दृश्य-10
(ओहे सब आउ ओसिप
। सब कोय अँगुरी से इशारा करते ओकरा से मिल्ले लगी दौड़ऽ हइ ।)
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - हियाँ आवऽ, प्यारे !
मेयर
- श्श ! ... की ? की ? सुत्तल हथिन ?
ओसिप
- अभी तो नयँ, जरी-मनी अँगड़ाई ले हथिन ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - सुनऽ, तोर नाम की हको ?
ओसिप
- ओसिप, मैडम ।
मेयर
- (पत्नी आउ बेटी से) बहुत हो गेलो, बहुत हो गेलो तोहन्हीं के ! (ओसिप से) की मित्र,
तोहर भोजन तो ठीक से हो गेलो न ?
ओसिप
- जी, हो गेलइ, हार्दिक धन्यवाद; निम्मन से भोजन हो गेलइ ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - अच्छऽ, बतावऽ - हमर विचार से तोहर मालिक के हियाँ बहुत अधिक काउंट आउ
राजकुमार आवऽ जा होथुन न ?
ओसिप
- (स्वगत) की बतावल जाय ? अगर अभी निम्मन भोजन करावल गेलइ, त बाद में आउ निम्मन भोजन
करावल जइतइ । (प्रकट) जी हाँ, काउंट लोग भी अइते जा हथिन ।
मारिया
अंतोनोव्ना - प्यारे ओसिप, तोर मालिक केतना सुंदर हथुन !
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - किरपा करके बतावऽ ओसिप, ऊ कइसे ...
मेयर
- अब किरपा करके बस तो करते जा ! तोहन्हीं अइसन बकवास से खाली हमरा बाधा डालब करऽ ह
! की, मित्र ? ...
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - आउ तोर मालिक के ओहदा (रैंक) की हको ?
ओसिप
- ओहदा सामान्य रूप के ।
मेयर
- ओह, हे भगमान, तोहन्हीं तो अपन बेवकूफी भरल सवाल से तंग करते रहभो ! कुच्छो काम के
बात करे लगी मौका नयँ देबहो । अच्छऽ, की मित्र, तोर मालिक कइसन हथुन ? ... अनुशासन
के प्रति कठोर ? डाँटवो-फटकारवो करऽ हथुन कि नयँ ?
ओसिप
- जी हाँ, अनुशासनप्रिय हथिन । उनका लगी सब कुछ दुरुस्त होवे के चाही ।
मेयर
- आउ हमरा तोहर चेहरा बहुत पसीन पड़ऽ हको । मित्र, तूँ जरूर एगो निम्मन व्यक्ति होवऽ
। अच्छऽ ...
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - सुनऽ ओसिप, की तोर मालिक हुआँ वरदी में घुम्मऽ-फिरऽ हथुन, कि ...
मेयर
- बहुत हो गेलो । सचमुच तोहन्हीं केतना बक-बक करब करऽ ह ! हियाँ जरूरी चीज हइ - बात
अदमी के जिनगी के चल रहले ह ... (ओसिप से) सचमुच मित्र, तूँ हमरा बहुत पसीन हकऽ । रस्ता
(यात्रा) में, जानवे करऽ हो, चाय के अतिरिक्त प्याली ले लेवे से कुछ हरजा नयँ - अभी
जरी ठंढी हइ । त अइकी चाय खातिर चानी के दू रूबल हको ।
ओसिप
- (पैसा लेते) हार्दिक धन्यवाद महोदय । भगमान अपने के हर तरह से स्वस्थ रक्खे ! अपने
एगो गरीब के मदत कइलथिन ।
मेयर
- अच्छऽ, अच्छऽ, हमरा खुद्दे खुशी हो रहलो ह । की मित्र ...
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - आउ तोर मालिक के सबसे जादे कइसन आँख पसीन हको ?
मारिया
अंतोनोव्ना - ओसिप प्यारे, तोर मालिक के नाक केतना सुत्थर हको ! ...
मेयर
- दम धरऽ, हमरा बोले द ! ... (ओसिप से) की मित्र, मेहरबानी करके बतावऽ - तोर मालिक
कउची पर जादे ध्यान दे हथुन, मतलब उनका यात्रा के दौरान जादे की पसीन पड़ऽ हइ ?
ओसिप
- उनकर पसन परिस्थिति पर निर्भर करऽ हइ । सबसे जादे पसीन हइ कि उनका निम्मन से स्वागत
कइल जाय, उनकर मनोरंजन निम्मन होवइ ।
मेयर
- निम्मन स्वागत आउ मनोरंजन ?
ओसिप
- जी हाँ, निम्मन । अइकी हलाँकि हम एगो नौकर हिअइ, तइयो ऊ ई बात के ध्यान रक्खऽ हथिन
कि हमरो साथ सब कुछ निम्मन होवइ । भगमान कसम ! कभी कहीं पहुँच जइते जा हिअइ -
"की ओसिप, तोर निम्मन से खातिरदारी कइल गेलउ न ?" - "बिलकुल खराब, महामहिम
!" त ऊ बोलऽ हथिन - "ओसिप, ई खराब मेजबान (host) हउ । जइसीं घर पहुँच जइअउ,
हमरा आद देलइहँऽ ।" - "ओह",
हम सोचऽ हिअइ (हाथ लहरावऽ हइ), "भगमान उनकर भला करथिन ! हम तो सीधा-सादा अदमी
हिअइ ।"
मेयर
- ठीक, ठीक, तूँ तो अकलमंदी के बात करऽ हो । तोरा चाय खातिर कुछ देलियो हल, ई हको ओकरा
अलावे बरानका (ring-shaped roll) खातिर ।
ओसिप
- एकर की जरूरत हइ, महामहिम ? (पैसा रख ले हइ) वास्तव में हम अपने के निम्मन स्वास्थ्य-कामना
के साथ पीबइ ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - हमरा हीं आवऽ ओसिप, हमरो हीं से कुछ मिलतो ।
मारिया
अंतोनोव्ना - प्यारे ओसिप, हमरा तरफ से तूँ अपन मालिक के चुंबन लीहऽ !
(दोसर कमरा से ख़्लिस्ताकोव के हलका सन
खोंखे के अवाज सुनाय दे हइ ।)
मेयर
- श्श ! (चौआ पर खड़ी हो जा हका; पूरा दृश्य आधा फुसफुसाहट में ।) भगमान के नाम पर शोर
मत करते जा ! जइते जा ! बहुत हो गेलो ...
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - चलल जाय, माशिन्का ! हम तोरा बतइबउ, अतिथि के बारे हम जे कुछ नोटिस
कइलिअइ, ऊ खाली हमन्हीं दुन्नु के बीच बतियाल जा सकऽ हइ ।
मेयर
- ओह, त हुआँ बतिअइते जइतइ ! हमरा लगऽ हइ, खाली जाहो आउ ओकन्हीं के बात सुनहो - त बाद
में अपन कान में ठेंठी डाल लेवे पड़तो । (ओसिप दने मुड़ते) अच्छऽ, मित्र ...
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