विजेट आपके ब्लॉग पर

Saturday, August 13, 2011

62. मगही भाषा के उत्थान में जीवन भर लगे रहे योगेश



हिन्दुस्तान दैनिक, पटना संस्करण, दिनांक 13 अगस्त 2011, पृ॰ 10

अथमलगोला । संवाद सूत्र
मगही भाषा के उत्थान और विकास के लिए जीवन पर्यन्त समर्पित रहे महाकवि योगेश। यह बातें बाढ़ के जदयू विधायक ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ज्ञानू ने शुक्रवार को योगेश फाउंडेशन के बैनर तले फौजदार सिंह उच्च विद्यालय के सभागार में आयोजित मगध मयूर डॉ. योगेश्वर सिंह योगेश की दूसरी पुण्यतिथि पर कही। योगेश को मगध का धरोहर के रूप में याद करते हुए विधायक ने कहा कि जल्द ही डॉ. योगेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। पूर्व राजभाषा मंत्री विजय कृष्ण ने मगही और भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने, मगही के अप्रकाशित साहित्य व पांडुलिपियों को प्रकाशित कराये जाने की मांग सरकार से की। श्रीकृष्ण ने मगही अकादमी को आर्थिक रूप से सशक्त बनाये जाने पर जोड़ देते हुए कहा कि मगही शोध संस्थान की स्थापना ही सही मायने में योगेश जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इससे पूर्व कवि सम्मेलन सह विचार गोष्ठी का उद्घाटन मगही अकादमी के अध्यक्ष उदय शंकर शर्मा ने किया। समारोह को प्रो. साधुशरण सिंह सुमन ,फाउण्डेशन के सचिव अनिल कुमार सिंह, सुबोध सिंह, राणा उदय सिंह, जदयू नेता महेश प्रसाद सिंह आदि मौजूद थे। समारोह में साहित्यकार पं. सत्यनारायण चतुर्वेदी समेत अन्य कवियों को अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

No comments: