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Monday, July 31, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-5

प्यार
ओह तूँ, लड़की, सुंदर लड़की !
नयँ कर, लड़की, कम उमर में शादी;
तूँ पूछ ले, लड़की, बाप से, माय से,
बाप से, माय से, रिश्तेदार लोग से;
जौर कर ले, लड़की, बुद्धि-विवेक,
बुद्धि-विवेक तोर दहेज होवे ।
           --- लोकगीत [27]
अगर हमरा से बेहतर मिल जइतउ, त हमरा भूल जइमँऽ,
आउ अगर हमरा से बत्तर मिलतउ, त हमरा आद करमँऽ ।
           --- ओहे (अर्थात् लोकगीत) [28]

होश अइला पर हम कुछ समय तक कुछ नयँ आद कर पइलिअइ आउ समझ में नयँ अइलइ कि हमरा साथ की होले हल । हम शय्या पर पड़ल हलिअइ, एगो अनजान कमरा में, आउ बहुत कमजोरी अनुभव हो रहले हल। हमरा सामने हाथ में मोमबत्ती लेले सावेलिच खड़ी हलइ । कोय तो सवधानी से पट्टी खोलब करऽ हलइ, जेकरा से हमर छाती आउ कन्हा बन्हल हलइ । धीरे-धीरे हमर विचार स्पष्ट होवे लगलइ । हमरा अपन द्वन्द्व-युद्ध आद पड़ गेलइ आउ अंदाज लगइलिअइ कि हम घायल हो गेलिए हल । तखनिएँ दरवाजा चर-चों करते खुललइ ।
"की ? कइसन हथिन ?" फुसफुसाहट में एगो अवाज अइलइ, जेकरा से हम कँप उठलिअइ ।
"अभियो ओहे हालत में", उच्छ्वास लेते सावेलिच उत्तर देलकइ, "अभियो बेहोशी में, अइकी अभी पचमा दिन आ चुकलइ ।"
हम करवट लेवे लगी चहलिअइ, लेकिन अइसन नयँ कर सकलिअइ ।
"हम काहाँ हिअइ ? हियाँ केऽ हइ ?" हम मोसकिल से कइसूँ कह सकलिअइ ।
मारिया इवानोव्ना हमर शय्या भिर अइलइ आउ हमरा दने झुकलइ ।
"की ? अपने के कइसन अनुभव हो रहले ह ?" ऊ कहलकइ ।
"भगमान के किरपा हइ", हम क्षीण स्वर में उत्तर देलिअइ ।
"ई अपने हथिन, मारिया इवानोव्ना ? बताथिन हमरा ...", हमरा बात जारी रक्खे के शक्ति नयँ पड़लइ आउ चुप हो गेलिअइ ।
सावेलिच आह भरलकइ । खुशी ओकर चेहरा पर उभर अइलइ । "होश आ गेलइ ! होश आ गेलइ !" ऊ दोहरइलकइ । "हे भगमान, तोहर किरपा हको ! बबुआ प्योत्र अन्द्रेइच ! तूँ तो हमरा डेराऽ देलऽ हल ! मामूली बात हइ ? पचमा दिन ! ..."
मारिया इवानोव्ना ओकरा बीच में टोकलकइ ।
"उनका साथ जादे नयँ बोलहो, सावेलिच", ऊ कहलकइ । "ऊ अभियो कमजोर हथिन ।"
ऊ बहरसी चल गेलइ आउ धीरे से दरवाजा बंद कर देलकइ । हमर विचार में हलचल मचल हलइ । त हम कमांडर के घर में हलिअइ, मारिया इवानोव्ना अंदर हमरा भिर अइले हल । हम सावेलिच से कुछ प्रश्न करे लगी चहलिअइ, लेकिन बुढ़उ अपन सिर हिलइलकइ आउ (हाथ से) अपन कान झाँक लेलकइ । हम निराश होके आँख मून लेलिअइ आउ तुरते नीन में खो गेलिअइ ।
जगला पर हम सावेलिच के पुकरलिअइ आउ ओकर बदले अपन सामने मारिया इवानोव्ना के देखलिअइ; ओकर देवदूतीय स्वर हमरा अभिवादन कइलकइ । ई पल में हमरा पर हावी होल मधुर भावना के हम अभिव्यक्त नयँ कर सकऽ हिअइ । हम ओकर हाथ पकड़ लेलिअइ आउ कोमल भावना के आँसू से तर करते ओकरा से चिपक गेलिअइ । माशा ओकरा छोड़इलकइ नयँ ... आउ अचानक ओकर होंठ हमर गाल के छुलकइ, आउ हम ओकर गरम आउ ताजा चुंबन के अनुभव कइलिअइ । आग के लहर हमर शरीर में दौड़ गेलइ । "प्यारी, अच्छी मारिया इवानोव्ना", हम ओकरा कहलिअइ, "हमर पत्नी बन जा, हमर खुशी लगी सहमत हो जा ।" ऊ सचेत हो गेलइ । "भगमान खातिर शांत हो जाथिन", हमरा से अपन हाथ छोड़इते ऊ कहलकइ । "अभियो अपने खतरा से बाहर नयँ अइलथिन हँ - घाव खुल जा सकऽ हइ । बल्कि हमरे खातिर खुद के खियाल रखथिन।" ई शब्द के साथ ऊ चल गेलइ, हमरा भावोद्रेक के उन्माद में छोड़के । खुशी हमरा पुनरुद्धार कइलकइ । ऊ हम्मर होतइ ! ऊ हमरा प्यार करऽ हइ ! ई विचार पूरा हमर अस्तित्व के भर देलकइ ।
ऊ बखत से हमर तबीयत लगातार बेहतर होते गेलइ । हमर इलाज रेजिमेंट के नउआ करब करऽ हलइ, काहेकि किला में दोसर आउ कोय डॉक्टर नयँ हलइ, आउ भगमान के किरपा से ऊ अपन जादे बुद्धिमानी नयँ देखाब करऽ हलइ । जवानी आउ प्रकृति हमर स्वास्थ्य लाभ में शीघ्रता लइलकइ । कमांडर के पूरा परिवार हमर खियाल रक्खऽ हलइ । मारिया इवानोव्ना हमरा भिर से दूर नयँ जा हलइ । जाहिर हइ, पहिला उचित अवसर मिलला पर हम बाधित प्रेम उद्घोषणा के बात फेर से चलइलिअइ, आउ मारिया इवानोव्ना अब अधिक धैर्य के साथ हमर बात सुनलकइ । ऊ कइसनो नखरा-विखरा कइले अपन हृदय के झुकाव के हमरा भिर स्वीकार कर लेलकइ आउ कहलकइ कि ओकर माता-पिता निस्संदेह ओकर सुख से खुश होथिन । "लेकिन जरी निम्मन से सोच लऽ", ऊ बात आगू बढ़इलकइ, "कि कहीं तोहर माता-पिता से कुछ बाधा तो नयँ होतो ?"
हम सोच में पड़ गेलिअइ । माय के हृदय के कोमलता के बारे हमरा कोय संदेह नयँ हलइ; लेकिन पिताजी के स्वभाव आउ सोचे के ढंग जानके हमरा लगलइ कि हमर प्यार उनका बिलकुल नयँ स्पर्श करतइ आउ ऊ एकरा एगो नवयुवक के सनक (caprice) समझथिन । हम खुले दिल से मारिया इवानोव्ना के सामने ई बात के स्वीकार कर लेलिअइ आउ तइयो फैसला कइलिअइ कि पिताजी के यथासंभव सुंदर ढंग से लिखबइ, आउ माता-पिता के आशीर्वाद लगी निवेदन करबइ । हम पत्र मारिया इवानोव्ना के देखइलिअइ, जे ओकरा एतना विश्वासजनक (convincing) आउ मर्मस्पर्शी लगलइ कि एकर सफलता में कोय संदेह नयँ कइलकइ आउ जवानी आउ प्यार के पूर्ण विश्वसनीयता के साथ ऊ खुद के अपन हृदय के कोमल भावना के अधीन कर देलकइ।
स्वास्थ्य लाभ कइला के पहिलहीं कुछ दिन में हम श्वाब्रिन से सुलह कर लेलिअइ । इवान कुज़मिच द्वन्द्व-युद्ध खातिर फटकारते हमरा कहलथिन - "ओह, प्योत्र अन्द्रेइच ! हमरा तो तोरा हिरासत में रक्खे के चाही हल, लेकिन तोरा अइसीं सजा मिल चुकलो ह । आउ अलिक्सेय इवानिच तो अन्नभंडार में गार्ड के पहरा के अंतर्गत बैठल हइ, आउ ओकर तलवार वसिलीसा इगोरोव्ना द्वारा भंडार में ताला लगाके बंद कइल हइ । ऊ सोचे आउ पश्चात्ताप करे ।"
हम एतना जादे खुश हलिअइ कि दिल में विद्वेषी भावना संजोगके नयँ रख सकऽ हलिअइ । हम श्वाब्रिन खातिर निवेदन करे लगलिअइ, आउ दयालु कमांडर अपन पत्नी के सहमति से ओकरा अजाद करे के फैसला कइलथिन। श्वाब्रिन हमरा भिर अइलइ; ऊ जे कुछ हमन्हीं बीच होले हल ओकरा लगी अपन गहरा खेद प्रकट कइलकइ; स्वीकार कइलकइ कि पूरा दोष ओकरे हलइ, आउ हमरा अतीत के बारे भूल जाय के निवेदन कइलकइ । स्वभाव से विद्वेषी नयँ होवे के कारण, हमन्हीं बीच के झगड़ा आउ ओकरा से पावल घाव ई दुन्नु बात लगी हम ओकरा मन से माफ कर देलिअइ । ओकर मिथ्या अभियोग में हम ओकर अहंभाव के लगल ठेस आउ ठुकरावल प्यार के खीझ मनलिअइ आउ अपन अभागल प्रतिद्वन्द्वी के बड़ी उदारतापूर्वक माफ कर देलिअइ ।
जल्दीए हम चंगा हो गेलिअइ आउ अपन क्वार्टर वापिस जा सकलिअइ । कइसनो आशा करे के बिन साहस कइले आउ अपन विषादपूर्ण पूर्वाभास के दबावे के प्रयास करते, भेजल पत्र के हम बड़ी अधीरता से इंतजार कर रहलिए हल । वसिलीसा इगोरोव्ना आउ उनकर पति से हम अभियो नयँ बात कइलिए हल; लेकिन हमर प्रस्ताव से उनकन्हीं के अचरज नयँ होवे के चाही हल । न तो हम आउ न मारिया इवानोव्ना उनकन्हीं से अपन भावना के छिपावे के प्रयास करऽ हलिअइ, आउ उनकन्हीं के सहमति के मामले में हमन्हीं के पहिलहीं पक्का विश्वास हलइ ।
आखिर एक दिन सुबह सावेलिच हाथ में एगो पत्र लेले हमर कमरा में अइलइ । हम एकरा अपन कँपते हाथ से पकड़लिअइ । पता पिताजी के हाथ के लिक्खल हलइ । ई हमरा कुछ तो महत्त्वपूर्ण बात लगी तैयार कर देलकइ, काहेकि साधारणतः माय हमरा पत्र लिक्खऽ हलइ, आउ पिताजी अंत में कुछ पंक्ति जोड़ दे हलथिन। देर तक हम लिफाफा के नयँ खोललिअइ आउ गंभीर अभिलेख (inscription) के पढ़ते रहलिअइ - "हमर पुत्र प्योत्र अन्द्रेयेविच ग्रिनेव के, ओरेनबुर्ग गुबेर्निया (प्रांत), बेलागोर्स्क किला ।" हम लिखावट के आधार पर ऊ मनःस्थिति (मूड) के अनुमान लगावे के प्रयास कइलिअइ, जेरा में पत्र लिक्खल गेले हल; आखिरकार ओकरा खोले के निश्चय कइलिअइ आउ पहिलौका कुछ पंक्ति से समझ गेलिअइ कि सब मामला चौपट हो गेलइ । पत्र-वस्तु (contents of the letter) निम्नलिखित हलइ –
"हमर पुत्र प्योत्र !
तोर ऊ पत्र, जेकरा में तूँ मिरोनोव के पुत्री मारिया इवानोव्ना से विवाह करे खातिर हमन्हीं माता-पिता से आशीर्वाद आउ सहमति लगी निवेदन कइलहीं हँ, हमन्हीं के ई महिन्ना के 15 तारीख के मिललो हल, आउ नयँ खाली अपन आशीर्वाद आउ अपन सहमति देवे के इरादा नयँ हउ, बल्कि तोर अफसर रैंक के बावजूद, एगो बुतरू नियन तोर हरक्कत करे के चलते तोरा सबक सिखावे के भी इरादा हउ - काहेकि तूँ ई साबित कर देलँऽ हँ, कि अभियो तूँ ऊ तलवार रक्खे के योग्य नयँ हकँऽ, जे तोरा पितृभूमि के रक्षा लगी सौंपल गेलो ह, नयँ कि ओइसने शरारती के साथ द्वन्द्व-युद्ध करे लगी, जइसन कि तूँ खुद हकँऽ । तुरते हम अन्द्रेय कार्लोविच के पत्र लिखबउ, ई निवेदन करते कि तोरा बेलागोर्स्क किला से आउ कहीं दूर तबादला कर देल जाव, जाहाँ परी तोर बेवकूफी के इलाज हो सकउ । तोर मइया, तोर द्वन्द्व-युद्ध के बारे जानके आउ ई जानके कि तूँ घायल हो गेलहीं हँ, शोक से बेमार पड़ गेलो ह आउ अभी शय्या पर पड़ल हउ । तोरा की होतउ ? भगमान से हम प्रार्थना करऽ हिअउ कि तूँ सुधर जो, हलाँकि हम उनकर अपार कृपा के आशा करे के साहस नयँ करऽ हिअउ ।
तोर पिता ए॰ जी॰ ।"
ई पत्र पढ़के हमर मन में कइएक तरह के भावना उत्पन्न होलइ । कठोर अभिव्यक्ति से, जेकरा पर पिताजी कृपणता नयँ देखइलथिन हल, हम बहुत तिरस्कृत अनुभव कइलिअइ । जे तिरस्कार के साथ ऊ मारिया इवानोव्ना के उल्लेख कइलथिन हल, ऊ हमरा ओतने अनुचित लगलइ जेतना कि अन्यायपूर्ण । बेलागोर्स्क से हमर तबादला के विचार हमरा भयभीत कर देलकइ; लेकिन सबसे जादे दुखी हमरा माय के बेमारी के सूचना कइलकइ । हम सावेलिच पर क्रोधित हलिअइ, काहेकि हमरा कोय संदेह नयँ हलइ कि हमर द्वन्द्व-युद्ध के जनकारी हमर माता-पिता के ओकरे माध्यम से होलइ । हम अपन सकेत कमरा में चहलकदमी करते हम ओकरा सामने रुकलिअइ आउ ओकरा दने रौद्रदृष्टि से देखते कहलिअइ, "ई बात साफ हइ कि तोरा लगी ई काफी नयँ हउ कि हम तोरा चलते घायल होलूँ आउ पूरे महिन्ना मौत से लड़लूँ - आउ तूँ हमर माय के भी मारे लगी चाहऽ हँ ।"
सावेलिच पर तो मानूँ वज्रपात हो गेलइ । "दया करऽ, छोटे मालिक", ऊ लगभग सिसकते कहलकइ, "ई की कह रहलहो ह ? हमरा चलते तूँ घायल होलहो ! भगमान जानऽ हइ, हम अलिक्सेय इवानिच के तलवार से तोरा खुद के छाती आगू करके बचावे लगी दौड़ल आब करऽ हलियो ! अभिशप्त बुढ़ापा हमरा बाधा डाल देलको । आउ तोहर माताजी के हम कउची कइलिअइ ?"
"तूँ कउची कइलहीं ?" हम उत्तर देलिअइ । "केऽ तोरा कहलको हल हमर विरुद्ध रिपोर्ट करे लगी ? की वास्तव में तूँ हमरा साथ लगावल गेलहीं हँ जासूसी करे लगी ?"
"हम तोहर रिपोर्ट कइलियो ?" डबडबाल आँख से सावेलिच उत्तर देलकइ । "हे आसमान के मालिक ! त खुद्दे पढ़े के किरपा करऽ कि मालिक हमरा बारे की लिक्खऽ हथुन - खुद्दे देख लेबहो कि हम कइसे तोरा बारे रिपोर्ट कइलियो ।" हियाँ परी ऊ अपन जेभी से एगो पत्र निकसलकइ, आउ हम निम्नलिखित बात पढ़लिअइ –
"तोरा शरम आवे के चाही, बुड्ढे कुत्ते, कि तूँ हमर कड़ा हिदायत के बावजूद हमर बेटा प्योत्र अन्द्रेइच के बारे सूचना नयँ देलँऽ आउ अजनबी लोग के ओकर शरारत के बारे सूचित करे लगी विवश होवे पड़लइ । त अइसे तूँ अपन कर्तव्य निभावऽ हँ आउ अपन मालिक के इच्छा के पूर्ति करऽ हँ ? हम तोरा, बुड्ढे कुत्ते ! सच्चाई छिपावे आउ नौजवान के ढील देवे के कारण सूअर चरावे लगी भेज देबउ । हम तोरा औडर दे हिअउ कि ई पत्र के मिलतहीं तुरतम्मे हमरा जवाब दे कि अभी ओकर स्वास्थ्य कइसन हइ, जेकरा बारे हमरा लिखते गेला ह कि सुधार हो गेले ह; आउ कउन जगह में ऊ घायल होले ह आउ ओकर ठीक से इलाज होलइ कि नयँ ।"
ई बात साफ हलइ कि सावेलिच हमरा सामने सही हलइ आउ हम बेकारे में ओकरा फटकार आउ संदेह से अपमानित कइलिए हल । हम ओकरा से माफी मँगलिअइ; लेकिन बुढ़उ के मन शांत नयँ होलइ । "त अइकी हम एहे देखे लगी अभी तक जी रहलिए हल", ऊ बात दोहरइते रहलइ, "त अइकी कइसन पुरस्कार हमरा अपन मालिक से सेवा लगी मिललइ ! हम तो बुड्ढा कुत्ता हिअइ, सूअर चरावे वला हिअइ, आउ हमहीं तोहर घाव के कारण हिअइ ? नयँ, बबुआ प्योत्र अन्द्रेइच ! हम नयँ, ऊ अभिशप्त मौँस्य ई सब कुछ लगी दोषी हइ - ओहे तोरा लोहा के सलाख से घोंपे लगी आउ गोड़ पटके लगी सिखइलको ह, मानूँ सलाख घोंपे आउ गोड़ पटके से दुष्ट अदमी से खुद के बचा सकभो ! बड़ी जरूरत हलइ ऊ मौँस्य के काम पर रक्खे के आउ फालतू में पैसा बरबाद करे के !"
त फेर हमर व्यवहार के बारे पिताजी के सूचना देवे के कष्ट खुद पर केऽ लेलकइ ? जेनरल ? लेकिन ऊ, लगऽ हइ, हमरा बारे जरिक्को नयँ फिकिर करऽ हलथिन; आउ इवान कुज़मिच के हमर द्वन्द्व-युद्ध के बारे रिपोर्ट करे के आवश्यकता अनुभव नयँ होले होत । हम अनुमान में खो गेलिअइ । हमर सन्देह श्वाब्रिन पर गेलइ । ओकरे खाली ई रिपोर्ट से फयदा हलइ, जेकरा चलते हमरा किला से दूर कर देल जा सकऽ हलइ आउ कमांडर के परिवार से नाता टूट सकऽ हलइ । हम मारिया इवानोव्ना के सब कुछ के बारे बता देवे लगी रवाना होलिअइ। ऊ हमरा ड्योढ़ी पर मिललइ ।
"अपने के साथ की होले ह ?" हमरा देखके ऊ बोललइ । "अपने के चेहरा केतना पीयर पड़ गेले ह !"
"सब कुछ खतम हो गेलो !" हम उत्तर देलिअइ आउ पिताजी के पत्र ओकरा थमा देलिअइ ।
अब ओक्कर चेहरा के रंग पीयर पड़ गेलइ । पढ़ लेला के बाद ऊ अपन काँपते हाथ से पत्र हमरा वापिस कर देलकइ आउ काँपते स्वर में बोललइ - "साफ हइ, हमर भाग्य में नयँ लिक्खल हइ ... अपने के माता-पिता हमरा अपन परिवार में लेवे लगी नयँ चाहऽ हथिन । जे भगमान के मंजूर हइ, ओहे होवे ! भगमान हम सब से बेहतर जानऽ हथिन कि हमन्हीं के की जरूरत हइ । कुछ नयँ कइल जा सकऽ हइ, प्योत्र अन्द्रेइच; खैर, कम से कम अपने खुश रहथिन ..."
"अइसन नयँ हो सकऽ हइ !" ओकर हाथ पकड़के हम चिल्ला उठलिअइ, "तूँ हमरा प्यार करऽ ह; हम सब कुछ लगी तैयार हकियो । चलऽ, हमन्हीं दुन्नु तोहर माता-पिता के गोड़ पर गिर जइते जइबइ; उनकन्हीं सीधा-सादा लोग हथिन, क्रूर-हृदय आउ अभिमानी नयँ ... उनकन्हीं हमन्हीं दुन्नु के आशीर्वाद देथिन; हमन्हीं शादी कर लेते जइबइ ... आउ तब, समय के साथ, हमरा पक्का विश्वास हइ, हमन्हीं अपन पिताजी के मना लेबइ; माय हमन्हीं के पक्ष में होतइ; आउ पिताजी हमरा माफ कर देथिन ..."
"नयँ, प्योत्र अन्द्रेइच", माशा उत्तर देलकइ, "हम तोहर माता-पिता के आशीर्वाद के बेगर तोहरा से शादी करे वली नयँ । उनकर आशीर्वाद के बेगर तोहरा खुशी नयँ मिलतो । भगमान के इच्छा के सामने हम सब के झुक जाल जाय । भाग्य में बद्दल अगर मिल जइतो, अगर कोय दोसर के प्यार करे लगहो - त भगमान तोहर भला करथुन, प्योत्र अन्द्रेइच; आउ हम तोहन्हीं दुन्नु खातिर ..." हियाँ परी ऊ रो पड़लइ आउ हमरा भिर से चल गेलइ; हम ओकरा पीछू कमरा में जाहीं वला हलिअइ, लेकिन हम अनुभव कइलिअइ कि हम खुद के वश में रक्खे में असमर्थ हकूँ, आउ घर वापिस चल गेलिअइ ।
हम गहरा विचार में लीन हलिअइ, कि अचानक सावेलिच हमर खियाल में बाधा डाल देलकइ । "अइकी, मालिक", ऊ हमरा एगो लिक्खल कागज देते बोललइ, "देख लेहो कि हम अपन मालिक के रिपोर्ट करे वला हिअइ आउ हम पिता आउ पुत्र के संबंध में दरार डाले के प्रयास करब करऽ हिअइ कि नयँ ।" हम ओकर हाथ से कागज ले लेलिअइ - ई सावेलिच द्वारा प्राप्त पत्र के ओकर उत्तर हलइ । अइकी शब्दशः ओकरा प्रस्तुत कइल जा रहले ह –
"महोदय अन्द्रेय पित्रोविच, आदरणीय हमर पिता !
अपने के कृपापत्र हमरा मिललइ, जेकरा में अपने हमरा, अपन दास, पर क्रोध करे के किरपा कइलथिन हँ, कि हमरा अपन मालिक के आज्ञा के पालन नयँ करे खातिर शरम करे के चाही - आउ हम, बुड्ढा कुत्ता नयँ, बल्कि अपने के विश्वासी नौकर, मालिक के आज्ञा के पालन करऽ हिअइ आउ उत्साहपूर्वक अपने के हमेशे सेवा कइलिए ह आउ केश उज्जर होवे तक जिनगी जीलिए ह । हम तो प्योत्र अन्द्रेइच के घाव के बारे अपने के नयँ लिखलिअइ, कि बेकार में अपने भयभीत नयँ हो जाथिन, आउ सुन्ने में अइलइ कि मालकिन, हमर माताजी अवदोत्या वसिल्येव्ना अइसीं भय से शय्या पर पड़ गेलथिन, आउ उनकर स्वास्थ्य लगी हम भगमान के प्रार्थना करबइ । आउ प्योत्र अन्द्रेइच के दहिना कन्हा के निच्चे छाती में ठीक हड्डी के निच्चे डेढ़ विर्शोक [29] गहरा घाव लगले हल, आउ ऊ कमांडर के घर में पड़ल हला, जाहाँ परी उनका नदी तट से लइते गेलिए हल, आउ उनकर इलाज हियाँ के नउआ स्तेपान परामोनोव कइलके हल; आउ अब प्योत्र अन्द्रेइच, भगमान के किरपा से, ठीक-ठाक हका, आउ उनका बारे निम्मन के सिवाय आउ कुछ नयँ लिक्खे लगी हइ । कमांडर लोग, सुन्ने में आवऽ हइ, उनका से खुश हथिन; आउ वसिलीसा इगोरोव्ना उनका अपन बेटा नियन मानऽ हथिन । आउ उनका साथ जे अइसन घटना हो गेलइ, त बुतरू लगी ई तथ्य फटकार के लायक नयँ हइ - घोड़ा चार-चार गोड़ होतहूँ ठोकर खा जा हइ । आउ अपने जे लिक्खे के किरपा करऽ हथिन, कि हमरा सूअर चरावे लगी भेज देथिन, त ई तो अपने के मालिकाना मर्जी हइ । एकरा लगी हम दासवत् अपन सिर नवावऽ हिअइ ।
अपने के विश्वासी दास
अर्ख़ीप सावेल्येव"
ई नेकदिल बुढ़उ के पत्र पढ़ते हमरा कइएक तुरी मुसकुराय बेगर नयँ रहल गेलइ । पिताजी के उत्तर देवे के परिस्थिति में हम नयँ हलिअइ; आउ माय के दिलासा देवे लगी सावेलिच के पत्र हमरा काफी लगलइ । ऊ बखत से हमर परिस्थिति बदल गेलइ । मारिया इवानोव्ना हमरा साथ लगभग नयँ बोलऽ हलइ आउ हरेक तरह से हमरा से कतराय के प्रयास करऽ हलइ । कमांडर के घर हमरा घृणित लगे लगलइ । धीरे-धीरे हम अपन घर में बैठे के आदी हो गेलिअइ । वसिलीसा इगोरोव्ना शुरू-शुरू में एकरा लगी हमरा फटकरलथिन; लेकिन, हमर जिद देखके, हमरा शांत छोड़ देलथिन । इवान कुज़मिच से खाली तभिए भेंट करऽ हलिअइ जब फौजी सेवा से संबंधित काम होवऽ हलइ । श्वाब्रिन से हम विरले मिल्लऽ हलिअइ आउ अनिच्छा से, ई लगी कि ओकरा में हम एगो गुप्त शत्रुभाव अनुभव करऽ हलिअइ, जे हमर संदेह के पक्का करऽ हलइ । हमर जिनगी असह्य हो गेलइ । हम उदासी भरल विचार में लीन हो गेलिअइ, जेकरा अकेलापन आउ निष्क्रियता आउ पोषित करब करऽ हलइ । हमर प्यार एकाकीपन में धधक उठलइ आउ लगातार कष्टकर होवे लगलइ । पठन आउ साहित्यिक कार्य के प्रति हमर रुचि खतम हो गेलइ । हमर उत्साह गिर गेलइ । हमरा डर लगे लगलइ कि हम कहीं पागल नयँ हो जइअइ चाहे व्यभिचार में नयँ डूब जइअइ । लेकिन अप्रत्याशित घटना, जे हमर पूरे जिनगी पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डाले वला हलइ, अचानक हमर आत्मा के जोरदार आउ निम्मन झटका देलकइ ।
       
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