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Sunday, October 09, 2016

रूसी उपन्यास "आझकल के हीरो" ; भाग-2 ; 2. राजकुमारी मेरी - अध्याय-14



रूसी उपन्यास – “आझकल के हीरो”
भाग-2
2. राजकुमारी मेरी - अध्याय-14

11 जून

आखिरकार उनकन्हीं अइते गेलथिन । हम खिड़की बिजुन बैठल हलिअइ, जब उनकन्हीं के करेता के खड़खड़ाहट सुनलिअइ । हमर दिल धड़धड़ करे लगलइ ... ई की हइ ? कहीं हम प्रेमासक्त तो नयँ हो गेलिए ह ? हम एतना मूर्खतापूर्ण रूप से बनले हिअइ, कि हमरा से अइसन अपेक्षा कइल जा सकऽ हइ । हम उनकन्हीं हीं दुपहर के भोजन कइलिअइ । बड़की राजकुमारी हमरा बहुत प्रेम भरल दृष्टि से देखऽ हथिन आउ अपन बेटी से दूर नयँ होवऽ हथिन ... ई तो खराब बात हइ ! चूँकि वेरा हमरा चलते राजकुमारी से ईर्ष्या करऽ हइ - ई तो हमर निम्मन उपलब्धि होलइ ! अपन प्रतियोगी के दुख देवे खातिर एगो औरत की नयँ करतइ ! हमरा आद पड़ऽ हइ, एक औरत हमर प्रेम में पड़लइ ई कारण से, कि हम एगो दोसरा से प्रेम करऽ हलिअइ । औरत के बुद्धि से अधिक विरोधाभासी कुच्छो नयँ होवऽ हइ । औरत के कोय बात के मामले में आश्वस्त करना कठिन हइ; अपने आप जइसे आश्वस्त हो सकइ, ओइसे ओकन्हीं के लावे पड़ऽ हइ । प्रमाण सब के ऊ क्रम, जेकरा से ओकन्हीं अपन पूर्वाग्रह तोड़ देइ, बहुत मौलिक होवऽ हइ । ओकन्हीं के द्वंद्वात्मक सिद्धांत (dialectics) के सिक्खे लगी, अपन मस्तिष्क में तर्कशास्त्र के सब्भे विचारधारा (school) के नियम के उलटा-पलटा करे पड़ऽ हइ ।
उदाहरणार्थ, ई एगो सामान्य तरीका हइ -
"ई अदमी हमरा प्यार करऽ हइ, लेकिन हम शादी-शुदा हिअइ - ओहे से हमरा ओकरा से प्यार नयँ करे के चाही ।"
औरतानी तरीका हइ -
"हमरा ओकरा नयँ प्यार करे के चाही, काहेकि हम शादी-शुदा हिअइ; लेकिन ऊ अदमी हमरा प्यार करऽ हइ - परिणामस्वरूप ..."
हियाँ परी कइएक बिंदु हइ, काहेकि तर्क आउ कुछ नयँ बोल पावऽ हइ, आउ मुख्य रूप से बोलऽ हइ - जीभ, आँख आउ एकर पीछू दिल, अगर ई होवऽ हइ ।
अगर कहीं ई डायरी पर औरत के नजर पड़ गेलइ तो ? "ई तो तोहमत हइ !" गोस्सा से ऊ चिल्ला उठतइ ।

जबसे कवि लोग लिक्खऽ हथिन आउ औरतियन पढ़ऽ हइ (जेकरा लगी उनकन्हीं के अत्यंत आभार), ओकन्हीं के केतना तुरी 'देवदूत' कहके पुकारल गेलइ, कि ओकन्हीं वास्तव में, अपन सरलहृदय के कारण, ई प्रशंसोक्ति पर विश्वास कर लेते गेलइ, ई बात भूलके, कि ओहे सब कवि, पैसा खातिर (रोमन सम्राट्) नेरो के अर्धदेव (demigod) के रूप में गौरवान्वित करते गेलथिन हल ...

संयोगवश हमरा ओकन्हीं के बारे अइसन द्वेष के साथ बोले के नयँ हइ - हमरा, जे ओकन्हीं के सिवाय, संसार में केकरो नयँ प्यार कइलकइ, - हमरा, जे हमेशे ओकन्हीं लगी अपन चैन, स्वाभिमान, जिनगी के बलिदान देवे लगी तैयार हलइ ...
लेकिन वस्तुतः हम, झुंझलाहट आउ अपमानित स्वाभिमान के दौरा में, ओकन्हीं से ऊ जादुई नकाब घिंच्चे के प्रयास नयँ करब करऽ हिअइ, जेकर अंदर खाली अनुभवी दृष्टि प्रवेश कर सकऽ हइ । नयँ, ऊ सब कुछ, जे हम ओकन्हीं के बारे बोलऽ हिअइ, खाली परिणाम हइ -
बुद्धि के भावशून्य प्रेक्षण के
आउ दिल के शोकपूर्ण टिप्पणी के । [1]

औरत लोग के इच्छा करे के चाही, कि सब्भे मरद ओकन्हीं के ओतने निम्मन से जानइ, जइसे कि हम, काहेकि हम ओकन्हीं के ओहे समय से सो गुना अधिक प्यार करऽ हिअइ, जबसे हमरा ओकन्हीं से भय नयँ लगऽ हइ आउ ओकन्हीं के क्षुद्र दुर्बलता के समझे लगलिअइ ।

संयोगवश, हाले में वेर्नर औरतियन के एगो सम्मोहित जंगल से तुलना कइलथिन, जेकरा बारे तासो [2] अपन "विमुक्त येरुशलम" (Liberated Jerusalem) में वर्णन करऽ हथिन । "अंदर जइवे करभो", ऊ (वेर्नर) कहलथिन, "कि तोरा दने सगरो तरफ से भय उड़ते अइतो, कि भगमान बचावो - कर्तव्य, अभिमान, शिष्टाचार, सामान्य विचार, मजाक, नफरत ... खाली देखे के नयँ चाही, बल्कि सीधे जाय के चाही - धीरे-धीरे करके सब राक्षस गायब हो जइतो, आउ तोरा सामने शांत आउ रोशनीदार खुल्लल छोटगर मैदान देखाय देतो, जेकर बीच हरियर मेंहदी (myrtle) खिल्लऽ हइ । लेकिन आफत के न्योता देबऽ, अगर कहीं शुरुए के कुछ डेग पर तोर दिल काँपे लगतो आउ पीछू मुड़के देखबऽ !"


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