विजेट आपके ब्लॉग पर

Sunday, August 13, 2017

रूसी उपन्यास - "कप्तान के बिटिया" ; अध्याय-7

अध्याय - 7
आक्रमण
सिर हमर, प्यारे सिर हमर,
फौजी सेवा करे वला सिर !
सेवा कइलँऽ हमर प्यारे सिर
ठीक बरिस तीस आउ तीन बरिस ।

आह, अर्जित कइलँऽ प्यारे सिर,
न तो लाभ, न खुशी,
न तो खुद लगी कोय निम्मन शब्द
न तो खुद लगी कोय उँचगर रैंक;

खाली अर्जित कइलँऽ प्यारे सिर
दू गो उँचगर खम्भा,
एगो अर्गला (cross-bar) मैपिल लकड़ी के,
आउ एगो छोट्टे गो फंदा रेशमी ।
                                                         --- लोकगीत [38]
ई रात हम नयँ तो सुतलूँ आउ न कपड़ा उतारलूँ । हमर इरादा हलइ कि भोरगरहीं किला के फाटक दने रवाना हो जइबइ, जाहाँ से मारिया इवानोव्ना के बाहर जाय के हलइ, आउ हुआँ ओकरा साथ अंतिम तुरी विदा होबइ। हम खुद में एगो बड़गो परिवर्तन अनुभव करब करऽ हलिअइ - हमर आत्मा के उत्तेजना हमरा लगी बहुत कम बोझिल लगऽ हलइ, बनिस्पत ऊ उदासी के, जेकरा में हम हाल में निमग्न हलिअइ । वियोग के उदासी हमरा में अस्पष्ट लेकिन मधुर आशा, आउ खतरा के असह्य प्रत्याशा, एवं उदार महत्त्वाकांक्षा के भावना मिश्रित हो गेले हल । रात कइसे गुजर गेलइ, ई पतो नयँ चललइ । हम घर से बहराय लगी चाहिए रहलिए हल कि हमर दरवाजा खुललइ, आउ हमरा भिर ई सूचना के साथ कार्पोरल प्रकट होलइ, कि रात में हमन्हीं के कज़ाक लोग रात में किला छोड़के चल गेते गेलइ, आउ जबरदस्ती अपन साथ युलाय के लेले गेलइ, कि किला के आसपास अनजान घुड़सवार लोग घुम-फिर रहले ह । ई विचार कि मारिया इवानोव्ना अब बाहर नयँ जा पइतइ, हमरा भयभीत कर देलकइ; हम जल्दी-जल्दी में कार्पोरल के कुछ निर्देश देलिअइ आउ तुरतम्मे कमांडर के हियाँ तेजी से चल पड़लिअइ ।  
भोर होब करऽ हलइ । हम गलिया से तेजी से दौड़ल जाब करऽ हलिअइ कि सुनलिअइ कि हमर नाम पुकारल जाब करऽ हइ । हम रुक गेलिअइ ।
" कन्ने जाब करऽ हथिन ?" हमर पीछा करते इवान इग्नातिच पुछलकइ । "इवान कुज़मिच परकोटा पर हथिन आउ हमरा अपने के बोलावे लगी भेजलथिन । पुगाच (अर्थात् पुगाचोव) आ गेलइ ।"
"मारिया इवानोव्ना चल गेला ?" हम धड़कते दिल से पुछलिअइ ।
"नयँ जा पइलथिन", इवान इग्नातिच उत्तर देलकइ, "ओरेनबुर्ग के रस्ता कट्टल हइ; किला के घेर लेल गेले ह । हालत ठीक नयँ हइ, प्योत्र अन्द्रेइच !"
हम सब परकोटा पर चल गेलिअइ, जेकर ऊँचाई प्रकृति द्वारा निर्मित हलइ आउ एकरा बाड़ से बरियार कर देल गेले हल । हुआँ परी किला के सब लोग जामा हो चुकले हल । किला रक्षक सैनिक सब हथियार से लैस खड़ी हलइ । पिछलहीं शाम के तोप के हुआँ पहुँचा देवल गेले हल । कमांडर लाइन में खड़ी अपन थोड़े सन सैनिक के सामने चहलकदमी कर रहलथिन हल । खतरा के नजदीकी वृद्ध योद्धा में असाधारण स्फूर्ति उत्पन्न कर देलके हल । स्तेप से होके, जे किला से जादे दूर नयँ हलइ, लगभग बीस घुड़सवार चक्कर लगाब करऽ हलइ। ओकन्हीं, लगऽ हलइ, कज़ाक हलइ, लेकिन ओकन्हीं बीच बश्कीर लोग भी हलइ, जेकन्हीं के जंगली बिलाड़ (lynx) के टोपी आउ तरकश से असानी से पछानल जा सकऽ हलइ । कमांडर अपन फौज के चक्कर लगइते कहब करऽ हलथिन - "त जवान लोग, हम सब आझ साम्राज्ञी माता लगी डटके लड़ते जइबइ आउ पूरे संसार के देखइबइ कि हम सब बहादुर लोग आउ शपथ के प्रति निष्ठावान हिअइ !" सैनिक लोग जोर से अपन उत्साह प्रकट करते गेलइ । श्वाब्रिन हमर बगल में हलइ आउ दुश्मन लोग तरफ एकटक देख रहले हल । स्तेप में चक्कर लगाब कर रहल घुड़सवार लोग किला में हलचल नोटिस करके जामा होके एगो दल बना लेते गेलइ आउ आपस में बतियाय लगलइ । कमांडर इवान इग्नातिच के तोप के ओकन्हीं के भीड़ दने सिधियावे लगी आदेश देलथिन आउ खुद पलीता में आग लगइलथिन । गोला भनभनइते (whizzing) उड़के ओकन्हीं के उपरे से गुजर गेलइ, बिन कोय नुकसान कइले । घुड़सवार लोग तितर-बितर होते तुरतम्मे घोड़वन के सरपट दौड़इते नजर से ओझल हो गेते गेलइ, आउ स्तेप खाली हो गेलइ ।
हियाँ परी वसिलीसा इगोरोव्ना परकोटा पर प्रकट होलथिन आउ उनका साथ माशा भी, जे उनका से अलगे रहे लगी नयँ चाहऽ हलइ ।
"अच्छऽ, की खबर हइ ?" कमांडर के पत्नी कहलथिन । "लड़ाई कइसन चल्लब करऽ हइ ? काहाँ हइ दुश्मन सब ?"
"दुश्मन दूर नयँ हइ", इवान कुज़मिच उत्तर देलथिन । "भगमान के मर्जी होतइ, त सब कुछ ठीक होतइ । की माशा, तोरा डर लगऽ हउ ?"
"नयँ, पिताजी", मारिया इवानोव्ना उत्तर देलकइ, "घर में अकेल्ले रहना आउ जादे भयंकर लगऽ हइ ।"
हियाँ परी ऊ हमरा दने नजर डललकइ आउ प्रयास करके मुसकइलइ । अनजाने में हमर हाथ अपन तलवार के मूठ पर चल गेलइ, ई आद करते कि कल शाम के मानूँ अपन प्रेयसी के रक्षा खातिर एकरा ओकर हाथ से प्राप्त कइलिए हल । हमर दिल जल रहल हल । हम खुद के ओकर रक्षक के रूप में कल्पना कइलिअइ । हम ई साबित करे लगी बेचैन हलिअइ कि हम ओकर विश्वास के योग्य हिअइ, आउ अधीरता के साथ निर्णायक क्षण के प्रतीक्षा करे लगलिअइ ।
तखनिएँ टील्हा पर से, जे किला से आधा विर्स्ता पर हलइ, नयकन घुड़सवार के दल प्रकट होलइ, आउ तुरतम्मे स्तेप पर भाला आउ तरकस, तीर-कमान के साथ लैस लोग के बड़गो भीड़ जामा हो गेलइ । ओकन्हीं बीच उज्जर घोड़ा पर लाल कफ़्तान में एगो अदमी हाथ में तलवार लेले आब करऽ हलइ - ई खुद पुगाचोव हलइ । ऊ रुकलइ; ओकरा लोग घेर लेते गेलइ, आउ जइसन कि देखे में लगलइ, ओकर आदेश पर चार लोग अलगे हो गेते गेलइ आउ पूरा सरपट घोड़ा दौड़इते ठीक किला भिर पहुँच गेते गेलइ । हमन्हीं ओकन्हीं बीच अपन गद्दार लोग के पछान लेलिअइ । ओकन्हीं में से एगो, टोपी के अंदर एगो कागज रखले हलइ; दोसरा के भाला में भोंकल हलइ युलाय के सिर, जेकरा झटकके बाड़ के उपरे से हमन्हीं दने फेंक देलकइ । बेचारा कल्मीक के सिर कमांडर के गोड़ भिर गिरलइ । गद्दार लोग चिल्लइलइ - "गोली मत चलइते जा - किला से बहरसी निकसके हियाँ परी सम्राट् के पास अइते जा । सम्राट् हियाँ परी हथुन !"
"अइकी हम तोहन्हीं के !" इवान कुज़मिच चिल्लइलथिन । "जवान लोग ! फ़ायर (चलाव गोली) !" हमन्हीं के सैनिक गोली के बौछार करते गेलइ । ऊ कज़ाक, जे पत्र लेले हलइ, लड़खड़इलइ आउ घोड़वा पर से लुढ़क गेलइ; बाकी सब अपन घोड़वन के पीछू दौड़ाके भाग गेते गेलइ । हम मारिया इवानोव्ना तरफ नजर डललिअइ। खून से लथपथ युलाय के सिर देखके हक्का-बक्का होल, आउ गोली के बौछार से बहिर होल, ऊ बेहोश लगब करऽ हलइ । कमांडर कार्पोरल के बोलइलथिन आउ मरलका कज़ाक के हाथ से कागज ले लेवे के आदेश देलथिन। कार्पोरल बाहर निकसके मैदान में गेलइ आउ मरलका कज़ाक के घोड़वा के लगाम थामले वापिस अइलइ । ऊ कमांडर के पत्र सौंप देलकइ । इवान कुज़मिच मने-मन पढ़लथिन आउ फाड़के रुगदी-रुगदी कर देलथिन । एहे दौरान विद्रोही लोग, स्पष्टतः, कार्रवाई लगी तैयारी करब करऽ हलइ । जल्दीए हमर कान के आसपास गोली सनसनाय लगलइ, आउ कइएक तीर हमन्हीं के आसपास जमीन में आउ बाड़ में धँस गेलइ ।
"वसिलीसा इगोरोव्ना !" कमांडर कहलथिन । "हियाँ परी औरतानी के काम नयँ; माशा के ले जा; देखऽ हो - लड़की न तो जिंदा हइ न मुरदा ।"
गोली चल्ले के दौरान शांत होल वसिलीसा इगोरोव्ना स्तेप दने नजर डललथिन, जेकरा में बड़गो हलचल देखाय देब करऽ हलइ; तब ऊ अपन पति दने मुड़लथिन आउ उनका कहलथिन - "इवान कुज़मिच, जीवन आउ मौत तो भगमान के मर्जी हइ - माशा के आशीर्वाद देहो । माशा, पिताजी के पास जो ।"
माशा, पीयर पड़ल आउ कँपते, इवान कुज़मिच भिर गेलइ, टेहुना के बल गिर गेलइ आउ जमीन पर झुकके उनका प्रणाम कइलकइ । वृद्ध कमांडर ओकरा तीन तुरी क्रॉस कइलथिन; फेर उठा लेलथिन आउ चूमके बदलल अवाज में बोललथिन - "माशा, खुश रह । भगमान के प्रार्थना कर - ऊ तोर त्याग नयँ करथुन । अगर कोय भलमानुस मिल जइतउ, त भगमान तोहन्हीं दुन्नु के प्यार आउ सद्बुद्धि देथुन । ओइसीं जीते जो, जइसे हम आउ वसिलीसा इगोरोव्ना जीते गेलियो ह । अच्छऽ, अलविदा माशा । वसिलीसा इगोरोव्ना, ओकरा जल्दी से लेके जा ।"
(माशा उनकर गले से लगके सिसक पड़लइ ।)
"हमन्हिंयों के एक दोसरा के चूम लेवे के चाही", कमांडर के पत्नी कनते कहलथिन । "अलविदा, हमर इवान कुज़मिच । हमरा क्षमा कर दीहऽ, अगर हम कइसूँ तोहर दिल दुखइलियो होत !"
"अलविदा, अलविदा, प्रिये !" अपन बूढ़ी के गले लगाके कमांडर कहलथिन । "अब काफी हो गेलो ! जइते जा, घर जइते जा; आउ अगर समय मिल पावे त माशा के सराफ़ान (रूसी किसान के पोशाक) पेन्हा दीहऽ ।"
कमांडर के पत्नी आउ बेटी चल गेते गेला । हम मारिया इवानोव्ना के नजर से पिछुअइते रहलिअइ; ऊ पीछू मुड़के देखलकइ आउ हमरा दने सिर हिलइलकइ ।
हियाँ परी इवान कुज़मिच हमन्हीं दने मुड़लथिन, आउ उनकर पूरा ध्यान दुश्मन पर केंद्रित हो गेलइ । विद्रोही लोग अपन नेता भिर जामा होब करऽ हलइ आउ अचानक घोड़ा पर से उतरे लगते गेलइ ।
"अब डट्टल रहते जा", कमांडर कहलथिन, "आक्रमण होतो ..."
तखनिएँ भयंकर चीख आउ चिल्लाहट सुनाय देलकइ; विद्रोही सब तेजी से किला दने दौड़ल आवे लगलइ । हमन्हीं के तोप में छर्रा बोजल हलइ । कमांडर ओकन्हीं के बहुत नगीच आवे देलथिन आउ अचानक फेर से फ़ायर कर देलथिन । छर्रा सब भीड़ के ठीक बीचोबीच गिरलइ । विद्रोही लोग दुन्नु तरफ बिखर गेलइ आउ पीछू हट गेलइ । ओकन्हीं के नेता खाली अकेल्ले आगू में रहलइ ... ऊ तलवार भाँज रहले हल आउ, लगऽ हलइ, जोश के साथ ओकन्हीं के प्रेरित कर रहले हल ... थोड़े देरी लगी शांत होल चीख आउ चिल्लाहट तुरतम्मे फेर से चालू हो गेलइ ।
"जवानो", कमांडर बोललथिन, "अब फाटक खोल देते जाव, नगाड़ा बजाव । जवानो ! आगू बढ़ते जाव, आक्रमण, हमरा पीछू अइते जाव !"
कमांडर, इवान इग्नातिच आउ हम पल भर में किला के परकोटा के बहरसी हो गेते गेलिअइ; लेकिन भयभीत सैनिक सब टस से मस नयँ होलइ ।
"तोहन्हीं सब, जवानो, हुआँ खड़ी काहे लगी हकऽ ?" इवान कुज़मिच चिल्लइलथिन । "मरना हइ त मरना हइ - ई सैनिक के कर्तव्य हइ !"
तभिए विद्रोही सब हमन्हीं पर धावा बोल देते गेलइ आउ किला में बाढ़ नियन घुस गेते गेलइ । नगाड़ा बंद हो गेलइ; सैनिक सब हथियार डाल देते गेलइ; हमरा मुक्का मारके गिरा देते गेलइ, लेकिन हम खड़ी हो गेलिअइ आउ विद्रोही लोग के साथे किला के अंदर घुस गेलिअइ । सिर में घायल होल कमांडर बदमाश लोग के एक दल के बीच खड़ी हलथिन, जेकन्हीं उनका से चाभी के माँग कर रहले हल । हम सहायता लगी उनका दने लपकवे कइलिए हल कि कुछ तगड़ा कज़ाक लोग हमरा पकड़ लेते गेलइ आउ चमोटी (कमरबंद, पेटी) से बान्ह देलकइ, ई बात दोहरइते - "त अइकी तोहन्हीं के अइसन हालत होतउ सम्राट् के बात नयँ माने के !" हमन्हीं के गलियन से घसीटल गेलइ; किला में रहे वलन अपन-अपन घर से बाहर रोटी आउ नून के साथ आब करऽ हलइ [39] । गिरजाघर के घंटा बज्जे लगलइ । अचानक भीड़ में से जोर के अवाज अइलइ कि सम्राट् चौक में कैदी लोग के प्रतीक्षा में हथिन आउ (निष्ठा के) शपथ लेब करऽ हथिन । लोग के भीड़ चौक पर उमड़ पड़लइ; हमन्हीं के घसीटके ओधरे लावल गेलइ ।
पुगाचोव कमांडर के घर के ड्योढ़ी पर एगो अराम कुरसी पर बैठल हलइ । ऊ लाल कज़ाक कफ़्तान पेन्हले हलइ जेकरा में गोटा लगल हलइ । सुनहरा कलगी लगल सेबल (sable) के एगो उँचगर टोपी ओकर चमक रहल आँख तक घिंच्चल हलइ । ओकर चेहरा हमरा जानल-पछानल लगलइ । कज़ाक चीफ़ सब ओकरा घेरले हलइ । फ़ादर गेरासिम, पीयर पड़ल आउ कँपते, हाथ में क्रॉस लेले ड्योढ़ी भिर खड़ी हला, आउ लगऽ हलइ, कि चुपचाप भावी शिकार खातिर ओकरा से विनती कर रहला हल । चौक में जल्दीबाजी में टिकठी (फाँसी के तख्ता) बनावल जाब करऽ हलइ । जब हमन्हीं पास अइलिअइ, बश्कीर सब (तमाशबीन) लोग के खदेड़के भगा देते गेलइ आउ हमन्हीं के पुगाचोव के सामने पेश कइलकइ । गिरजाघर के घंटा के अवाज शान्त हे गेलइ; गहरा शांति छा गेलइ ।
"केऽ कमांडर हइ ?" नकली सम्राट् (impostor) पुछलकइ ।
हमन्हीं के सर्जेंट भीड़ से बाहर अइलइ आउ इवान कुज़मिच दने इशारा कइलकइ । पुगाचोव कोप-दृष्टि से वृद्ध दने देखलकइ आउ उनका कहलकइ - "तूँ हमरा, अपन सम्राट् के, विरोध करे के साहस कइसे कइलहीं ?"
कमांडर, घाव के चलते कमजोर होल, अपन अंतिम शक्ति बटोरते दृढ़ स्वर में बोललथिन - "तूँ हमर सम्राट् नयँ, तूँ चोर आउ नकली सम्राट् हँ, सुन ले !" पुगाचोव के गोस्सा से भौं तन गेलइ आउ उज्जर रूमाल लहरइलकइ। कुछ कज़ाक वृद्ध कप्तान के पकड़ लेते गेलइ आउ घसीटके टिकठी भिर ले गेलइ । अपंग बश्कीर, जेकरा हमन्हीं एक दिन पहिले पूछताछ करते गेलिए हल, उपरे चढ़के टिकठी के अर्गला (क्रॉस-बार, कड़ी) पर आ पहुँचलइ । ऊ अपन हाथ में रस्सी लेले हलइ, आउ मिनट भर में हम बेचारे इवान कुज़मिच के हावा में लटकते देखलिअइ । तब इवान इग्नातिच के पुगाचोव भिर लावल गेलइ ।
"निष्ठा के शपथ ले", ओकरा पुगाचोव कहलकइ, "सम्राट् प्योत्र फ़्योदरोविच के ! [40]"
"तूँ हमन्हीं के सम्राट् नयँ", इवान इग्नातिच उत्तर देलकइ, अपन कप्तान के शब्द दोहरइते । "तूँ, चचा, चोर आउ नकली सम्राट् हकऽ !"
पुगाचोव फेर से रूमाल लहरइलकइ, आउ भला लेफ़्टेनेंट अपन वृद्ध प्राधिकारी के बगल में लटक गेलइ ।
अब हम्मर बारी हलइ । अपन उदार साथी सब के उत्तर दोहरावे लगी खुद के तैयार करते हम साहसपूर्वक पुगाचोव दने देखलिअइ । तब हमरा अनिर्वचनीय (indescribable) आश्चर्य होलइ, जब हम, केश गोलगाल कटावल आउ कज़ाक कफ़्तान पेन्हले, श्वाब्रिन के विद्रोही सब के चीफ़ लोग के साथ देखलिअइ । ऊ पुगाचोव भिर अइलइ आउ ओकरा कान में कुछ शब्द कहलकइ ।
"ओकरा फाँसी पर लटका दे !" हमरा दने बिन देखले पुगाचोव कहलकइ ।
हमर गरदन में फंदा डाल देल गेलइ । भगमान के सामने अपन सब पाप के हृदय से प्रायश्चित्त करते आउ अपन हृदय के नगीच सब लोग के रक्षा के मामले में उनका अनुरोध करते हम मने-मन प्रार्थना के पाठ करे लगलिअइ। हमरा टिकठी भिर घसीटते लावल गेलइ । "डर मत, डर मत", हत्यारा सब हमरा लगी दोहराब करऽ हलइ, शायद वास्तव में हमर हिम्मत बढ़ावे लगी चाहते । अचानक हम एक चीख सुनलिअइ - "ठहर जो, अभिशप्त लोग ! रुक जो ! ..." जल्लाद लोग रुक गेते गेलइ । देखऽ हिअइ - सावेलिच पुगाचोव के गोड़ पर गिरल हइ ।
"प्रिय पिता !" बेचारा प्रवेशक (प्राथमिक शिक्षक, under-tutor, usher) बोल रहले हल । "हमर मालिक के बुतरू के मौत से तोरा की मिलतो ? ओकरा छोड़ द; ओकरा बदले तोरा फिरौती मिल जइतो; आउ मिसाल के तौर पे आउ लोग में दहशत पैदा करे खातिर बल्कि हमरा बुढ़वा के फाँसी दे द !" पुगाचोव इशारा कइलकइ, आउ हमरा तुरतम्मे खोलके छोड़ देल गेलइ । "हमन्हीं के पिता तोरा माफ करऽ हथुन", हमरा से कहल गेलइ। ई पल हम कह नयँ सकऽ हिअइ कि हमरा मुक्ति मिल्ले से खुशी होलइ, लेकिन एहो नयँ कहबइ कि हमरा एकर अफसोस होलइ । हमर भावना बहुत धुँधला हलइ । हमरा फेर से नकली सम्राट् भिर ले जाल गेलइ आउ ओकरा सामने टेहुना के बल झुका देवल गेलइ । पुगाचोव अपन नसदार (नस उभरल) हाथ हमरा दने बढ़इलकइ। "हाथ चुम्मऽ, हाथ चुम्मऽ !" हमर आसपास के लोग बोलते गेलइ । लेकिन हमरा अइसन नीच अपमान के अपेक्षा अत्यंत क्रूर दंड बेहतर होते हल । "बबुआ प्योत्र अन्द्रेइच !" हमर पीछू खड़ी सावेलिच हमरा आगू धकिअइते फुसफुसइलइ । "जिद मत करऽ ! तोर की जइतो ? थूक द आउ चूम ल ई बदमा... (छिः !) ओकर हाथ चूम ल ।"
हम टस से मस नयँ होलिअइ । पुगाचोव अपन हाथ निच्चे कर लेलकइ, मुसकान के साथ ई कहते - "लगऽ हइ, खुशी के मारे तत्र उच्चकुलीन (His High Born) के  दिमाग ठिकाने नयँ रहलइ । उनका उठा देल जाय !" हमरा उठा देल गेलइ आउ मुक्त कर देल गेलइ । हम जारी रहल ई भयंकर तमाशा देखे लगलिअइ ।
किलावासी लोग निष्ठा के शपथ लेवे लगते गेलइ । ओकन्हीं एक के बाद एक अइते गेलइ, क्रूस-मूर्ति (crucifix) के चुमलकइ आउ फेर नकली सम्राट् के अभिवादन कइलकइ । दुर्गरक्षक सेना (गैरिसन) के सैनिक हुएँ खड़ी रहलइ । कंपनी के दर्जी अपन भोथर कैंची से ओकन्हीं के चोटी काटब करऽ हलइ [41]। ओकन्हीं, काटल बाल के सिर से झाड़के, पुगाचोव के हाथ भिर जा हलइ, जे ओकन्हीं के क्षमा के घोषणा करऽ हलइ आउ अपन गिरोह में स्वीकार कर ले हलइ ।  ई सब कुछ लगभग तीन घंटा जारी रहलइ । आखिर पुगाचोव अराम कुरसी पर से उठ गेलइ आउ अपन चीफ़ लोग के साथ ड्योढ़ी पर से निच्चे उतरलइ । ओकरा लगी एगो बेशकीमती साज से सज्जल उज्जर घोड़ा लावल गेलइ । दू कज़ाक ओकरा हाथ के सहारा देके जीन पर बैठइते गेलइ । ऊ फ़ादर गेरासिम के कहलकइ कि दुपहर के भोजन उनके हीं करतइ । तखनिएँ एगो औरत के चीख सुनाय देलकइ। कुछ डाकू वसिलीसा इगोरोव्ना के घसीटके ड्योढ़ी पर लइलकइ, जिनकर बाल छितराल हलइ आउ तन पर कपड़ा बिलकुल नयँ हलइ । ओकन्हीं में से एगो तो उनकर रूई के जैकेट भी पेन्ह ले चुकले हल । दोसर लोग पंख के पलंग, संदूक, चाय के सेट, कपड़ा आउ पूरा कूड़ा-कबाड़ उठाके लेले आब करऽ हलइ ।
"हमर प्यारे!" बेचारी बूढ़ी चिल्लइलथिन । "हमरा शांति से मरे द । प्यारे लोग, हमरा इवान कुज़मिच भिर ले चलऽ।"
अचानक उनकर नजर टिकठी दने गेलइ आउ ऊ अपन पति के पछान लेलथिन ।
"दुष्ट लोग !" ऊ क्रोधावेश में चिल्ला उठलथिन । "तोहन्हीं उनका साथ ई की कर देलहीं ? हमर जिनगी के रोशनी, इवान कुज़मिच, प्यारे बहादुर सैनिक ! न तो तोहरा प्रुशियन संगीन (bayonets ) स्पर्श कइलको, न तुर्की गोली; न तो अपन जिनगी कोय सच्चा युद्ध में तूँ न्योछावर कइलऽ, बल्कि एगो भगोड़ा अभियुक्त द्वारा बरबाद कइल गेलऽ !"  
"शांत कर ई बुढ़िया चुड़ैल के !" पुगाचोव कहलकइ ।
हियाँ परी एगो जवान कज़ाक उनकर मथवा पर तलवार से प्रहार कइलकइ, आउ ऊ ड्योढ़ी के सोपान पर मृत गिर पड़लथिन । पुगाचोव चल गेलइ; लोग ओकर पीछू -पीछू दौड़ पड़लइ ।

 सूची               पिछला             अगला

No comments: