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ई
रात के हमर सपना में स्वर्गीया बैरोनेस फ़ॉन व*** (Baroness von V***)
प्रकट
होलइ । ऊ बिलकुल उज्जर पोशाक में हलइ आउ हमरा कहलकइ –
"निम्मन स्वास्थ्य के कामना, मिस्टर प्रिवी
काउंसिलर!"
--- श्वेडेनबोर्ग [1]
ऊ
निर्णायक रात के तीन दिन बाद सुबह के नो बजे हेर्मान *** मठ (Monastery) में गेलइ,
जाहाँ परी मृत काउंटेस के आत्मा के शांति लगी प्रार्थना कइल जाय वला हलइ । ऊ पश्चात्ताप
के कुच्छो अनुभव नयँ करऽ हलइ, लेकिन तइयो अंतःकरण के अवाज के बिलकुल शांत नयँ कर पइलकइ,
जे ओकरा लगातार कह रहले हल - "तूँ बुढ़िया के हत्यारा हीं !" ओकरा में धार्मिक
आस्था कम हलइ, लेकिन ऊ बहुत अंधविश्वासी हलइ । ओकरा विश्वास हलइ कि मृत काउंटेस ओकर
जिनगी पर हानिकारक प्रभाव डाल सकऽ हलइ - आउ ओहे से ऊ ओकर अंत्येष्टि में जाय के निर्णय
कइलकइ ताकि ओकरा से क्षमा माँग सकइ ।
गिरजाघर
भरल हलइ । हेर्मान लोग के भीड़ के चीरके अपन रस्ता बनइते आगू बढ़लइ । ताबूत (coffin)
एगो शानदार शवयान में रक्खल हलइ जेकरा पर मखमली छत्र (canopy) हलइ । ओकरा में दिवंगता
फीतादार टोपी आउ सैटिन (satin) उज्जर पोशाक में छाती पर हाथ आड़े-तिरछे करके पड़ल हलइ
। चारो तरफ घेरले ओकर घर के लोग खड़ी हलइ - कार कफ्तान में, कन्हा पर पारिवारिक कुलचिह्न
सहित रिबन लगइले आउ हाथ में मोमबत्ती लेले नौकर-चाकर; रिश्तेदार - बेटवन-बेटिअन, पोतवन-पोतिअन
आउ परपोतवन-परपोतिअन - गहरा शोक में डुब्बल । कोय नयँ कन रहले हल; आँसू une
affectation [(फ्रेंच) एगो देखावा] होते हल । काउंटेस एतना बूढ़ी हलइ कि ओकर मौत से
केकरो अचरज नयँ होते हल आउ ओकर रिश्तेदार कब
के ओकरा अपन जिनगी जी चुकल मान चुकले हल । एगो जवान बिशप (bishop) अंत्येष्टि भाषण
देब करऽ हलइ । सरल आउ मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति में ऊ पवित्र महिला के शांतिपूर्ण मौत
के वर्णन कइलकइ, जेकरा लगी लमगर वर्ष (long years) ईसाई के अनुरूप शांत, मर्मस्पर्शी
अंत के तैयारी रहले हल । "मौत के देवदूत ओकरा", वक्ता कहलकइ, "पावन
विचार में जगरना करते आउ अधरतिया दुलहा के प्रत्याशा में पइलकइ ।" [2] धार्मिक
सेवा शोकपूर्ण शिष्टता के साथ संपन्न होलइ । रिश्तेदार सब सबसे पहिले मृत काउंटेस से
विदा लेवे लगी आगू बढ़लइ । बाद में कइएक अतिथि ओकरा झुकके अभिवादन करे लगी अग्रसर होते
गेलइ, जे एतना लमगर अवधि से ओकन्हीं के तुच्छ मनोरंजन में भाग लेलके हल । फेर ओकन्हीं
के बाद घर के सब लोग। आखिरकार नगीच अइलइ एगो बूढ़ी नौकरानी, जे दिवंगता के हमउम्र हलइ
। दू गो जवान लड़की हाथ के सहारा देके ओकरा लइलकइ । ओकरा जमीन तक झुकके अभिवादन करे
के हूब नयँ हलइ - आउ ऊ अकेल्ले हलइ जे अपन मालकिन के ठंढगर हाथ के चूमके कुछ अश्रु
बहइलकइ । ओकरा बाद हेर्मान ताबूत भिर जाय के निर्णय कइलकइ । ऊ जमीन तक झुकलइ आउ कुछ मिनट तक ठंढका
फर्श पर पड़ल रहलइ, जेकरा पर देवदारु (fir) के टहनी बिखरल हलइ । आखिरकार ऊ ठीक दिवंगता
नियन पीयर चेहरा के साथ उठलइ, शवयान के सोपान चढ़के उपरे गेलइ आउ (लाश तरफ) झुक गेलइ
... ओहे क्षण ओकरा लगलइ कि मृतका एक आँख मटकइते ओकरा तरफ उपहास मुद्रा में देखलकइ ।
हेर्मान शीघ्रतापूर्वक पीछू हटलइ, लड़खड़ा गेलइ आउ लोघड़ाल जमीन पर चित पड़ गेलइ । ओकरा
उठावल गेलइ । ठीक ओहे समय लिज़ावेता इवानोव्ना के मूर्छित अवस्था में बहरसी गिरजाघर
के ड्योढ़ी पर लावल गेलइ । ई घटना कुछ मिनट लगी शोकपूर्ण संस्कार के गंभीरता के अस्तव्यस्त
कर देलकइ । उपस्थित लोग के बीच धीमा खुसुर-फुसुर शुरू होलइ, आउ एगो दुब्बर-पातर कामेरहेर
[Kammerherr - (जर्मन) प्रबंधक], जे दिवंगता के नगीची रिश्तेदार हलइ, बगल में खड़ी एगो
अंग्रेज से कान में फुसफुसइलइ कि नवयुवक अफसर ओकर जारज (अवैध) बेटा हइ, जेकरा पर अंग्रेज
रुखाई से उत्तर में बोललइ - "ओह ?"
दिन
भर हेर्मान अत्यंत व्याकुल रहलइ । एगो एकांत शराबखाना में भोजन करते बखत ऊ अपन आंतरिक
व्याकुलता के शांत करे खातिर सामान्य आदत के अपेक्षा बहुत जादहीं पी लेलकइ । लेकिन
शराब ओकर कल्पना के आउ अधिक उभाड़ देलकइ । घर वापिस अइला पर ऊ बिन कपड़ा बदललहीं पलंग
पर धम से पड़ गेलइ आउ गहरा नीन में सुत गेलइ ।
ऊ
जब जगलइ त रात हो चुकले हल - चान ओकर कमरा के प्रकाशित कर रहले हल । ऊ घड़ी पर नजर डललकइ
- पौने तीन बजले हल । ओकर नीन उड़ गेले हल; ऊ पलंग पर बैठ गेलइ आउ बुढ़िया काउंटेस के
अंत्येष्टि के बारे सोचे लगलइ ।
तखनिएँ
कोय तो रोड तरफ से खिड़की में से होके ओकरा दने हुलकलइ - आउ तुरतम्मे हट गेलइ । हेर्मान
एकरा पर कोय ध्यान नयँ देलकइ । एक मिनट बाद ओकरा सुनाय पड़लइ कि प्रवेश-कक्ष के दरवाजा
खुललइ। हेर्मान सोचलकइ कि ओकर अर्दली हमेशे के तरह पीके धुत्त होल रात में गुलछर्रा
उड़ाके वापिस अइलइ । लेकिन ऊ अपरिचित कदम के आहट सुनलकइ - कोय तो धीमे चप्पल घसीटते
आब करऽ हइ । दरवाजा खुललइ, एगो औरत उज्जर पोशाक में अंदर अइलइ । हेर्मान ओकर अपन बूढ़ी
धाय समझलकइ आउ ओकरा अचरज होलइ कि ओकरा कउची अइसन बखत में हियाँ लइलके होत । लेकिन उज्जर
पोशाक पेन्हल औरत सरकके अचानक ओकर सामने प्रकट हो गेलइ - आउ हेर्मान काउंटेस के पछान
लेलकइ !
"हम
अपन इच्छा के विरुद्ध तोरा भिर अइलियो ह", ऊ दृढ़ स्वर में कहलकइ, "लेकिन
हमरा तोर अनुरोध के पूरा करे के औडर मिललो ह । तिक्का, सत्ता आउ एक्का तोरा लगातार
जितावे वला पत्ता हउ - लेकिन ई शर्त के साथ कि तूँ एक दिन में एक पत्ता से जादे दाँव
पर नयँ लगइम्हीं आउ बाद में सारी जिनगी फेर नयँ खेलम्हीं। तोरा हम अपन मौत खातिर माफ
कर दे हिअउ, ई शर्त पर कि तूँ हमर आश्रिता लिज़ावेता इवानोव्ना से शादी कर लेम्हीं
..."
एतना
कहके ऊ शांतिपूर्वक मुड़लइ, दरवाजा दने गेलइ आउ चप्पल घसीटते अलोप हो गेलइ । हेर्मान
के ड्योढ़ी पर के दरवाजा बंद होवे के अवाज सुनाय देलकइ आउ देखलकइ कि कोय तो फेर से खिड़की
में से ओकरा दने हुलकलइ ।
हेर्मान
देर तक अपन होश में नयँ आ पइलइ । ऊ दोसर कमरा में घुसलइ । ओकर अर्दली फर्श पर सुत्तल
हलइ; हेर्मान ओकरा जबरदस्ती कइसूँ जगा पइलकइ । अर्दली हमेशे के तरह पीके धुत्त हलइ
- ओकरा से कुच्छो पता लगाना संभव नयँ हलइ । ड्योढ़ी के दरवाजा में ताला लगल हलइ । हेर्मान
अपन कमरा में वापिस आ गेलइ, मोमबत्ती जलइलकइ आउ जे कुछ देखलके हल ओकरा नोट कर लेलकइ
।
टिप्पणी:
[1]
क्रिश्चियन धर्म के आदर्शवादी सुधारक हो गेलइ । ई सूक्ति (epigraph)श्वेडेनबोर्ग के
कोय रचना में नयँ मिल्लऽ हइ आउ खुद पुश्किन के गढ़ल मानल जा हइ ।
[2]
अधरतिया दुलहा - संदर्भ हइ बाइबिल के नवविधान (न्यू टेस्टामेंट) में मैथ्यू
25:1-13 के "दुलहा के प्रतीक्षा करते दस कन्या के दृष्टान्त" के । पुश्किन
हियाँ परी दुलहा आउ हेर्मान के व्यंग्यात्मक तुलना प्रस्तुत कइलथिन हँ ।
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