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Friday, September 17, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 3; अध्याय 3

                                 अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 3

[*315]

अध्याय 3

ऊ उठ गेलइ आउ खड़ी-खड़ी बोले लगलइ, अपन उत्तेजना के बिन नोटिस कइले। प्रिंस सुन्नऽ हलइ, सुन्नऽ हलइ आउ अपन सीट पर से उठियो जा हलइ। पूरा दृश्य बहुत शानदार रहलइ।

"मंगलवार के अपन खुद के शब्द के आद करथिन", नताशा शुरू कइलकइ। "अपने कहलथिन हल - हमरा पैसा के जरूरत हइ, पुराना लीक, समाज में नाम - आद हइ?"

"आद हइ।"

"अच्छऽ, अइसन लगी, कि सब पैसा प्राप्त कइल जाय, ताकि सब सफलता मिल्ले, जे अपने के हाथ से फिसल रहले हल, अपने मंगलवार के हियाँ अइलथिन आउ विवाह मेलापक के सोचलथिन, समझके, कि मजाक अपने के पकड़े मैम मदत करतइ, जे अपने के हाथ से फिसल रहले हल।"

"नताशा", हम चिल्लइलिअइ, "जरी सोच, कि तूँ की बोल रहलहीं हँ!"

"मजाक! हिसाब!" प्रिंस दोहरइलकइ, अत्यंत अपमानित शान के मुद्रा में।

अल्योशा शोकग्रसित बैठल रहलइ, लगभग कुच्छो बिन समझले।

"हाँ, हाँ, हमरा रोकथिन नञ्, हम सब कुछ बता देवे के वचन देलिए ", उत्तेजित नताशा बात जारी रखलकइ। "अपने खुद्दे आद करथिन - अल्योशा अपने के बात नञ् मानऽ हलथिन। पूरे छो महिन्ना ओकरा पर दबाव डललथिन, कि हमरा से दूर हो जाय। अपने के वश में नञ् अइलथिन। आउ अचानक अपने के अइसन पल अइलइ, जब समय अब बरदास नञ् कर पइलकइ। एकरा गुजर जाय देना, मतलब दुलहिन, पैसा, मुख्य रूप से - पैसा, दहेज के पूरे तीस लाख रूबल, अपने के अँगुरी के बीच से सरक जइते हल। तब एक्के उपाय रह गेले हल - अल्योशा लड़की के प्यार में पड़ जाय, जेकरा अपने ओकर दुलहिन के रूप में निश्चित कइलथिन हल; अपने सोचलथिन - अगर प्यार में पड़ जइतइ, , शायद, हमरा छोड़ देतइ ..."

"नताशा, नताशा!" दुखी होके अल्योशा चिल्लइलइ। "तूँ की बोल रहलहो !"

"अपने ठीक ओहे कइलथिन", बात जारी रखलकइ, अल्योशा के चीख पर बिन रुकले, "लेकिन - हियों परी फेर से ओहे, पहिलउके कहानी! सब कुछ ठीक होते हल, लेकिन हम फेर से बाधक हिअइ! खाली एक्के बात अपने के आशा दे सकऽ हलइ - अपने, एगो अनुभवी आउ धूर्त व्यक्ति के हैसियत से, शायद, तखनियों नोटिस कइलथिन होत, कि अल्योशा के कभी-कभी मानु अपन पहिलउका लगाव से कष्ट हो रहले हल। अपने नञ् नोटिस नञ् कर पइलथिन होत, कि हमर उपेक्षा करे लगला , बोर होवे लगला , पाँच दिन से हमरा हीं नञ् आवऽ हका। शायद बिलकुल बोर हो जइता आउ हमरा छोड़ देता, कि अचानक, मंगलवार के, अल्योशा के निर्णयात्मक व्यवहार अपने के बिलकुल स्तब्ध कर देलकइ। अपने की करथिन हल! ..."

"माफ करथिन", प्रिंस चिल्लइलइ, "एकर विपरीत, तथ्य ..."

"हम बतावऽ हिअइ", दृढ़तापूर्वक नताशा टोकलकइ, "अपने शाम खुद से पुछलथिन - 'अब की कइल जाय?' - आउ फैसला कइलथिन - ओकरा हमरा से विवाह करे देल जाय, वास्तव में नञ्, बल्कि खाली अइसे, शब्द में, ताकि ओकरा बस शांत कर देल जाय। विवाह के तिथि, अपने सोचलथिन, जेतना मन करे ओतना स्थगित कर देल जा सकऽ हइ; आउ दौरान नयका प्यार चालू हो गेलइ; अपने नोटिस कइलथिन। आउ अइकी प्यार के नयका शुरुआत में अपने सब आशा के स्थापित कर लेलथिन।

"उपन्यास, उपन्यास", प्रिंस धीमे स्वर में बोललइ, मानु खुद से, "एकांत, दिवास्वप्न आउ उपन्यास वाचन!"

[*316] "हाँ, एहे नयका प्रेम पर अपने सब कुछ आधारित कइलथिन", नताशा दोहरइलकइ, प्रिंस के शब्द के बिन सुनते आउ ओकरा पर बिन कोय ध्यान देले, पूरा ज्वरीय गरमी में आउ अधिकाधिक उत्तेजित होल, "आउ ई नयका प्रेम में कइसन संभावना हइ! आखिर ई तभिए चालू होले हल, जब ई लड़की के सब उत्तम गुण के बारे ऊ जानवो नञ् करऽ हलथिन! ठीक ओहे पल, जब ऊ, ऊ शाम के, ई लड़की के जाहिर कर दे हथिन, कि ओकरा प्यार नञ् कर सकऽ हथिन, काहेकि कर्तव्य आउ दोसर प्यार उनका प्रतिबंधित करऽ हइ - त ई लड़की अचानक उनका सामने एतना उदारता, उनका आउ अपन प्रतिद्वन्द्वी के प्रति एतना सहानुभूति, एतना हार्दिक क्षमा दर्शावऽ हइ, कि ऊ हलाँकि ओकर सौन्दर्य में विश्वास करऽ हलथिन, लेकिन ई पल तक सोचवो नञ् करऽ हलथिन, कि ई लड़की एतना सुन्दर हइ! आउ ऊ जब हमरा पास अइला, त ऊ खाली ओकरे बारे बोलला; ऊ लड़की उनका बहुत प्रभावित कइलके हल। हाँ, अगलहीं दिन उनका ई सुन्दर जीव के फेर से देखे के दुर्दम्य भावना के अनुभव करना जरूरी हलइ, बल्कि केवल कृतज्ञता के खातिर। आउ ओकरा पास काहे नञ् जाल जाय? आखिर ऊ, पहिलउकी लड़की, अब तो तकलीफ नञ् झेलऽ हइ, ओकर भाग्य के फैसला हो चुकले ह, आखिर उनकर पूरा जिनगी ओकरा देल जइतइ, लेकिन हियाँ तो खाली एक मिनट ... आउ नताशा कइसन अकृतज्ञ होतइ, अगर ऊ ई एक मिनट खातिर ईर्ष्या करतइ? आउ अइकी अगोचर रूप से ई नताशा से, एक मिनट के बदले, एक दिन, दोसरा दिन, तेसरा दिन छीन लेल जा हइ। लेकिन ई तीन दिन के दौरान, लड़की उनका सामने बिलकुल अप्रत्याशित, नयका रूप में खुद के दर्शावऽ हइ; ऊ एतना उदार, उत्साही आउ साथे-साथ एतना फूहड़ बुतरू हइ, आउ एकरा में उनका साथ चरित्र में केतना समान हइ। ओकन्हीं मित्रता, भाईचारा में एक दोसरा के वचन दे हइ, जिनगी भर अलग नञ् होवे लगी चाहऽ हइ। «कइसनो पाँच-छो घंटा के बातचीत में » उनकर पूरा आत्मा नयका संवेदना खातिर खुल जा हइ, आउ उनकर हृदय सब कुछ आत्मसमर्पित कर दे हइ ... आखिरकार अइसन समय अइतइ, अपने सोचथिन, कि ऊ अपन पहिलउका प्रेम के अपन नयका, ताजा संवेदना से तुलना करथिन - हुआँ सब कुछ परिचित हइ, हमेशे नियन; हुआँ एतना गंभीर, आग्रही हइ; हुआँ उनका से द्वेष कइल जा हइ, उनका धिक्कारल जा हइ; हुआँ आँसू हइ ... आउ अगर उनका साथ ओकन्हीं शरारत करे लगऽ हइ, खेले लगऽ हइ, त मानु अपन बराबर के साथ नञ्, बल्कि एगो बुतरू के साथ ... आउ मुख्य बात - सब कुछ पहिलउके हइ, जानल-पछानल ..."

आँसू आउ कटु ऐंठन (spasms) ओकर दम घोंट रहले हल, लेकिन नताशा आउ एक मिनट तक खुद के नियंत्रित रखलकइ।

"त आगू की? आउ आगू समय; आखिर अभिए तो नताशा के साथ विवाह निश्चित नञ् कइल हइ; बहुत समय हइ, सब कुछ बदल जइतइ ... लेकिन तब अपने के शब्द, संकेत, तर्क, वक्तृत्व ... ई खेदजनक नताशा पर तोहमत भी लगावल जा सकऽ हइ; ओकरा अइसन अननुकूल स्थिति में डालल जा सकऽ हइ आउ ... ई सब के हल कइसे निकसतइ - अज्ञात हइ, लेकिन विजय अपने के हइ! अल्योशा! हमरा दोष नञ् द, मित्र हमर! ई मत बोलऽ, कि हम तोहर प्यार के नञ् समझऽ हियो आउ एकरा कम महत्त्व दे हियो। हम आखिर जानऽ हियो, कि तूँ अभियो हमरा प्यार करऽ ह आउ कि ई पल, शायद, हमर शिकायत के नञ् समझऽ ह। हम जानऽ हियो, कि हम बहुत-बहुत गलत कइलियो, कि अभी ई सब कुछ कह देलियो। लेकिन हम की करियो, अगर हम ई सब कुछ समझऽ हियो आउ हमेशे जादे से जादे तोहरा प्यार करऽ हियो ... बिलकुल ... पागलपन के हद तक!"

ऊ अपन चेहरा हाथ से ढँक लेलकइ, अपन कुरसी पर गिर गेलइ आउ बुतरू नियन कन्ने लगलइ। अल्योशा चीखते ओकरा तरफ दौड़ते अइलइ। ऊ कभियो ओकर आँसू के बिन अपन आँख में आँसू के नञ् देख सकऽ हलइ।

[*317] ओकर रोदन, लगऽ हइ, प्रिंस के बहुत मदत कइलकइ - लमगर व्याख्या के दौरान नताशा के सब उत्साह, ओकर विरुद्ध सब शरारत के कटु वचन, जे खाली शिष्टाचार के चलते, ओकरा अपमान महसूस करावे के चाही हल, लेकिन अब सब, स्पष्टतः, घटाके ईर्ष्या के पागल आवेश, तिरस्कृत प्रेम, हियाँ तक कि रोग तक लावल जा सकऽ हलइ। सहानुभूति प्रकट करना भी उचित हलइ।

"शांत हो जा, शांत हो जा, नताल्या निकोलायेव्ना", प्रिंस सांत्वना देलकइ, " सब कुछ क्रोधावेश हको, स्वप्न, एकाकीपन ... अपने ओकर लापरवाह व्यवहार से एतना नताज हलथिन ... लेकिन आखिर ई ओकरा तरफ से खाली एगो लापरवाही हइ। सबसे मुख्य तथ्य, जेकरा बारे अपने खास करके उल्लेख कइलथिन, मंगलवार के घटना, जल्दीए अपने के प्रति आसक्ति (अनुराग) के अपरिमतता अपने के सामने साबित कर देवे के चाही, लेकिन अपने, एकर विपरीत, सोचऽ हलथिन ..."

"ओह, हमरा नञ् कहथिन, कम से कम अब तो हमरा नञ् यातना देथिन!" नताशा टोकलकइ, जोर से रोते, "हमर दिल हमरा सब कुछ बता देलके ह, आउ बहुत पहिलहीं बता देलके ह! की वास्तव में अपने सोचऽ हथिन, कि हमरा समझ में नञ् आवऽ हइ, कि उनकर पहिलउका प्यार पूरा समाप्त हो गेलइ ... हियाँ, ई कमरा में, अकेल्ले ... जब ऊ छोड़ दे हला, त हमरा भूल जा हला ... हम ई सब सहन करऽ हलूँ ... सब कुछ के फेर से सोचलूँ ... हम आउ करिए की सकऽ हलिअइ! हम तोरा दोषी नञ् ठहरावऽ हियो, अल्योशा... अपने सब हमरा काहे लगी धोखा देब करऽ हथिन? की वास्तव में अपने सब सोचऽ हथिन, कि हम अपने खुद के धोखा देवे के प्रयास कइलिअइ! ... ओह, केतना तुरी, केतना तुरी! की वास्तव में हमरा हरेक तुरी उनकर स्वर के अवाज नय् सुनाय पड़ऽ हलइ? की वास्तव में हम उनकर चेहरा, उनकर आँख के पढ़े लगी नञ् सिखलिअइ? ... सब, सब कुछ खतम हो गेलइ, सब कुछ के दफना देवल गेलइ ... ओह, हम अभगली हकूँ!"

अल्योशा ओकरा सामने टेहुना के बल रो रहले हल।

"हाँ, हाँ, हम दोषी हियो! सब हमरे दोष हको! ...", रोदन के बीच ऊ दोहरइलकइ।

"नञ्, खुद के दोष नञ् द, अल्योशा ... दोसरे लोग हइ ... हमन्हीं के दुश्मन। ई हइ ओकन्हीं ... ओकन्हीं!"

"लेकिन माफ करथिन आखिर", प्रिंस कुछ आतुरतापूर्वक शुरू कइलकइ, "लेकिन कउन आधार पर ई सब ... अपराध लगी हमरा पर दोष लगावऽ हथिन? आखिर ई खाली अपने के अंदाज हइ, बिन कोय सबूत के ..."

"सबूत!" नताशा चिल्लइलइ, तेजी से अरामकुरसी पर से उठते, "अपने के सबूत चाही, अपने दगाबाज व्यक्ति हथिन! अपने के आउ कोय दोसर मंशा नञ् हो सकले हल, जब हियाँ अपन प्रस्ताव के साथ अइलथिन हल! अपने के अपन बेटा के सांत्वना देवे के चाही हल, उनकर पश्चात्ताप के शांत करे के चाही हल, ताकि ऊ आउ अधिक स्वतंत्रतापूर्वक आउ शांतिपूर्वक कात्या के सामने आत्मसमर्पित कर सकथिन हल; एकरा बेगर, ऊ हमेशे हमरा आद करते रहथिन हल, अपने के सामने झुकथिन हल नञ्, लेकिन अपने के इंतजार करना बोरिंग हलइ। की, वास्तव में ई सही नञ् हइ?"

"हम स्वीकार करऽ हिअइ", प्रिंस उत्तर देलकइ, व्यंग्यात्मक मुसकान के साथ, "अगर हम अपने के धोखा देवे लगी चाहतिए हल, त हम वास्तव में अइसन इरादा रखतिए हल; अपने बहुत ... बुद्धिमान हथिन, लेकिन आखिर एकरा साबित करे के चाही आउ तब अइसन ताना के साथ लोग के अपमानित करे के चाही ... "सबूत! लेकिन अपने के ऊ सब व्यवहार, जब अपने उनका हमरा से अलगे कर रहलथिन हल? ऊ, जे अपन बेटा के अइसन कर्तव्य के उपेक्षा करे लगी सिखावऽ हइ आउ लौकिक लाभ खातिर, पैसा खातिर, एकरा साथ खेलवाड़ करे लगी सिखावऽ हइ, ओकरा भ्रष्ट करऽ हइ! अभी-अभी अपने ज़ीना के बारे आउ खराब फ्लैट के बारे की कह रहलथिन हल? [*318] की अपने उनका पैसा देना बंद नञ् कर देलथिन, जे पहिले उनका दे हलथिन, ताकि हमन्हीं गरीबी आउ भूख से अलगे होवे लगी लाचार हो जइअइ? ई फ्लैट, ई ज़ीना, अपने के चलते हइ, आउ अपने उनका बुरा-भला सुनावऽ हथिन, अपने द्विमुखी (double−faced) व्यक्ति हथिन! आउ काहाँ से अपने के पास अचानक प्रकट होलइ तब, ऊ शाम के, अइसन गरमी, अइसन नयकन विचारधारा, जे अपने के विशेषता नञ् हइ? आउ काहे लगी अपने के हमर एतना जरूरत पड़लइ? हम चार दिन तक हियाँ चहलकदमी करते रहलिअइ; हम सब कुछ के बारे निम्मन से सोचलिअइ, हम अपने के हरेक शब्द, अपने के चेहरा के हाव-भाव के तौललिअइ आउ हमरा पक्का विश्वास हो गेलइ, कि ई सब कुछ देखावटी हलइ, मजाक, नाटक, अपमानजनक, नीच आउ अयोग्य ... हम आखिर अपने के जानऽ हिअइ, बहुत पहिलहीं से जानऽ हिअइ! हरेक तुरी, जब अल्योशा अपने के हियाँ से आवऽ हला, त हम उनकर चेहरा के हाव-भाव से ऊ सब कुछ भाँप जा हलिअइ, जे अपने उनका से बोलऽ हलथिन, उनकर दिमाग में बैठावऽ हलथिन; उनका पर अपने के सब प्रभाव के अध्ययन कइलिअइ! नञ्, अपने हमरा धोखा नञ् दे सकऽ हथिन! शायद, अपने के अभियो आउ कोय हिसाब हइ, शायद, हमहूँ सबसे मुख्य बात नञ् बता पइलिए ह; लेकिन एकरा से कुछ फरक नञ् पड़ऽ हइ! अपने हमरा धोखा दे हलथिन - ई बात मुख्य हइ! ई बात (हमरा) अपने के सीधे चेहरा पर कहे के चाही हल! ..."

"बस? एहे सब सबूत हइ? लेकिन सोचथिन, अपने क्रोधाविष्ट औरत हथिन - ई शरारत से (जइसन कि अपने मंगलवार के प्रस्ताव बतावऽ हथिन) हम खुद के बहुत जादहीं बान्हले हलिअइ। ई हमरा लगी बड़गो लापरवाही हो सकऽ हलइ।"

"कउची, कउची से अपने खुद के बन्हलथिन? अपने के नजर में हमरा धोखा देवे के की मतलब हइ? आउ कोय लड़की के अपमान की होवऽ हइ! आखिर ऊ अभगली, भागल, पिता के द्वारा त्यागल, असुरक्षित, खुद के कलंकित कइल, दुराचारी  हइ! की ओकरा साथ कइसनो औपचारिकता के जरूरत हइ, अगर ई मजाक  कम से कम कइसनो, बल्कि बिलकुल छोटगर लाभ ला सकऽ हइ!"

"कइसन स्थिति में अपने खुद के रख रहलथिन हँ, नताल्या निकोलायेव्ना, जरी सोचथिन! अपने पक्का ई बात पर अड़ल हथिन, कि हमरा तरफ से अपने के अपमान होले ह। लेकिन आखिर ई अपमान एतना बड़गो हइ, एतना अपमानजनक हइ, कि हमरा समझ में नञ् आवऽ हइ, कि कइसे अपने एकर कल्पना कर सकऽ हथिन, आउ एकरो से जादे एकरा पर अडिग रह सकऽ हथिन। सब कुछ के आदी होवे के चाही, ताकि एतना असानी से मान लेल जाय, हमरा माफ करथिन। हमरा अधिकार हइ अपने के बुरा-भला कहे के, काहेकि हमर बेटा के अपने हमर विरुद्ध उसकावऽ हथिन - अगर अभी ऊ अपने के चलते हमरा विरुद्ध विद्रोह नञ् कइलके ह, त ओकर हृदय हमर विरुद्ध हइ ..."

"नञ्, पिताजी, नञ्", अल्योशा चिल्लइलइ, "अगर हम तोहरा विरुद्ध विद्रोह नञ् कइलियो ह, त हमरा विश्वास हइ, कि अपने अपमान नञ् कर सकऽ हथिन, आउ न हम ई बात पर विश्वास करबइ, कि अइसन अपमान कइल जा सकऽ हइ!"

"सुन्नऽ हथिन?" प्रिंस चिल्लइलइ।

"नताशा, सब कुछ लगी हम दोषी हियो, उनका नञ् दोष देहो। ई पाप हइ आउ भयानक हइ!"

"सुन्नऽ हो, वान्या। ऊ अभी हमर विरुद्ध हका।" नताशा चिल्लइलइ।

"काफी हो गेलइ!" प्रिंस बोललइ, "अइसन कष्टदायक दृश्य के समाप्त करे के चाही। हरेक सीमा के बाहर ईर्ष्या के ई अंधा आउ घोर विस्फोट अपने के चरित्र के हमरा लगी बिलकुल नयका प्रकाश में चित्रित करऽ हइ। हमरा चेतावनी मिल गेलइ। हम सब जल्दीबाजी में हलिअइ, वास्तव में जल्दीबाजी में हलिअइ। अपने एहो नञ् नोटिस करऽ हथिन, कि हमरा केतना अपमानित कइलथिन; अपने लगी ई कुछ नञ् हइ। हमन्हीं जल्दीबाजी में हलिअइ ... जल्दीबाजी में हलिअइ ... निस्सन्देह, हमर शब्द पवित्र होवे के चाही, लेकिन ... हम पिता हकिअइ आउ अपन बेटा के खुशी चाहऽ हिअइ ..."

[*319] "अपने अपन वचन से मुकर रहलथिन हँ", आपा खोल नताशा चिल्लइलइ, "अपने खुश होलथिन हल ई अवसर पर! लेकिन जान लेथिन, कि हम खुद, दू दिन पहिलहीं, हियाँ, अकेल्ले, हम उनका अपन वचन से मुक्त करे के निर्णय कर लेलिए हल, आउ अब सबके सामने एकर पुष्टि करऽ हिअइ। हम अस्वीकार करऽ हिअइ!"

"मतलब, शायद, अपने ओकरा में ऊ सब चिंता, कर्तव्य के भावना, सब्भे «अपन कर्तव्य खातिर उदासी» (जइसन कि खुद अभी अभिव्यक्त कइलथिन), ताकि ई शब्द से पहिलहीं नियन ओकरा खुद के तरफ बान्ह सकथिन। आखिर ई तो अपनहीं के सिद्धान्त के अनुसार हइ; ओहे से हम अइसन बोलऽ हिअइ; लेकिन काफी हो गेलइ; समय फैसला करतइ। हम अपने के साथ आउ अधिक शांत पल के प्रतीक्षा करबइ, ताकि अपने के साथ हम खुद के सफाई दे सकिअइ। आशा करऽ हिअइ, हम सब अपन संबंध आखिरकार नञ् तोड़ते जइबइ। हम एहो आशा करऽ हिअइ, कि अपने हमर आउ बेहतर मूल्यांकन करे लगी सिखथिन। हमरा आझे अपने के रिश्तेदार खातिर अपन प्लान के बारे सूचित करे के इरादा हलइ, जेकरा से अपनहूँ देखथिन हल ... लेकिन बहुत हो गेलइ! इवान पित्रोविच!", ऊ बात जारी रखलकइ, हमरा भिर अइते, "अब पहिले कभी से जादे मूल्यवान होतइ अपने से आउ नगीच से परिचित होना, हमर बहुत पहिलहीं के इच्छा के मामले में कुछ कहने नञ् हइ। आशा करऽ हिअइ, कि अपने हमरा समझथिन। हम कुछ दिन में अपने हीं भेंट देबइ; अपने अनुमति दे हथिन?"

हम झुक गेलिअइ। हमरो लगलइ, कि अब ओकरा से परिचय के टाल नञ् सकऽ हलिअइ। ऊ हमरा साथ हाथ मिलइलकइ, चुपचाप नताशा के अभिवादन कइलकइ आउ अपमानित गौरव के भाव से बाहर निकस गेलइ।

 

 भूमिका               भाग 3, अध्याय 2              भाग 3, अध्याय 4

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