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Thursday, July 27, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-4

अध्याय - 4
द्वन्द्व-युद्ध
ठीक हउ, त पोज़िशन में रह ।
देखिहँऽ, कि कइसे हम तलवार तोर देह में घुसेड़ दे हिअउ !

कुछ सप्ताह गुजर गेलइ, आउ बेलागोर्स्क किला में हमर जिनगी हमरा लगी नयँ खाली सहनीय, बल्कि प्रिय भी हो गेलइ । कमांडर के घर में हमरा घर के एगो सदस्य नियन समझल जा हलइ । पति-पत्नी अत्यधिक सम्माननीय व्यक्ति हलथिन । इवान कुज़मिच, जे एगो सामान्य सैनिक से अफसर रैंक में पहुँचलथिन हल, अनपढ़ आउ सीधा-सादा, लेकिन अत्यंत ईमानदार आउ निम्मन व्यक्ति हलथिन । उनकर पत्नी उनका अपन इशारा पर नचावऽ हलथिन, जे उनकर निश्चिंतता के अनुरूप हलइ । वसिलीसा इगोरोव्ना फौजी सेवा के काम-काज के अपन गृहस्थी के काम-काज नियन समझऽ हलथिन, आउ किला के काम-काज के बिलकुल ओइसीं चलावऽ हलथिन, जइसे अपन छोटका घर के । मारिया इवानोव्ना जल्दीए हमरा से कतराना बन्द कर देलकइ। हमन्हीं बीच निम्मन से जान-पछान हो गेलइ । हम ओकरा एगो बुद्धिमान आउ भावुक लड़की पइलिअइ । अगोचर रूप से (Imperceptibly) हमरा ई सहृदय परिवार से लगाव हो गेलइ, हियाँ तक कि इवान इग्नातिच, काना गैरिसन लेफ़्टेनेंट से भी, जेकरा बारे श्वाब्रिन सोचऽ हलइ कि ओकरा वसिलीसा इगोरोव्ना के साथ अनैतिक संबंध हइ, जे बात में लेशमात्र भी सच्चाई नयँ हलइ; लेकिन श्वाब्रिन के ओकरा से कुछ फरक नयँ पड़लइ ।
हमरा अफसर बना देवल गेले हल । ड्यूटी हमरा भार स्वरूप नयँ हलइ । भगमान भरोसे सुरक्षित ई किला में न तो कोय निरीक्षण होवऽ हलइ, न कवायद, न पहरा । कमांडर अपन खुद के पहल से कभी-कभार अपन सैनिक लोग के कवायद करावऽ हलथिन; लेकिन अभियो तक ऊ सबके सिखावे में उनका सफलता नयँ मिलले हल, कि कउन बगल दहिना हइ, कउन बामा, हलाँकि ओकन्हीं में से कइएक, कहीं गलती नयँ हो जाय, ई खियाल से (दहिने चाहे बामे) मुड़े के हरेक आदेश के पालन करे के पहिले खुद क्रॉस कर लेते जा हलइ । श्वाब्रिन के पास कइएक फ्रेंच पुस्तक हलइ । हम पढ़े लगलिअइ आउ हमरा साहित्य में रुचि जागरित होलइ । सुबह में हम पढ़िअइ, अनुवाद में अभ्यास करिअइ, आउ कभी-कभी कविता भी लिखिअइ । दुपहर के भोजन लगभग हमेशे कमांडर हीं करिअइ, जाहाँ परी साधारणतः बाकी दिन गुजारिअइ आउ जाहाँ परी शाम के कभी-कभी फ़ादर गेरासिम अपन पत्नी अकुलिना पम्फ़िलोव्ना के साथ आवऽ हलथिन, जे अपन आस-पड़ोस के खबर देवे में बहुत माहिर हलइ । ए॰ आई॰ श्वाब्रिन के साथ, जाहिर हइ, हमर रोज दिन मोलकात होवऽ हलइ लेकिन ओकर बातचीत लगातार न्यूनतर आउ न्यूनतर प्रिय हो रहले हल । कमांडर के परिवार के बारे हमेशे के ओकर मजाक हमरा बिलकुल नयँ पसीन पड़ऽ हलइ, खास करके मारिया इवानोव्ना के बारे ओकर तीक्ष्ण टिप्पणी । किला में आउ कोय समाज (अर्थात् लोग) नयँ हलइ, लेकिन हमरा दोसरा के इच्छो नयँ हलइ ।
 भविष्यवाणी के बावजूद बश्कीर लोग विद्रोह नयँ करते गेलइ । हमन्हीं के किला के आसपास शांति के साम्राज्य हलइ । लेकिन अचानक आपसी झगड़ा के चलते शांति भंग हो गेलइ ।
हम पहिलहीं बता चुकलिए ह कि साहित्य में रुचि ले हलिअइ । हमर प्रयास ऊ बखत लगी काफी निम्मन हलइ, अलिक्सान्द्र पित्रोविच सुमारोकोव [25] कुछ साल  बाद एकर बहुत प्रशंसा कइलथिन । एक दिन हमरा एगो गीत लिक्खे में सफलता मिल गेलइ, जेकरा से हम खुश हलिअइ । ई बात सर्वविदित हइ कि लेखक लोग कभी-कभी परामर्श लेवे के बहाने कृपालु श्रोता के खोज में रहऽ हथिन । आउ ओहे से अपन गीत के प्रतिलिपि करके हम एकरा श्वाब्रिन के पास ले गेलिअइ, जे पूरे किला भर में एकमात्र व्यक्ति हलइ जे कोय कविता लेखक के रचना के मूल्यांकन कर सकऽ हलइ । एगो छोटगर भूमिका के बाद हम अपन जेभी से नोटबुक निकसलिअइ आउ ओकरा एगो निम्नलिखित छोटगर कविता सुनइलिअइ –
प्रणय संबंधी विचार के दूर भगइते,
विफल प्रयास करऽ ही सुंदरी के भुलाय के,
आउ आह, माशा से कतरइते,
सोचऽ ही अजादी पावे लगी !

लेकिन आँख, जे हमरा मोह लेलक,
हरेक पल रहऽ हके हमर सामने;
ऊ मन के हमर परेशान कइलक,
छीन लेलक हमर शांति के ।

तूँ, जानके हमर दुर्भाग्य,
दया कर, माशा, हमरा पर;
देखके हमरा ई भयंकर स्थिति में
कि हम कैदी हिअउ तोर । [24]

"तोरा ई कइसन लगलो ?" हम श्वाब्रिन के पुछलिअइ, प्रशंसा के प्रत्याशा में, जेकर निस्सन्देह हम पात्र हलिअइ। लेकिन, हमरा बड़गो चिढ़ होलइ, जब श्वाब्रिन, जे साधारणतः शिष्टता से व्यवहार करऽ हलइ, धृढ़तापूर्वक घोषित कर देलकइ कि हमर गीत निम्मन नयँ हइ ।
"अइसन काहे ?" अपन खीज के छिपइते ओकरा पुछलिअइ ।
"काहेकि", ऊ उत्तर देलकइ, "अइसन कविता हमर शिक्षक किरीलिच त्रेद्याकोव्स्की [26] के शोभा दे हइ, आउ उनकर प्रेमछन्द के हमरा बहुत आद देलावऽ हइ । हियाँ परी ऊ हमर नोटबुक ले लेलकइ आउ निर्दयतापूर्वक हरेक छन्द आउ हरेक शब्द के विश्लेषण करे लगलइ, हमरा पर अत्यंत कटु प्रकार से व्यंग्य करते । हमरा बरदास नयँ होलइ, ओकर हाथ से अपन नोटबुक छीन लेलिअइ आउ कहलिअइ, कि ओकरा हम अपन रचना फेर कभियो नयँ देखइबइ । श्वाब्रिन एहो धमकी पर हँस देलकइ ।
"देखल जाय", ऊ बोललइ, "कि तूँ अपन बात पर कायम रहऽ हो कि नयँ - कविता के लेखक लोग के श्रोता के जरूरत होवऽ हइ, जइसे कि इवान कुज़मिच के दुपहर के भोजन के पहिले एक मीना (decanter) वोदका के। आउ ई माशा केऽ हइ, जेकरा सामने अपन कोमल भावना आउ प्रणय संबंधी विचार प्रकट करऽ हो ? कहीं ई मारिया इवानोव्ना तो नयँ ?"
"तोरा एकरा से कोय मतलब नयँ", हम नाक-भौं सिकोड़ते उत्तर देलिअइ, "बल्कि ई माशा कोय होवइ । हमरा तोर राय के चाहे तोर अंदाज के जरूरत नयँ ।"
"ओहो ! स्वाभिमानी कवि आउ विनम्र प्रेमी !" श्वाब्रिन बात जारी रखलकइ, लगातार अधिकाधिक हमरा चिढ़इते, "लेकिन एगो मित्र के सलाह पर ध्यान दऽ - अगर तोरा सफलता चाही, त हम तोरा छोटगर-छोटगर गीत पर काम नयँ करे के सलाह दे हियो ।"
"एकर की मतलब हइ, महोदय ? समझावे के किरपा करहो ।"
"खुशी से । एकर मतलब हइ कि अगर चाहऽ हो कि अन्हेरा हो गेला पर माशा मिरोनोवा तोरा पास आवे, त कोमल छन्द के बदले ओकरा एक जोड़ी कनबाली भेंट में देहो ।"
हमर खून खौले लगलइ ।
"आउ काहे तोर ओकरा बारे अइसन विचार हको ?" हम पुछलिअइ, अपन गोस्सा के मोसकिल से वश में करते।
"काहेकि", ऊ नारकीय व्यंग्य के साथ उत्तर देलकइ, "हम अपन अनुभव से ओकर स्वभाव आउ आदत के बारे जानऽ हिअइ ।"
"तूँ झूठ बोलऽ हकँऽ, बदमाश !" हम क्रोधावेश में बोललिअइ । "तूँ अत्यंत निर्लज्ज ढंग से झूठ बोलऽ हकँऽ ।"
श्वाब्रिन के चेहरा के मुद्रा बदल गेलइ ।
"एकरा से काम नयँ चलतो", हमर बाँह दबइते ऊ बोललइ, "अपने हमरा संतुष्टि देथिन ।"
"ठीक हको, जब चाहो !" हम खुशी से जवाब देलिअइ । तखनिएँ हम ओकरा चीर-फाड़के मार देवे लगी तैयार हलिअइ । हम तुरतम्मे इवान इग्नातिच के हियाँ रवाना हो गेलिअइ आउ ओकरा हाथ में सूई लेले देखलिअइ - कमांडर के पत्नी के कहे के मोताबिक ऊ जाड़ा लगी खुमी सुखावे खातिर ओकरा में धागा डाल रहले हल ।
"आउ प्योत्र अन्द्रेइच !" हमरा देखके ऊ बोललइ, "पधारथिन, पधारथिन ! कइसे भगमान अपने के हियाँ ले अइलथिन ? कउन काम से - हम ई पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ?"
हम संक्षेप में ओकरा बतइलिअइ कि हमरा अलिक्सेय इवानिच के साथ झगड़ा हो गेले ह, आउ ओकरा, इवान इग्नातिच के, सेकेंड (मध्यस्थ) बन्ने लगी निवेदन करऽ हिअइ । इवान इग्नातिच हमर बात ध्यान से सुनलकइ, अपन एकमात्र आँख के फाड़के हमरा दने देखते ।
"अपने ई बोले के किरपा करऽ हथिन", ऊ हमरा कहलकइ, "कि अलिक्सेय इवानिच के जान मार देवे लगी चाहऽ हथिन आउ अपने के इच्छा हइ कि ई मामले में हम गोवाह बनिअइ ? एहे न ? ई बात पुच्छे के जुर्रत करऽ हिअइ ।"
"बिलकुल सही ।"
"क्षमा करथिन, प्योत्र अन्द्रेइच ! ई अपने की करे लगी सोचलथिन हँ ! अपने के अलिक्सेय इवानिच के साथ झगड़ा हो गेलइ ? त ई की बड़गो मुसीबत हइ ? गारी-गल्लम तो कालर से नयँ चिपकऽ हइ । ऊ अपने के गरिअइलकइ, त अपनहूँ ओकरा गरियाथिन; ऊ अपने के थुथुना पर मालकइ, त अपने ओकर कान पर मारथिन - दू तुरी, तीन तुरी आउ अलगे हो जइते जाथिन; आउ हम सब अपने दुन्नु के सुलह करवा देते जइबइ । नयँ तो - अपन नजदीकी अदमी (पड़ोसी) के मार डालना की निम्मन बात हइ, हम पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ? आउ अगर अपने ओकरा मार देलथिन, त तो निम्मन बात होतइ - भगमान ओकर, अलिक्सेय इवानिच के, भला करे; हम खुद ओकरा पसीन नयँ करऽ हिअइ । लेकिन अगर ऊ अपने के भोंक देइ ? तब ई कइसन होतइ? केक्कर गिनती बेवकूफ लोग में होतइ, पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ?"
समझदार लेफ़्टेनेंट के तर्क हमरा डिगा नयँ पइलकइ । हम अपन इरादा पर अडिग रहलिअइ ।
"जइसन अपने के मर्जी", इवान इग्नातिच कहलकइ, "जे मन होवइ, ऊ करथिन । लेकिन हम एकरा लगी गोवाह काहे लगी बनिअइ ? हमरा एकरा से की मतलब ? लोग झगड़ते जा हइ, एकरा में अचरज के की बात हइ, पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ? भगमान के किरपा से, हम स्वेडिश आउ तुर्क लोग के विरुद्ध युद्ध कइलिअइ - सब कुछ देख चुकलिए ह ।"
हम कइसूँ ओकरा एगो सेकेंड के कर्तव्य बतावे लगलिअइ, लेकिन इवान इग्नातिच हमरा कइसूँ समझ नयँ पइलइ ।
"अपने के मर्जी", ऊ कहलकइ । "अगर हमरा ई मामला में दखल देवहीं के हइ, त बेहतर एहे होतइ कि हम इवान कुज़मिच के पास जइअइ आउ अपन कर्तव्य के अनुसार उनका सूचित कर दिअइ कि किला में एगो खराब काम के प्लान बनब करऽ हइ जे सरकारी हित के विरुद्ध हइ - कीऽ कमांडर महोदय के उचित कदम उठाना स्वागत योग्य नयँ होतइ ... "
हम डर गेलिअइ आउ कमांडर के कुच्छो नयँ बतावे लगी इवान इग्नातिच के विनती करे लगलिअइ; बड़ी मोसकिल से हम कइसूँ मनइलिअइ । ऊ हमरा वचन देलकइ आउ हम ओकरा अकेल्ले छोड़ देवे के निर्णय कइलिअइ ।
शाम हम अपन आदत के मोताबिक कमांडर के हियाँ बितइलिअइ । हम खुश आउ विरक्त दिखे के प्रयास कइलिअइ, ताकि कइसनो संदेह नयँ पैदा होवे आउ हमरा से खोद-खोदके सवाल नयँ पुच्छल जाय; लेकिन हम स्वीकार करऽ हिअइ कि हमरा में ओइसन स्थितप्रज्ञता (शांतचित्तता) नयँ हलइ, जेकर लगभग हमेशे ऊ लोग डींग हाँकऽ हइ, जे हमर स्थिति में रहऽ हइ ।
ई शाम हम स्नेहशीलता आउ हृदयस्पर्शी आवेश में प्रवृत्त हलिअइ । मारिया इवानोव्ना हमरा आउ दिन के अपेक्षा जादे पसीन पड़लइ । ई विचार, कि शायद हम ओकरा अंतिम तुरी देखब करऽ हिअइ, हमर दृष्टि में ओकरा कुछ तो मर्मस्पर्शी बना रहले हल । श्वाब्रिन भी हिएँ प्रकट होलइ । हम ओकरा एकांत में ले गेलिअइ आउ ओकरा इवान इग्नातिच के साथ अपन बातचीत के बारे जनकारी देलिअइ ।
"हमन्हीं के सेकेंड के की जरूरत हइ ?" ऊ रूखाई से हमरा कहलकइ, "ओकन्हीं के बेगर हमन्हीं काम चला लेते जइबइ ।"
हमन्हीं दुन्नु भूसा के ढेरियन (haystacks) के पीछू लड़े लगी सहमत हो गेते गेलिअइ, जे किला के नगीच हलइ, आउ हुआँ अगले दिन सुबह सात बजे मिल्ले के हलइ । हमन्हीं उपरे-उपरे  एतना मित्रतापूर्ण बातचीत करऽ हलिअइ कि इवान इग्नातिच खुशी में भेद के बात खोल देलकइ ।
"अइसन बहुत पहिलहीं हो जाय के चाही हल", ऊ प्रसन्न मुद्रा में हमरा कहलकइ, "निम्मन लड़ाय से खराब शान्ति कहीं बेहतर हइ, आउ आदर के अपेक्षा निम्मन स्वास्थ्य  ।"
"कउची, कउची, इवान इग्नातिच ?" कमांडर के पत्नी बोललथिन, जे कोना में ताश के पत्ता से भविष्यवाणी करब करऽ हलथिन, "हम निम्मन से नयँ सुन पइलिअइ ।"
इवान इग्नातिच हमर चेहरा पर नराजगी के भाव देखके आउ अपन वादा के आद करके संकोच में पड़ गेलइ आउ ओकरा समझ में नयँ अइलइ कि कीऽ उत्तर देल जाय । श्वाब्रिन ओकर मदत लगी सामने अइलइ ।
"इवान इग्नातिच", ऊ कहलकइ, "हमन्हीं बीच के सुलह के प्रशंसा करब करऽ हइ ।"
"आउ केकरा साथ तूँ झगड़ा कइलहो हल, बबुआ ?"
"प्योत्र अन्द्रेइच के साथ हमरा काफी बड़गो बहस हो गेले हल ।"
"कउन बात पर ?"
"एगो शुष्क मामूली बात पर - एगो छोटगर गीत पर, वसिलीसा इगोरोव्ना ।"
"झगड़ा करे लगी चुनवो करते गेलऽ हल त कइसन विषय ! एगो छोटगर गीत ! ... लेकिन ई कइसे होलइ ?"
"ई अइसे - प्योत्र अन्द्रेइच हाले में एगो गीत रचलका हल आउ आझ हमरा गाके सुनइलका हल, लेकिन हम अपन प्रिय गीत नाध देलिअइ –
कप्तान के बेटी,
नयँ जा घुम्मे लगी अधरात के । [25]
एकरा पर वैमत्य हो गेलइ । प्योत्र अन्द्रेइच तो शुरू-शुरू गोसाऽ गेला; लेकिन बाद में निर्णय कइलका कि हरेक कोय अपन मनपसंद गीत गावे लगी स्वतंत्र हइ । एकरे साथ मामला खतम हो गेलइ ।
श्वाब्रिन के निर्लज्जता हमरा लगभग क्रोधावेश में डाल देलकइ; लेकिन हमरा सिवाय केकरो ओकर अशिष्ट परोक्ष संकेत समझ में नयँ अइलइ; कम से कम ओकरा (अर्थात् अशिष्ट परोक्ष संकेत) दने कोय नयँ ध्यान देलकइ। गीत के बाद चर्चा कवि सब के तरफ मुड़ गेलइ, आउ कमांडर टिप्पणी कइलथिन कि ऊ सब लोग दुराचारी आउ पक्का पियक्कड़ होते जा हइ, आउ मित्रतापूर्ण ढंग से हमरा काव्यरचना त्याग देवे के परामर्श देलथिन, कि ई काम फौजी सेवा के विरुद्ध हइ आउ एकर कुच्छो निम्मन परिणाम नयँ निकसतइ ।
श्वाब्रिन के उपस्थिति हमरा असह्य हलइ । हम जल्दीए कमांडर आउ उनकर परिवार से विदा लेलिअइ; घर आके अपन तलवार के जाँच कइलिअइ, ओकर नोक के अजमाके देखलिअइ आउ सावेलिच के सुबह छो बजे जगा देवे लगी कहके सुत गेलिअइ ।       
अगले दिन निश्चित कइल समय पर हम भूसा के ढेरी के पीछू खड़ी हो चुकलिए हल, अपन प्रतिद्वन्द्वी के राह देखते । तुरते ओहो प्रकट हो गेलइ । "हमन्हीं के पकड़ लेते जा सकऽ हइ", ऊ हमरा कहलकइ, "हमन्हीं के जल्दी करे के चाही ।" हमन्हीं वरदी निकास लेते गेलिअइ, खाली वास्कट (वेस्टकोट) में रह गेलिअइ आउ अपन-अपन तलवार निकास लेते गेलिअइ । ठीक एहे बखत ढेरी के पीछू से अचानक पाँच अपंग सैनिक के साथ इवान इग्नातिच प्रकट हो गेलइ । ऊ हमन्हीं के कमांडर भिर चल्ले लगी कहलकइ । हमन्हीं दुखी मन से ओकर कहल मान लेते गेलिअइ; सैनिक लोग हमन्हीं दुन्ने के घेर लेलकइ, आउ हमन्हीं इवान इग्नातिच के पीछू-पीछू रवाना होलिअइ, जे अजीब शान के साथ कदम बढ़इते विजयोल्लास में हमन्हीं के लेले जाब करऽ हलइ ।
हमन्हीं कमांडर के घर में प्रवेश करते गेलिअइ । इवान इग्नातिच दरवाजा खोललकइ, विजयोल्लास के साथ घोषणा करते - "ले अइलिइ !" वसिलीसा इगोरोव्ना हमन्हीं के सामने हलथिन । "आह, हमर बबुअन ! ई सब की हइ ? कइसे ? काहे लगी ? हमन्हीं के किला में हत्या करे के प्लान ! इवान कुज़मिच, तुरते इनकन्हीं के गिरफ्तार करे के आदेश देथिन ! प्योत्र अन्द्रेइच ! अलिक्सेय इवानिच ! अपन-अपन तलवार सौंप देते जाथिन, देथिन, देथिन । पलाश्का, ई तलवार के भंडार कक्ष में रख आ । प्योत्र अन्द्रेइच ! अइसन हम तोहरा से आशा नयँ कइलियो हल । कइसे तोरा शरम नयँ आवऽ हको ? अलिक्सेय इवानिच के बात अलगे हइ - ऊ तो हत्या करे के चलते गार्ड सेना से बर्खास्त करके भेजल गेला ह, ऊ तो भगमानो में विश्वास नयँ करऽ हका; लेकिन तूँ? तूँहूँ ओहे रस्ता पर चल रहलऽ ह ?"
इवान कुज़मिच अपन पत्नी के बात से पूरा-पूरा सहमत हलथिन आउ ई बात दोहरइते रहलथिन - "सुनलहो न, वसिलीसा इगोरोव्ना सच कहऽ हथिन । सेना के नियमावली में द्वन्द्वयुद्ध के औपचारिक रूप से मनाही हइ।" एहे दौरान पलाश्का हमन्हीं हीं से तलवार ले लेलकइ आउ भंडार कक्ष में रख अइलइ । हम हँसी रोक नयँ पइलिअइ । श्वाब्रिन अपन शान बनइले रखलकइ ।
"अपने के प्रति अपन पूरा आदर-भावना के साथ", ऊ शांतचित्त स्वर में बोललइ, "हम ई टिप्पणी करे बेगर नयँ रह सकऽ हिअइ कि अपने व्यर्थ के हमन्हीं के बारे निर्णय लेवे के कष्ट करब करऽ हथिन । ई इवान कुज़मिच पर छोड़ देथिन - ई उनकर काम हइ ।"
"ओह ! हमर बबुआ !" कमांडर के पत्नी एतराज कइलथिन, "की वास्तव में पति आउ पत्नी एक्के आत्मा आउ एक्के शरीर [26] नयँ होवऽ हइ ? इवान कुज़मिच ! अइसे की तक्कब करऽ हो ? अभिए इनकन्हीं के रोटी आउ पानी पर अलग-अलग कोना में बैठा देहो, ताकि इनकर बेवकूफी तो दूर हो जाय; आउ फ़ादर गेरासिम इनका पर पश्चात्ताप करे के दंड देथिन, ताकि इनकन्हीं भगमान के सामने क्षमा माँगथिन आउ लोग के सामने पश्चात्ताप करथिन।"
इवान कुज़मिच के तो समझहीं में नयँ आ रहले हल कि की कइल जाय । मारिया इवानोव्ना तो अत्यधिक पीयर पड़ गेले हल । धीरे-धीरे तूफान शान्त हो गेलइ; कमांडर के पत्नी शान्त हो गेलथिन आउ हमन्हीं दुन्नु के परस्पर चुम्मे लगी बाध्य कर देलथिन । पलाश्का हमन्हीं के तलवार वापिस ले अइलइ । हमन्हीं कमांडर के घर से प्रतीयमानतः (apparently) सुलह कइल नियन निकसते गेलिअइ । इवान इग्नातिच हमन्हीं साथे अइलइ ।
"तोरा शरम कइसे नयँ अइलो ?" हम ओकरा गोस्सा से कहलिअइ, "कमांडर के हमन्हीं बारे रिपोर्ट नयँ करे के हमरा वचन देइयो के आखिर उनका रिपोर्ट कर देलहो !"
"भगमान साक्षी हइ, हम इवान कुज़मिच के ई बात नयँ बतइलिए हल", ऊ उत्तर देलकइ, "वसिलीसा इगोरोव्ना हमरा से सब कुछ उगलवा लेलथिन । ऊ कमांडर के बिन कोय जनकारी के सब व्यवस्था कइलथिन । लेकिन भगमान के किरपा हइ कि सब कुछ ई तरह से अंत होलइ ।" एतना कहके ऊ घर वापिस चल गेलइ, आउ श्वाब्रिन आउ हम अकेल्ले रह गेते गेलिअइ ।
"हमन्हीं के मामला एकरा साथ खतम नयँ हो सकऽ हइ", हम ओकरा कहलिअइ ।
"निस्संदेह", श्वाब्रिन उत्तर देलकइ, "अपने हमरा प्रति गुस्ताखी लगी अपन खून से जवाब देथिन; लेकिन, शायद, हमन्हीं पर नजर रक्खल जइतइ । कुछ दिन हमन्हीं के देखावा करे पड़तइ । फेर भेंट होतइ !" आउ हमन्हीं अइसे अलग हो गेते गेलिअइ, जइसे कि कुच्छो नयँ होले हल ।
कमांडर हीं वापिस अइला पर हम, हमेशे के तरह, मारिया इवानोव्ना के पास बैठलिअइ । इवान कुज़मिच घरे नयँ हलथिन; वसिलीसा इगोरोव्ना घर के काम में व्यस्त हलथिन । हमन्हीं धीरे-धीरे बतियाऽ रहलिए हल । मारिया इवानोव्ना कोमल स्वर में हमरा परेशानी लगी फटकार सुनइलकइ, जे श्वाब्रिन के साथ हमर लड़ाय के चलते सबके उठावे पड़ले हल ।
"हम तो सन्न रह गेलूँ हल", ऊ बोललइ, "जब हमन्हीं के बतावल गेलइ कि अपने तलवार से युद्ध करे पर तुल्लल हथिन । मर्द लोग कइसन अजीब होते जा हइ ! एक्के शब्द पर, जेकरा बारे शायद एक सप्ताह में भूल जइते जइता, ओकन्हीं एक दोसरा के काट डाले लगी तैयार हका आउ नयँ खाली अपन जीवन के बलिदान देवे लगी, बल्कि अपन अंतःकरण के भी, आउ ओकन्हीं सब के खुशी, जेकन्हीं ... लेकिन हमरा पक्का विश्वास हइ कि अपने झगड़ा शुरू करे वला नयँ होथिन । पक्का अलिक्सेय इवानिच दोषी होतइ ।"
"आउ अपने अइसन काहे सोचऽ हथिन, मारिया इवानोव्ना ?"
"अइसीं ... ऊ हइए हइ अइसन मजाकिया ! हमरा अलिक्सेय इवानिच पसीन नयँ । ओकरा देखके हमरा घृणा होवऽ हइ; लेकिन विचित्र बात हइ - हम कइसूँ ई नयँ चाहबइ कि हमहूँ ओकरा नयँ पसीन पड़िअइ । ई बात हमरा भयंकर रूप से बेचैन कर देतइ ।"
"आउ अपने की सोचऽ हथिन, मारिया इवानोव्ना ? अपने ओकरा पसीन पड़ऽ हथिन कि नयँ ?"
मारिया इवानोव्ना हकला गेलइ आउ ओकर चेहरा शरम से लाल हो गेलइ ।
"हमरा लगऽ हइ", ऊ कहलकइ, "हम सोचऽ हिअइ कि ओकरा हम पसीन हिअइ ।"
"काहे अपने के अइसन लगऽ हइ ?"
"काहेकि ऊ हमरा से विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ।"
"विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ! ऊ अपने के साथ विवाह के प्रस्ताव रखलके हल ? कब ?"
"पिछले साल । अपने के हियाँ आवे के दू महिन्ना पहिले ।"
"आउ अपने तैयार नयँ होलथिन ?"
"जइसन कि अपने देखऽ हथिन । अलिक्सेय इवानिच, निस्संदेह, एगो बुद्धिमान व्यक्ति हइ, आउ निम्मन घराना से ओकर संबंध हइ, आउ धन-दौलत वला हइ; लेकिन जइसीं सोचऽ हिअइ कि हमरा वेदी पर सबके सामने ओकरा साथ परस्पर चुंबन लेवे पड़तइ ... ई हमरा से कइसनो हालत में नयँ हो सकतइ ! कइसनो सुख-समृद्धि खातिर नयँ !"
मारिया इवानोव्ना के शब्द हमर आँख खोल देलकइ आउ हमरा बहुत कुछ समझा देलकइ । श्वाब्रिन ओकरा साथ लगातार अशिष्ट वचन से पेश आवऽ हलइ, एकर कारण हमरा समझ में आ गेलइ । शायद हमन्हीं दुन्नु के एक दोसरा प्रति झुकाव के ऊ नोटिस कइलके हल आउ हमन्हीं के एक दोसरा से अलगे करे के प्रयास कर रहले हल। ऊ शब्द जे हमन्हीं के झगड़ा के कारण बनले हल, हमरा अब आउ अधिक घिनौना लगलइ, जब अशिष्ट आउ अश्लील उपहास के स्थान पर हमरा ओकरा में सोचल-समझल तोहमत (मिथ्या अभियोग) देखाय देलकइ।
ई ढीठ अशिष्टभाषी के दंडित करे के इच्छा हमर मन में आउ अधिक तीव्र हो गेलइ, आउ हम अधीरतापूर्वक उचित अवसर के प्रतीक्षा करे लगलिअइ । हमरा अधिक समय तक प्रतीक्षा नयँ करे पड़लइ । अगले दिन, जब हम शोकगीत (elegy) लिक्खे लगी बैठल हलिअइ आउ तुक मिल्ले के आशा में हम अपन कलम कुतर रहलिए हल, कि श्वाब्रिन हमर खिड़की पर दस्तक देलकइ । हम कलम रख देलिअइ, तलवार लेलिअइ आउ ओकरा दने बहरसी निकस गेलिअइ ।  
"काहे लगी मामला के स्थगित कइल जाय ?" श्वाब्रिन हमरा से बोललइ, "हमन्हीं पर नजर नयँ रक्खल जाब करऽ हइ । नदी तरफ चलल जाय । हुआँ परी कोय हमन्हीं बीच बाधक नयँ बनतइ ।"
हमन्हीं चुपचाप रवाना हो गेते गेलिअइ । खड़ा ढलान वला पगडंडी से निच्चे उतरते हमन्हीं ठीक नद्दी के किनारे रुक गेते गेलिअइ आउ अपन-अपन तलवार निकास लेते गेलिअइ । श्वाब्रिन हमरा से जादे निपुण हलइ, लेकिन हम जादे बरियार आउ साहसी हलिअइ, आउ मौँस्य बोप्रे, जे कभी सैनिक हलइ, हमरा तलवारबाजी में कइएक दाँव-पेंच सिखइलके हल, एकरो हम उपयोग कर रहलिए हल । श्वाब्रिन प्रत्याशा नयँ कइलके हल कि हम ओतना खतरनाक प्रतिद्वन्द्वी साबित होबइ । देर तक हमन्हीं एक दोसरा के कोय हानि नयँ पहुँचइते गेलिअइ; आखिरकार, ई नोटिस करके कि श्वाब्रिन कमजोर पड़ रहले ह, हम अधिक उत्साह से ओकरा पर वार करे लगलिअइ आउ ओकरा लगभग ठीक नद्दी तक पीछू हटा देलिअइ । अचानक बहुत उँचगर अवाज में उच्चारित हम अपन नाम सुनलिअइ । हम पीछू मुँहें मुड़के देखलिअइ त देखऽ हिअइ कि सावेलिच खड़ा ढलान वला रस्ता से दौड़ल हमरा दने आब करऽ हइ ... ठीक एहे समय दहिना कन्हा के निच्चे अपन छाती में बहुत जोर के चुभन महसूस कइलिअइ; हम गिर पड़लिअइ आउ बेहोश हो गेलिअइ ।

  
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