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Sunday, September 12, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 3; अध्याय 1

                                 अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 3

अध्याय 1

गोधूलि वेला कब के आ चुकले हल, शाम होवे लगलइ, आउ तभिए हम भयानक स्वप्न से जगलिअइ आउ असली दुनियाँ के आद अइलइ।

"नेली", हम कहलिअइ, "तूँ तो अभी बेमार हँ, बेचैन हँ, आउ हमरा तोरा अकेल्ले, व्याकुल आउ आँसू में छोड़े पड़तउ। हमर मित्र! हमरा माफ कर आउ जान ले, कि हियाँ परी एगो आउ प्रिय आउ बिन क्षमा कइल जीव हइ, अभागल, अपमानित आउ परित्यक्त। ऊ लड़की हमर इंतजार कर रहले ह। आउ तोर कहानी के बाद हम खुद एतना आकर्षित हो रहलिए ह, कि हम, लगऽ हइ, सहन नञ् कर पइबइ, अगर ओकरा अभी नञ् देखबइ, अभिए ..."

मालुम नञ्, कि नेली के ऊ सब कुछ समझ में अइलइ, जे ओकरा हम कहलिअइ। हम व्याकुल हलिअइ ओकर कहानी से आउ हाल के बेमारी से; लेकिन हम नताशा के हियाँ जल्दी-जल्दी गेलिअइ। देर हो चुकले हल, आठ से उपरे बज गेले हल, जब हम ओकरा हीं पहुँचलिअइ।

जब हम रोडे पर हलिअइ, त नताशा जे घर में रहऽ हलइ, ओकर गेट पर हम एगो कल्यास्का (घोड़ागाड़ी) नोटिस कइलिअइ, आउ हमरा लगलइ, कि ई कल्यास्का प्रिंस के हइ। नताशा के घर के प्रवेश अहाता से हलइ। जइसीं हम ज़ीना पर चढ़े लगलिअइ, हम अपन सामने एक सोपान-पंक्ति (flight) उपरे सुनलिअइ, एगो अदमी के टटोलके, सावधानीपूर्वक चढ़ते, जे स्पष्टतः ई जगह से अपरिचित हलइ। हमरा लगलइ, कि ई प्रिंस हो सकऽ हइ; लेकिन जल्दीए हमरा शंका होवे लगलइ। अजनबी, उपरे चढ़ते बखत, बड़बड़ा रहले हल आउ [*301] सीढ़ी के कोस रहले हल आउ जइसे-जइसे उपरे चढ़ते गेलइ, ओइसे-ओइसे लगातार आउ जादे जोर से आउ स्फूर्ति से। निस्सन्देह, ज़ीना सकेत, गंदा, ढालू हलइ आउ कभियो नञ् प्रकाशित रहऽ हलइ; लेकिन अइसन गाली-गलौज के, जइसन तेसरा मंजिला पर चालू होलइ, हम प्रिंस के श्रेय नञ् दे सकऽ हलिअइ - उपरे चढ़ रहल महाशय कोचवान नियन गरिया रहले हल। लेकिन तेसरा मंजिला से रोशनी चालू हो गेले हल; नताशा के दरवाजा भिर एगो छोटगर बत्ती जल रहले हल। ठीक दरवाजा बिजुन हम अजनबी तक पहुँच गेलिअइ, आउ हमरा केतना अचंभा होलइ, जब हम प्रिंस के पछान लेलिअइ। लगऽ हइ, ओकरा अत्यंत अप्रिय लगलइ हमरा साथ एतना अप्रत्याशित रूप से भेंट हो जाना। पहिला पल तो ऊ हमरा नञ् पछमलकइ; लेकिन अचानक ओकर पूरा चेहरा बदल गेलइ। पहिला, ओकर हमरा पर क्रोध आउ घृणा के नजर अचानक मित्रतापूर्ण आउ प्रसन्न मुद्रा अपनाऽ लेलकइ, आउ ऊ एक प्रकार के असाधारण प्रसन्नता से हमरा तरफ दुन्नु हाथ बढ़इलकइ।

"ओह, ई अपने हथिन! आउ अभी हम टेहुना के बल बैठके भगमान से प्रार्थना करे जा रहलिए हल, हमर जिनगी के बचावे खातिर। सुनलथिन, कि हम कइसे कोस रहलिए हल?"

आउ ऊ अत्यंत सरलहृदय रूप से ठहाका मालकइ। लेकिन अचानक ओकर चेहरा एगो गंभीर आउ चिंतित मुद्रा अपनाऽ लेलकइ।

"आउ अल्योशा नताल्या निकोलायेव्ना के अइसन फ्लैट में कइसे रख सकलइ!" ऊ बोललइ, अपन सिर हिलइते। "अइकी एहे सब तथाकथित क्षुद्र बात  तो अदमी के पहचान देलावऽ हइ। हमरा ओकरा लगी डर लगऽ हइ। ऊ दयालु हइ, ओकर हृदय उदार हइ, लेकिन अइकी अपने लगी उदाहरण हइ - ऊ पागल नियन प्रेम करऽ हइ, आउ ऊ लड़की के, जेकरा प्यार करऽ हइ, अइसन गरीबखाना में रक्खऽ हइ। हम एहो सुनलिअइ, कि कभी (खाय लगी) रोटी तक नञ् हलइ", ऊ फुसफुसाहट में आगू बोललइ, कॉल-बेल के हैंडिल खोजते। "हमर सिर में दरद होवऽ हके, जब हम ओकर भविष्य के बारे सोचऽ ही, आउ मुख्य बात, आन्ना  निकोलायेव्ना के बारे, जब ऊ ओकर पत्नी हो जइथिन ..."

नाम के उल्लेख करे में ऊ गलती कर गेलइ आउ कॉल-बेल नञ् पइला पर स्पष्ट झुँझलाहट में एकरा तरफ ध्यान नञ् देलकइ। लेकिन कॉल-बेल तो नञ् हलइ। हम ताला के हैंडिल के झटका देके हिलइलिअइ, आउ मावरा तुरते हमन्हीं लगी दरवाजा खोललकइ, हड़बड़ी में हमन्हीं के स्वागत करते। रसोईघर में, जे सामने के लकड़ी के छोटगर टट्टी से विभाजित कइल हलइ, खुल्लल दरवाजा से कुछ तैयारी देखाय दे रहले हल - सब कुछ कइसूँ पहिले नियन नञ् हलइ, पोंछल आउ साफ-सुथरा कइल; स्टोव में आग जल रहले हल; टेबुल पर कोय तो नयका बरतन रक्खल हलइ। स्पष्ट हलइ, कि हमन्हीं के इंतजार कइल जा रहले हल। मावरा हमन्हीं के कोट उतारे लगी तेजी से अइलइ।

"अल्योशा हिएँ हथिन?" हम ओकरा पुछलिअइ।

"ऊ नञ् आवऽ हलथिन", ऊ हमरा कइसूँ गुप्त रूप से फुसफुसइलइ।

हमन्हीं नताशा भिर गेते गेलिअइ। ओकर कमरा में कोय विशेष तैयारी नञ् हलइ; सब कुछ पहिलहीं नियन हलइ। लेकिन, ओकरा हीं सब कुछ एतना साफ आउ मनोहर हलइ, कि कुच्छो सजावे के जरूरत नञ् हलइ। नताशा हमन्हीं के स्वागत कइलकइ, दरवाजा के सामने खड़ी होल। हम ओकर मरियल दुबलापन आउ चेहरा पर के अत्यंत पीलापन देखके अचंभित हो गेलिअइ, हलाँकि ओकर निर्जीव गाल पर एक पल खातिर लाली कौंध गेलइ। ओकर आँख ज्वरपीड़ित हलइ। ऊ चुपचाप आउ शीघ्रतापूर्वक प्रिंस के तरफ अपन हाथ बढ़इलकइ, गोचर रूप से भ्रमित आउ खुद के भुलइले नियन। हमरा तरफ ऊ देखवो नञ् कइलकइ। हम चुपचाप खड़ी-खड़ी इंतजार कइलिअइ।

"अइकी हमहूँ हिअइ!" मित्रतापूर्वक आउ खुशी-खुशी प्रिंस बोललइ, "हमरा वापिस अइला कुच्छे घंटा होले ह। ई पूरे समय तक अपने हमर दिमाग से [*302] बाहर नञ् होलथिन" (ऊ स्नेहपूर्वक ओकर हाथ चुमलकइ), "आउ हम केतना, केतना तुरी अपने के बारे अपन विचार बदललिअइ! केतना हम सोच रखलिए ह अपने के कहे लगी, बतावे लगी ... खैर, मन भर बातचीत कइल जाय! पहिला, हमर घनचक्कर, जेकरा, हम देखऽ हिअइ, अभियो तक हियाँ नञ् हइ ..."

"क्षमा करथिन, प्रिंस", नताशा ओकरा टोकलकइ, लाल आउ भ्रमित होल, "हमरा दू शब्द इवान पित्रोविच से बोले के हइ। वान्या, चलल जाय ... दू शब्द ..."

ऊ हमर हाथ पकड़ लेलकइ आउ हमरा परदा के पीछू ले गेलइ।

"वान्या", ऊ हमरा फुसफुसइते बोललइ, हमरा बिलकुल अन्हार कोना में ले जाके, "तूँ हमरा माफ करबऽ कि नञ्?"

"नताशा, बहुत हो गेलउ, तूँ की बोल रहलहीं हँ?"

"नञ्, नञ्, वान्या, तूँ बहुत अकसर आउ बहुत जादहीं माफ कइलऽ ह, लेकिन आखिर हरेक बरदास के कोय हद होवऽ हइ। तूँ हमरा कभी नञ् प्यार करना बंद करभो, हम जानऽ हियो, लेकिन तूँ हमरा अकृतज्ञ कहभो, आउ हम कल्हे आउ परसुन तोरा सामने अकृतज्ञ, स्वार्थी, निर्दय हलियो ..."

ऊ अचानक आँसू बहावे लगलइ आउ अपन चेहरा के हमर कन्हा पर दबइलकइ।

"बहुत हो गेलउ, नताशा", हम ओकर विश्वास तोड़े में शीघ्रता कइलिअइ। "हम पूरे रात बेमार हलिअउ - हियाँ तक कि अभियो मोसकिल से गोड़ पर खड़ी हो पावऽ हिअउ, ओहे से हम कल्हे साँझ के नञ् आ पइलिअउ, आउ न आझ, लेकिन तूँ सोचऽ हीं, कि हम गोसाल हलिअउ ... हमर प्रिय मित्र, की हम वास्तव में नञ् जानऽ हिअइ, कि अभी तोर दिल में की चल रहलो ह?"

"अच्छऽ त ठीक हको ... मतलब, तूँ माफ कर देलऽ, हमेशे नियन", ऊ कहलकइ, आँसू के साथ मुसकइते आउ दरद के हद तक हमर हाथ दबइते। "बाकी सब बाद में। बहुत कुछ हमरा तोरा कहे के हको, वान्या। लेकिन अभी उनका भिर ..."

"जल्दी कर, नताशा; हमन्हीं ओकरा अचानक छोड़ देते गेलिए ह ..."

"अइकी देखभो, देखभो, कि की होवऽ हइ", ऊ जल्दी से हमरा फुसफुसइते बोललइ। "अब हमरा सब कुछ मालुम हइ, सब कुछ अन्दाज लगा लेलिअइ। सब कुछ में दोषी हइ ऊ। ई शाम बहुत कुछ निर्णय करतइ। चलल जाय!"

हमरा समझ में नञ् अइलइ, लेकिन पुच्छे के समय नञ् हलइ। नताशा निकसके प्रसन्न मुद्रा में प्रिंस दने गेलइ। ऊ अभियो तक हैट हाथ में लेले खड़ी हलइ। ऊ प्रसन्नचित्त से ओकरा सामने माफी मँगलकइ, ओकर हैट लेलकइ, खुद ओकरा लगी कुरसी घिंचलकइ, आउ हमन्हीं तीनों ओकर टेबुल के घेरके बैठ गेते गेलिअइ।

"हम अपन घनचक्कर के बारे शुरू कइलिए हल", प्रिंस बात जारी रखलकइ,"हम ओकरा काली एक मिनट लगी देखलिअइ आउ ओहो रोड पर, जब ऊ काउंटेस ज़िनाइदा फ़्योदोरोव्ना के हियाँ जाय लगी गाड़ी में बैठ रहले हल। ऊ भयंकर रूप से जल्दीबाजी में हलइ आउ, कल्पना करथिन, ऊ रुकहूँ लगी नञ् चाह रहले हल, कि चार दिन के वियोग के बाद हमरा साथ कमरा में अन्दर आ सकइ। आउ, लगऽ हइ, एकरा लगी हमहीं दोषी हिअइ, नताल्या निकोलायेव्ना, कि ऊ अभी अपने पास नञ् हइ आउ कि हमन्हीं ओकरा से पहिले आ गेलिअइ; हम ई परिस्थिति के लाभ उठइलिअइ, आउ चूँकि खुद हम आझ काउंटेस के पास नञ् हो सकऽ हलिअइ, त हम ओकरा एगो संदेश देलिअइ। लेकिन अब ऊ एक्के मिनट में हाजिर हो जइतइ।"

"ऊ शायद अपने के आझ आवे के वचन देलथिन होत?" प्रिंस के तरफ देखते नताशा अत्यंत सहज मुद्रा में पुछलकइ।

"आह, हे भगमान, मानु ऊ नञ् भी अइते हल; ई अपने कइसन सवाल करऽ हथिन!" ऊ अचरज में बोललइ, ओकरा तरफ निहारते। "लेकिन, हम समझऽ हिअइ - अपने ओकरा से नराज हथिन। वास्तव में, ओकरा तरफ से सबसे देर आना मूर्खता प्रतीत होवऽ हइ। लेकिन, हम दोहरावऽ हिअइ, एकरा में हम दोषी हिअइ। ओकरा पर गोस्सा नञ् करथिन। ऊ लापरवाह, चंचल हइ; [*303] हम ओकर पक्ष नञ् ले हिअइ, लेकिन कुछ विशेष परिस्थिति के माँग हइ, कि ओकरा नञ् खाली अभी काउंटेस के घर नञ् छोड़े के चाही आउ कुछ दोसरा संबंध के भी, बल्कि, एकर विपरीत, यथासंभव जादे से जादे अकसर हुआँ उपस्थित होवइ। आउ चूँकि ऊ, शायद, अपने के हियाँ से अब बाहर नञ् जा हइ आउ दुनियाँ के सब कुछ भुला देलके ह, त, मेहरबानी करके, ओकरा पर नराज नञ् होथिन, अगर हम कभी-कभी ओकरा एक-दू घंटा लगी, एकरा से जादे नञ्, अपन काम खातिर ले जा हिअइ। हमरा पक्का विश्वास हइ, कि ऊ आउ एक्को तुरी राजकुमारी के॰ के पास ऊ शाम से नञ् गेले ह, आउ हमरा एतना चिढ़ होवऽ हइ, कि हमरा हाल में ओकरा से पूछताछ करे के समय नञ् मिल पइलइ! ..."

हम नताशा दने तकलिअइ। ऊ प्रिंस तरफ जरी अर्द्ध-व्यंग्य मुस्कान से सुन्नब करऽ हलइ। लेकिन ऊ एतना साफ-साफ बोलब करऽ हलइ, एतना सहज रूप से। लगऽ हलइ, ओकरा पर शंका करे के कइसनो संभावना नञ् हलइ।

"आउ की अपने सच में नञ् जानऽ हलथिन, कि ऊ हमरा हीं एतना दिन तक एक्को तुरी भेंट नञ् देलका ह?" शांत आउ नम्र स्वर में नताशा पुछलकइ, मानु ऊ अत्यंत सामान्य घटना के बारे बात कर रहले हल।

"की! एक्को तुरी नञ् भेंट देलकइ? माफ करथिन, अपने की बोल रहलथिन हँ!" प्रिंस बोललइ, प्रतीयमानतः अत्यंत आश्चर्य में।

"अपने हमरा हीं मंगलवार के अइलथिन हल, देर शाम में; दोसरा दिन सुबह ऊ आधा घंटा लगी हमरा हीं भेंट देलका, आउ तब से उनका हम एक्को तुरी नञ् देखलिअइ।"

"लेकिन ई बात पर तो हमरा विश्वास नञ् होवऽ हइ! (ओकरा अधिकाधिक आश्चर्य हो रहले हल।) हम तो सोच रहलिए हल, कि ऊ अपने के हियाँ से बाहर नञ् जा हइ। माफ करथिन, ई एतना विचित्र बात हइ ... बस विश्वास नञ् बैठऽ हइ।"

"लेकिन, तइयो, ई सच हइ, आउ केतना अफसोस के बात हइ - हम सोद्देश्य अपने के प्रतीक्षा कर रहलिए हल, अपनहीं से जाने के सोच रहलिए हल, कि ऊ काहाँ मिलथिन।"

"आह, हे भगमान! लेकिन आखिर ऊ अभी हियाँ होतइ! लेकिन ऊ बात, जे हमरा अपने कहलथिन, हम एतना हद तक अचंभित होलिअइ, कि हम ... स्वीकार करऽ हिअइ, हम ओकरा से सब कुछ के आशा कइलिए हलिअइ, लेकिन ई ... ई ...!"

"अपने केतना अचंभित हथिन! आउ हम तो सोच रहलिए हल, कि अपने नञ् खाली अचंभित नञ् होथिन, बल्कि पहिलहीं से अपने जानऽ हलथिन, कि अइसीं होतइ।"

"जानऽ हलिअइ! हम्मे? लेकिन हम अपने के विश्वास देलावऽ हिअइ, नताल्या निकोलायेव्ना, कि ओकरा आझ खाली हम एक मिनट लगी देख पइलिअइ आउ हम केकरो ओकरा बारे नञ् पुछलिअइ; आउ हमरा विचित्र लगऽ हइ, कि अपने मानु हमरा पर विश्वास नञ् करऽ हथिन", ऊ बात जारी रखलकइ, हमन्हीं दुन्नु तरफ नजर डालते।

"खुदा न करे", नताशा बोललइ, "हमरा पूरा विश्वास हइ, कि अपने सच कहलथिन।"

आउ ऊ फेर से हँस पड़लइ, प्रिंस के आँख के सामने, एतना, कि ऊ मानु काँप गेलइ।

"साफ-साफ समझाथिन", ऊ भ्रमित होल कहलकइ।

"लेकिन एकरा में समझावे लायक कुछ नञ् हइ। हम बहुत सीधा बात कर रहलिए ह। अपने आकिर जानऽ हथिन, कि ऊ कइसन चंचल आउ भुलक्कड़ हथिन। आउ अइकी, जब उनका अब पूरा छूट दे देल गेले ह, त ऊ बहक गेलथिन हँ।"

"लेकिन अइसे बहक जाना असंभव हइ, एकरा में कुछ तो बात हइ, आउ जइसीं ऊ अइतइ, ओकरा हम ई सब मामला के स्पष्ट करे लगी बाध्य करबइ। लेकिन हमरा सबसे जादे ई बात अचंभित करऽ हइ, कि अपने मानु हमरा कइसूँ दोषी ठहरावऽ हथिन, जब हम हियाँ हइयो नञ् हलिअइ। लेकिन तइयो, नताल्या निकोलायेव्ना, हम देखऽ हिअइ, कि अपने ओकरा पर गोसाल हथिन - आउ ई बात समझल जा सकऽ हइ! अपने के ई मामले में पूरा हक हइ, आउ ... आउ ... जाहिर हइ, हम पहिला दोषी हिअइ, बल्कि ई कारण से कि हम पहिला हाजिर होलिअइ; सच हइ न?" [*304] ऊ बात जारी रखलकइ, हमरा दने चिढ़ल व्यंग्यपूर्ण मुसकान के साथ मुड़ते।

नताशा लाल हो गेलइ।

"माफ करथिन, नताल्या निकोलायेव्ना", ऊ शान से बात जारी रखलकइ, "हम सहमत हिअइ, कि हम दोषी हिअइ, लेकिन खाली ई बात में, कि हमन्हीं के परिचय के बाद दोसरे दिन हम चल गेलिए हल, ओहे से अपने, कोय सन्दिग्धता के के आधार पर, जे हम अपने के स्वभाव में हम नोटिस करऽ हिअइ, हमरा बारे अपन विचार बदल लेलथिन, खास करके ई बात से कि परिस्थिति एकर स्थान देलकइ। अगर हम नञ् जइतिए हल - त अपने हमरा बेहतर जानथिन हल, आउ अल्योशा भी हमर निगरानी में लापरवाही नञ् करते हल। आझे अपने सुनथिन, कि हम ओकरा की कहऽ हिअइ।"

"मतलब, अपने अइसन करथिन, कि ऊ हमरा भार नियन अनुभव करे लगतइ। असंभव हइ, कि अपने के बुद्धिमानी के रहते, अपने वास्तव में सोचलथिन, कि अइसन उपाय हमरा मदत करतइ।"

"त की अपने संकेत देवे लगी चाहऽ हथिन, कि हम जानबूझके ओकरा अनुभव करवावे लगी चाहऽ हिअइ कि अपने ओकरा लगी भार हथिन? अपने हमरा अपमानित करऽ हथिन, नताल्या निकोलायेव्ना।"

"हम यथासंभव कम से कम संकेत के प्रयोग करे के प्रयास करऽ हिअइ, चाहे हम केकरो साथ बात कर रहलिए होत", नताशा उत्तर देलकइ, "एकर विपरीत, हमेशे यथासंभव सीधे-सीधे बोले के प्रयास करऽ हिअइ, आउ अपने, शायद, आझे ई बात के बारे आश्वस्त हो जइथिन। हम अपने के अपमानित करे लगी नञ् चाहऽ हिअइ, आउ अइसन करे के कोय कारण नञ् हइ, खाली ई चलते, कि अपने हमर शब्द से अपमानित नञ् होथिन, चाहे हम कुच्छो बोलिअइ। ई मामले में हम बिलकुल आश्वस्त हिअइ, काहेकि हमन्हीं के पारस्परिक संबंध के बिलकुल समझऽ हिअइ - आखिर, ई सब बात के गंभीरता से नञ् लेथिन, सच हइ न? लेकिन हम अगर वास्तव में अपने के अपमानित कइलिए ह, त हम माफी माँगे लगी तैयार हिअइ, ताकि अपने के सामने हम सब कर्तव्य के पूरा करिअइ ... आतिथ्य के।"

हलका आउ व्यंग्यात्मक स्वर के बावजूद भी, जेकरा से नताशा ई शब्दाडंबर कइलकइ, होंठ पर मुस्कान के साथ, हम कभियो नताशा के एतना हद तक चिढ़ल नञ् देखलिअइ। अभिए हम समझ पइलिअइ, कि ई तीन दिन तक ओकर दिल में कइसन टीस रहले होत। ओकर रहस्यमय शब्द, कि ऊ पहिलहीं से जानऽ हइ आउ सब कुछ के बारे अन्दाज लगा लेलके ह, हमरा भयभीत कर देलकइ; ई सीधे प्रिंस से संबंधित हलइ। ऊ ओकरा बारे अपन राय बदल लेलके ह आउ ओकरा अपन दुश्मन के रूप में देखऽ हइ - ई स्पष्ट हलइ। ऊ, प्रतीयमानतः, अल्योशा के साथ अपन विफलता ओकर प्रभाव के कारण समझऽ हलइ आउ, शायद, एकर मामले में ओकरा पास कुछ आँकड़ा (आधार) हलइ।  हमरा ओकन्हीं बीच आकस्मिक दृश्य के भय हलइ। ओकर व्यंग्यात्मक स्वर बहुत स्पष्ट हलइ, बहुत गुप्त नञ्। प्रिंस के कहल अंतिम शब्द, कि ऊ ओकन्हीं के संबंध के गंभीरतापूर्वक नञ् देख सकऽ हइ, आतिथ्य के कर्तव्य के आधार पर माफी के शब्द, नताशा के वचन, जे धमकी नियन लगऽ हलइ, प्रिंस के सामने एहे शाम के ई साबित करना, कि नताशा सीधे-सीधे बोल सकऽ हइ - ई सब कुछ एतना हद तक कटु आउ प्रकट हलइ, कि ई बात के कोय संभावना नञ् हलइ, कि प्रिंस के ई बात नञ् समझ में आवऽ हलइ। हम देखलिअइ, कि ओकर चेहरा के मुद्रा बदल गेलइ, लेकिन ऊ खुद के नियंत्रित कर लेलकइ। ऊ तुरते अइसन देखावा कइलकइ, कि ओकर ई सब शब्द पर ध्यान नञ् गेलइ, ओकरा असली मतलब समझ में नञ् अइलइ, आउ, जाहिर हइ, मजाक में लेलकइ।

"भगमान अइसन नञ् करे कि हम माफी के माँग करिअइ!" ऊ हँसते बोललइ। "हम तो ई बिलकुल नञ् चाहऽ हलिअइ, आउ औरत से माफी के माँग करना हमर सिद्धान्त के विपरीत हइ। हमन्हीं के पहिला भेंट के समय हीं [*305] हम आंशिक रूप से हम अपन स्वभाव के बारे बतइलिए हल, आउ ओहे से अपने, शायद, हमर एक टिप्पणी पर हमरा पर नञ् गोसइथिन, विशेष रूप से ई चलते कि ई सामन्यतः सब्भे औरत के बारे होतइ; अपने भी, शायद, ई टिप्पणी से सहमत होथिन", ऊ बात जारी रखलकइ, हमरा तरफ नम्रतापूर्वक संबोधित करते। "अर्थात्, हम नोटिस कइलिए ह, कि स्त्री पात्र में अइसन विशेषता होवऽ हइ, कि अगर, मसलन, स्त्री कोय मामले में दोषी हइ, त बाद में जल्दीए तैयार हो जा हइ, बाद में, अपन दोष के हजारो दुलार से एकर क्षतिपूर्ति करे लगी, बनिस्पत वर्तमान पल में, दोष में बिलकुल स्पष्ट प्रमाण के रहते, एकरा स्वीकार करे आउ क्षमा माँगे के। आउ ओहे से, अगर ई मानियो लेल जा हइ, कि हम अपने से अपमानित अनुभव करऽ हिअइ, त अभी, वर्तमान पल में, हम जानबूझके माफी के माँग करे लगी नञ् चाहऽ हिअइ; हमरा लगी जादे बेहतर होतइ बाद में, जब अपने अपन गलती स्वीकार कर लेथिन आउ हमरा सामने एकर क्षतिपूर्ति करे लगी चाहथिन ... हजारो दुलार से। आउ अपने एतना उदार हथिन, एतना विशुद्ध, ताजा, एतना खुला दिल के, कि ऊ पल, जब अपने पश्चात्ताप करथिन, त हमरा आशा हइ, कि मनोहर होतइ। आउ बेहतर, माफी के स्थान पर, अभी अपने कहथिन, की हम आझे कइसूँ साबित नञ् कर सकऽ हिअइ, कि हम अपने के साथ कहीं जादे निष्कपट आउ सीधा हिअइ, बनिस्पत कि अपने हमरा बारे सोचऽ हथिन?

नताशा लाल हो गेलइ। हमरो लगलइ, कि प्रिंस के जवाब में कुछ तो बहुत हलका, हियाँ तक कि लापरवाह लहजा सुनाय दे हइ, कइसनो ढीठ व्यंग्य।

"अपने हमरा साबित करे लगी चाहऽ हथिन, कि अपने हमरा साथ सीधा आउ सरलहृदय हथिन?" नताशा पुछलकइ, ओकरा तरफ चुनौतीपूर्ण मुद्रा में।

"हाँ।"

"अगर अइसन हइ, त हमर अनुरोध के पूरा करथिन।"

"हम अग्रिम वचन दे हिअइ।"

"अइकी ई हइ - एक्को शब्द, एक्को संकेत से हमरा बारे अल्योशा के, न तो आझ आउ न बिहान, परेशान करे के चाही। एक्को झिड़की ई बात लगी नञ्, कि ऊ हमरा भूल गेला; एक्को उपदेश नञ्। हम उनका साथ अइसे मिल्ले लगी चाहऽ हिअइ, मानु हमन्हीं दुन्नु बीच कुच्छो नञ् होले हल, कि ऊ कुच्छो नञ् नोटिस कइलका हल। हमरा ई चाही। अपने हमरा अइसन वचन दे हथिन?"

"अत्यंत प्रसन्नता के साथ", प्रिंस उत्तर देलकइ, "आउ हमरा अंतःकरण के गहराई से आउ कहे के अनुमति देथिन, कि हम विरले केकरो में एकरा से जादे विचारशील आउ स्पष्ट दृष्टिकोण अइसन मामला में देखलिए ह ... लेकिन अइकी, लगऽ हइ, अल्योशा भी (आब करऽ हइ)।"

वास्तव में, ड्योढ़ी में शोरगुल सुनाय देलकइ। नताशा चौंक गेलइ आउ मानु कोय बात के तैयारी करे लगलइ। प्रिंस गंभीर मुद्रा में बैठल हलइ, इंतजार कर रहले हल, कि कउची होतइ; ऊ एकटक नताशा के पीछा कर रहले हल। लेकिन दरवाजा खूललइ, आउ हमन्हीं तरफ तेजी से अल्योशा आ धमकलइ।

 

भूमिका               भाग 2, अध्याय 11              भाग 3, अध्याय 2

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