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Monday, August 16, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 1; अध्याय 14

                                     अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 1

अध्याय 14

हमरा नताशा के हियाँ पहुँचे तक लेट हो चुकले हल, दस बज गेले हल। तहिया ऊ फ़ोन्तानका में रहऽ हलइ, सिम्योनोव्स्की पुल के पास, एगो गंदा ब्लॉक में, व्यापारी कोलोतुश्किन के घर में, चौठा मंजिला पर। घर से गेला के बाद पहिले तुरी ऊ आउ अल्योशा एगो निम्मन फ्लैट में रहऽ हलइ, जे छोटगर, लेकिन सुन्दर आउ सुविधाजनक, तेसरा मंजिला पर हलइ, लितेयनयऽ में। लेकिन नवयुवक प्रिंस के संसाधन जल्दीए समाप्त हो गेलइ। ऊ संगीत के शिक्षक तो नञ् हो पइलइ, लेकिन ऊ कर्ज लेवे लगलइ आउ बड़गो कर्ज में पड़ गेलइ। पैसा ऊ फ्लैट के सजावट में, नताशा लगी उपहार में खरच कइलकइ, जेकरा लगी नताशा ओकर फिजूलखर्ची के विरोध कइलकइ, ओकरा फटकार लगइलकइ, कभी-कभी ऊ रोवो कइलइ। दिल से भावुक आउ दूरदर्शी, अल्योशा, कभी-कभी पूरे सप्ताह तक खुशी से सोचते, कि ओकरा कइसन उपहार देल जाय आउ ऊ कइसे एकर स्वागत करतइ, एकरा लगी ऊ एगो वास्तविक उत्सव मनावऽ हलइ, हर्षातिरेक से हमरा पहिलहीं ऊ अपन आशा आउ सपना के बारे सूचित कर देलके हल, नताशा के शिकायत आउ आँसू से ऊ दुखी हो जा हलइ, ओहे से ऊ (अल्योशा) तरस के पात्र बन जा हलइ, आउ परिणामस्वरूप ओकन्हीं बीच उपहार के चलते फटकार, दुख आउ झगड़ा होवऽ हलइ। एकरा अलावे, अल्योशा बहुत सारा पैसा नताशा से चुपके खरच कर दे हलइ; अपन साथी लोग के शौकीन हलइ, नताशा के साथ विश्वासघात कर हलइ; तरह-तरह के जोज़ेफ़िन आउ मिना (Josephines and Minnas) के हियाँ भेंट दे हलइ; लेकिन तइयो ओकरा बहुत प्यार करऽ हलइ। ऊ नताशा के यातना के साथ प्यार करऽ हलइ; अकसर ऊ हमरा हीं आवऽ हलइ अवसादित (depressed) आउ उदास, ई बोलते, कि ऊ अपन नताशा के कानी अँगुरी के बराबर भी नञ् हइ; कि ऊ [*225] रूक्ष आउ दुष्ट हइ, ओकरा समझे के स्थिति में नञ् हइ आउ ओकर प्रेम के लायक नञ् हइ। आंशिक रूप से ऊ सही हलइ; ओकन्हीं बीच बिलकुल असमानता हलइ; ऊ नताशा के सामने बुतरू अनुभव करऽ हलइ, आउ नताशा ओकरा हमेशे बुतरू समझऽ हलइ। अश्रु सहित ऊ हमरा जोज़ेफ़िन के साथ परिचय के बारे पछतावा व्यक्त कइलकइ, साथे-साथ नताशा के एकरा बारे नञ् बोले खातिर हमरा निवेदन करते; आउ जब, दयनीय आउ कम्पायमान, ऊ, ई सब पाप स्वीकारोक्ति के बाद, हमरा साथ ओकरा बिजुन गेलइ (पक्का हमरा साथ, विश्वास देलइते, कि ऊ अपन अपराध के बाद ओकरा सामने नजर मिलावे में डरऽ हइ, कि खाली हमहीं ओकरा सहारा दे सकऽ हिअइ), त नताशा ओकरा पर पहिलहीं नजर डालला पर समझ गेलइ, कि बात की हइ। ऊ बहुत ईर्ष्यालु हो गेलइ, आउ हमरा समझ में नञ् आवऽ हइ कि कइसे, हमेशे ओकरा ओकर सब्भे चलचित्तता (चंचलता) के माफ कर दे हलइ। साधारणतः अइसे होवऽ हलइ - अल्योशा हमरा साथ अन्दर आवऽ हलइ, भीरुतापूर्वक ओकरा साथ बात करऽ हलइ, भीरुतापूर्वक ओकरा से आँख मिलावऽ हलइ। नताशा तुरते अंदाज लगा ले हइ, कि अल्योशा दोषी हइ, लेकिन नताशा अइसन देखावा करतइ कि ओकरा कुछ मालुम नञ् हइ, कभियो ओकरा साथ ई मामले में पहिले बात नञ् करतइ, कुच्छो पूछताछ नञ् करतइ, एकर विपरीत, तुरतम्मे ओकरा पर अपन दुलार दोगना कर देतइ, जादे नरम आउ प्रसन्न रहतइ - आउ ई ओकरा तरफ से कइसनो सोचल-समझल खेल चाहे चाल नञ् रहऽ हलइ। नञ्; ई सुन्दर जीव खातिर क्षमा आउ दया में एक प्रकार के अनन्त आनन्द हलइ; मानु अल्योशा के क्षमा करे के प्रक्रिया में हीं ऊ कइसनो विशेष, परिष्कृत सौन्दर्य पावऽ हलइ। सचमुच, ऊ बखत मामला खाली जोज़ेफ़िन तक सीमित हलइ। ओकरा दयालु आउ क्षमाशील देखके, अल्योशा सहन नञ् कर पावऽ हलइ आउ तुरतम्मे सब कुछ के मामले में खुद्दे पछतावा अभिव्यक्त करऽ हलइ, बिन कुछ पुछले - ताकि दिल के हलका कर सकइ आउ "पहिलहीं नियन रह सकइ", ऊ बोलऽ हलइ। क्षमा पाके, ऊ हर्षातिरेक में आ जा हलइ, कभी-कभी तो खुशी आउ आवेश में रो पड़ऽ हलइ, ओकरा गले लगा ले हलइ। फेर तुरतम्मे खुश हो जा हलइ आउ बालसुलभ स्पष्टवादिता के साथ जोज़ेफ़िन के साथ अपन कारनामा के विस्तार से बतावे लगऽ हलइ, हँस्से लगऽ हलइ, ठहाका मारऽ हलइ, नताशा के आशीर्वाद दे हलइ आउ प्रशंसा करऽ हलइ, आउ शाम खुशी-खुशी आउ आनन्दपूर्वक समाप्त होवऽ हलइ। जब ओकरा हीं सारा पैसा खतम हो गेलइ, त ऊ सामान बेचे लगलइ। नताशा के जिद कइला पर, एगो छोटगर, लेकिन सस्ता फ्लैट फ़ोन्तानका में खोजल गेलइ। सर-समान बेचल जाना जारी रहलइ, नताशा अपन पोशाक भी बेच देलकइ आउ काम खोजे लगलइ; जब अल्योशा एकरा बारे जानलइ, ओकर उदासी के सीमा नञ् रहलइ - ऊ खुद के कोसलकइ, चिखलइ, कि ओकरा खुद से नफरत हइ, लेकिन तइयो सुधार के कोय प्रयास नञ् कइलकइ। अब तो अन्तिम संसाधन के भी अंत हो गेलइ; खाली काम बाकी रह गेले हल, लेकिन ओकरा लगी वेतन अत्यंत नगण्य हलइ।

ठीक प्रारम्भ से ही, जब ओकन्हीं साथ-साथ रह रहले हल, अल्योशा एकरा लगी अपन बाप से प्रचंड झगड़ा कइलकइ। अपन बेटा के शादी कतेरिना फ़्योदोरोव्ना फ़िलिमोनोव्ना, काउंटेस के सतेली बेटी, से करे के प्रिंस के ऊ बखत के इरादा खाली अभी योजना के रूप में हलइ, लेकिन ऊ ई योजना के मामले में प्रचंड दृढ़संकल्पता देखइलकइ; ऊ अल्योशा के भावी दुलहिन के पास ले गेलइ, कतेरिना के खुश करे खातिर ओकरा समझइलकइ, कठोरतापूर्वक आउ तर्कसहित ओकरा आश्वस्त कइलकइ; लेकिन मामला काउंटेस के चलते बिगड़ गेलइ। तब बापो अपन बेटा के नताशा के संबंध के मामले में ध्यान नञ् देवे लगलइ, सब कुछ समय पर छोड़ते, आउ आशा कइलकइ, अल्योशा के चंचलता आउ लापरवाही के जानते, कि ओकर प्यार जल्दीए समाप्त हो जइतइ। ओइसीं, कि ऊ नताशा से शादी कर ले सकऽ हइ, प्रिंस, बिलकुल हाल तक, लगभग चिंता करना [*226] बन्द कर देलकइ। जाहाँ तक प्रेमी युगल के संबंध हइ, त ओकन्हीं के मामला पिता के औपचारिक समझौता तक आउ सामान्य रूप से परिस्थिति के बदलाव तक स्थगित कर देल गेलइ। लेकिन, नताशा, प्रतीयमानतः, एकरा बारे कुछ चर्चा छेड़े लगी नञ् चाहऽ हलइ। अल्योशा हमरा से गुप्त रूप से बोललइ, कि पिता मानु ई सब कहानी से जरी-मनी खुश हथिन - ओकरा ई सब मामले में इख़मेनेव के विनम्रता पसीन पड़लइ। देखावा लगी, ऊ अपन बेटा के अपन नाराजगी देखइते रहलइ - भरण-पोषण खातिर अइसूँ कम भत्ता के ऊ आउ कमती कर देलकइ (ऊ ओकरा साथ अत्यंत कंजूस हलइ), आर्थिक सहायता पूरा हटा देवे के धमकी देलकइ; लेकिन जल्दीए पोलैंड चल गेलइ, काउंटेस खातिर, जेकर हुआँ परी बिज़नेस हलइ, ऊ अभियो तक विवाह के अपन योजना में सक्रिय रूप से लगल हलइ। सचमुच, अल्योशा विवाह खातिर अभियो अल्पवयस्क हलइ; लेकिन दुलहिन बहुत धनी हलइ, आउ अइसन अवसर से चूकना असंभव हलइ। प्रिंस के, आखिरकार, अपन लक्ष्य प्राप्त हो गेलइ। हमन्हीं तक अफवाह पहुँचलइ, कि विवाह के जोड़ी बैठावे के काम, आखिरकार, हो गेलइ। ऊ बखत, जेकर हम वर्णन कर रहलिए ह, प्रिंस अभी-अभी पितिरबुर्ग में वापिस अइले हल। बेटा के साथ प्यार से मिललइ, लेकिन नताशा के साथ ओकर संबंध के दृढ़ता ओकरा लगी अप्रिय आश्चर्य हलइ। ऊ शंका करे लगलइ, डरे लगलइ। कठोरतापूर्वक आउ दृढ़तापूर्वक ऊ संबंध-विच्छेद के माँग कइलकइ; लेकिन जल्दीए बहुत बेहतर साधन के उपयोग करे के विचार ओकर दिमाग में अइलइ आउ ऊ अल्योशा के काउंटेस के हियाँ ले गेलइ। ओकर सतेली बेटी लगभग सुन्दरी हलइ, लगभग अभियो एगो लड़की, लेकिन विरल हृदय वली, स्पष्ट, निर्मल आत्मा, प्रसन्नचित्त, बुद्धिमान, सुकुमारी। प्रिंस के भरोसा हलइ, कि कम से कम छो महिन्ना के अवधि तो अपन प्रभाव देखइलके होत, कि नताशा में अब ओकर बेटा लगी कोय नयापन के आकर्षण शक्ति नञ् रह गेले होत, कि अब ओहे नजर से अपन भावी दुलहिन के नञ् देखतइ, जइसन कि छो महिन्ने पहिले। ऊ खाली आंशिक रूप से अंदाज लगा पइलकइ ... अल्योशा वास्तव में भावना में बह गेलइ। आउ एक बात जोड़ऽ हिअइ, कि बाप अचानक अपन बेटा के प्रति असाधारण रूप से स्नेहशील हो गेलइ (हलाँकि तइयो ओकरा पैसा नञ् दे हलइ)। अल्योशा अनुभव करऽ हलइ, कि ई दुलार में एगो अटल, अपरिवर्तनीय निश्चय छिप्पल हइ, आउ उदास हो जा हलइ - लेकिन ओतना नञ्, जेतना ऊ उदास होते हल, अगर ऊ कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के रोज दिन नञ् देखते हल। हम जानऽ हलिअइ, कि नताशा के हियाँ ओकरा नञ् भेंट देल पचमा दिन हो चुकले हल। इख़मेनेव के हियाँ से ओकरा हीं जइते बखत, हम चिंतातुर होल अन्दाज लगा लेलिअइ, कि ऊ हमरा से आखिर की कहे लगी चाहऽ होतइ। दूरहीं से हमरा ओकर खिड़की में रोशनी नजर अइलइ। हमन्हीं बीच बहुत पहिलहीं से सहमति हो चुकले हल, कि ओकरा खिड़की में मोमबत्ती रक्खे के चाही, अगर ओकरा हमरा से बहुत आउ पक्का देखे के रहे, ओहे से अगर हमरा पास से गुजरना होवे (आउ अइसन लगभग रोज दिन होवऽ हलइ), त हम तइयो, खिड़की में असाधारण रोशनी के आधार पर, अंदाज लगा सकऽ हलिअइ, कि हमर इंतजार हइ आउ ओकरा हमर जरूरत हइ। हाल में ऊ अकसर मोमबत्ती रक्खऽ हलइ ...


भूमिका                       भाग 1, अध्याय 13                   भाग 1, अध्याय 15 

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