असली
पकिटमार
मूल
जर्मन शीर्षक – Der Taschendieb (देअर टाशेनडीब)
मगही अनुवाद - नारायण प्रसाद
एगो बेपारी एक तुरी यात्रा पर गेलइ । ऊ
एगो छोट्टे गो शहर में ठहर गेलइ, काहे कि ऊ अपन दोस्त से भेंट करे लगी चाहऽ हलइ । एगो
होटल में एगो रूम किराया पर लेलकइ आउ फेर अपन दोस्त के फ्लैट पर गेलइ।
दुन्नु दोस्त एक साथ बैठके देर तक गपशप
करते गेला । देर रात के बेपारी अपन होटल वापिस चललइ । शहर के गलियन में बहुत अन्हेरा
हलइ आउ बहुत कठिनाई से ऊ अपन रस्ता देख पावऽ हलइ । गलिया में कोय नयँ हलइ । अचानक ओकरा
पैर के आहट सुनाय देलकइ । एगो अदमी बगल के गली के कोनमा भिर से तेजी से अइलइ आउ दुन्नु
टकरा गेते गेलइ । ऊ अदमिया माफी मँगलकइ आउ तेजी से आगे बढ़ गेलइ । बेपरिया रुक गेलइ
। "अभी की समय होब करऽ होतइ ?" ऊ सोचलकइ आउ अपन घड़ी देखे ल चहलकइ । ऊ अपन
जैकेट के पाकिट में खोजलक, लेकिन ओकरा घड़िया नयँ मिल्लल । ओकर सब्भे पाकिट खाली हलइ।
तेजी से ऊ धउगके ऊ अदमिया तरफ गेल, ओकरा कोटवा पकड़के रोकलक आउ चिल्लाल, "जल्दी
से घड़िया दे !" ऊ अदमिया बहुत डर गेलइ, काहे कि बेपरिया के अवाज में बहुत गोस्सा
हलइ । ऊ घड़िया दे देलकइ, आउ बेपरिया संतुष्ट होके चल गेलइ । ऊ तुरते होटल में अपन रूम
में पहुँचल आउ बत्ती जलइलक । तब ओकरा बिछावन के बगल के टेबुल पर घड़ी पर नजर पड़ल । ऊ
अपन हाथ पाकिट में घुसइलक आउ ऊ अदमिया के घड़िया देखलक ! "हे भगमान !”, बेपरिया
बोललइ, "वास्तव में हमहीं पकिटमार हकिअइ,
ऊ अदमिया नयँ!”
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