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Saturday, May 23, 2015

अपराध आउ दंड - भाग – 4 ; अध्याय – 3



अपराध आउ दंड

भाग – 4

अध्याय – 3

सबसे बड़गर बात ई हलइ, कि ऊ, अंतिम क्षण तक, कइसूँ अइसन समाप्ति के आशा नयँ कइलके हल । ऊ अंतिम सीमा तक अपन अकड़ बनइले रखलकइ, अइसन संभावना के भी बिन अनुमान कइले, कि दुन्नु गरीब आउ बेसहारा औरत ओकर शासन के बाहर निकस जइतइ । ई दृढ़ विश्वास (conviction) के बहुत जादे सहायता कइलकइ घमंड आउ एतना जादे आत्म-विश्वास, जेकरा सबसे निम्मन संज्ञा देल जा सकऽ हइ - अहम्मन्यता (narcissism, egotism) । कंगाली से उपरे उठके, प्योत्र पित्रोविच के बेमारी के हद तक आत्मप्रशंसा के आदत पड़ गेले हल, अपन बुद्धिमत्ता आउ क्षमता के बहुत जादे आँकऽ हलइ आउ कभी-कभी, अकेले में, दर्पण में अपन चेहरो के प्रशंसा करऽ हलइ । लेकिन संसार में सबसे जादे ऊ, परिश्रम आउ कइएक स्रोत से प्राप्त, अपन दौलत से प्यार करऽ हलइ - ई ओकरा ऊ सबके बराबर पहुँचा देलके हल, जे कभी ओकरा से उँचगर हैसियत के हलइ ।

दुन्या के अब कड़वाहट के साथ ई बात के आद देलइते, कि ओकरा बारे खराब चरचा के बावजूद, ऊ ओकरा अपनावे के फैसला कइलके हल, प्योत्र पित्रोविच पूरा-पूरा दिल के बात बोललइ आउ अइसन "सरासर कृतघ्नता" पर बहुत क्रोध भी अनुभव कइलकइ । आउ ई दौरान, ऊ बखत दुन्या के साथ शादी के प्रस्ताव रखते, ऊ ई सब्भे अफवाह के बेतुकापन के बारे बिलकुल आश्वस्त हो चुकले हल, खुद मार्फ़ा पित्रोव्ना सार्वजनिक रूप से खंडन कर चुकले हल, आउ समुच्चा छोटका शहर बहुत पहिलहीं ई मामला के त्याग चुकले हल, जेकरा से दुन्या बिलकुल निर्दोष साबित हो गेले हल । आउ ऊ खुद्दे ई बात के अब इनकार नयँ करते हल, कि तखने ओकरा ई सब कुछ के जनकारी मिल चुकले हल । आउ तइयो ऊ अभियो दुन्या के उपरे उठाके अपन स्तर तक लावे के अपन निर्णय के बहुत जादे आँकऽ हलइ, आउ एकरा ऊ बड़गो उपलब्धि मानऽ हलइ । दुन्या के ई बारे अब झिड़की देते, ऊ अपन रहस्य के खुलासा कर देलकइ, दिमाग में पोसल विचार के, जेकर ऊ पहिलहीं कइएक तुरी प्रशंसा कर चुकले हल, आउ ओकरा समझ में नयँ आ रहले हल, कि काहे दोसर लोग ओकर उपलब्धि के प्रशंसा नयँ करऽ हइ । तहिया रस्कोलनिकोव से भेंट करे लगी जब गेले हल, तब ऊ एगो उपकारकर्ता के भावना के साथ, ई उपकार के फल लेवे खातिर तैयार होल, आउ बहुत मधुर प्रशंसा सुन्ने खातिर अंदर घुसले हल । आउ अब, ज़ीना से उतरते बखत, वस्तुतः अपना के ऊ बहुत जादे अपमानित आउ अस्वीकृत समझ रहले हल ।

दुन्या तो ओकरा लगी बिलकुल आवश्यक हलइ; ओकरा (दुन्या के) तरफ से इनकार ऊ सोचियो नयँ सकऽ हलइ। बहुत पहिलहीं से, कुछ साल पहिलहीं से, ऊ शादी के बारे मधुर सपना देखब करऽ हलइ, लेकिन ऊ लगातार पइसा बनावे के चक्कर में रहलइ आउ इंतजार करते रहलइ । ऊ हर्षावेश के साथ, बिलकुल गुप्त रूप से, एगो अइसन लड़की के बारे सोचते रहऽ हलइ - जे अच्छा चरित्र के होवे, गरीब (आवश्यक रूप से गरीब), बहुत जवान, बहुत सुंदर, निम्मन घराना के आउ पढ़ल-लिक्खल, बहुत भीरू, अत्यधिक कष्ट झेलल, आउ ओकरा सामने पूरा तरह से झुक्कल (नम्र) रहे, अइसन, जे जिनगी भर ओकरा अपन संरक्षक समझे, ओकरा आदर करे, ओकर आज्ञा माने, ओकरा पर अचरज करे आउ खाली अकेल्ले ओकरे । अपन काम-धाम से निपट लेला के बाद शांति से अराम करते बखत, कल्पना में ऊ, ई विमोहक आउ चुलबुला विषय पर, केतना दृश्य, केतना मनोहर घटना के निर्माण करते रहऽ हलइ ! आउ अइकी केतना साल के सपना लगभग साकार हो चुकले हल - अवदोत्या रोमानोव्ना के सौन्दर्य आउ शिक्षा से ऊ चकित हलइ; ओकर बेसहारा परिस्थिति ओकरा बेहद उत्तेजित कर देलके हल । हियाँ परी तो, जेतना के ऊ सपना देखलके हल, ओकरा से जादहीं हलइ - हियाँ हलइ एगो अइसन लड़की - जे स्वाभिमानी, विशिष्ट, उदार, शिक्षा-दीक्षा आउ लालन-पालन में ओकरा से उँचगर हलइ (ई बात के ऊ अनुभव करऽ हलइ), आउ अइसन जीव ओकर उपलब्धि पर जिनगी भर दासी नियन ओकर कृतज्ञ रहतइ आउ ओकरा सामने आदर से झुक्कल रहतइ, आउ ऊ तो असीम आउ पूरा तरह से शासन करतइ ! ... मानूँ सोद्देश्य, कुछ समय पहिले, लमगर सोच-विचार आउ पूर्वानुमान के बाद, आखिरकार ऊ अपन जीवन-वृत्ति (career) में परिवर्तन करे के, आउ अधिक विस्तृत कारोबार के क्षेत्र में प्रवेश करे के, आउ एकर साथ-साथ, धीरे-धीरे, समाज के आउ अधिक उँचगर वर्ग में पहुँचे के अन्तिम फैसला कइलकइ, जेकरा बारे ऊ बहुत पहिले से ऐयाशी के साथ सोच रहले हल ... एक शब्द में, ऊ पितिरबुर्ग के अजमावे लगी निश्चय कइलकइ । ऊ जानऽ हलइ, कि औरतियन से "बहुत आउ बहुत" लाभ मिल सकऽ हइ । सुन्दर, उदार आउ शिक्षित औरत के आकर्षण शक्ति ओकर रस्ता के आश्चर्यजनक रूप से रंगीन बना सकऽ हइ, ओकरा तरफ आकर्षित कर सकऽ हइ, तेजोमंडल (aura) के निर्माण कर सकऽ हइ ... आउ अइकी सब कुछ नष्ट हो गेलइ ! ई वर्तमान आकस्मिक, कुरूप संबंध-विच्छेद ओकरा पर वज्रपात नियन असर डललकइ । ई एक प्रकार के भद्दा मजाक, बेतुकापन हलइ! ऊ खाली एगो कण भर आत्मश्लाघा कइलके हल; ओकरा अपन पूरा बात कहे के समइयो नयँ मिलले हल, ऊ खाली एगो मजाक कइलके हल, बहक गेले हल, आउ ओकर अइसन गंभीर परिणाम होलइ ! आखिरकार, वस्तुतः ऊ दुन्या के अपन ढंग से प्यारो करऽ हलइ, ऊ अपन सपना में ओकरा पर हुकुमो चलाना चालू कर चुकले हल - आउ अचानक ! ... नयँ ! बिहाने, बिहाने सब कुछ फेर से स्थापित कर लेवे के चाही, इलाज कर लेवे के चाही, सुधार लेवे के चाही, आउ मुख्य बात - ई अभिमानी दुधमुँहाँ बच्चा के नष्ट कर देवे के चाही, जे सब कुछ के कारण हलइ । कष्टदायक अनुभव के साथ ओकरा आद पड़लइ, ओहो कइसूँ अनजाने में, रज़ुमिख़िन ... लेकिन एकरा बारे ऊ जल्दीए शांत हो गेलइ - "एकरो तो ओकर पासे-पास रक्खे के चाही !" लेकिन वास्तव में ऊ जेकरा से गंभीर रूप से डरऽ हलइ - ऊ हलइ स्विद्रिगाइलोव ... एक शब्द में, ओकरा सामने बहुत सारा परेशानी हलइ ...................................... ...................................... ...................................... ...................................... ...................................... ...................................... ......................
 
"नयँ, सबसे जादे, हम, हम दोषी हकूँ !" अपन मइया के गले लगाके आउ ओकरा चूमते दुनेच्का बोललइ, "हम ओकर पइसा के लोभ में पड़ गेलूँ हल, लेकिन हम कसम खा हियो, भइया - हम कल्पनो नयँ कइलूँ हल, कि ई अइसन अयोग्य अदमी हो सकऽ हलइ । अगर हम ओकर असलियत पहिले पछान लेतूँ हल, हम कइसनो लोभ में नयँ पड़तूँ हल ! हमरा दोषी मत ठहरावऽ, भइया !"
"भगमान बचइलका ! भगमान बचइलका !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना बड़बड़इला, लेकिन कइसूँ अनजाने में, मानूँ उनका अभी तक कुछ समझ में नयँ अइले हल कि कीऽ हो गेले ह ।

सब कोय खुश हला, पाँच मिनट के बाद हँसियो पड़ला । खाली बीच-बीच में दुनेच्का के चेहरा पीयर पड़ जा हलइ आउ भौं टेढ़ा हो जा हलइ, ई सोचके कि कीऽ हो चुकले हल । पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना ई कल्पनो नयँ कर सकला हल, कि ओहो खुश हो जइता; लुझिन के साथ रिश्ता टूटना उनका सुबह तक एगो भयंकर विपत्ति प्रतीत हो रहले हल । लेकिन रज़ुमिख़िन तो हर्षोन्माद में हलइ । ऊ एकरा पूरा तरह से अभिव्यक्त करे के हिम्मत नयँ जुटा पइलकइ, लेकिन ओकर सारा शरीर काँप रहले हल, जइसे कि बोखार में होवऽ हइ, मानूँ पाँच पूद (लगभग 80 किलोग्राम) [1] के बोझ ओकर दिल पर से निच्चे गिर पड़ल होवे । अब ओकरा पास अधिकार हइ कि उनकन्हीं के अपन पूरा जिनगी अर्पित कर सकइ, उनकन्हीं के सेवा कर सकइ ... आउ केकरा मालूम, अब फेर कीऽ ! लेकिन ऊ दूर-दूर के विचार के आउ अधिक भीरु होके दूर भगा रहले हल आउ अपन कल्पना करे में डरऽ हलइ । अकेल्ले खाली रस्कोलनिकोव लगातार एक्के जगहा पर बइठल रहलइ, लगभग उदास आउ अन्यमनस्क भी । ऊ, जे लुझिन के हटावे में सबसे जादे जोर दे रहले हल, अब मानूँ जे कुछ घटले हल ओकरा में सबसे कम दिलचस्पी ले रहले हल। दुन्या अनिच्छा से सोच रहले हल, कि ऊ (अर्थात् भाई साहेब) ओकरा पर अभियो तक नराज हका, आउ पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना ओकरा तरफ भय से देखते रहला ।
"स्विद्रिगाइलोव तोरा से कीऽ कहलको हल ?" दुन्या ओकर पास जाके पुछलकइ ।
"ओ, हाँ, हाँ !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्लइला ।
रस्कोलनिकोव सिर उठइलकइ - "ऊ तोरा दस हजार रूबल उपहार में देवे लगी जिद कइले हउ आउ साथे साथ हमर उपस्थिति में तोरा एक तुरी देखे लगी चाहऽ हउ ।"
"देखे लगी ! संसार के कुच्छो लगी नयँ !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्लइला, "आउ ऊ हिम्मत कइसे करऽ हइ ओकरा पइसा देवे के !"

तब रस्कोलनिकोव स्विद्रिगाइलोव के साथ होल अपन बातचीत के (काफी रुखाई से) बतइलकइ, लेकिन मार्फ़ा पित्रोव्ना के बारे भूत के चरचा छोड़के, ताकि फालतू बात में जाय नयँ पड़इ; आउ बिलकुल आवश्यक बात के अलावा, कइसनो बातचीत काहे नयँ रहे, ओकरा शुरू करे में घृणा अनुभव करके ।
"तूँ ओकरा कीऽ जवाब देलहो ?" दुन्या पुछलकइ ।
"पहिले कहलिअइ, कि हम तोरा कुच्छो नयँ बतइबउ । तब ऊ कहलकइ, कि ऊ खुद्दे सब्भे संसाधन से मोलकात के कोशिश करतइ । ऊ विश्वास देलइलकइ, कि तोरा प्रति ओकर भावावेग एगो सनक हलइ, कि ऊ तोरा प्रति अभी कुच्छो नयँ अनुभव करऽ हइ ... ऊ नयँ चाहऽ हइ, कि तूँ लुझिन से शादी करहीं ... सामान्यतः तो असंगत रूप से बोललइ ।"

"तूँ खुद्दे ओकरा बारे अपन मन में कीऽ राय बनइलऽ, रोद्या ? ऊ तोरा कइसन लगलो ?"
"हम स्वीकार करऽ हिअइ, कि कुच्छो ठीक से नयँ समझऽ हिअइ । दस हजार प्रस्तुत करऽ हइ, आ खुद्दे बोललइ, कि ऊ धनी नयँ हइ । ऊ घोषित करऽ हइ, कि कहीं तो चल जाय लगी चाहऽ हइ, आउ दस मिनट के बाद भूल जा हइ, कि ऊ एकरा बारे बोललइ । अचानक एहो बोलऽ हइ, कि शादी करे लगी चाहऽ हइ, कि लोग ओकरा लगी दुलहिन के प्रस्तावो रखते जा हका ... निस्संदेह, ओकर कुछ उद्देश्य हइ, आउ संभवतः - खराब हइ । लेकिन फेर अइसन मानना एक प्रकार से विचित्र लगऽ हइ, कि ऊ एतना मूर्खता से अइसन मामला  के शुरू करतइ, अगर ओकर मन में तोरा लगी खराब इरादा होतइ ... जाहिर हइ, कि हम, तोरा तरफ से, ई रकम लेवे से इनकार कर देलिअइ, एक्के तुरी हमेशे लगी । सामान्यतः ऊ हमरा बहुत विचित्र लगलइ, आउ ... मानूँ पागलपन के लक्षण वला ... भी ... । लेकिन हमरा गलतफहमियो हो सकऽ हइ; हो सकऽ हइ, कि हियाँ ऊ खाली अपन तरह के ढोंग रच रहल होवइ । मार्फ़ा पित्रोव्ना के मौत, शायद, ओकरा पर असर देखा रहले ह ।"

"भगमान उनकर आत्मा के शांति दे !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना उद्गार प्रकट कइलका, "उनका लगी हम हमेशे, हमेशे भगमान से प्रार्थना करते रहबइ ! ई तीन हजार के बगैर हमन्हीं के अभी की होते हल, दुन्या ! हे भगमान, जइसे असमान से गिरलइ ! ओह, रोद्या, वस्तुतः सुबह में हमन्हीं के नाम से खाली तीन रूबल रह गेले हल, आ हम आउ दुन्या, एहे सोच रहलिए हल कि घड़ी कहीं परी जल्दी से जल्दी गिरवी रख दिअइ, ताकि एकरा हीं से नयँ लेवे के चाही, जब तक कि खुद्दे ऊ अंदाज नयँ लगावऽ हइ ।"

स्विद्रिगाइलोव के प्रस्ताव पर एक प्रकार से दुन्या पर बहुत असर पड़लइ । ऊ लगातार सोचते रहलइ ।
"ऊ कुच्छो भयानक सोचलके ह !" लगभग काँपते, ऊ लगभग फुसफुसाहट में अपने आप से बोललइ ।

रस्कोलनिकोव ई अत्यधिक भय के नोटिस कर लेलकइ ।
"लगऽ हइ, कि हमरा आउ एक से जादे तुरी ओकरा देखे पड़तइ", ऊ दुन्या के कहलकइ ।
"ओकरा पीछा करते रहबइ ! हम ओकर पीछू-पीछू लग्गल रहबइ !" जोश में रज़ुमिख़िन चिल्लइलइ । "ओकरा हम आँख से ओझल नयँ होवे देबइ ! रोद्या हमरा अनुमति देलका ह । ऊ खुद्दे आझ हमरा से कहलका, 'हमर बहिन के रक्षा करना' । आ अपने अनुमति दे हथिन, अवदोत्या रोमानोव्ना ?"
दुन्या मुसकइलइ आउ अपन हाथ ओकरा तरफ बढ़इलकइ, लेकिन चिंता ओकर चेहरा पर से नयँ जा रहले हल । पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना सहमल ओकरा तरफ देखते रहला; लेकिन, तीन हजार स्पष्ट रूप से ओकरा तसल्ली दे रहले हल । एक चौथाई घंटा (अर्थात् पनरह मिनट) बाद सब्भे बहुत सजीव बातचीत करे लगला । रस्कोलनिकोव भी, हलाँकि कुछ नयँ बोल रहले हल, लेकिन कुछ समय तक ध्यान से सुन रहले हल । रज़ुमिख़िन भाषण झाड़ रहले हल ।

"लेकिन काहे, काहे अपने के चल जाय के हकइ !" उमंग के साथ ऊ अपन भावविभोर भाषण के प्रवाह में बोल रहले हल, "आ छोटकुन्ना शहर में अपने कीऽ करथिन ? मुख्य बात हइ, कि अपने सब हियाँ एक साथ हथिन आउ एक दोसरा के जरूरत हथिन, वस्तुतः एक दोसरा के जरूरत हथिन - हमर बात समझथिन ! खैर, भले कुछ समय खातिर ... हमरो दोस्त के रूप में अपनाथिन, संगी-साथी के रूप में, आउ हम विश्वास देलावऽ हिअइ, कि एगो शानदार कारोबार चालू करते जइबइ । सुनते जाथिन, हम अपने के विस्तार से ई सब समझावऽ हिअइ - पूरा योजना !  हमरा आझ सुबहीं, जब कुच्छो नयँ होले हल, हमर दिमाग में ई कौंध चुकले हल ... अइकी बात ई हइ - हमर एगो चाचा हथिन (हम अपने सब के उनका से परिचय करइबइ; अत्यधिक नम्र आउ आदरणीय बुजुर्ग हथिन !), आउ ई चाचा जी के पास एक हजार रूबल के मूलधन (capital) हइ, आउ खुद पेंशन पर रहऽ हथिन आउ एकर उनका जरूरत नयँ पड़ऽ हइ । ई दोसरा साल हइ, कि ऊ हमर पीछू पड़ल हथिन कि हम ई एक हजार ले लिअइ, आउ उनका छो प्रतिशत सूद चुकइअइ । हमरा एकर पीछे कारण देखाय दे हइ - उनका खाली हमरा मदद करे के इच्छा हइ; लेकिन परसाल हमरा एकर जरूरत नयँ हलइ, लेकिन ई साल हम खाली उनकर आगमन के प्रतीक्षा कर रहलिए हल आउ ई ले लेवे के निर्णय कइलिअइ। तब अपने दोसरा हजार देथिन, अपने के तीन हजार में से; आउ ई शुरुआत खातिर काफी होतइ, आउ हमन्हीं सब एक साथ हो जइबइ । हमन्हीं कीऽ करते जइबइ ?"

हियाँ परी रज़ुमिख़िन अपन योजना के बारे समझावे लगलइ आउ ई बात पर बहुत विस्तार से बतइलकइ, कि कइसे लगभग हमन्हीं के सब्भे पुस्तक-विक्रेता लोग आउ प्रकाशक लोग के अपन विक्रय के उत्पाद (यानी प्रकाशित पुस्तक) के बारे बहुत कम जनकारी होवऽ हइ, आउ एहे कारण से खराब प्रकाशक होते जा हइ, आउ साथे-साथ कइसे निम्मन प्रकाशन सामान्यतः बिक जा हइ आउ लाभ दे हइ, कभी-कभी तो बहुत । आउ ओहे से रज़ुमिख़िन प्रकाशन के काम के बारे सपना देख रहले हल, दू साल दोसरा लगी काम कर चुकले हल आउ तीन यूरोपीय भाषा अच्छा से जानऽ हलइ, हलाँकि छो दिन पहिले रस्कोलनिकोव के, अपन भार पर आधा अनुवाद के काम लेवे आउ तीन रूबल अग्रिम (पेशगी) के साथ, ओकरा विश्वास देलावे के उद्देश्य से  कहलके हल, कि ऊ जर्मन में 'श्वाख़' [schwach (जर्मन) = कमजोर] हइ - आउ ऊ तखने झूठ बोललके हल, आउ रस्कोलनिकोव के मालूम हलइ, कि ऊ झूठ बोल रहले ह ।  

"काहे, काहे अपन मौका खो देवल जाय, जबकि हमन्हीं के सबसे मुख्य संसाधन में से एगो उपलब्ध हइ - अपन खुद के पइसा ?" रज़ुमिख़िन जोश में आ गेलइ । "ई बात सच हइ, कि एकरा में बहुत परिश्रम के आवश्यकता हइ, लेकिन हम सब परिश्रम करबइ, अपने, अवदोत्या रोमानोव्ना, हम, रोदियोन ... कुछ प्रकाशन आझकल अच्छा मुनाफा दे हइ ! आउ कारोबार के मुख्य आधार ई बात में हइ, कि हम सब के मालूम पड़तइ, कि ठीक कउची के अनुवाद करे के चाही । हम सब अनुवाद करते जइबइ, आउ प्रकाशन के काम करते जइबइ, आउ अध्ययन करते जइबइ, सब कुछ साथे-साथ । अभी हम उपयोगी हो सकऽ हिअइ, काहेकि हमरा अनुभव हइ । हमरा प्रकाशक लोग के हियाँ चक्कर काटते जल्दीए दू साल पूर जइतइ, आउ ओकन्हीं के कारोबार के सब गुप्त पहलू मालूम हकइ । बरतन बनावे लगी साधु लोग के जरूरत नयँ, विश्वास करथिन ! आउ काहे, काहे लगी मुँह के सामने से रोटी के टुकरी के गुजर जाय देल जाय ! हाँ, हम खुद जानऽ हिअइ, आउ एकरा गुप्त रक्खऽ हिअइ, कि दू-तीन रचना अइसन हइ, कि जेकरा में से हरेक के अनुवाद करके प्रकाशित करे के खाली विचार पर हरेक पुस्तक पर सो रूबल लेल जा सकऽ हइ, आउ ओकरा में से एगो के विचार के हम तो पाँचो सो रूबल में नयँ बेचबइ । आउ अपने जन्नऽ हथिन, अगर हम केकरो कहिअइ, त शायद, ऊ हिचकिचइतइ - अइसन ओकन्हीं उल्लू होवऽ हइ ! आउ जाहाँ तक कारोबार के वास्ते दौड़-धूप, छापाखाना, कागज, बिक्री के सवाल हइ - ई सब हमरा पर छोड़ देथिन ! ई सब हमरा अच्छा से मालूम हइ ! हम सब छोटगर पैमाना पर शुरू करते जइबइ, फेर बड़गर तक पहुँचबइ, कम से कम हमन्हीं के खाय भर तो हो जइतइ, आउ सब्भे हालत में अपन लागत तो लौटा लेते जइबइ ।"

दुन्या के आँख चमक उठलइ ।
"अपने जे कुछ बोल रहलथिन हँ, हमरा बहुत पसीन हइ, द्मित्री प्रोकोफ़िच", ऊ बोललइ ।
"हमरा तो हियाँ, वस्तुतः, कुच्छो नयँ मालूम हके", पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना बोलला, "हो सकऽ हइ, ई अच्छो रहइ, लेकिन फेर आगू, भगमान जानऽ हका । कइसूँ तो नाया हइ, अनजाना हइ । वस्तुतः, हमन्हीं के हियाँ परी ठहर जाना जरूरी हइ, बल्कि कुच्छे समय तक ..."
ऊ रोद्या तरफ देखलका ।
"तूँ की सोचऽ हो, भइया ?" दुन्या पुछलकइ ।

"हम सोचऽ हिअइ, कि ओकर विचार बहुत अच्छा हइ", ऊ जवाब देलकइ । "जाहिर हइ, एतना जल्दी प्रकाशनगृह के सपना देखे के जरूरत नयँ हइ, लेकिन सफलता में बिन कोय शंका के पाँच-छो पुस्तक वास्तव में प्रकाशित कइल जा सकऽ हइ । हमरा खुद्दे एगो रचना के जनकारी हइ, जे जरूर चल जइतइ । आउ जाहाँ तक ओकरा कारोबार के सँभाल पावे के सवाल हइ, एकरा में कोय शंका नयँ हइ - ऊ कारोबार के बात समझऽ हइ ... लेकिन अपने के पास समझौता खातिर अभी काफी समय हइ ..."

"वाह, वाह !" रज़ुमिख़िन चिल्लइलइ, "अभी ठहरथिन, हियाँ परी एगो फ्लैट हइ, एहे घर में, ओहे मालिक के । ई एगो विशेष, अलग, ई सब नंबर वला किराया के कमरा सब से कोय संबंध नयँ हइ, आउ सज्जल-सजावल हकइ, किराया उचित हइ, तीन छोटगर-छोटगर कमरा हइ । पहिले तुरी खातिर ओकरा ले लेते जाथिन । अपने के घड़ी के बिहान गिरवी रखके पइसा ला देबइ, आउ फेर सब कुछ ठीक हो जइतइ । आउ मुख्य बात ई हइ, कि अपने तीनों एक्के साथ रह सकऽ हथिन, रोद्या भी अपने के साथ ... लेकिन, रोद्या, तूँ काहाँ चल पड़लऽ ?"

"ई कीऽ, रोद्या, तूँ जा रहलऽ हँ ?" अलिक्सांद्रोव्ना पुछलका, जे कुछ भयभीत भी हो गेला हल ।
"अइसन क्षण में !" रज़ुमुख़िन चिल्लइलइ ।
दुन्या अपन भाय तरफ अविश्वसनीय आश्चर्य से देख रहले हल । ओकर हाथ में टोपी हलइ; ऊ जाय लगी तैयारी कर रहले हल ।
"लगऽ हइ कि तोहन्हीं सब हमरा मानूँ दफनावे जा रहलऽ ह, चाहे हमेशे लगी हमरा बिदा कर रहलऽ ह", ऊ कुछ विचित्र ढंग से बोललइ ।

देखे में अइसन लगलइ कि ऊ मुसकइलइ, लेकिन अइसनो लगलइ कि ई मुसकाहट नयँ हलइ ।
"आ वस्तुतः केऽ जानऽ हइ, शायद, हमन्हीं के ई आखिरी मोलकात होवइ", अचानक ओकर मुँह से निकस गेलइ।
ऊ अपने आप में ऊ सोच रहले हल, लेकिन कइसूँ खुद्दे जोर से बोला गेलइ ।
"तोरा कीऽ हो गेलो ह !" माय चीख पड़ला ।
"तूँ काहाँ जा रहलऽ ह, रोद्या", कुछ विचित्र ढंग से दुन्या पुछलकइ ।
"अइसीं, हमरा बहुत जरूरी हके", ऊ अस्पष्ट ढंग से उत्तर देलकइ, मानूँ ऊ जे कहे लगी चाहऽ हलइ, ऊ कहे में हिचकिचा रहल होवे । लेकिन ओकर पीयर पड़ल चेहरा पर एक प्रकार के दृढ़ संकल्प हलइ ।

"हम कहे लगी चाहऽ हलिअइ ... हियाँ आवे घड़ी ... हम अपने के कहे लगी चाहऽ हलिअइ, माय ... आउ तोरा, दुन्या, कि ई बेहतर होतइ कि हम सब के कुछ समय लगी अलगे रहे के चाही । हमरा तबीयत ठीक नयँ लग रहल ह, हमरा चैन नयँ हके ... हम बाद में अइबइ, खुद्दे अइबइ, जब ... संभव होतइ । हम अपने के आद करऽ हिअइ आउ प्यार करऽ हिअइ ... हमरा छोड़ देथिन ! हमरा अकेल्ले छोड़ देथिन ! हम अइसन फैसला कइलिए हल, पहिलहीं ... हम ई पक्का फैसला कइलिअइ ... हमरा साथ चाहे कुच्छो होवे, हम मर जइअइ, चाहे नयँ, हम अकेल्ले रहे लगी चाहऽ हिअइ । हमरा बिलकुल भूल जाथिन । ई बेहतर होतइ ... हमरा बारे कोय खोज-पुछार नयँ करथिन । जब जरूरत होतइ, त हमहीं आ जइबइ, चाहे ... अपने के बोला भेजबइ । हो सकऽ हइ, सब कुछ पहिले जइसन हो जाय ! ... लेकिन अभी, अगर हमरा प्यार करऽ हथिन, त हमरा छोड़ देथिन ... नयँ तो, हम अपने से नफरत करे लगबइ, हम अइसन अनुभव करऽ हिअइ ... अलविदा !"

"हे भगमान !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चीख पड़ला ।
माय आउ बहिन दुन्नु भयंकर रूप से भयभीत हो गेला; रज़ुमिख़िन भी ।
"रोद्या, रोद्या ! हमन्हीं के साथ हिल्लत-मिल्लत से रह, पहिलहीं जइसन रहते जाम !" बेचारी मइया अपन उद्गार प्रकट कइलकइ ।
ऊ धीरे-धीरे मुड़के दरवजवा तरफ गेलइ आउ धीरे-धीरे कमरा से निकसे लगलइ । दुन्या ओकरा तक पहुँच गेलइ ।
"भैया, तूँ मइया के साथ की कर रहलहो ह !" ऊ फुसुसइलइ, ओकर आँख गोस्सा से जल रहले हल ।

रस्कोलनिकोव ओकरा तरफ निस्तेज आँख से देखलकइ ।
"कोय बात नयँ, हम अइबउ, हम अइते रहबउ !" ऊ जरी निचगर अवाज में बड़बड़इलइ, मानूँ ओकरा पूरा तरह से होश नयँ होवे, कि ऊ की कहे लगी चाहऽ हइ, आउ कमरा से निकस गेलइ ।
"निर्दय, भावनाहीन स्वार्थी !" दुन्या चिल्लइलइ ।
"ऊ पा-ग-ल हइ, भावनाहीन नयँ हइ ! ऊ पागल हइ ! अपने के ई नयँ देखाय दे हइ ? अपने ई सब के बाद खुद भावनाहीन हथिन ! ...", ओकर (दुन्या के) खास कान पर रज़ुमिख़िन फुसफुसइलइ, ओकर हाथ के जोर से दबाते ।
"हम अभिए अइबइ !" ऊ चिल्लइलइ, पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना तरफ मुड़के, जिनकर देह सुन्न पड़ गेले हल, आउ कमरा से दौड़ल बाहर चल गेलइ ।

रस्कोलनिकोव गलियारा के छोर पे ओकर राह देख रहले हल ।
"हम जानऽ हलिअउ, कि तूँ दौड़ल अइमँऽ", ऊ कहलकइ । "उनकन्हीं भिर वापिस चल जो आउ उनकन्हीं के साथे रह ... बिहानो उनकन्हीं के साथ रह ... आउ हमेशे । हम ... शायद, अइबउ ... अगर संभव होतउ । अलविदा !"
आउ, अपन हाथ बिन बढ़इलहीं, ऊ ओकरा भिर से चल गेलइ ।
"लेकिन तूँ जा काहाँ रहलँऽ हँ ? अइसन कइसे ? तोरा की हो गेलो ह ? की अइसे कइल जा हइ ! ..." बिलकुल किंकर्तव्यविमूढ़ होल रज़ुमिख़िन बड़बड़इलइ ।
रस्कोलनिकोव फेर से रुक गेलइ ।

"हमेशे खातिर कह दे रहलियो ह - कुच्छो चीज के बारे हमरा से नयँ पुछिहँऽ । तोरा लगी हमरा पास कोय जवाब नयँ हउ ... हमरा भिर नयँ अइहँऽ । शायद, हमहीं हियाँ अइबउ ... हमरा छोड़ दे, आ उनकन्हीं के ... नयँ छोड़िहँऽ । हमर बात समझऽ हीं ?"

गलियारा में अन्हेरा हलइ; ओकन्हीं एगो लैंप के पास में खड़ी हलइ । एक मिनट तक ओकन्हीं चुपचाप एक दोसरा के देखते रहलइ । रज़ुमिख़िन जिनगी भर ई मिनट के आद रखलकइ । रस्कोलनिकोव के ज्वलंत आउ एकटक दृष्टि मानूँ हरेक पल अधिक तीव्र होल जा हलइ, ओकर आत्मा में, चेतना में पैठते जा रहले हल । अचानक रज़ुमिख़िन चौंक पड़लइ । मानूँ ओकन्हीं बीच कुछ तो विचित्र घट रहले हल ... कोय प्रकार के विचार, मानूँ कोय इशारा; कुछ तो भयंकर, कुरूप आउ अचानक दुन्नु तरफ से बोधगम्य सरकके गुजरलइ ... रज़ुमिख़िन तो मुर्दा नियन पीयर पड़ गेलइ ।

"अभी समझ में आवऽ हउ ? ...", कष्टादायक रूप से विकृत चेहरा के साथ रस्कोलनिकोव अचानक बोललइ । "वापिस चल जो, उनकन्हीं भिर जो", ऊ आगू बोललइ, आउ तेजी से मुड़के घर से निकस पड़लइ ...

अब हम ई वर्णन नयँ करबइ, कि ऊ शाम पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना के हियाँ की-की घटलइ, कइसे रज़ुमिख़िन उनकन्हीं के पास वापिस गेलइ, कइसे उनकन्हीं के तसल्ली देलकइ, कइसे विश्वास देलइलकइ, कि बेमारी के हालत में रोद्या के अराम करे देवे के चाही, विश्वास देलइलकइ, कि रोद्या पक्का वापिस अइतइ, रोज दिन आल करतइ, कि ऊ बहुत-बहुत परेशान हइ, कि ओकरा आउ उत्तेजित नयँ करे के चाही; कि कइसे ऊ, रज़ुमिख़िन, ओकरा पर नजर रखतइ, ओकरा लगी एगो निम्मन डाक्टर, बहुत अच्छा डाक्टर लइतइ, पूरा डाक्टर लोगन के सलाह-मशविरा के प्रबंध करतइ ... एक शब्द में, ई शाम से रज़ुमिख़िन उनकन्हीं हीं बेटा आउ भाय हो गेलइ ।


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अपराध आउ दंड - भाग – 4 ; अध्याय – 2



अपराध आउ दंड

भाग – 4

अध्याय – 2

लगभग आठ बजले हल; दुन्नु तेजी से बकलेयेव के घर तरफ जा रहले हल, ताकि लुझिन से पहिले पहुँच जाय ।
"अच्छऽ, ई केऽ हलइ ?" रज़ुमिख़िन पुछलकइ, जइसीं बहरसी रोड पर पहुँचते गेलइ ।

"ई स्विद्रिगाइलोव हलइ, ओहे जमींदार, जेकर घर में हमर बहिन अपमानित होले हल, जब हुआँ गवर्नेस (बुतरुअन के देखभाल करे वली) के रूप में काम करऽ हलइ । ओकर प्यार के अनुधावन (pursuits) के बाद, ओकर घरवली, मार्फ़ा पित्रोव्ना, द्वारा हमर बहिन के बाहर कर देवे पर ओकन्हीं के घर छोड़ देलकइ । ई मार्फ़ा पित्रोव्ना बाद में दुन्या से माफी माँग लेलकइ, आउ अभी अचानक मर गेलइ । एकरे बारे हमन्हीं सुबह बातचीत कर रहलिए हल । नयँ मालूम काहे, ई अदमी से हमरा डर लगऽ हके । ऊ अपन घरवली के दफनइला के तुरते बाद अइलइ । ऊ बहुत विचित्र अदमी हइ आउ कुछ तो करे लगी मन बनइले हइ ... ऊ मानूँ कुछ तो जानऽ हइ ... दुन्या के ओकरा से बचावे के चाही ... एहे बात हम तोरा बतावे लगी चाहऽ हलियो, सुन रहलहो ह न ?"

"बचावे के ! लेकिन ऊ अवदोत्या रोमानोव्ना के विरुद्ध की कर सकऽ हइ ? तोरा धन्यवाद, रोद्या, जे हमरा ई तरह से बता रहलऽ ह ... बचइबइ, बचइबइ ! ... ऊ काहाँ रहऽ हइ ?"
"मालूम नयँ ।"
"पुछलहो काहे नयँ ? ओह, अफसोस ! खैर, पता लगा लेबइ !"
"तूँ ओकरा देखलहो हल ?" कुछ पल मौन रहला के बाद रस्कोलनिकोव पुछलकइ ।
"हाँ, देखलिए हल; बहुत अच्छा से देखलिए हल ।"
"तूँ ओकरा पक्का देखलहो हल ? साफ-साफ देखलहो हल ?" रस्कोलनिकोव पूछते रहलइ ।
"हाँ, हमरा साफ-साफ आद हइ; हजार लोगन के बीच में पछान लेबइ, हमरा लोग के चेहरा अच्छा से आद रहऽ हइ ।"

फेर से ओकन्हीं चुप हो गेते गेलइ ।
"हूँ ... एहे तो बात हइ ...", रस्कोलनिकोव बड़बड़इलइ । "आ तोरा तो मालूम हको ... हम सोच रहलिए हल ... हमरा हमेशे लगऽ हइ ... कि ई कपोल-कल्पना हो सकऽ हइ ।"
"अरे, तूँ की बक रहलऽ ह ? हमरा तो तोर कुच्छो बात बिलकुल अच्छा से नयँ समझ में आवऽ हको ।"
"तोहन्हीं सब्भे बोलऽ हकहो", मुँह टेढ़ा करके मुसकइते रस्कोलनिकोव बात जारी रखलकइ, "कि हम पागल हिअइ; हमरो अभी लगल, कि, शायद, हम वास्तव में पागल हकूँ आउ खाली हम भूत देख रहलूँ हल !"
"तोहर कहे के की मतलब हको ?"
"आउ वस्तुतः के जानऽ हइ ! शायद, हम सचमुच में पागल हकिअइ, आउ सब कुछ, जे हाल के दिन में घटले ह, ऊ सब शायद, खाली अइसीं कल्पना में घटले ह ..."
"ए, रोद्या ! तोरा फेर से परेशान कर देते गेलो ह ! लेकिन ऊ बोललो कउची ? कउन काम से अइलो हल ?"
रस्कोलनिकोव कोय जवाब नयँ देलकइ । रज़ुमिख़िन एक मिनट सोचते रहलइ ।

"अच्छऽ, त हमर रिपोर्ट सुन्नऽ", ऊ शुरू कइलकइ । "हम तोहरा हीं अइलियो, तूँ सुत्तल हलऽ । तब हमन्हीं खाना खइलिअइ, आउ बाद में हम पोरफ़िरी के पास गेलिअइ । ज़म्योतोव अभियो तक ओकरे पास हलइ । हम शुरू करे लगी चाह रहलिए हल, लेकिन कुछ काम नयँ बनलइ । हम वास्तविक तरह से बात शुरू नयँ कर पइलिअइ। ओकन्हीं के जइसे समझहीं में नयँ आवऽ हइ आउ समझिए नयँ सकऽ हइ, लेकिन बिलकुल घबरा हइ नयँ । हम पोरफ़िरी के खिड़की भिर ले गेलिअइ आउ ओकरा से बात करे लगलिअइ, लेकिन कोय कारण से फेनो बात नयँ बनलइ । ऊ बगल तरफ देख रहल ह, आउ हमहूँ दोसरा बगल देख रहलूँ हँ । आखिरकार हम अपन मुक्का ओकर चेहरा भिर लइलइ आउ कहलिअइ, कि रिश्तेदार के नाते हम तोर सिर फोड़ देबउ । ऊ खाली हमरा दने देखते रहलइ । हम थूक देलिअइ आउ चल गेलिअइ, बस एतने । बहुत बेवकूफी । ज़म्योतोव से तो हम एक शब्द नयँ बोललिअइ । खाली देखऽ हो - हम सोचलिअइ, कि जइसे करे के चाही हल, ओइसे नयँ कइलिअइ, आउ ज़ीना से उतरते बखत हमर दिमाग में एगो विचार अइलइ, अइसीं हमरा सुझलइ - काहे लगी हम आउ तूँ दुन्नु मिल माथा खराब कर रहलूँ हँ ? अगर तोरा कोय खतरा होतो हल, चाहे हुआँ आउ कुच्छो, तब कोय बात हलइ । लेकिन तोरा की करना हको ! तोरा एकरा से कोय मतलब नयँ, ओहे से ओकन्हीं पर थूक द; हमन्हीं ओकन्हीं पर बाद में हँसबइ, तोर जगहिया पर हम होतिए हल, त ओकन्हीं के आउ चक्कर में डाले लगतिए हल । काहेकि ओकन्हीं के शरम तो बाद में लगतइ ! थूक द; बाद में पिटाई-उटाई कइल जा सकऽ हइ, लेकिन अभी तो हमन्हीं के हँस्से के चाही !"

"ठीक हइ, ओहे होवे !" रस्कोलनिकोव जवाब देलकइ । "लेकिन बिहान की कहम्हीं ?" ऊ खुद के बारे सोचलकइ। विचित्र बात हइ, अभी तक एक्को तुरी ओकर दिमाग में ई बात नयँ अइलइ - "की सोचतइ रज़ुमिख़िन, जब पता चल जइतइ ?" ई बात सोचके, रस्कोलनिकोव एकटक ओकरा देखे लगलइ । पोरफ़िरी के हियाँ भेंट करे के रज़ुमिख़िन के अभी के रिपोर्ट में ओकरा बहुत कम रुचि हलइ - ऊ बखत से एतना सारा खो चुकले हल आउ प्राप्त हो चुकले हल ! ...

गलियारा (corridor) में ओकन्हीं के लुझिन से भेंट हो गेलइ - ऊ पक्का आठ बजे पहुँचले हल आउ कमरा ढूँढ़ रहले हल, अतएव तीनों साथे-साथ घुसते गेलइ, लेकिन बिन एक दोसरा तरफ नजर डालते, चाहे एक दोसरा के अभिवादन करते । नौजवान लोग आगे-आगे गेलइ, लेकिन प्योत्र पित्रोविच, शिष्टाचार के खियाल से, जाय में जरी सुन देर करके, आउ अपन कोट उतारके । पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना तुरते भेंट करे खातिर बाहर ड्योढ़ी पर अइला । दुन्या अपन भाय के 'नमस्कार' कइलकइ ।

प्योत्र पित्रोविच अंदर घुसलइ आउ काफी शिष्टता से, हलाँकि दोगना रोब के साथ, आउ झुकके दुन्नु महिला के अभिवादन कइलकइ । लेकिन, ई तरह देख रहले हल, मानूँ कुछ टुट्टल हलइ आउ अभियो तक सँभल नयँ पइले हल । पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना, खुद्दे मानूँ परेशान होल नियन, तुरतम्मे सब्भे के ऊ गोल टेबुल के सामने बइठावे में जल्दी कइलका, जेकरा पर समोवार खौल रहले हल । दुन्या आउ लुझिन एक दोसरा के आमने-सामने टेबुल के दुन्नु छोर पर बइठते गेला । रज़ुमिख़िन आउ रस्कोलनिकोव पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना के सामने अइते गेलइ - रज़ुमिख़िन लुझिन के जादे नगीच, आउ रस्कोलनिकोव अपन बहिन के बगल में ।

एक क्षण तक मौन छा गेलइ । प्योत्र पित्रोविच बिन कोय जल्दी कइले एगो कैंब्रिक (cambric) रूमाल निकसलकइ, जेकरा से इत्र के गन्ह आ रहले हल, आउ ओकरा में नाक रखके छिनकलकइ (blew his nose), कुछ अइसन अंदाज में, जे हलाँकि एगो सज्जन हइ, तइयो जे अपना के कुछ अपमानित अनुभव कइलके ह, आउ एकर जवाब के माँग खातिर पक्का इरादा कर लेलके ह । जब ऊ ड्योढ़िए में हलइ तभिए ओकर दिमाग में विचार अइलइ - कोट नयँ उतारल जाय आउ बाहर चल जाल जाय, जेकरा से तुरते आउ रोबदार ढंग से दुन्नु महिला के दंड मिल जाय, आउ एक्के तुरी में पूरा महसूस करा देल जाय । लेकिन ऊ हिम्मत नयँ कर पइलकइ । एकर अलावे, ई अदमी अनिश्चितता पसीन नयँ करऽ हलइ, आउ हियाँ तो स्पष्टीकरण के जरूरत हलइ - अगर ओकर औडर के एतना खुला तरह से उपेक्षा कइल गेलइ, एकर मतलब हइ, कि एकर पीछू कुछ तो हइ, आउ ओहे से एकरा पहिलहीं मालूम कर लेल जाय; दंड देवे लगी तो हमेशे समय मिलतइ, आउ ओकर हाथ में होतइ।

"आशा हइ, अपने सब के यात्रा ठीक से कटलइ ?" औपचारिक रूप से ऊ पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना के संबोधित कइलकइ ।
"भगमान के किरपा से सब ठीक रहलइ, प्योत्र पित्रोविच ।"
"जी, ई तो खुशी के बात हइ । आउ अवदोत्या रोमानोव्ना भी नयँ थकलथिन ?"
"हम तो जवान आउ मजबूत हिअइ, थक्कऽ हिअइ नयँ, लेकिन मइया लगी बहुत कष्टदायक हलइ", दुन्या जवाब देलकइ ।
"जी, की कइल जाय; हमन्हीं के राष्ट्रीय रेलवे बहुत लमगर हइ । हमन्हीं के तथाकथित "रूस माता" विशाल देश हइ ... हमर पूरा इच्छा रहतहूँ, कइसूँ हम कल अपने से भेंट नयँ कर पइलिअइ । लेकिन, आशा हइ, कि सब कुछ बिन कोय विशेष कष्ट के हो गेले होत ?"

"ओह, नयँ, प्योत्र पित्रोविच, हमन्हीं तो बहुत हतोत्साह हो गेलिए हल", कुछ विशेष तान (टोन) में पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना घोषित करे में जल्दी कइलका, "आउ लगऽ हइ, अगर खुद भगमान कल द्मित्री प्रोकोफ़िच के नयँ भेजता हल, त हमन्हीं तो समाप्त हो जइतिए हल । ई हथिन द्मित्री प्रोकोफ़िच रज़ुमिख़िन", ओकरा लुझिन से परिचय करइते ऊ कहलका ।

"वस्तुतः, हमरा खुशी मिलले हल (अर्थात्, मोलकात करे के अवसर मिलले हल) ... कल", रज़ुमिख़िन दने कनखी से बैरपूर्ण दृष्टि डालते लुझिन बड़बड़इलइ, बाद में नाक-भौं सिकुड़लकइ आउ चुप हो गेलइ । आउ सामान्य रूप से, प्योत्र पित्रोविच, लोग के अइसन वर्ग में से हलइ, जे उपरे से देखे में समाज में अत्यंत शिष्ट बनल रहऽ हइ आउ विशेष रूप से शिष्टाचार बरते पर जोर दे हइ, लेकिन जे, कुच्छो ओकर मन के मोताबिक नयँ होवे पर, तुरतम्मे अपन सब संसाधन खो दे हइ आउ आटा के बोरा नियन जादे देखाय दे हइ, न कि रसिक लोग के बेधड़क आउ जिंदादिल समाज नियन ।

सब कोय फेर से चुप हो गेलइ - रस्कोलनिकोव तो चुप रहे के दृढ़संकल्प कइले हल, अवदोत्या रोमानोव्ना अभी अपन चुप्पी तोड़े ल नयँ चाहऽ हलइ, रज़ुमिख़िन के कहे लगी कुछ नयँ हलइ, ओहे से पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना फेर से चिंता करे लगला ।

"मार्फ़ा पित्रोव्ना मर गेलइ, अपने सब सुनलथिन हँ ?" ऊ शुरू कइलका, अपन मुख्य संसाधन के सहारा लेते ।
"जी, सुनलिए ह । ई बात के पहिला अफवाह फैलतहीं हमरा सूचना मिल गेलइ, आउ अभी अपने के सूचित भी करे अइलिए ह, कि अर्कादी इवानोविच स्विद्रिगाइलोव, अपन घरवली के दफनइला के तुरते बाद, पितिरबुर्ग लगी जल्दीबाजी में प्रस्थान कर गेलइ । अइसन तो कम से कम, पक्का सूचना के मोताबिक हइ, जे हमरा मिलले ह ।"

"पितिरबुर्ग लगी ? हियाँ ?" चिंतित होके दुनेच्का पुछलकइ आउ मइया के साथ परस्पर नजर डललकइ ।
"जी, बिलकुल एहे बात हइ, आउ जाहिर हइ, बिन उद्देश्य के नयँ - प्रस्थान के शीघ्रता, आउ सामान्य रूप से, पहिलौका परिस्थिति सब के बात ध्यान में रखके।"
"हे भगमान ! त की वास्तव में ऊ दुनेच्का के हियों परी शांति से नयँ रहे देतइ ?" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्ला उठला ।

"हमरा लगऽ हइ, कि न तो अपने के, आउ न अवदोत्या रोमानोव्ना के कोय विशेष चिंता करे के बात हइ, जब तक कि अपने खुद्दे ओकरा साथ कउनो प्रकार के संबंध बनावे लगी नयँ चाहऽ होथिन । जाहाँ तक हम्मर संबंध हइ, हम ओकरा पर नजर रखले हिअइ, आउ अभी हम ई पता लगा रहलिए ह, कि ऊ काहाँ ठहरल हइ ..."      

"आह, प्योत्र पित्रोविच, अपने के विश्वास नयँ होतइ, कि अपने हमरा अभी केतना हद तक भयभीत कर देलथिन !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना बात जारी रखलका । "हम खाली ओकरा दू तुरी देखलिए ह, आउ ऊ हमरा देखे में भयंकर, भयंकर प्रतीत होल ! हमरा अकीन हइ, कि स्वर्गीय मार्फ़ा पित्रोव्ना के मौत के कारण ओहे हलइ ।"

"एकरा बारे कोय निष्कर्ष संभव नयँ हइ । हमरा पास सही-सही रिपोर्ट हइ ।  हम बहस नयँ करऽ हिअइ, शायद, एक प्रकार से, अपमान के नैतिक प्रभाव के माध्यम से अइसन घटना के गति बढ़ावे में ओकर हाथ रहले होत; लेकिन जाहाँ तक ई व्यक्ति के व्यवहार आउ, सामान्य रूप से, नैतिक विशेषता के बात हइ, त हम अपने से सहमत हिअइ । हमरा मालूम नयँ, कि अभी ऊ धनी हइ, कि ओकरा पास पक्का ओतने पइसा हइ जेतना मार्फ़ा पित्रोव्ना ओकरा लगी छोड़लके ह; ई बात के जनकारी हमरा बहुत जल्दी मिल जइतइ; लेकिन वस्तुतः, हियाँ, पितिरबुर्ग में, अगर कुच्छो ओकरा पास पइसा के स्रोत होतइ, त ऊ अपन पुरनका चाल-चलन अपनाऽ लेतइ । सब्भे अइसन तरह के लोग में ई सबसे दुराचारी आउ पाप में पतित व्यक्ति हकइ ! ई अनुमान लगावे के हमरा पास बड़गो आधार हइ, कि मार्फ़ा पित्रोव्ना, जेकरा एतना जादे ओकरा प्यार करे के, आउ आठ साल पहिले करजा से छोड़ावे के बदनसीबी हलइ, ओकरा आउ दोसर संबंध में सेवा कइलकइ - खाली एकरे प्रयास आउ बलिदान से एगो आपराधिक मामला शुरुए में दबा देल गेलइ, अइसन मामला, जेकरा में निर्ममता के पुट आउ, एक प्रकार से, अनोखा हत्या से संबंध हलइ, जेकरा चलते बहुत संभव हलइ कि ओकरा साइबेरिया के रस्ता देखा देवल जइते हल । त अइसन तरह के ई अदमी हइ, अगर जाने लगी चाहऽ हथिन ।"

"हे भगमान !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्लइला । रस्कोलनिकोव ध्यान से सुन रहले हल ।
"अपने की ई सच कह रहलथिन हँ, कि अपने के पास सही-सही जनकारी हकइ ?" कठोरतापूर्वक आउ रोबदार लहजा में दुन्या पुछलकइ ।

"हम खाली ओहे बता रहलिए ह, जे हम खुद स्वर्गीय मार्फ़ा पित्रोव्ना से गुप्त रूप में सुनलिए हल । ई बात पर ध्यान देवे के चाही, कि कानूनी तौर पे, ई मामला बहुत गूढ़ हइ । हियाँ परी रहऽ हलइ, आउ अभियो, लगऽ हइ, कोय रेस्स्लिश नाम के औरत रहऽ हइ, जे विदेशी हइ आउ एकरा अलावे सूद पर छोटा-मोटा रकम देवे के धंधा करऽ हइ, आउ दोसरो-दोसरो धंधा देखऽ हइ । ई रेस्स्लिश के साथ मिस्टर स्विद्रिगाइलोव के लम्मा अरसा से कुछ बहुत नगीची आउ रहस्यमय संबंध हलइ । ओकरा (रेस्स्लिश के)  पास एगो दूर के रिश्तेदार,  शायद ओकर भतीजी, गूँगी-बहरी लड़की, रहऽ हलइ, जे करीब पनरह साल के हलइ, चौदहो साल के हो सकऽ हइ, जेकरा ई रेस्स्लिश बेहद नफरत करऽ हलइ आउ रोटी के एक-एक कोर लगी फटकारते रहऽ हलइ; बेरहमी से मारवो करऽ हलइ । एक दिन ऊ लड़की अटारी में फाँसी लगइले पावल गेलइ । फैसला कइल गेलइ, कि ई आत्महत्या के मामला हइ । आम कार्रवाई के बाद मामला हुएँ पर खतम हो गेलइ, लेकिन बाद में रिपोर्ट अइलइ, कि बच्ची ... स्विद्रिगाइलोव से क्रूरतापूर्वक अपमानित होले हल । ई बात सच हइ, कि ई सब कुछ गूढ़ हलइ, रिपोर्ट एगो दोसर जर्मन औरत से मिलले हल, एगो बदनाम औरत से, जेकरा पर विश्वास नयँ कइल जा सकऽ हलइ; आखिरकार, सारांश रूप में, रिपोर्ट नयँ हलइ, जे मार्फ़ा पित्रोव्ना के प्रयास आउ पइसा के कमाल हलइ; सब कुछ अफवाह तक सीमित रह गेलइ । लेकिन, तइयो, ई अफवाह महत्त्वपूर्ण हलइ । अपने, अवदोत्या रोमानोव्ना, जब हुआँ काम करऽ हलथिन, त नौकर फ़िलिप के बारे जरूर सुनलथिन होत, जे अत्याचार के चलते मर गेले हल, करीब छो साल पहिले, जब दासता के प्रथा चलिए रहले हल ।"
"एकर विपरीत, हम सुनलिए हल, कि ई फ़िलिप खुद्दे फाँसी लगा लेलके हल ।"
"जी, बिलकुल सही, लेकिन मिस्टर स्विद्रिगाइलोव के लगातार अत्याचार आउ दंड के तरीका ओकरा मजबूर कर देलकइ, बल्कि ई कहना जादे उचित होतइ, कि हिंसात्मक मौत के तरफ ओकरा प्रवृत्त कइलकइ ।"

"ई तो हमरा पता नयँ", रुखाई से दुन्या जवाब देलकइ, "हम तो खाली एक प्रकार के बहुत विचित्र खिस्सा सुनलिअइ, कि ई फ़िलिप एक तरह के रोगभ्रमी (hypochondriac) हलइ, एक तरह के घरेलू दार्शनिक, लोग के कहना हलइ कि ऊ "पढ़-पढ़के पगलाऽ गेले ह", कि ऊ खुद के फाँसी लगा लेलकइ, मिस्टर स्विद्रिगाइलोव के ओकरा बारे मजाक करते रहे के वजह से, नयँ कि पिटाय से । हमरा रहते ऊ (नौकर) लोग से अच्छा बर्ताव करऽ हलइ, आउ लोग ओकरा मानवो करते जा हलइ, हलाँकि वास्तव में ओकन्हियों ओकरा फ़िलिप के मौत के दोषी करार देलके हल ।"

"हम देखऽ हिअइ, कि अपने, अवदोत्या रोमानोव्ना, कइसूँ अचानक ओकर पक्ष में सफाई देवे खातिर प्रवृत्त हो गेलथिन हँ", अपन मुँह के ऐंठके द्वि-अर्थी मुसकान भरते लुझिन टिप्पणी कइलकइ । "वास्तव में, ऊ अदमी जरी धूर्त आउ महिला से संबंधित मामला में मोहक हइ, जेकर दयनीय उदाहरण मार्फ़ा पित्रोव्ना हइ, जे एतना विचित्र ढंग से मर गेलइ । ओकर नयका आउ निस्संदेह आगामी प्रयास के ध्यान में रखते, हम तो खाली अपने के आउ अपने के माताजी के अपन सलाह से सेवा करे लगी चाहऽ हलिअइ । जाहाँ तक हम्मर संबंध हइ, त हमरा पूरा अकीन हइ, कि ई अदमी निस्संदेह फेर से करजा से संबंधित विभाग में गुम हो जइतइ । बुतरुअन के भलाय के ध्यान में रखते, मार्फ़ा पित्रोव्ना के बिलकुल कभियो नयँ इरादा हलइ ओकरा कुच्छो बाँट-खूट के देवे के, आउ अगर ओकरा कुछ देवो कइलके होत, तो पक्का कुछ बिलकुल जरूरी भर, छोटगर रकम, अल्पकालिक, जे अइसन लत वला अदमी लगी एक्को साल खातिर काफी नयँ होतइ ।"

"प्योत्र पित्रोविच, अपने से निवेदन हइ", दुन्या कहलकइ, "मिस्टर स्विद्रिगाइलोव के बारे बातचीत बन कर देल जाय । एकरा से हमरा तकलीफ होवऽ हके ।"
"ऊ अभी हमरा से मिल्ले लगी अइले हल", पहिले तुरी चुप्पी तोड़ते रस्कोलनिकोव अचानक बोल पड़लइ ।

सगरो से विस्मय भरल उद्गार सुनाय देलकइ, सब कोय ओकरा तरफ देखे लगलइ । प्योत्र पित्रोविच भी उत्तेजित हो उठलइ ।

"डेढ़ घंटा पहिले, जब हम सुत्तल हलिअइ, ऊ प्रवेश कइलकइ, हमरा उठइलकइ आउ अपन परिचय देलकइ", रस्कोलनिकोव बात जारी रखलकइ । "ऊ काफी खुला विचार के आउ खुश हलइ, आउ बिलकुल आशा करऽ हइ, कि हमन्हीं दुन्नु मैत्रीपूर्ण संबंध गाँठ सकऽ हिअइ । एकरा अलावे, ऊ बहुत निवेदन कइलके ह, आउ, दुन्या, तोरा साथ भेंट करे लगी चाहऽ हउ, आउ ई भेंट के दौरान हमरा मध्यस्थ बने लगी निवेदन कइलकइ । ओकरा पास तोरा लगी एगो प्रस्ताव हकइ; ई की हइ, ऊ हमरा बता देलके ह । एकरा अलावे, ऊ सकारात्मक ढंग से हमरा सूचित कइलकइ, कि मार्फ़ा पित्रोव्ना, मरे के एक सप्ताह पहिले, अपन वसीयत में तोरा लगी तीन हजार रूबल छोड़ गेलो ह, आउ ई रकम तोरा बहुत जल्दीए मिल जइतउ ।"

"भगमान के शुक्र हइ !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्ला उठला आउ क्रॉस कइलका । "उनकर आत्मा के शांति खातिर प्रार्थना कर, दुन्या, प्रार्थना कर !"
"ई वास्तव में सच हइ", लुझिन के मुँह से निकस पड़लइ ।
"अच्छऽ अच्छऽ, आगू की ?" दुनेच्का शीघ्रता कइलकइ ।
"बाद में ऊ कहलकइ, कि ऊ खुद धनी नयँ हइ आउ पूरा जयदाद बाल-बुतरून के मिल जइतइ, जे सब अभी चाची के पास रहऽ हइ । बाद में, कि कहीं हमरा भिर से नगीचे कहीं पर ठहरल हइ, लेकिन काहाँ ? - हमरा मालूम नयँ, हम पुछवे नयँ कइलिअइ ..."
"लेकिन वस्तुतः कीऽ, कीऽ ऊ दुनेच्का के प्रस्ताव रक्खे वला हइ ?" भयभीत होल पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना पुछलका । "की, ऊ तोरा बतइलकउ ?"
"हाँ, बतइलकइ ।"
"कीऽ ?"
"बाद में बतइबउ ।"

रस्कोलनिकोव चुप हो गेलइ आउ अपन चाय तरफ ध्यान देलकइ ।
प्योत्र पित्रोविच अपन घड़ी निकसलकइ आउ देखलकइ ।
"हमरा काम के वास्ते जाय के हइ, आउ ई तरह हम अपने के बाधा नयँ डालबइ", कुछ चिढ़ल नियन चेहरा कइले ऊ बोललइ आउ कुरसी पर से उट्ठे लगलइ ।
"ठहरथिन, प्योत्र पित्रोविच", दुन्या कहलकइ, "वस्तुतः अपने के तो हमन्हीं के साथ शाम गुजारे के इरादा हलइ। एकर साथ-साथ, अपने खुद्दे लिखलथिन हल, कि हमर माताजी के साथ कुछ बात करे लगी चाहऽ हथिन।"

"जी, बिलकुल सही बात, अवदोत्या रोमानोव्ना", रोबदार ढंग से प्योत्र पित्रोविच बोललइ, फेर से कुरसी पर बइठके, लेकिन अभियो लगातार हैट के अपन हाथ में रखले, "हम वास्तव में बात करे लगी चाहऽ हलिअइ अपने के साथ आउ अपने के परम आदरणीय माताजी के साथ, आउ कुछ बहुत महत्त्वपूर्ण बिंदु पर भी । लेकिन, अपने के भाय साहेब हमर उपस्थिति में जइसे मिस्टर स्विद्रिगाइलोव के कुछ प्रस्ताव के बारे बात नयँ करे लगी चाहऽ हथिन, ओइसीं हमहूँ बहुत-बहुत महत्त्वपूर्ण बात ... दोसर लोग के उपस्थिति में ... नयँ करे लगी चाहऽ हिअइ । एकरा अलावे, हमर मुख्य आउ अत्यन्त आवश्यक निवेदन के पूरा नयँ कइल गेलइ ..."

लुझिन अपन चेहरा पर कटु भाव बनइलकइ आउ रोबदार ढंग से चुप्पी साध लेलकइ ।
"अपने के ई निवेदन, कि हमर भाई साहेब के हमन्हीं के साथ भेंट के दौरान नयँ रहे के चाही, खाली हमर जिद पर पूरा नयँ कइल गेलइ", दुन्या कहलकइ । "अपने लिखलथिन हल, कि हमर भाई साहेब से अपने अपमानित होलथिन हल; हम सोचऽ हिअइ, कि एकर तुरते सफाई दे देवे के चाही, आउ अपने के सुलह कर लेवे के चाही । आउ अगर रोद्या वास्तव में अपने के अपमानित कइलथिन हँ, त उनका अपने से माफी माँगे के चाही आउ ऊ माफी माँगथिन ।"

प्योत्र पित्रोविच के तुरतम्मे उत्साह बढ़ गेलइ ।
"कुछ अपमान अइसन होवऽ हइ, अवदोत्या रोमानोव्ना, जेकरा, पूरा सद्भाव रहलो पर, भुलावल नयँ जा सकऽ हइ, जी । सब कुछ के हद होवऽ हइ, जेकरा पार करना खतरनाक होवऽ हइ; काहेकि, एक तुरी पार कर गेला पर, वापिस लौटना असंभव हइ ।"

"वास्तव में, हम अपने के ऊ बारे नयँ बोल रहलिए हल, प्योत्र पित्रोविच", जरी अधीर होके दुन्या बीच में टोकलकइ, "ई बात अच्छा से समझ लेथिन, कि हमन्हीं के पूरा भविष्य अब ई बात पर निर्भर हइ, कि यथासंभव शीघ्रातिशीघ्र ई सब कुछ साफ हो जा हइ आउ सुलझ जा हइ, कि नयँ । हम सीधे, पहिलौके शब्द से बोलऽ हिअइ, कि हम कोय आउ दोसरा तरह से नयँ देख सकऽ हिअइ, आउ अगर अपने कुच्छो हमरा महत्त्व दे हथिन, त चाहे केतनो कठिन होवे, ई सब कहानी आझे खतम हो जाय के चाही । हम दोबारा कहऽ हिअइ, कि अगर भाई साहेब दोषी हथिन, त ऊ माफी माँगथिन ।"

"ताज्जुब हइ, कि अपने सवाल के ई तरह पेश कर रहलथिन हँ, अवदोत्या रोमानोव्ना", लुझिन के चिड़चिड़ाहट बढ़तहीं जाब करऽ हलइ । "महत्त्व देते, कहे के मतलब, अपने के आदर देते, हम साथे-साथ अपने के घर के आउ कउनो सदस्य के बहुत जादे नहिंयों मान सकऽ हिअइ । अपने के हाथ के सुख के दावा करके, साथे-साथ असहमत होवे लायक दायित्व हम अपने ऊपर नयँ ले सकऽ हिअइ ..."

"ओह, ई सब चिड़चिड़ापन छोड़थिन, प्योत्र पित्रोविच", दुन्या भावुक होके बात काटते बोललइ, "आउ ओइसने बुद्धिमान आउ उदार व्यक्ति होवे के प्रयास करथिन, जइसन कि हम हमेशे समझऽ हलिअइ आउ समझे लगी चाहऽ हिअइ । हम अपने के एगो बड़गो वचन देलिए हल, हम अपने के मंगेतर हकिअइ; ई मामला में हमरा पर भरोसा करथिन, आउ विश्वास करथिन, कि हमरा पक्षपात रहित न्याय करे के क्षमता हइ । ई बात, कि हम अपने ऊपर एगो जज के भूमिका ले रहलिए ह, हमर भाई साहेब लगी ओतने आश्चर्य के बात हइ, जेतना अपने लगी । अपने के चिट्ठी मिलला के बाद, जब हम उनका आझ, हमन्हीं के मोलकात के दौरान, जरूर पधारे खातिर आमंत्रित कइलिअइ, त हम उनका अपन इरादा के बारे कुछ नयँ बतइलिअइ । ई बात के समझथिन, कि अगर अपने सुलह नयँ करऽ हथिन, त हमरा अपने दुन्नु के बीच एगो के चुन्ने पड़तइ - चाहे अपने, चाहे ऊ । एहे प्रश्न रहलइ उनकर तरफ से, आउ अपनहूँ के तरफ से । हम चयन में गलती न करे लगी चाहऽ हूँ, न करे के चाही। अपने खातिर हमरा भाय साहेब से नाता तोड़े के चाही; आउ भाय साहेब के खातिर हमरा अपने से नाता तोड़े के चाही । अब हम पक्का तरह से पता लगावे लगी चाहऽ ही आउ लगा सकऽ ही - कीऽ ऊ हमर भाय हका ? आउ अपने के बारे - कीऽ हम अपने लगी प्रिय हकिअइ, अपने हमरा इज्जत करऽ हथिन - कीऽ हमरा लगी अपने पति हथिन ?"

"अवदोत्या रोमानोव्ना", मुँहमा ऐंठके लुझिन बोललइ, "अपने के शब्द हमरा लगी बहुत महत्त्वपूर्ण हकइ, आउ हम कहबइ कि हमरा अपने के संबंध में हैसियत हासिल होवे के जे इज्जत हइ, ओकरा ध्यान में रखके, अपमानजनक भी हइ । एक्के स्तर पर हम्मर आउ ... घमंडी नौजवान के अपमानजनक आउ विचित्र तुलना के बारे बिना एक्को शब्द कहले, अपने अपन शब्द से, हमरा देल वचन के तोड़े के संभावना के बात मानऽ हथिन । अपने बोलऽ हथिन - 'चाहे अपने, चाहे ऊ ?', मतलब, ओहे से हमरा देखावऽ हथिन, कि अपने के नजर में हमर हैसियत केतना कम हइ ... हमन्हीं दुन्नु के बीच जे रिश्ता, आउ ... दायित्व हइ, ओकरा देखते हम अइसन नयँ होवे दे सकऽ हिअइ ।"

"कीऽ !" दुन्या भड़क उठलइ, "हम अपने के हित के ऊ सब कुछ के आसपास रक्खऽ हिअइ, जे हमर जिनगी में अभी तक कीमती हलइ, जे अभी तक पूरा हमर जिनगी बनइलके ह, आउ अचानक अपने ई बात के बुरा मान रहलथिन हँ, कि हम अपने के कम हैसियत देलिए ह ।"

रस्कोलनिकोव चुपचाप आउ कटु ढंग से मुसकइलइ, रज़ुमिख़िन पूरा कसमसा उठलइ; लेकिन प्योत्र पित्रोविच एतराज के नयँ स्वीकार कइलकइ; एकर विपरीत, हरेक शब्द के साथ दुराग्रह आउ चिड़चिड़ाहट बढ़ते गेलइ, जइसे ओकरा एकरा में मजा आब करऽ हलइ ।

"भावी जीवन साथी, पति, खातिर प्रेम, भाय के प्रेम के अपेक्षा अधिक होवे के चाही", उपदेशात्मक ढंग से ऊ सुनइलकइ, "आउ कइसनो हालत में, हम एक्के स्तर पर तो नयँ रह सकऽ हिअइ ... हलाँकि पहिलहीं ई बात पर जोर देलिए हल, कि अपने के भाई साहेब के उपस्थिति में विस्तार से ऊ सब कुछ, जेकरा लगी हम अइलिए ह, न बतावे लगी चाहऽ हिअइ आउ न बता सकऽ हिअइ, तइयो हमरा अभी अपने के परम आदरणीय माताजी के, अपन एगो बहुत मुख्य आउ हमरा लगी अपमानजनक बिंदु हेतु आवश्यक सफाई लगी संबोधित करे के इरादा हइ । "अपने के पुत्र", ऊ पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना के संबोधित कइलकइ, "कल्हे, मिस्टर रस्सुकिन ('अथवा ... शायद अइसीं कुछ हइ ? माफ करथिन, हम अपने के उपनाम भूल गेलिअइ', ऊ शिष्टतापूर्वक रज़ुमिख़िन तरफ झुकलइ) के उपस्थिति में, हमर विचार के गलत ढंग से पेश करके अपमानित कइलका, जे हम तखने, मतलब कॉफी पीते समय, एगो निजी वार्तालाप के दौरान अपने के सामने व्यक्त कइलिए हल, कि जिनगी में सुख अनुभव कइल के अपेक्षा दुख झेलल एगो गरीब लड़की के साथ शादी, दाम्पत्य सुख के संबंध में अधिक लाभदायक होवऽ हइ, काहेकि ई नैतिकता के खियाल से जादे उपयोगी होवऽ हइ । अपने के पुत्र जान-बूझके, हमरा पर बुरा नीयत के दोषी ठहराके, आउ हमर दृष्टि के अनुसार, अपने के खुद के पत्राचार के आधार लेके, हमर शब्द के अर्थ के बढ़ा-चढ़ाके हास्यजनक बना देलका । हम खुद के भाग्यशाली समझबइ, अगर, पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना, विपरीत अर्थ में हमरा विश्वास देलाना अपने लगी संभव होतइ आउ ई तरह हमरा बहुत कुछ तसल्ली हो जइतइ । त हमरा बताथिन, ठीक-ठीक कउन शब्द में हमर बात के अपने खुद के पत्र में रोदियोन रोमानोविच के प्रस्तुत कइलथिन हल ?"

"हमरा आद नयँ", पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चकरा गेला, "लेकिन हम जइसे समझलिअइ, ओइसीं बतइलिअइ । हमरा मालूम नयँ, कि रोद्या अपने के कइसे बतइलकइ ... शायद, ऊ कुछ बढ़ा-चढ़ाके जरूर कहलकइ ।"
"बिन अपने के कोय संकेत के ऊ बढ़ा-चढ़ाके प्रस्तुत नयँ कर सकऽ हला ।"
"प्योत्र पित्रोविच", पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना मर्यादा से घोषित कइलका, "हमन्हीं हियाँ हकिअइ, एहे ई बात के सबूत हइ, कि हम आउ दुन्या अपने के शब्द के बहुत खराब नयँ मनलिए हल ।"
"सही बात हइ, माय !" सहमति में दुन्या कहलकइ ।
"मतलब, हम एकरो में दोषी हिअइ !" लुझिन के बुरा लगलइ ।

"खैर, प्योत्र पित्रोविच, अपने लगातार रोदियोन पर दोषारोपण करते रहऽ हथिन, लेकिन अपने खुद्दे ओकरा बारे आझ के पत्र में झूठ लिखलथिन हल ।" हिम्मत बढ़ गेला पर पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना आगे बोलला ।
"जी, हमरा आद नयँ हकइ, कि कुच्छो झूठ हलइ ।"

"अपने लिखलथिन हल", तीक्ष्ण रूप से रस्कोलनिकोव बोललइ, बिन लुझिन तरफ मुड़ले, "कि कल्हे हम रकम, दुर्घटना में मर गेल विधवा के नयँ देलिए हल, जबकि ई वास्तिवक बात हलइ, बल्कि ओकर बेटी के (जेकरा कल्हे के पहिले कभियो नयँ देखलिए हल) । अपने ई बात लिखलथिन, ताकि हमरा अपन परिवार के लोग के साथ लड़ा सकथिन, आउ एकरा लगी जोड़ देलथिन, घृणित अभिव्यक्ति में, एगो लड़की के व्यवहार के बारे, जेकरा अपने जानवो नयँ करऽ हथिन ।  सब कुछ ई अफवाह आउ नीचता हइ ।"

"माफ करथिन, श्रीमान", गोस्सा से काँपते लुझिन बोललइ, "अपन पत्र में हम विस्तार से अपने के गुण आउ व्यवहार के बारे लिखलिअइ, खाली अपने के माताजी आउ प्रिय बहिन के निवेदन के पूरा करे खातिर, कि उनकन्हीं के हम बतइअइ, कि अपने हमरा कइसन लगलथिन आउ अपने हमरा ऊपर कउन छाप (impression) छोड़लथिन । आ जाहाँ तक हमर पत्र में हमरा से उल्लेख कइल बात के मामला हइ, त एक्को लाइन झूठ खोजथिन, मतलब कि, अपने पइसा नयँ बरबाद कइलथिन, आउ कि ऊ परिवार में, हलाँकि ऊ केतनो अभागल काहे नयँ होवे, बेकार लोग नयँ हइ ?"

"आउ हम्मर राय में, अपने, अपन सब्भे गुण के साथ, ई अभागल लड़की के कानी अंगुरियो के बराबर नयँ हथिन, जेकरा पर अपने पत्थल फेंकब करऽ हथिन ।"
"मतलब, अपने अपन माय आउ बहिन के संगत में परिचित करावे के फैसलो कर सकऽ हथिन ?"
"ई तो हम करियो चुकलिए ह, अगर अपने के जाने के इच्छा हइ । हम ओकरा आझ अपन माताजी आउ दुन्या के बगल में बइठइलिअइ ।"
"रोद्या !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्लइला ।
दुनेच्का के चेहरा लाल हो गेलइ; रज़ुमिख़िन के भौं टेढ़ा हो गेलइ । लुझिन व्यंग्यपूर्वक आउ घमंड से मुसकइलइ।

"खुद देख सकऽ हथिन, अवदोत्या रोमानोव्ना", ऊ कहलकइ, "हियाँ कोय सहमति संभव हइ ? अब हमरा आशा हइ, कि बात हिएँ समाप्त आउ स्पष्ट हो गेलइ, एक्के तुरी हमेशे लगी । हम तो अब चलबइ, ताकि परिवार के बहुत खुशी के मिलन में आउ निजी बातचीत में हम बाधा नयँ डालिअइ (ऊ उठलइ आउ हैट उठा लेलकइ) । लेकिन, जइते-जइते, हम ई टिप्पणी करे के साहस करऽ हिअइ, कि इन्दे (आइन्दा) हमरा अइसन मिलन, आउ तथाकथित, समझौता से दूर रक्खल जाय । अपने के तो विशेष रूप से निवेदन करबइ, परम आदरणीय पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना, एहे विषय पर, खास करके कि हमर पत्र अपने के संबोधित कइल हलइ, आउ कोय दोसरा के नयँ ।"

पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना के ई बात कुछ बुरा लगलइ ।
"लगऽ हइ कि अपने हमन्हीं के अपन शासन में समझऽ हथिन, प्योत्र पित्रोविच । दुन्या अपने के कारण बता चुकले ह, कि काहे अपने के इच्छा के पूर्ति नयँ कइल गेलइ - ओकर इरादा नेक हलइ । आउ एकरा अलावे, अपने हमरा अइसे लिक्खऽ हथिन, मानूँ औडर दे रहलथिन हँ । अपने के हरेक इच्छा, कीऽ हमन्हीं के औडर समझे के चाही ? आउ एकर बजाय हम अपने के कहबइ, कि अपने के अब हमन्हीं के प्रति विशेष रूप से अधिक नरम आउ सहनशील होवे के चाही, काहेकि हमन्हीं सब कुछ छोड़ देलिअइ आउ अपने पर विश्वास करके हियाँ परी अइते गेलिअइ, आउ ओहे से, अइसूँ लगभग अपने के शासन में हिअइ ।"

"ई बिलकुल सही नयँ हइ, पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना, आउ विशेष करके वर्तमान क्षण में, जब मार्फ़ा पित्रोव्ना के वसीयत कइल तीन हजार रूबल के बारे घोषणा हो चुकले ह, जे बहुत समीचीन प्रतीत होवऽ हइ, अपने के नयका तान (टोन) के आधार पर, जेकरा में हमरा साथ अभी संबोधित कइलथिन", ऊ व्यंग्यपूर्वक बोललइ ।
"ई टिप्पणी के आधार पर, वास्तव में ई अनुमान लगावल जा सकऽ हइ, कि अपने हमन्हीं के बेसहारापन के आस लगइले हलथिन", नराज होके दुन्या टिप्पणी कइलकइ ।

"लेकिन अब तो, कम से कम, अइसन आस नयँ लगा सकऽ हिअइ आउ विशेष करके अर्कादी इवानोविच स्विद्रिगाइलोव के गुप्त प्रस्ताव के बारे बातचीत में हम बाधा डाले लगी नयँ चाहऽ हिअइ, जेकरा से ऊ अपने के प्रिय भाई साहेब के अधिकृत कइलके ह, आउ जे, जइसन हम देखऽ हिअइ, अपने लगी मुख्य, आउ शायद, बहुत सुखद अर्थ रक्खऽ हइ ।"
"हे भगमान !" पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना चिल्ला उठला ।
रज़ुमिख़िन कुरसी पर शांति से बइठल नयँ रह सकलइ ।
"आउ तोरा अभी शर्मिंदगी अनुभव होवऽ हउ, बहिन ?" रस्कोलनिकोव पुछलकइ ।
"हाँ, शर्मिंदगी अनुभव होवऽ हके, रोद्या", दुन्या कहलकइ । "प्योत्र पित्रोविच, अपने हियाँ से चल जइथिन !" गोस्सा से पीयर होल, ऊ ओकरा तरफ मुड़लइ ।

प्योत्र पित्रोविच के, लगऽ हइ, अइसन नौबत के बिलकुल आशा नयँ हलइ । ओकरा अपने आप पर, अपन शक्ति पर आउ अपन शिकार सब के बेसहारापन पर बहुत भरोसा हलइ । ओकरा अभियो विश्वास नयँ हो रहले हल । ओकर चेहरा पीयर पड़ गेलइ, आउ होंठ काँपे लगलइ ।
"अवदोत्या रोमानोव्ना, अगर हम ई दरवाजा से बाहर जइबइ, अइसन बिदाय के शब्द के साथ, त समझ लेथिन, कि हम फेर कभी वापिस नयँ अइबइ । अच्छा से सोच लेथिन ! हमर वचन अटल हइ ।"
"अइसन गुस्ताखी !" तेजी से अपन जगह पर से उठते दुन्या चिल्लइलइ, "आउ हम चाहवो नयँ करऽ हिअइ, कि अपने वापिस आथिन !"

"कीऽ ? त ई बा-त हइ, जी !" लुझिन चिल्लइलइ, ओकरा अन्तिम क्षण तक अइसन परिणाम पर बिलकुल विश्वास नयँ हो रहले हल, आउ ओहे से ऊ अब सूत्र के बिलकुल्ले खो चुकले हल । "त अइसन बात हइ, जी ! लेकिन जानऽ हथिन, अवदोत्या रोमानोव्ना, कि हम विरोध भी कर सकऽ हिअइ, जी ।"

"ओकरा साथ अइसन बात करे के अपने के की अधिकार हइ !" गरम होके बिच्चे में पुलख़ेरिया अलिक्सांद्रोव्ना बोल उठला, "कउन बात पर अपने विरोध कर सकऽ हथिन ? आउ अपने के ई कइसन अधिकार हइ ? अच्छऽ, त अपने सोचऽ हथिन कि अपने नियन अदमी के हम अपन दुन्या के हाथ देबइ ? चल जाथिन, हमन्हीं के बिलकुल छोड़ देथिन ! हमन्हीं खुद्दे दोषी हिअइ, कि गलत काम करे लगी जा रहलिए हल, आउ सब्भे से जादे हम ..."
"लेकिन, पुलख़ेरिया अलिकसांद्रोव्ना", क्रोधावेश में लुझिन बोललइ, "अपने हमरा अपन वचन से बन्हलथिन हल, जेकरा से अभी मुकर रहलथिन हँ ... आउ आखिर ... आखिर, एकरा चलते हमरा, ई कहल जाय कि, खरचा उठावे पड़ गेल हल ..."

ई आखिरी दावा प्योत्र पित्रोविच के असलियत एतना अच्छा से व्यक्त करऽ हलइ, कि रस्कोलनिकोव, जे क्रोध से पीयर हो गेले हल आउ एकरा नियंत्रित करे के प्रयास में, अचानक ओकर नियंत्रण से बाहर हो गेलइ, आउ ऊ ठठाके हँस पड़लइ । पुलख़ेरिया अलिकसांद्रोव्ना अपन आपा खो देलका –
"खरचा ? कइसन खरचा ? कहीं अपने हमर संदूक के बारे तो नयँ बोल रहलथिन हँ ? लेकिन एकरा तो कंडक्टर अपने के फोकट में पहुँचा देलके हल । हे भगमान, आउ हमन्हीं अपने के बन्हलिअइ ! जरी होश में आथिन, प्योत्र पित्रोविच, ई अपने हथिन जे हमन्हीं के हाथ-गोड़ बान्ह देलथिन, न कि हमन्हीं अपने के !"
"बस, माय, किरपा करके बस कर !" अवदोत्या रोमानोव्ना विनती कइलकइ । "प्योत्र पित्रोविच, किरपा करथिन, हियाँ परी से चल जाथिन !"

"जी, हम तो जा हिअइ, लेकिन खाली एगो आखिरी बात !" ऊ बोललइ, जे अब अपन आपा लगभग खो चुकले हल, "अपने के माताजी, लगऽ हइ, बिलकुल भूल गेला, कि हम अपने के अपनावे के फैसला, शहरी अफवाह के बाद, कइलिए हल, अइसे कहल जाय, जबकि  अपने के नाम के चरचा पूरे पड़ोस में फैल चुकले हल । अपने के खातिर, लोग के राय के परवाह नयँ करके आउ अपने के नेकनामी के फेर से कायम करके, वस्तुतः हम एकर बदला के बहुत बहुत आशा कर सकऽ हलिअइ आउ अपने के तरफ से कृतज्ञता के भी माँग कर सकऽ हलिअइ ... आउ खाली अभिए हमर आँख खुललइ ! हम खुद देखऽ हिअइ, कि शायद लोग के अवाज के उपेक्षा करके हम बहुत बहुत जल्दीबाजी कइलिअइ ..."

"अरे, ई कहीं दू सिर वला (अर्थात् सिरफिरा) हइ कीऽ !" रज़ुमिख़िन चिल्लइलइ, कुरसी पर से उछलते आउ ओकरा सीधा करे के तैयारी करते ।
"अपने नीच आउ दुष्ट व्यक्ति हथिन !" दुन्या कहलकइ ।
"कोय शब्द नयँ ! कोय संकेत नयँ !" रज़ुमिख़िन के पकड़ले रस्कोलनिकोव चिल्लइलइ; फेर, लुझिन के बिलकुल पास जाके - "किरपा करके बाहर चल जाथिन !" ऊ शांत आउ स्पष्ट स्वर में कहलकइ, "आउ एक्को शब्द आउ नयँ, नयँ तो ..."
प्योत्र पित्रोविच, पीयर पड़ल आउ गोस्सा से ऐंठल चेहरा से, कुछ सेकंड तक ओकरा घूरते रहलइ, फेर मुड़लइ, बाहर चल गेलइ, आउ जाहिर हइ, विरले कोय केकरो प्रति अपन दिल में ओतना नफरत लेके गेले होत, जेतना ई अदमी रस्कोलनिकोव के प्रति । ओकरा, आउ खाली ओकरे, ऊ सब कुछ लगी दोषी मनलकइ । कमाल के बात ई हलइ, कि ज़ीना से उतरते समय, ऊ अभियो कल्पना कर रहले हल, कि बात शायद अभियो बिलकुल समाप्त नयँ होल ह, आउ जाहाँ तक दुन्नु महिला के मामला हइ, त 'बहुत आउ बहुत' कुछ सुधारे लायक हइ ।



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