5.02
भूदासत्व से मुक्ति तक - विषय-सूची
भूदासत्व
से मुक्ति तक - हमर आत्मकथा (1804-1824)
मूल
रूसी शीर्षकः
“Моя повесть о самом себе и о том, чему свидетель в жизни
был”
“मया सोबिस्त
आ सामम सिबे इ आ तोम, चिमू स्विजेतिल व् झिज़्नी बिल”
(अपना बारे हमर कहानी आउ ओकरा बारे, जेकर हम गोवाह हलिअइ)
आत्मकथाकार : अलिक्सान्द्र
निकितेन्को
(1804-1877)
मगही अनुवाद : नारायण प्रसाद
भूदासत्व
से मुक्ति तक - हमर आत्मकथा (1804-1824)
अध्याय – 1: काहाँ
आउ केकरा से हम संसार में पैदा होलूँ (3-4)
अध्याय – 2: हमर माता-पिता
(4-11)
अध्याय – 3: हमर पिताजी
के सत्य स्थापित करे लगी पहिला प्रयास हुआँ परी, जाहाँ ओकरा
कोय
नञ् चाहऽ हइ, आउ एकर कीऽ परिणाम निकसलइ (12-14)
अध्याय – 4: हमर बचपन
के प्रारम्भिक वर्ष (14-19)
अध्याय – 5: निर्वासन
(19-23)
अध्याय – 6: फेर से
मातृभूमि में (23-27)
अध्याय – 7: पितिरबुर्ग
से पिताजी के वापसी के बाद (28-33)
अध्याय – 8: नयका जगह,
नयका चेहरा (33-39)
अध्याय – 9: पिसारेव्का
में हम सब के जिनगी (39-47)
अध्याय – 10: स्कूल
(47-57)
अध्याय – 11: भाग्य
के नयका प्रहार (57-64)
अध्याय – 12: हमर
वोरोनेझ (हाई स्कूल) के सीट (64-66)
अध्याय – 13: ओस्त्रोगोझ्स्कः
हमर सिविल आउ स्वतंत्र गतिविधि के प्रारम्भ (66-73)
अध्याय – 14: ओस्त्रोगोझ्स्क
में हमर मित्र आउ क्रियाकलाप (73-83)
अध्याय – 15: सेना
के हमर दोस्त लोग - जेनरल यूज़ेफ़ोविच - पिताजी के निधन (83-94)
अध्याय – 16: येलेत्स
आउ चुगूयेव में (94-104)
अध्याय – 17: फेर
से ओस्त्रोगोझ्स्क में (105-112)
अध्याय – 18: उज्ज्वल
भविष्य के प्रभात (112-119)
अध्याय – 19: पितिरबुर्ग
में - स्वतंत्रता हेतु संघर्ष (119-128)
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