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Sunday, May 07, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-3 ; दृश्य-2

दृश्य-2
(ओहे सब आउ दोबचिन्स्की)
आन्ना अंद्रेयेव्ना - अच्छऽ, मेहरबानी करके बतावऽ - तोहरा लाज-उज आवऽ हको कि नयँ ? हम खाली एगो तोरा पर विश्वास करऽ हलियो, एगो सज्जन व्यक्ति के रूप में - सब कोय अचानक दौड़ल बहरसी भाग गेते गेलइ, आउ तूहूँ ओकन्हीं के पीछू-पीछू ! आउ अभी तक केकरो से कुछ समझ में नयँ आवऽ हके । की तोरा लाज नयँ आवऽ हको ? हम तोर वानेच्का आउ लिज़ान्का के धर्म-माता बनलियो, लेकिन अइकी तूँ हमरा साथ अइसे व्यवहार करऽ हो !
दोबचिन्स्की - भगमान कसम, धर्म-माता, हम एतना तेजी से दौड़ल-दौड़ल अपने के आदर अभिव्यक्त करे खातिर अइलिअइ, कि हम हँफियाऽ रहलिए ह । ई हमर सम्मान के बात हइ, मारिया अंतोनोव्ना !
मारिया अंतोनोव्ना - निम्मन स्वास्थ्य के कामना, प्योत्र इवानोविच !
आन्ना अंद्रेयेव्ना - अच्छऽ, की बात हइ ? बतावऽ - हुआँ की आउ कइसन बात हइ ?
दोबचिन्स्की - अंतोन अंतोनोविच अपने खातिर एगो चिट भेजलथिन हँ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - अच्छऽ, अच्छऽ, लेकिन ऊ केऽ हथिन ? जेनरल (सेनापति) ?
दोबचिन्स्की - जी नयँ, जेनरल नयँ हथिन, लेकिन जेनरल नियन लगऽ हथिन - अइसन शिक्षा आउ रोबदार शिष्टाचार हइ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - ओ ! मतलब ई बिलकुल ओहे हइ, जिनका बारे हमर पति के लिखित सूचना मिलले हल ।
दोबचिन्स्की - सचमुच । ई बात के हम आउ प्योत्र इवानोविच सबसे पहिले पता लगइलिअइ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - अच्छऽ, बतावऽ - की आउ कइसे ?
दोबचिन्स्की - जी, भगमान के किरपा से सब कुशल हइ । शुरू-शुरू में ऊ अंतोन अंतोनोविच के साथ जरी रुखाई से पेश अइलथिन, जी मैडम; गोस्सा कइलथिन आउ बोललथिन, कि सराय में भी सब कुछ खराब हइ, आउ उनका साथ नयँ जइथिन, कि आउ ऊ उनका चलते जेल नयँ जाय लगी चाहऽ हथिन; लेकिन बाद में उनका जब अंतोन अंतोनोविच के निर्दोषता के पता चललइ आउ जब उनका साथ जरी-मनी बतिअइलथिन, त तुरतम्मे अपन विचार बदल लेलथिन, आउ भगमान के किरपा से आगू सब कुछ ठीक चललइ । उनकन्हीं अभी अनुदान संस्था के मुआइना करे लगी गेते गेलथिन हँ ... लेकिन हम स्वीकार करऽ हिअइ, अंतोन अंतोनोविच पहिलहीं सोचब करऽ हलथिन, कि कहीं कोय गुप्त रिपोर्ट तो नयँ हलइ; हम खुद्दे जरी डर गेलिए हल ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - लेकिन तोरा लगी डरे के की बात हइ ? तूँ तो सरकारी सेवा में नयँ हकहो ।
दोबचिन्स्की - अइसीं, जानवे करऽ हथिन, जब एगो बड़गो हस्ती बोलऽ हथिन, त भय लगऽ हइ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - खैर, एकरा से की ... ई सब तो लेकिन बकवास हइ । ई बतावऽ कि ऊ देखे में कइसन हथिन? बुजुर्ग हथिन, कि नवजवान ?
दोबचिन्स्की - नवजवान, नवयुवक; उमर तेइस बरस - लेकिन बोलऽ हथिन बुजुर्ग नियन । "अगर अपने के अनुमति होवइ", ऊ बोलऽ हथिन, "त हम हियाँ जइबइ, हुआँ जइबइ ..." (हाथ लहरावऽ हइ) ई सब कुछ निम्मन हइ । "हम", ऊ बोलऽ हथिन, "लिखना आउ जरी पढ़ना पसीन करऽ हिअइ, लेकिन बाधा हो जा हइ, कि कमरा में", ऊ बोलऽ हथिन, "जरी अन्हेरा रहऽ हइ ।"
आन्ना अंद्रेयेव्ना - आ ऊ खुद्दे देखे में कइसन हथिन - गोर कि कार ?
दोबचिन्स्की - नयँ, जरी जादे भूरा रंग के, आउ आँख एतना चंचल, छोटका जनावर नियन, कि संकोच भी पैदा होवऽ हइ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - कउची लिक्खऽ हथिन हमरा लगी ई चिट में ? (पढ़ऽ हका) "जल्दी-जल्दी में हम तोरा सूचित कर रहलियो ह, प्रिये, कि हमर स्थिति बहुत दयनीय हलो, लेकिन भगमान के दया पर भरोसा करके, दू गो नमक लगल खीरा स्पेशल आउ आधा कवियार लगी एक रूबल पचीस कोपेक ..." (रुक जा हका) हमरा तो कुछ नयँ समझ में आवऽ हके, काहे लगी हियाँ परी नमकीन खीरा आउ कवियार ?
दोबचिन्स्की - ओह, अंतोन अंतोनोविच जल्दीबाजी में एगो रफ कागज पर लिख देलथिन - ओकरा पर कुछ तो बिल पहिले से लिक्खल हलइ ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - ओह, हाँ, ठीक हइ । (पढ़ना जारी रक्खऽ हका) "लेकिन, भगमान के दया पर भरोसा करके, लगऽ हइ, आखिर में सब कुछ ठीक होतइ । एगो मुख्य अतिथि लगी जल्दी से जल्दी एगो कमरा, पीला वाल-पेपर वला, तैयार करके रखिहऽ । दुपहर के भोजन के चिंता नयँ करिहऽ, काहेकि अनुदान संस्था में अरतेमी फ़िलिप्पोविच के साथ हमन्हीं खइते जइबइ, लेकिन शराब के औडर जरी जादे दे दीहऽ । बेपारी अबदुलिन के कह दीहो, कि निम्मन से निम्मन वला (शराब) भेजइ, नयँ तो हम ओकर पूरे तलघर के उजाड़ देबइ । तोहर हाथ के चूमते, प्रिये, तोहर - अंतोन स्क्वोज़निक-द्मूख़ानोव्स्की ..." हे भगमान ! लेकिन ई तो जल्दी से जल्दी करे के जरूरत हइ ! ए, केऽ हकँऽ हुआँ ? मिश्का !
दोबचिन्स्की - (दौड़के जा हइ आउ दरवाजा भिर से चिल्ला हइ) मिश्का ! मिश्का ! मिश्का !
(मिश्का के प्रवेश ।)
आन्ना अंद्रेयेव्ना - सुन, दौड़ल बेपारी अबदुलिन हीं जो ... ठहर, हम तोरा चिट दे दिहउ (टेबुल भिर बैठऽ हका, चिट लिक्खऽ हका आउ एहे दौरान बोलऽ हका) ई चिट ड्राइवर सिदोर के दे दे, ताकि एरा लेके ऊ तेजी से बेपारी अबदुलिन के हियाँ जाय आउ हुआँ से शराब लेके आवइ । आउ तूँ खुद अतिथि लगी ई कमरा के निम्मन से सजावे में अभिए लग जो । हुआँ परी पलंग, वाश-बेसिन आदि लगा दे ।
दोबचिन्स्की - ठीक हइ, आन्ना अंद्रेयेव्ना, हम अब दौड़ल जाय हइ ई देखे लगी कि हुआँ मुआइना कइसन चल रहले ह ।
आन्ना अंद्रेयेव्ना - जा, जा ! हम तोहरा नयँ रोकबो ।

  
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