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Tuesday, April 21, 2020

भूदासत्व से मुक्ति तक - अध्याय 10


10. स्कूल
तरह से, हम परिवार से लगभग दू सो विर्स्ता दूर, मोस्काल लोग के बीच, स्कूल में हलिअइ - अइसन परिस्थिति में, जे हमरा लगी असाधारण नियन हलइ। स्वभाव से भीरु आउ शर्मीला हमरा लगी नयका प्रकार के जिनगी आउ नयका लोग से अभ्यस्त होना कठिन हलइ। एकरा अलावे हमरा घर के आद सतावऽ हलइ। कहल जा हइ, सब्भे लघु रूसी के कमो-बेस परदेस में गृहासक्ति सतावऽ हइ, आउ कुछ लोग तो मरियो जा हइ। ओहे से ई अचरज के बात नञ् हइ, अगर हमहूँ बेमार पड़ गेलिअइ। हमरा कइएक सप्ताह तक बोखार से पीड़ित रहलिअइ - हम वास्तव में एगो कंकाल में बदल गेलिए हल। माय से हमर बेमारी के गुप्त रक्खल गेलइ। नञ् तो ऊ ई बरदास नञ् कर पइते हल आउ कइसनो हालत में हमर देखभाल करे लगी आ जइते हल।
ई कठिन समय के एगो अमिट स्मृति हमर मस्तिष्क में सुरक्षित रहलइ - सहायक डाक्टर द्वारा कइल गेल हमर उपचार के बारे, जे हमर कष्ट के हलका करे के बजाय आउ बढ़ा देलकइ। ऊ हमरा पर वमनकारी औषध के प्रयोग कइलकइ, जे काम नञ् कइलकइ आउ हमरा अवर्णनीय कष्ट देलकइ। आखिरकार, हम ओकर चन्द्रमा के आकृति के मुख के, नेक स्वभाव के होतहूँ, बिन घृणा के एकटक कठोर दृष्टि से नञ् देख सकऽ हलिअइ। ओकर मोटगर भूरा रंग के नकली सूती के फ्रॉक-कोट भी हमरा घृणास्पद लगऽ हलइ, जेकरा देखे मात्र से हमरा कम कष्ट नञ् होवऽ हलइ, बनिस्पत दवाय लेला के बाद।
क्वार्टर के मालिक, जिनका हीं हम सौंपल गेलिए हल, कलिन दविदोविच क्लिषारेव, सहायक डाक्टर द्वारा हमर बेमारी के चिकित्सा के संघर्ष में विफल प्रयास के देखके, एगो स्वयं-शिक्षित चिकित्सक, सीधा-सादा मुझीक (कृषक), के हियाँ आश्रय लेवे के निर्णय कइलथिन, जे बोखार के सफल चिकित्सा करे खातिर प्रसिद्ध हलइ। आउ देखहो! ऊ एगो गहरा लाल मिश्रण तैयार कइलकइ आउ हमरा दिन में दू चम्मच लेवे के सलाह देलकइ - आउ बोखार मानुँ जादू नियन गायब हो गेलइ। या तो बोखार हमरा आउ तकलीफ देवे से ऊब चुकले हल, चाहे दवाय वास्तव में असरदार हलइ, हम तेजी से ठीक हो गेलिअइ आउ स्कूल जाय लगलिअइ।
भय आउ कंपन के साथ हम पहिले तुरी एकर दहलीज पार कइलिअइ, लेकिन हम व्यर्थ के चिंता करऽ हलिअइ - जे क्लास में नामांकन खातिर हमरा चुन्नल गेले हल, ऊ क्लास में नामांकन खातिर जेतना जरूरत हलइ ओकरा से कहीं जादे हम जानऽ हलिअइ। हम अंकगणित के चारो नियम से परिचित हलिअइ; हम तेजी से आउ स्पष्ट रूप से पढ़ ले हलिअइ आउ बिना रूलर के काफी साफ-साफ लिख ले हलिअइ।
तइयो हम डरते-डरते अपन निश्चित कइल बेंच पर बैठऽ हलिअइ आउ आदरपूर्वक नानकीन (फीका पीयर रंग के सूती कपड़ा के) फ्रॉक-कोट पेन्हले शिक्षक के तरफ निहारऽ हलिअइ, ई आशा में कि अब उनकर मुख से बुद्धि के मोती झड़तइ, जेकरा हमर मस्तिष्क समा नञ् पइतइ। लेकिन बेचारे इवान फ़्योदोरोविच क्लिमान्तोव (शिक्षक के एहे नाम हलइ) के मुख से अइसन कुछ नञ् निकसलइ, सिवाय सर्वसाधारण [*48] बात के, उदाहरणस्वरूप, दु दुनी चार, आउ तीन तिया नो के। एकरा अलावे, ऊ जब न तब व्यवस्था कायम रक्खे के अपील करऽ हलथिन, आउ कभी-कभी नटखट आउ आलसी लोग खातिर कमो-बेस अभिव्यक्तिशील  दुर्वचन (expressive rebukes) के झड़ी लगा दे हलथिन।
लेकिन क्लिमेन्तोव बहुत उदार हलथिन आउ पूरे कर्तव्यपरायणता से अपन असमादृत (thankless) कर्तव्य के पालन करऽ हलथिन, जे उनका मोसकिल से भुखमरी से बचावऽ हलइ। ऊ बुतरुअन के प्रति न्यायप्रिय आउ कृपालु हलथिन, लेकिन कोय भी ई बात पर न तो ध्यान दे हलइ आउ न एकर महत्त्व समझऽ हलइ। एकरा अलावे, ऊ, ऊ जमाना के अधिकतर शिक्षक नियन, पियक्कड़ नञ् हलथिन।
सामान्य रूप से, वोरोनेझ के जिला स्कूल प्रशंसा के पात्र हइ - ई, जइसन कि हम सब बाद में देखते जइबइ, दोसर-दोसर स्कूल नियन बेहतर सुविधा से सुसज्जित नञ् हलइ। हियाँ के शिक्षक, शिक्षा आउ नैतिकता दुन्नु के मामले में, सामान्य स्तर से उपरे हलथिन। ई उल्लेख करे के आवश्यकता नञ्, कि उनकन्हीं के शिक्षण पद्धति ओहे हलइ, जे ऊ जमाना में सगरो प्रचलित हलइ, लेकिन उनकन्हीं के छात्र लोग के साथ संबंध  ऊ जमाना लगी अनुपम मानवीयता से ओत-प्रोत (imbued) हलइ। आउ ई उनकन्हीं के आउ अधिक प्रतिष्ठा प्रदान करऽ हलइ, कि उनकन्हीं के खुद के भाग्य अवांछनीय हलइ। समाज उनकन्हीं तरफ रुखाई से देखऽ हलइ। कोय न उनकन्हीं के प्रोत्साहन दे हलइ, आउ पारिश्रमिक मोसकिल से दैनिक आवश्यकता खातिर काफी होवऽ हलइ।  अइसन दशा में कइसन विकास के कल्पना कइल जा सकऽ हइ!
हलाँकि हम स्कूल में पहिलहीं आधा कोर्स पूरा हो चुकला के बाद प्रवेश कइलिअइ - शीतकाल में, दिसम्बर में या जनवरी में, हमरा ठीक-ठीक आद नञ् - लेकिन, जल्दीए पहिलौका रैंक के छात्र लोग के बीच स्थान प्राप्त कर लेलिअइ। हमरा ऊ सब से बड़गो सहायता मिललइ, जे हम, अपन घरेलू अध्ययन के अराजकता के रहते, स्कूल में प्रवेश के पहिले सीख पइलिए हल।
ई तरह से, हमरा क्लास करना भी जरूरी नञ् रहऽ हलइ आउ एकरा में सर्वोत्तम छात्र होलो पर, हमरा बहुत कुछ फुरसत के समय मिल जा हलइ। ई समय के हम पहिलहीं नियन गुजारऽ हलिअइ ऊ सब कुछ पढ़े में, जे हमर हाथ में मिल जा हलइ, आउ अपन प्रिय मातृभूमि के सपना में। ख़्रिस्तिनुश्का हमर स्मृति से तेजी से गायब हो गेलइ, लेकिन वियोग में परिवार आउ मातृभूमि के प्रति प्रेम नयका बल प्राप्त कइलकइ।
जब न तब हमर विचार अपन प्रिय लघु रूसी लोग के बीच पहुँच जा हलइ। हमर कल्पना में खिंच जा हलइ उज्जर-उज्जर झोपड़ी सब, जे चेरी बाग के बीच से हुलकऽ हलइ, मूँड़ल कनपट्टी आउ लमगर मोंछ सहित सामर चेहरा, भेड़ के खाल के बन्नल उँचगर टोपी पेन्हले आउ दाँत के बीच पाइप के साथ। हमरा सामने कौंधऽ हलइ लड़कियन के हरा-भूरा आँख आउ बहुरंगी प्लाख़्ता[1], औरतियन के उज्जर कोट आउ कमर से लटकइत थैली।
आउ सम्पूर्ण घरेलू वातावरण हमरा दूर से केतना आकर्षक प्रतीत होवऽ हलइ! हम हृदयस्पर्शी आवेश से आद आवऽ हलइ, प्रांगण में एन्ने-ओन्ने चक्कर मारते मुरगियन आउ ओकर नेता - मुरगा, चोंच के उपरे हेलमेट नियन आवेशपूर्वक कंपायमान लाल कलंगी के साथ एगो भयंकर ढीठ आउ लड़ाका। हम मानसिक रूप से आकाश में पंडुक के उड़ान के पीछा करऽ हलिअइ - हमरा सामने धूसर डैना कौंधऽ हलइ, आउ हम ओकर पीछू-पीछू मातृभूमि के बलूत वन आउ स्तेप (हरियर रंग के विस्तृत मैदान) के कंपायमान फ़ेदर घास (feather-grass, mat-grass) में चल जा हलिअइ।
आउ केतना खुशी होवऽ हलइ हमरा बैलगाड़ी के कतार (कारवाँ) देखके! बगल में धीरे-धीरे आउ शान से चुमाक[2] लोग अकड़ते जा हलइ। ओकन्हीं के कमीज पर [*49] अलकतरा के धब्बा रहऽ हलइ। ओकन्हीं सट्टी से सज्जित हइ आउ सुस्ती से प्रोत्साहित करऽ हइ - "गेय्, गेय्, त्सोब् त्सोबे", बैलवन के, जे कम सुस्ती से अपन गोड़ आगू नञ् बढ़ाब करऽ हइ। "अजी, तोहन्हीं सब काहाँ के हकहो?" - कभी-कभी पुच्छऽ हो आउ दम रोकके इंतजार करऽ हो जवाब के आउ अगर सुनाय दे हको - "आउ तोहन्हिंयों बोगुचार के हकहो!", त तैयार हो जा हो ओकन्हीं के आउ बैलवन के कन्हा से लिपट जाय लगी।
लेकिन अइकी अवकाश आ गेलइ। एगो बोरिया में सरो-समान, पुस्तक आउ नोटबुक बटोरके, हम लघु रूसी गाड़ी में बैठ गेलिअइ आउ हलका मन से अपन परिवार से मिलन खातिर घर प्रस्थान कर गेलिअइ। लेकिन हमरा रस्ता में अलिक्स्येयेव्का ठहरे पड़लइ, अपन मम्मा स्तिपानोव्ना के साथ लेके, ओकरा साथ आखिर पिसारेव्का जाय के हलइ। ई तरह से हमर खुशी आउ बढ़ गेलइ। केतना आलिंगन, दुलार, चेरी आउ तारबूज हमर प्रतीक्षा कर रहले हल! आउ हमरा स्वीकार करे के चाही कि ई परवर्त्ती, अगर बड़गो नञ्, तो छोटगर भूमिका तो हमर अवकाश के आनन्द में नञ् अदा करऽ हलइ।
अबरी वास्तविकता हमर सपना के पूरे तरह से न्यायसंगत सिद्ध करऽ हलइ। मम्मा आउ नानी दुन्नु आउ चाची एलिज़ावेता हमरा सामने अपन हृदय, बाग आउ पाक-वाटिका के संपदा न्योछावर कर देते गेलइ। हम उनकन्हीं साथ कइएक खुशहाल दिन गुजरलिअइ आउ फेर पिसारेव्का लगी रवाना होलिअइ, नञ् खाली मम्मा स्तिपानोव्ना के साथ, बल्कि चाची लीज़ा के साथ भी, जे हमर बचपन के पहिली दोस्त हलइ।
हम सब चार दिन तक यात्रा करते गेलिअइ, मैदान में अराम करऽ हलिअइ आउ रात गुजारऽ हलिअइ, कभी नद्दी के किनारे, कभी जंगल के छोर पर, नञ् तो कोय मधुवाटिका (apiary) के आसपास चाहे तारबूज के खेत के आसपास। साँझ के आग जलावल जा हलइ, कुलीश (एक प्रकार के सूप) तैयार कइल जा हलइ, सूअर के चर्बी के साथ गलुश्का (मालपूआ) आउ रात्रि भोजन करते जा हलिअइ। भोजन के बाद खीरा आउ चेरी से बन्नल मिष्टान्न चलऽ हलइ - तारबूज ऊ बखत तक नञ् पकले हल।
हम सब खुल्लल असमान के निच्चे सुत्तऽ हलिअइ, कोय गाड़ी में, कोय गाड़ी के निच्चे, हरा-भरा सुगंधित घास पर, आउ अराम करऽ हलिअइ - अगर गुलाब पर नञ्, त हरेक हालत में फूल पर।
रात आनंददायक, गरम, सुहावना हलइ। चारो तरफ सन्नाटा हलइ - कोय अवाज नञ्, जे मानवीय वास के नजदीकी के आद देलइते हल, लेकिन तइयो कइसनो लगातार गुनगुनाहट आउ फुसफुसाहट, घास आउ पेड़ के पतवन के बीच कीट-पतंग के झंकार आउ चहचहाहट, बटेर के चीख, हवा के सनसनाहट ...
दिन आउ रात के ई सौन्दर्य के आनन्द उठइते, हम सब के शंको नञ् होलइ कि घर पर हमन्हीं के शोक इंतजार कर रहले हल। शोर-गुल आउ आनन्द के मिलन के स्थान पर हमन्हीं के शोकग्रस्त चेहरा आउ अशुभ, चिंतातुर हलचल से पाला पड़लइ, मानुँ कुछ तो असाधारण घटना हमन्हीं के इंतजार कर रहले हल। माय जब बाहर निकसलइ त आँख लोर से भरल, चेहरा पीयर, आउ घबराल देखाय दे हलइ। हमरा आलिंगन करते, ऊ अम्मोढेकार कन्ने लगलइ।
पिताजी निराशाजनक रूप से बेमार हलथिन, आउ हम सब के आगमन के समय उनकर मरणकालीन लेपन के तैयारी हो रहले हल।
हम कमरा में प्रवेश कइलिअइ, जाहाँ परी ऊ पड़ल हलथिन, लेकिन हमरा उनकर बिस्तर तक जाय नञ् देल गेलइ। भय से आउ भ्रमित होल हम कोना में सिकुड़ल रहलिअइ आउ सुबके लगलिअइ।
कमरा धीरे-धीरे बाहरी लोग से भर गेलइ। सबके चेहरा पर उदासी हलइ, आउ कइएक लोग के मुख पर वास्तविक शोक के लक्षण हलइ। विशेष रूप से हमरा जमिंदारिन (बेद्रियागा) के बाह्याकृति देखके अचरज होलइ - ऊ बिलकुल स्थितप्रज्ञ, शान्त, लेकिन स्पष्टतः चिंतित हलइ। पुरोहित अइलइ आउ मरणकालीन लेपन के अनुष्ठान में लग गेलइ।
[*50] पिताजी लगातार बिलकुल स्थिर पड़ल रहलथिन, आउ शायद, बेहोश। अनुष्ठान समाप्त होलइ। सब कोय चल गेलइ। खाली घर के लोग रह गेते गेलइ, भयंकर भेंटकर्ता, मौत, के प्रत्याशा में। लेकिन देर शाम में पिताजी के साथ लगभग चमत्कार होलइ। ऊ होश में आ गेलथिन, कुछ शब्द बड़बड़इलथिन आउ शान्त उद्धारक निद्रा में लीन हो गेलथिन। दोसरा दिन ऊ तरोताजा होल जगलथिन, आउ परिवार के सामान्य खुशी के बात हलइ कि ऊ जल्दीए बिलकुल स्वस्थ हो गेलथिन।
ई ठीक-ठाक गुजर गेल विपत्ति के छोड़के, हमन्हीं के घर में सब कुछ निम्मन हलइ। हमर पिताजी के प्रति जमिंदारिन के आदर आउ विश्वास, लगऽ हलइ, ई बखत अपन पराकाष्ठा पर पहुँच गेले हल, आउ बिन आधार के नञ्। ओकर जायदाद के प्रबन्धन के अलावे, जेकर आकलन करे में ऊ सफल होले हल, पिताजी ओकरा उदारमना सहायता अइसन परिस्थिति में कइलथिन हल, जे ई स्वेच्छाचारी आउ महत्त्वाकांक्षी महिला लगी अत्यन्त दयनीय हलइ।
हम उपरे उल्लेख कर चुकलिए ह कि मारिया फ़्योदोरोव्ना बेद्रियागा दोन के यात्रा कइलकइ, ई उद्देश्य कि ऊ अपन लड़की के ओकर पति के साथ समझौता करा सकइ आउ अपन दमाद के साथ व्यक्तिगत गलतफहमी के मिटा सकइ। लेकिन ओकन्हीं दुन्नु के बीच नयका टकराव (झगड़ा) होलइ, सम्बन्ध आउ खराब हो गेलइ, आउ कज़ाक जेनरल आखिर अपन सास आउ पत्नी के वश में करे लगी पक्का कज़ाक कदम उठावे के विचार कइलकइ। ऊ ओकन्हीं के दूर-दराज के एगो फार्म (गाम) में ले गेलइ आउ कठोर निगरानी में रखलकइ। ओकन्हीं केतनो बौखलइलइ, तइयो खुद के अजाद नञ् कर सकऽ हलइ। ओकन्हीं पर बहुत निम्मन से पहरेदारी कइल जा हलइ, आउ ओकन्हीं केकरो से न तो व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर सकऽ हलइ आउ न कइसनो लिखित रूप में। आखिरकार, कइएक व्यर्थ प्रयास के बाद ओकन्हीं कइसूँ अपन कैद के बारे हमर पिताजी के सूचित करे में सफल हो गेलइ। ओकन्हीं उनका आके अजाद करे के निवेदन कइलकइ।
साधारणतः रोमानी अभियान में प्रवृत्त पिताजी, सहर्ष ओकन्हीं के सहायता करे लगी तैयार हो गेलथिन। चुपके-चोरी ऊ जगह पर पहुँचलथिन, जाहाँ परी ओकन्हीं कैद हलइ, पहरेदार के साथ दोस्ती कइलथिन, ओकरा घूस देके आखिर ओकन्हीं तक पहुँचलथिन। ओकर बाद, बिन कोय कठिनाई के ओकन्हीं के ऊ घर से निकसलथिन, जाहाँ परी ओकन्हीं के रक्खल गेले हल, एगो पहिले से तैयार कइल गाड़ी में बैठइलथिन आउ कुशलपूर्वक पिसारेव्का पहुँचइलथिन।
अपन इलाका में पहुँच गेला पर, मारिया फ़्योदोरोव्ना चर्च के पास गाड़ी रोके के औडर देलकइ। क्रॉस के संकेत करके, ऊ सब के सुनाय देवे वला अवाज में घोषणा कइलकइ कि अगर ऊ ईश्वरीय प्रकाश देखब करऽ हइ, त एकरा लगी केवल हमर पिताजी के ऋणी हइ। आउ ऊ दृढ़तापूर्वक शपथ लेलकइ कि ऊ ई बात के कभी नञ् भूलतइ। ऊ अपन शपथ के केतना मान रखलकइ, हम सब जल्दीए देखते जइबइ।
अवकाश (vacation) तेजी से गुजर गेलइ, आउ हम फेर से वोरोनेझ पहुँच गेलिअइ। अब हम अगला, सीनियर क्लास, में गेलिअइ, आउ ई हमर जिनगी के नयका अध्याय के शुरुआत हलइ। हमर अध्ययन सफलतापूर्वक चल रहले हल, आउ हम जल्दीए पहिला बेंच पर आ पहुँचलिअइ, पहिला छात्र, शुरू में क्लास के लेखा-परीक्षक (auditor), आउ बाद में सेंसर (censor) भी। स्कूल के सेंसर के उपाधि मानुँ सरकारी सेवा में हमर भावी सेंसर-कार्य के शुभ शकुन हलइ, जाहाँ परी हमरा केतना सारा मुसीबत झेले पड़लइ आउ जाहाँ परी हरेक दिन हमर कर्तव्यपालन के दौरान विपत्ति के खतरा हलइ। लेकिन एकरा बारे बाद में।
हमन्हीं हीं स्कूल में लेखा-परीक्षक के नियुक्ति खाली सर्वोत्तम छात्र के कइल जा हलइ। ओकन्हीं के ड्यूटी रहऽ हलइ - साथी लोग के सूची या नोट तैयार करना, हरेक दिन सुबह स्कूल में प्रवेश कइला के बाद ओकन्हीं के कर्मठता (लगन) के स्तर के जाँच करना आउ [*51] संगत ग्रेड देना। एकरा लगी लैटिन के अक्षर के प्रयोग कइल जा हलइः рn - prorsus nescit (कुछ नञ् जानऽ हइ); ns - nescit (लगभग कुछ नञ्); nt non totum (आधा जानऽ हइ); nb - non bene (निम्मन नञ्); еr - erravit (अशुद्धि के साथ)। वांछित रहऽ हलइ सब लगी s, मतलब scit (जानऽ हइ)।
लेखा-परीक्षक से नोट लेके, शिक्षक छात्र लोग में से एक के दे दे हलइ - साधारणतः सबसे तगड़ा आउ लमछड़ के, जे आलसी आउ लापरवाह लोग के एक्के तुरी हमेशे लगी निर्धारित दंड दे हलइ। सट्टी लेके, ऊ  क्लास के चक्कर लगावऽ हलइ, prorsus से शुरू करके erravit तक, हरेक लगी निर्धारित कइल सट्टी के  संख्या, अर्थात् ओतना तुरी हथेली पर प्रहार करऽ हलइ। कम दोषी erravit के खाली मौखिक फटकार मिल्लऽ हलइ।
सेंसर के उपाधि स्कूल के सबसे बड़गो सम्मान मान जा हलइ। एकर अधिकार खाली पहिला (अर्थात् सर्वोत्तम) छात्र के मिल्लऽ हलइ, जेकरा पर क्लास के व्यवस्था आउ सदाचार पर सामान्य निरीक्षण के भार सौंपल जा हलइ। ऊ ध्यान रक्खऽ हलइ शिक्षक के पहुँचे के पहिले क्लास में शांति आउ व्यवस्था के, आउ दोसरो सब हालत में, जाहाँ परी छात्र लोग बड़गो संख्या में एकट्ठा होते जा हइ। व्यवस्था आउ शिष्टाचार के उल्लंघन करे वला के नाम ऊ एगो विशेष नोटबुक में नोट करऽ हलइ, जेकरा अपन समय निकासके शिक्षक के सामने निरीक्षण (inspection) लगी प्रस्तुत करऽ हलइ, आउ ऊ नटखट छात्र खातिर, कोड़ा चाहे सट्टी के रूप में एक चाहे दोसर दंड सुनावऽ हलइ।
स्कूल में हमर पहिलौके कदम से हमरा पर सेंसर बन्ने के महत्त्वाकांक्षा हावी हो गेलइ, आउ सीनियर क्लास में पहुँचला पर तो हमरा ई चैन नञ् लेवे दे हलइ। एहे दौरान अइसन होलइ, जेकर उल्लेख हम पहिले नञ् कइलिए ह, कि पिताजी, कइएक परिस्थिति के कारण, अवकाश के तुरते बाद हमरा वोरोनेझ नञ् भेज सकलथिन। हमरा अवसर के प्रतीक्षा करे पड़लइ, जे जल्दीए नञ् मिललइ, आउ हम कोर्स चालू होवे के लगभग दू महिन्ना बाद स्कूल पहुँचलिअइ।
स्कूल के पढ़ाई बहुत आगू बढ़ चुकले हल, आउ सहपाठी लोग के बराबरी करना एगो बहुत कठिन कार्य प्रतीत हो रहले हल। पढ़ाई में पीछू हो गेला के चलते हमरा पहिलौका बेंच से तेसरा में कर देल गेलइ। सेंसर-कार्य, स्पष्टतः, हमर हाथ से फिसल चुकले हल, आउ हमर महत्त्वाकांक्षा पर भयंकर प्रहार पड़लइ। एकरा से प्रेरित होल, हम एतना उत्साहपूर्वक काम में लग गेलिअइ कि तेजी से क्लास में पढ़ावल जा चुकल स्तर तक पहुँच गेलिअइ आउ फेर से पहिला बेंच के स्थान प्राप्त कर लेलिअइ।
हमर सहपाठी सब अपन नेता के रूप में खड़ी होवे में पूरा समर्थन करऽ हलइ। पहिला आधा साल तक सेंसर कोय लोनगिनोव हलइ, जे छात्र लोग के बीच लोकप्रिय नञ् हलइ, आउ ओकन्हिंयों कम नञ् चाहऽ हलइ कि हम अपन पक्ष में ओकरा पद से च्युत कर दिअइ।
आउ दू सप्ताह गुजर गेलइ। लोनगिनोव स्कूल के कोय गंभीर हरक्कत कइलकइ, जेकरा चलते ओकरा पचमा बेंच पर स्थानान्तरित कर देल गेलइ, चाहे, जइसन कि बुतरुअन कहते जा हलइ, "मक्खन बिलोवे लगी गाम में निर्वासित"। ई कहे के जरूरत नञ् कि ओकरा सेंसर-कार्य से भी ओहे बखत वंचित कर देल गेलइ, जे तखने हर अधिकार के अनुसार हमरा मिललइ। हमरा खुशी होलइ, आउ हमरा साथे हमर सहपाठी लोग के भी, जे हमर पूर्ववर्ती के ओकर सेंसर के प्राधिकार के पूर्वाग्रह आउ अनैतिक रूप से दुरुपयोग के कारण पसीन नञ् करऽ हलइ।
अपन शिक्षक आउ सहपाठी लोग के श्रेय देते, हम चुप नञ् रह सकऽ हिअइ, कि लोनगिनोव सापेक्षिक रूप से धनी आउ प्रभावशाली माता-पिता के बेटा हलइ, आउ हम तो, तथाकथित, कंगाल - हमरा पास तो पाठ्यपुस्तक खरीदे के भी पैसा नञ् हलइ, आउ हम पाठ के बेहतर स्थिति वला सहपाठी लोग के पुस्तक से नोट करऽ हलिअइ।
[*52] आधिपत्य (power) प्राप्त कर लेला के बाद हम सहपाठी लोग के विश्वासघात नञ् कइलिअइ। ओहे महत्त्वाकांक्षा, जे हमरा ओकन्हीं बीच पहिला बन्ने लगी प्रोत्साहित करऽ हलइ, अब हमरा में प्रबल इच्छा उत्पन्न कइलकइ ओकन्हीं के अपन अधीन करे लगी, हमर पीठ पीछू स्थित शिक्षक के प्राधिकार के भय से नञ्, बल्कि खाली इच्छा शक्ति आउ अपन विनम्र चरित्र से। ओहे से हमर सेंसर-कार्य के मुख्य गुण - कोय बात लगी दोषी छात्र लोग के नाम दर्ज करे लगी नोटबुक - हमर हाथ में एगो खुल्लल धमकी हलइ आउ प्राधिकारी (authorities) तक कभी नञ् पहुँचऽ हलइ।
हमर काम के तरीका सहपाठी लोग के पसीन पड़ऽ हलइ, आउ ओकन्हीं, विरले अपवाद के साथ, हमर विचार के अनुसार चल्लऽ हलइ। ई व्यवस्था आउ शांति हमन्हीं के क्लास में आदर्श (exemplary) हलइ। अगर लड़कन के बीच झगड़ा होवऽ हलइ, त ई झगड़ा के सहपाठी लोग के बीच सुलझा लेवल जा हलइ आउ आगू नञ् बढ़ऽ हलइ। हमन्हीं बीच बहुत प्रचलित, आउ प्राधिकारी द्वारा जेकरा लगी उत्पीड़ित नञ् कइल जा हलइ, मुष्टि-संघर्ष (fist fights) भी सुधर गेलइ। एक नियम प्रचलित हो गेले हल कि नाक, चाहे सामान्य रूप से चेहरा पर प्रहार से बच्चे के चाही आउ शरीर के खाली सहनशील भाग पर सीमित रक्खे के चाही। प्रतिद्वन्द्वी के अप्रत्याशित रूप से मात देवे के हरेक प्रयास के कठोरतापूर्वक निंदा कइल जा हलइ, आउ खाली ओहे विजय के वैध समझल जा हलइ, जे दक्षता से आउ स्पष्ट बल (open force) द्वारा प्राप्त कइल जा हलइ। हमरा ई स्वीकार करे के चाही कि हम ई प्रकार के संघर्ष में अन्तिम लोग में नञ् हलिअइ।
लेकिन हमर प्रिय खेल हलइ लप्ता[3] के खेल आउ दौड़ के प्रतियोगिता - ई दुन्नु में हमर बराबरी के कोय नञ् हलइ। लेकिन कोय कारणवश हमरा स्वायका[4] आउ लादिझ्का खेल में हम बहुत कमजोर हलिअइ, अकसर बुरी तरह से हार जा हलिअइ। हमन्हीं हीं मिलिट्री यतीम विभाग के छात्र, ऊ बखत के कैंटोनिस्ट[5], के साथ वीथि संघर्ष (street scuffles) भी होवऽ हलइ। ओकन्हीं आउ हमन्हीं बीच अशाम्य शत्रुता (irreconcilable enmity)  हलइ, आउ बिन झगड़ा के विरले मिलन होवऽ हलइ। यद्यपि क्लास के बाहर हमर सेंसर-कार्य के अधिकार आउ कर्तव्य, स्कूल के अहाता के अन्दर के अपेक्षा, अत्यन्त सीमित हलइ, तइयो अपन सहपाठी लोग के प्रतिष्ठा के मामले में ईर्ष्या रखते, हम बहुत कुछ भय आउ दौड़-धूप बरदास करऽ हलिअइ, आउ ओकन्हीं के गंडास्थि (cheekbones) आउ आँख के बचाव करऽ हलिअइ।
स्कूल के समाज मिश्रित हलइ (अर्थात् स्कूल के छात्र विभिन्न स्तर के परिवार से आवऽ हलइ)। एक्के बेंच पर अकसर अगल-बगल में बैठते जा हलइ - सचिव के बेटा आउ चैंबर के सलाकार के बेटा भी, आउ भूदास (serf) के बेटा भी; धनी व्यापारी के घर के लड़का, जे निम्मन से खिलावल-पिलावल घोड़ा से घिंच्चल जाय वला आलीशान द्रोश्की (अनाच्छादित घोड़ागाड़ी) में स्कूल आवऽ हलइ, आउ बिलकुल गरीब छात्र भी, छेदे-छेद होल फ्रॉक-कोट में, जे शायद ओकरा लगी सीयल नञ् रहऽ हलइ आउ मोसकिल से ओकर खराब लाइनेन पैंट के ढँक्कऽ हलइ। हिएँ परी बैठऽ हलइ बिर्युच चाहे ओस्त्रोगोझ्स्क के कोय लघु रूसी (यूक्रेनियन) लड़का भी, कज़ाक के बेटा, चाहे सिर पर बाँका झोंटा वला आउ संदिग्ध रंग के फट्टल-फुट्टल बस्तर में निवासी मिलिट्री वला (military resident) के बेटा।
सामाजिक स्तर में अइसन विभिन्नता रहतहूँ, स्कूल के बुतरुअन स्वेच्छा से भ्रातृभाव स्थापित कर लेते जा हलइ, आउ ओकन्हीं बीच न तो अहंकार पैदा होवऽ हलइ आउ न ईर्ष्या। श्रेष्ठता रह जा हलइ खाली ऊ लोग के, जे उत्तम ढंग से पढ़ाय करऽ हलइ, आउ मुख्य रूप से ओकन्हीं के, जे दक्षता प्रदर्शित करऽ हलइ मुष्टि संघर्ष में आउ गेंद के जगत् में, चाहे भाषण देवे में तेज आउ चतुर होवऽ हलइ। एकर पूरा श्रेय शिक्षक लोग के देल जाय के चाही, जे छात्र लोग के प्रति न्यायपूर्ण आउ निष्पक्ष संबंध से ओकन्हीं बीच समानता के भाव बनइले रक्खऽ हलथिन आउ कइसनो तरह के सामाजिक हस्ती के अहंकार के प्रयास के दूर रक्खऽ हलथिन।
[*53] जहाँ तक अध्यापन के बात हइ, हमन्हीं के स्कूल में - शायद केवल शिक्षक लोग के बड़गर कर्तव्यपरायणता के सिवाय - जमाना के सब्भे स्कूल के (अध्यापन के) अपेक्षा तो बत्तर हलइ आउ बेहतर। हम सब के पढ़ावल जा हलइ भगवान के कानून (धर्मशास्त्र), धार्मिक आउ कुछ सार्वत्रिक इतिहास (universal history) , रूसी व्याकरण, अंकगणित, भौतिकी, प्राकृतिक इतिहास (natural history), प्रारंभिक लैटिन आउ जर्मन भाषा; आउ अध्ययन करऽ हलिअइ मानव आउ नागरिक के कर्तव्य से संबंधित पुस्तक के।
हमन्हीं के प्रशिक्षक (tutors) खाली अध्यापन के एक्के विधि से परिचित हलथिन - अर्थात्, लघु पाठ्य-पुस्तक से सब कुछ कंठस्थ करवाना। हमन्हीं में से सबसे अधिक जिज्ञासु लोग के अइसन अध्यापन के त्रुटि (खामी) अब समझ में आवे लगले हल आउ एकरा अध्ययन से पूरा करे के प्रयास करऽ हलइ। पुस्तक के प्रति पहिलहीं दीवाना रहल हमरा अब तो आउ एकरा लगी तीव्रतर धुन सवार हो गेलइ, ऊ सब कुछ गटक जा हलिअइ, जे हमरा हाथ लगऽ हलइ। उपन्यास, ऐतिहासिक रचना, प्रसिद्ध लोग के जीवनी - विशेष रूप से परवर्ती - हमर जिनगी के खुशी आउ मुख्य रुचि हलइ।
हमरा हाथ लगलइ प्लूटार्क[6] के रचना आउ ऊ हमर प्रिय लेखक हो गेलथिन। सुकरात[7], अरस्तू[8], फ़िलोपोमेन[9], सिराकुज़[10] के उद्धारक, दियोक्लेस[11] बारी-बारी से हमरा पर एतना हावी हो गेलथिन कि घंटों हम उनकन्हीं के पराक्रम के बारे सोचते गुजारऽ हलिअइ आउ सपनाऽ हलिअइ कि कइसे हम उनकन्हीं के सदृश हो जइअइ। कल्पना हमरा लगी एगो अपूर्व राज्य के नक्शा (मानचित्र) बनइलकइ, जेकरा में प्रान्त आउ शहर के नाम प्राचीन संसार से ग्रहण कइल हलइ। हम हुआँ परी शासक हलिअइ आउ अपन मस्तिष्क में हमर राज्य के अंतर्गत सम्पूर्ण इतिहास के रचना प्लेटो के गणतन्त्र के प्लान के अनुसार कइलिअइ।
हमर आनंदातिरेक कभी-कभी उन्माद में चल जा हलइ आउ अपन निकास उल्लासपूर्ण भाषण में खोजऽ हलइ। हम कल्पना करऽ हलिअइ कि हम एगो रोमन मंच पर हिअइ चाहे (प्राचीन ग्रीस के) एथेंस के अगोरा (बजार) में, आउ कल्याणकारी क्रोध में पितृभूमि के दुश्मन के धमकी दे हलिअइ, चाहे गरमजोशी के साथ स्वतन्त्रता के सिद्धान्त आउ मानव सम्मान के रक्षा करऽ हलिअइ। हमर उत्साह अन्य छात्र लोग के बीच फैल गेलइ, आउ हमन्हीं बीच एगो नयका खेल जन्म लेलकइ - "नायक आउ वक्ता" (Heroes and Orators)।
हमरा उपन्यासो कम नञ् उत्तेजित करऽ हलइ। मुख्य रूप से ई सब अनूदित आउ अधिकतर घटिया किस्म के हलइ, जेकरा में चरित्र के मनोवैज्ञानिक विकास के लेशमात्र भी संकेत नञ् रहऽ हलइ, ई सब हमरा, एकरा में वर्णित खाली रोमानी साहसिक कार्य आउ तीव्र भावना से मोहित करऽ हलइ। केतना उत्तेजना के साथ हम एन रेडक्लिफ़[12] (Ann Radcliffe) , आतंक के कहानी के अंग्रेजी उपन्यासकार, के पीछू-पीछू अन्हार तहखाना में घुस्सऽ हलिअइ, आउ मधुरतम (फ्रेंच लेखक) ला फ़ौँतैन[13] (La Fontaine) से हम केतना आनन्द में मग्न हो जा हलिअइ! लेकिन ई अध्ययन से हमरा जादे कुछ नञ् प्राप्त होलइ - पूर्वोक्त दू लेखक में से पहिला के उपन्यास हमरा पर अइसन प्रभाव डललकइ कि बाद में हम लमगर अवधि तक अन्हार कमरा में अकेल्ले रहे से डरऽ हलिअइ, आउ दोसरा लेखक के - कि हरेक औरत से भेंट होला पर हम ओकरा सृजन के पीठिका (pedestal) पर बैठावे में शीघ्रता करऽ हलिअइ आउ ओकर प्रेम में पड़ जा हलिअइ।
हम अपन भावना के उँड़ेलऽ हलिअइ अपन माता-पिता आउ अपन साथी लोग में से एक, रिन्दिन, के नाम जोशीला आउ, शायद, अत्यन्त ऊटपटांग पत्र में। बहुत उदार आउ सदाचारी, लेकिन सीधा-सादा लड़का, ऊ हमेशे, कान लगाके शब्दाडंबरपूर्ण बकवास के सुन्नऽ हलइ। हम ओकरा पर अनुग्रह करके अपन विश्वसनीय अनुयायी आउ सहयोगी (साथी) बना लेलिअइ आउ एकरा चलते हम ओकरा पर भाषण आउ संदेश के बौछार कर दे हलिअइ।
हमर मस्तिष्क हर तरह के वीरतापूर्ण पराक्रम आउ रोमानी मूर्खता से भरल रहला से, रोजमर्रा के सामान्य चीज आउ गम्भीर वास्तविकता के आवश्यकता के उपेक्षा कइलिअइ, जे विशेष रूप से हमर साधारण [*54] आर्थिक स्थिति में, कइसूँ समर्थन योग्य नञ् हलइ। हम बुद्धिसंगत मितव्ययिता के नियम न तो जानऽ हलिअइ आउ न ई नियम के अधीन होवे लगी चाहऽ हलिअइ, आउ न तो सामान्य व्यवस्था के भी अधीन होवे लगी, अकसर आवश्यक चीज के बेगर काम चलावे के जादे पसीन करऽ हलिअइ, बनिस्पत ओकरा प्राप्त करे चाहे मितव्ययिता के बारे सोचे के।
कम ईमानदार सहपाठी लोग, खास करके जे हमरा साथे एक्के क्वार्टर में रहऽ हलइ, हर तरह के भौतिक लाभ आउ सुविधा के प्रति उदासीन देखके, बेशर्मी से हमर सरो-समान के अप्पन नियन प्रयोग करऽ हलइ। त एकरा में अचरज के बात नञ् हइ, अगर हम स्कूल के हर वर्ष के अन्त में घर वापिस आवऽ हलिअइ, जेकरा (रूसी में) कहल जा हइ, "गोल काक सकोल" (शाब्दिक अर्थ - "बाज नियन नंगा", अर्थात् कंगाल)। बेचारी मइया के पिताजी से हमर हरक्कत के छिपाना असान काम नञ् हलइ। खुद्दे ऊ, जरी सुन डाँट-डपटके, खुद अत्यन्त कष्ट झेलके हमेशे हमरा लगी आवश्यक चीज के पूर्ति करऽ हलइ।
हमर स्कूल में तीन क्लास हलइ, लेकिन निम्नतम क्लास के कोय कारणवश क्लास नञ् कहल जा हलइ, बल्कि निम्नतम विभाग (lower division)। क्लास के संख्या के अनुसार शिक्षक भी तीन हलथिन - फ़्योदर इवानोविच क्लिमान्तोव, जिनकर उल्लेख हम पहिलहीं कर चुकलिए ह, निम्नतम विभाग में पढ़ावऽ हलथिन; निकोलाय लुक्यानोविच ग्रबोव्स्की आउ अलिक्सान्द्र इवानोविच मोरोज़ोव उपरौला दुन्नु क्ला में पढ़ावऽ हलथिन। स्टाफ सुपरवाज़र हलथिन प्योत्र वसील्येविच सोकोलोव्स्की।
हमरा मालुम नञ् कि सोकोलोव्स्की काहाँ से शिक्षा प्राप्त कइलथिन हल। ग्रबोव्स्की अपन अपन कोर्स ख़ार्कोव यूनिवर्सिटी से पूरा कइलथिन हल, आउ मोरोज़ोव वोरोनेझ सेमिनरी से। उनकन्हीं सब्भे आदरणीय लोग हलथिन आउ विकास (बौद्धिक) आधार पर अपन पदवी से बहुत उपरे हलथिन। कोय अनिवार्यता उनकन्हीं के दूरस्थ सूनसान स्थान में अकृतज्ञ अध्यापन जीविका से जकड़लके होत। लेकिन मोरोज़ोव के, जे अधिक अल्पवयस्क हलथिन, बाद में अपन भाग्य के बेहतर बनावे में सफलता मिललइ। सोकोलोव्स्की आवासीय छात्र लोग के रक्खऽ हलथिन। एकरा अलावे, ऊ निम्मन से फ्रेंच भाषा जानऽ हलथिन आउ एकर प्राइवेट अध्यापन करऽ हलथिन, जे उनका परिवार सहित निम्मन जिनगी बितावे में सहायता करऽ हलइ। ऊ फ्रेंच व्याकरण के रचना भी कइलथिन आउ प्रकाशित कइलथिन हल। ऊ एगो उदार वृद्ध हलथिन, थोड़े सुन चिड़चिड़ा आउ ओहे से क्रुद्ध हो गेला पर छात्र के डाँट-डपट कर देवे लगी भी तैयार रहऽ हलथिन। लेकिन पल भर में शांत हो जा हलथिन आउ बाद में कउनो प्रकार के कड़ाई में सक्षम नञ् रहऽ हलथिन। ग्रबोव्स्की भी फ्रेंच भाषा के टिसनी पढ़ावऽ हलथिन, आउ कोय फ्रेंच पुस्तक के अनुवाद कइलथिन हल।
मोरोज़ोव अपन साथी लोग के बीच सबसे कम उमर के हलथिन। ऊ कविता करऽ हलथिन, नवीनतम प्रादेशिक फैशन के बस्तर पेन्हऽ हलथिन आउ भव्य शिष्टाचार के प्रदर्शन करऽ हलथिन। उनकर पिता, जे एगो धनी लघु रूसी बस्ती के डीन महापुरोहित (archpriest) हलथिन, कुछ हद तक बेटवा के आर्थिक सहायता करऽ हलथिन, जे एकरा चलते काफी सुविधाजनक स्थिति में जिनगी गुजारऽ हलथिन। लेकिन मोरोज़ोव, शायद, जिला स्कूल में शिक्षक के भूमिका से ऊब गेलथिन हल आउ कोय आउ अधिक लाभदायक स्थिति में बदले के अवसर के ताक में हलथिन, जेकर उनकर क्षमता के अनुसार पूरा अधिकार हलइ। बाद में दोसर-दोसर सरकारी विभाग में सेवा करके, ऊ, तइयो फेर से अध्यापन कार्य में वापिस आ गेलथिन। हम तब तक अपन जिनगी में कुछ प्राप्त कर चुकलिए हल [*55] आउ अपना तरफ से उनका कुछ मदत कर सकऽ हलिअइ। ऊ बखत के ओडेसा जिला स्कूल के न्यासी (ट्रस्टी), क्न्याझेविच, के साथ हमर मित्रतापूर्ण सम्बन्ध होवे से, हम अपन भूतपूर्व प्रशिक्षक (mentor) खातिर सिफारिश कर सकलिअइ, आउ मोरोज़ोव ई जिला के एक स्कूल में इन्स्पेक्टर नियुक्त हो गेलथिन।
ई हलइ कृतज्ञता-ज्ञापन के एगो छोटगर सम्मान अइसन व्यक्ति खातिर, जे एगो गरीब स्कूल छात्र के प्रति अत्यन्त निःस्वार्थ भाव के भागीदारी प्रदर्शित कइलके हल, जेकर ओकरा (अर्थात् गरीब छात्र के) कइसनो अधिकार नञ् हलइ, सिवाय शायद पूर्ण विवशता के, जेकरा पर उदार लोग के दृष्टि में सर्वोत्तम अधिकार हइ उनकन्हीं (अर्थात्  उदार लोग) के ध्यान देवे के। ओइसीं शायद साधारण से कहीं अधिक हमर भाग्य मोरोज़ोव के हमरा दने आकृष्ट कइलकइ। हमर प्रगति से, स्पष्टतः, उनका खुशी होलइ, आउ जब संयोग से उनकर हाथ में हमर कविता पड़ गेलइ - हम लगभग एहे समय में कविता लिखना चालू कइलिए हल - त उनका पूरा हमरा में रुचि हो गेलइ। कविता - एक तरह के प्रकृति के प्रति भावनात्मक अपील (निवेदन) हइ - अपने आप में, निस्संदेह, आउ कुछ नञ् हलइ, सिवाय एगो एगारह बरिस के स्कूल छात्र के निम्मन इरादा के प्रमाणपत्र हलइ, लेकिन काफी हलइ मोरोज़ोव के आउ अधिक उत्साह से ऊ क्षमता के विकास में लग जाय लगी प्रोत्साहित करना, जे उनका लगलइ कि हमरा में ऊ नोटिस कइलथिन। ऊ खुद के घर पर हमरा निःशुल्क पढ़ावे के प्रस्ताव रखलथिन - आउ व्याकरण नञ्, जे ऊ स्कूल में पढ़ावऽ हलथिन, बल्कि, जइसन कि ऊ बखत कहल जा हलइ, काव्यशास्त्र (poetics) - ई दुरूह विज्ञान के सम्पूर्ण कोर्स के बेगर ऊ जमाना में काव्यसृजन के कल्पना नञ् कइल जा सकऽ हलइ।
त हम सप्ताह में दू दिन अलिक्सान्द्र इवानोविच मोरोज़ोव के घर जाय लगलिअइ। लेकिन काव्यशास्त्र के अध्ययन थोड़हीं समय तक चललइ - हम सही-सही काव्य के छन्द के नियम के ग्रहण करे में बिलकुल नञ् योग्य ठहरलिअइ। हम एकरा में मन के एकाग्र नञ् कर पावऽ हलिअइ। हमर पिताजी, जे खुद एगो संगीतकार हलथिन, कइसूँ करके हमरा संगीत में रुचि विकसित करे लगी चाहऽ हलथिन, लेकिन उपर्युक्त कमी हियों परी एगो अलंघ्य बाधा हलइ।
लेकिन वोरोनेझ में स्कूल के प्रथम वर्ष में, जब हमर पिताजी के आर्थिक दशा सापेक्षिक रूप से निम्मन चल रहले हल, अइसन कि ऊ, ई शान के खर्च उठा सकऽ हलथिन, हमरा लगी संगीत के एगो शिक्षक निश्चित कइलथिन। शुरुआत में हम साहसपूर्वक ई काम में लगलिअइ, आउ वायलिन आउ पियानो के शिक्षा लेवे लगलिअइ। लेकिन, हे भगमान, केतना यातना ई दुन्नु वाद्ययंत्र हमरा पहुँचावऽ हलइ! आउ हमर शिक्षक, जइसन कि कहल जा हलइ, कुशल संगीतकार आउ निम्मन व्यक्ति हलथिन, लेकिन बहुत अधीर हलथिन। विपत्ति तो तब आ जाय जब ऊ स्वर (note) नञ् दाबल जा हलइ, जे उचित होवऽ हलइ, चाहे कोमल (flat) स्वर के उँचगर (sharp) स्वर से मिश्रण कर देल जा हलइ - आउ हम तो एहे करऽ हलिअइ! वायलिन हमर शिक्षक के प्रिय वाद्ययंत्र हलइ, आउ ओहे से एकरे चलते हमरे सबसे जादे फटकार झेले पड़ऽ हलइ। क्रुद्ध आचार्य (maestro) के कमानी यंत्र के तार से लगातार अलग हो जा हलइ आउ तीव्रता से हमर अँगुरी पर कंपन पैदा करऽ हलइ, जेकरा चलते चोट के नीला निशान नञ् जा हलइ।
हमरा संगीत बहुत पसीन हलइ, लेकिन ई स्पष्टतः हमरा नञ् पसीन करऽ हलइ। सबसे अन्त में तइयो हम कइसूँ कुछ तो स्कॉटिश नृत्य, वॉल्स (waltzes) नृत्य, गीत के धुन बजा ले हलिअइ, लेकिन आगू नञ् बढ़ सकलिअइ, खास करके बदलल परिस्थिति में पिताजी हमर पाठ (lessons) लगी आउ आगू के खर्च जुटा नञ् पइलथिन।
हम खुशी से वायलिन बेच देलिअइ, आउ प्राप्त पैसा के जल्दीए किशमिश, छोहाड़ा, अंजीर इत्यादि में उड़ा देलिअइ ...
[*56] काव्यशास्त्र के अध्ययन के दौरान ओहे चीज हमरा साथ दोहरइलइ। हमरा आइऐम्ब [iambs, लघु-गुरु चरण (।ऽ)], ट्रोकी [trochees, गुरु-लघु चरण (ऽ।)], स्पॉन्डी [spondees, द्वि-गुरु चरण (ऽऽ)] - ई सब कुछ समझ में नञ् आवऽ हलइ। आखिर मोरोज़ोव के भी ई बात के विश्वास हो गेलइ, लेकिन उनकर उत्साह ठंढा नञ् पड़लइ। ऊ हमरा प्रेरित कइलथिन, ई बतइते कि गद्य में भी कवि बन्नल जा सकऽ हइ, आउ हमरा अलंकारशास्त्र (rhetoric) के अध्ययन में लगा देलथिन।
हियाँ परी मामला बेहतर रूप से आगू बढ़लइ। हम बिन कोय थकावट के कागज पर कुछ लिखते रहऽ हलिअइ, आउ हमर प्रशिक्षक समचित्त धीरता (equanimous patience) से हमर "रचना" के आलोचना आउ चर्चा करऽ हलथिन। केतना आउ कइसन-कइसन "ख़्रिया" (chreia) हमर कलम से ऊ अवधि में निकसलइ! कउन "आविष्कार के स्रोत" पर हम काम नञ् कइलिअइ! लेकिन मोरोज़ोव हमर खुद के विचार पर कोय खास उलझन में नञ् पड़लथिन, बल्कि हमर बचकाना कथन के मामले में मुख्यतः तार्किक संबंध आउ वैयाकरणिक शुद्धता पर ध्यान दे हलथिन।
लेकिन समय अपन गति से चलते रहलइ, आउ वोरोनोझ के जिला स्कूल में हमर शिक्षा समाप्ति के नगीच आ गेलइ। 25 जून 1815 अन्तिम परीक्षा हलइ। हम प्रथम छात्र होवे के हैसियत से विभाग से दू भाषण देलिअइ - एगो, जर्मन में, "सत्यनिष्ठा" पर, आउ दोसरा, रूसी में, ऊ बखत के लिवोव के प्रसिद्ध रचना के विषयवस्तु "रूसी हीरो लोग के गौरव के मंदिर" पर।
हमरा सर्टिफिकेट देल गेलइ आउ एगो प्रशस्ति-पत्र। हमरा ई पुरस्कार वोरोनेझ आउ चेर्कास्क के खास बिशप ऐन्टोनी के हाथ से प्राप्त होलइ। महामहिम (Right Reverend) हमरा दुलरलथिन, सिर पर हाथ फेरलथिन, आशीर्वाद देलथिन, आउ दस्तावेज सौंपते मुसकइते बोललथिन - "बुद्धिमान बच्चे! निम्मन से पढ़ाय जारी रखिहऽ आउ शिष्टाचार के पालन करिहऽ - त अदमी बनबऽ।"
प्रसंगवश, ऐन्टॉनी के बारे में। ऊ अपन समय में हमन्हीं के क्षेत्र में बड़गो भूमिका अदा कइलथिन हल। अपन पूर्ण जवानी में, जब लगभग चालीस बरिस के हलथिन, ऊ शाब्दिक अर्थ में सुन्दर हलथिन आउ बहुत बुद्धिमान आउ चतुर, लेकिन व्यवहार से ऊ पादरी से दूर हलथिन। ऊ फैशनदार समाज पसीन करऽ हलथिन, व्यवहार में बड़ी विनम्र आउ समाज में बहुत शिष्ट हलथिन, विशेष रूप से महिला सब के साथ ... लेकिन चूँकि ऊ सबके साथ शिष्ट व्यवहार करऽ हलथिन आउ केकरो साथ बुराई नञ् करऽ हलथिन, शहर में लोग उनकर कुछ व्यवहार के उनकर अँगुरी के बीच से देखऽ हलइ (अर्थात् अनदेखी कर दे हलइ) ... खाली वोरोनेझ में अपन निवास के अन्तिम दौर में ऊ दुराचार कर बैठलथिन, जेकरा चलते लोग लोग के विचार उनकर विरुद्ध हो गेलइ - अपन अधीन एक शहर में सब लोग खातिर एगो आदरणीय डीन के सेवा से निष्कासित कर देलथिन आउ ओकर स्थान पर अपन दुराचारी भाय के नियुक्त कर देलथिन। लेकिन एकरा बारे बाद में चर्चा कइल जइतइ।
तहिना से ऐन्टॉनी के भाग्य साथ नञ् देलकइ। उनकर तबादला दोसर बिशप क्षेत्र (diocese) में कर देल गेलइ, लेकिन हुआँ परी उनका जल्दीए भाग्य के प्रहार सहे पड़लइ। उनकर स्वास्थ्य बिगड़ गेलइ, ऊ दूर कोय मठ में चल गेलथिन, जाहाँ परी अपन जीवन के अन्त तक रहलथिन।
एहे समय के दौरान हमरा एगो आउ पादरी के आद आवऽ हइ, बिलकुल अइसने ढंग के - अकातोव्स्की अलिक्सेयेव्सकी मठ के मठाधीश (archimandrite), मेथोदी के, जे ऐन्टॉनी के घनिष्ठ सहयोगी हलइ, जइसन आध्यात्मिक मामला के प्रबन्धन में, ओइसीं सांसारिक मामला में भी ... हमरा नञ् मालुम कि मेथोदी के अन्त में कीऽ होलइ। हमर ओकरा साथ व्यक्तिगत संबंध एगो परिचित घर में एक्के तुरी के भेंट तक सीमित रहलइ। ऊ हमरा बहुत धार्मिक रहे के आउ पूरा उत्साह के साथ लैटिन आउ ग्रीक भाषा सिक्खे के उपदेश देलकइ। मठाधीश फ़ादर के उपदेश [*57], निस्सन्देह, अद्वितीय रूप से प्रभावोत्पादक होते हल, अगर ओकरा से, बैरेल नियन, शराब के गन्ध नञ् निकसते हल।
हम खाली तेरह बरिस के हलिअइ, जब हम जिला स्कूल के कोर्स समाप्त कइलिअइ। हम बिना दुख के अपन साथी लोग से अलग नञ् होलिअइ, लेकिन सबसे जादे तकलीफ हमरा ई जानके होलइ कि हमरा ओकन्हीं के साथ सम्मिलित होना असम्भव हलइ, जे जिमनैसियम (gymnasium, हाई स्कूल) में प्रवेश खातिर तैयारी करते गेले हल। एकर द्वार हमरा लगी निर्विवाद रूप से बन्द हलइ।
हियाँ परी हमरा पहिले तुरी स्पष्ट रूप से समझ में अइलइ कि हमर सामाजिक स्थिति हमरा पर कइसन भारी शाप हलइ, जे हमरा बाद में केतना कष्ट देलकइ आउ लगभग हमरा आत्महत्या के हद तक पहुँचा देलकइ।
हमर शिक्षक, ग्रबोव्स्की आउ मोरोज़ोव, के हमरा पर गंभीर सहानुभूति होलइ आउ आखिर हमरा मदत करे के उपाय सोचलथिन, जे मालुम नञ् कि हमरा काहाँ पहुँचइते हल, लेकिन उनकन्हीं लगी परिणाम अत्यन्त कष्टदायक हो सकऽ हलइ।
सब लड़कन जा चुकले हल, कोय अवकाश पर, त कोय बाद में स्कूल में कभी नञ् वापस आवे लगी। हम अभियो वोरोनेझ में हीं ठहर गेलिअइ, अपन घर जाय खातिर आउ सस्ता परिवहन के आशा में। हमर दिल भारी हलइ! अचानक ग्रबोव्स्की से पत्र मिललइ। ऊ हमरा लिखलथिन हल कि स्कूल में दोसर सदस्य लोग के साथ चर्चा करके एगो प्लान सोचलथिन हल, जे जिमनैसियम (हाई स्कूल) में हमर प्रवेश करा सकऽ हलइ।
उनकर प्लान कइसन हलइ? ऊ ई हलइ कि स्कूल से देल जाय वला सर्टिफिकेट में हमर रैंक के बिलकुल उल्लेख नञ् कइल जाय के चाही, आउ सूची में, जे तुरते बाद जिमनैसियम के निदेशक के सामने प्रस्तुत कइल जाय के हलइ, हमरा कॉलेजिएट रेजिस्ट्रार के बेटा बतावल जाय के चाही - एक शब्द में, उनकन्हीं, उदारता के दौरा (fit) में जालसाजी (forgery) के आश्रय लेवे के निर्णय करते गेलथिन हल! ग्रबोव्स्की हमरा समझइलथिन कि हमरा, बिन कोय देरी कइले, निदेशक के पास जाय के चाही। केतना निम्मन लोग! अपन सहजहृदयता में, उनकन्हीं खुद लगी संयोगवश निकास के तैयारी नञ् करे के सोचलथिन, लेकिन ई पत्र के माध्यम से उनकन्हीं खुद के एगो लड़का के अधीन कर देलथिन हल, जे अपन अनुभवहीनता के कारण भेद के बात खोल दे सकऽ हलइ, चाहे ई खतरनाक दस्तावेज के अनवधानतावश खो दे सकऽ हलइ। भाग्यवश, हमर उमर तेरह साल होवे के बावजूद, वर्तमान परिस्थिति में सहज-ज्ञान से (instinctively) चुप्पी साध लेवे के आवश्यकता समझ गेलिअइ आउ खाली अपन पिताजी के सब कुछ बता देवे के फैसला कइलिअइ।



[1] प्लाख़्ता – (In Ukraine) a thick woolen or cotton fabric with patterns of squares, stripes, stars, etc., made in a handicraft way.
[2] चुमाक - (XVI - XIX शताब्दी रूस में) किसान, जे यूक्रेन में, ब्रेड आउ अन्य कृषि उत्पाद के बैल पर क्रीमिया ले जा हलइ, आउ हुआँ से - बिक्री लगी नमक, मछली आउ अन्य सामान लावऽ हलइ।
[3] लप्ता - रूसी क्रिकेट.
[4] स्वायका - रूसी लोक खेल, जेकरा में एगो बड़गो मोटगर नोकीला कील के जमीन पर के रिंग (वृत्त) में फेंकल जा हलइ।
[5] कैंटोनिस्ट - (रूस में 19मी शताब्दी के पूर्वार्ध में) सैनिक के बेटा, जेकरा जन्म के दिन से हीं मिलिट्री विभाग के सौंप देल जा हलइ आउ विशेष निम्न मिलिट्री स्कूल में मिलिट्री सेवा खातिर तैयार कइल जा हलइ।
[6] प्लूटार्क (Plutarch, 46- 119 ई॰ के बाद) - एगो ग्रीक मिडिल प्लैटोनिस्ट दार्शनिक, जीवनी लेखक, निबंधकार आउ अपोलो के मंदिर के पुजारी।
[7] सुकरात (Socrates, लगभग 470 - 399 ई॰ पूर्व) - शास्त्रीय यूनानी (एथेनियन) दार्शनिक, जिनका पश्चिमी दर्शन के संस्थापक लोग में से एक के रूप में श्रेय देल जा हइ।  ऊ कोय लेखन नञ् कइलथिन, आउ मुख्य रूप से शास्त्रीय लेखक लोग के लेखन के माध्यम से उनकर जीवनकाल के बाद, विशेष रूप से उनकर छात्र प्लेटो आउ ज़ेनोफ़न के वृत्तान्त के माध्यम से जानल जा हइ।
[8] अरस्तू (Aristotle, 384–322 ई॰ पूर्व) प्राचीन ग्रीस में शास्त्रीय काल के यूनानी दार्शनिक आउ बहुश्रुत (polymath)। प्लेटो के शिष्य। उनकर लेखन में कइएक विषय शामिल हइ, जेकरा में भौतिकी, जीव विज्ञान, प्राणीशास्त्र, तत्त्वमीमांसा, तर्कशास्त्र, नीतिशास्त्र, आचारशास्त्र, काव्य, रंगमंच, संगीत, अलंकारशास्त्र, मनोविज्ञान, भाषाविज्ञान, अर्थशास्त्र, राजनीति आउ सरकार शामिल हइ।
[9] फ़िलोपोमेन (Philopoemen, 253 - 183 ई॰ पूर्व) - कुशल यूनानी जनरल आउ राजनेता।
[10] सिराकुज़ (Syracuse) - सिसिली द्वीप पर के एगो 2700 साल पुराना ऐतिहासिक शहर। ई शहर अपन समृद्ध ग्रीक आउ रोमन इतिहास, संस्कृति, रंगभूमि, वास्तुकला आउ पूर्ववर्ती गणितज्ञ आउ इंजीनियर आर्किमिडीज़ के जन्मस्थान के रूप में उल्लेखनीय।
[11] दियोक्लेस (Diocles, लगभग 240 ई॰पू॰ - ल॰ 180 ई॰पू॰) - ग्रीक गणितज्ञ आउ ज्यामितिज्ञ।
[12] एन रेडक्लिफ़ (Ann Radcliffe, 1764 –1823)- अंग्रेजी लेखिका आउ गोथिक कथा के अग्रणी। अपन उपन्यास में स्पष्ट रूप से अलौकिक तत्त्व के व्याख्या करे के उनकर तकनीक के 1790 के दशक में गोथिक कथा सम्मान पावे के श्रेय। रेडक्लिफ अपन समय के सबसे लोकप्रिय लेखिका आउ लगभग सार्वभौमिक रूप से प्रशंसित। समकालीन आलोचक लोग उनका पराक्रमी जादूगरनी आउ रोमांस-लेखक लोग के शेक्सपियर कहते गेलथिन, आउ उनकर लोकप्रियता 19 मी शताब्दी तक जारी रहलइ।
[13] जाँ द ला फ़ौँतैन (Jean de La Fontaine, 1621-1695) - फ्रांसीसी नीतिकथाकार (fabulist) आउ 17 मी शताब्दी के सबसे अधिक पढ़ल जाय वला फ्रेंच कवि। अपन नीतिकथा के खातिर सबसे ऊपर जानल-पछानल।

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