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Thursday, September 16, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 3; अध्याय 2

                                 अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 3

अध्याय 2

ऊ चमकइत चेहरा के साथ बिलकुल उड़ल अइलइ, खुश, प्रसन्नचित्त। स्पष्ट हलइ, कि ऊ ई चार दिन खुशहाल आउ निम्मन से गुजरलकइ। ओकर चेहरा पर मानु लिक्खल हलइ, कि ऊ हमन्हीं के कुछ बतावे लगी चाहऽ हइ।

[*306] "अइकी हम आ गेलिअइ!" ऊ कमरा के सब लोग के संबोधित करते घोषणा कइलकइ। "ऊ, जेकरा सबसे पहिले होवे के चाही हल। लेकिन अब सब कुछ जान जइथिन, सब, सब! हाल में, पिताजी, हमरा तोरा दुइयो शब्द कहे के मोक्का नञ् मिल पइलो, लेकिन हमरा तोरा बहुत कुछ कहे के हलो। ई हमरा अपन मधुर पल में हीं खुद से बात करे के अनुमति दे हथिन - तूँ", ऊ विषय बदलते बोललइ, हमरा दने संबोधित करते, "भगमान कसम, दोसर समय में मना करऽ हथिन! आउ कइसन उनकर कार्यनीति रहऽ हइ - ऊ खुद हमरा 'अपने' कहके संबोधित करऽ हथिन। लेकिन आझ से हम चाहऽ हिअइ, कि उनका लगी हमेशे मधुर पल होवइ, आउ हम अइसने करबइ! सामान्यतया ई चार दिन में हम पूरा बदल गेलिए ह, बिलकुल, बिलकुल बदल गेलिए ह आउ अपने सब के सब कुछ बतइबइ। लेकिन ई सब आगू। लेकिन मुख्य बात अभी हइ - अइकी ऊ! अइकी ऊ! फेर! नताशा, प्यारी, कइसन हकऽ, तूँ हमर देवदूत!" ऊ बोललइ, ओकरा बिजुन बैठते आउ उत्सुकतापूर्वक ओकर हाथ चूमते, "ई दिन हमरा तोर केतना आद सतावऽ हलो! लेकिन जे चाहऽ हलिअइ - कर नञ् पइलिअइ! कर नञ् पइलिअइ। हमर प्यारी! लगऽ हको तूँ जरी दुबराऽ गेलऽ ह, केतना पीयर हो गेलऽ ह ..."

हर्षातिरेक में ऊ ओकर हाथ के चुंबन से आच्छादित कर देलकइ, ओकरा तरफ अपन सुंदर आँख से आतुरतापूर्वक देख रहले हल, मानु देखके अघा नञ् पा रहले हल। हम नताशा तरफ देखलिअइ आउ ओकर चेहरा से अंदाज लगइलिअइ, कि हमन्हीं के विचार एक रंगन हलइ - अल्योशा पूरे तरह से निर्दोष हलइ। लेकिन कब, कइसे ई निर्दोष दोषी हो सकऽ हलइ? उद्दीप्त लाली अचानक नताशा के पीयर गाल पर उमड़ पड़लइ, मानु पूरा खून, जे ओकर दिल में जमा हलइ, अचानक बहके ओकर सिर में चल गेलइ। ओकर आँख चमक रहले हल, आउ ऊ शान से प्रिंस तरफ तकलकइ।

"लेकिन आखिर तूँ काहाँ ... हलऽ ... एतना दिन?" ऊ बोललइ, ऊ नियंत्रित आउ गद्गद् स्वर में बोललइ। ऊ कठिनाई से आउ अनियमित रूप से साँस ले रहले हल। हे भगमान, ऊ केतना ओकरा प्यार करऽ हलइ!

"एहे तो बात हइ, कि हम वास्तव में मानु तोरा सामने दोषी हियो; अइकी - मानु! निस्सन्देह, दोषी, आउ खुद हम जानऽ हिअइ, आउ हम एहे लगी अइलिअइ, कि हम जानऽ हिअइ। कात्या कल्हे आउ आझ हमरा कहलकइ, कि कोय औरत अइसन लापरवाही के माफ नञ् कर सकऽ हइ (आखिर ओकरा सब कुछ मालुम हइ, कि हमन्हीं हीं मंगलवार के की होले हल; हम दोसरे दिन बता देलिए हल)। हम ओकरा से बहस कइलिअइ, ओकरा सबूत देलिअइ, बोललिअइ, कि ई औरत के नाम नताशा हइ आउ कि पूरे संसार में, शायद, ओकरा नियन एक्के गो हइ - ई कात्या हइ; आउ हम हियाँ अइलिअइ, निस्सन्देह ई जानते, कि हम बहस में जीत गेलिए हल। की वास्तव में, तोहरा नियन देवदूत माफ नञ् कर सकऽ हइ? 'नञ् अइला, मतलब, पक्का कुछ तो उनका रोक रखलकइ, न कि ऊ हमरा प्यार करना बंद कर देलका ह', त अइसन सोचतइ हमर नताशा! आउ कइसे हम तोरा प्यार करना बंद कर देबो? की ई वास्तव में संभव हइ? पूरा दिल हमर तोरा लगी टीस रहलो हल। लेकिन हम तइयो दोषी हियो! आह जब सब कुछ जानबऽ, त तूँ सबसे पहिले हमर समर्थन करबऽ! अभिए सब कुछ बता देबो, हमरा अपन दिल के अपने सब के सामने उँड़ेल देवे के जरूरत हइ; ओहे से हम अइलिए ह। आझे हमरा तोरा भिर उड़के आवे के मन कर रहलो हल (हमरा आधा मिनट लगी फुरसत मिललो हल), ताकि तोहरा जल्दी से जल्दी चूम सकियो, लेकिन हमरा सफलता नञ् मिललो - कात्या हमरा तुरते अत्यंत महत्त्वपूर्ण काम से हमरा बोललइका। ई तब के बात हको, जब हमरा द्रोश्की (घोड़ागाड़ी) में बैठल हलिअइ, पिताजी, आउ तूँ हमरा देखलऽ हल; ई हमर दोसरा तुरी हलइ, दोसरा नोट (पत्र) के अनुसार, तब हम कात्या के पास जा रहलिए हल। हमन्हीं हीं आखिरकार अभी दिन भर हरकारा नोट के साथ एक घर से दोसरा घर दौड़ लगइते रहऽ हइ। इवान पित्रोविच, तोहर नोट हम कल्हिंएँ रात के पढ़ पइलियो हल, आउ तूँ सब बात में बिलकुल सही हकहो, [*307] जे ओकरा में लिखलहो ह। लेकिन की कइल जाय - शारीरिक असंभावना! अइसीं हम सोचलिअइ - बिहान शाम के हम सब कुछ ठीक कर देबइ; काहेकि आझ शाम के तोहरा भिर नञ् आना असंभव हलइ, नताशा।"

"कइसन नोट?" नताशा पुछलकइ।

"ई हमरा हीं अइला हल, जाहिर हइ, हमरा नञ् पइलका, आउ हमरा कसके डाँट देलका पत्र के माध्यम से, जे हमरा लगी छोड़ रखलका, ई बात लगी, कि हम तोहरा हीं नञ् आवऽ हकियो। आउ ई बिलकुल सही हका। ई कल्हे के बात हइ।"

नताशा हमरा दने देखलकइ।

"लेकिन अगर तोरा सुबह से शाम तक कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के साथ रहे के समय मिललो हल ...", प्रिंस शुरू कइलकइ।

"जानऽ हियो, जानऽ हियो, तूँ की के जा रहलहो हो", अल्योशा टोकलकइ - 'अगर तूँ कात्या के हियाँ रह सकलहीं, त तोरा हियाँ रहे के दोगना कारण होवे के चाही।' तोहरा से बिलकुल सहमत हियो आउ अपना तरफ से आउ जोड़ऽ हियो - दोगना कारण नञ्, बल्कि लाखो जादे कारण! लेकिन, पहिला, जिनगी में अइसन विचित्र, अप्रत्याशित घटना होवऽ हइ, जे सब कुछ के बिगाड़ दे हइ आउ उलटा-पलटा कर दे हइ। आउ हमरा साथ अइसने घटना घटलइ। ई बोलते, कि हम आझकल बिलकुल बदल गेलिए ह, अँगुरी के छोर तक; मतलब, महत्त्वपूर्ण परिस्थिति हलइ!"

"ओह, हे भगमान, लेकिन तोरा साथ होलो की! मेहरबानी करके पहेली नञ् बुझावऽ!" नताशा चिल्लइलइ, अल्योशा के गरमजोशी पर। वास्तव में, ऊ जरी हास्यास्पद हलइ - ऊ जल्दीबाजी में हलइ; ओकर मुख से शब्द तेजी से निकस रहले हल, अकसर, अव्यवस्थित, कइसनो लगातार प्रहार नियन। ओकरा सब कुछ बतावे के हलइ, बोले के, कहे के। लेकिन, बोलते-बोलते, ऊ तइयो नताशा के हाथ नञ् छोड़लके हल आउ लगातार ओकरा अपन होंठ तक लइते रहलइ, मानु केतनो चुंबन ओकरा लगी काफी नञ् हलइ।

"एहे तो बात हइ, जे हमरा साथ होलइ", अल्योशा बात जारी रखलकइ। "ओह, हमर मित्र लोग! हम की देखलिअइ, की कइलिअइ, कइसन-कइसन लोग के जनलिअइ! पहिला, कात्या - ई कइसन आदर्श हइ! हम ओकरा अब तक बिलकुल नञ्, बिलकुल नञ् जानऽ हलिअइ! आउ तब, मंगलवार के, जब हम तोरा ओकरा बारे बोललियो, नताशा - आद हको, एतना हर्षातिरेक में, तइयो तहिया तक हम ओकरा बिलकुल नञ् जानऽ हलिअइ। ऊ खुद हमरा से अभी तक छिपइले हलइ। लेकिन अब हमन्हीं एक दोसरा के बिलकुल जान लेलिअइ। अब हमन्हीं एक दोसरा के 'तूँ' कहके संबोधित कर सकऽ हिअइ। लेकिन शुरुआत से शुरू करबो - पहिला, नताशा, काश तूँ खाली सुन सकतऽ हल, जे ऊ हमरा से तोरा बारे बोललो, जब हम दोसरा दिन, बुधवार के, ओकरा कहलिअइ, जे हमन्हीं बीच हियाँ घटले हल ... आउ संयोगवश - हमरा आद पड़ऽ हइ, तोहरा सामने हम कइसन बेवकूफ लगऽ हलियो, जब हम तोहरा भिर अइलियो हल तहिया सुबह में, बुधवार के! तूँ हमरा साथ हर्षातिरेक में मिल्लऽ ह, तूँ हमन्हीं के नयका परिस्थिति में ढल चुकलऽ ह, तूँ हमरा साथ ई सब कुछ के बारे बोले लगी चाहऽ ह; तूँ उदास रहऽ ह आउ साथे-साथ हरक्कत करऽ ह आउ हमरा साथ खेलवो करऽ ह, लेकिन हम - खुद के बड़गो अदमी के रूप में देखावऽ हियो! ओ बेवकूफ! बेवकूफ! आखिर, भगमान कसम, हमरा मन करऽ हलो देखावा करे के, शेखी बघारे के, कि हम जल्दीए पति बन्नम, बड़गो अदमी, आउ हम केकरा सामने शेखी बघारऽ हलिअइ - तोहरा सामने! आह, केतना, शायद, तूँ हमरा पर हँसलऽ होत आउ केतना हम तोहरा लगी हास्यास्पद हलियो!"

प्रिंस चुपचाप बैठल हलइ आउ एक प्रकार के विजय भाव से व्यंग्यात्मक मुसकान के साथ अल्योशा तरफ देख रहले हल। मानु ऊ खुश हलइ, कि बेटा खुद के [*308] अइसन लापरवाह आउ व्यंग्यात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत कर रहले ह। ई पूरे शाम हम ओकरा सावधानीपूर्वक प्रेक्षण कइलिअइ आउ बिलकुल आश्वस्त हो गेलिअइ, कि ऊ अपन बेटा के बिलकुल नञ् प्यार करऽ हइ, हलाँकि लोग ओकर बहुत गहरा पैतृक प्रेम के बारे बात करऽ हलइ।

"तोहरा भिर से हम कात्या के पास गेलिअइ", अल्योशा अपन कहानी जारी रखलकइ। "हम पहिलहीं कह चुकलियो ह, कि हमन्हीं एक दोसरा के आझे सुबह एक दोसरा के पूरा जान पइलिअइ, आउ ई कइसूँ विचित्र ढंग से होलइ ... हमरा आदो नञ् ... कुछ हार्दिक शब्द, कुछ संवेदना, विचार, सीधे अभिव्यक्त कइल, आउ हमन्हीं - हमेशे लगी नगीच आ गेलिअइ (घनिष्ठ मित्र बन गेलिअइ)। तोरा ओकरा जाने के चाही, जरूर चाही, नताशा! कइसे ऊ कहलकइ, कइसे ऊ तोरा बारे समझइलकइ! कइसे ऊ हमरा समझइलकइ, कि तूँ हमरा लगी कइसन खजाना हकहो! धीरे-धीरे ऊ हमरा सब अपन विचार आउ जीवन के प्रति अपन दृष्टिकोण के व्याख्या कइलकइ; ई अइसन गंभीर, अइसन उत्साही लड़की हइ! ऊ हमरा कर्तव्य के बारे बोललइ, हमन्हीं के लक्ष्य के बारे, एकरा बारे, कि हम सब के मानवता के सेवा करे के चाही, आउ चूँकि हमन्हीं बिलकुल सहमत हो गेते गेलिअइ, कोय पाँच-छो घंटा के बातचीत में, त हमन्हीं एक दोसरा के प्रति शाश्वत मित्रता के वचन के साथ अन्त कइलिअइ, आउ कि हमन्हीं अपन सारी जिनगी साथ-साथ काम करते जइबइ! "

"कइसन काम?" आश्चर्यचकित होल प्रिंस पुछलकइ।

"हम एतना बदल गेलयो ह, पिताजी, कि ई सब कुछ, निस्सन्देह, तोहरा अचंभित करतो; हियाँ तक कि हमरा तोहर सब्भे एतराज के पहिलहीं आभास हो जा हको", विजय-भाव से अल्योशा उत्तर देलकइ। "तोहन्हीं सब लोग व्यावहारिक व्यक्ति हकहो, तोहन्हीं सब के पास पुरनका नियम, रस्म-रिवाज हको, जे गंभीर आउ कठोर हइ; सब कुछ, जे नया, युवक, ताजा हइ, ओकरा तरफ अविश्वास से, दुश्मन नियन, व्यंग्यपूर्वक देखते जा हो। लेकिन अब हम ऊ नञ् हिअइ, जइसन तूँ कुछ दिन पहिले समझऽ हलहो। हम दोसर हिअइ! हम दुनियाँ के सब कुछ के आउ सब कोय के आँख में आँख डालके देखऽ हिअइ। अगर हम जानऽ हिअइ, कि हमर विचारधारा सही हइ, त हम एकरा अन्तिम सीमा तक अनुसरण करऽ हिअइ; आउ अगर हम अपन पथ से भ्रष्ट नञ् होवऽ हिअइ, त हम एगो ईमानदार व्यक्ति हिअइ। ई हमरा लगी काफी हइ। ओकरा बाद चाहे जे कहहो, हम खुद में विश्वास करऽ हिअइ।"

"ओहो!" व्यंग्यपूर्वक प्रिंस कहलकइ।

नताशा बेचैनी से हमन्हीं दने देखलकइ। ओकरा अल्योशी लगी भय लग रहले हल। ओकरा लगी अकसर बहुत अलाभदायक होवऽ हलइ बातचीत में बह जाना, आउ ई ई बात के जानऽ हलइ। ऊ नञ् चाहऽ हलइ, कि अल्योशा खुद के हमन्हीं सामने हास्यजनक पात्र बनावइ आउ विशेष रूप से अपन बाप के सामने।

"तूँ की कह रहलऽ ह, अल्योशा! आखिर ई तो कइसनो दर्शन हइ", ऊ कहलकइ, "तोरा, शायद, कोय सिखइलको ह ... बेहतर तूँ कहतऽ हल (कि तूँ की कर रहलऽ हल)।"

"हाँ हम कहऽ हियो!" अल्योशा चिल्लइलइ। "देखहो - कात्या के दूर के दू गो रिश्तेदार हइ, कइसनो फुफेरा-मौसेरा भाय, लेविन्का आउ बोरिन्का, एगो छात्र हइ, आउ दोसरा खाली एगो नवयुवक। ओकरा ओकन्हीं के साथ संबंध हइ, आउ ओकन्हीं - बस असाधारण लोग! काउंटेस के हियाँ लगभग नञ् भेंट दे हइ, अपन सिद्धान्त के अनुसार। जब हम कात्या के साथ मानव लक्ष्य के बारे बातचीत कर रहलिए हल, जीवन लक्ष्य आउ अइसने सब कुछ के बारे, त ऊ ओकन्हीं के उल्लेख कइलकइ आउ तुरते हमरा ओकन्हीं लगी एगो नोट देलकइ; हम तुरतम्मे ओकन्हीं से परिचित होवे खातिर गेलिअइ। ओहे शाम हमन्हीं के बीच बिलकुल घनिष्ठ मित्रता हो गेलइ। हुआँ परी बारह विभिन्न प्रकार के लोग हलइ - छात्र, अफसर, कलाकार; एगो लेखक हलइ ... ओकन्हीं तोहरा [*309] जानऽ हथुन, इवान पित्रोविच, मतलब तोहर रचना पढ़लथुन हँ आउ भविष्य में तोहरा से बहुत कुछ आशा करऽ हथुन। हम ओकन्हीं के बता देलिअइ, कि हम तोहरा से परिचित हिअइ, आउ हम ओकन्हीं के तोहरा से परिचित करावे के वचन देलिअइ। ओकन्हीं सब्भे हमरा भाय नियन स्वागत करते गेलइ, बाँह फैलाके गले लगइते। हम ओकन्हीं के पहिलहीं तुरी बतइलिअइ, कि जल्दीए हम शादीशुदा अदमी हो जइबइ; ओहे से ओकन्हीं हमरा एगो विवाहित व्यक्ति नियन स्वागत कइलकइ। ओकन्हीं पचमा मंजिला पर रहऽ हइ, छत के निच्चे; यथासंभव अकसर एकत्र होते जा हइ, लेकिन मुख्यतः बुधवार के, लेविन्का आउ बोरिन्का के हियाँ। ई सब नवीन नवयुवक हइ; ओकन्हीं सब्भे पूरे मानवता के प्रति पुरजोश प्रेम करे वला हइ; हम सब अपन वर्तमान, भविष्य के बारे बातचीत करते गेलिअइ, आउ विज्ञान, साहित्य के बारे भी एतना अच्छा से बतिअइते गेलिअइ, एतना सीधा आउ सरल ढंग से ... हुआँ परी एगो जिमनैसियम (हाई स्कूल) के छात्र भी आवऽ हइ। कइसे ओकन्हीं आपस में मिलते-जुलते जा हइ, केतना ओकन्हीं उदार हइ!  एकरा पहिले हम कभियो अइसन लोग के नञ् देखलिए हल! अभी तक हम काहाँ गेलिअइ? हम की देखलिअइ? हम कइसन विचार में विकास पइलिअइ? खाली तूँहीं, नताशा, हमरा कुछ तो अइसन बात बतइलऽ हल। ओह, नताशा, तोहरा ओकन्हीं साथ जरूर परिचित होवे के चाही; कात्या तो पहिलहीं से परिचित हको। ओकन्हीं ओकरा बारे लगभग आदर के साथ बात करते जा हइ, आउ कात्या पहिलहीं लेविन्का आउ बोरिन्का के बोल चुकले ह, कि जब ऊ अपन जायदाद के हक पइतइ, त जरूर तुरते सार्वजनिक कल्याण खातिर दस लाख रूबल दान करतइ।"

"आउ ई दस लाख के ट्रस्टी, शायद, लेविन्का आउ बोरिन्का आउ ओकन्हीं के पूरा मंडली होतइ न?" प्रिंस पुछलकइ।

"झूठ, झूठ; अइसन बोलना तो, पिताजी, शरमनाक बात हइ!" गरम होल अल्योशा चिल्लइलइ, "हम तोहर बात पर एतराज करऽ हियो! आउ ई दस लाख के बारे हमन्हीं साथ बातचीत होले हल, आउ देर तक चर्चा करते गेलिअइ - एकर उपयोग कइसे कइल जाय? आखिरकार फैसला कइल गेलइ, कि सबसे पहिले सार्वजनिक शिक्षा पर ..."

"हाँ, हम वास्तव में अभी तक कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के बारे बिलकुल नञ् जानऽ हलिअइ", प्रिंस मानु खुद के टिप्पणी कइलकइ, अभियो ओहे व्यंग्यात्मक मुसकान के साथ। "हम, लेकिन, ओकरा से बहुत कुछ आशा करऽ हलिअइ, लेकिन ई ..."

"ई की?" अल्योशा टोकलकइ, "तोहरा एतना विचित्र की लगऽ हको? कि ई तोहन्हीं के परम्परा के कुछ बाहर के हइ? कि अभी तक कोय नञ् दस लाख दान कइलके ह, लेकिन ऊ दान करऽ हइ? एहे बात हइ की? लेकिन, एकरा से की, अगर ऊ दोसर के खरचा पर नञ् जीए लगी चाहऽ हइ; काहेकि ई दस लाख पर जीए के मतलब हइ दोसर के खरचा (कमाई) पर जीना (हमरा अभिए ई मालुम होलइ)। ऊ अपन पैतृक भूमि आउ सब लोग खातिर काम के होवे लगी चाहऽ हइ आउ लोक-कल्याण खातिर अपन अंश के योगदान करे लगी। ई अंश के योगदान के बारे हम सब कॉपीबुक में पढ़लिए हल, आउ जब ई योगदान मिलियन (दस लाख) में होलइ, त की एकरा गलत समझऽ हो? आउ कउची पर आधारित हइ ई सब अतिप्रशंसित विचारशीलता (समझदारी), जेकरा में हम एतना विश्वास करऽ हलिअइ! हमरा दने तूँ अइसे काहे देख रहलहो ह, पिताजी? मानु तूँ अपना सामने कोय जोकर, बेवकूफ के देख रहलऽ ह! खैर, एकरा से की, कि हम जोकर देखाय दे हिअइ! तूँ खाली सुनतहो हल, नताशा, कि एकरा बारे कात्या की बोललइ - 'बुद्धि ओतना मुख्य नञ् हइ, बल्कि ऊ, जे एकरा मार्गदर्शन करऽ हइ - स्वभाव, हृदय, उदार गुण, विकासशील विचार'। लेकिन मुख्य, ई मामले में हइ, बेज़मिगिन (Bezmygin) के प्रतिभासंपन्न अभिव्यक्ति। बेज़मिगिन - ई लेविन्का आउ बोरिन्का के मित्र हइ आउ, हमन्हीं बीच, एगो बुद्धिमान व्यक्ति, आउ वास्तविक प्रतिभाशाली नेता! कल्हिंएँ ऊ बातचीत के दौरान कहलके हल - 'ऊ मूर्ख, जे समझऽ हइ, कि ऊ [*310] मूर्ख हइ, मूर्ख नञ् रह जा हइ!' कइसन सत्य हइ! ओकर मुख से अइसन-अइसन बात मिनट-मिनट निकसऽ हइ। ऊ सच्चाई के बौछार करऽ हइ"

"वास्तव में प्रतिभाशाली!" प्रिंस टिप्पणी कइलकइ।

"तूँ लगातार हँस रहलऽ ह। लेकिन आखिर हम तोहरा से अइसन कुच्छो कभियो नञ् सुनलियो ह; आउ तोहर पूरे मंडली से भी कभियो नञ् सुनलियो। तोहन्हीं के मंडली, एकर विपरीत, ई सब कुछ कइसूँ छिपावऽ हको, सब कुछ निच्चे जमीन पर होतो, ताकि सब विकास, सब नाक पक्का कोय तो मानक, कोय तो नियम के अनुसार चलतो - मानु ई संभव हइ! मानु ई हजारो गुना असंभव नञ् हइ, बनिस्पत कि ऊ, जेकरा बारे हमन्हीं बोलऽ हिअइ आउ जे सोचऽ हिअइ। आउ तइयो हमन्हीं के कल्पनावादी (Utopian) कहल जा हइ! काश तूँ सुनतहो हल, जे ओकन्हीं कल्हे हमरा से बोलते गेले हल ..."

"लेकिन कउची, कउची बारे तोहन्हीं बोलते आउ सोचते जा हो? बतावऽ, अल्योशा, हमरा अभियो तक समझ में नञ् आवऽ हको", नताशा कहलकइ।

"सामान्यतः सब कुछ के बारे, जे विकास तरफ ले जा हइ, मानवता तरफ, प्रेम तरफ; ई सब कुछ वर्तमान समस्या से संबंधित हइ। हमन्हीं ग्लास्नस्त (अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता), चालू हो रहल सुधार, मानवता के प्रति प्रेम, वर्तमान नेता लोग के बारे चर्चा करते जा हिअइ; हमन्हीं ई सब के विश्लेषण (आलोचना) करऽ हिअइ, पढ़ऽ हिअइ। लेकिन, मुख्य बात ई हइ कि हमन्हीं एक दोसरा के वचन देलिए ह, कि आपस में बिलकुल खुला दिल से, सीधे-सीधे आउ बिन हिचकिचइते एक दोसरा से बोलते जइबइ। केवल स्पष्टवादिता, केवल सीधापन लक्ष्य तक पहुँचल जा सकऽ हइ। बेज़मिगिन एकरे विशेष रूप से प्रयास कर रहले ह। हम कात्या के एकरा बारे बतइलिअइ, आउ ओकरा बेज़मिगिन के साथ पूरा सहानुभूति हइ। आउ ओहे से, बेज़मिगिन के नेतृत्व में, हम सब निष्ठापूर्वक आउ स्पष्टवादिता से काम करे के वचन देलिए ह, आउ लोग चाहे जे हमन्हीं बारे काहे नञ् बोलइ, चाहे हमन्हीं के बारे जे राय बनावइ - हम सब के कोय बात में संकोच नञ् करे के चाही, अपन उत्साह, अपन रुचि, अपन गलती के मामले में लजाय के नञ् चाही आउ सीधे आगू बढ़े के चाही। अगर तूँ चाहऽ ह, कि लोग तोर इज्जत करे, त पहिला मुख्य बात, खुद के इज्जत करऽ; केवल एकरे से, केवल आत्म-सम्मान से तूँ दोसरा के खुद के सम्मान देलवा सकबऽ। ई बेज़मिगिन बोलऽ हइ, आउ कात्या ओकरा से बिलकुल सहमत हइ। सामान्यतः हमन्हीं अब अपन विचारधारा में सहमत हिअइ आउ खुद के अलगे-अलगे अध्ययन करे लगी निर्णय करते गेलिए ह, आउ सब लोग एक साथ एक दोसरा के बारे चर्चा करते जइबइ ..."

"ई कइसन बकवास हइ!" बेचैनी के साथ प्रिंस चिल्लइलइ, "आउ केऽ हइ ई बेज़मिगिन? नञ्, एकरा अइसे नञ् छोड़ देल जा सकऽ हइ ..."

"कउची नञ् छोड़ल जा सकऽ हइ?" अल्योशा बोललइ, "सुनऽ, पिताजी, काहे हम ई सब हियाँ बोलऽ हिअइ, तोहर उपस्थिति में? काहेकि हम तोहरा ई मंडली में शामिल करे लगी चाहऽ हियो आउ आशा करऽ हियो। हम हुआँ पहिलहीं तोहरा लगी वचन दे चुकलियो ह। तूँ हँस्सऽ हो, खैर, हम जानऽ हलिअइ, कि तूँ हँसभो! लेकिन सुन ल! तूँ दयालु, उदार हकऽ; तूँ समझ जइबह। आखिर तोहरा मालुम नञ् हको, तूँ कभी अइसन लोग के नञ् देखलहो ह, अइसनकन के नञ् सुनलहो ह। मान लेल जाय, कि तँ ई सब के बारे सुनलहो ह, सब अध्ययन कइलहो ह, तूँ बहुत विद्वान हकहो; लेकिन तूँ ओकन्हीं के खुद नञ् देखलहो ह, ओकन्हीं कभी नञ् भेंट देलहो ह, आउ ओहे से ओकन्हीं के बारे ठीक से राय कइसे दे सकऽ हो! तूँ खाली कल्पना करऽ हो, कि जानऽ हो। नञ्, तूँ ओकन्हीं साथ रहहो, ओकन्हीं के बात सुनहो आउ तब - आउ तब तोहरा लगी वचन देबो, कि तूँ हमन्हीं के होबहो! आउ मुख्य बात, हम सब संसाधन के प्रयोग करे लगी चाहऽ हिअइ, ताकि हम तोहरा अपन मंडली (समाज) में तोहरा सर्वनाश से बचा सकियो, जेकरा से तूँ एतना चिपकल हकहो, आउ तोहर विचारधारा से (बचा सकियो)।"

[*311] प्रिंस चुपचाप आउ जहरीला व्यंग्य के साथ ई शरारत के सुनलकइ; दुर्भावना ओकर चेहरा पर हलइ। नताशा ओकरा अगोपनीय घृणा के साथ देख रहले हल। प्रिंस ई देखलकइ, लेकिन ढोंग कइलकइ, कि ई बात के नोटिस नञ् कर रहले ह। लेकिन जइसीं अल्योशा समाप्त कइलकइ, प्रिंस अचानक ठठाके हँस पड़लइ। हियाँ तक कि ऊ कुरसी के पीठ दने गिर गेलइ, मानु खुद के नियंत्रित करे के हालत में नञ् हलइ। लेकिन ई हँसी पक्का कृत्रिम हलइ। बहुत स्पष्ट हलइ, कि ऊ खाली ई लगी हँस रहले हल, ताकि यथासंभव जादे से जादे अपन बेटा के अपमान आउ तिरस्कार कर सकइ। अल्योशा वास्तव में दुखी हो गेले हल; ओकर पूरा चेहरा बड़गो उदासी व्यक्त कर रहले हल। लेकिन ऊ आतुरतापूर्वक पिता के प्रसन्नचित्तता के अंत होवे के इंतजार कर रहले हल।

"पिताजी", ऊ उदासी के साथ शुरू कइलकइ, "काहे लगी हमरा पर हँस रहलहो ह? हम तोहरा भिर सीधे आउ खुले दिल से अइलियो ह। अगर, तोर मत के अनुसार, हम बकवास कर रहलिए ह, त हमरा समझावऽ, न कि हमरा पर हँस्सऽ। आउ कउची पर हँस्से के बात हइ? ई बात पर, कि हमरा लगी अब जे पवित्र, उदार हइ? खैर, हमरा बल्कि गलतफहमी रहइ, बल्कि ई सब अविश्वसनीय होवइ, गलत होवइ, बल्कि हम बेवकूफ रहिअइ, जइसन कि कइएक तुरी तूँ हमरा कहलहो; लेकिन अगर हम गलती कर रहलिए ह, त हार्दिक रूप से, निष्ठापूर्वक; हम अपन उदारता नञ् भुलइलिए ह। हमरा उच्च विचार पर बहुत खुशी होवऽ हइ। ई बल्कि गलत रहइ, लेकिन एकर बुनियाद पवित्र हइ। हम आखिर तोहरा कहलियो, कि तूँ आउ तोहर मंडली हमरा कुच्छो अइसन नञ् बतइलको, जे हमरा मार्गदर्शन कर सकइ, हमरा प्रभावित कर सकइ। ओकन्हीं के विचार के खंडन करहो, ओकन्हीं से कुछ तो बेहतर बताहो, आउ हम तोहर अनुयायी बन जइबो, लेकिन हमरा पर हँस्सऽ मत, काहेकि ई हमरा बहुत उदास कर दे हइ।"

अल्योशा ई बात अत्यंत हार्दिक रूप से आउ एक प्रकार से कठोर स्वाभिमान के साथ कहलकइ। नताशा सहानुभूतिपूर्वक ओकरा देख रहले हल। प्रिंस अचरज से अपन बेटा के सुनवो कइलकइ आउ तुरते अपन लहजा बदल देलकइ।

"हम तोरा अपमानित करे लगी बिलकुल नञ् चाहऽ हलिअउ, मित्र", ऊ उत्तर देलकइ, "एकर विपरीत, हमरा तोरा पर तरस आवऽ हउ। तूँ जिनगी के अइसन कदम उठावे के तैयारी कर रहलहीं हँ, जेकरा लगी समय हो गेलो ह कि तोरा अइसन लापरवाह लड़का रहना बंद कर देवे के चाही। एहे हमर विचार हउ। हम जाने-अनजाने हँसलिअउ आउ तोरा अपमानित करे के बिलकुल मंशा नञ् हलउ।"

"लेकिन काहे हमरा अइसन लगलइ?" कटु भावना के साथ अल्योशा बात जारी रखलकइ। "काहे बहुत पहिलहीं से हमरा लगऽ हइ, कि तूँ हमरा तरफ द्वेषपूर्ण ढंग से देखऽ हो, भावशून्य व्यंग्य के साथ, आउ पिता के पुत्र के प्रति नियन नञ्? काहे हमरा लगऽ हइ, कि अगर हम तोहर जगह पर रहतियो हल, त हम अपन पुत्र पर अइसन अपमानजनक ढंग से नञ् हँसतिए हल, जइसन कि तूँ अभी हमरा पर। सुन्नऽ - अइसन स्पष्ट रूप से बात कइल जाय, अभी से, हमेशे लगी, अइसे, कि कइसनो गलतफहमी नञ् रह जाय। आउ ... हम सब कुछ सच कह देवे लगी चाहऽ हियो - जब हम हियाँ प्रवेश कइलिअइ, त हमरा लगलइ, कि हिएँ परी कोय तो गलतफहमी होले हल; अइसन बात नञ् हइ कि कइसूँ हमरा तोहन्हीं सब के एक साथ मिल्ले के आशा हलइ। हइ न? अगर ई बात हइ, त की ई बेहतर नञ् होतइ कि हरेक कोय अपन भावना के स्पष्ट रूप से बतावे? केतना बुराई स्पष्टवादिता से दूर कइल जा सकऽ हइ!"

"बोल, बोल, अल्योशा!" प्रिंस कहलकइ। "जे तूँ प्रस्ताव करऽ हीं, ऊ बहुत तर्कसंगत हउ। शायद, एकरे से तोरा शुरू करे के चाही हल", ऊ आगू बोललइ, नताशा तरफ एक नजर डालते।

[*312] "हमरा पर हमर सम्पूर्ण स्पष्टवादिता पर गोस्सा नञ् करऽ", अल्योशा शुरू लइलकइ, "तूँ खुद्दे चाहऽ हो, खुद्दे एकर माँग करऽ हो। सुन्नऽ। तूँ नताशा के साथ हमर विवाह पर सहमति जतइलऽ हल; तूँ हमन्हीं के खुशी देलऽ हल आउ एकरा लगी खुद पर विजय पइलऽ। तूँ उदार हलऽ, आउ हमन्हीं सब तोहर उदार कर्म के प्रशंसा कइलियो हल। लेकिन काहे अब तूँ कइसनो खुशी से लगातार हमरा तरफ संकेत करऽ हो, कि हम अभियो तक हास्यास्पद लड़का हिअइ आउ कइसनो हालत में पति होवे लायक नञ् हिअइ; एकरा अलावे, तूँ मानु हमर उपहास आउ अपमान करे, हियाँ तक कि मानु नताशा के नजर में हमरा बदनाम करे लगी चाहऽ हो। तूँ हमेशे बहुत खुश होवऽ हो, जब बल्कि कइसूँ हमरा हास्यास्पद देखा सकऽ हो; ई हम खाली अभी नञ् नोटिस कइलियो ह, बल्कि बहुत पहिलहीं। मानु तूँ बस कोय बात लगी हमन्हीं के साबित करे लगी चाहऽ हो, कि हमन्हीं के विवाह हास्यास्पद हइ, बेहूदा हइ आउ हमन्हीं के जोड़ी ठीक नञ् हइ। सचमुच, मानु तोहरा खुद नञ् विश्वास हको ओकरा में, जे हमन्हीं लगी पूर्वनिर्धारित करऽ हो; मानु ई सब कुछ के मजाक समझऽ हो, एगो हास्यास्पद कपोल-कल्पना, कइसनो हास्यास्पद नाटक (vaudeville) हइ ... हम आखिर ई निष्कर्ष खाली आझ के तोहर कहल बात पर नञ् निकासऽ हियो। हम ओहे शाम के, मंगलवार के हीं, जब हम हियाँ से तोरा हीं लौटलियो हल, तोरा से कइएक विचित्र अभिव्यक्ति सुनलियो हल, जे हमरा अचंभित, हियाँ तक कि दुखी भी कर देलको हल। आउ बुधवार के, जइते बखत, तूँ कइएक कइसनो संकेत (इशारा) भी हमन्हीं के वर्तमान परिस्थिति पर कइलहो हल, ओकरा बारे कहवो कइलहो हल - अपमानजनक ढंग से नञ्, एकर विपरीत, लेकिन कइसूँ ओइसे नञ्, जइसन कि हम तोहरा से सुन्ने लगी चहतियो हल, कइसूँ बहुत हलका, कइसूँ बिन प्रेम के, ओकरा प्रति बिन ओइसन प्रेम के ... ई कहना मोसकिल हको, लेकिन लहजा स्पष्ट हको; दिल सुन्नऽ हइ। हमरा कहो, कि हम गलती कर रहलिए ह। हमरा समझाहो, हमरा हिम्मत देहो आउ ... आउ ओकरा, काहेकि तूँ ओकरो दुखी कइलहो ह। हम पहिलहीं नजर में ई अंदाज लगा लेलियो हल, जब हम हियाँ अन्दर घुसलियो हल ..."

अल्योशा ई बात गरमजोशी आउ दृढ़ता से व्यक्त कइलकइ। नताशा ओकर बात कइसनो हर्षोल्लास के साथ सुनलकइ आउ ओकर चेहरा उत्तेजना में पूरा दमक रहले हल, एक-दू तुरी ओकर भाषण के दौरान खुद से बोललइ - "हाँ, हाँ, एहे बात हइ!" प्रिंस संकोच में पड़ गेलइ।

"मित्र हमर", ऊ उत्तर देलकइ, "हमरा, निस्सन्देह, ऊ सब कुछ आद नञ् हउ, जे हम तोरा से बोललियो हल; लेकिन बहुत विचित्र बात हउ, अगर तूँ हमर शब्द के अइसन अर्थ में लेलँऽ। हम तोरा ऊ सब कुछ में आश्वासन देलावे लगी तैयार हिअउ, जेतना हम कर सकऽ हिअउ। अगर हम अभी हँसलिअउ, त ई समझल जा सकऽ हइ। हम तोहरा कहबउ, कि हम अपन हँसी के साथ अपन कटु भावना के छिपावहूँ लगी चाहऽ हलिअइ। जब हम अब समझऽ हिअइ कि तूँ जल्दीए पति बन्ने जा रहलहीं हँ, त ई हमरा अभी बिलकुल अविश्वसनीय लगऽ हइ, अटपटा, हमरा माफ कर, हियाँ तक कि हास्यास्पद भी। तूँ ई हँसी पर हमरा धिक्कारऽ हीं, लेकिन हम कहऽ हिअउ, कि ई सब तोरा चलते हउ। हमरो दोष हउ - शायद, हम हाल में तोरा पर बहुत कम ध्यान देलियो हल आउ ओहे से बस अभिए, एहे शाम, हमरा मालुम चललउ, कि तूँ कउची के लायक हो सकऽ हीं। अब हम पहिलहीं से काँप जा हिअउ, जब हम नताल्या निकोलायेव्ना के साथ तोर भाविष्य के बारे सोचऽ हिअउ - हम जल्दीबाजी कइलिअउ; हम देखऽ हिअउ, कि तोहन्हीं बीच बहुत असमानता हउ। हर प्रेम समाप्त हो जा हइ (passes), लेकिन असमानता हमेशे लगी रहऽ हइ। हम अब तोर भाग्य के बारे नञ् बोलऽ हिअउ, लेकिन जरी सोच, अगर खाली तोरा में विशुद्ध इरादा हउ, अपन साथ-साथ तूँ नताल्या निकोलायेव्ना के भी बरबाद कर देमहीं, पक्का बरबाद कर देमहीं! अइकी तूँ अभी घंटा भर मानवता के प्रति प्रेम के बारे बात कइलहीं, विचारधारा के उत्कृष्टता के बारे, उदार लोग के बारे, जेकन्हीं साथ तूँ परिचित होलहीं; लेकिन इवान पित्रोविच के पुछहीं, कि हम कउची [*313] अभी उनका पुछलिअइ, जब हमन्हीं चौठा मंजिला पर चढ़ रहलिए हल, हियाँ के घृणास्पद ज़ीना से होके, आउ हियाँ दरवाजा भिर खड़ी हलिअइ, हमन्हीं के जिनगी आउ गोड़ बचावे खातिर भगमान के धन्यवाद देते? जानऽ हीं, अनजाने में कइसन विचार हमर दिमाग में तखनिएँ अइलइ? हमरा अचरज होलउ, कि तूँ नताल्या निकोलायेव्ना के प्रति एतना प्रेम रहते, कइसे सहन कर सकलहीं, कि ऊ अइसन फ्लैट में रह रहले ह? कइसे तोरा अंदाज नञ् लगलउ, कि अगर तोरा संसाधन नञ् हउ, अगर तोरा अपन कर्तव्य पालन के खातिर क्षमता नञ् हउ, त तोरा कोय अधिकार नञ् हउ पति बन्ने के, कोय अधिकार नञ् हउ खुद के ऊपर कोय दायित्व लेवे के। केवल प्रेम काफी नञ् हइ; प्रेम दर्शावल जा हइ कर्म से; लेकिन तूँ कइसे तर्क दे हीं - 'बल्कि तूँ हमरा साथ कष्ट झेल, लेकिन हमरा साथ रह' - आखिर ई तो मानवता नञ् हइ, ई उदारता नञ् हइ! सार्वजनिक प्रेम के बात करना, सार्वजनिक समस्या पर हर्षातिरेक में प्रशंसा करना आउ साथे-साथ प्रेम के विरुद्ध अपराध करना आउ एकरा तरफ ध्यान नञ् देना - ई तो समझ में नञ् आवऽ हइ! हमरा टोकथिन नञ्, नताल्या निकोलायेव्ना, हमरा बात समाप्त करे देथिन; हमरा बहुत कटु लगऽ हइ, आउ हमरा बता देवे के चाही। तूँ कहलहीं, अल्योशा, कि एतना दिन के दौरान तूँ आकर्षित होलहीं ऊ सब कुछ से, जे उदार, सुन्दर, ईमानदार हइ, आउ हमरा धिकरलहीं, कि हमन्हीं के मंडली (समाज) में अइसन कोय आकर्षण नञ् हइ, बल्कि खाली एगो शुष्क विवेक। देखहीं - उच्च आउ उत्तम के प्रति आकृष्ट होना आउ ओकर बाद, जे हियाँ मंगलवार के होलइ, चार दिन तक ऊ लड़की के उपेक्षा करना, जे लगतइ, कि संसार में तोरा लगी सबसे जादे प्रिय हउ! तूँ कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के साथ अपन बहस के बारे भी स्वीकार कइलहीं, कि नताल्या निकोलायेव्ना तोरा एतना प्यार करऽ हथुन, एतना उदार हथुन, कि तोर हरक्कत के माफ कर देथुन। लेकिन तोरा कइसन हक हउ अइसन माफी के भरोसा करे के, आउ एकरा बारे बाजी लगावे के? आउ की वास्तव में तूँ एक्को तुरी नञ् सोचलहीं, कि केतना कटु विचार, केतना शंका, संदेह ई समय के दौरान तूँ नताल्या निकोलायेव्ना के भेजलहीं? की वास्तव में, चूँकि तूँ कइसनो नयका विचार के प्रति आकृष्ट होलहीं, त तोरा अधिकार हो गेलउ अपन सबसे पहिला कर्तव्य के उपेक्षा करे के? हमरा माफ कर देथिन, नताल्या निकोलायेव्ना, कि हम अपन वचन तोड़ देलिअइ। लेकिन वर्तमान स्थिति ई वचन से अधिक गंभीर हइ - अपने खुद ई बात के समझ जइथिन ... की तूँ जानऽ हीं, अल्योशा, कि हम अइसन तकलीफ में नताल्या निकोलायेव्ना के देखलिअइ, कि ई बात साफ हलइ, कि ई चार दिन के तूँ उनका लगी कइसन नरक में बदल देलहीं, जे, एकर विपरीत, जे उनकर जिनगी में सबसे जादे खुशी के दिन होते हल। अइसन हरक्कत, एक तरफ के, आउ - शब्द, शब्द आउ शब्द - दोसरा तरफ के ... की वास्तव में हम सही नञ् हिअइ! आउ तूँ एकर बाद हमरा दोषी ठहरा सकऽ हीं, जबकि तूँहीं सब तरह से दोषी हकहीं?"

प्रिंस अपन बात समाप्त कइलकइ। ऊ अपन वक्तृत्व पर उत्तेजित भी हो गेलइ आउ अपन विजय के हमन्हीं से छिपा नञ् सकलइ। जब अल्योशा नताशा के तकलीफ के बारे सुनलकइ, त ऊ कष्टदायक उदासी से ओकरा तरफ नजर डललकइ, लेकिन नताशा अब तक निर्णय कर चुकले हल।

"बहुत हो गेलो, अल्योशा, उदास मत होवऽ", ऊ कहलकइ, "दोसरा लोग तोरा से जादे दोषी हइ। बैठ जा आउ सुन्नऽ, जे हम तोहर पिताजी के कहे जा रहलियो ह। अब अन्तिम फैसला करे के समय हो गेलो ह!"

"बोलथिन, नताल्या निकोलायेव्ना", प्रिंस बोललइ, "हम अपने से आग्रहपूर्वक निवेदन करऽ हिअइ! हम दू घंटा से ई पहेली के सुन रहलिए ह। ई अब बरदास के बाहर हो गेले ह, आउ, हम स्वीकार करऽ हिअइ, कि हमरा अइसन स्वागत के आशा नञ् हलइ।"

[*314] "शायद; काहेकि हमन्हीं के अपन शब्द से मुग्ध कर देवे के सोच रहलथिन हल, ताकि हमन्हीं अपने के गुप्त मंशा के नोटिस नञ् कर पइअइ। एकरा में अपने के कउची समझावल जाय! अपने खुद्दे सब कुछ जानऽ हथिन आउ सब कुछ समझऽ हथिन। अल्योशा सही हका। सर्वप्रथम इच्छा अपने के हइ - हमन्हीं के पृथक् कर देना। अपने के पहिलहीं से सब कुछ कंठस्थ हलइ, कि हियाँ कउची घटतइ, ऊ मंगलवार के शाम के बाद, आउ सब कुछ मानु अँगुरी पर गिनके भरोसा कर लेलथिन हल। हम पहिलहीं अपने के कह चुकलिए ह, कि हमरा तरफ आउ विवाह तरफ, जे अपने प्लान कइलथिन हँ, गंभीरता से नञ् देखऽ हथिन। अपने हमन्हीं के मजाक उड़ावऽ हथिन; अपने खेल खेल रहलथिन हँ आउ अपने के कोय निश्चित लक्ष्य हइ। अपने के खेल सुरक्षित हइ। अल्योशा सही हला, जब ऊ अपने के धिकरलका हल, कि अपने ई सब के एगो हास्यास्पद नाटक (vaudeville) नियन देखऽ हथिन। अपने के, एकर विपरीत, खुश होवे के चाही हल, न कि अल्योशा के धिक्कारे के, काहेकि ऊ, बिन कुछ जानले, सब कुछ पूरा कइलका, जे अपने उनका से आशा करऽ हलथिन; शायद, एकरा से जादहीं।"

हम तो आश्चर्य से स्तब्ध रह गेलिअइ। हम तो आशा कइलिए हल, कि ई शाम कइसनो प्रलय होतइ। लेकिन नताशा के बहुत स्पष्ट खुलापन आउ ओकर शब्द के स्पष्ट घृणास्पद स्वर हमरा अत्यंत हद तक अचंभित कर देलकइ। मतलब, ओकरा वास्तव में कुछ तो मालुम हलइ, हम सोचलिअइ, आउ तुरन्त पृथक् होवे के निर्णय कर लेलके हल। शायद, आतुरता से भी ऊ प्रिंस के इंतजार करब करऽ हलइ, ताकि सीधे ओकर आँख के सामने एक्के तुरी सब कुछ कह देइ। प्रिंस जरी पीयर पड़ गेलइ। अल्योशा के चेहरा पर बचकाना भय आउ कष्टदायक प्रत्याशा देखाय देलकइ। "आद करथिन, हमरा कउची के बारे दोष देलथिन!" प्रिंस चिल्लइलइ, "आउ बल्कि जरी अपन शब्द पर ध्यान देथिन ... हमरा कुछ नञ् समझ में आवऽ हइ।"

"ओह! मतलब अपने दू शब्द से नञ् समझे लगी चाहऽ हथिन", नताशा कहलकइ, "ओहो, अइकी अल्योशा भी अपने के ओइसीं समझलथिन हँ, जइसे कि हम, आउ हमन्हीं आउ इनका साथ कुछ बातो नञ् होले हल, हियाँ तक कि हमन्हीं एक दोसरा के देखवो नञ् कइलिए हल! आउ इनको भी लगलइ, कि अपने हमन्हीं साथ अनुचित, अपमानजनक खेल खेलब करऽ हथिन, आउ ऊ अपने के प्यार करऽ हथिन आउ अपने में विश्वास करऽ हथिन, जइसन कि भगमान में।"

अपने ओकरा साथ जरी आउ जादे सावधान, जादे चतुर रहे के जरूरतो नञ् समझलथिन; अपने के भरोसा हलइ, कि ऊ अन्दाज नञ् लगा पइतइ। लेकिन उनका नाजुक, संवेदनशील, प्रभावशाली हृदय हइ, आउ अपने के शब्द, अपने के लहजा, जइसन कि ऊ कहऽ हथिन, उनकर हृदय में बस गेले ह ..."

"हमर कुच्छो नञ्, कुच्छो नञ् समझ में आवऽ हइ!" प्रिंस दोहरइलकइ, बड़गो अचरज के साथ हमरा दने मुड़ते, मानु हमरा एगो गोवाह के रूप में ले रहले हल। ऊ नराज आउ उत्तेजित हो गेलइ। "अपने शक्की हथिन, अपने उत्तेजित हथिन", ऊ बात जारी रखलकइ, ओकरा दने संबोधित करते, "सीधे कहल जाय त अपने कतेरिना फ़्योदोरोव्ना से ईर्ष्या करऽ हथिन आउ ओहे से सारी दुनियाँ के दोषी ठहरावे लगी तैयार हथिन आउ हमरा सबसे पहिले, आउ ... आउ हमरा सब कुछ कहे देथिन - अपने के चरित्र के बारे विचित्र राय प्राप्त कइल जा सकऽ हइ ... हम अइसन दृश्य के आदत नञ् हइ; अइसन घटना के बाद हम एक्को पल नञ् ठहरतिए हल, अगर हमर बेटा के हित के बात नञ् रहते हल ... हम अभियो इंतजार में हिअइ, समझावे के कृपा करथिन?"

"मतलब अपने तइयो जिद कइले हथिन आउ दू शब्द में समझे लगी नञ् चाहऽ हथिन, ई बात के बावजूद कि ई सब के कंठस्थ जानऽ हथिन? अपने वास्तव में चाहऽ हथिन, कि हम सीधे-सीधे अपने के बता दिअइ?"

"हम ठीक एहे हासिल करे लगी चाहऽ हिअइ।"

"ठीक हइ, त सुनथिन", नताशा चिल्लइलइ, क्रोध से ओकर आँख चमक रहले हल, "हम सब कुछ कह देबइ, सब कुछ!"


 भूमिका               भाग 3, अध्याय 1              भाग 3, अध्याय 3

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