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Friday, September 06, 2019

पितिरबुर्ग से मास्को के यात्रा ; अध्याय 14. एद्रोवो


[*210]                                                 एद्रोवो
बस्ती में अइला पर हम किबित्का से उतर पड़लिअइ। रोड से कुछ दूर पानी के नगीच कइएक औरत आउ लड़की के भीड़ जामा हलइ। हमर जीवन भर कामवासना हावी रहलइ, लेकिन अब शांत हो चुकले ह, आदत से एकर अभिलाषा हमर कदम के ई गाम के सुन्दरी तरफ आकृष्ट कइलकइ। भीड़ में तीस से जादहीं औरत हलइ। ओकन्हीं सब्भे उत्सव के पोशाक में हलइ, गरदन खुल्लल, गोड़ बिन जुत्ता-चप्पल के, कमर पर हाथ रखले (akimbo), पोशाक आगू में रोल करके चमोटी (बेल्ट) से कस्सल, कमीज उज्जर, प्रसन्न चेहरा, गाल पर स्वस्थ होवे के निशान। नैसर्गिक सुन्दरता, हलाँकि गरमी आउ ठंढी से रूखा हो गेले हल, लेकिन तइयो बिन कइसनो कृत्रिम आवरण के सुन्दर हलइ; जवानी के सुन्दरता पूरे चमक में, होंठ पर मुसकान, चाहे हार्दिक हँसी; आउ ओकरा से दाँत के कतार देखाय दे हलइ, जे शुद्धतम हस्तीदन्त से जादे उज्जर हलइ। अइसन दाँत, जे फैशनदार औरतियन के [*211] दिमाग चकरा देतइ। मास्को आउ पितिरबुर्ग के हमर प्रिय ठकुराइ लोग हियाँ अइते जा, ओकन्हीं के दाँत देखते जा, ओकन्हीं से सिखते जा कि ओकरा कइसे साफ रक्खल जा हइ। ओकन्हीं हीं कोय दन्तचिकित्सक नञ् हइ। ओकन्हीं रोज दिन दाँत के ब्रश आउ पावडर से घिसके ओकर चमक नञ् खराब करऽ हइ। ओकन्हीं में से जेकरा साथ मन करो, ओकरा भिर मुँह के सामने मुँह करके खड़ी हो जा; ओकन्हीं में से केकरो के साँस से तोर फेफड़ा संक्रमित नञ् होतो। आउ तोहर, तोहर शायद, ओकन्हीं लगी शुरुआत पड़ जइतइ ... रोग के ... कइसन रोग के ई कहे में हमरा डर लगऽ हको; हलाँकि शरम से तोहर चेहरा तो लाल नञ् होतो, लेकिन गोस्सा बर जइतो। कीऽ गन झूठ बोलऽ हियो? तोहन्हीं में से एक के पति नीच छोकड़ियन के पीछू दौड़ऽ हको; रोग पकड़ लेला के बाद तोरे साथ पीयऽ, खा आउ सुत्तऽ हको; आउ तोहन्हीं में से कोय दोसरकी वार्षिक, मासिक, साप्ताहिक चाहे, भगमान बचावे, दैनिक प्रेमी चाहऽ हइ। आझ जान-पछान करके आउ अपन कामना के पूर्ति करके, कल ओकरा नञ् जानऽ हइ; आउ कभी-कभी एहो नञ् जानऽ हइ, [*212] कि ओकर एक्के चुम्बन से ऊ संक्रमित हो चुकले ह। आउ तूँ, हमर दुलारी, पनरह बरिस के लड़की, तूँ अभियो शायद निष्पाप हकऽ; लेकिन तोहर निरार पर हम देखऽ हियो कि तोहर पूरा खून विषाक्त हो चुकलो ह। प्रातःस्मरणीय (of blessed memory) तोहर प्रिय पिता कभियो डॉक्टर के हाथ से बाहर नञ् आ पइलथुन; आउ ठकुराइन तोहर प्रिय माय, अपन आदरणीय पथ पर तोहरा मार्गदर्शन करते, तोहरा लगी दुलहा खोज चुकलथुन हँ, एगो योग्य वृद्ध जेनरल (सेनापति), आउ तोहरा विवाह के बंधन में बान्हे लगी जल्दी में हथुन, ताकि तोहरा साथ लेके उनका कोय अनाथालय में भेंट नञ् देवे पड़इ[1]। आउ वृद्ध के साथ जीना तो खराब नञ् हइ, तोहर अपन मनमरजी चलतो; खाली विवाह करलऽ कि सब बाल-बच्चा ओक्कर। अगर ऊ द्वेष करतो, त आउ बेहतरे होतो; चोरावल आनन्द में जादहीं मजा होवऽ हइ; पहिलौके रात से ओकरा ई सिखावल जा सकऽ हइ कि पत्नी के साथ-साथ सोवे के पुरनका मूर्खतापूर्ण रिवाज के अनुसरण नञ् करे के चाही।
आउ ई बात पर हमरा ध्यान नञ् गेल कि केतना देरी तक, हमर प्रिय शहरी समधिन, चाची, [*213] बहिन, भतीजी, भगनी इत्यादि हमरा रोक लेते गेला। तूँ सच में एकर योग्य नञ् हकऽ। तोहर गाल पर लाली हको, दिल पर लाली, अंतःकरण में लाली, निष्कपटता में ... कारिख। लाली चाहे कारिख, सब कुछ बराबर हको। हम तोहरा भिर से सरपट दौड़ल अपन ग्रामीण सुन्दरी लोग भिर जाम। सच हइ कि ओकन्हीं में से तोहरा से मिलती-जुलती हइ, लेकिन अइसनो हइ जेकरा नियन शहरवन में न तो सुन्नल गेले ह आउ न देखल गेले ह ... देखहो, हमर सुन्दरियन के सब्भे अंग कइसन गोल, सुडौल, सीधा, अविकृत हइ। तोहरा ई बात से हँस्सी बरऽ हको कि ओकन्हीं के गोड़ के तलवा पाँच विर्शोक[2] के हइ, आउ हो सकऽ हइ कि छोवो विर्शोक के। लेकिन हमर प्यारी भतीजी (भगनी), तीन विर्शोक के तलवा वली, ओकन्हीं साथ कतार में खड़ी होहीं, आउ दौड़ में भाग लेहीं; त केऽ घास के मैदान (meadow) के अन्त में खड़ी भूर्ज (birch) के उँचका पेड़ बिजुन जल्दी पहुँचतइ?  आउ - आउ - ई तोर वश के बात नञ् हउ। आउ तूँ हमर प्यारी बहना, अपन तीन चौथाई (अर्शीन[3]) के कमर वली, तूँ ई बात के मजाक उड़ावे लगी चाहऽ हीं हमर गाम के सुन्दरी के, [*214] कि ओकर पेट स्वाभाविक रूप से बढ़ले ह। ठहर, हमर प्यारी, हमरो जरी तोरा पर हँस्से दे। तोर शादी होल ई दसमा महिन्ना चल रहलो ह, आउ तोर तीन चौथाई (अर्शीन) के कमर अब विकृत हो चुकलो ह। आउ जइसीं प्रसूति के समय पहुँचतउ, त दोसरे धुन में गइम्हीं। लेकिन भगमान करे, सब कुछ खुशी-खुशी गुजर जाव। हमर प्रिय बहनोय मुड़ी गोतले चहलकदमी करऽ हका। ऊ तोर सब कॉर्सेट[4] (corsets) आग के हवाले कर चुकलथुन हँ। ऊ तोर पोशाक सब में से सब्भे कचकड़ा (stays, whalebones) निकास चुकलथुन हँ, लेकिन अब बहुत देर हो चुकलो ह। तोर विकृत होल अंग के अब सीधा नञ् कइल जा सकऽ हउ। अब कन्नऽ, हमर प्रिय बहनोय, कन्नऽ। हमर माय, कारुणिक फैशन, जे गर्भवती औरत के कॉर्सेट पेन्हे लगी प्रेरित करऽ हलइ, के अनुसरण करके जेकरा चलते प्रसूति के दौरान (अकसर) मौत हो जा हइ, तोरा लगी कइएक साल पहिलहीं से शोक के तैयारी कर रहलो हल, आउ अपन बेटी खातिर रोग के, आउ तोर बाल-बुतरू लगी दुब्बर-पातर काठी के। अभियो ई (रोग) एगो मारक हथियार नियन ओकर सिर के उपरे मँड़रा रहलो ह; आउ अगर ई तोर पत्नी के जिनगी के दिन कम नञ् कर दे हउ, त अपन भाग्य के धन्यवाद कर; [*215] आउ अगर विश्वास हउ कि भगमान के पूर्वविधान (Providence) के एकरा बारे चिन्ता हकउ, त ओकरो धन्यवाद देहीं, अगर तोर इच्छा होबउ। लेकिन अभियो हम शहरी महिला लोग के साथ हिअइ। ई आदत के नतीजा हइ; ओकन्हीं से अलगे होवे के मन नञ् करऽ हइ। आउ वास्तव में हम तोहन्हीं से अलगे नञ् होतियो हल, अगर हम तोहरा समझा पइतियो हल कि अपन चेहरा आउ अंतःकरण के लाल नञ् करऽ। अब अलविदा!
जब हम गाम के सुन्दरी लोग के पोशाक धोते एकटक देखिए रहलिए हल, कि हमर किबित्का हमरा भिर से प्रस्थान कर गेलइ। हमरा ओकरा साथ पीछू-पीछू जाय के इरादा कर रहले हल, कि एगो लड़की जे देखे में बीस साल के लग रहले हल लेकिन वास्तव में सतरह से जादे के नञ् हलइ, अपन भिंग्गल कपड़ा बहँगी पर डाल देलकइ आउ हम जे रस्ता पर जाब करऽ हलिअइ ओकरे पर चल पड़लइ। जब हम ओकरा भिर पहुँच गेलिअइ त ओकरा साथ बातचीत चालू कइलिअइ।
"कीऽ तोरा लगी एतना भारी बोझा ले जाय में कठिन नञ् लगऽ हको? हमर प्रिय, तोहरा कइसे पुकारे के हमरा नञ् मालुम।"
"हमर नाम आन्ना हके, आउ हमर बोझा भारी नञ्। आउ अगर भारियो रहे, हम तो तोरा मदत करे के निवेदन [*216] नञ् करबो।"
"एतना रूखाई काहे लगी, दुलारी आन्नुश्का, हम तो तोर कोय हानि नञ् चाहऽ हियो।"
"धन्यवाद, धन्यवाद; अकसर हम सब तोहरा नियन बहादुर देखते जा हिअइ; किरपा करके अपन रस्ता देखऽ।"
"अन्युतुश्का, हम वास्तव में ओइसन अदमी नञ् हकियो, जइसन हम तोरा लगऽ हियो, आउ ओइसन नञ्, जेकरा बारे तूँ बात करब करऽ हो। ओइसन लोग, हमरा लगऽ हको कि गाम के लड़कियन साथ बातचीत नञ् चालू करते जा हइ; बल्कि हमेशे चुम्बन के साथ; आउ अगर हम तोर चुम्बन भी लेतियो हल त वास्तव में अइसे जइसे अपन सहोदर बहिन के।"
"हमर पास नञ् आवऽ, मेहरबानी करऽ; हम अइसन कहानी पहिले सुनलूँ हँ; आउ अगर तोरा हमरा बारे कोय खराब नीयत नञ् हको, त तूँ हमरा से की चाहऽ ह?"
"दुलारी आन्नुश्का, हम ई जाने लगी चाहऽ हलियो कि अगर तोरा माय-बाप हथुन, तोर जिनगी कइसन हको, धनी हकऽ कि गरीब, कीऽ तूँ खुश हकऽ अगर तोर शादी पक्का हो गेलो ह?"
"आउ तोरा एकरा से कीऽ मतलब, मालिक? जिनगी में हम पहिले तुरी अइसन बात सुन रहलूँ हँ।"
"एकरा से तूँ समझ सकऽ ह अन्युता कि हम बदमाश नञ् हकियो, हम तोरा कोय अपशब्द नञ् कहे वला आउ न बेइज्जत करे वला।"
[*217] हमरा औरत लोग से प्रेम हइ काहेकि ओकन्हीं के शारीरिक गठन में हमर कोमल भावना होवऽ हइ; आउ गाम के औरत लोग, चाहे किसैनी लोग के साथ जादहीं प्रेम हइ, कारण से कि ओकन्हीं के ढोंग मालुम नञ्, ओकन्हीं खुद पर देखावटी प्रेम के मुखौटा नञ् लगइते जा हइ, आउ जब प्रेम करते जा हइ, पूरा दिल से, आउ निष्ठापूर्वक ... जब हम ई बात कह रहलिए हल त लड़किया हमरा दने अचरज में आँख फाड़के देख रहले हल। आउ अइसीं होवहूँ के चाही हल; काहेकि केऽ नञ् जानऽ हइ कि कइसन ढिठाई के साथ कुलीन निडर हाथ, अशिष्ट आउ अपमानजनक मजाक के साथ गाम के लड़कियन के निष्कपटता पर डालऽ हइ? ओकन्हीं, बुढ़वन आउ जवनकन दुन्नु तरह के कुलीन लोग खातिर, सुख के जीव बनावल हइ। आउ ओकन्हीं अइसीं ओकन्हीं साथ व्यवहार करते जा हइ, विशेष करके ऊ अभागल लोग जे ओकन्हीं के नियंत्रण में होवऽ हइ। विगत पुगाचोव विद्रोह के दौरान, जब सब्भे नौकर लोग अपन मालिक के विरुद्ध हथियार उठा लेते गेले हल, कुछ कृषक लोग (ई कहानी सच हइ), अपन मालिक के बान्ह-छानके निश्चित मृत्यु दंड खातिर [*218] ले गेते गेलइ। एकर कीऽ कारण हलइ? सब मामले में ऊ एगो निम्मन आउ मानवप्रेमी मालिक हलइ, लेकिन कोय पति अपन पत्नी के मामले में आउ कोय पिता अपन बेटी के मामले में ओकर से सुरक्षित नञ् हलइ। हरेक रात ओकर भेजल अदमी ओकरा भिर बेइज्जती लगी ऊ शिकार के लावऽ हलइ, जेकरा ऊ दिन लगी निश्चित करऽ हलइ। गाम में सबके मालुम हलइ कि ऊ 60 लड़कियन के इज्जत लुटलके हल, ओकन्हीं के सतीत्व से वंचित कइलके हल। पास से गुजर रहल सैनिक टुकड़ी ई बर्बर के ओकर विरुद्ध गोसाल लोग के हाथ से छोड़इलके हल। मूर्ख कृषक लोग, तोहन्हीं एगो छद्मवेशी[5] (impostor) के हाथ से न्याय के आशा कइलऽ! लेकिन अपन शिकायत कानूनी जज लोग के सामने काहे नञ् रखलऽ? ओकरा सिविल मौत के सजा सुनावल जइतो हल, आउ तोहन्हीं निर्दोष रह जइतऽ हल। लेकिन अब तो ई निर्दय के बचा लेल गेलो। ऊ भाग्यशाली हइ, अगर मौत के नगीच देखके ओकर विचार के प्रकृति बदल गेलइ, आउ ओकर जीवन-रस के एगो नयका दिशा देलकइ। लेकिन कृषक कानून के सामने मरल हइ, अइसन हमन्हीं कहते गेलिअइ ... नञ्, नञ्, ऊ जीवित रहतइ, अगर ऊ चाहइ ...
[*219] "अगर मालिक तूँ हमर मजाक नञ् उड़ा रहलऽ ", अन्युता हमरा से बोललइ, " हम तोहरा से कहबो; हमर बाप अभी जीवित नञ्, दू साल पहिलहीं गुजर गेला, माय हके आउ एगो छोटकी बहिन। हमर बाबूजी हमन्हीं लगी पाँच घोड़ा छोड़के गेला , आउ तीन गो गाय। आउ छोटगर-छोटगर जानवर हके आउ काफी मुरगा-मुरगी; लेकिन घर में कोय अदमी नञ् काम करे वला। हमरा एगो धनगर घर में विवाह करहीं जा रहते गेले हल, एगो दस साल के लड़का से; लेकिन हम नञ् चहलिअइ। हमरा अइसन बुतरू से की करना हलइ; हम ओकरा से प्रेम नञ् कर सकबइ। आउ जब ऊ जवान होतइ, त हम बूढ़ी हो जइबइ, आउ ऊ दोसर-दोसर लड़कियन पीछू भागतइ। आउ लोग के कहना हइ, कि खुद ससुर अपन जवान पुतहुअन साथे सुत्तऽ हइ, जब तक कि बेटवन जवान नञ् हो जइतइ। ओहे से हमरा ओकर परिवार में विवाह नञ् करे के मन कइलकइ। हम अपन उमर के लड़का चाहऽ ही। हम अपन पति के प्यार करम, आउ ऊ हमरा प्यार करत, एकरा में हमरा कोय सन्देह नञ्। हमरा जवान लड़कन साथ घुम्मे-फिरे लगी पसीन नञ्, लेकिन विवाह करे के मन करऽ हके। आउ जानऽ हो काहे लगी?" अन्युता [*220] अपन नजर झुकइले बोललइ।
"बताव, हमर दुलारी अन्युतुश्का, लजाव नञ्; निर्दोषता के होंठ से सब शब्द निष्पाप होवऽ हइ।"
“ठीक हको, सुन्नऽ। परसाल, एक साल पहिले, हमर पड़ोसी अपन बेटा के विवाह हमर सहेली से कइलकइ, जेकरा साथ हम हमेशे बैठक में जा हलिअइ। ओकर पति ओकरा प्यार करऽ हइ, आउ ऊ अपन पति के एतना प्यार करऽ हइ कि विवाह के दसमा महिन्ना में ओकरा लगी एगो बेटा के जनम देलकइ। हरेक शाम के ऊ गेट के बाहर ओकरा घुमावे लगी ले जा हइ। ओकरा अपन बेटवा के देखे से मन नञ् भरऽ हइ। लगऽ हइ, बुतरुओ अपन मइया के प्यार करे लगले ह। जइसीं ओकरा मइया कहतइ ‘अहो, अहो’, ऊ मुसकराय लगतइ। हमरा तो रोज दिन ओकरा देखके आँख में लोर भर आवऽ हके; हमरो बिलकुल अइसने बुतरू के कामना होवऽ हके ...”
हियाँ परी हमरा से रहल नञ् गेलइ आउ अन्युता के आलिंगन करके हम पूरे दिल से ओकरा चूम लेलिअइ।
"देखऽ मालिक, तूँ कइसन धोखेबाज हकऽ, तूँ तो हमरा साथ खेलवाड़ करऽ ह। दूर हटऽ हमरा भिर से, ई गरीब अनाथ के छोड़ दऽ", अन्युता रोते-रोते बोललइ। "अगर [*221] हमर बाबूजी जिन्दा रहथुन हल आउ ई देख लेथुन हल, त तोरा कुलीन रहलो पर तोरा निम्मन से पिटम्मस कर देथुन हल।"
"नराज नञ् हो हमर दुलारी अन्युतुश्का, नराज मत हो, हमर चुम्बन तोर गुण के दूषित नञ् करतो। ऊ हमर नजर में पवित्तर हको। हमर चुम्बन तोरा प्रति आदर के सूचक हको आउ ई हमर गहराई से प्रभावित आत्मा के आनन्दात्मक प्रतिक्रिया हलो। हमरा से डरऽ मत, प्यारी अन्युता, हमन्हीं के जवान कुलीन नियन खूँखार जानवर नञ् हियो, जेकन्हीं एगो कुमारी के पवित्रता से वंचित करे में कुच्छो नञ् सोचते जा हइ। अगर हमरा मालुम होतो हल कि हमर चुम्बन से तूँ नराज हो जइबऽ त हम भगमान के कसम खाके कहऽ हियो कि हम तोहर चुम्बन लेवे के साहस नञ् करतियो हल।
"तूँ खुद्दे सोचहो मालिक, कि हम चुम्बन से कइसे नराज नञ् होतियो हल, जबकि हमर सब कुछ दोसरा लगी वचन देल हइ। पहिलहीं सब कुछ न्योछावर कइल हइ, आउ हमर ऊ सब पर कोय अधिकार नञ्।"
"तूँ तो हमरा मोहित करऽ ह। तूँ तो प्यार करे लगी सीख चुकलऽ ह। तूँ अपन दिल खातिर संतोषजनक दोसरा दिल खोज चुकलऽ ह। तूँ बहुत सुखी होबऽ। तोहन्हीं के एकता (मिलाप) के कुच्छो नञ् [*222] भ्रष्ट कर पइतो। तूँ चुपके-चोरी से नजर रखे वला से घेरल नञ् रहबऽ, जे विनाश के जाल में तोरा फँसावे के चक्कर में रहे। तोरा हार्दिक प्रेम करे वला के कान ओइसन फुसलाहट के अवाज से घायल नञ् होतो, जे तोरा प्रति विश्वास के उल्लंघन करे लगी प्रेरित करे। लेकिन हमर दुलारी अन्युता, तूँ अपन प्यारा मित्र के आलिंगन के सुख से वंचित काहे लगी हकऽ?"
"ओह मालिक, ई कारण से कि ओकरा हमर घर में आवे नञ् देते जा हइ। ओकन्हीं सो रूबल माँगऽ हइ। आउ माय हमर हमरा जाय नञ् दे हइ, काहेकि ओकरा हीं हम हीं एगो कमाय वली हिअइ।"
"लेकिन कीऽ ऊ तोरा प्यार करऽ हउ?"
"कइसे नञ् प्यार करतइ? ऊ साँझ के साँझ हमर घर आवऽ हइ आउ हमन्हीं दुन्नु अपन सहेली के बुतरू के देखऽ हिअइ ... ओकरो ओइसने बुतरू के चाह हइ। हमरा तकलीफ होतइ, लेकिन हमरा बरदास करे पड़तइ।  हमर वन्युख़ा (वान्या) नाव पर काम करे खातिर पितिरबुर्ग जाय लगी चाहऽ हइ आउ तब तक नञ् लौटतइ जब तक कि अपन मुक्ति लगी सो रूबल कमा नञ् ले हइ।"
"नञ् हमर दुलारी अन्युतुश्का, ओकरा मत जाय दे, [*223] ओकरा मत जाय दे; ऊ अपन बरबादी लगी जइतउ। हुआँ ऊ पीए लगी सीख जइतउ, पैसा बरबाद करे लगी सीख जइतउ, चटोहर बन जइतउ, काम में मन नञ् लगइतउ, आउ सबसे बढ़के ई बात कि ऊ तोरा प्यार करना भूल जइतउ।"
"आह मालिक, हमरा डेरावऽ मत", अन्युता लगभग रोते-रोते बोललइ।
"आउ एकरो से जादे खराब होतो अन्युता, अगर ऊ कोय कुलीन के घर में सेवा करतो। मालिक के उदाहरण उपरौकन नौकर-चाकर के प्रदूषित करऽ हइ, निचलौकन के उपरौकन से छूत लगऽ हइ, आउ ओकन्हीं से व्यभिचार के कीड़ा गाम में फैल जा हइ। उदाहरण एगो वास्तविक प्लेग हइ; कोय जे देखऽ हइ, ऊ ओहे करऽ हइ।"
"फेर हम की करूँ? तब तो हमर ओकरा से कभियो ब्याह नञ् होत। ओकरा लगी तो अब ब्याह करे के उमर हो चुकले ह; ऊ दोसर लड़कियन के पीछू नञ् दौड़े वला हइ; आउ हमरा ओकर घर में प्रवेश नञ् देल जा हइ; तब तो ओकरा कोय दोसर लड़की से ब्याह देल जइतइ, आउ हम तो शोक से मर जाम ...।" एतना बात ऊ फूट-फूटके रोते बोललइ।
"नञ् हमर दुलारी अन्युतुश्का, तोर बिहाने ओकरा साथ विवाह होतो। तूँ हमरा अपन माय भिर ले चलऽ।"
[*224] "अइकी ई हमर घर हके", रुकते ऊ कहलकइ।
"तूँ अलगे चल जा, तोहर माय हमरा साथ देखथुन, त हमरा बारे खराब सोचथुन। आउ ऊ हमरा नहियों पिटथुन, तइयो उनकर एगो शब्द भी सब तरह के प्रहार से हमरा लगी भारी होत।"
"नञ् हमर अन्युता, हम तोरा साथ जइबो; ... आउ ओकर उत्तर के बिन इंतजार कइले, हम गेट के अंदर चल गेलिअइ आउ सीधे ज़ीना पर चढ़के झोपड़ी के अंदर गेलिअइ। अन्युता हमर पीछू चिल्ला रहले हल, ठहरऽ मालिक, ठहरऽ। लेकिन हम ओकर बात पर ध्यान नञ् देलिअइ। झोपड़ी के अंदर हम अन्युता के माय के देखलिअइ, जे आँटा गूँथ रहले हल; ओकर नगीच बेंच पर ओकर भावी दामाद बैठल हलइ। हम ओकरा बिन कुछ घुमइले-फिरइले कहलिअइ कि हमर इच्छा हइ कि ओकर बेटी इवान से विवाह कर ले आउ ओकरा लगी हम ऊ चीज ले अइलिए हल जे ई काम में आवल बाधा के दूर कर देतइ।"
"धन्यवाद मालिक", बुढ़िया बोललइ, "एकरा में अब कोय जरूरत नञ् हइ। वान्युख़ा अब आके कहलकइ कि ओकर बाप ओकरा हमर घर में आवे लगी अनुमति दे देलके ह। आउ हमरा हीं एतवार के विवाह हो जइतइ।"
"त हमर वचन देल उपहार [*225] अन्युता लगी दहेज होवे।"
"एकरो लगी धन्यवाद। बयार (कुलीन) लोग लड़कियन के कोय उपहार फोकट के नञ् देते जा हथिन। अगर तूँ हमर अन्युता के कुछ कइलऽ ह, आउ ओकरा लगी ओकरा उपहार दे हो, त भगमान तोरा तोर पाप के दंड देथुन; आउ पैसा तो हम नञ् लेबो। अगर तूँ भला अदमी हकऽ आउ गरीब लोग के दुख नञ् दे हो, त तोहरा हीं से पैसा लेला पर दुष्ट लोग नञ् मालुम की-की सोचते जइतइ।"
हम ग्रामीण लोक के विचार में अइसन उत्कृष्टता पाके यथेष्ट प्रशंसा नञ् कर पइलिअइ। अन्युता एहे दौरान झोपड़ी के अंदर अइलइ, आउ अपन मइया के सामने हमर प्रशंसात्मक शब्द कहलकइ। हम अभियो ओकन्हीं के पैसा देवे के इरादा कर रहलिए हल, इवान के देके ताकि ऊ अपन घर बसा सके; लेकिन ऊ हमरा कहलकइ - "हमरा मालिक दू हाथ हइ, हम ओकरा से घर स्थापित कर लेम।"
ई देखके कि हमर उपस्थिति ओकन्हीं लगी बहुत प्रिय नञ् लग रहले हल, हम ओकन्हीं के छोड़ देलिअइ आउ अपन किबित्का भिर लौट अइलिअइ।
एद्रोवो से बाहर जइते, हमर दिमाग से अन्युता के विचार निकस नञ् पइलइ। ओकर निर्दोष [*226] स्पष्टवादिता हमरा अत्यन्त पसीन पड़लइ। ओकर माय के उदार व्यवहार हमरा मुग्ध कर लेलकइ। हम आँटा गूँथे के बरतन के उपरे, चाहे गाय बिजुन दूध दुहे के बरतन के उपरे रोल कइल आस्तीन वली ई आदरणीय माय के तुलना शहरी माय लोग के साथ कइलिअइ। किसैनी हमरा से निर्मल आउ नेकनीयत के सो रूबल लेवे लगी नञ् चहलकइ, जे ओकर हैसियत के हिसाब से एगो कर्नल, प्रिवी काउंसिलर, मेजर, चाहे जेनरल (सेनापति) के पत्नी खातिर पाँच, दस, पनरह हजार या जादहीं कीमत के होते हल। अगर कर्नल, मेजर, प्रिवी काउंसिलर चाहे जेनरल के पत्नी, ... (जे एद्रोवो के कोचवान के पत्नी के हमर देल वचन के तुलनात्मक रूप से बराबर होते हल), जेकर बेटी चेहरा के सुन्दरता में खराब नञ् होते हल, चाहे खाली निर्दोष रहते हल, आउ ओकरा एगो सत्तर साल के नामी-गरामी कुलीन, चाहे खुदा खैर करे, बहत्तर साल के कुलीन पाँच, दस, पनरह हजार, चाहे एगो काफी बड़गो दहेज देवे के प्रस्ताव रखते हल, चाहे ओकर दुलहा खातिर एगो सरकारी अफसर खोज देते हल, चाहे  [*227] ओकरा राज-सेविका (lady-in-waiting) के पद देला देते हल, त हम तोहरा शहरी माय लोग के पुच्छऽ हियो, कीऽ तोहर दिल नञ् धड़कना बन्द हो जइतो हल? कीऽ तोरा अपन बेटी के सोना के अइसन करेता (घोड़ागाड़ी) में देखे के मन नञ् करतो हल, जेकरा में हीरा जड़ल होवे, जेकरा चार घोड़ा घींच रहल होवे, अगर ऊ अभी तक पैदल जा हलो, चाहे एक के पीछू एक जोड़ी जोतल घोड़वन द्वारा घिंच्चल गाड़ी में यात्रा कर रहल होवे, एकरा बजाय कि अभी ओकरा घींचके ले जा रहल दू गो मरियल टट्टू वला गाड़ी में? ई मामले में हम तोहन्हीं से सहमत हियो कि रस्म आउ शिष्टाचार के तोहन्हीं पालन करते जइबहो आउ ओतना असानी से थियेटर के लड़कियन नियन आत्मसमर्पण कर देते जइबहो। नञ् हमर प्यारी, हम तोहरा एक चाहे दू महिन्ना के समय देबो, एकरा से जादे नञ्। आउ अगर तोहन्हीं प्रथम श्रेणी के व्यक्ति के आउ जादे बेकार के उच्छ्वास लेवे लगी छोड़ देते जइबहो, त ऊ सरकारी काम में बहुत व्यस्त होवे के चलते, तोहन्हीं के छोड़ देतो ताकि ऊ बेशकीमती समय के तोहन्हीं खातिर बरबाद नञ् करे, जेकर सदुपयोग बेहतर ऊ सार्वजनिक काम में करतइ। हजारो अवाज हमरा विरुद्ध उट्ठे लगऽ हइ; हमरा हर तरह के गंदा गारी देते जा हइ; नीच, धोखेबाज, बदमाश ... जानवर ... आदि, आदि ... [*228] हमर प्यारी, शान्त हो जा, हम तोहर इज्जत में बट्टा नञ् लगावऽ हियो। की तोहन्हीं सब अइसन हकहो? ई दर्पण में देखहो, तोहन्हीं में से केऽ ओकरा में खुद के पछानऽ हइ, ऊ हमरा कइसनो दया-मया के हमरा डाँटे-फटकारे। हम ओकरा विरुद्ध शिकायत नञ् करम, आउ न ओकरा विरुद्ध कोय नालिश करम।
"अन्युता, अन्युता, तूँ तो हमर माथा चकरा देलँऽ! काहे नञ् हम तोरा से जान-पछान 15 साल पहिले नञ् कर लेलियो हल? तोर स्पष्टवादी निर्दोषता, जे कामुकता के साहस के विरुद्ध अभेद्य हको, हमरा सत्पथ पर जाय लगी सिखावत हल। काहे नञ् हमर ऊ चुम्बन हमर जिनगी के पहिला चुम्बन हल, जे हम तोर गाल पर अपन आत्मा के हर्षातिरेक में जड़लियो हल? तोर सजीव गुण के प्रभाव हमर हृदय के गहराई तक प्रविष्ट हो जात हल आउ हम ऊ सब शरमनाक करम से बच जइतूँ हल जेकरा से हमर जिनगी भरल हके। हम कामुकता के घृणास्पद भाड़ा के टट्टू से खुद के दूर रखतूँ हल, वैवाहिक बिस्तर के आदर करतूँ हल, अपन वैषयिक अतृप्तता में घरेलू बंधन के उल्लंघन नञ् करतूँ हल; [*229] कौमार्य हमरा लगी पवित्र में से पवित्र वस्तु रहत हल आउ एकरा स्पर्श करे के हम साहस नञ् करतूँ हल। ओ हमर अन्युतुश्का! हमेशे नगीच में बैठऽ, आउ अपन निःसंकोच निर्दोषता से हम सब के उपदेश दऽ। हमरा विश्वास हको कि ओकरा सदाचार के रस्ता पर मोड़बऽ जे सत्पथ से भ्रष्ट होवे लगतइ, आउ पथभ्रष्ट होवे के प्रवृत्ति वला के अंतःकरण में शक्ति देबऽ। तूँ चिंतित नञ् होइहऽ अगर दुराचार में गहराई से डुब्बल आउ पक्का निर्लज्ज तोरा भिर से गुजरे आउ तोर मजाक उड़ावे; तूँ ओकर रस्ता नञ् रोकिहऽ आउ अपन बातचीत से ओकरा खुश करे के प्रयास नञ् करिहऽ। ओकर हृदय पत्थल बन चुकले ह; ओकर आत्मा हीरा के परत से ढँक गेले ह। निर्दोष सद्गुण के उपकारक दंश ओकरा पर कोय गहरा छाप नञ् छोड़तइ। एकर छोर दृढ़ पाप के चिकना सतह पर से सरकके चल जइतइ। सवधान हो जा, कहीं तोर तेज हथियार ओकरा से भोथर नञ् हो जाय। लेकिन जवान के गुजरे नञ् दऽ, जे सौन्दर्य के खतरनाक सम्मोहन से झाँसा में आ जा सकऽ हको; ओकरा तूँ अपन जाल में पकड़ लऽ। ऊ अभिमानी, घमंडी, [*230] जोशीला, ढीठ, साहसी, अपमानकारक, कष्टदायक प्रतीत होवऽ हको। लेकिन ओकर हृदय तोहर प्रभाव में झुक जइतो आउ तोहर हितकारी उदाहरण के प्रतिक्रिया देखइतो। अन्युता, हम तोरा से अलगे नञ् हो सकऽ हकियो, हलाँकि हमरा तोरा भिर से बीसमा विर्स्ता के पोस्ट पहुँच गेल देखाय दे हको।
लेकिन ई कउन रिवाज हलइ जेकरा बारे अन्युता बतइलकइ? ओकर शादी एगो दस साल के बुतरू से करे लगी चाहते जा हलइ। केऽ अइसन बंधन के अनुमति दे सकऽ हलइ? काहे नञ् ऊ हाथ जे कानून के रक्षा करऽ हइ, अइसन बुराई के उन्मूलन लगी हथियार उठावऽ हइ? क्रिश्चियन कानून के अनुसार विवाह एगो पवित्र संस्कार हइ, सिविल कानून के अनुसार एगो सहमति या समझौता। कउन पुरोहित अइसन बेमेल विवाह के आशीर्वाद दे सकऽ हइ, चाहे कउन जज अपन रजिस्टर में एकर प्रविष्टि कर सकऽ हइ? जाहाँ उमर में समानता नञ् हइ, हुआँ विवाह नञ् हो सकऽ हइ। एकरा प्रकृति के नियम प्रतिबंधित करऽ हइ, जे मानव लगी [*231] अनुपयोगी हइ; एकरा सिविल कानून के प्रतिबन्ध लगावे के चाही, जे समाज लगी हानिकारक हइ। पति आउ पत्नी समाज में दू नागरिक हइ, जे समझौता करते जा हइ, जेकर पुष्टि कानून में कइल हइ, जेकरा से सबसे पहिले ओकन्हीं पारस्परिक ऐन्द्रिय सुख के वचन देते जा हइ (आउ हियाँ परी सह-अस्तित्व के सबसे पहला नियम आउ वैवाहिक बन्धन के बुनियाद पर कोय नञ् प्रश्न उठावे के साहस करतइ, जे विशुद्धतम प्रेम के स्रोत हइ आउ दाम्पत्य सहमति के बुनियाद के दृढ़ पत्थल हइ), साथ-साथ रहे के, सांसारिक वस्तु पर सामान्य रूप से अधिकार रक्खे के, अपन प्यार के फल उत्पन्न करे के आउ बिन एक दोसरा के कष्ट देले शांतिपूर्वक रहे के वचन देते जा हइ। ई समझौता के शर्त के पूरा कइल जा सकऽ हइ अगर उमर में असमानता हइ? अगर पति दस साल के हइ, आउ पत्नी पचीस साल के, जइसन कि अकसर कृषक वर्ग में होवऽ हइ; आउ अगर पति पचास साल के आउ पत्नी पनरह चाहे बीस साल के हइ, जइसन कि कुलीन वर्ग में होवऽ हइ, त कीऽ पारस्परिक ऐन्द्रिय सुख के आनन्द मिल सकऽ हइ? [*232] बतावऽ ऐ बुड्ढे पति लोग, लेकिन अंतकरण से बतावऽ, कीऽ तूँ पति के नाम के योग्य हकऽ? तूँ खाली प्रेम के अग्नि के प्रज्वलित कर सकऽ ह, लेकिन ओकरा बुझावे के हालत में नञ् हकऽ। उमर के असमानता प्रकृति के सबसे पहिला नियम में से एक के उल्लंघन होवऽ हइ; त कीऽ मानवकृत कानून दृढ़ हो सकऽ हइ, अगर एकर बुनियाद प्रकृति पर आधारित नञ् हइ? आउ अधिक स्पष्ट रूप से कहल जाय, त एकर अस्तित्वे नञ् हइ। पारस्परिक प्रेम के फल उत्पन्न करना। लेकिन कीऽ हियाँ परी पारस्परिक हो सकऽ हइ, जाहाँ एक दने तो ज्वाला हइ, आउ दोसरा दने असंवेदना? कीऽ हियाँ फल हो सकऽ हइ, अगर रोपल पेड़ के हितकारी वर्षा आउ पोषक ओस से वंचित रक्खल जा हइ? आउ कभी फल होवो करतइ, त ई मुरझाल रहतइ, कुरूप होतइ आउ जल्दीए गल जइतइ। एक दोसरा के कष्ट नञ् पहुँचाना। ई नियम शाश्वत हइ, विश्वसनीय हइ, कि अगर दम्पती में आनन्ददायक सहानुभूति हइ, ओकन्हीं के संवेदना बराबर रूप से संतुष्टि पावऽ हइ, [*233] वैवाहिक बन्धन खुशहाल रहतइ; आउ छोटगर-छोटगर चिंता आनन्द के आगमन से जल्दीए शांत हो जइतइ। आउ जब बुढ़ापा के शीतलहरी इंद्रिय सुख पर अभेद्य आवरण डाल देतइ, तब पहिलौका गरमी के आद बुढ़ारी के चिड़चिड़ापन के शान्त कर देतइ। वैवाहिक समझौता के एक शर्त असमानता में भी पूरा कइल जा सकऽ हइ। साथ-साथ रहना। लेकिन की एकरा में पारस्परिकता रहतइ? एगो निरंकुश शासक होतइ, जेकर हाथ में शक्ति रहतइ, दोसरा एगो दुर्बल प्रजा आउ पक्का दास, जे खाली अपन मालिक के आदेश के पालन करे में सक्षम रहतइ। त अन्युता, ई सब सुविचार हको जेकरा से तूँ हमरा प्रेरित कइलऽ ह। अलविदा हमर दुलारी अन्युतुश्का, तोर उपदेश हमेशे हमर हृदय में अंकित रहतो, आउ हमर बेटवन के बेटवन (अर्थात् पोतवन) के ऊ विरासत में मिलतइ।
ख़ोतिलोव डाक स्टेशन अब देखाय देवेलगले हल, लेकिन हम अभियो तक एद्रोवो के लड़की के बारे सोब करऽ हलिअइ, आउ हम अपन आत्मा के हर्षातिरेक में जोर से [*234] चिल्ला उठलिअइ - "ओ अन्युता! अन्युता!" रोड ऊबड़-खाबड़ हलइ, घोड़वन कदम-कदम चल रहले हल; हमर कोचवान हमर बात सुन लेलकइ आउ हमरा दने तकलकइ - "लगऽ हइ मालिक", अपन टोपी सम्हारते ऊ हमरा दने मुसकइते बोललइ, "कि अपने के हमर अन्युत्का पसीन पड़ गेलइ। वास्तव में बड़ी निम्मन लड़की हइ! खाली अपनहीं के ऊ पसीन नञ् पड़ले ह ... सबके ऊ मोहित कर लेलके ह ... हमन्हीं के गाम में कइएक सुन्दर लड़की हइ, लेकिन ओकरा सामने सब्भे कुछ नञ्। केतना निम्मन नृत्य करऽ हइ! कोय रहे, सबके ऊ नृत्य में हरा देतइ ... आउ जब ऊ खेत में फसल के कटनी खातिर जा हइ ... त लगतो कि ओकरा देखते रहिअइ। हूँ ... भाय वानका भाग्यशाली हइ।"
"इवान तोर भाय हको?"
"चचेरा भाय। आउ लड़का बहुत निम्मन हइ! तीन युवक अन्युत्का से विवाह के प्रस्ताव रखलकइ; लेकिन इवान सबके पीछू छोड़ देलकइ। ओकन्हीं बहुत कुछ प्रयास करते गेलइ, लेकिन कोय फयदा नञ् होलइ। आउ वान्युख़ा ओकरा तुरतम्मे रिझा लेलकइ ..." (तखनिएँ हमन्हीं गाम में प्रवेश करते गेलिअइ) ... अउकी मालिक! हरेक कोय नाच रहले ह लेकिन कइसूँ कलाबाज (acrobat) नियन नञ्।" आउ गाड़ी डाक स्टेशन तक पहुँच गेलइ।
[*235] "सब कोय नाचऽ हइ, लेकिन कइसूँ कलाबाज नियन नञ्", किबित्का से उतरते हम दोहरइलिअइ ... "सब कोय नाचऽ हइ, लेकिन कइसूँ कलाबाज नियन नञ्", झुकते बखत हम दोहरइलिअइ, फेर सीधा होके खड़ी हो गेलिअइ ...



[1] रादिषेव के संकेत ऊ समस्या दने हइ जे रूस में शहरी क्षेत्र में अनजान बाल-बुतरू के संख्या बढ़ जाय के चलते उठले हल। एकर समाधान के रूप में मास्को आउ पितिरबुर्ग में 1764 से अनाथालय स्थापित कइल गेलइ, हलाँकि जइसन परिस्थिति में ओकन्हीं रहऽ हलइ ओकरा चलते ओकन्हीं के स्थिति आउ बत्तर हो गेलइ।
[2] 1 विर्शोक = 4.45 सें.मी. = 1.75 इंच। अतः 5 विर्शोक = 22.25 सें.मी. या 8.75 इंच; 6 विर्शोक = 26.70 सें.मी. या 10.50 इंच।
[3] 1 अर्शीन = 28 इंच।
[4] कॉर्सेट (Corsets) - स्त्री के छाती के निच्चे से नितम्ब तक के बिलकुल कस्सत फिट होवे वला अन्तरीय वस्त्र, जे ओकर देह के आकार में रक्खऽ हइ।
[5] इमिल्यान पुगाचोव (1742-1775), जे खुद के सम्राट् प्योत्र तृतीय (1728-1762) मानऽ हलइ।

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