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Sunday, August 27, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-10

अध्याय - 10
शहर के नाकाबन्दी

        पड़ाव डालके चरागाह आउ पर्वत पर,
चोटी से, उकाब नियन, डललकइ शहर पर ऊ नजर ।
पड़ाव के पीछू, आदेश देलकइ बनावे के तोप-वाहक लकड़ी के छकड़ा,
आउ ओकरा में वज्र छिपाके, रात में ओकरा लावे के शहर के पास ।
--- ख़ेरास्कोव [46]
ओरेनबुर्ग नगीच पहुँचला पर हमन्हीं के कैदी लोग के भीड़ पर नजर पड़लइ, जेकर सिर मूँड़ल, आउ चेहरा जल्लाद के चिमटी से विकृत कइल हलइ । ओकन्हीं किला के अपंग सैनिक सब के निगरानी में किलाबंदी (fortifications) के आसपास काम कर रहले हल । कुछ कैदी परिखा (moat) में जामा होल कूड़ा-करकट के ठेला में भर-भरके हटाब करऽ हलइ; दोसर कुछ कैदी चपड़ा से जमीन के खोदाय कर रहले हल; परकोटा पर राजमिस्त्री लोग अइँटा ढो-ढोके ले जाब करऽ हलइ आउ शहर के देवाल के मरम्मत करब करऽ हलइ । फाटक पर संतरी लोग हमन्हीं के रोक लेलकइ आउ हमन्हीं के पासपोर्ट के माँग कइलकइ । जइसीं सर्जेंट के मालुम होलइ कि हम बेलागोर्स्क किला से आब करऽ हिअइ, तइसीं हमरा सीधे जेनरल के घर पर ले गेलइ ।
हम उनका बाग में पइलिअइ । ऊ पतझड़ ऋतु के साँस से पत्ता से हीन होल सेब के पेड़ सब के ध्यान से देख रहलथिन हल, आउ एगो बूढ़ा माली के मदत से सावधानीपूर्वक ऊ सब के गरम भूसा से लपेट रहलथिन हल। उनकर चेहरा पर शांति, स्वास्थ्य आउ नेक स्वभाव के झलक हलइ । ऊ हमरा देखके खुश होलथिन आउ भयंकर परिस्थिति के बारे पूछताछ करे लगलथिन, जेकर हम साक्षी हलिअइ । हम उनका सब कुछ बतइलिअइ। वृद्ध जेनरल हमर बात ध्यान से सुनलथिन आउ एहे दौरान सुक्खल टहनी काटते रहलथिन । "बेचारा मिरोनोव !" ऊ कहलथिन, जब हम अपन दर्दनाक कहानी समाप्त कइलिअइ । "ओकरा लगी हमरा अफसोस हइ - निम्मन अफसर हलइ । आउ मैडम मिरोनोव एगो भली महिला हलथिन आउ उनका खुमी (mushroom) के अचार बनावे में कइसन महर्रत हासिल हलइ ! आउ माशा, कप्तान के बिटिया, के की होलइ?" हम उत्तर देलिअइ कि ऊ किला में पादरिन के देखभाल में रह गेले ह । "अरे, अरे, अरे !" जेनरल कह उठलथिन । "ई तो बुरा होलइ, बहुत बुरा । डाकू लोग के अनुशासन पर कुछ भरोसा नयँ । ई बेचारी लड़की के की होतइ ?" हम उत्तर देलिअइ, कि बेलागोर्स्क किला दूर नयँ हइ आउ विश्वास हइ कि महामहिम (His Excellency) बेचारे किलावासी लोग के मुक्ति खातिर सेना भेजे में देरी नयँ करथिन । जेनरल संदेह के मुद्रा में सिर हिलइलथिन । "देखल जाय, देखल जाय", ऊ कहलथिन । "एकरा बारे हमन्हीं के चर्चा करे के अभियो समय मिलतइ । हमरा हीं एक कप चाय पीए लगी आवे के किरपा करऽ - आझ हमरा हीं युद्ध परिषद् के बैठक हइ । तूँ हमन्हीं के निठल्ला पुगाचोव आउ ओकर सेना के बारे विश्वसनीय सूचना दे सकऽ ह । अभी तो जा आउ जरी अराम करऽ ।"
हम ऊ क्वार्टर तरफ चल पड़लिअइ, जे हमरा देल गेले हल, जाहाँ परी सावेलिच पहिलहीं से आवश्यक घरेलू व्यवस्था करब करऽ हलइ, आउ अधीरतापूर्वक नियत कइल समय के प्रतीक्षा करे लगलिअइ । पाठक असानी से कल्पना कर सकऽ हका कि हम ऊ परिषद् में जाय से नयँ चुकलिअइ, जे हमर भाग्य पर एतना बड़गो प्रभाव डाले वला हलइ । नियत समय पर हम जेनरल के हियाँ पहुँच चुकलिए हल ।
उनका हीं शहर के एगो सिविल अधिकारी हलइ, जइसन कि हमरा आद पड़ऽ हइ, सीमाशुल्क कार्यालय (custom-house) के निदेशक, कमख़ाब (बेलबूटेदार रेशमी घना कपड़ा) के कफ़्तान पेन्हले एगो मोटगर आउ लाल गाल वला वृद्ध । ऊ हमरा इवान कुज़मिच के भाग्य के बारे पूछताछ करे लगलइ, जिनका ऊ कूम (बेटा के धर्मपिता) बतइलकइ, आउ अकसर हमर भाषण के बिच्चे में अतिरिक्त प्रश्न आउ उपदेशात्मक टिप्पणी के साथ टोकटाक करते रहलइ, जे अगर ओकरा युद्ध कला के जानकार नयँ प्रदर्शित करऽ हलइ, त कम से कम समझदार आउ जन्मजात बुद्धि वला व्यक्ति प्रकट करऽ हलइ । एहे दौरान अन्य आमंत्रित लोग भी एकत्र हो गेते गेलइ । ओकन्हीं बीच, जेनरल के सिवाय, एक्को गो सेना के अदमी नयँ हलइ । जब सब कोय बैठ गेते गेलइ आउ सब्भे लगी एक-एक कप चाय परसल गेलइ, जेनरल बिलकुल स्पष्ट आउ विस्तृत रूप से प्रस्तुत कइलथिन, कि स्थिति कइसन हइ ।
"त अब, भद्रजन", ऊ बात जारी रखलथिन, "ई निर्णय करे के हइ कि हम सब के विद्रोही लोग के विरुद्ध कइसन कार्रवाई करे के चाही – आक्रामक  कि रक्षात्मक  (offensive or defensive) ? ई दुन्नु में से हरेक विधि के अपन लाभ आउ हानि हइ । आक्रामक कार्रवाई दुश्मन पर शीघ्रतर विनाश के अधिक आशा बँधावऽ हइ; रक्षात्मक कार्रवाई अधिक विश्वसनीय आउ सुरक्षित हइ ... आउ ओहे से, उचित क्रम से, अर्थात् रैंक में सबसे निचला से, राय जाने के शुरुआत कइल जाय । मिस्टर लेफ़्टेनेंट !" ऊ हमरा संबोधित करते बात जारी रखलथिन। "अपन राय देवे के किरपा करथिन ।"
हम उठलिअइ, आउ संक्षेप में सबसे पहिले पुगाचोव आउ ओकर गिरोह के बारे वर्णन करके हम दृढ़तापूर्वक कहलिअइ कि नकली सम्राट् नियमित सेना के विरुद्ध कइसूँ टिक नयँ पइतइ । हमर राय सिविल अधिकारी लोग के स्पष्टतः पसीन नयँ पड़लइ । एकरा में ओकन्हीं के एगो नवयुवक के उतावलापन आउ साहस देखाय देलकइ । खुसुर-फुसुर चालू हो गेलइ, आउ हमरा स्पष्ट रूप से "दुधपिलुआ" शब्द सुनाय देलकइ, जे केकरो द्वारा धीमे अवाज में उच्चारित कइल गेले हल । जेनरल हमरा दने मुड़लथिन आउ मुसकइते कहलथिन - "मिस्टर लेफ़्टेनेंट ! युद्ध परिषद् में पहिलौका मत साधारणतः आक्रामक कार्रवाई के पक्ष में हीं देल जा हइ; ई स्वाभाविक क्रम हइ । अब हम अन्य लोग के मत जाने के काम जारी रखते जइबइ । मिस्टर कौलेजिएट काउंसिलर ! हम सब के अपन राय बताथिन !"
कमख़ाब के कफ़्तान पेन्हले बुजुर्ग चाय के, जेकरा में काफी रम डालल हलइ, अपन तेसरा कप समाप्त कइलकइ, आउ जेनरल के उत्तर देलकइ - "हमर विचार हइ, महामहिम, कि न तो आक्रामक कार्रवाई कइल जाय, न रक्षात्मक ।"
"ई कइसे हो सकऽ हइ, मिस्टर कौलेजिएट काउंसिलर ?" आश्चर्यचकित होल जेनरल बोललथिन । रणनीति में आउ दोसर उपाय नयँ हइ - या तो आक्रामक कार्रवाइ चाहे  रक्षात्मक । ..."
"महामहिम, खरीदे के नीति अपनाथिन ।"
"हे-हे-हे ! अपने के राय तो बड़गो समझदारी के हइ । खरीदे के रणनीति के तो अनुमति देल जा हइ, आउ हम सब अपने के परामर्श के उपयोग करते जइबइ । ई निकम्मा के सिर खातिर ... गुप्त कोष से ... शायद सत्तर रूबल चाहे सो रूबल भी ... देवे के वचन देल जा सकऽ हइ ..."
"त ऊ हालत में", सीमाशुल्क के निदेशक बिच्चे में टोकलकइ, "अगर ई चोरवन सब अपन अतमान (सरदार) के हाथ-गोड़ बान्ह-छानके नयँ समर्पित करइ, त हम कौलेजिएट काउंसिलर नयँ, बल्कि एगो किर्गिज़ भेड़ कहलइअइ ।"
"हम सब एकरा बारे जरी आउ सोच-विचार आउ चर्चा करते जइबइ", जेनरल उत्तर देलथिन । "लेकिन तइयो हरेक परिस्थिति में सैनिक कार्रवाई तो करहीं के चाही । भद्रजन, अपन-अपन विचार उचित क्रम से प्रस्तुत करते जाथिन ।"
सबके विचार हमर विचार के विरुद्ध गेलइ । सब सिविल पदाधिकारी सेना पर अविश्वास, सफलता के अनिश्चितता, सावधानी बरते आदि के बारे बोलते गेलइ । सबके सोचना हलइ कि जादे समझदारी के बात ई हइ कि सुदृढ़ पथरीला देवाल के पीछू तोप के आड़ में रहल जाय, बनिस्पत खुल्लल मैदान में हथियार के भाग्य अजमावे के । आखिरकार जेनरल, सबके राय सुन लेला के बाद, अपन पाइप के राख के झड़लथिन आउ निम्नलिखित भाषण देलथिन –
"महानुभावो ! हमरा अपने सब के घोषणा करे के चाही कि हम अपन तरफ से तो मिस्टर लेफ़्टेनेंट के विचार से पूर्णतः सहमत हिअइ - काहेकि ई विचार सब प्रकार के स्वस्थ रणनीति के सब्भे नियम पर आधारित हइ, जे रक्षात्मक कार्रवाई के अपेक्षा लगभग हमेशे आक्रामक कार्रवाई के प्राथमिकता दे हइ ।"
हियाँ परी ऊ रुक गेलथिन आउ अपन पाइप में तमाकू भरे लगलथिन । हमर स्वाभिमान विजयी हो गेले हल। हम अभिमान से अधिकारी लोग दने देखलिअइ, जे असंतुष्टि आउ बेचैनी के मुद्रा में आपस में खुसुर-फुसुर कर रहले हल ।
"लेकिन महानुभावो", ऊ बात जारी रखलथिन, गहरा उच्छ्वास के साथ तमाकू के धुआँ के घना बादल छोड़ते, "अपन उपरे एतना बड़गो जिम्मेवारी लेवे के साहस नयँ कर सकऽ हिअइ, जब हमर अत्यंत दयालु महामहिम साम्राज्ञी द्वारा हमरा सौंपल गेल प्रांत के सुरक्षा के प्रश्न उट्ठऽ हइ । ओहे से हम बहुमत के साथ अपन सहमति प्रकट करऽ हिअइ, जेकर निर्णय होलइ कि सबसे अधिक समझदारी आउ सुरक्षित हइ - अंदर से शहर के नाकाबंदी के इंतजार करना, आउ दुश्मन के आक्रमण के गोलंदाज फौज (artillery) के बल से आउ (अगर संभव होवे तो) धावा (sorties) करके आक्रमण के विफल करना ।
अब सिविल अधिकारी सब अपन बारी में हमरा दने उपहासपूर्ण दृष्टि से देखते गेलइ । परिषद् के बैठक समाप्त हो गेलइ । हमरा माननीय सैनिक (जेनरल) के दुर्बलता पर खेद प्रकट करे बेगर नयँ रहल गेलइ, जे अपन खुद के विचारधारा के विरुद्ध अनभिज्ञ आउ अनुभवहीन लोग के विचार के अनुकरण करे के निर्णय कइलथिन ।
ई प्रसिद्ध परिषद् के बैठक के कुछ दिन बाद हमन्हीं के पता चललइ कि पुगाचोव अपन वचन के अनुसार ओरेनबुर्ग के नगीच आब करऽ हइ । शहर के देवाल के ऊँचाई से हम विद्रोही लोग के सेना के देखलिअइ । हमरा लगलइ कि जेकर हम साक्षी हलिअइ ऊ पिछला आक्रमण के समय से ओकन्हीं के संख्या दस गुना बढ़ गेले हल । ओकन्हीं के साथ तोप भी हलइ, जेकरा पुगाचोव अधीन कइल चुकल छोटकन किला सब में से हथिया लेलके हल । परिषद् के निर्णय के आद करते हमरा पूर्वाभास हो गेलइ कि ओरेनबुर्ग के देवाल के अंदर दीर्घ अवधि तक बंद होके रहे पड़तइ आउ निराशा से हमरा लगभग रोवाय आवऽ हलइ ।
हम ओरेनबुर्ग के नाकाबंदी के वर्णन नयँ करबइ, जे इतिहास से संबंधित हइ, पारिवारिक संस्मरण से नयँ । संक्षेप में एतने कहबइ कि स्थानीय प्राधिकारी के असावधानी के चलते ई नाकाबंदी नगरवासी लोग खातिर घातक सिद्ध होलइ, जेकन्हीं के भुखमरी आउ सब तरह के संभव मुसीबत झेले पड़लइ । एतना असानी से कल्पना कइल जा सकऽ हइ कि ओरेनबुर्ग में जिनगी बिलकुल असह्य हलइ । सब कोय उदासी के साथ अपन भाग्य के निर्णय के प्रतीक्षा कर रहले हल; सब कोय महँगाई से कहर रहले हल, जे वास्तव में भयंकर हलइ । नगरवासी लोग तोप के गोला के आदी हो गेते गेले हल, जे ओकन्हीं के प्रांगण में उड़के आवऽ हलइ; हियाँ तक कि पुगाचोव के आक्रमण भी कोय सामान्य उत्सुकता आकृष्ट नयँ करऽ हलइ । हम तो ऊब से मर रहलिए हल। समय गुजर रहले हल । बेलागोर्स्क किला से हमरा लगी कोय पत्र नयँ आवऽ हलइ । सब रस्ता कट्टल हलइ । मारिया इवानोव्ना के वियोग हमरा लगी असह्य हो गेलइ । ओकर भाग्य के अनिश्चितता हमरा यातना देब करऽ हलइ । हमर एकमात्र मनोरंजन के साधन घुड़सवारी हलइ । पुगाचोव के किरपा से हमरा पास उम्दा घोड़ा हलइ, जेकरा साथ अपन अपर्याप्त भोजन बाँटऽ हलिअइ आउ जेकरा पर  रोज दिन शहर के बाहर पुगाचोव के घुड़सवार लोग के साथ परस्पर गोलीबारी करे लगी जा हलिअइ । ई सब आपसी गोलीबारी में साधारणतः दुष्ट लोग के ही पलड़ा भारी रहऽ हलइ, जे रजके खा हलइ, खूब पीयऽ हलइ आउ जेकन्हीं के पास उम्दा-उम्दा घोड़ा हलइ । नगर के मरियल घुड़सवार सेना ओकन्हीं के सामना करे में असमर्थ हलइ । कभी-कभी हमन्हीं के भुक्खल पैदल सेना भी बाहर मैदान में निकसइ; लेकिन बरफ के गहराई बिखरल घुड़सवार सेना के विरुद्ध ओकरा कार्रवाई करे में बाधा देइ ।  तोप (artillery) परकोटा के ऊँचाई से व्यर्थ में गरजइ, आउ मैदान में ले गेला पर (बरफ में) फँस जाय आउ घोड़वन के निर्बलता के चलते आगू नयँ बढ़ पावइ । त अइसन प्रकार के हलइ हमन्हीं के सैनिक कार्रवाई ! आउ एकरे ओरेनबुर्ग के अधिकारी वर्ग सावधानी आउ समझदारी कहऽ हलइ !
एक तुरी, जब हमन्हीं के कइसूँ एगो काफी बड़गो भीड़ के तितर-बितर करे आउ भगावे में सफलता मिल गेलइ, त हम घोड़ा दौड़इते एगो कज़ाक भिर पहुँच गेलिअइ, जे अपन साथी सब से पिछुड़ गेले हल; हम ओकरा पर अपन तुर्की तलवार से प्रहार करहीं जाब करऽ हलिअइ कि अचानक ऊ अपन टोपी उतार लेलकइ आउ चिल्लइलइ - "अपने के निम्मन स्वास्थ्य के कामना, प्योत्र अंद्रेइच ! भगमान के अपने पर कइसन किरपा हइ (अर्थात् अपने कइसन हथिन) ?"
हम ओकरा दने ध्यान से देखलिअइ आउ अपन सर्जेंट के पछान लेलिअइ । ओकरा देखके हमरा अपार खुशी होलइ । "निम्मन स्वास्थ्य, माक्सीमिच", हम ओकरा कहलिअइ । "बेलागोर्स्क से अइला बहुत दिन हो गेलो की ?"
"नयँ, हाले में अइलिए ह, प्रिय प्योत्र अंद्रेइच; कल्हिंएँ लौटलिअइ । हमरा पास अपने खातिर पत्र हइ ।"
"काहाँ परी हइ ऊ ?" हम चिल्ला उठलिअइ, हमर चेहरा पूरा तमतमा गेलइ ।
"हमरा पास", अपन हाथ कमीज के अंदर करते माक्सीमिच उत्तर देलकइ । "हम कइसूँ एकरा अपने के पास पहुँचावे के पलाशा से वादा कइलिए हल ।" हियाँ परी ऊ हमरा एगो तह कइल कागज देलकइ आउ तुरतम्मे सरपट घोड़ा दौड़इते चल गेलइ । हम एकरा खोललिअइ आउ काँपते निम्नलिखित पंक्ति पढ़लिअइ –
"भगमान के अचानक हमरा माता-पिता से वंचित करे के इच्छा हलइ; धरती पर हमर न तो कोय रिश्तेदार हके आउ न कोय संरक्षक । हम अपने के सहारा ले हिअइ, ई जानते कि अपने हमेशे हमर भला चहलथिन हँ आउ अपने हरेक अदमी के मदत करे लगी तैयार रहऽ हथिन । भगमान से प्रार्थना करऽ ही कि ई पत्र कइसूँ अपने के पास पहुँच जाय ! माक्सीमिच एकरा अपने के पास पहुँचा देवे के वादा कइलके ह । पलाशा माक्सीमिच से एहो सुनलके ह कि ऊ अपने के अकसर दूर से धावा के दौरान देखऽ हइ आउ ई कि अपने खुद लगी बिलकुल परवाह नयँ करऽ हथिन आउ ओकन्हीं लगी नयँ सोचऽ हथिन, जे अपने खातिर अश्रु बहइते भगमान से प्रार्थना करते रहऽ हइ । हम लंबा अरसा तक बेमार रहलिअइ; आउ जब ठीक हो गेलिअइ, त अलिक्सेय इवानोविच, जे स्वर्गीय पिताजी के स्थान पर हमन्हीं हीं कमांडर हइ, पुगाचोव के सूचित करे के धमकी देके फ़ादर गेरासिम के हमरा ओकरा सौंपे लगी लचार कर देलकइ । हम अपन घर में संतरी के पहरा के अधीन रहऽ हिअइ । अलिक्सेय इवानोविच हमरा अपन साथ शादी करे लगी जबरदस्ती करब करऽ हइ । ऊ बोलऽ हइ कि ऊ हमर जिनगी बचइलकइ, काहेकि अकुलिना पम्फ़िलोव्ना के धोखा देवे के बात छिपइलके हल, जे दुष्ट लोग के बतइलके हल कि हम ओकर भतीजी हिअइ । हमरा मर जाना कहीं बेहतर होतइ, बनिस्पत अलिक्सेय इवानोविच जइसन अदमी के पत्नी बनना । ऊ हमरा साथ बहुत क्रूर व्यवहार करऽ हइ आउ धमकी दे हइ, कि अगर हम अपन इरादा नयँ बदलऽ हिअइ आउ राजी नयँ होवऽ हिअइ, त हमरा ऊ दुष्ट के खेमा में ले चल जइतइ, आउ हमरो साथ ओहे होतइ, जे लिज़ावेता ख़ार्लोवा [47] के साथ होलइ । हम अलिक्सेय इवानोविच के हमरा सोचे लगी कुछ समय देवे लगी निवेदन कइलिए ह । ऊ आउ तीन दिन तक इंतजार करे लगी राजी हो गेले ह; आउ अगर तीन दिन के बाद ओकरा साथ शादी नयँ करऽ हिअइ, त कोय दया नयँ कइल जइतइ । प्रिय प्योत्र अन्द्रेइच ! अपने हमर एकमात्र संरक्षक हथिन; हमरा बेचारी के रक्षा करथिन । जेनरल आउ सब्भे कमांडर लोग के हमन्हीं हीं त्वरित सहायता भेजे लगी समझाथिन आउ अगर संभव होवइ त खुद भी आथिन । अपने के आज्ञाकारी बेचारी अनाथ, मारिया मिरोनोवा ।"
ई पत्र पढ़के तो हम मानूँ पागल हो गेलिअइ । हम निर्दयतापूर्वक अपन बेचारा घोड़वा के एड़ लगइते वापिस शहर दने रवाना होलिअइ । रस्तावा में हम बेचारी लड़की के बचावे के कभी ई त कभी ऊ उपाय सोचते रहलिअइ लेकिन कुच्छो व्यावहारिक उपाय सोच नयँ पइलिअइ । घोड़ा सरपट दौड़इते शहर पहुँचलिअइ, आउ सीधे जेनरल के हियाँ रवाना होलिअइ आउ भागल-भागल उनकर कमरा में घुस गेलिअइ ।
जेनरल समुद्रफेनीय (meerschaum) पाइप पीते अपन कमरा में चहलकदमी करब करऽ हलथिन । हमरा देखके ऊ रुक गेलथिन । शायद हमर मुखमुद्रा देखके उनका हैरत होलइ; ऊ चिंतित होल हमर त्वरित आगमन के कारण पुछलथिन ।
"महामहिम", हम उनका कहलिअइ, "हम अपने के सगा पिता मानते अपने भिर अइलिए ह; भगमान के खातिर हमर निवेदन के अस्वीकार नयँ करथिन - हमर जिनगी भर के खुशी के मामला हइ ।"
"की बात हइ, बबुआ ?" आश्चर्यचकित होल वृद्ध पुछलथिन । "हम तोरा लगी की कर सकऽ हियो ? बोलऽ ।"
"महामहिम, हमरा सैनिक के एक कंपनी आउ कोय पचास कज़ाक लेवे के आदेश देथिन आउ हमरा बेलागोर्स्क किला के मुक्त करावे लगी अनुमति देथिन ।"
जेनरल हमरा दने एकटक देखे लगलथिन, शायद ई सोचते कि हम पगलाऽ गेलिए ह (जेकरा में ऊ लगभग गलतफहमी में नयँ हलथिन) ।
"की ? बेलागोर्स्क किला के मुक्त करावे लगी ?" आखिरकार ऊ पुछलथिन ।
"हम सफलता के अपने के गारंटी दे हिअइ", हम जोश के साथ उत्तर देलिअइ । "खाली हमरा जाय देथिन ।"
"नयँ, नौजवान", सिर हिलइते ऊ कहलथिन । "एतना बड़गो दूरी पर मुख्य रणनीतिक केंद्र (strategic point) से अपने के यातायात (communication) के काट देना आउ अपने ऊपर संपूर्ण विजय प्राप्त करना शत्रु लगी असान होतइ । यातायात कट गेला पर ..."
उनका रणनीतिक वाद-विवाद के विषय पर मुड़ गेल देखके हम डर गेलिअइ आउ उनका टोके में शीघ्रता कइलिअइ ।
"कप्तान मिरोनोव के बेटी", हम उनका कहलिअइ, "हमरा पत्र लिखलथिन हँ - ऊ सहायता लगी निवेदन कइलथिन हँ; श्वाब्रिन उनका खुद से शादी करे लगी मजबूर करब करऽ हइ ।"
"सच ? ओह, ई श्वाब्रिन बड़गो शेल्म [Schelm - (जर्मन) बदमाश] हइ, आउ अगर हमर हाथ में पड़ जाय, त हम चोबीस घंटा के अंदर ओकर कोर्ट-मार्शल के औडर दे दिअइ, आउ हमन्हीं ओकरा किला के परकोटा पर गोली मार दिअइ ! लेकिन अभी धीरज से काम लेवे के चाही ..."
"धीरज से काम लेवे के चाही !" हम आपा खोके चिल्ला उठलिअइ । "आउ ऊ एहे दौरान मारिया इवानोव्ना से शादी कर लेतइ ! ..."
"ओह !" जेनरल एतराज कइलथिन । "ई तो कोय मुसीबत नयँ हइ - बेहतर हइ कि अभी लगी ऊ श्वाब्रिन के पत्नी हो जाय - ऊ अभी ओकर रक्षा कर सकऽ हइ; आउ जब ओकरा गोली मार देते जइबइ, त भगमान के किरपा से ओकरा लगी दोसर विवाहार्थी (suitors) भी मिल जइतइ । सुंदर विधवा लोग के जादे दिन तक कुँआरी नयँ बैठे पड़ऽ हइ; अर्थात्, हमर कहे के मतलब हलइ, कि एगो विधवा के कुँआरी के अपेक्षा जल्दी पति मिल जा हइ ।"
"ओकरा श्वाब्रिन के समर्पित करे के अपेक्षा", हम क्रोधावेश में कहलिअइ, "हम मर जाना कहीं बेहतर समझबइ!"
"ओह, हो, हो, हो !" बुढ़उ कहलथिन । "अब समझलिअइ - लगऽ हइ, तूँ मारिया इवानोव्ना के साथ प्रेमासक्त हकऽ । ओह, ई तो मामले दोसर हइ ! बेचारा नौजवान ! लेकिन तइयो हम कइसनो हालत में तोरा सैनिक के कंपनी आउ पचास कज़ाक नयँ दे सकऽ हकियो । ई अभियान नासमझी के बात होतइ; हम एकरा अपन जिम्मेवारी पर नयँ ले सकऽ हिअइ ।"
हम सिर झुका लेलिअइ; निराशा हमरा पर हावी हो गेलइ । अचानक एगो विचार हमर मस्तिष्क में कौंधलइ - ई विचार की हलइ, पाठक अगला अध्याय से जान जइता, जइसन कि पुरनकन उपन्यासकार कहते जा हथिन।



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