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Friday, May 05, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-2 ; दृश्य-8

दृश्य-8
(ख़्लिस्ताकोव, मेयर आउ दोबचिन्स्की । मेयर अंदर घुसके रुक जा हका । दुन्नु भय से कुछ मिनट तक आँख फाड़ले एक दोसरा दने तक्कऽ हका ।)

मेयर - (जरी सम्हलके आउ सीधा तनके) अपने के निम्मन स्वास्थ्य के कामना !
ख़्लिस्ताकोव - (झुकके) जी, ई हम्मर सम्मान के बात हइ ...
मेयर - क्षमा करथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - जी, कोय बात नयँ ...
मेयर - ई शहर के मुख्य अधिकारी (chief executive) होवे के हैसियत से ई बात के ध्यान रखना हमर कर्तव्य हइ, कि यात्री सब आउ सब्भे कुलीन लोग के कोय दिक्कत के सामना तो नयँ करे पड़ रहले ह ...
ख़्लिस्ताकोव - (शुरू-शुरू में बोली जरी लड़खड़ा हइ, लेकिन आखिर में जोर से बोलऽ हइ) की कइल जाय ? हमर दोष नयँ हइ ... हम वास्तव में बिल चुकता कर देबइ ... गाँव से पैसा आवे वला हइ ।
(बोबचिन्स्की दरवाजा से अंदर हुलकऽ हइ ।)
ऊ (अर्थात् सराय-मालिक) अधिक दोषी हइ - बीफ़ तो हमरा अइसन परसल जा हइ, जे लकड़ी नियन कठोर होवऽ हइ; आउ शोरबा (सूप) - ई तो शैताने के मालूम कि ऊ ओकरा में कउची डललकइ, हमरा तो ओकरा खिड़की से बहरसी बिग्गे पड़लइ । ऊ तो हमरा पूरे दिन भुखले मार दे हइ ... चाय तो अइसन विचित्र रहऽ हइ, कि एकरा में से मछली के गन्ह आवऽ हइ, चाय के नयँ । तब फेर काहे लगी हम ... त ई बात हइ !
मेयर - (डरते) क्षमा करथिन, वास्तव में एकरा में हमर कोय दोष नयँ । हमन्हीं के बजार में तो बीफ़ हमेशे निम्मन रहऽ हइ । एकरा ख़ोलमागोर के व्यापारी लइते जा हइ - जे समझदार आउ सदाचारी लोग हइ । हमरा तो समझ में नयँ आवऽ हइ, कि ऊ अइसनका (बीफ़) काहाँ से लावऽ हइ । आउ अगर अइसन बात नयँ हइ, त ... हमर सुझाव हइ कि किरपा करके हमरा साथ दोसरा कमरा में चलथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - नयँ, नयँ चाही ! हमरा मालूम हइ कि दोसर कमरा के की मतलब हइ - मतलब जेल । लेकिन अपने के एकरा में की अधिकार हइ ? आउ अपने जुर्रत कइसे करऽ हथिन ? आउ अइकी हम ... हम पितिरबुर्ग में सेवारत हिअइ । (हिम्मत बान्हके) हम, हम, हम ...
मेयर - (स्वगत) हे भगमान, केतना गोसाल हका ! सब कुछ पता लग गेलइ, ई अभिशप्त बेपारी सब कुछ बता देते गेलइ !
ख़्लिस्ताकोव - (हिम्मत जुटइते) अइकी अगर अपने अपन पूरा दल-बल के साथ भी आ जइथिन तइयो हम जाय वला नयँ ! मैं सीधे मंत्री के पास जइबइ ! (टेबुल पर मुक्का मारऽ हइ ।) खुद के कीऽ समझऽ हथिन ? खुद के कीऽ समझऽ हथिन ?  
मेयर - (सीधा खड़ी होके आउ पूरे देह से थर-थर काँपते) दया करथिन, हमरा बरबाद नयँ करथिन ! बीबी आउ छोटगर-छोटगर बाल-बुतरू वला हिअइ ... हमरा बदकिस्मत नयँ बनाथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - नयँ, हम नयँ चाहऽ ही ! आउ की ? हमरा ऊ बात से की लेना-देना ? चूँकि अपने के बीवी आउ बाल-बुतरू हइ, त हम जेल जइअइ, कइसन निम्मन बात हइ ! (बोबचिन्स्की दरवाजा से अंदर हुलकऽ हइ आउ डर से छिप जा हइ ।) नयँ, हृदय से धन्यवाद दे हिअइ, हम नयँ चाहऽ ही ।
मेयर - (काँपते) ई सब अनुभवहीनता के कारण हइ, भगमान कसम, अनुभवहीनता के कारण । वेतन के अपर्याप्तता ... खुद्दे विचार करथिन - सरकारी वेतन चाय आउ चीनी लगी भी काफी नयँ होवऽ हइ । अगर कोय रिश्वत भी होलइ, त बहुत कम - टेबुल पर लगी कोय चीज आउ एक जोड़ी पोशाक । जाहाँ तक सर्जेंट के विधवा के बात हइ, जे दोकान दे हइ, जेकरा हम कीतो कोड़ा लगवइलिए हल, त ई खाली तोहमत हइ, भगमान कसम, खाली तोहमत । ई सब हमर दुश्मन लोग के गढ़ल हइ; ई अइसन लोग हइ, जे हमर जान लेवे पर तुल्लल रहऽ हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - त एकरा से की ? ओकन्हीं से हमरा कुछ लेना-देना नयँ । (चिंतन मुद्रा में) लेकिन हमरा समझ में नयँ आवऽ हइ कि अपने दुश्मन आउ कउनो सर्जेंट के विधवा के बात काहे लगी कर रहलथिन हँ ... सर्जेंट के बीवी बिलकुल अलग बात हइ, लेकिन हमरा अपने कोड़ा लगवावे के हिम्मत नयँ करथिन, ई अपने लगी दूर के बात हइ ... आउ कुछ ! जरी देखथिन ओकरा दने ! ... हम चुका देबइ, पैसा चुका देबइ, लेकिन अभी हमरा पास नयँ हइ । ओहे से तो हम हियाँ बैठल हिअइ, कि हमरा पास एगो कोपेक तक नयँ हइ ।
मेयर - (स्वगत) ओह, पक्का खेलाड़ी हइ ! काहाँ के निशाना लगइले हइ ! कइसन कुहासा छा देलके ह ! अगर समझ सकऽ, त समझऽ ! मालूम नयँ, कउन बगल से ओकरा भिर पहुँचूँ । लेकिन चाहे जे होवइ, अंदाजी टक्कर मारे के चाही ! जे होतइ, से होतइ, शायद अंदाजी टक्कर काम कर जाय । (प्रकट) अगर अपने के वास्तव में पैसा चाहे आउ कुछ के जरूरत हइ, त हम अभिए सेवा लगी हाजिर हिअइ । यात्री लोग के सहायता करना हमर कर्तव्य हइ ।
ख़्लिस्ताकोव - देथिन, देथिन हमरा करजा ! हम सराय-मालिक के अभिए बिल चुकता कर दे हिअइ । हमरा खाली दू सो रूबल चाहे बल्कि एकरा से कुछ कम्मो में काम चल जइतइ ।
मेयर - (नोट देते) ठीक दू सो रूबल हइ, एकरा गिन्ने के कष्ट नयँ करथिन ।
ख़्लिस्ताकोव - (पैसा लेते) हृदय से धन्यवाद दे हिअइ । हम तुरतम्मे गाँव से अपने के ई रकम भेजवा देबइ ... हमरा ई अचानक ... हम देखऽ हिअइ, कि अपने उदार व्यक्ति हथिन । अभी मामले दोसर हइ ।
मेयर - (स्वगत) अरे, भगमान के किरपा ! पैसा तो ले लेलकइ । मामला, लगऽ हइ, अब ठीक चलतइ । हम तो ओकर हाथ में दू सो के बदले चार सो थमा देलिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - ए ओसिप ! (ओसिप के प्रवेश ।) सराय के नौकर (बैरा) के एन्ने बोलाव ! (मेयर आउ दोबचिन्स्की के) अपने काहे लगी खड़ी हथिन ? किरपा करके बैठ जाते जाथिन । (दोबचिन्स्की के) बैठ जाथिन, हृदय से निवेदन करऽ हिअइ ।
मेयर - जी कोय बात नयँ हइ, हमन्हीं अइसीं खड़ी रहते जइबइ ।
ख़्लिस्ताकोव - किरपा करके बैठ जाथिन । अब अपने के स्वभाव के निष्कपटता आउ सहृदयता बिलकुल हमरा देखाय दे हइ । लेकिन ई स्वीकार करऽ हिअइ, हम सोचब करऽ हलिअइ, कि अपने ई उद्देश्य से अइलथिन हँ, कि हमरा ... (दोबचिन्स्की से) बैठ जाथिन ।
(मेयर आउ दोबचिन्स्की बैठ जा हका । बोबचिन्स्की दरवाजा के अंदर हुलकऽ हइ आउ सुन्नऽ हइ ।)
मेयर - (स्वगत) आउ जादे हिम्मत से काम लेवे के चाही । ई अजनबी बन्नल रहे लगी चाहऽ हइ । ठीक हइ, हमन्हिंयों खाली बकवास करते जइबइ; अइसन देखावा करबइ, मानूँ बिलकुल नयँ जानऽ हिअइ, कि ई केऽ हइ । (प्रकट) अइकी हियाँ के लोकल (स्थानीय) जमींदार प्योत्र इवानोविच दोबचिन्स्की के साथ हम ड्यूटी पर पास से गुजर रहलिए हल, कि ई सराय में जान-बूझके रुकके मालूम करे लगी चहलिअइ, कि यात्री लोग के साथ अच्छा व्यवहार तो कइल जा हइ न, काहेकि हम आउ सब मेयर नियन नयँ हकिअइ, जेकरा केकरो से कुछ लेना-देना नयँ हइ; लेकिन हम, कर्तव्य के अलावे, क्रिश्चियन मानवप्रेम के आधार पर चाहऽ हिअइ कि हरेक मरणशील व्यक्ति के निम्मन स्वागत मिल्लइ - आउ अइकी, मानूँ पुरस्कार स्वरूप, संयोग से हमरा अइसन सुखद परिचय मिललइ ।
ख़्लिस्ताकोव - खुद हमरो बहुत खुशी होलइ । स्वीकार करऽ हिअइ, कि अपने के बेगर हमरा हियाँ लमगर अवधि तक बैठल रहे पड़ते हल - हमरा बिलकुल नयँ समझ में आवऽ हलइ, कि कइसे बिल चुकइअइ ।
मेयर - (स्वगत) हाँ, हाँ, बताहो, कि नयँ समझ में आवऽ हलो कि बिल कइसे चुकइबहो । (प्रकट) की हम ई पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ - काहाँ आउ कउन-कउन जगह जाय के इरादा हइ ?
ख़्लिस्ताकोव - सरातोव प्रांत में अपन खुद के गाँव जाय वला हिअइ ।
मेयर - (स्वगत, चेहरा व्यंग्यात्मक मुद्रा धारण करते) सरातोव प्रांत ! हूँ ? आउ एकर चेहरा लाल भी नयँ होवऽ हइ ! ओह, एकरा साथ कान तो खड़ी करके रक्खे के जरूरत हइ । (प्रकट) ई तो निम्मन काम हाथ में लेलथिन हँ । यात्रा के मामले में तो कहल जा हइ, जाहाँ एक तरफ घोड़ा के चलते देरी होवे के कष्ट हइ, त दोसरा तरफ मस्तिष्क लगी मनोरंजन । शायद अपने अपन मनबहलाव लगी यात्रा करब करऽ होथिन ?
ख़्लिस्ताकोव - नयँ, पिताजी हमरा बोलइलथिन हँ । बुढ़उ के ई बात के गोस्सा हइ, कि अभियो तक पितिरबुर्ग में हमरा कोय पदोन्नति (प्रोमोशन) नयँ मिललइ । ऊ सोचऽ हथिन, कि जइसीं हियाँ अइलऽ कि तोर बोताम में सेंट व्लादिमीर के ऑर्डर [11] लगा देल जइतो । नयँ, हम तो ओकरा चांसलर के ऑफिस में कुछ समय तक चक्कर लगावे लगी भेज दिअइ ।
मेयर - (स्वगत) देखथिन जरी, कइसन बढ़ा-चढ़ाके बात करऽ हइ ! आउ बुढ़वो बप्पा के एकरा में घसीट लेलकइ ! (प्रकट) आउ की लम्मा समय लगी हुआँ जा रहलथिन हँ ?
ख़्लिस्ताकोव - सच में हमरा मालूम नयँ । हमर पिताजी तो अड़ियल आउ बेवकूफ हथिन, बूढ़ा दकियानूसी, लट्ठा नियन । हम उनका सीधे कह देबइ - चाहे जे कहऽ, हम तो पितिरबुर्ग के बेगर जी नयँ सकऽ हूँ । काहे लगी, वास्तव में, हम अपन जिनगी मुझीक (देहाती भुच्चड़) लोग के साथ बरबाद करूँ ? आझकल के जरूरत ऊ नयँ हइ; हमर आत्मा प्रबोधन (enlightenment) लगी लालायित रहऽ हके ।
मेयर - (स्वगत) खूबसूरत जाल बुन रहले ह ! झूठ पर झूठ - लेकिन कहीं पर ऊ टुट्टऽ हइ नयँ ! (अर्थात् पकड़ में नयँ आवऽ हइ कि झूठ बोलब करऽ हइ) आउ वास्तव में कइसन आकर्षणहीन, घटिया किसिम के हइ, लगऽ हइ, ओकरा नोहवो से दाब देल जा सकऽ हइ । अच्छऽ, ठहर, तूँ सब कुछ हमरा भिर उगल देमहीं । हम तोरा आउ अधिक बतावे लगी लचार कर देबउ ! (प्रकट) एकदम सत्य वचन । दूर के सूनसान जगह में की कइल जा सकऽ हइ ? अइकी बल्कि हियों परी - रात के नीन नयँ, पितृभूमि लगी काम में लग्गल रहना, कोय शिकायत नयँ करना, लेकिन पुरस्कार के कोय ठेकाना नयँ कि कब मिल्लत । (कमरा पर चारो तरफ नजर फेरऽ हइ ।) लगऽ हइ, ई कमरा जरी ओद्दा (सीलन भरल) हइ न ?
ख़्लिस्ताकोव - खराब कमरा, आउ ऊड़िस तो अइसन, जइसन हम कहूँ नयँ देखलूँ हँ - कुत्ता नियन काटऽ हइ।
मेयर - की कहऽ हथिन ! एतना प्रबुद्ध (enlightened) अतिथि, आउ सहन करवो करऽ हथिन त केकरा ? निकम्मा ऊड़िस के, जेकरा दुनियाँ में जनमो लेवे के नयँ चाही हल । लगऽ हइ, ई कमरा में अन्हेरो हइ न ?
ख़्लिस्ताकोव - हाँ, बिलकुल अन्हेरा । सराय-मालिक के नीति हइ कि मोमबत्ती नयँ देल जाय । कभी-कभी कुछ करे के मन करऽ हइ, कुछ पढ़े के चाहे कुछ लिक्खे के सनक होवऽ हइ - त अइसन कर नयँ पावऽ हिअइ, काहेकि अन्हेरे अन्हेरा रहऽ हइ ।
मेयर - की हम अपने के पुच्छे के जुर्रत कर सकऽ हिअइ ... लेकिन नयँ, हम ऊ लायक नयँ हिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - की बात हइ ?
मेयर - नयँ, नयँ, हम अयोग्य हिअइ, अयोग्य !
ख़्लिस्ताकोव - लेकिन अइसन की बात हइ ?
मेयर - अगर हम हिम्मत कर सकिअइ ... हमर घर में अपने लगी एगो निम्मन कमरा हइ, रोशनीदार, शांत ... लेकिन नयँ, हम खुद अनुभव करऽ हिअइ, कि ई हमरा लगी बड़गो सम्मान के बात हइ ... नराज नयँ होथिन - भगमान कसम, सरलहृदयता के कारण प्रस्ताव रखलिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - एकर विपरीत, हमरा लगी खुशी के बात होतइ । हमरा लगी ई सराय में रहे के अपेक्षा निजी घर में जादे आनंद मिलतइ ।
मेयर - आउ हमरा केतना खुशी होतइ ! आउ हमर पत्नी के केतना खुशी होतइ ! ई हमर स्वभावे हइ - बचपने से अतिथि-सत्कार (मेहमाननवाजी), खास करके जब अतिथि प्रबुद्ध (enlightened) व्यक्ति होवे । ई नयँ सोचथिन, कि हम चाटुकारिता (चापलूसी) के साथ बात कइलिअइ; नयँ, हम अइसन पापी नयँ हिअइ, हम बिलकुल पूरे सहृदयता से कहब करऽ हिअइ ।
ख़्लिस्ताकोव - हार्दिक धन्यवाद ! हमहूँ खुद्दे - हम दू चेहरा वला (कपटी) लोग के नयँ पसीन करऽ हिअइ । हमरा अपने के निष्कपटता (frankness, स्पष्टवादिता) आउ सहृदयता बहुत पसीन पड़ऽ हइ, आउ हम स्वीकार करऽ हिअइ कि एकरा से जादे हमरा कुछ नयँ चाही - जब तक कि हमरा साथ व्यवहार कइल जाय निष्ठा (devotion) आउ आदर के साथ, आदर आउ निष्ठा के साथ ।


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