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Friday, August 23, 2019

पितिरबुर्ग से मास्को के यात्रा ; अध्याय 12. याझेलबित्सी


[*197]                                                 याझेलबित्सी
भाग्य निश्चित कइलक हल ई दिन हमर परीक्षा लगी। हम एगो पिता ही, हमरा अपन बुतरुअन के प्रति कोमल हृदय हके। ओहे से तो क्रेस्तित्सी के कुलीन के शब्द हमरा एतना स्पर्श कइलक। लेकिन ऊ हमर दिल के अन्दर तक कँपाके एक प्रकार के आशा के सान्त्वनाकारक भावना भर देलक कि हम सब के अपन बुतरुअन के संबंध में खुशी बहुत कुछ हमन्हीं खुद पर निर्भर हइ। लेकिन याझेलबित्सी में हमरा एगो अइसन दृश्य के साक्षी होवे के बद्दल हले, जे हमर हृदय में शोक के एगो गहरा जड़ जमा देलक आउ ओकर उन्मूलन के कोय आशा नञ् देखाय दे हके। ओ जवानी! हमर कहानी सुन; अपन भूल के पछान; अपन अनियंत्रित नाश से खुद के दूर रख; आउ भावी पछतावा के रस्ता पर मत जो।
हम एगो कब्रिस्तान भिर से गुजर रहलिए हल। अपन बाल नोच रहल अदमी के असाधारण क्रन्दन हमरा रुक्के कगी बाध्य कर देलक। [*198] नगीच जइते हम देखलिअइ कि हुआँ परी एगो लाश के दफनावल जा रहले हल। अब ताबूत के कब्र में गिरावे के समय आ चुकले हल, लेकिन ऊ, जेकरा हम दूर से अपन बाल नोचते देखलिए हल, ताबूत पर टूट पड़लइ आउ ओकरा से बहुत कसके लिपट गेलइ, ओकर जमीन के निच्चे गिरावे नञ् देब करऽ हलइ। बहुत कठिनाई से ओकरा ताबूत से अलगे कइल गेलइ, आउ ताबूत के कब्र में डालके जल्दी-जल्दी ओकरा मट्टी से भर देल गेलइ। तब शोकग्रस्त उपस्थित लोग के कहे लगलइ - "तोहन्हीं काहे ओकरा हमरा से अलगे कर देते गेलऽ, काहे नञ् हमरा ओकरे साथ जिन्दा गड़ देलऽ, आउ हमर कष्ट आउ पश्चात्ताप के समाप्त कर देलऽ? जान लऽ, जान लऽ, कि हम अपन दुलारा बेटा के हत्यारा हिअइ, जेकर मृत देह के तोहन्हीं कब्र में डाल देते गेलऽ। एकरा लगी अचरज मत करऽ। हम ओकर उमर न तो तलवार चाहे न तो जहर से कम कर देलिअइ। नञ्, एकरो से हम जादे कर देलिअइ। ओकरा पैदा लेवे के पहिलहीं हम ओकर मौत के तैयारी कइलिए हल, ओकरा जहरीला जिनगी देके। हम हत्यारा हिअइ, जइसन कइएक हइ, लेकिन दोसर हत्यारा सब के अपेक्षा सबसे अधिक भयानक। हम अपन बेटा के हत्या ओकर जन्म के पहिलहीं कर देलिअइ। [*199] हमहीं, खाली हमहीं अकेल्ले, ओकर जिनगी के दिन कम कर देलिअइ, ओकर प्रारंभिक समय में धीमा जहर देके। एकरा से ओकर शारीरिक विकास में बाधा अइलइ। अपन समुच्चे जिनगी में ऊ एक्को दिन स्वास्थ्य के आनन्द नञ् उठा पइलकइ; आउ ओकर अपन शक्ति के पिपासा में जहर के फैलाव ओकर जिनगी के बहाव के काट देलकइ। कोय नञ्, कोय नञ् हमरा हमर दुष्कर्म लगी दंडित करतइ!" निराशा ओकर चेहरा पर उभर अइलइ, आउ लोग ओकरा लगभग निर्जीव नियन ऊ जगह से दूर ले गेते गेलइ।
हमर नस में एगो अचानक शीतलहर दौड़ गेलइ। हमर शरीर सुन्न पड़ गेल। हमरा लगलइ जइसे हम अपन दंड सुनलिअइ। हमरा अपन जवानी के लंपट दिन आद पड़ गेलइ। हमरा ऊ सब घटना के आद पड़ गेलइ, जब इन्द्रिय द्वारा प्रेरित हमर आत्मा ओकर संतुष्टि के पीछू दौड़ऽ हलइ, कामुक संतुष्टि खातिर किराया पर लेल सहभागिनी के प्यार के वास्तविक वस्तु समझलकइ। हमरा आद पड़ गेलइ कि अनियंत्रित कामवासना के कारण हमर शरीर घृणास्पद रोग से ग्रस्त हो गेलइ। ओह, काश ऊ अपन जड़ आउ नञ् फैलइते हल! [*200] ओह, काश ई कामवासना के शांत होवे के साथ समाप्त हो जइते हल! आनन्द लेवे में ई जहर के प्राप्त करके नञ् खाली हम खुद के अंदर एकरा गरमावऽ हिअइ, बल्कि एकरा अपन वंशज लोग के भी विरासत में दे हिअइ। ओ हमर प्रिय मित्र लोग, ओ हमर आत्मा के बुतरू लोग! तोहन्हीं नञ् जानऽ ह कि तोहन्हीं सामने हम कइसन पाप कइलियो ह। तोहर पीयर भौं हमरा लगी सजा हको। हम तोहरा रोग के बारे बतावे में डरऽ हियो, जेकरा कभी-कभार तोहन्हीं महसूस करऽ हो। शायद तूँ हमरा से नफरत करबऽ, आउ तोहर नफरत वाजिब होतो। केऽ तोहरा आउ हमरा विश्वास देलइतइ कि तूँ अपन खून में गुप्त दंश नञ् वहन कर रहलहो ह, जे तोर अकाल मौत के कारण हो सकऽ हको? ई घृणास्पद विष हम अपन शरीर में बिलकुल प्रौढ़ावस्था में प्राप्त करके हमर शरीर के अंग सब के दृढ़ता ओकर फैलाव के प्रतिरोध कइलकइ आउ एकर मारक प्रभाव के विरुद्ध संघर्ष करऽ हइ। लेकिन तूँ अपन जन्म से एकरा प्राप्त करके, अपन काठी के अभिन्न अंग के रूप में खुद एकरा वहन करते, कइसे तूँ एकर विनाशक जलन के रोक सकऽ हो? [*201] तोर सब्भे रोग एहे जहर के नतीजा हको। ओ हमर प्रिय लोग! हमर जवानी के गलती पर रोवऽ, चिकित्सकीय कला के सहायता लगी अपील करऽ, आउ हो सको त हमरा से नफरत नञ् करऽ।
लेकिन अब हमर आँख के सामने खुल्लऽ हइ ई कामवासनात्मक अपराध के पूरा विस्तार। हम खुद के नजर में पाप कइलूँ हँ, युवावस्था में हीं अकालिक बुढ़ापा आउ जीर्णता पैदा करके। तोहर नजर में हम पाप कइलूँ हँ, तोहर सजीव रस (vital fluids) के तोहर जन्म के पहिलहीं विषाक्त करके, आउ एकरे चलते तोहर खराब सेहत के कारण होलियो, आउ शायद अकाल मृत्यु के। हम पाप कइलूँ, आउ एहे हमर दंड होवे, हम अपन प्यार में पाप कइलूँ, तोहर माय से विवाह करके। केऽ हमरा गारंटी दे सकऽ हइ कि हम ओकर मौत के कारण नञ् हलिअइ? मारक विष, आनन्द में फैलते, ओकर पवित्र शरीर में स्थापित हो गेलइ, आउ ओकर सब निष्पाप अंग के विषाक्त कर देलकइ। ई आउ जादे मारक हलइ, [*202] काहेकि ई जादे गुप्त हलइ। मिथ्या लज्जा हमरा ओकरा पूर्वसूचना देवे से रोकलकइ; ऊ तो अपन विषदाता से ओकरा प्रति प्यार में कोय सावधानी नञ् बरतलकइ। सूजन, जे ओकरा दूर कर देलकइ, शायद ऊ विष के फल हइ, जे हम ओकरा देलिअइ ... ओ हमर प्रिय लोग, केतना तोहन्हीं के हमरा से घृणा करे के चाही!
लेकिन केऽ दोषी हइ ई लगी कि ई घृणास्पद रोग सब्भे देश में एतना बड़गर विनाश करऽ हइ, नञ् खाली वर्तमान पीढ़ी के नाश करते, बल्कि भावी लोग के दिन भी कम करते? केऽ दोषी हइ, अगर सरकार नञ् हइ? वेश्यावृत्ति के अनुमोदन करके ई (सरकार) नञ् खाली कइएक दुराचार के रस्ता खोल दे हइ, बल्कि नागरिक लोग के जीवन विषाक्त कर दे हइ। सार्वजनिक औरत लोग अपन रक्षक खोजते जा हइ आउ कुछ देश में तो प्राधिकारी (authorities) के संरक्षण में रहऽ हइ। कुछ लोग के कहना हइ कि अगर कामुकता के किराया वला संतुष्टि पर रोक लगा देल गेलइ [*203] त समाज में अकसर प्रचंड कायापलट (violent upheavals) अनुभव कइल जइतइ। अपहरण, बलात्कार आउ हत्या के स्रोत अकसर कामुकता में होतइ। एकरा से समाज के बुनियादे हिल जइतइ। आउ ओहे से तूँ बेहतर शांति चाहऽ हो आउ एकरे साथ थकान आउ शोक, बजाय आशंका (खतरा) आउ एकरे साथ स्वास्थ्य आउ पुरुषत्व (मरदानगी) के। चुप रह नीच शिक्षक लोग, तोहन्हीं अत्याचार हेतु भाड़ा के टट्टू हकँऽ; हमेशे शांति के पाठ पढ़इते ई (अत्याचार) चाटुकारिता से सम्मोहित लोग के बेड़ी में जकड़ ले हइ। एकरा दोसरा में हंगामा के भी भय रहऽ हइ। एहो चाहतइ कि सगरो लोग एकर विचार से सहमत रहइ आउ अराम से अपन महानता के आनन्द उठावइ आउ कामुकता में डुब्बल रहइ ... हम तोर बात से अचंभित नञ् हियो। दास लोग स्वाभाविक रूप से सब कोय के बेड़ी में देखे लगी चाहऽ हइ। एक नियन भाग्य ओकन्हीं के किस्मत के हलका कर दे हइ, जबकि केकरो श्रेष्ठता ओकन्हीं के दिल आउ दिमाग पर भार डाल दे हइ।


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