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Wednesday, October 20, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 4; अध्याय 6

                 अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 4

अध्याय 6

अल्योशा मीटिंग के एक घंटा पहिलहीं नताशा के पूर्वसूचना देवे खातिर अइलइ। हम ठीक ऊ क्षण अइलिअइ, जब कात्या के कल्यास्का (घोड़ागाड़ी) हमन्हीं के गेट पर रुकलइ। कात्या के साथ फ्रेंच बूढ़ी हलइ, जे, लमगर अवधि तक मनौती आउ हिचकिचाहट के बाद, आखिरकार ओकरा साथ आवे लगी आउ हियाँ तक कि ओकरा उपरे नताशा के हियाँ अकेल्ले जाय देवे लगी सहमत होलइ, लेकिन अल्योशा के साथ के सिवाय आउ दोसरा तरह से नञ्; खुद कल्यास्का में इंतजार करते रहलइ। कात्या हमरा पास बोलइलकइ आउ, कल्यास्का से बिन बाहर अइले, अपना भिर अल्योशा के बोलावे खातिर निवेदन कइलकइ। हम नताशा के आँसू बहइते पइलिअइ; आउ अल्योशा आउ ऊ - दुन्नु रो रहले हल। ई सुनके, कि कात्या हियाँ पहुँच चुकले ह, नताशा कुरसी पर से उठ गेलइ, आँसू पोछ लेलकइ आउ उत्तेजित होल दरवाजा के सामने खड़ी हो गेलइ। ई सुबह ऊ पूरा श्वेत वस्त्र में हलइ। ओकर गढ़गर सुनहरा केश निम्मन से [*397] कंगही कइल हलइ आउ पीछू तरफ मोटगर जूरा बान्हल हलइ। अइसन केश शैली हमरा बहुत पसीन हलइ। ई देखके, कि हम ओकरा साथ हिअइ, नताशा हमरो अतिथि सब के स्वागत करे खातिर आवे लगी निवेदन कइलकइ।

"अभी तक हमरा नताशा के हियाँ भेंट नञ् दे सकलिअइ", हमरा से कात्या बोललइ, ज़ीना पर चढ़ते। "हमरा पर अइसन जासूसी कइल गेलइ, कि ई भयंकर हइ।  मादाम आल्बेर्त (Madame Albert) के दू सप्ताह से समझा रहलिए हल, आखिरकार ऊ सहमत होलथिन। आउ तूँ, तूँ, इवान पित्रोविच, एक्को तुरी हमरा हीं भेंट नञ् देलऽ! हम तोहरा लिखियो नञ् पइलियो, आउ इच्छो नञ् हलो, काहेकि पत्र के सहायता से कुच्छो समझावल नञ् जा सकऽ हइ। लेकिन हमरा तोहरा देखे के केतना मन करऽ हलो ... हे भगमान, अभी हमर दिल केतना धड़धड़ कर रहल ह ..."

"ज़ीना ढालू हइ", हम जवाब देलिअइ।

"हाँ ... आउ ज़ीना ... आउ की, तूँ की सोचऽ हो - नताशा हमरा पर गोस्सा तो नञ् करतइ?"

"नञ्, काहे लगी?"

"अच्छऽ हाँ ... निस्सन्देह, काहे लगी; अभ तो हम खुद देखबइ; पुच्छे के की जरूरत हइ? ..."

हम ओकरा बाँह पकड़के ले गेलइ। ऊ पीयर भी पड़ गेलइ आउ, लगऽ हइ, बहुत डर रहले हल। अन्तिम मोड़ पर ऊ साँस लेवे खातिर रुक गेलइ, लेकिन हमरा दने तकलकइ आउ दृढ़तापूर्वक उपरे चढ़लइ।

एक तुरी आउ ऊ दरवाजा भिर रुकलइ आउ हमरा फुसफुसइलइ - «हम खाली जइबइ आउ ओकरा कहबइ, कि हमरा ओकरा मेम एतना विश्वास हलइ, कि बिन कोय भय के हम अइलिअइ ... लेकिन, हम काहे लगी बातचीत कर रहलिए ह; आखिर हमरा पक्का विश्वास हइ, कि नताशा उदार जीव हइ। हइ न?»

ऊ भीरूतापूर्वक अन्दर गेलइ, दोषी नियन, आउ एकटक नताशा तरफ तक्के लगलइ, जे ओकरा दने तुरते मुसकइलइ। तब कात्या तेजी से ओकरा भिर गेलइ, ओकरा हाथ से पकड़ लेलकइ आउ अपन स्थूल होंठ के नताशा के होंठ से दबइलकइ। तब, नताशा के बिन कोय शब्द बोलले, गंभीरतापूर्वक आउ तीक्ष्णतापूर्वक अल्योशा तरफ मुड़लइ आउ ओकरा आधा घंटा खातिर हमन्हीं के एकांत देवे के निवेदन कइलकइ।

"तूँ गोस्सा नञ् करऽ, अल्योशा", ऊ आगू बोललइ, "बात ई हइ कि हमरा नताशा के साथ बहुत कुछ बात करे के हइ, बहुत महत्त्वपूर्ण आउ गंभीर बात, जे तोरा नञ् सुन्ने के चाही। बुद्धिमानी देखावऽ, चल जा। आउ तूँ, इवान पित्रोविच, हियाँ रहऽ। तोहरा हमन्हीं के पूरे बातचीत के सुन्ने के चाही।"

"बैठल जाय", अल्योशा के चल गेला पर ऊ नताशा के कहलकइ, "हम अइसे, तोहर सामने बैठबो। हमरा पहिले तोहरा देखे के मन करऽ हको।"

ऊ लगभग नताशा के सामने बैठलइ आउ कुछ पल खातिर ओकरा तरफ एकटक देखते रहलइ। नताशा ओकरा स्वाभाविक मुसकान के साथ उत्तर देलकइ।

"हम पहिलहीं तोहर फोटो देख चुकलियो ह", कात्या बोललइ, "हमरा अल्योशा देखइलथुन हल।"

"त की, हम छवि से मिल्लऽ-जुल्लऽ हिअइ?"

"तूँ बेहतर हकहो", कात्या दृढ़तापूर्वक आउ गंभीरतापूर्वक उत्तर देलकइ। "आउ हम अइसीं सोचऽ हलियो, कि तूँ बेहतर होतहो।"

"सचमुच? आउ हम तोहरा दने आँख गड़इले देखब करऽ हियो। तूँ केतना सुन्दर हकहो!"

"तूँ की कह रहलहो ह! हम काहाँ! ... हमर दुलारी!" ऊ आगू बोललइ, अपन काँपइत हाथ से नताशा के हाथ धरके, आउ आउ दुन्नु फेर से चुप हो गेलइ, एक दोसरा दने निहारते।

"त अइकी ई बात हइ, हमर देवदूत", कात्या [*398] चुप्पी तोड़लकइ, "हम सब के कुल्लम आधा घंटा साथ में रहे के हइ; मादाम आल्बेर्त एतनो पर मोसकिल से सहमत होला, जबकि हमन्हीं के बहुत कुछ बातचीत करे के हइ ... हम चाहऽ हिअइ ... हमरा चाही ... अच्छऽ, हम तोहरा सीधे पुच्छऽ हियो - की तूँ अल्योशा के बहुत प्यार करऽ हो?"

"हाँ, बहुत।"

"आउ अइसन बात हइ ... अगर तूँ अल्योशा के बहुत प्यार करऽ हो ... त ... तूँ उनकर खुशी के भी ध्यान रखभो...", ऊ भीरुतापूर्वक आउ फुसफुसइते आगू बोललइ।

"हाँ, हम चाहऽ हिअइ, कि ऊ खुश रहथिन ..."

"एहे बात हइ ... लेकिन अइकी, प्रश्न हइ - की हम उनका खुश रखबइ? की हमरा अइसन कहे के अधिकार हइ, काहेकि हम उनका तोहरा हीं से लेके जा रहलियो ह। अगर तोहरा लगऽ हको आउ हमन्हीं अभी एकर निर्णय करते जइबइ, कि अगर ऊ तोहरा साथ जादे खुश रहथिन, त ... त ..."

"एकर पहिलहीं निर्णय हो चुकले ह, प्रिय कात्या, आखिर तूँ खुद्दे देखऽ हो, कि सब निर्णय कइल जा चुकले ह", शांतिपूर्वक नताशा बोललइ आउ अपन माथा गोत लेलकइ। साफ हलइ, कि ओकरा लगी बातचीत जारी रखना कठिन हलइ।

कात्या तैयार हलइ, लगऽ हइ, ई विषय पर लमगर चर्चा खातिर - कउन अल्योशा के बेहतर सुख देतइ आउ ओकन्हीं में से केकरा छोड़े पड़तइ? लेकिन नताशा के उत्तर के बाद तुरते समझ गेलइ, कि सब कुछ कब के निर्णय हो चुकले ह आउ आगू कुच्छो बात करे लायक नञ् रह गेले ह। अपन सुन्दर होंठ के आधा खुला रखले, ऊ घबराहट आउ उदासी से नताशा तरफ देखलकइ, अभियो तक ओकर हाथ के अपन हाथ से पकड़ले।

"आउ तूँ उनका प्यार करऽ हो?" अचानक नताशा पुछलकइ।

"हाँ; आउ अइकी हमहूँ तोहरा से पुच्छे लगी चाहऽ हलियो आउ एहे लगी अइलियो ह - हमरा बतावऽ, ठीक काहे लगी उनका तूँ प्यार करऽ हो?"

"मालुम नञ्", नताशा उत्तर देलकइ, आउ मानु ओकर उत्तर में कटु अधीरता सुनाय देलकइ।

"ऊ बुद्धिमान हथिन, तोहर की विचार हइ?" कात्या पुछलकइ।

"नञ्, हम बस उनका अइसीं प्यार करऽ हिअइ।"

"आउ हमहूँ। हमरा उनका लगी मानु हमेशे तरस आवऽ हइ।"

"आउ हमरो", नताशा उत्तर देलकइ।

" उनका साथ अब की कइल जाय! आउ कइसे तोहरा हमरा खातिर छोड़ सकऽ हथुन, हमरा समझ में नञ् आवऽ हइ!" कात्या उद्गार प्रकट कइलकइ। "आउ अइकी जब हम तोहरा देखलियो , हमरा समझ में नञ् आवऽ हके!"

नताशा जवाब नञ् देलकइ आउ जमीन तरफ तक्के लगलइ। कात्या कुछ देर चुप रहलइ आउ अचानक, कुरसी पर से उठके, शांतिपूर्वक ओकरा गले लगा लेलकइ। दुन्नु, एक दोसरा के गले लगाके, रो पड़लइ। कात्या नताशा के अरामकुरसी पर के बाँह पर बैठ गेलइ, ओकरा बिन अपन आलिंगन से छोड़ते, आउ ओकर हाथ चुम्मे लगलइ।

"काश, तोरा मालुम पड़तो हल, कि हम तोरा केतना प्यार करऽ हियो!" ऊ रोते-रोते बोललइ। "हमन्हीं बहिन होते जइबइ, हमेशे एक दोसरा के लिखते रहबइ ... आउ हम तोरा हमेशे प्यार करबो ... हम तोरा एतना प्यार करबो, एतना प्यार करबो ..."

"ऊ तोहरा हमन्हीं के जून महिन्ना में शादी के बारे बोललथुन हल?" नताशा पुछलकइ।

"बोललथिन हल। ऊ बतइलथिन, कि तूँहूँ सहमत हकहो। आखिर ई सब कुछ बस उनका सांत्वना देवे खातिर हइ, हइ न?"

"निस्सन्देह।"

"हमरो एहे समझ में अइलइ। हम उनका बहुत प्यार करबइ, नताशा, आउ तोहरा सब कुछ के बारे लिखबो। लगऽ हइ, ऊ अब जल्दीए हमर पति होथिन; ओहे रस्ता पर जा रहले ह। आउ ओकन्हीं सब्भे एहे बोलते जा हथिन। प्रिय नताशेच्का, आखिर तूँ अब चल जइबहो ... अपन घर?"

[*399] नताशा ओकरा जवाब नञ् देलकइ, लेकिन चुपचाप आउ कसके ओकरा चुमलकइ।

"खुश रहऽ!" ऊ बोललइ।

"आउ ... आउ तूँ ... आउ तूँहूँ", कात्या बोललइ। एहे पल दरवाजा खुललइ, आउ अल्योशा अन्दर अइलइ। ऊ ई आध घंटा के इंतजार नञ् कर सकलइ, ओकर वश में नञ् हलइ, ओकन्हीं दुन्नु के एक दोसरा के आलिंगन में आउ रोते देखके, बिलकुल अशक्त होल, तकलीफ झेलते नताशा आउ कात्या के सामने अपन टेहुना के बल गिर गेलइ।

"तूँ काहे लगी रो रहलऽ ह?" ओकरा नताशा कहलकइ, "कि तूँ हमरा से अलगे हो रहलऽ ह? लेकिन की लमगर समय खातिर? जून में अइबऽ न?"

"आउ तोहर विवाह तब होतो", अश्रु सहित कात्या बोले में शीघ्रता कइलकइ, ओहो अल्योशा के सांत्वना खातिर।

"लेकिन हम तोहरा एक्को दिन खातिर नञ् छोड़ सकऽ हियो, नञ् सकऽ हियो, नताशा। हम तोरा बेगर मर जइबो ... तूँ नञ् जानऽ ह, तूँ अभी हमरा खातिर केतना प्रिय हकऽ! ठीक अभी! ..."

"अच्छऽ, त तूँ अइसन करऽ", नताशा, अचानक जोश में आके, कहलकइ, "आखिर काउंटेस तो मास्को में कुछ दिन ठहरथुन न?"

"हाँ, लगभग एक सप्ताह", कात्या बीच में बोललइ।

"एक सप्ताह! त एकरा से बेहतर की होतइ - कल तूँ उनकन्हीं साथ मास्को तक जा, ई बस एक दिन के काम हको, आउ तुरते हियाँ चल आवऽ। जइसीं उनकन्हीं के मास्को से प्रस्थान करे के होतइ, त हमन्हीं आखिर, एक महिन्ना खातिर, बिदा होते जइबइ, आउ तूँ फेर मास्को लौट जइहऽ उनकन्हीं साथ जाय खातिर।"

"अच्छऽ, ठीक हइ, ठीक हइ ... आउ तूँ तइयो चार दिन तक साथे रह पइबऽ", आनंदित होल कात्या बोललइ, नताशा के साथ बहुत सार्थक निगाह के आदान-प्रदान करते।

ई नयका प्लान से अल्योशा के हर्षातिरेक के वर्णन नञ् कर सकऽ हिअइ। ऊ अचानक बिलकुल शांत हो गेलइ; ओकर चेहरा खुशी से खिल उठलइ, ऊ नताशा के आलिंगन कइलकइ, कात्या के हाथ चुमलकइ, हमर गले लगलइ। नताशा उदास मुसकान सहित ओकरा तरफ देखलकइ, लेकिन कात्या के बरदास नञ् होलइ। ऊ हमरा साथ गरम, चमकइत निगाह के आदान-प्रदान कइलकइ, नताशा के गले लगइलकइ आउ जाय लगी कुरसी पर से उठ गेलइ। मानु सोद्देश्य, तखनिए फ्रेंच औरत एगो अदमी के भेजलकइ, मीटिंग के जल्दी से जल्दी समाप्त करे के निवेदन के साथ आउ कि निश्चित कइल आधा घंटा गुजर गेलइ।

नताशा उठ गेलइ। दुन्नु एक दोसरा के सामने खड़ी होलइ, हाथ पकड़ले आउ मानु निगाह से ऊ सब कुछ बता देवे के प्रयास करते, जे आत्मा में एकत्र होल हलइ।

"आखिर हम सब के तो आउ कभी भेंट नञ् होतइ", कात्या बोललइ।

"कभी नञ्, कात्या", नताशा उत्तर देलकइ।

"अच्छऽ, त अलविदा कहल जाय।

दुन्नु एक दोसरा के गले-गले मिललइ।

"हमरा शाप नञ् दीहऽ", जल्दी-जल्दी में कात्या फुसफुसइलइ, "आउ हम ... हमेशे ... पक्का विश्वास रक्खऽ ... ऊ खुश रहथिन ... चलल जाय, अल्योशा, हमरा पहुँचा द!" ऊ तेजी से बोललइ, ओकरा हाथ से पकड़ते।

"वान्या!" नताशा हमरा कहलकइ, उत्तेजित आउ निढाल होल, जब ओकन्हीं चल गेते गेलइ, "ओकन्हीं के पीछा करऽ आउ तूँ आउ ... वापिस मत आवऽ - हमरा हीं अल्योशा शाम तक रहतो, आठ बजे तक; लेकिन शाम में ओकरा से जादे नञ्, ऊ चल जइतइ। हम अकेल्ले रहबो ... नो बजे आवऽ। मेहरबानी करके।"

[*400] जब नो बजे, नेली के अलिक्सान्द्रा सिम्योनोव्ना के साथ छोड़के (कप के टुट्टे के घटना के बाद[1]), हम नताशा हीं अइलिअइ, ऊ अकेलहीं हलइ आउ अधीरतापूर्वक हमर इंतजार कर रहले हल। मावरा हमन्हीं के समावार देलकइ; नताशा हमरा लगी चाय ढरलकइ, सोफा पर बैठ गेलइ आउ हमरा जरी अपन नगीच बोलइलकइ।

"त अइकी अब सब कुछ समाप्त हो गेलइ", ऊ कहलकइ, एकटक हमरा दने देखते। कभियो हम ई नजर के भुला नञ् पइबइ।

"आउ अइकी हमन्हीं के प्यार भी समाप्त हो गेल। छो महिन्ना के जिनगी! आउ जिनगी भर लगी", ऊ आगू बोललइ, हमर हाथ दबइते। ओकर हाथ जल रहले हल। हम ओकरा जरी आउ गरम कपड़ा पेन्हे लगी आउ बेड पर लेट जाय लगी समझावे लगलिअइ।

"अब, वान्या, अब, हमर निम्मन मित्र। हमरा कुछ बोले द आउ जरी कुछ आद करे द ... हम अब

"हम अब टूट गेलूँ हँ ... बिहान हम ओकरा अन्तिम तुरी देखम, नो बजे ... अन्तिम तुरी!"

"नताशा, तोरा बोखार हकउ, अब कँपकँपी होतउ; खुद के खियाल रख ..."

"की? हम अभी तोर इंतजार कइलियो, वान्या, ई आध घंटा, ओकर चल गेला के बाद, आउ तूँ की सोचऽ हो, हम कउची बारे सोचऽ हलिअइ, हम कउची बारे खुद के पुच्छऽ हलिअइ? पुच्छऽ हलिअइ - की हम ओकरा प्यार करऽ हलिअइ, कि नञ् करऽ हलिअइ आउ हमर प्यार कइसन हलइ? की, तोरा लगी हास्यास्पद हको, वान्या, कि हम खुद के खाली अब पुच्छब करऽ हिअइ?"

"तूँ खुद के परेशान मत कर, नताशा ..."

"देखऽ, वान्या - आखिर हम फैसला कइलिअइ, कि हम ओकरा बराबर के रूप में नञ् प्यार करऽ हलिअइ, ओइसे, जइसे साधारणतः एगो औरत कोय मरद से प्यार करऽ हइ। हम ओकरा प्यार करऽ हलइ ... लगभग माय नियन। हमरा एहो लगऽ हइ, कि दुनियाँ में अइसन प्यार बिलकुल नञ् होवऽ हइ, कि दुन्नु एक दोसरा के बराबर के रूप में प्यार करे, ऐं? तूँ की सोचऽ हो?"

हम बेचैनी से ओकरा तरफ देखलिअइ आउ हमरा डर हलइ, कि कहीं ओकरा बोखार तो नञ् शुरू हो जइतइ। मानु कुछ तो ओकरा पर हावी हो रहले हल; ओकरा बोले के कइसनो विशेष आवश्यकता महसूस हो रहले हल; ओकर कुछ शब्द मानु असंगत लगऽ हलइ, कभी-कभी तो ऊ सब शब्द के ठीक से उच्चारण भी नञ् कर पावऽ हलइ। हमरा बहुत डर लग रहले हल।

"ऊ हम्मर हलइ", ऊ बात जारी रखलकइ। "लगभग पहिलउका भेंट के साथ ओकरा साथ तहिया हमरा एगो दुर्निवार अभिलाषा होलइ, कि ऊ हम्मर होवे के चाही, जल्दी से जल्दी हम्मर, आउ ऊ केकरो दोसरा के नञ् निहारे, केकरो नञ् जाने, सिवाय हमरा, खाली हमरा ... कात्या हाल में निम्मन से बतइलकइ - हम ओकरा ठीक ओइसीं प्यार करऽ हलिअइ, मानु हमेशे ओकरा लगी तरस आवऽ हलइ ... हमरा हमेशे दुर्निवार अभिलाषा रहऽ हलइ, हियाँ तक कि यातना भी, जब हम अकेल्ले रह जा हलिअइ, कि ऊ बहुत आउ हमेशे खुश रहइ। ओकर चेहरा तरफ (तूँ आखिर ओकर चेहरा के भाव जानऽ हो, वान्या) हम बिन बेचैनी के नञ् देख पावऽ हलिअइ - ओइसन भाव केकरो साथ नञ् होवऽ हइ, आउ जब ऊ हँस्सऽ हलइ, त हमरा ठंढी आउ कँपकँपी हो जा हलइ ... सचमुच! ..."

"नताशा, सुन ..."

"लोग बोलऽ हलइ", ऊ बीच में बोल उठलइ, "आउ तूँहूँ, लेकिन, बोललहो, कि ओकर कोय चरित्र नञ् हइ आउ ... ओतना बुधगर नञ् हइ, एगो बुतरू नियन। खैर, हम तो ओकरा में एहे गुण के सबसे जादे प्यार करऽ हलिअइ ... की तोरा एकरा में विश्वास हको? हमरा मालुम नञ्, लेकिन, कि हम ठीक एहे एक के प्यार करऽ हलिअइ - त, बस, हम ओकरा प्यार करऽ हलिअइ, आउ अगर ऊ कइसूँ दोसर होते हल, चरित्र से चाहे जादे बुद्धिमान, त हम, शायद, ओकरा ओतना प्यार नञ् करतिए हल। जानऽ हो, वान्या, हम तोरा सामने [*401] स्वीकार करऽ हियो एक बात - आद हको, हमन्हीं बीच तीन महिन्ना पहिले झगड़ा होले हल, जब ऊ ओकरा हीं हलइ, की कहल-आवे, ई मिन्ना के हियाँ ... हम पता लगइलिअइ, सुराग ढूँढ़ लेलिअइ, आउ की विश्वास करभो - हमरा बड़गो कष्ट होलइ, आउ साथे-साथ मानु खुशी भी होलइ ... नञ् मालुम, काहे ... बस एगो विचार, कि ओहो, एगो कइसनो बड़गो  अदमी नियन, दोसर बड़गो  सुन्दरी के साथ-साथ घूमते रहऽ हइ, हियाँ तक कि मिन्ना के हियाँ भी गेलइ! हम ... केतना आनंद होलइ हमरा तहिया ई झगड़ा में; आउ बाद में ओकरा माफ कर देलिअइ ... ओह प्यारे!"

ऊ हमरा चेहरा में देखलकइ आउ कइसूँ विचित्र तरह से हँसलइ। बाद में मानु विचारमग्न हो गेलइ, मानु सब कुछ अभियो आद कर रहले हल। आउ देर तक अइसीं बैठल रहलइ, होंठ पर मुसकान के साथ, भूतकाल के बारे सोचते।

"हम ओकरा अलविदा कहना बहुत पसीन करऽ हलिअइ, वान्या", ऊ बात जारी रखलकइ, "जानऽ हो, जब ऊ हमरा अकेल्ले छोड़ दे हलइ, त हम कमरा में चहलकदमी करते रहिअइ, यातना सहते रहिअइ, रोते रहिअइ, लेकिन खुद्दे कभी-कभी सोचिअइ - जेतने जादे दोषी ऊ हमरा सामने रहइ, ओतने जादे आखिर बेहतर लगइ ... हाँ! आउ जानऽ हो - हमरा हमेशे लगऽ हलइ, कि ऊ मानु अइसन छोटगर लड़का हइ - हम बैठल रहिअइ, आउ ऊ हमर टेहुना पर सिर रखके सो जाय, आउ हम ओकरा धीरे से सिर सहलइअइ, पुचकारिअइ ... हमेशे ओकरा बारे अइसन कल्पना करिअइ, जब ऊ हमरा पास नञ् रहइ ... सुन्नऽ वान्या", ऊ अचानक आगू बोललइ, "कइसन सुन्दरी हइ ई कात्या!"

हमरा लगलइ, कि ऊ खुद जानबूझके अपन घाव के छेड़ रहले ह, एकरा बारे कइसनो जरूरत महसूस करते, निराशा, तकलीफ के जरूरत ... आउ केतना अकसर अइसन होवऽ हइ ऊ दिल के साथ, जे बहुत कुछ खो देलके ह!

"कात्या, हमरा लगऽ हइ, ओकरा खुशी दे सकऽ हइ", ऊ बात जारी रखलकइ। "ओकर स्वभाव हइ आउ बोलऽ हइ, मानु एतना पक्का विश्वास के साथ, आउ ओकरा साथ केतना गंभीर, रोबदार होवऽ हइ - हमेशे विवेकपूर्ण बात करऽ हइ, मानु प्रौढ़ हइ। आउ खुद तो, खुद तो - पक्का बुतरू हइ! छोटी प्यारी, छोटी दुलारी! ओ! ओकन्हीं के सुखी रहे देल जाय! रहे देल जाय, रहे देल जाय, रहे देल जाय! ..."

आउ आँसू, रोदन अचानक एक्के तुरी ओकर दिल से फूट पड़लइ। पूरे आध घंटा तक ऊ होश में नञ् आ पइलइ आउ न कम से कम कुछ तो शांत हो पइलइ।

प्यारी देवदूत नताशा! एहे शाम के, अपन शोक के बावजूद, ऊ हमर परेशानी पर सहानुभूति दर्शइलकइ, जब हम, ई देखके, कि ऊ जरी परेशान हइ, चाहे, बेहतर कहल जाय, थक गेले ह, आउ ओकर मन के भटकावे लगी सोचके, ओकरा नेली के बारे बतइलिअइ ... हमन्हीं ई शाम के देर से अलग होते गेलिअइ; हम इंतजार करते रहलिअइ, जब तक कि ओकरा नीन नञ् पड़ गेलइ, आउ, जइते घड़ी, मावरा के निवेदन कइलिअइ कि रात भर तक अपन बेमार मालकिन के छोड़के नञ् जाय।

"ओह, जरी जल्दी, जल्दी से जल्दी!" हम उद्गार प्रकट कइलिअइ, घर वापिस अइला पर, "जल्दी से जल्दी ई यातना के अन्त हो जाय! बल्कि कुच्छो से, बल्कि कइसूँ, लेकिन बस जल्दी से जल्दी, यथाशीघ्र!

अगले सुबह, ठीक दस बजे, हम ओकरा हीं हलिअइ। ओहे समय हमरा साथ अल्योशा भी अइलइ ... अलविदा कहे खातिर। हम नञ् बोलबइ, नञ् चाहऽ ही आद करे लगी ई दृश्य के! नताशा मानु खुद के नियंत्रित रक्खे के, जादे प्रसन्न रहे के, अधिक भावशून्य रहे के, कसम खइलके हल, लेकिन अइसन कर नञ् सकलइ। ऊ अल्योशा के आसक्तिपूर्वक, कसके आलिंगन कइलकइ। ओकरा से बहुत कम बोललइ, लेकिन ओकरा दने देर तक देखते रहलइ, एकटक, यातनादायक आउ मानु पागल नियन नजर से। ओकर एक-एक शब्द के बहुत उत्सुकतापूर्वक सुनलकइ आउ, लगऽ हइ, ओकरा कुच्छो नञ् समझ में आवऽ हलइ, जे अल्योशा ओकरा से बोलऽ हलइ। हमरा आद पड़ऽ हइ, [*402] अल्योशा ओकरा से क्षमा के प्रार्थना कइलकइ, क्षमा मँगलकइ ओकर ई प्यार लगी आउ ऊ सब कुछ लगी, जे ऊ नताशा के अइसन समय में अपमान कइलके हल, अपन विश्वासघात लगी, कात्या के प्रति अपन प्यार लगी, प्रस्थान लगी ... अल्योशा असंगत रूप से बोल रहले हल, आँसू ओकरा गला घोंट रहले हल। कभी-कभी ऊ अचानक ओकरा सांत्वना देवे लगइ, बोलइ, कि ऊ तो खाली एक महिन्ना खातिर जाब करऽ हइ, चाहे जादे से जादे पाँच सप्ताह खातिर, कि ऊ ग्रीष्मकाल में आ जइतइ, तखने ओकन्हीं के विवाह होतइ, आउ पिताजी सहमत होथिन, आउ, आखिरकार, मुख्य बात ई, कि आखिर ऊ तो मास्को से परसुन अइतइ, आउ तब पूरे चार दिन ओकन्हीं साथ-साथ गुजारतइ आउ कि, मतलब, अभी खाली एक्के दिन लगी अलग हो रहते गेले हल ...

विचित्र बात हलइ - ओकरा खुद पक्का विश्वास हलइ, कि सच बोल रहले ह आउ पक्का परसुन मास्को से वापिस अइतइ ... त ऊ खुद्दे की कारण से एतना रो रहले हल आउ यातना झेल रहले हल?

आखिरकार, घड़ी एगारह बजइलकइ। हम ओकरा जबरदस्ती समझा सकलिअइ चल जाय लगी। मास्को ट्रेन ठीक बारह बजे प्रस्थान कर जा हलइ। एक घंटा रह गेले हल। नताशा हमरा फेर बाद में खुद्दे बोललइ, कि ओकरा आद नञ् हइ, कि अन्तिम तुरी ऊ ओकरा तरफ कइसे देखलके हल। हमरा आद पड़ऽ हइ, कि ऊ ओकरा लगी क्रॉस कइलकइ, चुमलकइ आउ, हाथ से अपन चेहरा के झाँपके, तेजी से वापिस कमरा में चल गेलइ। हमरा अल्योशा के एकिपाझ (घोड़ागाड़ी) तक छोड़े जाय के हलइ, नञ् तो ऊ पक्का वापिस चल अइते हल आउ ज़ीना से कभी नञ् उतरते हल।

"तूँहीं हमर एकमात्र आशा हकऽ", ऊ हमरा से बोललइ, निच्चे उतरते। "हमर मित्र, वान्या! हम तोरा सामने दोषी हियो आउ कभियो हम तोहर प्यार पावे के काबिल नञ् हो सकबो, लेकिन अन्तिम घड़ी तक हमर भाय बन्नल रहऽ - नताशा के प्यार करिहऽ, ओकरा कभी नञ् छोड़िहऽ, हमरा सब कुछ के बारे, यथासंभव विस्तार से आउ छोटगर से छोटगर बात के, लिखिहऽ, यथासंभव बारीक से बारीक बात के लिखिहऽ, ताकि जादे लिखाय। परसुन हम हियाँ फेर से, पक्का, पक्का! लेकिन बाद में, जब हम चल जइबो, लिखिहऽ!"

हम ओकरा द्रोश्की (टमटम) में बैठइलिअइ।

"परसुन मिलते जइबइ!" ऊ रोड से चिल्लइलइ। "पक्का!"

बैठल दिल से हम उपरे नताशा हीं वापिस अइलिअइ। ऊ कमरा के बीच खड़ी हलइ, अपन बाँह क्रॉस कइले (आड़े-तिरछे मोड़ले), आउ अचरज से हमरा दने देख रहले हल, मानु हमरा नञ् पछानब करऽ हलइ। ओकर केश कइसूँ एक दने सरक गेले हल; नजर धुँधला हलइ आउ भटक रहले हल। मावरा, खोवल नियन, दरवाजा बिजुन खड़ी हलइ, आतंकित होल ओकरा तरफ देखते।

अचानक नताशा के आँख चमक उठलइ -

"आह! ई तूँ हकऽ! तूँ!" ऊ हमरा पर चीख उठलइ। "खाली तूँ अब अकेल्ले रह गेलऽ। तूँ ओकरा से घृणा करऽ हलहो! तूँ कभियो ओकरा माफ नञ् कर सकलहो, कि हम ओकरा प्यार करिअइ ... अब तूँ फेर से हमरा साथ! की? फेर से हमरा सांत्वना  देवे लगी अइलऽ, समाझावे लगी, कि हम अपन पिता के हियाँ चल जइअइ, जे हमरा छोड़ देलका आउ शाप देलका। हम ई बात कल्हियों जानऽ हलिअइ, दू महिन्ना पहिलहूँ! ... नञ् चाही, नञ् चाही! हम खुद उनकन्हीं के कोसऽ हिअइ! ... सीधे चल जा, हम तोरा देख नञ् सकऽ हियो! चल जा, दूर हट जा!"

हम समझ गेलिअइ, कि ऊ क्रोधावेश में हइ आउ कि हमरा देखके ओकरा पागलपन के हद तक ओकरा में क्रोध चढ़ अइतइ, समझ गेलिअइ, कि एहे होना हलइ, आउ फैसला कइलिअइ कि बाहर चल जाना बेहतर हइ। हम ज़ीना पर बैठ गेलिअइ, पहिला पौड़ी पर आउ - इंतजार कइलिअइ। कभी-कभी हम उठ जा हलिअइ, दरवाजा खोलऽ हलिअइ, मावरा के खुद के पास बोलावऽ हलिअइ आउ ओकरा से पूछताछ करऽ हलिअइ; मावरा रोवऽ हलइ।

[*403] अइसीं आध घंटा गुजर गेलइ। हम कल्पना नञ् कर सकऽ ही, कि ई समय के दौरान हमरा की-की बरदास करे पड़ल। हमर दिल बैठ गेल हल आउ असीम दरद से यातना झेलब करऽ हलइ। अचानक दरवाजा खुललइ, आउ नताशा बाहर दौड़ल ज़ीना पर गेलइ, हैट आउ बुर्नूस में। ऊ बेहोश नियन हलइ आउ खुद्दे हमरा बाद में बोललइ, कि ओकरा मोसकिल से ई आद पड़ऽ हइ आउ ओकरा मालुम नञ्, कि ऊ काहाँ आउ कउन इरादा से दौड़े लगी चहलकइ।

हम अपन जगह से उछलके उठियो नञ् पइलिए हल आउ ओकरा से खुद के कहीं छिपइवो नञ् कइलिए हल, कि अचानक ऊ हमरा देखलकइ आउ, अचंभित होल, हमरा सामने अडिग खड़ी हो गेलइ। «हमरा अचानक आद पड़लइ», ऊ बाद में हमरा से बोललइ, «कि हम, पागल, निर्दय, तोरा निकास बाहर कर सकलियो, तोहरा, अपन मित्र के, अपन भाय के, अपन उद्धारक के! आउ जइसीं देखलियो, कि तूँ, बेचारा, हमरा से अपमानित, ज़ीना पर बैठल हकऽ, जा नञ् रहलऽ ह आउ इंतजार करब करऽ ह, जब तक कि हम तोरा वापिस नञ् बोलइयो - हे भगमान! - काश, तूँ जान पइतऽ हल, वान्या, कि तखने हमरा पर की गुजरल! मानु हमर दिल में कुछ तो घोंप देल गेले हल ...»

"वान्या! वान्या!" ऊ चिल्लइलइ, हमरा तरफ अपन हाथ बढ़इते, "तूँ हियाँ! ..." आउ हमर अकवार में गिर गेलइ।

हम ओकरा पकड़ लेलिअइ आउ कमरा में लइलिअइ। ऊ मूर्च्छित हलइ! «की कइल जाय?», हम सोचलिअइ। «ओकरा बोखार चढ़तइ, ई पक्का हइ!»

हम डाक्टर के हियाँ दौड़ल जाय के निर्णय कइलिअइ; रोग के नियंत्रित करे के हलइ। जल्दी जाना संभव हलइ; हमर बुढ़उ जर्मन साधारणतः दू बजे तक घर पर रहऽ हलथिन। हम उनका हीं दौड़के गेलिअइ, मावरा के निवेदन करते कि ऊ एक्को मिनट, एक्को सेकेंड लगी नताशा से दूर नञ् जाय आउ ओकरा कधरो जाय नञ् देल जाय। भगमान हमरा मदत कइलका - अगर थोड़हूँ देर होते हल, त हम बुढ़उ के घर पर नञ् पइतिए हल। उनका से हमरा रोड पर भेंट होलइ, जब ऊ फ्लैट से निकस रहलथिन हल। पल भर में हम उनका अपन गाड़ी में बैठइलिअइ, एकर पहिले कि उनका अचंभित होवे के समय मिल पइते हल, आउ हमन्हीं वापिस नताशा हीं चल पड़लिअइ।

हाँ, भगमान हमरा मदत कइलथिन! हमर अनुपस्थिति के आध घंटा में नताशा के हियाँ अइसन घटना घटलइ, जे ओकरा बिलकुल मार दे सकले हल, अगर हम आउ डाक्टर समय पर नञ् पहुँच पइतिए हल। हमर प्रस्थान के बाद पनरहो मिनट नञ् गुरले हल, कि प्रिंस प्रवेश कइलके हल। ऊ अभी-अभी अपन लोग के विदा कइलके हल आउ रेलवे स्टेशन से सीधे नताशा के हियाँ अइले हल। ई भेंट, बहुत पहिलहीं निश्चित कइल हलइ आउ ओकरा द्वारा प्लान कइल हलइ। नताशा खुद हमरा बाद में बतइलके हल, कि पहिला पल ओहो प्रिंस से अचंभित नञ् होले हल। «हम तो पागल हो गेलिए हल», ऊ बोललइ।

प्रिंस ओकर सामने बैठल हलइ, ओकरा तरफ स्नेहशीलता, सहानुभूतिपूर्ण निगाह से देखते।

"हमर दुलारी", ऊ कहलकइ, आह भरते, "हम अपने के शोक समझऽ हिअइ; हम जानऽ हलिअइ, कि अपने खातिर केतना कठिन होतइ ई पल, आउ हम अपने के हियाँ भेंट देना अपन कर्तव्य समझलिअइ। शांत हो जाथिन, अगर हो सकऽ हथिन, कम से कम ई बात से कि अल्योशा के मुक्त करके, ओकर सुख निश्चित कर देलथिन। लेकिन अपने ई बात के हमरा से बेहतर समझऽ हथिन, काहेकि अपने एगो उदार कारनामा (साहसिक कार्य) पर निर्णय कइलथिन ..."

«हम बैठल सुन रहलिए हल», हमरा नताशा बतइलकइ, «लेकिन हमरा शुरू में, सचमुच, मानु ओकर बात समझ में नञ् आब करऽ हलइ। खाली आद पड़ऽ हइ, कि हम एकटक, एकटक ओकरा दने तक रहलिए हल। ऊ हमर हाथ पकड़लकइ आउ ओकरा अपन हाथ से दबावे लगलइ। ई ओकरा लगी, लगऽ हइ, बहुत खुशी के बात हलइ। हम एतना होश में नञ् हलिअइ, कि हम ओकर हाथ से अपन हाथ के घींच लेवे के सोच सकतिए हल।»

[*404] "अपने समझ गेलथिन", ऊ बात जारी रखलकइ, "कि, अल्योशा के पत्नी बनके, ओकरा में बाद में खुद के प्रति घृणा उत्पन्न कर सकऽ हलथिन, आउ अपने के काफी उदार गौरव हलइ, इ बात के समझे के आउ निश्चय करे के ... लेकिन - आखिर हम अपने के प्रशंसा करे खातिर अपने के हियाँ हम नञ् अइलिए ह। हम खाली अपने के सामने घोषित करे लगी चाहऽ हलिअइ, कि कभियो आउ कहिंयों अपने के हमरा से बेहतर मित्र नञ् मिलतइ। हमरा अपने के साथ सहानुभूति हइ आउ अपने पर तरस आवऽ हइ। ई सब काम में हम अनिच्छा से भाग लेलिए ह, लेकिन - हम अपन कर्तव्य पूरा कइलिए ह। अपने के उत्तम हृदय ई बात के समझतइ आउ हमरा साथ समझौता कर लेतइ ... लेकिन हमरा लगी अपने के अपेक्षा अधिक कठिन हलइ, विश्वास करथिन!"

"काफी हो गेलइ, प्रिंस", नताशा कहलकइ। "हमरा शांति से रहे देथिन।"

"पक्का, हम जल्दीए चल जइबइ", ऊ उत्तर देलकइ, "लेकिन हम अपने के प्यार करऽ हिअइ, अपन बेटी नियन, आउ अपने खुद के हियाँ हमरा भेंट देवे के अनुमति देथिन। हमरा तरफ अपन पिता नियन देखथिन आउ हमरा अपने खातिर लाभदायक होवे के अनुमति देथिन।"

"हमरा कुछ जरूरत नञ् हइ, हमरा छोड़ देथिन", फेर से नताशा बीच में टोकलकइ।

"जानऽ हिअइ, अपने अहंकारी हथिन ... लेकिन हम निष्ठापूर्वक बोल रहलिए ह, दिल से। अब अपने के की करे के इरादा हइ?"

माता-पिता से सुलह कर लेथिन? ई तो निम्मन काम होतइ, लेकिन अपने के पिता अन्यायी, अभिमानी आउ अत्याचारी हथिन; हमरा क्षमा करथिन, लेकिन एहे बात हइ। अपन घर में अपने अपने के अब खाली डाँट-फटकार आउ नयका यातना मिलतइ ... लेकिन, तइयो, अपने के स्वतन्त्र होवे के चाही, आउ हमर कर्तव्य, हमर पवित्र कर्तव्य हइ - अपने के देखभाल करे के आउ अपने के मदत करे के। अल्योशा हमरा से निवेदन कइलके ह कि अपने के नञ् छोड़ल जाय आउ अपने के मित्र होवल जाय। लेकिन हमरो सिवाय लोग हथिन, जे अपने के प्रति अत्यंत निष्ठावान हथिन। अपने हमरा, शायद, अपने के काउंट एन॰ से परिचित करावे के अनुमति देथिन। ऊ दिल से बहुत निम्मन, हमन्हीं के रिश्तेदार आउ कहल जा सकऽ हइ, हमन्हीं के पूरे परिवार के संरक्षक भी हथिन; ऊ अल्योशा खातिर बहुत कुछ कइलथिन हँ। अल्योशा उनका बहुत आदर आउ प्यार करऽ हलइ। ऊ बहुत शक्तिशाली व्यक्ति हथिन, उनकर बड़गो प्रभाव हइ, बूढ़ा हो चुकलथिन हँ, आउ अपने जइसन लड़की के उनका स्वागत कइल जा सकऽ हइ। हम उनका साथ अपने के बारे बात कर चुकलिए ह। ऊ अपने के स्थापित कर सकऽ हथिन आउ, अगर चाहथिन, त अपने के उत्तम स्थान (position) दे सकऽ हथिन ... अपन एक रिश्तेदार के हियाँ। हम कब के, सीधे आउ खुले दिल से, हमन्हीं के सब मामला  के उनका बता चुकलिए ह, आउ ऊ अपन उदार आउ परोपकारी भावना में बह गेलथिन, कि ऊ खुद्दे हमरा यथाशीघ्र अपने के उनका साथ परिचित करावे लगी कहऽ हथिन ... ई अइसन व्यक्ति हथिन, जे सब कुछ सुन्दर लगी सहानुभूति रक्खऽ हथिन, हमरा पर विश्वास करथिन - उदार, आदरणीय वृद्ध व्यक्ति, गुण के प्रशंसा करे में दक्ष हथिन आउ अभिए हाल में भी एक मामला में अपने के पिता के साथ अत्यंत उदारतापूर्वक व्यवहार कइलथिन हल।"

नताशा जरी उपरे उठ गेलइ, घायल होल नियन। अब आखिर ओकरा समझ गेलइ।

"हमरा छोड़ देथिन, हमरा तुरते छोड़ देथिन!", ऊ चीख पड़लइ।

"लेकिन, हमर मित्र, अपने भूल रहलथिन हँ - काउंट अपने के पिता लगी भी लाभदायक हो सकऽ हथिन ..."

"हमर पिताजी अपने से कुछ नञ् लेथिन। अपने हमरा तो छोड़ देथिन!" नताशा फेर से चिल्लइलइ।

"ओह, हे भगमान, अपने केतना अधीर आउ अविश्वासी हथिन! हम एकर कइसे योग्य हलिअइ", प्रिंस बोललइ, चारो दने जरी बेचैनी के साथ [*405] नजर फेरते, "कइसनो हालत में अपने हमरा अनुमति देथिन", ऊ बात जारी रखलकइ, अपन जेभी से एगो बड़गो पैकेट निकासते, "हमरा अपने के प्रति सहानुभूति के ई सबूत छोड़े के अनुमति देथिन आउ विशेष रूप से काउंट एन॰ के सहानुभूति के, जे हमरा अपन परामर्श देलथिन हल। हियाँ, ई पैकेट में, दस हजार रूबल हइ। जरी ठहरथिन, हमर मित्र", ऊ बात के आगू बढ़इलकइ, ई देखके, कि नताशा गोस्सा से अपन जगह से जरी उठ गेले हल, "धैर्यपूर्वक सब कुछ सुन लेथिन - अपने जानऽ हथिन, अपने के पिता हमरा से केस हार गेलथिन हँ, आउ ई दस हजार हर्जाना के रूप में काम करतइ, जे ..."

"निकस जाथिन", नताशा चिल्लइलइ, "ई पैसा के साथ निकस जाथिन! हम अपने के रग-रग पछानऽ हिअइ ... ओ नीच, नीच, नीच व्यक्ति।"

प्रिंस कुरसी पर से उठ गेलइ, क्रोध से पीयर होल।

शायद, ऊ ई जगह के आसपास के माहौल के देखे लगी अइले हल, परिस्थिति के पता लगावे खातिर आउ, शायद, कंगाल आउ सब कोय द्वारा त्यागल नताशा पर ओकरा ई दस हजार रूबल के प्रभाव पर बड़गो भरोसा हलइ। नीच आउ रूक्ष, ऊ कइएक तुरी काउंट एन॰, ऐयाश बुढ़उ, के सेवा कइलके हल, अइसने तरह के काम में। लेकिन ऊ नताशा से नफरत करऽ हलइ आउ, ई अन्दाज लगाके, कि मामला ठीक से नञ् चल रहले हल, तुरते अपन लहजा बदल देलकइ आउ दुर्भावनापूर्ण आनंद से ओकरा अपमानित करे में शीघ्रता कइलकइ, ताकि ऊ कम से कम खाली हाथ वापिस नञ् जाय

"ई तो निम्मन बात नञ् हइ, हमर प्रिय, कि अपने एतना गरम हो रहलथिन हँ", यथाशीघ्र ऊ अपन अपमान के प्रभाव के देखे खातिर अधीर प्रसन्नता के साथ कुछ कंपित स्वर में बोललइ, "ई तो निम्मन बात नञ् हइ। अपने के सामने संरक्षण के प्रस्ताव रक्खल जा रहले ह, जबकि अपने नाक चढ़ा रहलथिन हँ ... आउ ई नञ् जानऽ हथिन, कि अपने के हमर कृतज्ञ होवे के चाही; कभी के हम अपने के सुधार गृह में भेजवा देतिए हल, अपने के द्वारा बहकावल बेटा के बाप के हैसियत से, जेकरा अपने लूट लेलथिन, लेकिन हम अइसन नञ् कइलिअइ, हे, हे, हे!"

लेकिन अब तक हमन्हीं अन्दर प्रवेश कर चुकलिए हल। रसोईघर से अवाज सुनके, हम डाक्टर के एक पल लगी रोकलिअइ आउ प्रिंस के अन्तिम शब्द के सुन लेलिअइ। फेर ओकर घृणास्पद ठहाका सुनाय देलकइ आउ नताशा के निराशाजनक उद्गार - «ओह, हे भगमान!» तखनिएँ हम दरवाजा खोललिअइ आउ झपटके प्रिंस भिर पहुँचलिअइ।

हम ओकर चेहरा पर थूक देलिअइ आउ यथाशक्ति ओकर गाल पर प्रहार कइलिअइ। ऊ हमरा पर झपटहीं वला हलइ, लेकिन ई देखखे, कि हमन्हीं दू गो हिअइ, ऊ भागे लगलइ, पहिले टेबुल पर से पैसा के अपन पैकेट उठाके। हाँ, ऊ अइसन कइलकइ; हम खुद देखलिअइ। हम ओकर पीछा करते ओकरा तरफ बेलन फेंकलिअइ, जे हम रसोईघर से झपट लेलिए हल, टेबुल पर से ... कमरा में फेर से अन्दर अइला पर, हम देखलिअइ, कि डाक्टर नताशा के सहारा देले हलथिन, जे छटपटा रहले हल आउ उनकर हाथ से छुट्टे के प्रयास कर रहले हल, मानु दौरा में। देर तक हमन्हीं ओकरा शांत नञ् कर पइलिअइ; आखिरकार ओकरा बिछावन पर लेटावे में सफलता मिल गेलइ; ऊ ज्वरीय सरसाम में हलइ।

"डाक्टर! ओकरा की होले ह?" हम पुछलिअइ, भय से आतंकित होल।

"जरी रुकथिन", ऊ उत्तर देलथिन, "अभियो बेमारी के ध्यान से जाँचे के जरूरत हइ आउ बाद में कल्पना करे के ... लेकिन, सामान्य रूप से कहल जाय, तो मामला बहुत खराब हइ। एकर अन्त बोखार में हो सकऽ हइ ... लेकिन, हम सब कदम उठइबइ ..."

लेकिन हमर दिमाग में एगो दोसरे विचार अइलइ। हम डाक्टर के आउ दु-तीन घंटा नताशा के साथ रहे लगी निवेदन कइलिअइ आउ उनका से वचन लेलिअइ कि ऊ ओकरा से [*406] एक्को मिनट दूर नञ् जाथिन। ऊ हमरा वचन देलथिन, आउ हम दौड़ल घर गेलिअइ।

नेली कोना में बैठल हलइ, उदास आउ चिंतित, आउ विचित्र ढंग से हमरा दने देख रहले हल। हो सकऽ हइ, हम खुद्दे विचित्र होतिअइ। हम ओकरा हाथ से पकड़ लेलिअइ, सोफा पर बैठ गेलिअइ, ओकरा खुद अपन टेहुना पर बैठइलिअइ आउ ओकरा गरमजोशी के साथ चुंबन लेलिअइ। ऊ लाल हो गेलइ।

"नेली, देवदूत!" हम कहलिअइ, "की तूँ हमन्हीं के रक्षा बन्ने लगी चाहऽ हीं? तूँ हमन्हीं सब के बचावे लगी चाहऽ हीं?"

ऊ हमरा दने अचरज से देखलकइ।

"नेली! पूरा आशा अब तोरा पर हउ! एगो पिता हथिन - तूँ उनका देखलहीं हँ आउ जानऽ हीं; ऊ अपन बेटी के अभिशाप दे देलथिन आउ कल्हे ऊ तोरा बेटी के जगह पर अपना हीं ले जाय लगी चाहऽ हथुन। अब ओकरा, नताशा के (आउ तूँ बोलऽ हलहीं, कि ओकरा प्यार करऽ हीं!), ऊ छोड़ देलकइ, जेकरा नताशा प्यार करऽ हलइ आउ जेकरा लगी अपन पिता के हियाँ से चल गेले हल। ऊ बेटा हइ ऊ प्रिंस के, जे अइलो हल, आद पड़ऽ हउ, शाम के हमरा हीं आउ तोरा अकेल्ले पइलकउ, आउ तूँ ओकरा भिर से भाग गेलहीं हल आउ फेर बेमार पड़ गेलहीं हल ... तूँ आखिर ओकरा तो जानऽ होतहीं? ऊ बदमाश अदमी हइ!"

"जानऽ ही", नेली उत्तर देलकइ, चौंक गेलइ आउ पीयर पड़ गेलइ।

"हाँ, ऊ बदमाश अदमी हइ। ऊ नताशा से नफरत ई लगी करऽ हलइ, कि ओकर बेटा, अल्योशा, ओकरा से विवाह करे लगी चाहऽ हलइ। आझ अल्योशा चल गेलइ, आउ एक घंटा में ओकर बाप नताशा हीं पहुँच गेलइ आउ ओकरा अपमानित कइलकइ, आउ ओकरा सुधार गृह में रखवावे के धमकी देलकइ, आउ ओकरा पर हँसलइ। हमर बात समझऽ हीं, नेली?"

ओकर करिया आँख कौंध गेलइ, लेकिन ऊ तुरते नजर निच्चे कर लेलकइ।

"समझऽ ही", ऊ मोसकिल से सुनाय देवे वला फुसफुसाहट में बोललइ।

"अब नताशा अकेल्ले हइ, बेमार; हम ओकरा डाक्टर के साथ छोड़ देलिए ह, आउ खुद दौड़ल तोरा हीं अइलियो ह। सुन, नेली - नताशा के पिता के हियाँ चलल जाय; तूँ उनका नञ् पसीन करऽ हीं, तूँ उनका हीं जाय लगी नञ् चाहऽ हलहीं, लेकिन अब उनका हीं हमन्हीं साथे जइबइ। हमन्हीं जइबइ, आउ हम कहबइ, कि तूँ अब उनकन्हीं खातिर बेटी के जगह पर, नताशा के जगह पर, रहे लगी चाहऽ हीं। बुढ़उ अभी बेमार हथिन, काहेकि ऊ नताशा के शाप देलथिन हल आउ काहेकि अल्योशा के बाप उनका मृत्यु तुल्य अपमान कइलकइ। ऊ अब बेटी के बारे कुच्छो सुनहूँ लगी नञ् चाहऽ हथिन, लेकिन ऊ ओकरा प्यार करऽ हथिन, मानऽ हथिन, नेली, आउ ओकरा साथ सुलह करे लगी चाहऽ हथिन; हम ई बात जानऽ हिअइ, हम सब कुछ जानऽ हिअइ! एहे बात हइ! ... सुन रहलहीं हँ, नेली?"

"सुन रहलिए ह", ऊ ओइसीं फुसफुसइते बोललइ। हम ओकरा से बोल रहलिए हल, आँसू बहइते। ऊ भीरुतापूर्वक हमरा दने तक रहले हल।

"तोरा एकरा पर विश्वास हउ?"

"विश्वास हइ।"

"अच्छ, त हम तोरा साथ अन्दर जइबउ, तोरा बैठइबउ, आउ तोरा स्वागत कइल जइतउ, दुलार कइल जइतउ आउ पूछताछ कइल जइतउ। तब हम खुद बातचीत के अइसन मोड़ देबउ, कि तोरा ओकन्हीं पुच्छे लगथुन, कि तूँ पहिले कइसे रहऽ हलहीं - तोर माय के बारे आउ तोर नाना के बारे। उनकन्हीं के बतइहीं, नेली, सब कुछ ओइसीं, जइसे कि तूँ हमरा बतइलहीं हल। सब, सब कुछ बतइहीं, सीधे-सीधे आउ बिन कुछ छिपइले। उनकन्हीं के बतइहीं, कि कइसे तोर माय के बदमाश अदमी छोड़ देलको हल, कइसे ऊ बुबनोवा के तलघर में मर रहलथुन हल, कइसे तूँ आउ तोर माय रोड पर जाके भीख माँगते जा हलहीं; कि कउची ऊ तोरा बतइलथुन हल आउ कउची तोरा करे लगी कहलथुन हल, मरते बखत ... हिएँ परी अपन नाना के बारे भी बतइहीं। बतइहीं, कि कइसे ऊ तोर माय के माफ करे लगी नञ् चाहऽ हलथुन, आउ कइसे तोर माय तोरा उनका हीं अपन मरे के बखत भेजलथुन हल, कि ऊ तोर माय के हियाँ आथुन आउ उनका माफ कर देथुन, आउ कइसे तोर नाना नञ् चाहऽ हलथुन ... आउ तोर माय कइसे मर गेलथुन। सब, सब कुछ बतइहीं! [*407] आउ जब तूँ ई सब बतइम्हीं, त बुढ़उ ई सब के अपन दिल में भी महसूस करथिन। ऊ आखिर जानऽ हथिन, कि आझ नताशा के अल्योशा छोड़ देलकइ आउ ऊ रह गेलइ, अपमानित आउ बुरा-भला सुन्नल, अकेल्ले, अपन दुश्मन से अपमान के विरुद्ध बिन कोय सहारा के आउ बिन कोय सुरक्षा के। ऊ ई सब कुछ जानऽ हथिन ... नेली! नताशा के बचा लेहीं! चाहऽ हीं जाय लगी?"

"हाँ", ऊ उत्तर देलकइ, गहरा साँस लेते आउ कइसनो विचित्र नजर से, एकटक आउ देर तक, हमरा तरफ देखके; ई नजर में कुछ तो झिड़की नियन हलइ, आउ हम एकरा हम अपन दिल में महसूस कइलिअइ।

लेकिन हम अपन विचार छोड़ नञ् सकलिअइ। हम एकरा में बहुत विश्वास करऽ हलिअइ, हम नेली के हाथ से पकड़ लेलिअइ, आउ हमन्हीं बाहर निकसलिअइ। दुपहर के तीन बज रहले हल। बादर छाल हलइ। कुछ समय से मौसम बहुत गरम आउ दमघोंटू हलइ, लेकिन अब कहीं तो दूर में पहिला, प्रारंभिक वसन्त के बिजली के कड़क सुनाय देलकइ। धूरी से भरल स्ट्रीट से होके तेजी से हावा बह रहले हल।

हमन्हीं गाड़ी में बैठलिअइ। पूरे रस्ता नेली चुप रहलइ, कभी-कभार खाली हमरा दने ओहे विचित्र आउ रहस्यपूर्ण नजर से तक्कऽ हलइ। ओकर छाती लहरा रहले हल (ऊपर-निच्चे हो रहले हल), आउ, ओकरा द्रोश्की में सम्हारले, हम सुनलिअइ, कि कइसे हमर हथेली में ओकर छोटकुन्ना हृदय धड़क रहले हल, मानु उछलके बाहर आ जाय लगी चाहऽ हलइ।

 

भूमिका               भाग 4, अध्याय 5              भाग 4, अध्याय 7 



[1] दे॰ भाग 4, अध्याय 4 (रूसी संस्करण में पृ॰384)।


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