अपमानित
आउ तिरस्कृत
मूल
रूसी लेखकः फ़्योदर दस्तयेव्स्की (1821-1881)
मगही अनुवादः नारायण प्रसाद[*169]
भाग
1
अध्याय
1.
पिछले
साल, बारह मार्च के, शाम में, हमरा साथ एगो विचित्र घटना घटलइ। दिन भर हम शहर में घूमते
रहलिअइ आउ अपना लगी एगो फ्लैट खोजलिअइ। पुरनका फ्लैट बहुत नमी भरल हलइ, आउ हमरा तहिया
बड़ी खोंखी होवे लगले हल। शरत्काल से हीं हम स्थानान्तरित होवे लगी चाहऽ हलिअइ, लेकिन
वसंत तक कइसूँ काम चलइलिअइ। दिनो भर हम कुच्छो ढंग के नञ् खोज पइलिअइ। पहिला, हमरा
विशेष फ्लैट चाही हल, जेकरा में आउ कोय किरायेदार नञ् रहे; आउ दोसरा, बल्कि एक्के कमरा
होवे, लेकिन जरूर बड़गर होवे के चाही, जाहिर हइ कि साथे-साथ यथासंभव सस्ता भी। हम नोटिस
कइलिअइ, कि संकीर्ण फ्लैट में विचार भी संकीर्ण होवऽ हइ। हम जब अपन भावी लघु उपन्यास
के बारे सोचऽ हलिअइ, त हमेशे कमरा में आगू-पीछू चहलकदमी करना पसीन करऽ हलिअइ। प्रसंगवश,
हमरा हमेशे निम्मन लगऽ हलइ अपन रचनावली के बारे सोच-विचार करना आउ सपना देखना, कि ऊ
सब कइसे लिखइतइ, बनिस्पत कि वस्तुतः ऊ सब के लिक्खे के, आउ, सचमुच, ई आसकत के वजह से
नञ् हलइ। त फेर कउन वजह से?
सुबहे
से हमरा तबीयत ठीक नञ् लग रहल हल, आउ सूर्यास्त होवे तक हमरा बहुत खराब लगे लगल - एक
प्रकार के बोखार चालू हो गेल। एकरा अलावे दिन भर हम चलते रहलूँ हल आउ थक गेलूँ हल।
शाम में, ठीक गोधूलि वेला के पहिले, हम वोज़निसेन्स्की प्रोस्पेक्त से होके गुजर रहलूँ
हल। हमरा पितिरबुर्ग में मार्च के सूर्य पसीन पड़ऽ हके, विशेष रूप से सूर्यास्त, जाहिर
हइ, स्वच्छ ठंढगर शाम में। पूरा रोड अचानक चमके लगतइ, उज्ज्वल प्रकाश में प्रकाशित
होल। सब्भे घर मानु अचानक जगमगाय लगतइ। ऊ सब के धूसर, पीयर आउ धुँधला हरियर रंग पल
भर लगी अपन धुँधलाहट खो दे हइ; मानु हृदय में निर्मलता आ जइतइ, मानु चौंक जइबहो आउ
कोय तो तोहरा केहुनी से धकिअइतो। नयका दृष्टिकोण, नयकन विचार ... अचरज के बात हइ, कि
सूर्य के एक किरण व्यक्ति के हृदय के कीऽ कर सकऽ हइ!
[*170] लेकिन सूर्य के किरण बुत गेलइ; ठंढी बढ़े लगलइ
आउ नाक में चुनचुनाहट पैदा होवे लगलइ; धुँधलका गहराय लगलइ; दोकान आउ स्टॉल सब के गैस
जगमगा उठलइ। मिलर (Miller) हलुआय (हलवाई) के दोकान भिर पहुँचके, हम अचानक स्तब्ध होके
रुक गेलिअइ आउ हम रोड के दोसरा तरफ देखे लगलिअइ, मानु अइसन पूर्वाभास होलइ, कि अइकी
अब हमरा साथ कुछ तो अनहोनी होत, आउ ठीक एहे पल दोसरा तरफ हमरा एगो बूढ़ा आउ ओकर कुत्ता
पर नजर पड़लइ। हमरा निम्मन से आद हइ, कि हमर दिल कोय तो अप्रिय संवेदना से बैठ गेलइ
आउ हम खुद नञ् समझ पइलिअइ, कि ई कइसन संवेदना हइ।
हम रहस्यवादी नञ्; हमरा पूर्वाभास आउ भविष्यवाणी
में लगभग विश्वास नञ्; तइयो हमरा साथ, जइसन, शायद, सबके साथ भी, जिनगी में कइएक अइसन
घटना घटले ह, जेकर बिलकुल व्याख्या नञ् कइल जा सकऽ हइ। मसलन, बल्कि एहे बूढ़ा - काहे
तखनी के हमर ओकरा साथ भेंट के साथ, हमरा तुरतम्मे लगलइ, कि ओहे शाम के हमरा साथ कुछ
तो बिलकुल असाधारण घतटतइ? लेकिन, हम बेमार हलिअइ; आउ रोगजन्य संवेदना लगभग हमेशे भ्रामक
होवऽ हइ। बुढ़उ अपन मन्थर, दुर्बल कदम के साथ, गोड़ बढ़इते, मानु छड़ी नियन, मानु बिन ओकरा
मोड़ले, कुब्बड़ होल आउ फुटपाथ के टाइल पर छड़ी से जरी ठुनकइते, हलुआय के दोकान के नगीच
जा रहले हल। अपन जिनगी में हम अइसन विचित्र, बेढंगा आकृति नञ् देखलूँ हँ। आउ ई भेंट
होवे के पहिले, जब हमर ओकरा साथ मिलर के दोकान के पास भेंट होले हल, त ऊ हमेशे हमरा
पर एगो दर्दनाक छाप छोड़लके हल। ओकर उँचगर कद, कुब्बड़ पीठ, बेजान अस्सी बरिस के चेहरा,
सीयन बिजुन फट्टल पुरनका ओवरकोट, फट्टल-फुट्टल गोल बीस बरिस के हैट, ओकर नंगा सिर के
ढँकले, जेकरा पर ठीक चनिया पर के, अभियो धूसर नञ्, बल्कि उज्जर-पीयर केश के एगो लट
बच्चल हलइ; ओकर सब चाल, जे कइसूँ बेतुका ढंग से कइल जा हलइ, मानु चाभी देल स्प्रिंग
से - ई सब कुछ, पहिले तुरी ओकरा देखे वला हरेक व्यक्ति के, जाने-अनजाने अचंभित कर दे
हलइ। वस्तुतः, कइसूँ अपेक्षा से अधिक अपन जिनगी जीयल अइसन बुढ़उ के अकेल्ले, बिन देखभाल
के, देखे में विचित्र लगऽ हलइ, खास करके जबकि ऊ, अपन गार्ड लोग से भागल, एगो पागल नियन
लगऽ हलइ। ओकर दुबलापन भी हमरा अचंभित करऽ हलइ - ओकर देह लगभग नञ् हलइ, आउ मानु ओकर
हडिया पर खाली चमड़ा चिपकावल हलइ। ओकर बड़गर, लेकिन धुँधला आँख, कइसनो नीला वृत्त में
बैठावल, हमेशे अपन सामने सीधे देखऽ हलइ, कभियो अगल-बगल नञ् आउ कभियो बिन कुछ देखले
- एकरा में हमरा तो पक्का विश्वास हइ। ऊ हलाँकि तोहरा दने देखवो कइलको, तइयो ऊ तोरा
भिर से सीधे चल गेलो, मानु ओकरा सामने खाली अंतरिक्ष (empty space) हइ। हम ई बात के
कइएक तुरी नोटिस कइलिअइ। मिलर के दोकान के पास ऊ हाल से आना चालू कइलके हल, मालुम नञ्
काहाँ से आउ हमेशे अपन साथ कुत्ता लेले। हलुआय के ग्राहक में से कोय ओकरा साथ कभी बात
करे के साहस नञ् कइलके हल, आउ न ऊ खुद ओकन्हीं में से केकरो साथ बातचीत के शुरुआत कइलके
हल।
"आउ काहे लगी ऊ खुद के घसीटले मिलर के
हियाँ आवऽ हइ, आउ ओकरा हुआँ की करे के हइ?" हम सोचऽ हलिअइ, रोड के दोसरा तरफ खड़ी-खड़ी
एकटक ओकरा दने तकते। कइसनो झुँझलाहट - बेमारी आउ थकावट के परिणाम - हमरा में उबल रहले
हल। "ऊ कउची के बारे सोचऽ हइ?" हम मने-मन सोचते रहऽ हलिअइ, "ओकर दिमाग
में की हइ? आउ की ऊ कोय चीज के बारे सोचवो करऽ हइ? ओकर चेहरा एतना मरल हइ, कि कुच्छो
अभिव्यक्त नञ् करऽ हइ। आउ ओकरा काहाँ ई घिनौना कुत्ती मिल गेलइ, जे ओकरा छोड़के [*171]
कहीं नञ् जा हइ, मानु ऊ दुन्नु अविभाज्य समुच्चय हइ, आउ जे ओकरा से मिल्लऽ-जुल्लऽ हइ।?"
ई अभागल कुतवो, लगऽ हइ, लगभग अस्सी बरिस के
हलइ; हाँ, ई पक्का हो सकऽ हलइ। पहिला, देखे में ऊ एतना बूढ़ा लगऽ हलइ, जइसन कइसनो कुत्ता
नञ् होवऽ हइ; आउ दोसर, काहे पहिलहीं तुरी से, जब हम ओकरा देखलिए हल, तुरते हमर दिमाग
में अइलइ, कि ई कुतवा ओइसन नञ् हो सकऽ हइ, जइसन कि बाकी सब; कि ई, शायद, असाधारण हइ;
कि एकरा में पक्का कुछ तो अनोखा, जादुई हइ; कि ई, शायद, कुत्ता या के रूप में कइसनो
मेफ़िस्तोफ़िलिस
हइ आउ ओकर किस्मत कइसनो रहस्यमय, अनजान बेड़ी में जकड़ल ओकर मालिक के साथ जुड़ल हइ। ओकरा
तरफ देखके, तुरते सहमत हो जइतहो हल, कि, शायद, बीस साल गुजर चुकले होत, जब ऊ अन्तिम
तुरी खइलके होत। ऊ दुब्बर हलइ, ढढरी (कंकाल) नियन, चाहे (की बेहतर हो सकऽ हइ?) अपन
मालिक नियन। ओकर देह के लगभग सब केश गिर गेले हल, पुँछियो पर के, जे छड़ी नियन लटकल
रहऽ हलइ, हमेशे कसके दब्बल। लमगर कान वला सिर उदास नियन निच्चे लटकल रहऽ हलइ। जिनगी
में हम अइसन घिनौना कुत्ता नञ् देखलूँ हँ। जब ओकन्हीं दुन्नु रोड पर चल्लऽ हलइ - मालिक
आगू, आउ कुतवा ओकर पीछू - त ओकर नाक सीधे मालिक के पोशाक के पल्ला के स्पर्श करऽ हलइ,
मानु ओकरा से चिपकल हलइ। आउ ओकन्हीं के चाल
आउ ओकन्हीं के पूरा बाह्याकृति ऊ बखत हरेक कदम पर लगभग बोलऽ हलइ -
हम सब बूढ़ा हिअइ, बूढ़ा, हे भगमान, हम सब केतना
बुढ़ाऽ गेलिए ह!
हमरा आद पड़ऽ हइ, कि एक दिन एहो हमर दिमाग में
अइलइ, कि बुढ़उ आउ कुत्ता कइसूँ, गवार्नी
द्वारा चित्रित,
होफ़मान
के कोय पृष्ठ से निकस गेले ह, आउ ई दुनियाँ में प्रकाशन के चलता-फिरता विज्ञापन (पोस्टर)
के रूप में घूम रहले ह। हम रोड पार कइलिअइ आउ बुढ़उ के पीछू-पीछू हलुआय के दोकान गेलिअइ।
हलुआय के दोकान में बुढ़उ विचित्र ढंग से व्यवहार
करऽ हलइ, आउ मिलर, अपन काउंटर के पीछू खड़ी, अनामंत्रित आगंतुक के प्रवेश कइला पर हाल
में नराजगी से मुँह बिचकावे लगले हल। पहिला, विचित्र अतिथि कभियो कुच्छो नञ् माँगऽ
हलइ। हरेक तुरी ऊ सीधे कोना में स्टोव बिजुन चल जा हलइ आउ हुआँ कुरसी पर बैठ जा हलइ।
अगर स्टोव बिजुन के ओकर जगह पर कोय पहिले से बैठल रहऽ हलइ, त ऊ, कुछ देर लगी ओकर जगह
पर बैठल सज्जन के विरुद्ध निर्रथक आश्चर्य में खड़ी रहके, मानु हैरान होल, दोसरा कोना
के खिड़की तरफ चल जा हलइ। हुआँ कोय कुरसी चुन ले हलइ, धीरे से ओकरा पर बैठ जा हलइ, हैट
उतार ले हलइ, ओकरा फर्श पर अपन बगल में रख दे हलइ, छड़ी के हैट के बगल में रक्खऽ हलइ
आउ तब, कुरसी के पीठ तरफ अड़के, बिन हिलले-डुलले तीन-चार घंटा तक बिलकुल स्थिर रहऽ हलइ।
कभियो ऊ अपन हाथ में एक्को अखबार नञ् ले हलइ, एक्को शब्द नञ् बोलऽ हलइ, एक्को अवाज
नञ् करऽ हलइ; बल्कि खाली बैठल रहऽ हलइ, अपन सामने अपन भर नजर से देखते, लेकिन अइसन विचारशून्य, बेजान
नजर से, कि बाजी लगावल जा सकऽ हलइ, कि ऊ अपन आसपास के सब कुछ में से कुच्छो नञ् देखऽ
हइ आउ कुच्छो नञ् सुन्नऽ हइ। कुतियो, दु-तीन तुरी अपन जगह पर मुड़के, उदास ओकर गोड़वा
भिर पड़ल रहऽ हलइ, अपन थुथना ओकर बूट के बीच में घुसइले, गहरा साँस ले हलइ, आउ फर्श
पर अपन पूरा देह पसारले, ओहो पूरे शाम तक बिन हिलले-डुलले रहऽ हलइ, मानु [*172]
ई समय मर जा हलइ। लगऽ हलइ, ई दुन्नु जीव दिन भर कहीं पर मरल पड़ल रहऽ हइ, आउ जइसीं सूर्यास्त
होवऽ हइ, अचानक सजीव हो उट्ठऽ हइ, खाली मिलर हलुआय के दोकान पहुँचके कइसनो रहस्यमय,
सब लगी अनजान कर्तव्य पूरा करे खातिर। तीन-चार घंटा बैठके, बुढ़उ, आखिरकार, उठ जाय,
अपन हैट उठावइ आउ कहीं घर तरफ रवाना हो जाय। कुतियो उठ जाय, आउ फेर से अपन दुम दबइते
आउ सिर निच्चे लटकइले, पहिलहीं नियन मन्थर गति से ओकर पीछू-पीछू जाय। हलुआय के दोकान
के भेंटकर्ता आखिरकार बुढ़उ से बच्चे लगलइ आउ ओकर पास भी नञ् बैठऽ हलइ, मानु ऊ ओकन्हीं
लगी नफरत पैदा करऽ हलइ। ऊ ई सब पर ध्यान नञ् दे हलइ।
ई हलुआय के दोकान के अधिकतर भेंटकर्ता जर्मन
लोग रहऽ हइ। ओकन्हीं हियाँ परी वोज़निसेन्स्की प्रोस्पेक्त के सब भाग से एकत्र होवऽ
हइ - ऊ सब विभिन्न प्रकार के दोकान के मालिक हइ - बड़ही, नानबाई (ब्रेड, केक आदि बनावे
वला) , पेंटर, हैट निर्माता, चारजामा (जीन) निर्माता - सब्भे जर्मन अर्थ में पितृसत्तात्मक
(पुरातनपंथी) लोग। साधारणतः मिलर के दोकान में पुरातनपंथ के पालन कइल जा हलइ। अकसर
दोकान के मालिक परिचित लोग बिजुन जा हलइ आउ ओकन्हीं साथ टेबुल भिर बैठऽ हलइ, आउ पंच
के कोय मात्रा पीयल जा हलइ। मालिक के कुतवन आउ छोटकन बुतरुअन भी कभी-कभी भेंटकर्ता
लोग के पास आवऽ हलइ, आउ भेंटकर्ता लोग बुतरुअन आउ कुतवन के पुचकारऽ हलइ। सब लोग एक
दोसरा से परिचित हलइ, आउ सब एक दोसरा के आदर करऽ हलइ। आउ जब अतिथि लोग जर्मन अखबार
पढ़े में निमग्न रहऽ हलइ, त दरवाजा के पीछू से, मालिक के फ्लैट में, अगस्तीन
(Augustine) चरचराय लगऽ हलइ, जे झनझनइते पियानो पर बजावल जा हलइ, मालिक के बड़की बेटी
द्वारा, जे एगो छोटगर जर्मन लड़की हलइ, जेकर केश, उजरका चूहा से बहुत मिलते-जुलते, उज्जर
आउ घुँघराला हलइ। वाल्स (waltz) नृत्य के धुन के स्वागत कइल जा हलइ। हम मिलर के दोकान
में हरेक महिन्ना के शुरुआत में रूसी पत्रिका पढ़े खातिर जा हलिअइ, जे ओकरा हीं उपलब्ध
रहऽ हलइ।
हलुआय के दोकान में प्रवेश कइला पर, हम देखलिअइ,
कि बुढ़उ पहिलहीं से खिड़की बिजुन बैठल हइ, आउ कुतवा पड़ल हइ, पहिलहीं नियन, ओकर गोड़ भिर
पसरल। चुपचाप हम कोना में बैठ गेलिअइ आउ मने-मन प्रश्न कइलिअइ - "हम काहे लगी
हियाँ घुसलिअइ, जबकि हमरा बिलकुल कुछ नञ् करे के हइ, जबकि हम बेमार ही आउ जल्दी से
जल्दी घर चल जाय के चाही हल, चाय पीए के आउ बिछौना पर पड़ जाय के चाही हल? की वास्तव
में हम हियाँ परी खाली ई बुढ़वा के देखे लगी हिअइ?" हमरा पर झुँझलाहट हावी हो गेलइ।
"हमरा ओकरा से की लेना-देना हइ", हम सोचलिअइ, विचित्र, दर्दनाक संवेदना के
आद करते, जेकरा से हम रोड पर पहिले ओकरा तरफ देख रहलिए हल। "आउ ई सब बोरिंग जर्मन
लोग से हमरा की लेना-देना हइ? काहे लगी ई विचित्र मूड? काहे लगी तुच्छ बात पर ई सस्ता चिन्ता-फिकिर, जे
हाल में हम खुद में नोटिस करऽ हिअइ आउ जे जिनगी के जीए आउ साफ-साफ देखे में बाधा डालऽ
हइ, जेकरा बारे पहिलहीं हमरा एगो गंभीर आलोचक टिप्पणी कइलकइ, क्रोधावेश में हमर अद्यतन
लघु उपन्यास के विश्लेषण करते।" लेकिन, सोचलिअइ आउ पछतइलिअइ, तइयो हम जगह पर स्थिर
रहलिअइ, आउ ई दौरान रोग हमरा पर अधिकाधिक हावी हो रहल हल, आउ हमरा आखिरकार गरम कमरा
छोड़े में खराब लगल। हम फ़्रांकफ़ुर्ट (Frankfurt) अखबार लेलूँ, दू लाइन पढ़लूँ आउ झुक्के
लगलूँ। जर्मन लोग हमरा बाधा नञ् डललकइ। ओकन्हीं पढ़ऽ हलइ, धूम्रपान करऽ हलइ आउ खाली
कभी-कभार, आध घंटा में एक तुरी, एक दोसरा के सूचित करऽ हलइ, अचानक आउ धीमे स्वर में,
फ़्रांकफ़ुर्ट से कइसनो समाचार के आउ एकरा अलावे कइसनो प्रसिद्ध जर्मन वाक्चतुर साफ़िर
[*173]
के कोय चुटकुला चाहे सूक्ति के; जेकर बाद फेर दोगना राष्ट्रीय गौरव के साथ पढ़े में
लीन हो जा हलइ।
हम आधा घंटा तक झुकते (झपकी लेते) रहलिअइ आउ
प्रचंड कँपकँपी से जग गेलिअइ। घर जाय के बिलकुल जरूरत हलइ। लेकिन तखनिएँ एगो एगो मूक
दृश्य, जे कमरा में घट रहले हल, फेर से हमरा रोक लेलकइ। हम पहलिहीं कह चुकलिए ह, कि
बुढ़उ, जइसीं कुरसी पर बैठऽ हलइ, ओइसीं अपन नजर कहीं तो टिका दे हलइ आउ साँझ तक दोसरा
कोय चीज पर नञ् ले जा हलइ। अइसन अनर्थक, अटल, आउ कुछ नञ् पछाने वला नजर हमरो किस्मत
में लिक्खल हलइ - संवेदना अप्रिय हलइ, असह्य भी, आउ हम साधारणतः यथासंभव जल्दी से जल्दी
अपन स्थान बदल ले हलिअइ। ई पल में बुढ़उ के शिकार हलइ एगो छोटगर, गोल आउ अत्यंत साफ-सुथरा
जर्मन, खड़ा, कड़ा कलफ चढ़ावल (stiffly starched) कालर के साथ आउ असाधारण लाल चेहरा वला,
आगंतुक अतिथि, रीगा के व्यापारी, आदाम इवानिच शुल्त्स (Adam Ivanitch Schultz), जइसन
कि हमरा बाद में मालुम चललइ, मिलर के घनिष्ठ मित्र, लेकिन अभियो तक बुढ़उ आउ भेंट कर्ता
लोग में से कइएक लोग से अपरिचित। आनन्दपूर्वक ‘Dorfbarbier’
पढ़ते आउ अपन पंच के चुसकी लेते, ऊ अचानक, सिर उपरे कइला पर, बुढ़उ के खुद पर एकटक निहारते
नोटिस कइलकइ। ई ओकरा हैरान कर देलकइ। आदाम इवानिच बहुत भावुक आउ नाजुक व्यक्ति हलइ,
जइसन कि सामन्यतया सब्भे "कुलीन" जर्मन लोग होवऽ हइ। ओकरा विचित्र आउ अपमानजनक
लगलइ, कि ओकरा अइसन एकटक आउ अशिष्टता से निहारल जा हइ। ऊ दब्बल क्रोध से अशिष्ट अतिथि
के तरफ से अपन नजर हटा लेलकइ, कुछ तो खुद से बड़बड़इलइ आउ चुपचाप अखबार से अपन चेहरा
ओकरा तरफ से ढँक लेलकइ। लेकिन ऊ धीरज नञ् रख पइलकइ आउ लगभग दू मिनट बाद अखबार के पीछू
से सन्देह के दृष्टि से देखलकइ - ओहे निर्निमेष दृष्टि, ओहे अनर्थक अवलोकन। एहो समय
आदाम इवानिच चुप रहलइ। लेकिन जब ओहे परिस्थिति तेसरा तुरी दोहरइलइ, त ऊ भड़क गेलइ आउ
अपन शान के रक्षा करना आउ कुलीन लोग के सामने सुन्दर शहर रीगा के नाम बदनाम नञ् होवे
देना अपन कर्तव्य समझलकइ, जेकर, शायद, ऊ खुद के प्रतिनिधि मानऽ हलइ। ऊ अधीर संकेत से
अखबार के टेबुल पर फेंक देलकइ, छड़ी से ओजस्वितापूर्क ठकठकइते, जेकरा से ई संलग्न हलइ,
आउ व्यक्तिगत शान से तमतमइते, पंच से आउ अहंकार से पूरा लाल होल, अपन तरफ से अपन उद्दीप्त
आँख से झुंझलाहट पैदा करे वला बुढ़उ दने एकटक देखे लगलइ। लगऽ हलइ, ओकन्हीं दुन्नु, जर्मन
आउ ओकर प्रतिस्पर्द्धी, अपन-अपन चुम्बकीय दृष्टि से एक दोसरा के पराजित करे लगी चाहऽ
हलइ आउ प्रतीक्षा कर रहले हल, कि केऽ पहिले सकपका हइ आउ नजर निच्चे कर ले हइ। लकड़ी
के ठकठकाहट आउ आदाम इवानिच के विचित्र स्थिति सब्भे भेंटकर्ता के ध्यान अपना तरफ आकृष्ट
कर लेलकइ। सब कोय तुरतम्मे अपन-अपन काम छोड़ देलकइ आउ गंभीर, मूक उत्सुकता से दुन्नु
प्रतियोगी के प्रेक्षण करे लगलइ। दृश्य बहुत हास्यजनक हो गेलइ। लेकिन लाल चेहरा वला
आदाम इवानिच के चुनौती भरल दृष्टि के चुम्बकत्व बिलकुल बेकार हो गेलइ। बुढ़उ, बिन केकरो
परवाह करते, क्रोधाविष्ट मिस्टर शुल्त्स के सीधे एकटक देखना जारी रखलकइ आउ बिलकुल नञ्
देख पइलकइ, कि ऊ सब लोग के उत्सुकता के पात्र बन्नल हलइ, मानु ओकर सिर [*174]
चान पर हलइ, न कि धरती पर। आदाम इवानिच के धैर्य आखिरकार टूट गेलइ, आउ ऊ फूट पड़लइ।
"काहे अपने हमरा दने एतना ध्यानपूर्वक
देखऽ हथिन?" जर्मन में ऊ कर्कश, तीक्ष्ण स्वर में आउ भयंकर रूप से चीख उठलइ।
लेकिन ओकर प्रतियोगी चुप्पी साधले रहलइ, मानु
ऊ प्रश्न के नञ् समझलकइ आउ सुनवो नञ् कइलकइ। आदाम इवानिच रूसी में बोले के निर्णय कइलकइ।
"हम अपने के पुच्छऽ हिअइ, कि काहे अपने
हमरा दने एतना एकटक तक रहलथिन हँ?" ऊ दोगना गोस्सा में चिल्लइलइ। "हमरा कोर्ट
निम्मन से जानऽ हइ, लेकिन अपने कोर्ट लगी अनजान हथिन!" ऊ आगू बोललइ, कुरसी पर
से उछलते।
लेकिन बुढ़उ चालो-चपट नञ् कइलकइ। जर्मन लोग के
बीच गोस्सा के सुगबुगाहट सुनाय देलकइ। खुद मिलर, शोर से आकृष्ट होके, कमरा में घुसलइ।
मामला की हइ, ई जान लेला पर, ऊ सोचलकइ, कि बुढ़उ बहिर हइ, आउ ओकर ठीक कान तक मुड़ गेलइ।
"मिस्टर शुल्त्स अपने के निवेदन कइलथिन
हँ कि उनका दने एकटक नञ् देखथिन", यथासंभव उच्च स्वर में ऊ बोललइ, विलक्षण भेंटकर्ता
दने एकटक देखते।
बुढ़उ यंत्रवत् मिलर दने तकलकइ, आउ अचानक ओकर
चेहरा पर, जे अब तक गतिहीन हलइ, कोय तो चिंताजनक विचार के संकेत प्रकट होलइ, कइसनो
परेशानी में घबराहट के। ऊ हलचल करे लगलइ, निच्चे तरफ मुड़लइ, हाँफते अपन हैट उठावे खातिर,
तेजी से ओकरा छड़ी सहित उठा लेलकइ, कुरसी पर से उठलइ आउ कइसनो दयनीय मुसकान के साथ
- भिखारी के अपमानित मुसकान के साथ, जेकरा गलती से बैठल जगह पर से हाँक देल जा हइ
- कमरा से बाहर चल जाय के तैयारी कइलकइ। बेचारा खूसट बुढ़उ के ई विनम्र शीघ्रता में
एतना सहानुभूति उत्पन्न करे के शक्ति हलइ, एतना जादे कि जेकरा से छाती में हृदय भी
उलट-पलट जा हइ, कि आदाम इवानिच से लेके, पूरा पब्लिक तक, तुरतम्मे मामला के दोसरे दृष्टिकोण
अपनाऽ लेलकइ। ई बात साफ हलइ, कि बुढ़उ नञ् खाली केकरो अपमानित नञ् कर सकऽ हलइ, बल्कि
खुद हरेक पल समझऽ हलइ, कि ओकरा कहीं से भी भिखारी नियन दुतकार देल जा सकऽ हइ।
मिलर उदार आउ दयालु व्यक्ति हलइ।
"नञ्, नञ्", ऊ बोल पड़लइ, ओकर कन्हा
के हौसला देते थपथपइते, "बैठ जाथिन! Aber Herr Schultz
अपना तरफ एकटक नञ् देखे के अपने के बहुत निवेदन कइलथिन हल। ऊ कोर्ट में नामी व्यक्ति
हथिन।"
लेकिन बेचारा बुढ़उ एतनो पर नञ् समझलइ; ऊ पहिले
से आउ जादे हलचल करे लगलइ, अपन रूमाल, पुरनका आउ फट्टल-फुट्टल नीला रूमाल, उठावे लगी
झुकलइ, जे हैट से गिर गेले हल, आउ अपन कुतवा के पुकारे लगलइ, जे फर्श पर बिन कोय चाल-चपट
करते पड़ल हलइ, आउ देखे में, गढ़गर नीन में सुत्तल हलइ, अपन थुथुना के दुन्नु पंजा से
ढँकले।
"अज़ोर्का, अज़ोर्का!" ऊ बुदबुदइलइ,
काँपते, बुढ़ाल स्वर में, "अज़ोर्का!"
अज़ोर्का कोय चाल-चपट नञ् कइलकइ।
"अज़ोर्का, अज़ोर्का!" चिंतातुर होल
बुढ़उ दोहरइलकइ आउ छड़िया से हिलइलकइ, लेकिन ऊ पहिलउके स्थिति में रहलइ।
[*175] छड़िया ओकर हाथ से छुट गेलइ। ऊ निच्चे झुकलइ,
दुन्नु टेहुना के बल बैठ गेलइ आउ दुन्नु हाथ से अज़ोर्का के थुथना उठइलकइ। बेचारा अज़ोर्का!
ऊ मर चुकले हल। ऊ अगोचर रूप से मर गेलइ, अपन मालिक के गोड़ भिर, शायद बुढ़ारी से, चाहे
शायद भूख से। बुढ़उ ओकरा तरफ एक मिनट तक तकते रहलइ, स्तब्ध होल, मानु ओकरा समझ में नञ्
आ रहले हल, कि अज़ोर्का मर चुकले ह; फेर शांतिपूर्वक अपन भूतपूर्व नौकर के तरफ झुकलइ
आउ अपन पीयर चेहरा के ओकर थुथुना से दबइलकइ। मिनट भर के मौन रहलइ। हम सब के दिल पसीज
गेलइ ... आखिरकार बेचारा उठलइ। ऊ बहुत पीयर हलइ आउ काँप रहले हल, जइसन कि जूड़ी बोखार
में होवऽ हइ।
"भरवाँ जानवर (stuffed animal) बनावल जा
सकऽ हइ", दयालु मिलर बोललइ, कइसूँ बुढ़उ के सान्त्वना देवे के इच्छा करते।
"निम्मन भरवाँ बनावल जा सकऽ हइ; फ़्योदर कार्लोविच क्रिगर निम्मन भरवाँ बनावऽ हथिन;
फ़्योदर कार्लोविच क्रिगर निम्मन भरवाँ बनइथिन; फ़्योदर कार्लोविच क्रिगर भरवाँ बनावे
में दक्ष हथिन", मिलर पुष्टि कइलकइ, जमीन पर से छड़ी उठाके बुढ़उ के देते।
"हाँ, हम बहुत निम्मन भरवाँ बनावऽ हिअइ",
नम्रतापूर्वक खुद मिस्टर क्रिगर बोललइ, आगू तरफ आके। ई हलइ एगो लमगर, पतरा आउ उदार
जर्मन, लाल उलझल केश वला आउ तोता नियन नोकदार नाक पर चश्मा लगइले।
"फ़्योदर कार्लोविच क्रिगर के बड़गो प्रतिभा
हइ, हर तरह के भरवाँ बनावे में", मिलर आगू बोललइ, अपन विचार पर हर्षातिरेक में
अइते।
"हाँ, हमरा बड़गो प्रतिभा हइ, हर तरह के
भरवाँ बनावे में", फेर से मिस्टर क्रिगर दोहरइलकइ, "आउ हम अपने के कुतवा
के मँगनी में भरवाँ बना देबइ", उदार आत्म-बलिदान के दौरा में ऊ आगू बोललइ।
"नञ्, हम अपने के भुगतान कर देबइ भरवाँ
बनावे खातिर!" आवेश में आके आदाम इवानिच शुल्त्स चिखलइ, दोगना लाल होते, अप्पन
बारी में उदारता से चमकते आउ बिन दोष के सब विपत्ति के खुद के कारण समझते।
बुढ़उ ई सब कुछ सुनलकइ, स्पष्टतः बिन कुछ समझले
आउ पहिलहीं नियन पूरे देह से काँपते।
"ठहरथिन! एक गिलास निम्मन कोन्याक
पी लेथिन!" मिलर चिखलइ, ई देखते, कि रहस्यमय अतिथि चल जाय के प्रयास कर रहले ह।
कोन्याक लावल गेलइ। बुढ़उ यंत्रवत् गिलास उठइलकइ,
लेकिन ओकर हाथ थरथरा रहले हल, आउ, एकर पहिले कि ऊ ओकरा अपन होंठ से लगावइ, ऊ आधा गिलास
तो छलका देलकइ, आउ बिन एक्को बून पीले, ओकर वापिस ट्रे पर रख देलकइ। फेर, एक प्रकार
के विचित्र, बिलकुल अनुचित मुसकान के साथ, तेज, अनियमित कदम भरते, हलुआय के दोकान से
बाहर निकस गेलइ, अज़ोर्का के ओज्जी छोड़ते। सब कोय हक्का-बक्का हो गेलइ; विस्मयोद्गार
सुनाय देलकइ।
“Schwernot! Was für eine Geschichte!”
जर्मन लोग बोललइ, एक दोसरा तरफ आँख फाड़के देखते।
आउ हम बुढ़उ के पीछू लपकल गेलिअइ। हलुआय के दोकान
से कुछ डेग पर, ओकरा से दहिने मुड़के, एगो गल्ली हइ, सँकरा आउ अन्हार, इर्द-गिर्द विशाल-विशाल
घर से घिरल। कुछ तो हमरा प्रेरित कइलकइ, कि बुढ़उ पक्का एज्जी से मुड़ले होत। हिएँ परी
दहिना तरफ के दोसरा घर के निर्माण हो रहले हल आउ सब कुछ पाड़ (scaffolding) से घिरल
हलइ। घर के छरदेवाली, [*176] लगभग गल्ली के बीच में आवऽ हलइ, राहगीर खातिर
छरदेवाली से लगके चारो तरफ लकड़ी के पटरा डालल हलइ। छरदेवाली आउ घर से बन्नल, एगो अन्हार
कोना में, हमरा बुढ़उ मिललइ। ऊ लकड़ी के फुटपाथ के छोर पर बैठल हलइ आउ दुन्नु हाथ से,
टेहुना पर केहुनी के टेकले, सिर के सहारा देले हलइ। हम ओकर बगल में बैठ गेलिअइ।
"सुनथिन", हम कहलिअइ, लगभग ई नञ्
जानते कि हम काहाँ से शुरू करिअइ, "अज़ोर्का के बारे शोक नञ् करथिन। साथ-साथ चलथिन,
हम अपने के घर पहुँचा दे हिअइ। शान्त हो जाथिन। हम अभी कोचवान के बोलावऽ हिअइ। अपने
काहाँ रहऽ हथिन?"
बुढ़उ जवाब नञ् देलकइ। हमरा समझ में नञ् आ रहले
हल कि हम की करिअइ। कोय राहगीर नञ् देखाय दे रहले हल। अचानक ऊ हमरा हथवा से पकड़े लगलइ।
"दम घुट रहल ह!" ऊ भर्राल अवाज में
बोललइ, मोसकिल से सुनाय देवे वला अवाज में, "दम घुट रहल ह!"
"अपन घर चलथिन!" हम चिल्लइलिअइ, उठते
आउ ओकरा जबरदस्ती उठइते, "अपने चाय पी लेथिन आउ बिछौना पर पड़ जइथिन... हम अभी
कोचवान के बोलावऽ हिअइ। हम डाक्टर के बोलावऽ हिअइ ... हम एगो डाक्टर से परिचित हिअइ
..."
हमरा आद नञ्, कि हम ओकरा से आउ की बोललिअइ।
ऊ उठहीं वला हलइ, लेकिन, थोड़हीं सन उठला पर, फेर से जमीन पर गिर गेलइ आउ फेर से बड़बड़ाय
लगलइ ओहे भर्राल, दमघोंटू अवाज में। हम ओकर आउ नगीच झुक गेलिअइ आउ सुनलिअइ।
"वसील्येव्स्की टापू पर", बुढ़उ भर्राल
अवाज में बोललइ, "छट्ठा गल्ली में ... छ-ट्ठा ग-ल्ली में ..."
ऊ चुप हो गेलइ।
"अपने वसील्येव्स्की में रहऽ हथिन? लेकिन
अपने ओद्धिर नञ् गेलथिन; ई बामा दने होतइ, दहिना दने नञ्। हम अभी अपने के पहुँचा दे
हिअइ ..."
बुढ़उ चाल-चपट नञ् कइलकइ। हम ओकरा हाथ से पकड़
लेलिअइ; हाथ गिर गेलइ, मानु मरल हलइ। हम ओकर चेहरा तरफ नजर डललिअइ, ओकर स्पर्श कइलिअइ
- ऊ मर चुकले हल। हमरा लगलइ, कि ई सब कुछ सपना में हो रहल ह।
ई साहसपूर्ण कार्य के कारण हमरा बड़गो तकलीफ
उठावे पड़लइ, जेकर दौरान हमर बोखार अपने आप ठीक हो गेलइ। बुढ़उ के घर खोजल गेलइ। ऊ, लेकिन,
वसील्येव्स्की टापू में नञ् रहऽ हलइ, बल्कि ऊ जगह से दुइए डेग पर, जाहाँ परी ऊ मरलइ,
क्लूगेन के घर में, ओहे छत के निच्चे, पचमा मंजिला पर, एगो अलग फ्लैट में, जेकर प्रवेश
छोटगर आउ कमरा बड़गो, बहुत निचगर छत वला हलइ, जेकरा में खिड़की के रूप में तीन गो छेद
हलइ। ऊ बहुत गरीबी के जिनगी जी रहले हल। फर्नीचर में कुल्लम एगो टेबुल, दू गो कुरसी
आउ बहुत बहुत पुराना सोफा, कठोर, पत्थल नियन, आउ जेकरा से सगरो तरफ से रेशा निकसल हलइ;
आउ ओहो घर के मालिक के हलइ। स्टोव, प्रतीयमानतः, लमगर अवधि से गरम नञ् कइल गेले हल;
मोमबत्ती भी कहूँ नञ् मिललइ। हम गंभीरतापूर्वक अब सोचऽ हिअइ, कि बुढ़उ मिलर के हियाँ
जाय लगी सोचलके होत खाली ई लगी, कि कुछ समय खातिर रोशनी में बैठइ आउ जरी गरम हो लेइ।
टेबुल पर एगो खाली मट्टी के मग हलइ आउ एगो पुराना, बासी ब्रेड (पावरोटी) के टुकड़ा पड़ल
हलइ। एक्को कोपेक पैसा नञ् मिललइ। ओकरा दफनावे खातिर दोसर कपड़ो नञ् हलइ; कोय तो ओकरा
अपन कमीज दे देलके हल। ई बात साफ हलइ, कि ऊ अइसे नञ् रह सकले होत, बिलकुल अकेल्ले,
आउ, शायद, कोय तो, बल्कि कभी-कभारे सही, ओकरा से मिल्ले आवऽ हलइ। टेबुल के दराज (ड्राअर)
में ओकर पासपोर्ट मिललइ। मृत व्यक्ति एगो विदेशी हलइ, लेकिन रूसी नागरिक, येरेमिया
स्मिथ, इंजीनियर, अठत्तर साल के। टेबुल पर दू गो पुस्तक [*177]
पड़ल हलइ - एगो छोटगर भूगोल आउ न्यू टेस्टामेंट, रूसी में अनूदित, हाशिया में पेंसिल
से जाहाँ-ताहाँ लकीर घिंच्चल आउ अँगुरी के नाखुन के निशान लगल। ई दुन्नु पुस्तक हम
खुद लगी खरीद लेलिअइ। घर के किरायेदार आउ मालिक के पुच्छल गेलइ - कोय भी ओकरा बारे
कुच्छो नञ् जानऽ हलइ। ई घर में कइएक किरायेदार हइ, लगभग सब्भे शिल्पकार आउ जर्मन औरत
लोग, टेबुल आउ नौकर सहित फ्लैट के मालकिन। घर के मैनेजर, जे कुलीन लोग में से एक हलइ,
ओहो अपन भूतपूर्व किरायेदार के बारे जादे कुछ बता नञ् पइलकइ, सिवाय ई बात के, कि फ्लैट
के किराया छो रूबल प्रति महिन्ना हलइ, कि मृत व्यक्ति ओकरा में चार महिन्ना रहले हल,
लेकिन पिछला दू महिन्ना के किराया एक्को कोपेक नञ् देलके हल, ओहे से ओकरा फ्लैट से
निकास देवल जाय पड़ते हल। पुच्छल गेलइ - की ओकरा हीं कोय अइवो करऽ हलइ? लेकिन कोय एकरा
बारे संतोषजनक उत्तर नञ् दे पइलकइ। घर बड़गो हइ - अइसन नूह पोत
में केतना सारा लोग अइते रहऽ हइ, सब के आद नञ् रख सकऽ हो। पोर्टर (फ्लैट के देखभाल
करे वला), जे हियाँ लगभग पाँच साल से काम कर रहले हल, आउ शायद, कुछ स्पष्ट कर सकऽ हलइ,
दू सप्ताह पहिले अपन गाम चल गेले हल, छुट्टी पर, अपन जगह पर अपन भतीजा के रखके, जे
एगो अल्पवयस्क लड़का हलइ, आउ व्यक्तिगत रूप से किरायेदार लोग में से आधो लोग के नञ्
जानऽ हलइ। हमरा पक्का मालुम नञ्, कि तखने ई सब पूछताछ के ठीक-ठीक की नतीजा निकसलइ,
लेकिन, आखिरकार, बुढ़उ के दफना देल गेलइ। ई सब दिन दोसर काम से दौड़धूप के बीच हम वसील्येव्स्की
टापू, छट्ठा गल्ली में, होके अइलिअइ, आउ खाली हुएँ गेला पर, हमरा खुद पर हँस्सी बरलइ
- कउची हम छट्ठा गल्ली में देखलिअइ, सिवाय साधारण घर के शृंखला के? "लेकिन काहे
लगी", हम सोचलिअइ, "बुढ़उ, मरते बखत, छट्ठा गल्ली के बारे बोललइ आउ वसील्येव्स्की
टापू के बारे? कहीं ऊ सरसाम में तो नञ् हलइ?"
हम स्मिथ के खाली कइल फ्लैट के मुआइना कइलिअइ,
आउ ई हमरा पसीन पड़ गेलइ। हम एकरा अपन पीछू छोड़ देलिअइ। मुख्य बात, कमरा बड़गो हलइ, चाहे
बल्कि निचगर छत वला ही सही, ओहे से पहिले तुरी हमरा लगलइ, कि हम अपन सिर के छत से टकरा
देबइ। लेकिन, हम एकर जल्दीए आदी हो गेलिअइ। छो रूबल फी महिन्ना किराया वला फ्लैट एकरा
से बेहतर नञ् मिल सकऽ हलइ। हवेली हमरा ललचा देलकइ; रह गेले हल खाली नौकर लगी दौड़धूप
करे के, काहेकि बिलकुल बिन नौकर के रहना हमरा लगी मोसकिल हलइ। पोर्टर पहिले तुरी दिन
में कम से कम एक तुरी आवे के वचन देलकइ, कि कहीं हमरा कोय जरूरी काम नञ् आ जाय, ई देखे
लगी। "आउ केऽ जानऽ हइ", हम सोचलिअइ, "शायद, कोय बुढ़उ के बारे पुछार
करे खातिर अइतइ!" लेकिन, पाँच दिन गुजर गेलइ, ओकर मरला के बाद, लेकिन अभी तक कोय
नञ् अइलइ।
भूमिका भाग 1, अध्याय 2