पड़ गेलइ, जइसीं लगलइ कि ओकर (रूस के) रूक्ष रीति-रिवाज, अज्ञानता, प्रशासनिक कुव्यवस्था के एतना जल्दी बदलल नञ् जा सकऽ हइ, जइसन कि उनकर निम्मन, [*114] लेकिन तुच्छ योजना के अनुसार उनका चाही हल। ऊ सुधार से इनकार कर देलथिन, जेकरा पहिले खुद आवश्यक आउ उपयोगी होवे के मान्यता देलथिन हल - इनकार कइलथिन ई कारण से कि ई सुधार, चरणबद्ध कठोर नीति के माँग करऽ हलइ, जेकरा न तो कोय कठिनाई झेले पड़तइ आउ न प्रारम्भिक विफलता। पवित्र सन्धि में प्रवेश करते समय, ऊ बचकाना ढंग से विश्वास कइलथिन कि महान क्रिश्चियन सत्य के घोषणा करना यथेष्ट होतइ ताकि लोग निम्मन बन जाय, सत्य  आउ शांति से प्रेम करइ; ताकि ओकन्हीं बीच मित्रभाव आउ कानून के प्रति आदर स्थापित हो जाय, आउ सरकारी अफसर आउ कर्मचारी राजकोष आउ लोग के लूटना बन्द कर देइ। ऊ, निस्संदेह, मेटेर्निष से जादे ईमानदार हलथिन, कम से कम जान-बूझके धर्म के राजनीतिक मोहरा नञ् बनइलथिन। लेकिन, विचित्र आत्म-वंचन के कारण, धर्म में सन्धि के व्यक्तिगत साथी (ally) देखलथिन, जे लोग के हृदय में नैतिकता के बीज बोतइ ताकि उनका ओकन्हीं पर शासन करना असान हो जइतइ। ओहे से ऊ हमन्हीं हीं (अर्थात् रूस में) स्थापित कइल जा रहल बाइबिल सोसाइटी के एतना अनुकूल ढंग से देखलथिन आउ ओकर क्रिया-कलाप के प्रोत्साहित कइलथिन, जेकर मार्गदर्शक हलथिन ओकर (बाइबिल सोसाइटी के) मुख्य संस्थापक राजकुमार अलिक्सान्द्र निकोलायेविच गोलित्सिन।
लेकिन, चालबाजी के अलगे रखके, ई बात से इनकार नञ् कइल जा सकऽ हइ कि बाइबिल सोसाइटी के बुनियादी विचार अपने आप में मनोहर हलइ। लोग के नैतिक स्तर ऊँचा उठावे के प्रयास में ई क्रिया-कलाप के चलते अपरोक्ष रूप से लोग के बीच साक्षरता के प्रसार होलइ। ओहे से ई सब बाइबिल सोसाइटी में सब्भे वर्ग आउ हैसियत वला प्रबुद्ध लोग के बीच रुचि आउ एकरा लगी सक्रिय समर्थन प्राप्त होलइ। रूस में, लगातार एकर नयका विभाग खुल रहले हल, "सहायक सोसाइटी" के नाम से, जेकर मुख्यालय पितिरबुर्ग में हलइ, राजकुमार ए॰एन॰ गोलित्सिन के अधीन।
ओस्त्रोगोझ्स्क जइसन प्रबुद्ध शहर, ई कहे के जरूरत नञ्, दोसर-दोसर शहर के अपेक्षा पीछू नञ् रहे लगी चहलकइ। ई काम के पहिलौकन प्रेरक हमन्हीं के प्रदेश में हलइ धनी जमींदार लोग। समृद्ध नागरिक लोग एकरा से स्वेच्छा से जुड़ गेते गेलइ, मामला आगू बढ़े लगलइ। ऊ रकम, जे नयका "सहायक सोसाइटी" खोले लगी जरूरी हलइ, तेजी से संग्रह कर लेल गेलइ, आउ एकर औपचारिक उद्घाटन 1822 के अंत में होलइ। अध्यक्ष (चेयरमैन) चुन्नल गेलथिन व्लादीमिर इवानोविच अस्ताफ़्येव, आउ सचिव (सेक्रेटरी) आउ कोय नञ्, बल्कि हम!
ई हमरा लगी बड़गो सम्मान के बात हलइ - सच में हम न तो रैंक में, न उमर में, आउ न हैसियत में ई पद के योग्य हलिअइ। कइएक लोग, हमरा से अधिक योग्य आउ हियाँ तक कि सहायक सोसाइटी के सदस्यगण में से अफसर लोग स्वेच्छा से ई जिम्मेवारी उठा सकऽ हलइ आउ खुश होते हल, अगर ओकन्हीं के चयन होते हल। सचिव के ड्यूटी, सच हइ, कोय आर्थिक लाभ नञ् देलकइ - ई अवैतनिक हलइ। लेकिन सहायक सोसाइटी में भाग लेवे वलन के चयन के अनुसार, आउ भूमिका के अनुसार, जे ओकन्हीं बीच सचिव के पाला में पड़ले हल, ई प्रादेशिक महत्त्वाकांक्षा खातिर महत्त्वपूर्ण प्रतीत होवऽ हलइ।
एहे सम्मान हमरो आउ हमर रिश्तेदार लोग के भी ई हमर चुनाव के सबसे महत्त्वपूर्ण पहलू लगलइ। केकरो शंका नञ् हलइ कि वास्तविक बात तो आगू आवे वला हलइ, आउ ई तो खाली ओकरा तरफ के पहिला कदम हलइ।
हम उत्साहपूर्वक अपन नयका ड्यूटी के निबाहे में लग गेलिअइ। ई जिम्मेवारी ऊ बखत के हमर मनोदशा के अनुसार हलइ। नैतिकता के धारणा हमर सब आदर्श के बुनियाद में हलइ, आउ एकर नाम से काम करना [*115] हमरा सर्वोत्तम कल्याण के बात लगलइ। प्लुटार्च के हीरो लोग पहिलहीं नियन हमर सिर में घुस्सल हलइ, आउ हृदय खाली गोस्पेल के सत्य आउ सांत्वनादायक वचन में प्रकाश देखऽ हलइ। हमर कल्पना कइएक दिशा में फैलल हलइ आउ फेर से वास्तविकता से दूर ले जा हलइ। सहायक सोसाइटी के क्रिया-कलाप, हमर दृष्टि में, सिविल कारनामा के कदम उठइलके हल, आउ हम, जेकरा एकरा में भाग लेवे लगी अनुमति देल गेलइ, हमरा में देखावल गेल विश्वास के प्रमाणित करे खातिर खुद के लगभग संन्यास के मुँह में ढकेल देलिअइ। हमर काम में, जे वस्तुतः बहुत सामान्य हलइ, हमर उत्साह अबरी केकरो लगी आश्चर्य के बात नञ् हलइ। हमन्हीं सब्भे अपन प्रादेशिक सरलहृदयता में लक्ष्य आउ इरादा, जे हमन्हीं खुद के प्रोत्साहित करऽ हलइ, के बाहर कुछ नञ् देखते जा हलिअइ, आउ वास्तविक काम के अभाव में, खुद के काल्पनिक कारनामा से आश्वस्त करऽ हलिअइ।
स्पष्ट हइ, खरचा के बारे खेद नञ् करते जा हलिअइ, आउ संयोगवश, केन्द्रीय बाइबिल सोसाइटी के प्रकाशन के प्रचुर मात्रा में औडर दे हलिअइ, गोस्पेल खातिर हरेक प्रति के एक रूबल आउ प्साल्टर खातिर हरेक प्रति के 50 कोपेक (अर्थात् आधा रूबल) नगद चुकाके। आवश्यक पैसा सदस्य लोग के चंदा से आवऽ हलइ। फेर हमन्हीं खुद के हियाँ से पैरिश (parishes) में जाके पुस्तक के वितरित करऽ हलिअइ, जाहाँ परी चाहे वला के देल जा हलइ - जे चाहऽ हलइ आउ भुगतान करे में समर्थ रहऽ हलइ, त अप्पन तरफ से ओकरा लगी पैसा चुकावऽ हलइ; दोसर सब के मुफ्त में देल जा हलइ।
ई सब नयका काम में आउ हमर पहिलौका, अध्यापन कार्य, में आउ एक बरिस गुजर गेलइ। लेकिन हियाँ परी हमरा लगी अविस्मरणीय दिन अइलइ - 27 जनवरी 1824।  ई हलइ हमन्हीं के सहायक बाइबिल सोसाइटी के पहिला सार्वजनिक मीटिंग के दिन। एकरा यथासंभव एगो उत्सव नियन आयोजित करे लगी चाहल गेलइ। जिला के कइएक जमींदार लोग एकत्र होते गेलइ। मीटिंग हॉल में सम्माननीय नागरिक आउ सब मुख्य अफसर शामिल होलथिन। हम मीटिंग में एगो रिपोर्ट प्रस्तुत कइलिअइ, जे हम ई दिन खातिर तैयार कइलिए हल, जेकरा में सहायक सोसाइटी के काम-काज आउ आर्थिक संसाधन के विवरण हलइ, आउ अन्त में खुद के तैयार कइल भाषण[4] कइलिअइ। हम बोललिअइ - गोस्पेल द्वारा हमन्हीं के सामने प्रकट कइल धार्मिक सत्य के बड़गो महत्त्व के बारे, निजी आउ सार्वजनिक नैतिकता पर एकर लाभदायक प्रभाव के बारे, आउ उल्लेख कइलिअइ ऊ लाभ के, जे ई अर्थ में प्रबुद्ध नागरिक लोग के संयुक्त प्रयास द्वारा ई धार्मिक पुस्तक के वितरण के माध्यम से मिल सकऽ हइ।
हमरा अब लगऽ हइ कि हमर भाषण के पूरा महत्त्व हलइ - निष्ठा आउ युवा उत्साह में, जेकरा से हम ई कइलिअइ। ई भाषण श्रोतागण के दिल जीत लेलकइ, जेकरा में से अधिकतर हमरा प्रति मैत्री संबंध रक्खऽ हलथिन। (भाषण के अन्त में) उत्साह के मानुँ विस्फोट होलइ, आउ हमरा लगी दिल से ताली के गड़गड़ाहट कइल गेलइ। मीटिंग एकमत से हमर भाषण के, रूस के बाइबिल सोसाइटी के मुख्य अध्यक्ष (president), आध्यात्मिक क्रिया-कलाप एवं सार्वजनिक शिक्षा मंत्री, राजकुमार ए॰एन॰ गोलित्सिन, के सामने प्रस्तुत करे के आउ एकर प्रकाशन हेतु अनुमति लगी याचिका दायर करे के निर्णय कइलकइ।
हमरा नञ् मालुम कि हमर दोस्त लोग के ई सहमति के पीछू हमर मामले में कइसनो आशा हलइ। लेकिन हमरा पर एगो जीवनदायक किरण के प्रभाव डललकइ। हमर हृदय में हमर भाग्य के नगीची भविष्य में कोय असाधारण [*116] निर्णय के पूर्वाभास उत्पन्न होलइ। "अभी नञ् तो कभी नञ्", हम सोचलिअइ। "अगर ई अवसर अइसीं गुजर जात - तब सब कुछ खतम।" उत्तेजना में हमर नींद, भूख खो देलूँ, छाया नियन एन्ने-ओन्ने भटकऽ हलूँ, कहीं चैन नञ् पड़ऽ हल।
अइसीं एक महिन्ना तक चललइ। तब राजकुमार गोलित्सिन के अस्ताफ़्येव के नाम से एगो पत्र अइलइ। राजकुमार लिखलथिन हल - "हमरा हीं भेजल गेल भाषण के हम बहुत प्रसन्नतापूर्वक पढ़लिअइ, जे नञ् खाली लेखक के विद्वत्ता आउ प्रतिभा के साक्ष्य दे हइ, बल्कि ओकर उदार विचार के भी।" एकर अलावे राजकुमार निम्नलिखित सूचना देवे लगी कहलथिन - "भाषण के लेखक कउन हइ, ओकर रैंक आउ उमर कीऽ हइ, ओकरा परिवारो हइ कीऽ?" सहायक सोसाइटी के तरफ से सब संतोषजनक उत्तर शीघ्र भेजल गेलइ।
गण्यमान्य आउ प्रभावी व्यक्ति (grandee) लगी, जिनका पास निम्मन काम करे के संसाधन हइ, एगो गरीब अदमी, जे ओकर नजर में आ जा हइ, के स्थिति में उतरना आउ ओकरा भिर से गुजरते बखत मदत कर देना मोसकिल नञ् हइ। लेकिन अनुचित कलंक के पताल से हमेशे लगी बाहर निकासे के पक्का इरादा से कोय दलित व्तक्ति के तरफ मदत के हाथ उठाना - एकरा लगी दया आउ चरित्र में बड़गो दृढ़ता के आवश्यकता हइ। राजकुमार अलिक्सान्द्र निकोलायेविच गोलित्सिन वास्तव में दयालु आउ उदार हलथिन। हमरा साथ घट्टल घटना उनका लगी ध्यान के योग्य लगलइ, आउ ऊ ढेर सारा आउ अधिक महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक आउ अपन व्यक्तिगत कार्य के बीच ई काम के भार लेवे से मुँह नञ् मोड़लथिन। लेकिन ई काम में बिन कोय देरी के लगना आउ एकरा पर हर तरह के प्रयास के उपयोग करना जरूरी हलइ। क्षणिक उदार आवेश (fleeting magnanimous impulse) से हियाँ परी कुछ नञ् होवे वला हलइ। लेकिन राजकुमार ओइसन लोग में से नञ् हलथिन, जे असानी से ठंढा पड़ जइते जा हइ आउ खुद के खाली एगो सहानुभूति के शब्द तक सीमित रखते जा हइ। वांछित सूचना प्राप्त कर लेला पर, ऊ खुद से काउंट शेरेमेतेव के अपील कइलथिन। ऊ प्रशंसापूर्ण अभिव्यक्ति के साथ हमर योग्यता के उल्लेख कइलथिन आउ एकर उचित विकास के आवश्यकता पर जोर देलथिन, ताकि एकर सामाजिक उपयोग हो सकइ। ओहे समय में राजकुमार अस्ताफ़्येव के भी दोबारा लिखलथिन  - उनका हमर मामले में व्यक्तिगत रूप से काउंट से कइल संपर्क के बात बतइलथिन।
बातचीत, मेल-जोल, घोषणा (एलान) अप्रैल तक चलते रहलइ, आउ ई महिन्ना के अन्त में - हमरा पितिरबुर्ग बोलावल गेलइ! यात्रा के खरचा-बरचा (काउंट के जागीर) अलेक्सेयेव्का से मिल्ले वला हलइ। रकम के निर्धारण नञ् कइल गेले हल - हमरा तरफ से हमर जरूरत के प्रस्तुत करे के हलइ। काउंट के ऑफिस में हमरा हमर देल गेल अधिकार के जरी आउ निम्मन से उपयोग करे के सलाह देल गेलइ ताकि हमर माय के हमर प्रस्थान से घाटा नञ् होवइ। विचित्र लोग! ओकन्हीं के समझ में नञ् अइलइ कि हमन्हीं खाली स्वतंत्रता खोजऽ हलिअइ आउ स्वतंत्रता के सिवा आउ कुछ नञ्। काउंट के अनुग्रह उनकर शक्ति नियन हीं हमन्हीं पर एगो दबाव पड़ते हल। लेकिन दासता के अइसन भ्रष्ट प्रभाव हलइ - हमन्हीं हीं (अर्थात् रूस में) लमगर अवधि तक जमींदार आउ राजकोष के लूट के लज्जाजनक नञ् समझल गेलइ।
पितिरबुर्ग में हमर बोलाहट के समाचार ओस्त्रोगोझ्स्क में पल भर में फैल गेलइ आउ अइसन आन्दोलित कर देलकइ, मानुँ मामला कोय महत्त्वपूर्ण सामाजिक घटना के हलइ। अभी अपन निम्मन दोस्त लोग के बात नञ् करऽ हिअइ, ओकन्हीं के बारे, जे हमरा व्यक्तिगत रूप से जानऽ हलइ, बल्कि जे खाली हमरा बारे सुनलके हल आउ हमरा लगी खुश होले हल, मानुँ ई अपन बुतरू के मामले में हो रहले हल, आउ हमर पूर्ण सफलता के पहिलहीं से भविष्यवाणी कर रहले हल। कोय नञ् असारता (frivolity) लगी हमरा रोके चाहे हमर भर्त्सना करे के बारे सोचलकइ, जइसे कि ऊ बखत, जब हम येलेत्स जाय के तैयारी कर रहलिए हल। एकर विपरीत, सब कोय हमरा बिन समय बरबाद कइले ई अवसर के सदुपयोग करे आउ यथासंभव जल्दी से जल्दी जाय के प्रोत्साहन देलकइ।
[*117] आउ हम खुद? ऊ कइएक तरह के संवेदना, जे हमरा पर अचानक छा गेलइ, शब्द में अभिव्यक्त करना मोसकिल हइ। त ई हइ, बहुत पहिले से प्रतीक्षित आशा के किरण! उमड़ रहल लहर तैयार हलइ हमरा उठावे लगी आउ वांछित परन्तु अनजान संसार में ले जाय लगी। हमरा सामने खुल रहले हल विस्तृत क्षितिज के फैलाव। हम मानुँ बड़गो हो गेलिए हल आउ गौरवपूर्ण खुशी अनुभव कर रहलिए हल। लेकिन हिएँ परी एगो चिंताजनक प्रश्न खड़ी हो गेलइ - आउ आगू कीऽ? काउंट शेरेमेतेव हमरा से व्यवहार के मामले में अपन आत्मा के क्षुद्रता दर्शा चुकलथन हँऽ। कीऽ दोसर लोग द्वारा दर्शावल सहानुभूति से ऊ द्रवित होथन? आउ, आखिरकार, कीऽ खुद हमर संरक्षक के, ऊ सब कठिनाई आउ बाधा के बावजूद, जेकरा से उनका संघर्ष करे पड़तइ, एतना जोश-खरोश होतइ कि हमरा लगी स्वतंत्रता जीत सकथिन?
ई आउ अइसन शंका कभी-कभी क्रूरतापूर्वक हमरा पर हावी हो जा हलइ। सच हइ कि हम, युवा के असारता के साथ, ओकरा शीघ्रतापूर्वक भगा दे हलिअइ। मुख्य बात हइ, हम खुद के सांत्वना दे हलिअइ, पितिरबुर्ग तक पहुँचे के चाही, आउ ई ओइसन जगह हइ, जाहाँ परी सब संभव भाग्य के व्यवस्थित कइल जा हइ। हमर सितारा अब हुआँ परी चमक रहले ह आउ व्यर्थ में तो हमरा हुआँ नञ् बोला रहले ह। बाद में, खुशी आउ शंका, सब भय आउ आशा, अचानक आगामी वियोग के एगो सर्वभक्षी विषाद में लुप्त हो गेलइ - वियोग ऊ सब कुछ से, जे हमरा लगी प्रिय आउ नगीच हलइ, जे अभी तक हमर जिनगी के खुशी आउ उद्देश्य हलइ।
क्रूर विषाद के अइसन क्षण में हम ऊ स्वार्थपरक खुशी के अधिक भुगतान कर रहलिए हल, जे दोसर क्षण में हमरा आसमान में उठावऽ हलइ। हमर सम्मान में एक बिदाई के शाम में, मतलब फ़िरोन्स्की परिवार के हियाँ, हमरा आद पड़ऽ हइ कि हम कइसे अक्षरशः ई सब संवेदना के दबाव से पूरी तरह से थकके चूर हो गेलिए हल। हमर घनिष्ठ मित्रजन एकत्र होलथिन हल। ओकन्हीं उत्साहपूर्वक हमर आवे वला परिवर्तन के बारे बात कर रहलथिन हल, उज्ज्वल भविष्य के आशा व्यक्त कर रहलथिन हल, जे मानुँ पितिरबुर्ग में हमरा लगी आवे वला हलइ। हम चुपचाप उनकर उदार भाषण सुन रहलिए हल। हम कभी ठंढा पड़ जइअइ, त कभी जोश में भर जइअइ, आउ अचानक हमर आँख में आँसू आ गेलइ। सुबकन-सिसकन हमर गला रुँध देलक हल। बात कर रहल सब चुप हो गेलइ। कोय नञ् हमरा सांत्वना देवे के प्रयास कइलकइ। सब कोय सहज रूप से समझ गेलइ कि हम अइसन क्षण में कीऽ सोचऽ होतिअइ, जब पुनः अप्राप्य भूत (past) के धुंधलापन हमर अभी तक के सब प्रिय के हमेशे लगी छिपा देवे के तैयारी कर रहले हल, आउ आगू अनजान भविष्य के प्रभात के प्रारम्भ अब होहीं वला हलइ।
आउ हमरा सता रहल हल हमर बेचारी माय आउ लाचार बुतरुअन, हमर बाय-बहिन, के बारे विचार। हम ओकन्हीं के एकमात्र सहारा हलिअइ। ई विचार हमरा चैन नञ् दे हलइ। अइसन पल आवऽ हलइ, जब हमरा लगऽ हलइ कि बाहर जाके, हम पुत्र के कर्तव्य आउ प्रेम के सब धर्मादेश (commandments) के उल्लंघन कर रहलिए ह ... निराशा में हम चक्कर मार रहलिए हल, हमरा समझ में नञ् आब करऽ हलइ कि कीऽ करूँ। आखिरकार, हम अपन चिंता आउ शंका के फ़ादर सिमियोन स्त्सेपिन्स्की के सामने प्रकट कर देवे के निर्णय कइलिअइ। ऊ धैर्यपूर्वक हमर बात सुनलथिन आउ गंभीरता से, जे उनकर भव्य आकृति के योग्य हलइ, कहलथिन - "प्रिय अलिक्सान्द्र, तोहर भावना स्पष्ट आउ प्रशंसनीय हको, लेकिन तोहरा ऊ रस्ता से वापिस मुड़े के नञ् चाही, जेकरा पर तोहरा भाग्य पुकार रहलो ह। जा आउ पीछू मुड़के नञ् देखऽ। सब महान उद्यम नञ् खाली अपन लाभ के बलिदान से जुड़ल हइ, बल्कि अपन हृदय के उत्पीड़न से भी। भगमान तोर माय के देखभाल करथुन, जइसन कि ऊ तब कइलथुन हल, जब तूँ एतना छोटगर हलहो, कि तूँ उनकर देखभाल नञ् कर सकऽ हलहो, आउ खुद उनका तोहर देखभाल करे पड़ले हल। अभी आउ कुछ दोसर सोचना, सिवाय ई बात के, जे तोहरा आगू बोला रहलो ह, गलती आउ अपराध होतो।"
[*118] (फ़ादर के) ई शब्द हमर हिचकिचाहट (असमंजस) के समाप्त कर देलकइ, लेकिन हमर शोक के नञ्।
जबकि हमर प्रस्थान के पूरा तैयारी कइल जा रहले हल, सहायक सोसाइटी हमरा, जिला में कइल गेल हमन्हीं के काम के प्रगति के सूचना एकत्र करे के काम सौंपलकइ। बाद में ई सब सूचना के, सहायक सोसाइटी के लिखित रिपोर्ट के साथ, व्यक्तिगत रूप से राजकुमार ए॰एन॰ गोलित्सिन के सामने प्रस्तुत करे के हलइ।
ई तरह, हमरा फेर से ऊ सब जगह के यात्रा करे के अवसर मिललइ, जेकरा से हमरा एतना प्यार हलइ, आउ अपना साथ सुदूर उत्तर तक उपजाऊ दक्षिण के सजीव स्मृति ले जाय के। अप्रैल (1824) के अन्तिम दिन हलइ, साफ, शांत, सुगंधित। हम उत्सुकतापूर्वक सुन्दर जगह सब के एकटक निहारऽ हलिअइ, जे शांत दोन या कलितवा नदी के किनारे किनारे-किनारे चाहे आसपास पड़ऽ हलइ, नेकदिल लघु रूसी लोग के बातचीत ध्यानपूर्वक सुन्नऽ हलिअइ, जे सगरो हमरा परंपरानुसार अतिथि-सत्कार आउ प्यार के साथ स्वागत करते जा हलइ - हम जानऽ हलिअइ कि अगर हमेशे लगी नञ्, तो कइसूँ लमगर अवधि तक ओकन्हीं के छोड़ रहलिए ह। विशेष स्मरणीय हमरा लगी हइ, धनी जमींदार लज़ारेव-स्तानिषेव के घर में स्वागत, जे हमरा स्वागत-सत्कार कइलथिन, जइसन कि कहल जा हइ, गौरव हेतु, आउ दोसर (स्वागत) - कलितवा के युवा आउ सुशिक्षित पुरोहित के सरल आश्रय, जिनकर साथ वार्तालाप हमरा लगी कम यथेष्ट आध्यात्मिक भोजन नञ् प्रदान कइलकइ।
दूरद्रष्टा मित्र लोग द्वारा सोचल-समझल आउ प्लान कइल ई दौरा से ताजा होल हम ओस्त्रोगोझ्स्क वापिस आ गेलिअइ, आउ अब हम बड़गो आत्मविश्वास के साथ अपन भावी परिवर्तन के सामना कर सकऽ हलिअइ। ओस्त्रोगोझ्स्क में हमर निवास के अन्तिम सप्ताह एक तरह से बिदाई, मैत्रीपूर्ण बिदाई के शब्द, शुभकामना, आशीर्वाद के भँवर में गुजरलइ। प्रस्थान के दिन भी आ गेलइ। हमर घर सुबह से एगो सजीव दृश्य हलइ। ई (घर) अन्तिम घड़ी में हमरा साथ हाथ मिलावे लगी आवल सब लोग के अँटा नञ् पइलकइ। भेंटकर्ता ऊपर के कमरा में, अतिथि-कक्ष में, स्ट्रीट में भीड़ लगइले हलइ। आउ जब हम किबित्का (घोड़ागाड़ी) में बैठे लगी बाहर निकसलिअइ, त हमरा ओकरा भिर जाय के रस्ता नञ् हलइ। ओकरा कदम के रफ्तार से आगू बढ़ावल जाय के औडर देल गेलइ, आउ हम अपन घर के लोग से घिरल, पैदल ओकरा पीछू-पीछू गेलिअइ, रंग-बिरंगा आउ शोरगोल मचा रहल भीड़ के केन्द्र से होके। किबित्का मोसकिल से सरक रहले हल, एकरा अलावे मिनट-मिनट पर एकरा रोकल जा हलइ - कभी ई घर से, त कभी ऊ घर से बैग, बंडल, पैकेट के साथ घर के मालिक सब बाहर निकसऽ हलइ आउ ई सब कुछ रस्ता में हमरा लगी गाड़ी में लादल जा हलइ। एकरा में हलइ - झौंसल पक्षी, चिकेन से लेके हंस आउ टर्की तक, समुच्चा हैम (hams; सूअर के रान के सुखावल मांस) , सब तरह के संभव साइज आउ भराव (stuffing) के पाई (pies), जार में जैम (jams), शराब के बोतल, इत्यादि। कोय तो तकियन के बीच में मिठगर मोर्स (फल के रस) के बोतल घुसा देलके हल ...
लेकिन अइकी वोरोनेझ शहर के गेट पहुँचलइ, जेकर आगू राजमार्ग (highway) के अनन्त पट्टी चालू होवऽ हलइ। हमरा आद नञ् कि हम कइसे किबित्का में खुद के पइलिअइ, आउ कइसे कुछ पहिला विर्स्ता के दूरी तय होलइ। हम अचेतन में हलिअइ, कुछ नञ् पछान रहलिए हल, आउ खाली हमर कान में झनझना रहले हल, हमर दिल में असहनीय दरद, अन्तिम चीख-पुकार - बेहतर कहल जाय कि हमर माय के कराह, आउ ओकर हाथ अनियमित रूप से लकड़ी के क्रॉस के पकड़ले हलइ, जेकरा से ऊ हमरा अन्तिम पल में आशीर्वाद देलके हल ...
लेकिन उच्च से लेके हास्यास्पद तक खाली एक्के कदम होवऽ हइ। गाड़ी के चक्का खड़खड़ा रहले हल, कोचवान उत्साहपूर्वक घोड़वन के हाँक रहले हल। अचानक गड्ढा, किबित्का निच्चे ढुलकलइ आउ कुशलपूर्वक बाहर निकस अइलइ, लेकिन हिचकोला हमरा अपन सीट से फेंक देलकइ। हम खुद के गाड़ी के फर्श पर सर-समान, जेकरा से ई ठूँसके भरल हलइ, के निच्चे पइलइ। बोतल, जे चलाकी से तकियन के बीच नुकावल हलइ, अवाज करते उछल गेलइ आउ हमरा [*119] लाल मिठका मोर्स के धार से सराबोर कर देलकइ। एकरा सुखावे पड़लइ, फर्श के साफ करे पड़लइ, आउ ई सब छोटगर-छोटगर फिकिर हमरा होश में ले अइलइ।
हम किबित्का से बाहर हुलकलिअइ। हमर प्रिय ओस्त्रोगोझ्स्क अब ओझल हो चुकले हल। लेकिन कभियो कुच्छो हमर स्मृति से ओकरा निकास नञ् पइतइ। ऊ स्नेह, जे हुआँ हमरा मिललइ, लोग के साथ हमर सुदूर संबंध के बुनियाद में होवे के चाही। ओकन्हीं से चाहे कइसनो साजिश भविष्य में हमरा लगी इंतजार कर रहल होवे, हम मानवीय हृदय में, एकर प्रेम करे के क्षमता आउ भला सोचे में विश्वास नञ् खोबइ। हमर ओस्त्रोगोझ्स्क के निवासी जन ई विश्वास हमर दिमाग में बैठा देते गेले ह, आउ ई विश्वास हमरा अन्तिम क्षण तक नञ् त्यागतइ।



[1] बाइबिल सोसाइटी - दिसम्बर 1812 में सम्राट् अलिक्सान्द्र प्रथम (Alexander I) रूसी बाइबिल सोसाइटी नामक जाल के स्थापना के प्राधिकृत कइलथिन आउ एकर पहिला अध्यक्ष के रूप में राजकुमार अलिक्सान्द्र निकोलायेविच गोलित्सिन के नियुक्त कइलथिन। राजकुमार गोलित्सिन के बारे आउ अधिक जानकारी खातिर दे॰ अध्याय 19.
[2] पवित्र सन्धि (Holy Alliance) सामाजिक व्यवस्था बरकरार रक्खे खातिर प्रशिया, आस्ट्रिया आउ रूस के शासक लोग के बीच एगो समझौता हलइ। लिखित समझौता के मसौदा सम्राट् अलिक्सान्द्र प्रथम (Alexander I) द्वारा दिसम्बर 1815 में तैयार कइल गेले हल। ऊ लिखलथिन हल, "राजा लोग के क्रिश्चियन धर्म के उपदेश के एकमात्र मार्गदर्शन के रूप में लेवे के चाही।" दे॰ Hugh Seton-Watson, "The Russian Empire, 1801–1917", Oxford at the Clarendon Press, 1988, p.175.
[3] रूनिच आउ मागनित्स्की के जमाना (Era of Runichs and Magnitskys)- मिख़ाइल लियोन्त्येविच माग्नित्स्की (1778 –1855), कज़ान जिला स्कूल के सुपरिन्टेंडेंट (1819 –1826), सन् 1819 में कज़ान यूनिवर्सिटी के स्वतंत्र विचारक प्रोफेसर लोग के हटा देवे के आदेश देलकइ। दोसर-दोसर यूनिवर्सिटी के बाद में एहे हाल होलइ। दिमित्री पाव्लोविच रूनिच (1780 –1860) ,  पितिरबुर्ग जिला स्कूल के सुपरिन्टेंडेंट के हैसियत से 1821 में सबसे प्रगतिशील आउ प्रतिभाशाली प्रोफेसर लोग के हटा देवे के व्यवस्था कइलकइ।  दे॰ Seton-Watson, “The Russian Empire, 1801–1917”, pp.168 –169.
[4] ई भाषण, संयोगवश, परिषत्सदस्य (Academician) ए॰ एफ़॰ बिचकोव द्वारा लिखित ए॰ वी॰ निकितेन्को के मृत्यु-सूचना (obituary) के साथ प्रकाशित कइल गेले हल। दे॰ "राजकीय विज्ञान अकादमी के रूसी भाषा आउ साहित्य विभाग के रिपोर्ट, 1877", पृ॰ 42-51.