मगही भाषा को अष्टम सूची में शामिल करने को ले धरना
Jan 01, 11:04 pm
जहानाबाद। स्थानीय अरवल मोड़ के समीप मगही विकास मंच के जिला इकाई की तत्वावधान में मंगलवार को मगही भाषा को संविधान की अष्ठम अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरने का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुरारी शरण पाण्डेय ने अपनी अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मगही एक गरिमामयी भाषा है। इसकी संवर्द्धन तथा रक्षा के लिए राजनेताओं को तैयार होना होगा। रामनिवास शर्मा ने कहा कि मगही के आठवीं अनुसूची में नहीं शामिल किए जाने के कारण मगही भाषियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अशोक समदर्शी ने कहा कि हम सभी मगही भाषा वाले लोगों को अपनी भाषा के लिए हर कीमत चुकाने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। इस मौके पर राजेन्द्र श्रुतीन्द्र, नरेश कुमार गुलशन, अरविन्द कुमार आजांस, चितरंजन कुमार चैनपुरा, दशरथ प्रसाद, विनीत कुमार मिश्र, विश्व जीत कुमार अलबेला, अजय विश्वकर्मा अप्पु, नूतन, राजेन्द्र सिंह तथा मधुसूदन सिंह समेत कई लोगों ने अपना विचार व्यक्त किये।
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