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Friday, May 08, 2020

भूदासत्व से मुक्ति तक - अध्याय 13


13. ओस्त्रोगोझ्स्कः हमर सिविल आउ स्वतंत्र गतिविधि के प्रारम्भ
साल 1816 हलइ। ओस्त्रोगोझ्स्क, पहिले के स्लोबोदा-यूक्रेन प्रान्त के भाग, अब वोरोनेझ प्रान्त में हलइ। एकर विस्तृत जिला लगभग पूरा लघु रूसी लोग से आबाद हलइ, जे हियाँ परी अलिक्सेय मिख़ायलोविच के शासन काल में आक्रमणकारी तातार लोग से दक्षिणी सीमा प्रदेश (सरहद) के सुरक्षा खातिर स्थानान्तरित कइल गेले हल। खाली कुच्छे रूसी लोग सोसना नद्दी के किनारे जाहाँ-ताहाँ आश्रय लेते गेले हल, जेकरा से कइएक छोटगर-छोटगर गाम बन गेले हल। शहर के वासी के जनसंख्या लगभग दस हजार हलइ, लघु रूसी के ही, लेकिन अपवादस्वरूप व्यवसायी वर्ग हलइ, जे अधिकांश रूसी हलइ।
ऊ जमाना में ओस्त्रोगोझ्स्क एगो नामी शहर हलइ। राजधानी से कइएक विर्स्ता दूर, स्तेप (विस्तृत हरियर घास के मैदान) के दूरस्थ सुनसान स्थान में, ई शहर जीवन के अइसन क्रियाकलाप प्रदर्शित करऽ हलइ, जे रूसी साम्राज्य के अधिक विस्तृत आउ बेहतर स्थान पर स्थापित केन्द्र सब में भी खोजना मोसकिल होते हल।
एकर आर्थिक आउ बौद्धिक दुन्नु स्तर नञ् खाली अधिकतर जिला के, बल्कि कइएक प्रान्तीय शहर से कहीं उपरे हलइ। एकरा में औद्योगिक कारखाना फल-फूल रहले हल। हियाँ परी भेड़, लवणित (नमक लगाके बचावल) मांस, चर्बी के व्यापार होवऽ हलइ। व्यापारी वर्ग के पास बड़ी धन-सम्पत्ति हलइ। उपनगरीय क्षेत्र में मिलिट्री के लोग आबाद हलइ, मसलन - लरिनोव, गोलोवचेन्को लोग, जेकन्हिंयों व्यापार करते जा हलइ, आउ जेकर पूँजी के फेर (turnover) पाँच लाख रूबल होवऽ हलइ।
ई जिला के अधिकतर धनी जमींदार साल के एक भाग शहर में गुजारऽ हलइ, जाहाँ परी ओकन्हीं के खुद के घर हलइ। ओकन्हीं, ओस्त्रोगोझ्स्क के सब्भे अभिजात वर्ग नियन, विशेष सामूहिक मनोबल (corporate spirit) से प्रेरित हलइ आउ अपन वर्ग के सम्मान में खुशी मनावऽ हलइ। ओहे से ओकन्हीं के क्रियाकलाप मान-मर्यादा लगी जानल जा हलइ, जे भ्रष्ट भूदासत्व के ऊ जमाना में बहुत कम विख्यात हलइ।
ओकन्हीं बीच घूसखोरी के नाम-निशान नञ् हलइ। जे चुनाव के दौरान काम करऽ हलइ, ऊ समाज के सच्चा आउ निष्पक्ष सेवक होवऽ हलइ। स्थानीय अभिजात वर्ग के प्रधान अइसन लोग होवऽ हलइ, जे नञ् खाली उदारता लगी जानल जा हलइ, बल्कि उपयोगी कार्यकलाप लगी भी, मसलन - दोलझिकोव, सफ़ोनोव, स्तानकेविच, तोमिलिन इत्यादि।
ई स्पष्ट हइ कि गाम में जमींदार आउ कृषक लोग के मानवोचित अभिलाषा आउ प्रबुद्ध विचार होला से, हियाँ के जिनगी बेहतर हलइ, बनिस्पत आउ जगह के। जमींदार लोग ओकन्हीं के बार्षिना (बेगार) आउ ओब्रोक (लगान) से क्षीण नञ् कर देलइ, ओकन्हीं साथ मानवोचित व्यवहार करऽ हलइ। आउ कृषक लोग, संतृप्त आउ अपन भाग्य से संतुष्ट, स्वेच्छा से अपन भार के वहन करऽ हलइ आउ अपना तरफ से अपन मालिक के कल्याण में सहयोग करऽ हलइ। समाज के दू बुनियादी वर्ग, कृषक आउ [*67] जमींदार, के ई सन्तुलित पारस्परिक प्रभाव में, ई मानल जा सकऽ हइ, जिला के आर्थिक समृद्धि निहित हलइ।
ऊ बौद्धिक दृष्टिकोण के विस्तार के स्रोत के इंगित करना असान काम नञ् हइ, जेकरा में ओस्त्रोगोझ्स्क के अत्यन्त शिक्षित वासी चक्कर लगावऽ हलइ, जेकन्हीं के अइसीं वोरोनेझ के एथेनियन नञ् कहल जा हलइ। ओकन्हीं भाग्य द्वारा फेंक देल गेल अइसन सुनसान क्षेत्र में मँड़रा हलइ, जे मानुँ पहुँच के बाहर हलइ। ओकन्हीं के साहित्यिक, राजनैतिक आउ सामाजिक विषय में व्यस्त रक्खऽ हलइ। ओकन्हीं संघर्ष करऽ हलइ नञ् खाली व्यक्तिगत हित लगी, बल्कि सिद्धान्त लगी भी। ओकन्हीं में स्वतंत्रता आउ तात्कालिक सर्वशक्तिमान नौकरशाही के अत्याचार के चेतनायुक्त विरोध के अभिलाषा प्रदर्शित होवऽ हलइ।
कइएक लोग के पास, व्यापारी आउ निम्न मध्यवर्गीय के पास भी, गंभीर विषय के पुस्तक संग्रह हलइ, उदाहरणस्वरूप - The Justinian Code[1], डेलोल्मे[2] के "The Constitution of England", मोन्टेस्क्यू के "Persian Letters" आउ ओकरे "The Spirit of Laws", यिज़िकोव द्वारा अनूदित, बेक्कारिया के "Crime and Punishment", रूसी भाषा में वोल्टायर के रचनावली, जे तोहरा अभी एक्को पुस्तक दुकान में नञ् मिलतो। एकरा अलावे, उत्साहपूर्वक पढ़ल जा हलइ "मस्कोव्स्किए वेदोमोस्ती" (मास्को समाचार) अखबार, जे ऊ जमाना में प्रान्त में एकमात्र जानल-बूझल अखबार हलइ। समाज में चर्चा कइल जा हलइ विज्ञान, कला के बारे, विदेशी आउ आन्तरिक राजनीति के विषय के बारे। कुछ लोग तो उदारवादी विचार से एतना हद तक आकृष्ट हो जा हलइ कि प्रातिनिधिक रूप के सरकार के प्रशंसा करते जा हलइ।
ई प्रदेश के सबसे शिक्षित शहर के रूप में गौरव प्राप्त होलो पर, ओस्त्रोगोझ्स्क प्रान्तीय प्राधिकारी लोग के अनुग्रहप्राप्त नञ् हलइ, जे एकरा आँख के काँटा मानऽ हलइ। ओकन्हीं के लुंठनकारिता या लूट के ओतना कहूँ विरोध नञ् होवऽ हलइ, जेतना कि हुआँ। ओकन्हीं साथ सब्भे मुठभेड़, निस्संदेह, हमेशे ओकन्हिंएँ के जीत से अन्त होवऽ हलइ, मतलब कमोबेस बड़गो घूस के रकम ओकन्हीं के जेभी में जा हलइ, लेकिन एकरा चलते हमेशे ओकन्हीं के बड़गो नैतिक अवमानना के मूल्य चुकावे पड़ऽ हलइ, जेकरा ओकन्हीं बाद में भूल नञ् पावऽ हलइ।
एगो बड़गो भार ई प्रदेश खातिर जल्दीए बाद में गवर्नर-जेनरल द्वारा लादल गेलइ, जेकर प्रधान हलइ पूर्व पुलिस मंत्री (Former Minister of Police), ए॰डी॰ बलाशोव। ई गवर्नर-जेनरल के अधीन पाँच प्रान्त देल गेलइ - वोरोनेझ, रिज़ान, तम्बोव, तुला आउ ओर्लोव। प्रशासन के केन्द्र हलइ रिज़ान।
कउन उद्देश्य से ई प्रशासन के निर्माण कइल गेलइ, एकर निश्चय करना मोसकिल हइ - शायद ई खातिर कि राजकीय कोर्ट से दूर कइल एगो वरिष्ठ पदाधिकारी के कोय संतोषजनक पद देल जाय। हम सब के प्रशासनिक इतिहास में वर्ष 1812 के कइएक नाम आउ कार्यकर्ता के बीच बलाशोव के नाम हइ। शायद, ऊ  कइसनो सेवा कइलके हल आउ देल गेल सम्मान के योग्य हलइ - हम एकर निर्णय नञ् कर सकऽ हिअइ। लेकिन हम सब के निम्मन से मालुम हइ ओकर प्रशासन के अधीन प्रान्त सब में छोड़ल स्मृति, जाहाँ परी ऊ तुर्की के कोय पाशा से बत्तर शासन नञ् कइलकइ। हो सकऽ हइ कि खुद ऊ घूस नञ् ले हलइ, आउ अपन अधीनस्थ लोग के चालबाजी से अनजान हलइ, लेकिन ओकर ऑफिस आउ एजेंट के घूस के खातिर अतृप्त लालच के धुन सवार हो गेलइ। पहिलहूँ जिला सब वोरोनेझ के काफी कर चुकावऽ हलइ, लेकिन अब ओकन्हीं के रिज़ान के भी संतुष्ट करे पड़ऽ हलइ।
[*68] बलाशोव के भार सबसे कम अधिकारी लोग पर पड़लइ, जेकन्हीं पर, शायद, दबाव डालना अनुचित नञ् होते हल, ताकि ओकन्हीं दोसरा पर कम दबाव डाल सकइ। सबसे जादे भार शहर के वासी लोग पर पड़लइ। ओकन्हीं पर लगातार नयका टैक्स लादल गेलइ, जे मानुँ "गाम आउ शहर के अलंकरण" (decoration of villages and cities) पर जाय वला हलइ। कभी-कभार वस्तुतः उद्देश्य से कुछ तो कइल जा हलइ, लेकिन खाली देखावा लगी, आउ अइसन अवसर पर साधारणतः काम के कोय महत्त्वपूर्ण व्यक्ति के आगमन के दौरान समायोजित (adjusted) कर देल जा हलइ। लेकिन बाहरी "देखावा" के पीछू कीऽ छिप्पल हलइ - एकर कोय नञ् परवाह करऽ हलइ।
मसलन, अइसन समाचार मिल्लऽ हलइ कि फलना-फलना बखत फलना रोड से कोय विशिष्ट व्यक्ति गुजरे वला हथिन। हुआँ के पुल जर्जर हइ। पूरा गाम के ओकर मरम्मत खातिर लगा देल गेलइ। बनावल पुल के नाम हो गेलइ। विशिष्ट व्यक्ति होकरा से होके गुजरलथिन आउ प्रशंसा कइलथिन, आउ उनका सम्मानित कइला के ठीक बाद पुल तुरते ढह गेलइ। सन् 1812 के युद्ध के बाद हमन्हीं के प्रशासक (administrators) के सनक चढ़ गेलइ जर्मन रीति-रिवाज के नकल करे के - निस्संदेह, खाली एहो बाहर से देखावा खातिर। ई तरह, मसलन, बड़गर डाक रोड के हमन्हीं हीं, जर्मन रोड के अनुसार, पेड़ लगवाके सजावे जाय लगलइ। लेकिन जेकन्हीं के देहाती रोड से गाड़ी से यात्रा करे पड़ऽ हलइ, ओकन्हीं के पहिलहीं नियन कीचड़ में डुब्बे पड़ऽ हलइ आउ खुद के गरदन आउ गाड़ी के तोड़े पड़ऽ हलइ। शहर के बंजर जमीन के सुन्दर छरदेवाली से घेरल रहऽ हइ, नंबर के साथ, मानुँ घर के निर्माण कइल जा रहले हल, जबकि अइसन कुछ कइल जाय वला नञ् हलइ।
खुद बलाशोव जब न तब अपन विलायत (vilayet) - माफ करथिन, अपन प्रान्त के दौरा करते रहऽ हलइ। पितिरबुर्ग में एकरा, हो सकऽ हइ, ओकर सक्रियता आउ उत्साही एवं उपयोगी सेवा के प्रमाण मानल जा हलइ... ई बात के ओकर अधीनस्थ प्रान्त कउन रूप में ले हलइ - ई दोसरे सवाल हइ। निरीक्षण (मुआयना) कइल जाय वला शहर में ओकर पहिला काम होवऽ हलइ - यथासंभव अधिक से अधिक भय उत्पन्न करना। शहर के प्रधान (मेयर) एकर विशेष लक्ष्य हलइ - ओकरा ई बात लगी जवाब देवे पड़ऽ हलइ कि शहर में फुटपाथ, पक्की सड़क, पत्थर के तोरण बजार (shopping arcades), गलियन के किनारे पेड़-गाछ नञ् हइ - एक शब्द में, ऊ सब कुछ, जे गवर्नर-जेनरल विदेश में पसीन करऽ हलइ। कागज चिपकावल खिड़की से कुरूप झोपड़ी, लकड़ी के मकान के सरपत आउ पोवार से छारल छत, कच्ची गल्ली - ई सब कुछ ओकरा में सुन्दर भावना के ठेस पहुँचावऽ हलइ। ऊ ई सब घटना के कारण पर विचार करे लगी कोय तकलीफ नञ् उठावऽ हलइ, लेकिन एगो नौकरशाह के शुष्क नेत्र से एकरा अराजकता के एगो प्रकार मानऽ हलइ, जेकरा पुलिस द्वारा उठावल कदम से दूर कइल जा सकऽ हलइ। शहर के पास साधन नञ् हइ, वासी लोग लगभग भुखमरी से मरल जा हइ - ई सब अइसन छोटगर-छोटगर बात हलइ, जेकरा बारे विशिष्ट व्यक्ति अनजान हलइ।
प्रस्थान करते बखत, ऊ पुलिस के कड़ा औडर देते जा हलइ कि ओकर अगला भेंट देवे के पहिले-पहिले ई सब के ठीक कर देल जाय के चाही, मतलब, फुटपाथ, पत्थर के बजार आदि। मेयर अपन सिर खुजलावऽ हलइ, शहर के कारिंदा पुलिस के सिपाही सब पर चिल्ला हलइ, आउ ओकन्हीं घर-घर दौड़-धूप करऽ हलइ, शहर के अलंकरण खातिर वाशिंदा लोग के दबाव डाले खातिर। लेकिन कइएक सप्ताह गुजर जा हलइ, सब कोय सब कुछ शांत हो जा हलइ आउ स्थिति पहिलहीं नियन रह जा हलइ। अब अइसन कुछ संभव नञ् हइ, लेकिन बलाशोव के बारे ऊ सब प्रान्त आद करऽ हइ, जाहाँ ऊ अपन प्रसिद्ध ऑफिस के साथ शासन करऽ हलइ।
[*69] ओस्त्रोगोझ्स्क समाज के बारे चर्चा करते बखत, एकर पुरोहित-वर्ग (clergy) के बारे चुप्पी नञ् साध लेल जा सकऽ हइ। हमर समय में हुआँ परी वास्तव में अपन कर्तव्य (पेशा) के शीर्ष पर हलइ। शहर में पत्थर के आठ चर्च हलइ। सुन्दर वास्तुकला के बड़का चर्च (cathedral) प्रसिद्ध विद्वत्परिषद् सदस्य (academicians) के रचना के उत्कृष्ट उदाहरण पर गौरव करऽ हलइ। पैरिश (parish) पुरोहित-वर्ग के निम्मन वेतन मिल्लऽ हलइ, जे ओकन्हीं के गरिमापूर्वक आचरण करे में समर्थ बनावऽ हलइ।
पुरोहित लोग में विशेष रूप से उत्कृष्ट हलथिन फ़ादर - सिमियोन स्त्सेपिन्स्की, मिख़ाइल पदज़ोर्स्की, प्योत्र लिबेदिन्स्की ... पहिलौका दू फ़ादर हमन्हीं हीं के पुरोहित-वर्ग के सामान्य स्तर से बहुत उपरे हलथिन आउ कउनो शिक्षित समाज में आदरणीय स्थान प्राप्त कर सकऽ हलथिन। एकरा अलावे, दुन्नु प्रतिभाशाली वक्ता हलथिन। उनकन्हीं के प्रवचन (sermons), विशेष रूप से पदज़ोर्स्की के, बहुसंख्यक श्रोता के आकृष्ट करऽ हलइ। त्रेबा (नामकरण, विवाह, अन्त्येष्टि इत्यादि के दौरान कइल जाल धार्मिक अनुष्ठान) आउ ईश्वर पूजा अनुष्ठान करावे के दौरान उनकन्हीं के तरीका में सामान्यतया कोय सेमिनरी के बात नञ् हलइ। दुन्नु देखे में आकर्षक हलथिन। स्त्सेपिन्स्की के बाह्याकृति भद्रता, आउ महानता से चकित कर दे हलइ। उनकर चेहरा, बड़गर रोमन नाक के साथ, बुद्धि के झलक दे हलइ, आउ आचार-व्यवहार मिलनसारी के। बाद में हमरा आउ कोय दोसर अइसन पुरोहित से भेंट नञ् होलइ, जे आउ अधिक अनुकूल छाप छोड़े। ऊ खाली बुद्धिमाने नञ् हलथिन, बल्कि बहुमुखी शिक्षित आउ उत्तम पढ़ाय कइल; विज्ञान आउ साहित्य के अनुसरण करऽ हलथिन। पदज़ोर्स्की एकरो में उनका से पीछू नञ् हलथिन।
स्त्सेपिन्स्की अपन कोर्स पितिरबुर्ग थियोलॉजिकल अकादमी से पूरा कइलथिन हल, (सम्राट् अलिक्सान्द्र प्रथम के सलाहकार) स्पेरान्स्की के जानऽ हलथिन आउ उच्चतम आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर सकऽ हलथिन, अगर ऊ मठवासीय प्रतिज्ञा (monastic vows) करे लगी सहमत हो जइथिन हल, जइसन कि उनका समझावे के प्रयास कइल गेले हल। लेकिन उनका मातृभूमि के प्रति प्रेम उनका वापिस हुआँ परी आकृष्ट करऽ हलइ, आउ हो सकऽ हइ, आउ कइसनो दोसर युवासहज आकांक्षा।
ओस्त्रोगोझ्स्क में स्त्सेपिन्स्की त्वरित गति से प्रथम भूमिका प्राप्त कइलथिन - उनका धर्मप्रदेश (diocese) के डीन नियुक्त कइल गेलइ। उनका पर सम्मान आउ पुरस्कार के झड़ी लगा देवल गेलइ - उनका पास छाती पर धारण कइल जाय वला स्वर्ण क्रॉस (golden pectoral cross) , टोप, (कमर के बगल में लटकाके धारण कइल जाय वला आयताकार) जरीदार प्लेट, आउ धर्म-निरपेक्ष पुरोहित वर्ग के बीच विरल उच्च सम्मान के प्रतीक - दंड (staff) हलइ। बाद में आउ सेंट आन्ना पदक प्राप्त कइलथिन। लगऽ हलइ कि लोग उनका समझऽ हलइ आउ प्रशंसा करऽ हलइ। लेकिन ई सब प्रारम्भिक सफलता खातिर बेचारे फ़ादर सिमियोन के बड़गो कीमत चुकावे पड़लइ।
वोरोनेझ के बिशप ऐन्टोनी के, जेकर उल्लेख हम उपरे कर चुकलिए ह, भाय निकोलाय हलइ, सेहो पुरोहित हलइ, लेकिन ई पद के धारक सब्भे में से सबसे अयोग्य हलइ। ऊ न तो चालबाज हलइ, आउ न बुरा व्यक्ति, लेकिन पक्का पियक्कड़ हलइ आउ अश्लील व्यवहार करऽ हलइ। एकरा, मर्त्य लोग (mortals) में सबसे अशिष्ट के, ऐन्टोनी ओस्त्रोगोझ्स्क में डीन बनावे के निर्णय कइलकइ, पहिले स्त्सेपिन्सकी के ई पद से बाहर निकास के। आउ अइसन ऊ जमाना में आर्कबिशप के शासन में मनमानी होवऽ हलइ कि ऐन्टोनी बिन कोय दंड के कर सकलइ।
शहर वास्तव में हक्का-बक्का हो गेलइ, विरोध कइलकइ, स्त्सेपिन्स्की के पक्ष में प्रदर्शन कइलकइ, लेकिन एकरा से कोय फयदा नञ् होलइ। दुराचारी निकोलाय सोकोलोव कइएक साल तक डीन रहलइ, अपन शिष्यवृन्द के प्रलोभन पर आउ खुद लगी बदनामी झेल के। ओकरा बारे कइएक चुटकुला प्रचलित हलइ, अइसन हरक्कत के वर्ण कइल जा हलइ, जे धर्म-निरपेक्ष लोग के अश्लील लग सकऽ हलइ। संयोगवश एक घटना एगो किसैनी के साथ बड़गो सनसनी पैदा कइलकइ [*70], जे अनिमंत्रित शिष्टाचार (unsolicited courtesies) के कारण गोड़ से अपन जुत्ता निकसलकइ आउ ओकरा से फ़ादर के चेहरा पर पिटम्मस कइलकइ।
फ़ादर निकोलाय अकेल्ले रंगरेली नञ् मनावऽ हलइ। ओकरा एगो साथी हलइ, चाहे बेहतर कहल जाय, परामर्शदाता, अन्द्रियूश्का नाम के एगो गिरजादार (sexton)। अन्द्रियूश्का नञ् पीयऽ हलइ, जब फ़ादर निकोलाय पीके धुत्त रहऽ हलइ, आउ अइसन हालत में ऊ ओकरा साथ बिन कोय औपचारिकता के सामान्य रूप से व्यवहार करऽ हलइ। अगर फ़ादर गोस्सा होवे लगऽ हलइ, त ऊ ओकरा साथ बिन कोय औपचारिकता के मुकियाके वश में कर ले हलइ।
लेकिन सापेक्ष तौर पर सुसंस्कृत ओस्त्रोगोझ्स्क समाज एतना लमगर अवधि तक शिष्टाचारी आउ गंभीर पुरोहित वर्ग के बीच ई दुराचारी विलासी के कइसे बरदास कइलकइ? दुर्भाग्यवश, हमन्हीं हीं अकसर अइसन होवऽ हइ - उत्तेजित हो जइते जा हइ, कुछ समय तक शोर मचावऽ हइ आउ आखिर ई सब के आदी हो जा हइ। सिमियोन स्त्सेपिन्स्की के प्रति लोग के सहानुभूति हलइ, आउ उनका लगी याचिका दायर करे के साहस भी कइल जा हलइ, फ़ादर निकोलाय के साथ विभिन्न तरह के शरारत कइल जा हलइ, लेकिन आखिरकार सहानुभूति करके लोग थक गेते गेलइ, गोस्सा करना बंद कर देते गेलइ आउ कभिए-कभार कोय अवसर पर ई नालायक पुरोहित के मजाक उड़इते जा हलइ।
लेकिन स्वयं स्त्सेपिन्स्की पर कइल अपमान एगो अमिट छाप छोड़लकइ आउ उनकर स्वास्थ्य पर घातक प्रभाव डललकइ। लगभग पनरह साल बाद, जब हम पितिरबुर्ग में रह रहलिए हल, त उनका ऊ सब कुछ वापिस कर देल गेलइ, जे उनका हीं से ले लेवल गेले हल, आउ बल्कि कुछ जादहीं। ऐन्टोनी मर गेलइ आउ ओकर भाय, निकोलाय, के डीन के पद से हटा देवल गेलइ, आउ ओकर स्थान पर स्त्सेपिन्स्की के फिर से बहाल कर देल गेलइ। लेकिन उनकर बल आउ स्वास्थ्य नञ् सुधरलइ - पाँच साल बाद ऊ मर गेलथिन, पचासे साल के उमर में।
बाहरो से ओस्त्रोगोझ्स्क ऊ जमाना के अधिकतर जिला शहर से बेहतर हलइ। ओकर, सच हइ, कि कभियो सुरम्य (picturesque) स्थान के रूप में नाम नञ् हलइ। तीख़ाय सोसना नद्दी के जरी उपरे तरफ उट्ठल किनारा पर बस्सल ई चारो तरफ घना सरकंडा (reeds) से आच्छादित दलदल से घिरल हलइ। हमरा नञ् मालुम, कि अभी कइसन हइ, लेकिन ऊ जमाना में ई सरकंडा के उपयोग कइल जा हलइ - जंगल नञ् होवे से एकर उपयोग जलावन आउ घर के छप्पर छारे के रूप में कइल जा हलइ।
ई छोटका शहर, दू उपनगरीय बस्ती लुशकोव्स्का आउ पेस्की के साथ, काफी लमगर-चौड़गर फैलल हलइ। एकरा बीच-बीच में आड़ा-तिरछा काटऽ हलइ सीधा रोड, जे कतार में घिरल हलइ काफी साफ-सुथरा लकड़ी से आउ आंशिक रूप से पत्थर के बन्नल घर से - ई दोसरका अधिक धनवान लोग के हलइ, जे सौन्दर्य के मामले में बिन आडम्बर के नञ् हलइ, कमोबेस समृद्ध वास्तुकला के डिजाइन के रूप में। कम से कम, अइसन हलइ ऊ अग्निकांड के पहिले-पहिले तक, जे सन् 1822 में दू तिहाई के बरबाद कर देलके हल।
हाँ, हमर समय में, ओस्त्रोगोझ्स्क वास्तव में आकर्षक हलइ, लेकिन - हाय! - लेकिन खाली निम्मन शीत ऋतु चाहे ग्रीष्म ऋतु में। लेकिन पतझड़ (शरद् ऋतु) के दौरान, चाहे वसंत ऋतु में ई साफ-सुथरा, खुशहाल शहर शब्दशः कीचड़ में डूब जा हलइ। एकर कच्चा रोड दुर्गम हो जा हलइ, अइसनकन रोड के बीच कीचड़ में, पैदल राहगीर दलदल में छटपटा हलइ आउ बैलगाड़ी अटक जा हलइ। हमन्हीं हीं रोड के पक्का करे के बारे बहुत चर्चा होवऽ हलइ। ई मामले में, प्रान्तीय अधिकारी के साथ पत्राचार भी शुरू कइल गेलइ। दूमा (प्रान्त परिषद्, province council) आवश्यक वित्त के अनुमोदन कइलकइ। पत्राचार कइएक साल तक चललइ, आउ वित्त के निशान जल्दीए ठंढा बस्ता में चल गेलइ। ई दौरान शहर अग्निकांड में जल गेलइ, आउ रोड के पक्का करे के मुद्दा हमेशे लगी डूब गेलइ - एकर अभियो तक नाम-निशान नञ् हइ। हाँ, अब ओस्त्रोगोझ्स्क में एकर बात नञ् उट्ठऽ हइ। ई बहुत गरीब हो चुकले ह, एकर बौद्धिक स्तर घट गेले ह, आउ ई हमन्हीं के आउ अधिकतर जिला शहर से अब कइसूँ बेहतर नञ् हइ।
[*71] ओस्त्रोगोझ्स्क में हमर प्रवेश आनंददायक नञ् हलइ। अपन हार्दिक इच्छा के नाश भुगतके, हम हुआँ प्रकट होलिअइ, आउ अपन परिवार के आर्थिक रूप से बरबाद आउ नैतिक रूप से मारल पइलिअइ। पिताजी उदास हलथिन। ऊ केस, जेकरा पर जीत के भरोसा रखले हलथिन, यथार्थ में परिवर्तित नञ् होलइ। ऊ बिन कोय जीविकोपार्जन के रह गेलथिन, आउ उनकर परिवार गरीब हो गेलइ। एकरा अलावे, उनकर दिल में एगो गहरा घाव सहन कर रहलथिन हल - यूलिया ततारचुकोवा के प्रति प्रेम। ई रोमानी प्रेम उनका लगी अवर्णनीय यातना के स्रोत हलइ। हमर मइयो के उनका दोषी ठहरावे के साहस नञ् होवऽ हलइ - ओकरा उनका लगी सहानुभूति हलइ आउ विरल निःस्वार्थतापूर्वक उनका आश्वासन देवे के प्रयास करऽ हलइ।
एगो आउ असह्य भार हलइ बेद्रियागा के साथ मोकदमा; एकरा लगी निरंतर ध्यान, सघन श्रम, कानून के अद्यतन जानकारी आउ लगातार दस्तावेज लिक्खे के जरूरत पड़ऽ हलइ। तीव्र प्रभावकारी चिंता से ऊ भार दीर्घकालिक अशांति (chronic anxiety) में बदल गेलइ, जे समय आउ श्रम दुन्नु खा हलइ। एहे दौरान पारिवारिक आवश्यकता बढ़ गेलइ - हमर अनुपस्थिति में परिवार में एगो आउ सदस्य बढ़ गेले हल - हमर बहिन नदेझ्दा।
हमर पिताजी के, जइसन कि कहल जा हइ, हाथ गिर गेलइ। उनका खाली कभी-कभार ओइसन अवसर पर कुछ करे में बन्नऽ हलइ, जब उनका कोर्ट में कोय याचिका दायर करे के औडर देल जा हलइ, चाहे कोय दस्तावेज तैयार करे के रहऽ हलइ। नगण्य वेतन जे मिल्लऽ हलइ ऊ पल भर में ई नञ् तो ऊ परमावश्यक चीज में स्वाहा हो जा हलइ।
पिताजी के विफलता, असंतुष्ट प्रेम, उनका अधिकाधिक चिड़चिड़ा बना रहले हल, आउ ऊ कभी-कभी अपन दिल में उबल रहल उदासी आउ झुंझलाहट के उग्र रूप से परिवार पर फोड़ दे हलथिन। बहुत संभव हइ कि उनकर मन के चिंतित दशा, जे उनकर दूरदर्शिता के भोथरा कर रहले हल आउ अनजाने में लोग के साथ संबंध के प्रभावित कर रहले हल, मुख्य कारण हलइ कि काहे पिताजी एतना समय तक कोय काम में खुद के मन नञ् रमा रहलथिन हल।
हमरा मालुम नञ् कि हमन्हीं सब के साथ कीऽ होते हल, अइसन भयंकर समय से कइसे बचतिए हल, अगर हमर माय साहस आउ अपन हतोत्साह पति के प्रति अपन उदार संबंध नञ् देखइते हल। उनका अक्षम देखते, ऊ अपन कन्हा पर परिवार के ऊ जिम्मेवारी लेलकइ, जे सामान्य रीति के अनुसार उनका उठावे के चाही हल, अर्थात् - ऊ दैनिक भरण-पोषण के चिंता खुद पर लेलकइ। ऊ सब लोग, जे हमर मइया के जानऽ हलइ, ओकरा पर विश्वास करऽ हलइ आउ ऊ खुद के मध्यस्थ के साथ में ओइसन काम में लगावे के प्रस्ताव रखलकइ, जेकरा में पुरनका सर-समान के खरीद-बिक्री के जरूरत पड़ऽ हलइ। ओकर असंदिग्ध ईमानदारी शहर में प्रसिद्ध हलइ, आउ लोग ओकरा स्वेच्छा से अइसन काम सौंपऽ हलइ। पारिश्रमिक, जे ऊ अपन कमीशन में पावऽ हलइ, लमगर अवधि तक हमन्हीं लगी मुख्य, अगर एकमात्र नञ् कहल जाय, आमदनी के स्रोत हलइ।
हम तो अपन गरीबी देखके अत्यन्त हक्का-बक्का हो गेलिअइ। ई हमन्हीं के सब कुछ में देखाय दे हलइ - सकेत कमरा, खराब बस्तर, माय के रहट-रहटके काम करना, जे दिन गुजारऽ हलइ शहर में समान लेले शहर भर में भटकते आउ रात गुजारऽ हलइ दीया के मद्धिम रोशनी में बुतरुअन के चीथड़ा के मरम्मत करे में।
हमरा ओकरा मदत करे के बड़गो मन करऽ हलइ। लेकिन हम कीऽ कर सकऽ हलिअइ? ओकरा लगी छोटका-मोटका काम करके देना, जलावन के लकड़ी काटना आउ रसोईघर में पानी लाना? ई सब तो हम ठीक से करऽ हलिअइ, लेकिन एकरा से न तो ओक्कर आउ न हमन्हीं के सामान्य खुशहाली में कोय सुधार होलइ। हमर पिताजी के लोग सुझाव देते गेलइ कि हमरा [*72] कहीं तो गाम के क्लर्क के रूप में नियुक्ति के प्रयास कइल जाय। हम एकरो लगी तैयार हलिअइ, लेकिन पिताजी सहमत नञ् होलथिन। उनका, बिन आधार के नञ्, डर हलइ कि कहीं हमर हुआँ परी बौद्धिक शक्ति ठप नञ् पड़ जाय आउ कहीं हमेशे लगी हम भविष्य से नञ् कट जइअइ, जेकरा में, परिस्थिति के बावजूद, ऊ हमरा बारे दृढ़तापूर्वक विश्वास रखना जारी रखलथिन।
आखिर हमन्हीं के कुछ तो अविश्वसनीय घटना उबार लेलकइ - हमरा भिर, एगो चौदह साल के लड़का भिर, जे क्रमबद्ध रूप से खाली जिला स्कूल के कोर्स पूरा कइलके हल, अध्यापन कार्य के प्रस्ताव रक्खल गेलइ! ई सच हइ, कि अध्ययन - जे हाल में कमती अराजक आउ अधिक गंभीर रहले हल - हमर ज्ञान के दायरा कहीं अधिक समृद्ध कइलकइ। लेकिन ई ज्ञान, एगो लाभकारी स्कूल दिनचर्या के क्रूसिबल (crucible) के माध्यम से नञ् जाय आउ आधिकारिक परीक्षण द्वारा सत्यापित नञ् होवे के कारण, अध्यापन कार्य के हमरा नैतिक रूप से बहुत कम आउ आर्थिक रूप से कोय अधिकार नञ् दे हलइ, खासकर के जाहाँ पूरा तरह से वैध स्थिति वला अधिक परिपक्व शिक्षक लोग के कमी नञ् हलइ।
हमर ई मामले में सफलता खाली विरोध के जोश के रूप में समझावल जा सकऽ हइ, जे सामान्य रूप से ऊ जमाना में ओस्त्रोगोझ्स्क में तीव्र हलइ आउ जे, सरकारी संस्थान के प्रति अविश्वास प्रेरित करते, सरकारी (कार्यालयीन) शिक्षक से दूर रहे लगी बाध्य करऽ हलइ। ओस्त्रोगोझ्स्क में, ओकरा नियन दोसर-दोसर शहर नियन, जिला स्कूल हलइ, आउ बल्कि सापेक्षिक रूप से निम्मन से सुसज्जित, मतलब, शिक्षक लोग में एक्को गो न तो पियक्कड़ हलइ आउ न निरा अनपढ़। लेकिन तइयो हियाँ के अध्यापन खराब चल रहले हल। अपन अस्तित्व के संघर्ष में लीन, शिक्षक लोग तर्कसंगत संतुलित अध्यापन कार्य के विकास करे के कोय योजना नञ् रहऽ हलइ। ओकन्हीं खुद के अपन रैंक के अनुसार अत्यन्त बुनियादी आवश्यकता के पूरा करे तक सीमित रक्खऽ हलइ, आउ ईमानदारी से कहल जाय तो, ओकन्हीं के एकरा लगी दोषी नञ् ठहरावल जा सकऽ हलइ।
विचित्र बात हइ कि ओस्त्रोगोझ्स्क आबादी के धनी भाग, जे साधारणतः समाज के आवश्यकता के प्रति संवेदनशील हलइ आउ दोसर दशा में स्वेच्छापूर्वक ओकरा से मुकाबला करे जा हलइ, सार्वजनिक शिक्षा के हित के प्रति उदासीन रहलइ। हम एकरा अइसे समझा सकऽ हिअइ कि हमन्हीं के शहर के संरक्षक, कुलीन वर्ग, अपन वर्ग के जोश से प्रेरित, जिला स्कूल के एगो अइसन स्थान समझके ओकरा से पल्ला झाड़ ले हलइ, जाहाँ परी ओकर भावी पीढ़ी, व्यापारी आउ निम्न मध्यम वर्ग के आउ हियाँ तक कि कृषक वर्ग के बाल-बुतरू के संपर्क में आ सकऽ हलइ। अधिक सुविधा वला शिक्षण संस्थान में, उदाहरणस्वरूप जिमनैसियम (हाई स्कूल) में प्रवेश के पहिले, आउ राजधानी से प्रशिक्षक (tutors) मँगाके, अपन पुत्र सब के घर पर शिक्षित करे के संसाधन वला, ओकन्हीं स्कूल आउ शिक्षक दुन्नु के उपेक्षा करते जा हलइ। एकर परिणामस्वरूप, निस्संदेह, (सरकारी) शिक्षक लोग में सुधार नञ् होलइ आउ व्यापारी आउ अधिक धनी निम्न मध्यवर्गीय लोग के नजर में अपन साख खो देलकइ, हियाँ तक कि ओकन्हीं, अपन तरफ से, बाहर के शिक्षक खोजना जादे पसीन करऽ हलइ। त ई तरह से ओकन्हीं में से कुछ लोग हमरा चुनलकइ।
ऊ मंडली में, जाहाँ हमर पिताजी रहऽ हलथिन, बहुत पहिलहीं हमरा बुतरू नियन देखना लोग बन्द कर चुकले हल। हमर चेहरा पर के चिंतन मुद्रा हमरा हमर उमर से अधिक के प्रतीत करावऽ हलइ, आउ अनजान लोग के बीच के जीवन हमरा बहुत निम्मन शिक्षा देलके हल आउ हमरा आत्म-नियंत्रण सिखइलके हल। आउ हियाँ परी हमरा पर महत्त्वाकांक्षा हावी होवे लगलइ। दोसर लोग के नेतृत्व करे आउ दोसर के इच्छा के अपन अधीन करे के एगो दृढ़ आउ हमर स्थिति में अद्वितीय प्रेरणा हमरा पर हावी हो गेलइ। जाहाव तक ज्ञान के संबंध हइ, जिला स्कूल के कउनो शिक्षक से हम वास्तव में बत्तर नञ् हलिअइ, आउ अफवाह "हमर विद्वत्ता" के आउ बहुत जादे नमक-मिर्च लगाके प्रस्तुत करऽ हलइ।
[*73] ई सब कुछ के एक साथ विचार कइला पर, शायद, धनी व्यापारी रोस्तोव्त्सेव के दिमाग में विचार अइले होत अपन दुन्नु बेटवन के पढ़ावे लगी हमरा सामने प्रस्ताव रक्खे के, जेकरा में एगो दस साल के हलइ, आउ दोसरा हमरा से खाली एक्के साल छोटगर। हमरा ओकन्हीं के जिला स्कूल के पूरा कोर्स करावे पड़लइ।
(रोस्तोव्त्सेव के) बुतरुअन निम्मन आउ परिश्रमी निकसलइ, आउ पहिलहीं से आंशिक रूप से शिक्षित। हमरा साथ ओकन्हीं के पढ़ाई सहजपूर्वक आउ सफलतापूर्वक आगू बढ़लइ। दयालु रोस्तोव्त्सेव कइएक तुरी हमरा सामने अपन संतुष्टि व्यक्त कइलकइ, जे हमरा लगी अन्त में एगो प्रत्यक्ष आउ विशेष रूप से वांछनीय रूप देलकइ - 25 रूबल के बैंक नोट के रूप। ई ठीक ईस्टर उत्सव के समय होलइ।
हे भगमान! हमरा साथ कीऽ होलइ! हम तो ई खजाना के साथ तेजी से दौड़ल घर वापिस गेलिअइ। हम जब न तब ओकरा जेभी में टोइअइ आउ ई स्वीकार करे के चाही कि हम खुद के हीरो के कल्पना कइलिअइ, अपन परिवार के उद्धारक आउ परिवार के पुनर्संगठक। लेकिन, हाय, हमर गौरव पल भर में गिर गेलइ, जइसीं हम अपन घर के दहलीज पार कइलिअइ आउ देखलिअइ कि केतना सारा हुआँ कमी हलइ। हमेशे नियन हमर सपना कठोर वास्तविकता के टक्कर झेल नञ् पइलकइ। अबरी, लेकिन, वास्तविकता के अपन उज्ज्वल पहलू हलइ, आउ हम खुद के सांत्वना देलिअइ। हमर कमाई हम सब के ईस्टर उत्सव के पारंपरिक रीति से मनावे में सहायता कइलकइ, जेकर उल्लंघन हमेशे देशी लघु रूसी खातिर शोकप्रद होवऽ हइ।
हमर प्रदेश में सब कोय, हियाँ तक कि गरीब से गरीब, अपन पूरा जोर लगा दे हइ ई "उत्सव के उत्सव" के यथासंभव खुशी से आउ मुक्तहस्त खर्च करके मनावे लगी चाहऽ हइ आउ कम से कम एक सप्ताह तक ऊ सब आवश्यकता आउ चिंता से दूर रहऽ हइ, जे ओकन्हीं के साल के शेष दिन सतावऽ हइ। आउ अइकी, हमर माय, कउनो दोसर के अपेक्षा कुलिच (केक) बत्तर नञ् पका पइलकइ, हमन्हीं हीं के ईस्टर रीति के अनुसार, शुद्ध गोहूम के पिस्सल आटा से, मसाला के साथ, जे हमर पिताजी के सवदगर लगऽ हलइ। दू पौंड शक्कर (चीनी) आउ पौंड के अष्टमांश चाय खरदल गेलइ, आउ बहिन आउ भाय सब के नयका पोशाक पेन्हावल गेलइ ...
हाँ, हमरा खुद के सांत्वना देना मोसकिल नञ् हलइ! आउ ई ईस्टर उत्सव के दौरान हमरा अपन परिवार के उत्सवी मनोदशा से आउ अपन खुद के शक्ति के पहिले तुरी जागृत बोध से प्राप्त प्रभाव एतना तीव्र हलइ कि हम अचानक खुद के बुतरू समझना बन्द कर देलिअइ। परिस्थिति के कारण हमर बचपन, जे दयनीय हालत में भी निश्चिंतता (बेफिक्री) के हलइ, अब हमेशे लगी पीछू रह गेलइ - हम खुद के नयका जिनगी के मोड़ पर पइलिअइ, जाहाँ परी समय बहुत कठिनाई भरल हलइ, लेकिन जाहाँ, हम कृतज्ञतापूर्वक कह सकऽ हिअइ, हमरो पास सफलता के अपन साझेदारी हलइ।



[1] The Corpus Juris Civilis ("Body of Civil Law") is the modern name for a collection of fundamental works in jurisprudence, issued from 529 to 534 by order of Justinian I, Eastern Roman Emperor. It is also sometimes referred to as the Code of Justinian, although this name belongs more properly to the part titled Codex Justinianeus.
[2] Jean-Louis de Lolme or Delolme (1740 – 1806) was a Genevan and British political theorist and writer on constitutional matters, born in the then independent Republic of Geneva. As an adult he moved to England, and became a British subject. His most famous work was Constitution de l'Angleterre (The Constitution of England, 1771), which was subsequently published in English as well.

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