निकोलाय
वसील्येविच गोगल (1809-1852)
इंस्पेक्टर
दर्पण के दोष
देवे के नयँ चाही, अगर मुँहें टेढ़ होवे ।
--- लोकोक्ति ।
प्रहसन
- पाँच अंक में
पात्र
अन्तोन अन्तोनोविच
स्क्वोज़निक-द्मुख़ानोव्स्की - मेयर
आन्ना अन्द्रेयेव्ना
- उनकर पत्नी
मारिया अन्तोनोव्ना
- उनकर बेटी
लूका लूकिच ख़्लोपोव
- स्कूल इंस्पेक्टर
उनकर पत्नी
आम्मोस फ़्योदोरोविच
ल्यापकिन-त्यापकिन – जज
अरतेमी फ़िलिप्पोविच
ज़िमल्यानिका - अनुदान संस्था के न्यासी (ट्रस्टी)
इवान कुज़मिच श्पेकिन
- पोस्टमास्टर
प्योत्र इवानोविच
दोबचिन्स्की - स्थानीय जमींदार
प्योत्र इवानोविच
बोबचिन्स्की - स्थानीय जमींदार
इवान अलिक्सांद्रोविच
ख़्लिस्ताकोव - पितिरबुर्ग के क्लर्क
ओसिप - ओकर नौकर
ख़्रिस्तियान इवानोविच
गिबनेर - जिला डाक्टर
फ़्योदोर इवानोविच
ल्युल्युकोव - अवकाशप्राप्त सरकारी अफसर, शहर के एगो सम्मानित व्यक्ति
इवान लज़ारेविच
रस्ताकोव्स्की - अवकाशप्राप्त सरकारी अफसर, शहर के एगो सम्मानित व्यक्ति
स्तेपान इवानोविच
कोरोबकिन - अवकाशप्राप्त सरकारी अफसर, शहर के एगो सम्मानित व्यक्ति
स्तेपान इल्यिच
उख़ोवेरतोव - पुलिस चीफ़
स्विस्तुनोव
- पुलिस के सिपाही
पुगोवित्सिन
- पुलिस के सिपाही
देर्झिमोर्दा
- पुलिस के सिपाही
अब्दुलिन - व्यापारी
फ़ेवरोन्या पित्रोव्ना
पोशल्योपकिना - तालासाज के घरवली
सर्जेंट के विधवा
मिश्का - मेयर
के नौकर
होटल के बैरा
पुरुष एवं महिला
अतिथि, व्यापारी, मध्यवर्गीय लोग, याचिकाकर्ता
पात्र आउ वेशभूषा
अभिनेता सब लगी
दिशानिर्देश
मेयर - दीर्घकाल
तक सरकारी सेवा में कार्य कइल आउ अपने आप में एगो बहुत समझदार व्यक्ति । हलाँकि घूसखोर
हका, लेकिन गरिमा के साथ व्यवहार करऽ हका । काफी गंभीर; कुछ तर्कवादी भी; न तो जोर
से, न शांति से, न तो बहुत जादे, न बहुत कम बात करऽ हका । उनकर हरेक शब्द सार्थक होवऽ
हइ । उनकर चेहरा-मोहरा रूक्ष आउ दृढ़ हइ, जइसन कि ऊ हरेक व्यक्ति के साथ होवऽ हइ, जे
सबसे निचला ओहदा से सरकारी सेवा शुरू करऽ हइ । भय से खुशी में, अशिष्टता से अहंकार
में तीव्र परिवर्तन, जइसन कि आत्मा के रूक्षतापूर्वक विकसित प्रवृत्ति वला व्यक्ति
के साथ होवऽ हइ । साधारणतः अपन वरदी में कालर
पट्टी आउ एड़ीदार उँचगर बूट में सज्जल । केश काटके छोटगर कइल आउ बीच-बीच में सफेद ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना
- उनकर पत्नी, एगो प्रांतीय नखरेबाज, अभियो बिलकुल वइसगर नयँ; आंशिक रूप से उपन्यास
आउ अलबम [1] पर, आउ आंशिक रूप से भंडारघर आउ नौकर-चाकर के घर चलावे पर पालित-पोषित
। बहुत उत्सुक आउ अवसर अइला पर अहंकार प्रदर्शन के प्रवृत्ति वली । कभी-कभी अपन पति
पर हुकुम चलावे वली, खाली ई चलते कि ओकरा लगी उनका पास त्वरित उत्तर नयँ रहऽ हइ; लेकिन
ई हुकुम खाली छोटगर-छोटगर बात पर चल्लऽ हइ, आउ खाली झिड़की आउ मजाक तक निहित होवऽ हइ
। नाटक के दौरान चार तुरी विभिन्न तरह के पोशाक बदलऽ हइ ।
ख़्लिस्ताकोव
- लगभग 23 बरस के नवयुवक, दुब्बर-पातर; जरी अविवेकी, आउ जइसन कि कहल जा हइ, मस्तिष्क
में बेगर सम्राट् के (अर्थात् अधकपारी) - ओइसन लोग में से एक, जेकन्हीं के दफ्तर में
खाली दिमाग वला कहल जा हइ । बिन कुछ सोचले-समझले बोले आउ करे वला । कोय विचार पर लगातार
ध्यान केंद्रित करे में अक्षम । ओकर बोली प्रवाहरहित होवऽ हइ, आउ मुँह से शब्द अप्रत्याशित
ढंग से निकस जा हइ । ई पात्र जेतने जादे सरलहृदयता आउ सीधापन देखइतइ, ओतने जादे निम्मन
ओकर भूमिका अदा होतइ । फैशनदार पोशाक में सज्जित ।
ओसिप - एगो अइसन
नौकर, जइसन साधारणतः कुछ वइसगर उमर के नौकर होवऽ हइ । गंभीर बात करऽ हइ, जरी निच्चे
नजर करके देखऽ हइ, तर्कवादी, अपन मालिक के संबोधित करके अपने आप के उपदेश देना पसीन
करऽ हइ । ओकर स्वर हमेशे लगभग समतल रहऽ हइ, मालिक के साथ बातचीत में ई कठोर, प्रवाहरहित,
आउ जरी रूक्ष अभिव्यक्ति के रूप धारण कर ले हइ । ऊ अपन मालिक से अधिक बुद्धिमान हइ
आउ ओहे से जल्दीए बात के पकड़ ले हइ, लेकिन बहुत जादे बोलना पसीन नयँ करऽ हइ आउ एगो
शांत धूर्त हइ । ओकर पहनावा - धूसर चाहे नीला रंग के फट्टल-चिट्टल फ्रॉक-कोट ।
बोबचिन्स्की आउ
दोबचिन्स्की - दुन्नु नटघूरन, बहुत उत्सुक; आश्चर्यजनक रूप से एक दोसरा से मिलता-जुलता;
दुन्नु के तोंद जरी निकसल; दुन्नु सड़ासड़ बोले वला आउ अत्यधिक इशारा आउ हाथ से काम लेवे
वला। दोबचिन्स्की बोबचिन्स्की के अपेक्षा जरी उँचगर आउ अधिक गंभीर हइ, लेकिन बोबचिन्स्की
अधिक निस्संकोची आउ फुरतीला हइ ।
ल्यापकिन-त्यापकिन
- जज, पाँच-छो पुस्तक पढ़ल व्यक्ति आउ ओहे से कुछ स्वतंत्र विचारक । बड़गो अटकलबाजी के
शौकीन, आउ ओहे से अपन हरेक शब्द पर जोर देवे वला । एकर भूमिका अदा करे वला अभिनेता
के हमेशे अपन चेहरा पर सार्थक मुद्रा बनइले रक्खे के चाही । हरेक स्वर (vowel) के जरी
लम्मा करते, घरघराहट आउ फूँक मारे नियन मंद्र स्वर (bass voice) में बोलऽ हइ - जइसन
कि पुरनकन घड़ी, जे पहिले चरचर अवाज करऽ हइ, आउ फेर घंटा बजावऽ हइ ।
ज़िमल्यानिका
- अनुदान संस्था के न्यासी, बहुत मोटा, सुस्त आउ फूहड़ व्यक्ति, लेकिन ई सब के बावजूद
बदमाश आउ धूर्त । बहुत सेवापरायण आउ अधीर ।
पोस्टमास्टर
- नादानी के हद तक सरलहृदय व्यक्ति ।
अन्य भूमिका में
विशेष स्पष्टीकरण के आवश्यकता नयँ । ओकन्हीं के असल नमूना लगभग हमेशे आँख के सामने
देखाय दे हइ ।
अभिनेता महोदय
लोग के अंतिम दृश्य पर विशेष ध्यान देवे के चाही । अंतिम उच्चारित शब्द, बिजली के धक्का
नियन, सब कोय के समवेत स्वर में आउ अचानक निकसे के चाही । पूरे दल के, एक पलक मारते,
स्थिति के परिवर्तित करे के चाही । सब स्त्री पात्र द्वारा आश्चर्य के स्वर, बिलकुल
समवेत स्वर में निकसे के चाही, मानूँ एक्के
गला से निकस रहल होवे । ई सब दिशानिर्देश के उपेक्षा, पूरे प्रभाव के नष्ट कर दे सकऽ
हइ ।
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