अंक -3
(पहिला अंक वला
कमरा ।)
दृश्य-1
(आन्ना अंद्रेयेव्ना
आउ मारिया अंतोनोव्ना बिलकुल पहिलौके परिस्थिति में खिड़की बिजुन खड़ी हका ।)
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - हूँ, अइकी पूरे एक घंटा से हमन्हीं इंतजार करब करऽ हिअइ, आउ ई सब तोर
अपन मूर्खतापूर्ण नखरेबाजी के चलते - पूरा तरह से पोशाक से सज-धज चुकलँऽ हल, लेकिन
नयँ, अभियो तोरा समय गमावे के हउ ... ओकर कुच्छो बात पर बिलकुल हमरा सुनहीं के नयँ
चाही हल । केतना चिढ़ बरऽ हइ ! जानल-बूझल नियन,
एक्को आत्मा (अदमी) नयँ देखाय दे हइ ! मानूँ सब कोय मर गेले ह ।
मारिया
अंतोनोव्ना - हाँ, सच हइ माय, लगभग दू मिनट में सब कुछ पता चल जइतइ । जल्दीए अवदोत्या
आवे वली हइ । (खिड़की से हुलकऽ हइ आउ चीख उठऽ हइ ।) आह, माय, माय ! कोय तो आ रहले ह,
अइकी गल्ली के आखिर में ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - काहाँ आब करऽ हइ ? तोरा तो हमेशे कइसनो सनक चढ़ल रहऽ हउ । अच्छऽ, हाँ,
आब करऽ हइ । ई केऽ आब करऽ हइ ? ठिगना कद के ... टेलकोट में ... ई केऽ हइ ? अयँ ? ई
तो वास्तव में खेदजनक हइ! केऽ हो सकऽ हइ ई ?
मारिया
अंतोनोव्ना - ई तो दोचिन्स्की हइ, माय ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - कउन दोबचिन्स्की ? तोरा तो हमेशे अचानक अइसन चित्र कल्पना में आ जा
हउ ... दोबचिन्स्की बिलकुल नयँ । (रूमाल लहरावऽ हइ ।) ए जी, एन्ने आवऽ ! जल्दी से
!
मारिया
अंतोनोव्ना - सच में, माय, दोबचिन्स्की हइ ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - तूँ जान-बूझके खाली बहस करऽ हँ । हम कहऽ हिअउ - ई दोबचिन्स्की नयँ हइ
।
मारिया
अंतोनोव्ना - फेर केऽ हइ ? केऽ हइ, माय ? देखहीं, दोबचिन्स्की हइ ।
आन्ना
अंद्रेयेव्ना - अरे हाँ, दोबचिन्स्की हइ, अब हमरा देखाय दे रहल ह - तूँ बहस काहे लगी
करब करऽ हीं ? (खिड़की से चिल्ला हका) जल्दी, जल्दी ! एतना अराम से आब करऽ ह । लेकिन
की बात हइ, ओकन्हीं काहाँ हथिन ? अयँ ? खैर, ओज्जे से बोलहो न - बात बराबर हइ । की
? बहुत नियमनिष्ठ (strict) हथिन ? अयँ ? आउ हमर पति, हमर पति ? (खिड़की से जरी हटते,
चिढ़के) कइसन बेवकूफ हइ - जब तक कमरा में नयँ घुसतइ, तब तक कुछ नयँ बतइतइ !
No comments:
Post a Comment