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Saturday, June 27, 2015

अपराध आउ दंड - भाग – 4 ; अध्याय – 6



अपराध आउ दंड

भाग – 4

अध्याय – 6

बाद में, ई पल आद अइला पर, रस्कोलनिकोव के सब कुछ ई रूप में देखाय पड़लइ ।
दरवाजा के पीछू से सुनाय पड़ रहल शोरगुल अचानक तेजी से बढ़ गेलइ, आउ दरवाजा जरी सुनी खुललइ ।
"ई की हइ ?" झुँझलइते पोरफ़िरी पित्रोविच चिल्लइलइ । "हम पहिलहीं हिदायत कइलियो हल न ... ।" एक पल तो कोय जवाब नयँ मिललइ, लेकिन एतना तो साफ हलइ, कि दरवाजा के पीछू में कुछ लोग हलइ आउ मानूँ केकरो पीछू तरफ ढकेलल जा रहले हल ।

"अरे हुआँ परी की हकइ ?" चिंतातुर होल पोरफ़िरी पित्रोविच दोहरइलकइ ।
"कैदी निकोलाय के लावल गेले ह", केकरो अवाज सुनाय पड़लइ । "जरूरत नयँ ! ले जाव ! इंतजार करे ! ... ऊ कइसे हियाँ घुस गेलइ ! ई कइसन अव्यवस्था हइ !" दरवाजा तरफ लपकते पोरफ़िरी चिल्लइलइ ।
"लेकिन ऊ ...", ओहे अवाज में फेर कोय बोले लगी शुरू कइलकइ आउ अचानक रुक गेलइ ।

दू सेकंड तक आउ अधिक वास्तविक संघर्ष नयँ होलइ; बाद में अचानक मानूँ कोय तो केकरो जबरदस्ती ढकेल देलकइ, आउ ओकर लगले एगो बहुत पीयर अदमी सीधे पोरफ़िरी पित्रोविच के दफ्तर में डेग बढ़इते अइलइ ।

ई अदमी के हुलिया पहिला नजर में बहुत विचित्र लगलइ । ऊ अपन सामने सीधे घूर रहले हल, लेकिन मानूँ केकरो नयँ देखते । ओकर आँख में दृढ़ संकल्प के चमक हलइ, लेकिन साथे-साथ ओकर चेहरा पर मृत्युवत् पीलापन हलइ, जइसे ओकरा मृत्यु दंड खातिर ले जाल जा रहले हल । ओकर बिलकुल उज्जर होल होंठ थोड़े-थोड़े फड़क रहले हल ।

ऊ अभियो बिलकुल नौजवान हलइ, साधारण लोग नियन बस्तर पेन्हले, मँझोला कद, दुब्बर-पातर, बाल गोल-गोल काटल, मरियल सुक्खल-साखल नाक-नक्शा । अप्रत्याशित रूप से ओकर ढकेलल अदमी कमरा में ओकरा पर पहिले तुरी झपटलकइ आउ ओकर कन्हा धर लेवे में सफल हो गेलइ - ई एगो गार्ड हलइ; लेकिन निकोलाय अपन बाँह झटकके ओकरा से फेर से छोड़ा लेलकइ ।

दरवजवा भिर कइएगो उत्सुकतावश भीड़ जमइले हलइ । ओकरा में से कुछ अंदर आवे के कोशिश कइलकइ । ई सब वर्णन कइल घटना पलक झपकते हो गेलइ ।

"भाग, अभियो जल्दी हकउ ! इंतजार कर, जब तक बोलावल नयँ जाव ! ... काहे लगी ओकरा जल्दीए लावल गेलइ ?" बेहद झुँझलाके बड़बड़इलइ, मानूँ भीड़ से पोरफ़िरी पित्रोविच के दिमाग खराब हो गेले हल ।

लेकिन निकोलाय अचानक टेहुना के बल बइठ गेलइ ।
"तोरा की चाही ?" अचरज से पोरफ़िरी चिल्लइलइ ।
"हम दोषी हकूँ ! ई हम्मर कइल पाप हके ! हम हत्यारा हकूँ !" अचानक निकोलाय जरी हाँफते, मगर काफी जोर अवाज में बोललइ ।
लगभग दस सेकंड तक मौन छाल रहलइ, मानूँ सब कोय स्तंभित होल हलइ; गार्ड भी पीछू हट गेलइ आउ अब निकोलाय बिजुन नयँ आ रहले हल, बल्कि यंत्रवत् दरवाजा तरफ वापिस चल गेलइ आउ स्थिर होल खड़ी रहलइ ।

"ई की हइ ?" अपन क्षणिक स्तब्धता से बाहर आके, पोरफ़िरी पित्रोविच चिल्लइलइ ।
"हम ... हत्यारा ...", क्षण भर चुप रहला के बाद निकोलाय दोहरइलकइ ।
"की ... तूँ ... की ... केकरा तूँ हत्या कइलहीं ?"
देखे में लगऽ हलइ कि पोरफ़िरी पित्रोविच हक्का-बक्का हो गेले हल ।
निकोलाय फेर से क्षण भर चुप रहलइ ।

"अल्योना इवानोव्ना आउ उनकर प्यारी बहिन, लिज़ावेता इवानोव्ना के, हम ... हत्या कर देलिअइ ... कुल्हाड़ी से । हमर दिमाग पर अन्हेरा छा गेल हल ...", ऊ अचानक आगू बोललइ आउ फेर से चुप हो गेलइ । ऊ अभियो तक टेहुना के बल बइठल हलइ ।

पोरफ़िरी पित्रोविच कुछ पल विचारमग्न नियन रहलइ, लेकिन अचानक फेर से सँभल गेलइ आउ बिन आमंत्रित गोवाह सब के चल जाय के हाथ से इशारा कइलकइ । पल भर में ओकन्हीं गायब हो गेलइ, आउ दरवाजा बन हो गेलइ । तब ऊ कोनमा में खड़ी रस्कोलनिकोव तरफ देखलकइ, जे निकोलाय तरफ दीवाना के तरह देख रहले हल, आउ ओकरा तरफ लपकके जाहीं वला हलइ, कि अचानक रुक गेलइ, ओकरा तरफ देखलकइ, फेर तुरते अपन नजर निकोलाय तरफ फेरलकइ, बाद में फेर से रस्कोलनिकोव तरफ, फेनु फेर से निकोलाय तरफ, आउ अचानक, मानूँ मोहित होल, फेर से निकोलाय तरफ लपकलइ ।

"तूँ हमरा भिर काहे लगी अपन दिमाग के अन्हेरा के साथ तेजी से दौड़ल आब करऽ हँ ?" लगभग घृणा के साथ ऊ ओकरा पर चिल्लइलइ । "हम तोरा अभियो तक तो नयँ पुछलियो हल - तोर दिमाग पर अन्हेरा छाल हलउ, कि नयँ ... बोल - तूँ हत्या कइलहीं हँ ?"
"हम हत्यारा हकूँ ... हम बयान दे रहलूँ हँ ...", निकोलाय बोललइ ।
"ओ-ओह ! कउची से हत्या कइलहीं ?"
"कुल्हाड़ी से । पहिले से हमर पास हले ।"
"ओह, बड़ी जल्दी हकउ ! अकेल्ले ?"
निकोलाय के ई प्रश्न नयँ समझ में अइलइ ।

"की अकेल्ले हत्या कइलहीं ?"
"अकेल्ले । आउ मित्का के कोय कसूर नयँ हइ आउ ई सब में ओकर कोय हाथ नयँ हइ ।"
"मित्का के बारे तो जल्दी मत कर ! एऽऽऽ ! ... कइसे तूँ, अच्छऽ, कइसे तूँ ज़ीना पर से तखने भागल जाब करऽ हलहीं ? दरबान सब के तोहन्हीं दुन्नु से भेंट होलो हल न ?"
"ई हम ध्यान भटकावे लगी ... तखने ... मित्का के साथ दौड़ल जाब करऽ हलिअइ", निकोलाय जल्दीबाजी में जवाब देलकइ, मानूँ पहिलहीं से तैयारी कइले हलइ ।
"अच्छऽ, सचमुच !" घृणापूर्वक पोरफ़िरी चिल्लइलइ, "ई अप्पन शब्द नयँ बोल रहले ह !" ऊ मानूँ खुद से बड़बड़इलइ आउ अचानक फेर से ओकर नजर रस्कोलनिकोव तरफ गेलइ ।

साफ लग रहले हल, कि ऊ निकोलाय के तरफ ओकर ध्यान एतना हद तक हलइ, कि एक क्षण लगी रस्कोलनिकोव के भुलियो गेलइ । अब ओकरा अचानक आद अइलइ, सकपकाइयो गेलइ ... ।
"रोदियोन रोमानोविच, बबुआ ! माफ कर देथिन, जी", लपकके ऊ ओकरा भिर पहुँच गेलइ, "ई तरह काम नयँ चलतइ, जी; मेहरबानी करथिन, जी ... हियाँ अपने के कोय काम नयँ हइ ... हम खुद्दे ... देखथिन, कइसन अचरज के बात हइ ! ... मेहरबानी करथिन, जी ! ..."
आउ, ओकर हाथ पकड़के, ऊ ओकरा दरवाजा तरफ इशारा कइलकइ ।
"लगऽ हइ, अपने के एकर प्रत्याशा नयँ हलइ ?" रस्कोलनिकोव बोललइ, वस्तुतः, अभियो तक स्पष्ट रूप से बिन कुच्छो समझले; लेकिन अब ओकरा में बहुत साहस आ चुकले हल ।
"हाँ बबुआ, लेकिन अपनहूँ के प्रत्याशा नयँ हलइ । देखथिन, अपने के हथवा केतना हिल्लब करऽ हइ ! हे-हे !"
"लेकिन अपनहूँ तो काँप रहलथिन हँ, पोरफ़िरी पित्रोविच ।"
"हमहूँ काँपब करऽ हिअइ, जी; प्रत्याशा नयँ हलइ, जी ! ..."

ओकन्हीं दरवाजा भिर पहुँच चुकले हल । पोरफ़िरी अधीर हो रहले हल, कि रस्कोलनिकोव चल जाय ।
"आउ आकस्मिक उपहार (surprise) नयँ देखइथिन ?" अचानक रस्कोलनिकोव बोललइ ।
"बोलऽ हइ, लेकिन ओकर मुँह में दाँत तो एक दोसरा से टकराके अभियो बज रहले ह, हे-हे ! अपने तो व्यंग्यात्मक व्यक्ति हथिन ! अच्छऽ जी, फेर भेंट होतइ जी ।"
"हमर विचार से, हमेशे लगी अलविदा !"
"जइसन भगमान के मर्जी जी, जइसन भगमान के मर्जी जी !" कुछ विकृत मुसकान के साथ पोरफ़िरी बड़बड़इलइ ।

दफ्तर से होके जइते बखत रस्कोलनिकोव नोटिस कइलकइ, कि कइएक लोग ओकरा तरफ एकटक देख रहले हल । प्रतीक्षालय में, भीड़ में, ऊ घर के दुन्नु दरबान पर ओकर नजर गेलइ, जेकन्हीं के रतिया में थाना जाय लगी बोलइलके हल । ओकन्हीं खड़ी हलइ आउ कोय चीज के इंतजार करब करऽ हलइ । लेकिन जइसीं ऊ  बाहर ज़ीना पर निकसलइ, अचानक ओकरा, पीछू से पोरफ़िरी पित्रोविच के अवाज सुनाय देलकइ । मुड़के, ऊ देखलकइ, कि ऊ पूरा-पूरा हाँफते ओकर पीछू तेजी से आब करऽ हइ ।

"एक बात जी, रोदियोन रोमानोविच; बाकी सब्भे के बारे, भगमान के मर्जी, लेकिन तइयो नियमानुसार कुछ चीज के बारे तो पूछताछ कइल जइतइ जी ... ओहे से हमन्हीं के फेर भेंट होतइ, सचमुच जी ।"
आउ पोरफ़िरी ओकरा सामने मुसकइते खड़ी रहलइ ।
"सचमुच जी ।" ऊ एक तुरी आउ बोललइ ।

अइसन अनुमान लगावल जा सकऽ हलइ, कि ऊ कुछ आउ कहे लगी चाह रहले हल, लेकिन कइसूँ ऊ कह नयँ पा रहले हल ।
"आ अपने हमरा, पोरफ़िरी पित्रोविच, कुछ समय पहिले जे कुछ हो गेलइ ओकरा बारे हमरा माफ कर देथिन ... हम अपन आपा खो देलिए हल", रस्कोलनिकोव कहे लगी शुरू कइलकइ, जेकरा अब बिलकुल साहस आ चुकले हल, एतना हद तक कि ऊ देखावा करे के इच्छा के रोक नयँ सकलइ ।

"कोय बात नयँ जी, कोय बात नयँ जी ...", लगभग खुशी से पोरफ़िरी बोल उठलइ । "हमहूँ तो जी ... हमरो स्वभाव जहरीला हइ, कबूल करऽ हइ, कबूल करऽ हइ ! त हमन्हीं के मोलकात फेर होतइ जी । अगर भगमान चाहथिन, त हमन्हीं जरूर मिलबइ जी !"

"आउ आखिरकार एक दोसरा के अच्छा से जान लेते जइबइ ?" रस्कोलनिकोव बात आगू बढ़इलकइ ।
"आउ आखिरकार एक दोसरा के अच्छा से जान लेते जइबइ", पोरफ़िरी पित्रोविच सहमति प्रकट कइलकइ, आउ अपन आँख सिकोड़के गंभीरतापूर्वक ओकरा तरफ देखे लगलइ । "अभी तो नामकरण पार्टी में जा रहलथिन हँ न, जी ?"
"अंत्येष्टि में, जी ।"
"अरे हाँ, अंत्येष्टि में ! अपन स्वास्थ्य पर तो ध्यान देथिन, स्वास्थ्य पर जी ..."

"आउ हमरा तो ई समझ में नयँ आवऽ हइ, कि एकर बदले हम अपन तरफ से अपने खातिर की कामना करिअइ!" रस्कोलनिकोव, जे अब तक ज़ीना से उतरे लगी चालू कर देलके हल, लेकिन अचानक फेनु पोरफ़िरी तरफ मुड़के, उत्तर देलकइ । "हम अपने के आउ अधिक सफलता के कामना करऽ हिअइ, लेकिन अपने देख सकऽ हथिन, कि अपने के काम केतना विनोदपूर्ण (हास्यजनक, comical) हकइ !"

"ई विनोदपूर्ण कइसे हइ, जी ?" पोरफ़िरी पित्रोविच के कान तुरते खड़ी हो गेलइ, जेहो मुड़के जाहीं वला हलइ।

"अच्छऽ कइसे, अइकी ई बेचारा मिकोल्का के उदाहरण लेथिन, अपने जरूर, अपन ढंग से, मानसिक रूप से, ओकरा सतइलथिन आउ तंग कइलथिन होत, जब तक कि ऊ अपराध स्वीकार नयँ कर लेलकइ; दिन-रात ओकरा साबित करते रहलथिन होत - 'तूँ हत्यारा हकँऽ, तूहीं हत्यारा हकँऽ ...', अच्छऽ, आउ अब, जबकि ऊ अपराध स्वीकार कर लेलके ह, त अपने ओकरा फेनु एक-एक हड्डी चूर करे लगी चालू करथिन - 'झूठ बोलऽ हँ, तूँ हत्यारा नयँ हकँऽ ! तूँ नयँ हो सकऽ हँ ! तूँ अप्पन शब्द नयँ बोल रहलऽ हँ !' अच्छऽ, त ई सब के बाद, ई काम विनोदपूर्ण नयँ हइ ?"

"हे-हे-हे ! त अपने नोटिस कर लेलथिन, कि हम अभी निकोलाय के कहलिअइ, कि ऊ "अपन शब्द नयँ बोल रहले ह" ?"
"कइसे नयँ नोटिस करतिए हल ?"
"हे-हे ! अपने तो बहुत तेज बुद्धि के हथिन, बहुत बुद्धिमान हथिन, जी । सब कुछ नोटिस कर ले हथिन ! वास्तविक चंचल दिमाग जी ! आउ सबसे अधिक विनोदपूर्ण तार के स्पर्श करऽ हथिन ... हे-हे ! लोग के कहना हइ, लेखक सब के बीच गोगल (Gogol) में ई विशेषता सबसे उच्च श्रेणी के हलइ ?"
"हाँ, गोगल में ।"
"जी हाँ, गोगल में जी ... फेर मिलके बहुत खुशी होतइ, जी ।"
"हमरो फेर मिलके बहुत खुशी होतइ ।"

रस्कोलनिकोव सीधे अपन घर गेलइ । ऊ एतना हक्का-बक्का आउ चकराल हलइ, कि घर आके सोफा पर झट से पड़ गेलइ, पनरह मिनट तक बइठके खाली अराम करते रहलइ, आउ अपन विचार के आद करे के कोशिश करते रहलइ । निकोलाय के बारे तो ऊ सोचहूँ के प्रयास नयँ कइलकइ - ऊ महसूस कइलकइ, कि ऊ पराजित हो गेलइ; कि निकोलाय के अपराध स्वीकृति में कुछ तो अव्याख्येय (inexplicable), आश्चर्यजनक हइ, जे अभी ओकरा कइसूँ नयँ समझ में आ रहले ह । लेकिन निकोलाय के अपराध स्वीकृति एगो वास्तविक तथ्य हलइ । ई तथ्य के परिणाम ओकरा तुरते स्पष्ट हो गेलइ - झूठ बिन प्रकट होले नयँ रह सकऽ हलइ, आउ तखने फेर से ओकन्हीं ओकरा पीछू पड़ जइतइ । लेकिन, कम से कम, तब तक तो ऊ अजाद हलइ आउ कुछ तो अपना लगी आवश्यक रूप से करे के चाही हल, काहेकि खतरा टालल नयँ जा सकऽ हलइ । लेकिन तइयो केतना हद तक ? स्थिति स्पष्ट होवे लगलइ। पोरफ़िरी के साथ समुच्चे अपन हाल के घटना के, मोटा-मोटी, सामान्य रूपरेखा के रूप में, आद करके, ऊ डर के मारे फेर से काँपे बगैर नयँ रह सकलइ । वास्तव में, ऊ पोरफ़िरी के सब्भे उद्देश्य अभियो तक नयँ जान पइले हल, ऊ ओकर हाल के सब्भे चाल के समझ नयँ सकले हल । लेकिन खेल के कुछ हिस्सा तो प्रकट हो गेले हल, आउ ई बात के रस्कोलनिकोव से बेहतर कोय नयँ जानऽ हलइ, कि पोरफ़िरी के ई 'चाल' ओकरा लगी केतना भयंकर हलइ । बस थोड़े सनी आउ, आउ ऊ बिलकुल अपन भंडा फोड़ देते हल, आउ ओहो तथ्यात्मक रूप से । ओकर स्वभाव के रुग्णता (morbidity) जानके आउ पहिलहीं दृष्टि से ओकरा ठीक-ठीक पकड़के आउ ओकरा में प्रवेश करके, पोरफ़िरी, यद्यपि बहुत दृढ़तापूर्वक, लेकिन लगभग निस्संदेह रूप से, कार्रवाई कइलकइ। एकरा में कोय विवाद नयँ हलइ, कि रस्कोलनिकोव आझ बहुत कुछ खुद के कलंकित कर चुकले हल, लेकिन तथ्य तो तइयो सामने नयँ आ पइले हल; अभियो ई सब खाली सापेक्ष (relative) हलइ । लेकिन की वास्तव में, वास्तव में ऊ, ई सब कुछ समझ रहले ह ? की ओकरा गलतफहमी नयँ हइ ? आझ पोरफ़िरी ठीक-ठीक कइसन परिणाम प्राप्त करे लगी चाह रहले हल ? की वास्तव में ओकरा पास आझ कुछ तैयारी कइल हलइ ? आउ ठीक-ठीक कउची ? की वास्तव में ऊ कुछ चीज के प्रत्याशा कर रहले हल, कि नयँ कर रहले हल ? ओकन्हीं आझ ठीक-ठीक कइसे विदा होते हल, अगर निकोलाय के माध्यम से अप्रत्याशित महाविपत्ति (catastrophe) नयँ अइते हल ?

पोरफ़िरी लगभग अपन पूरा खेल देखा देलके हल; बेशक ऊ जोखिम उठइलके हल, लेकिन देखइलके हल, आउ (रस्कोलनिकोव के लगते रहलइ) अगर वास्तव में पोरफ़िरी के पास आउ कुछ अधिक रहते हल, त ऊ ओकरो देखइते हल । ई 'आकस्मिक उपहार' (surprise) की हलइ ? की, ई मजाक हलइ ? एकर कुछ मतलब हलइ, कि नयँ ? की एकरा पीछू तथ्य से मिलता-जुलता कुच्छो छिप्पल हो सकऽ हलइ, कोय ठोस दोषारोपण (positive accusation) ? कल्हे वला अदमी ? ऊ काहाँ से अचानक चल अइलइ ? आझ ऊ काहाँ हलइ ? अगर पोरफ़िरी के पास कुच्छो ठोस चीज हकइ, त पक्का, ओकर ई कल्हे वला अदमी से संबंध होवे के चाही ...

ऊ सोफा पर बइठल रहलइ, अपन सिर निच्चे लटकइले, केहुनी के टेहुना पर टिकइले आउ हाथ से अपन चेहरा झाँपले । स्नायु के कंपन ओकर समुच्चे देह में जारी रहलइ । आखिरकार ऊ उठलइ, टोपी लेलकइ, थोड़े देर सोचलकइ आउ दरवाजा तरफ चल देलकइ ।

ओकरा कइसूँ पूर्वाभास हो रहले हल, कि कम से कम आझ लगी तो, ऊ लगभग खुद के पक्का खतरा से बाहर समझ सकऽ हइ । अचानक अपन दिल में ऊ लगभग खुशी महसूस कइलकइ - ओकरा जल्दी से जल्दी कतेरिना इवानोव्ना के हियाँ जाय के मन कर रहले हल । निश्चित रूप से, अंत्येष्टि में भाग लेवे में ओकरा देरी हो चुकले हल, लेकिन भोज में समय से पहुँच जइतइ, आउ हुआँ, अब, ऊ सोनिया के देख पइतइ ।

ऊ रुक गेलइ, थोड़े देर सोचते रहलइ, आउ मरियल मुसकान ओकर होंठ पर जबरदस्ती फूट पड़लइ ।
"आझ ! आझ !" ऊ अपने आप में दोहरइलकइ, "हाँ, आझे ! अइसन होवहीं के चाही ..."

ऊ दरवाजा खोलहीं वला हलइ, कि अचानक ई अपने खुल्ले लगलइ । ऊ काँप गेलइ आउ पीछू तरफ हट गेलइ । दरवाजा धीरे-धीरे आउ शांति से खुललइ, आउ अचानक एगो आकृति देखाय देलकइ - कल्हे वला अदमी, जे धरती के अंदर से प्रकट होले हल ।

ऊ अदमी दहलीज पर खड़ी रहलइ, चुपचाप रस्कोलनिकोव तरफ देखते रहलइ आउ फेनु कमरा में अपन कदम बढ़इलकइ । ऊ बिलकुल कल्हिंएँ नियन हलइ, ओइसने आकृति, ओहे पोशाक, लेकिन ओकर चेहरा आउ आँख में बहुत बदलाव आ गेले हल - ऊ अब उदास दिख रहले हल, आउ थोड़े देर रुकके, गहरा आह भरलकइ । अगर ई दौरान ऊ अपन हथेली गाल पर रख लेते हल, आउ सिर बगल में झुका लेते हल, तो देखे में ऊ बिलकुल किसैनी (किसान औरत) लगते हल ।
"अपने के की चाही ?" मर गेल नियन रस्कोलनिकोव पुछलकइ ।
ऊ अदमी थोड़े देर चुप रहलइ आउ अचानक ओकरा तरफ बहुत जादे झुक गेलइ, लगभग जमीन तक । कम से कम अपन दहिना हाथ के एक अँगुरी से जमीन के छुलकइ ।

"अपने की कर रहलथिन हँ ?" रस्कोलनिकोव चिल्ला उठलइ ।
"हम दोषी हकिअइ", शांत स्वर में अदमिया बोललइ ।
"कउन मामला में ?"
"बुरा-बुरा विचार में ।"
दुन्नु एक दोसरा तरफ देखलकइ ।

"हमरा खराब लगलइ । जब अपने तखने आवे के मेहरबानी कइलथिन, शायद मदहोश होल, आउ दरबान सब के थाना चल्ले लगी कहलथिन आउ खून के बारे पुछलथिन, त हमरा खराब लगलइ, कि लोग एकरा बकवास समझलकइ आउ अपने के पीयल समझलकइ । आउ हमरा एतना खराब लगलइ कि हमर नीन हराम हो गेलइ । आउ पता आद करके, हमन्हीं कल्हे हियाँ अइते गेलिअइ आउ पुछलिअइ ..."

"केऽ अइले हल ?" रस्कोलनिकोव बात काटते बोललइ, तत्क्षण कुछ आद करे लगी शुरू करते ।
"हम, मतलब, अपने के अपमानित कइलिअइ ।
"त अपने ओहे घर से हथिन ?"
"जी हाँ हम हुएँ रहऽ हिअइ, तखनिएँ फाटक भिर ओकन्हीं साथ खड़ी हलिअइ, कि अपने भूल गेलथिन ? हुआँ परी हमर दस्तकारी (handcraft) हकइ, बहुत लम्मा समय से । हम सब पोस्तीनसाज (furrier, लोमचर्म-व्यापारी) हिअइ, मध्यम श्रेणी के लोग, घर पर काम ले हिअइ ... लेकिन सबसे जादे, हमरा खराब लगलइ ..."

आउ अचानक रस्कोलनिकोव के फाटक पर के परसुन के समुच्चे दृश्य साफ-साफ आद पड़ गेलइ; ओकरा आद पड़ गेलइ, कि दरबान के अलावे हुआँ परी आउ कुछ लोग खड़ी हलइ, औरतियनो खड़ी हलइ । ओकरा एक अवाज ध्यान में अइलइ, जे ओकरा सीधे थाना ले जाय के सुझाव देलके हल । बोलेवला के चेहरा ऊ आद नयँ कर पइलकइ आउ एहो बखत ओकरा पछान नयँ पा रहले हल, लेकिन ओकरा आद हलइ, कि ऊ बखत ओकरा कुछ तो जवाबो देलके हल, आउ ओकरा तरफ मुड़वो कइले हल ...

मतलब, सब्भे ई कल्हे वला भय के रहस्य ई हलइ । सबसे जादे भयंकर हलइ ई सोचना, कि ऊ वास्तव में लगभग मरिए गेले हल, कि अइसन तुच्छ परिस्थिति के वजह से लगभग खुद के बरबादे कर चुकले हल । मतलब, फ्लैट के किराया पर लेवे के आउ खून के बारे बातचीत के अलावे, ई अदमी कुछ नयँ बता सकऽ हइ । मतलब, पोरफ़िरी के पास भी, कुच्छो नयँ हलइ, ई सरसाम के बात के अलावे; कोय ठोस तथ्य नयँ हलइ, बस ई दुधारी मनोविज्ञान के अलावे । मतलब, अगर आउ कोय तथ्य सामने नयँ आवऽ हइ (आउ सामने बिलकुल आवहूँ के नयँ चाही, नयँ चाही !), त ... त ओकन्हीं ओकरा साथ करिए की सकता ? आखिर ओकरा दोषी कइसे ठहरइता, चाहे ऊ गिरफ्तारो करता तइयो ? आउ, मतलब, पोरफ़िरी के खाली अब, खाली आझे फ्लैट के बारे पता चललइ, आउ अभी तक ओकरा पतो नयँ हलइ ।

"त अपने आझ पोरफ़िरी के बतइलथिन हल ... कि हम हुआँ गेलिए हल ?" अचानक एगो विचार आ गेला पर, ऊ चिल्लइलइ ।
"कउन पोरफ़िरी ?"
"छानबीन करे वला पुलिस अफसर ।"
"हाँ, हम बतइलिए हल । दरबान सब तखने नयँ गेलइ, ओहे से हम गेलिअइ ।"
"आझ ?"
"अपने से बस एक मिनट पहिले पहुँचलिए हल । आउ सब कुछ सुन रहलिए हल, सब कुछ, कि ऊ कइसे अपने के सता रहले हल ।"
"काहाँ ? की ? कब ?"
"बिलकुल हुएँ, ओकरा हीं टट्टी के पीछू, पूरे समय तक बइठल हलिअइ ।"
"की ? त ई अपनहीं हलथिन 'आकस्मिक उपहार' ? लेकिन ई कइसे हो सकलइ ? की कह रहलथिन हँ !"

"हम ई देखके", व्यापारी कहे लगी शुरू कइलकइ, "कि दरबान सब हमर बात पर चले लगी नयँ चाहऽ हइ, काहेकि, ओकन्हीं के कहना हलइ, कि देर हो चुकले ह, आउ शायद, गोस्सो करतइ, कि सही समय पर काहे नयँ अइलहो, हमरा खराब लगल, आउ हमरा नीन नयँ आल, आउ पता लागावे लगलूँ । आउ कल्हे मालूम कर लेला पर, आझ चल गेलिअइ । पहिले तुरी अइलिअइ - ऊ नयँ हलइ । एक घंटा बाद अइलिअइ - हमरा अंदर जाय नयँ देल गेलइ, तेसरा तुरी अइलिअइ - अंदर जाय देल गेलइ । हम सब कुछ रिपोर्ट करे लगलिअइ, जइसन हलइ, आउ ऊ कमरा के अंदर उछले-कूद्दे लगलइ आउ मुक्का से अपन छाती पर प्रहार करे लगलइ - 'ए डाकू सबन, तोहन्हीं सब हमरा साथ की कर रहलहीं हँ ? ई बात हमरा पहिले मालूम रहत हल, त हम ओकरा गार्ड के अधीन बोलवा पेठइतूँ हल !' तब ऊ दौड़के बाहर निकस गेलइ, केकरो बोलइलकइ आउ कोनमा में ओकरा साथ बात करे लगलइ, आउ फेर से हमरा पास अइलइ, आउ पुच्छे आउ डाँटे-फटकारे लगलइ । आउ हमरा बहुत फटकरलकइ; आउ हम, सब कुछ सूचित कइलिअइ आउ कहलिअइ, कि हमर कल्हे के बात के अपने (रस्कोलनिकोव) कुच्छो जवाब देवे के हिम्मत नयँ कइलथिन हल आउ अपने हमरा नयँ पछनलथिन हल । आउ ऊ हियाँ फेर से दौड़े लगलइ, आउ छाती पर मुक्का मारते रहलइ, आउ गोस्सा कर रहले हल, आउ दौड़ रहले हल, आउ जब अपने के आवे के सूचना देल गेलइ, त बोललइ - 'अच्छऽ, टट्टी के पीछू चल जो, ओज्जा बिन हिलले-डुलले स्थिर से रह, चाहे तोरा कुच्छो सुनाय देव, आउ हमरा लगी खुद्दे एगो कुरसी लइलकइ आउ हमरा ताला लगाके बन कर देलकइ; बोललइ, 'शायद हम तोरा बोलइअउ ।' आउ जब निकोलाय के लावल गेलइ, त अपने के बाद हमरा बाहर निकसलकइ, आउ बोललइ - 'हमरा तोर आउ जरूरत पड़तउ, आउ, आउ पूछताछ करबउ ... ' "

"आउ तोर सामने निकोलाय के कुछ पुछलके हल ?"
"जब अपने के बाहर निकसलकइ, त हमरो तुरते बाहर कर देलकइ, आउ निकोलाय से पूछताछ करे लगलइ ।"
व्यापारी रुक गेलइ आउ अचानक फेर से निच्चे झुकलइ, फर्श के अँगुरी से छूते ।
"बदनामी आउ दुर्भावना खातिर हमरा माफ कर देथिन ।"
"भगमान अपने के माफ करथिन", रस्कोलनिकोव जवाब देलकइ, आउ जइसीं एतना बोललइ, व्यापारी ओकरा सामने झुकलइ, लेकिन अबरी जमीन तक नयँ, बल्कि कमर से, धीरे-धीरे मुड़लइ आउ कमरा से बाहर चल गेलइ ।

"सब कुछ दुधारी हइ, अब सब कुछ दुधारी हइ", रस्कोलनिकोव रटते रहलइ आउ पहिले से जादे हौसला के साथ कमरा से बाहर चल गेलइ ।
"अब हमन्हीं आउ मुकाबला करते जइबइ", ज़ीना पर से निच्चे उतरते, ऊ द्वेषपूर्ण मुसकान के साथ बोललइ । ओकर ई द्वेष अपनहीं उपरे निर्दिष्ट हलइ - ऊ घृणा आउ लज्जा के साथ अपन 'कायरता' के बारे आद कइलकइ ।


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