अपमानित आउ तिरस्कृत
भाग 1
अध्याय 9
हम
उत्सुकता से ओकरा तरफ एकटक देखलिअइ, हलाँकि अब तक ओकरा कइएक तुरी हम देखलिए हल; हम
ओकर आँख में देखलिअइ, मानु ओकर नजर हमर सब हैरानी के व्याख्या कर सकऽ हलइ, हमरा समझा
सकऽ हलइ - कि कइसे ई लड़का ओकरा मोहित कर सकलइ, कि कइसे ऊ ओकरा में अइसन पागलपन के हद
तक प्यार पैदा कर सकलइ - पहिलउका कर्तव्य के भुला देवे वला प्यार, ऊ सब कुछ के विवेकहीन
बलिदान कर देवे के हद तक, जे अब तक नताशा लगी पूरा पवित्र हलइ। प्रिंस हमरा दुन्नु
हाथ लेलकइ, ओकरा कसके पकड़के हिलइलकइ, आउ ओकर विनम्र आउ स्पष्ट नजर हमर दिल में प्रवेश
कर गेलइ।
हम अनुभव कइलिअइ, कि हमरा ओकरा बारे अपन निष्कर्ष
निकासे में गलतफहमी हो सकऽ हलइ, ई आधार पर कि ऊ हमर दुश्मन हलइ। हाँ, हम ओकरा नञ् पसीन
करऽ हलिअइ, आउ स्वीकार करऽ हिअइ, हम ओकरा कभी नञ् पसीन कर सकऽ हलिअइ - खाली हमहीं,
शायद, ओकर परिचित लोग में से अकेला हलिअइ। कइएक चीज ओकरा में हमरा बिलकुल नञ् पसीन
पड़लइ, हियाँ तक कि ओकर सुन्दर बाह्याकृति भी, आउ शायद, ठीक एहे कारण से, कि ऊ बहुत
जादहीं सुन्दर हलइ। बाद में हम समझलिअइ, कि एकरो में हमर राय निष्पक्ष नञ् हलइ। ऊ उँचगर,
सुडौल, पतरा हलइ; ओकर चेहरा जरी लंबोतरा (oblong) हलइ, हमेशे पीयर; सुनहरा केश, बड़गर
विनीत आउ चिंतामग्न नीला आँख, जेकरा में अचानक, आवेश के साथ, कभी-कभी अत्यंत सरलहृदय,
अत्यंत बालसहज आनंद चमकऽ हलइ। ओकर पूरा, छोटगर, किरमिजी होंठ, उत्तम तरह से चित्रित,
लगभग हमेशे कइसनो गंभीर मुद्रा में रहऽ हलइ; जेकरा से आउ अधिक अप्रत्याशित आउ आउ अधिक
मनोहर ओकर मुसकान रहऽ हलइ, जे अचानक प्रकट होवऽ हलइ, आउ एतना बचकाना आउ सरलहृदय होवऽ
हलइ, कि अपने खुद, ओकर ठीक पीछू, चाहे अपने कइसनो मूड में रहथिन, तुरन्त जरूरत समझथिन,
ओकर प्रतिसाद के रूप में, ठीक ओकरे नियन मुसकाय के। ऊ फैशनदार ढंग से पोशाक नञ् पेन्हऽ
हलइ, लेकिन हमेशे सुघड़ ढंग से; स्पष्ट हलइ, कि ई सब सुघड़पन खातिर ओकरा कोय प्रयास करे
के जरूरत नञ् होवऽ हलइ, जे ओकरा लगी स्वाभाविक आउ जन्मजात हलइ। सचमुच, ओकरो में कुछ
खराब तौर-तरीका हलइ, निम्मन चाल-ढाल के कुछ खराब आदत हलइ - लापरवाही, आत्मसंतुष्टि,
विनम्र साहस। लेकिन ऊ दिल के बहुत साफ आउ सरल हलइ, आउ खुद, पहिला, अपना में ई सब आदत
के प्रकट करऽ हलइ, ओकरा लगी पछतावा करऽ हलइ आउ ओकरा पर हँस्सऽ हलइ। हमरा लगऽ हइ, कि
ई बालक कभियो, हियाँ तक कि मजाक में भी, झूठ नञ् [*202]
बोल सकतइ, आउ अगर बोलियो देलकइ, त, सच में, एकरा बारे कुच्छो बिन शंका कइले। हियाँ
तक कि ओकरा में अहंकार भी आकर्षक हलइ, ठीक ई कारण से, शायद, कि ऊ साफ दिल के हलइ, गुप्त
नञ्। ओकरा में कुच्छो रहस्यपूर्ण नञ् हलइ। ऊ दिल से कमजोर, विश्वासी आउ भीरु हलइ; ओकरा
में कोय इच्छाशक्ति नञ् हलइ। ओकरा अपमानित करना, धोखा देना पाप होते हल आउ ओकरा पर
तरस अइते हल, जइसे कि कोय बुतरू के धोखा देना आउ अपमानित करना। उमर के हिसाब से ऊ बहुत
सरल हलइ आउ वास्तविक जिनगी के बारे ओकरा कुछ नञ् समझ में आवऽ हलइ; चालीस के उमर में
भी, शायद, ओकरा में कुछ नञ् पछानल जा सकते हल। अइसन लोग के शायद जिनगी भर अबोध बन्नल
रहे के भाग्य में बद्दल रहऽ हइ। हमरा लगऽ हइ, अइसन कोय व्यक्ति नञ् हइ, जे ओकरा प्यार
नञ् कर सकऽ हलइ; ऊ अपने के बुतरू नियन प्यारा लगतो हल। नताशा सच कहलके हल - ऊ खराब
हरक्कत कर सकऽ हलइ, कइसनो प्रचंड प्रभाव के वश में आके; लेकिन, बाद में अइसन हरक्कत
के परिणाम के समझ होला पर, हमरा लगऽ हइ, ऊ पछतावा से मर जइते हल। नताशा सहज रूप से
अनुभव करऽ हलइ, कि ऊ (नताशा) ओकर मालकिन, ओकरा पर आधिपत्य जमावे वली रानी होतइ; आउ
ऊ (नवयुवक प्रिंस) ओकर शिकार भी होतइ। नताशा के पागलपन नियन प्यार के आनंद लेवे के
पहिलहीं से आशा कर रहले हल आउ ओकरा कष्ट होवे तक यातना देवे के, जेकरा से प्यार हको,
ठीक ई कारण से, कि प्यार करऽ हो, आउ ओहे से, शायद, ओकरा सामने पहिले शिकार होवे लगी
आत्म-समर्पण करे में शीघ्रता कइलकइ। लेकिन नवयुवक प्रिंस के आँख में भी प्यार चमक रहले
हल, आउ ऊ आनंदित होल नताशा तरफ देख रहले हल। नताशा हमरा तरफ उल्लास से देखलकइ। ई पल
में ऊ सब कुछ भूल गेलइ - माता-पिता के, बिदाई के आउ आशंका के बारे ... ऊ खुश हलइ।
"वान्या!" ऊ चिखलइ, "हम उनका
सामने दोषी हिअइ आउ हम उनर लायक नञ् हिअइ! हम सोचलियो, कि तूँ नञ् अइबऽ, अल्योशा। हमर,
मूर्खतापूर्ण विचार के भूल जा, वान्या। हम एकर प्रायश्चित्त करबो!" ऊ आगू बोललइ,
असीम प्यार से ओकरा तरफ देखते। ऊ मुसकइलइ, नताशा के हाथ के चुमलकइ, आउ ओकर हाथ के बिन
छोड़ले, हमरा तरफ मुड़के, कहलकइ –
"हमरो दोष नञ् द। बहुत पहिलहीं हम तोहरा
सहोदर भाय नियन गले लगावे लगी चाहऽ हलियो; केतना तुरी ई हमरा से तोहरा बारे बोललो!
हमन्हीं बीच अभी तक मोसकिल से एक दोसरा से परिचित होवे के मोक्का मिललइ आउ न कइसूँ
साथ में हिलना-मिलना होलइ। दोस्त बन्नल जाय आउ ... हमन्हीं के माफ कर द", ऊ दबे
स्वर में बोललइ आउ जरी लाल हो गेलइ, लेकिन अइसन सुन्दर मुसकान के साथ, कि हम अपन पूरे
दिल से ओकर स्वागत (greeting) के प्रतिसाद
(response) देवे बेगर नञ् रह पइलिअइ।
"हाँ, हाँ, अल्योशा", नताशा ओकर बात
पर बोललइ, "ऊ हमन्हीं तरफ हथिन, ऊ हमन्हीं के बन्धु हथिन, ऊ हमन्हीं के पहिलहीं
माफ कर देलथुन हँ, आउ उनका बेगर हमन्हीं खुश नञ् रह सकबइ। हम तोहरा पहिलहीं बता देलियो
ह ... ओह, हम सब निर्दय बुतरू हिअइ, अल्योशा! लेकिन हमन्हीं तीनो साथ-साथ जीबइ ...
वान्या!", ऊ बात जारी रखलकइ, आउ ओकर होंठ कप्पे (काँपे) लगलइ, "तूँ अब उनकन्हीं
हीं वापिस जा, घर; तोहर अइसन सोना नियन दिल हको, कि हलाँकि उनकन्हीं हमरा नञ् माफ करथन,
लेकिन, ई देखके, कि तूँ माफ कर देलऽ, शायद, बल्कि जरिक्को सन तो हमरा पर नरम पड़थिन।
उनकन्हीं के सब, सब कुछ, अपन शब्द में दिल से कह दिहो; अइसन शब्द खोज लिहऽ ... हमर
पक्ष में बोलिहऽ, हमर रक्षा करिहऽ; उनकन्हीं के सब कारण बता दिहऽ, जइसन तूँ समझलहो।
तूँ जानऽ हो, वान्या, कि शायद, हम ई निर्णय नञ् ले पइतूँ हल, अगर तूँ आझ हमरा साथ नञ्
अइतऽ हल! तूँ हमर उद्धारक हकऽ - हम तुरते तोरा पर अपन पूरा आशा रखलियो, कि तूँ उनकन्हीं
के अइसे समझावे में सफल होबहो, कि कम से कम ई पहिलउका भयंकर सूचना उनकन्हीं लगी कुछ
तो हलका होवइ। हे भगमान, हे भगमान! ... उनकन्हीं के हमरा तरफ से बता दिहो, वान्या,
कि हम जानऽ हिअइ, कि अब हमरा माफ करना असंभव हइ - चाहे उनकन्हीं हमरा माफ कर देथन,
लेकिन भगमान नञ् माफ करथन; लेकिन [*203] अगर उनकन्हीं हमरा शाप भे दे हथिन, तइयो हम
उनकन्हीं लगी निम्मन भावना रखबइ आउ जिनगी भर उनकन्हीं लगी प्रार्थना करबइ। हमर पूरा
दिन उनकन्हीं लगी हइ! आह, काहे हम सब्भे खुश हो सकऽ हिअइ! काहे, काहे! ... हे भगमान!
ई हम की कर बैठलिअइ!" ऊ अचानक चीख उठलइ, मानु होश में आ गेले हल, आउ, भय से पूरा
काँपते, हाथ से चेहरा झाँक (ढँक) लेलकइ।
अल्योशा ओकरा गले लगा लेलकइ आउ चुपचाप ओकरा
अपन तरफ दबइले रहलइ। मौन के कुछ मिनट गुजर गेलइ।
"आउ तूँ अइसन बलिदान के माँग कर सकलहो!"
हम कहलिअइ, तिरस्कार सहित ओकरा तरफ देखते।
"हमरा दोष नञ् द!", ऊ दोहरइलकइ,
"हम विश्वास देलावऽ हकियो, कि अभी ई सब विपत्ति, हलाँकि ई बहुत बड़गो हइ - लेकिन
खाली पल भर लगी। हम एकरा में बिलकुल आश्वस्त हिअइ। खाली संकल्प के जरूरत हइ ई पल के
बरदास करे के; एहे बात हमरा एहो (नताशा) बतइलकइ। तूँ जानऽ हो - ई सब के एक्के कारण
हइ - पारिवारिक अहंकार, ई बिलकुल अनावश्यक झगड़ा, कउनो तरह के हुआँ मोकदमा! ... लेकिन
... (हम एकरा बारे बहुत लमगर अवधि तक सोचलिअइ, तोहरा विश्वास देलावऽ हकियो) ई सब कुछ
समाप्त होवे के चाही। हम सब फेर से एक हो जइते जइबइ आउ तब बिलकुल खुश होबइ, हियाँ तक
कि बुढ़उ लोग भी शांत हो जइथिन, हमन्हीं तरफ देखके। केऽ जानऽ हइ, शायद, ठीक हमन्हीं
के शादी ही उनकन्हीं के समझौता के शुरुआत के रूप में काम करतइ! हमरा लगऽ हइ, कि अइसन
जरूर होतइ। तोहरा की सोचना हइ?"
"तूँ बोलऽ हो - शादी। कब शादी करे जा रहलहो
ह?" हम पुछलिअइ, नताशा तरफ देखते।
"बिहान चाहे परसुन; कम से कम, परसुन -
शायद। देखहो, हम खुद अभी निम्मन से नञ् जानऽ हिअइ, आउ सच कहल जाय तो, हुआँ कुछ इंतजामो
नञ् कइल हइ। हम सोचऽ हलिअइ, कि नताशा, हो सकऽ हइ, आझ सुबह नञ् आबइ। एकरा अलावे पिताजी
हमरा मंगेतर के पास ले जाय के पूरा मन हलइ (हमरा लगी दुलहिन खोजल जा रहले ह; की नताशा
बतइलको हल? लेकिन हम सहमत नञ् हिअइ।) ओहे से, हम कुच्छो पक्का हिसाब नञ् कर पइलिअइ।
लेकिन तइयो, शायद, परसुन हमन्हीं शादी कर लेते जइबइ। हमरा तो, कम से कम, अइसन लगऽ हइ,
काहेकि दोसर आउ कुछ नञ् हो सकऽ हइ। बिहान हमन्हीं प्स्कोव रोड से रवाना होते जइबइ।
हियाँ परी नगीचे, गाम में, साथी हइ, लाइसियम (lyceum, कॉलेज) पास, बहुत निम्मन व्यक्ति;
हम तोहरा, शायद, परिचित करइबो। हुएँ गाम में एगो पादरी भी हथिन, लेकिन, पक्का मालुम
नञ्, हथिन कि नञ्। पहिलहीं से जाँच करे के चाही हल, लेकिन हमरा समय नञ् मिल पइलिअइ
... लेकिन, वास्तव में, ई सब छोटगर बात हइ। मुख्य बात ध्यान में रखना असली बात हइ।
आखिर पड़ोस के कोय गाम से पादरी के बोलावल जा सकऽ हइ; तोहरा की सोचना हइ? आखिर हुआँ
पड़ोस में कइएक गाम हकइ! खाली खेद के बात हइ, कि हमरा अभी तक हुआँ एक्को लाइन के संदेश
भेजे के समय नञ् मिल पइलअइ; पहले से सूचना देवे के चाही हल। हो सकऽ हइ कि हमर दोस्त
घरे नहियों हो सकइ ... लेकिन - ई अन्तिम बात हइ! पक्का इरादा होवे के चाही, आउ हुआँ
सब कुछ ठीक हो जइतइ, हइ की नञ्? आउ ई दौरान, कल तक, चाहे बल्कि परसुन तक, ई हमरा साथ
हियाँ होतइ। हम एगो खास फ्लैट किराया पर लेलिए ह, जेकरा में हमन्हीं लौटला पर रहते
जइबइ। हम रहे लगी पिताजी के पास नञ् जइबइ, हइ न? तूँ हमन्हीं हीं अइहऽ; हम निम्मन से
इंतजाम कइलियो ह। हमन्हीं हीं लाइसियम के मित्र लोग मिल्ले लगी अइते जइथिन; हम शाम
के पार्टी के इंतजाम करबइ...।"
हम ओकरा दने अचरज आउ उदासी से देखलिअइ। नताशा
हमरा निवेदन कइलकइ कि ओकरा से सख्ती से पेश नञ् आवे के चाही आउ जरी नरमी बरते के चाही।
[*204]
नताशा ओकर कहानी एक प्रकार के उदास मुसकान के साथ सुन रहले हल, आउ एकरे साथ मानु ओकर
प्रशंसा कर रहले हल, जइसे प्रिय, प्रसन्न बुतरू के प्रशंसा कइल जा हइ, ओकर असंगत, लेकिन
प्रिय बड़बड़ाहट के सुनते। हम तिरस्कार सहित नताशा तरफ देख रहलिए हल। हमरा लगी असह्य
रूप से भारी लग रहल हल।
"लेकिन तोहर पिताजी?" हम पुछलिअइ,
"की तोहरा पक्का विश्वास हको, कि ऊ तोहरा माफ कर देथुन?"
"पक्का; उनका लगी करे के बाकी कउची रह
जइतइ? मतलब, ऊ, जाहिर हइ, पहिले हमरा शाप देथिन; हमरा एकरो में पक्का विश्वास हइ। ऊ
अइसने हथिन; आउ ओतने हमरा साथ सख्त हथिन। हो सकऽ हइ, ऊ केकरो शिकायतो करथिन, एक शब्द
में, अपन पैतृक अधिकार (बल) के प्रयोग करथिन ... लेकिन आखिर ई सब गंभीर बात नञ् हइ।
ऊ हमरा हद से जादे मानऽ हथिन; गोसइथिन आउ माफ कर देथिन। तब सब कोय समझौता कर लेते जइथिन,
आउ हम सब सुखी होबइ। एक्कर पिताजी भी।"
"आउ अगर माफ नञ् करथुन तब? की तूँ एकरा
बारे सोचलहो ह?"
"पक्का माफ कर देथिन, खाली, हो सकऽ हइ,
ओतना जल्दी नञ्। ओकरा से की? हम उनका साबित कर देबइ, कि हमरो संकल्प हइ। ऊ हमेशे हमरा
डाँटते रहऽ हथिन, कि हमर कोय संकल्प नञ् हइ, कि हम लापरवाह हिअइ। अइकी ऊ अभी देखथिन,
कि हम बेपरवाह हिअइ कि नञ्। आखिर पारिवारिक व्यक्ति होना मजाक नञ् हइ; तब हम लड़का नञ्
रह जइबइ ... मतलब, हम कहे लगी चाहऽ हलिअइ, कि हम ओइसने होबइ, जइसन बाकी लोग ... हुआँ
पारिवारिक लोग हथिन। हम अपन परिश्रम से जीयम। नताशा के कहना हइ, कि ई कहीं बेहतर हइ,
बनिस्पत दोसर के कमाई पर, जइसन कि हमन्हीं जीयऽ हिअइ। काश, तूँ खाली जनतहो हल, कि ऊ
हमरा केतना निम्मन बात कहऽ हइ! हम खुद ई बात के कभियो सोच नञ् पइतिए हल; हम अइसन पालन-पोषण
के साथ नञ् बड़गर होलूँ हँ, हमरा अइसन शिक्षा नञ् मिल्लल ह। सच हइ, हम खुद जानऽ हिअइ,
कि हम बेपरवाह हिअइ आउ हम कुच्छो लायक नञ् हिअइ; लेकिन, जानऽ हो, हमरा परसुन एगो आश्चर्यजनक
विचार अइलइ। अभी हलाँकि समय नञ् हइ, लेकिन हम तोहरा बतइबो, काहेकि नताशा के भी सुन्ने
के चाही, आउ तूँ हमन्हीं के सलाह देबहो। अइकी देखहो - हम कहानी लिक्खे लगी चाहऽ हिअइ
आउ पत्रिका में बेचे लगी चाहऽ हिअइ, ओइसीं जइसे तूँ करऽ हो। तूँ हमरा पत्रकार लोग के
साथ मदत करभो, हइ न? हमरा तोहरा पर भरोसा हलो आउ कल्हे रात भर हम एगो उपन्यास के बारे
सोचते रहलिअइ, अइसीं, जाँचे खातिर, आउ जानऽ हो - एगो मनोहर चीज निकस सकऽ हलइ। विषय
हम सक्रिब के एगो हास्य-नाटक से लेलिअइ ... लेकिन हम तोरा बाद में बतइबो। मुख्य बात,
एकरा लगी पइसा मिलतइ ... आखिर तोहरो तो भुगतान कइल जा हको!"
हमरा मुसकाय बेगर नञ् रहल गेलइ।
"तूँ हँस्सऽ हो", ऊ बोललइ, हमरो बाद
मुसकइते। "नञ्, सुन्नऽ", ऊ अबोधगम्य सरलहृदयता से आगू बोललइ, "तूँ हमरा
तरफ अइसे नञ् देखहो, कि जइसन हम देखाय दे हिअइ; सच हइ, हमरा बहुत कुछ प्रेक्षण करे
के असाधारण योग्यता हइ; अइकी तूँ खुद्दे देखभो। काहे नञ् प्रयास कइल जाय? शायद, कुछ
तो एकरा से निकसतइ ... लेकिन, तूँहूँ, लगऽ हइ, सही कहऽ हो - हमरा आखिर असली जिनगी के
बारे कुछ नञ् मालुम; एहे बात नताशा भी हमरा से कहऽ हइ; ई, लेकिन, हमरा से सब कोय बोलऽ
हइ; हम कइसन लेखक होबइ? हँस्सऽ, हँस्सऽ, हमर बात के सुधार देहो; आखिर अइसन तूँ नताशे
लगी करभो, आउ तूँ ओकरा से प्यार करऽ हो। हम तोहरा सच कहबो - हम ओकरा लायक नञ् हिअइ;
हम ई अनुभव करऽ हिअइ; ई बात हमरा लगी कठिन जा हइ, आउ हमरा मालुम नञ्, काहे लगी ऊ हमरा
एतना पसीन कइलकइ? आउ हम, लगऽ हइ, अपन पूरा जिनगी ओकरा लगी कुर्बान कर देबइ! सच हइ,
हम पहिले कुच्छो से नञ् डरलिअइ, लेकिन अब डर लगऽ हके - हमन्हीं की कर रहलिए ह! हे भगमान!
की वास्तव में [*205] व्यक्ति में, जबकि ऊ पूरे तरह से अपन कर्तव्य
के प्रति निष्ठावान हइ, मानु सोद्देश्य, ओकरा अपन कर्तव्य पूरा करे में योग्यता आउ
संकल्प के कमी पड़ जा हइ? त हमन्हीं के बल्कि तूँ तो मदत करऽ, हमर दोस्त! तूँ हमन्हीं
के एकमात्र मित्र हकऽ, जे हमन्हीं के साथ रहलऽ ह। आउ हम अकेल्ले की कर सकम! माफ करऽ,
कि हम तोहरा पर एतना भरोसा करऽ हियो; हम तोहरा एगो बहुत उदार व्यक्ति समझऽ हियो आउ
अपना से कहीं अधिक बेहतर। लेकिन हम खुद के सुधार लेबो, निश्चिंत रहऽ, आउ हम तोहन्हीं
दुन्नु के योग्य होबो।"
हियाँ परी ऊ फेर से हमर हाथ हिलइलकइ, आउ ओकर
सुन्दर आँख में उदार आउ सुन्दर भावना चमकऽ हलइ। ऊ एतना विश्वास से अपन हाथ आगू बढ़इलकइ,
एतना विश्वास कइलकइ, कि हम ओकर दोस्त हिअइ!
"ऊ हमरा सुधरे में मदत करतइ", ऊ बात
जारी रखलकइ। "तूँ, लेकिन कुच्छो बहुत खराब मत सोचऽ, हमन्हीं के बारे बहुत दुखी
नञ् होइहऽ। हमरा तइयो बहुत आशा हइ, आउ आर्थिक मामले में हमन्हीं बिलकुल सुरक्षित होबइ।
हम, मसलन, अगर उपन्यास सफल नञ् होतइ (हम, सच कहल जाय, अभी-अभी सोचलिअइ, कि उपन्यास
के विचार मूर्खतापूर्ण हइ, आउ अभी हम एकरा बारे खाली ई लगी बात कइलियो, कि तोहर राय
सुनल जाय), अगर उपन्यास सफल नञ् होतइ, त हम आखिर कम से कम संगीत में ट्यूशन दे सकऽ
हिअइ। तोहरा नञ् मालुम हलो, कि हम संगीत जानऽ हिअइ? हमरा अइसन काम से भी जीए में लाज
नञ् हइ। ई मामले में हमरा नयका-नयका विचार हइ। हाँ, एकरा सिवाय, हमरा पास बहुत सारा
बेशकीमती नुमाइशी चीज (trinkets) हइ, शृंगार के समान; ई सब के की काम? हम ई सब के बेच
देबइ, आउ हमन्हीं, जानवे करऽ हथिन, केतना समय तक एकरा पर जीबइ! आखिरकार, बिलकुल अन्तिम
दशा में, हम, शायद, सर्विस में जा सकऽ हिअइ। पिताजी भी खुश होथिन; ऊ हमेशे हमरा सर्विस
करे लगी कहते रहऽ हथिन, लेकिन हम उनका समझइते रहऽ हिअइ कि हमर स्वास्थ्य निम्मन नञ्
हके। (हमरा, लेकिन, कहीं तो रजिस्टर कर लेल गेले ह।) आउ अइकी ऊ जब देखथिन, कि शादी
से हमरा लाभ होले ह, हमरा गंभीर बना देलके ह आउ हम वास्तव में सर्विस करे लगी शुरू
कर देलिए ह - त ऊ खुश हो जइथिन आउ हमरा माफ कर देथिन ..."
"लेकिन, अलिक्सेय पित्रोविच, की तूँ सोचलहो,
कि अब तोहर आउ एक्कर पिता के बीच में कइसन कहानी निकसके अइतइ? तोहरा की लगऽ हको, आझ
शाम उनकन्हीं के घर में की होतइ?"
आउ हम ओकरा अपन शब्द पर मुर्दनी छाल नताशा तरफ
इशारा कइलिअइ। हम निर्दय हलिअइ।
"हाँ, हाँ, तूँ सही कह रहलहो ह, ई भयंकर
हइ!" ऊ उत्तर देलकइ। "हम पहिलहीं एकरा बारे सोचलिए ह आउ हम मानसिक पीड़ा सहलिए
ह ... लेकिन की कइल जाय? तूँ सही कहऽ हो - काश, एकर माता-पिता कइसूँ हमन्हीं के माफ
कर सकथिन! आउ हम उनकन्हीं दुन्नु के केतना प्यार करऽ हिअइ, खाली अपने जान सकथिन! आखिर
उनकन्हीं हमरा लगी रिश्तेदार नियन हथिन, आउ अइकी हम ओहे से उनका अइसे बदला चुका रहलिए
ह! ... ओह, ई सब झगड़ा, ई सब मोकदमा! कल्पना नञ् कर सकऽ हो, कि ई केतना हमन्हीं लगी
अप्रिय हइ! आउ काहे लगी उनकन्हीं लड़ते जा हथिन! हम सब एक दोसरा साथ एतना प्रेम करऽ
हिअइ, लेकिन आपस में झगड़ऽ हिअइ! अगर उनकन्हीं में समझौता हो जाय, त सब बाते खतम हो
जाय! सच हइ, उनकन्हीं के स्थान पर हम अइसीं करतिए हल ... हमरा अपने के शब्द से भय लगऽ
हइ। नताशा, ई भयंकर हइ, जे हमन्हीं दुन्नु कर रहलिए ह! हम ई बात पहिलहीं बोललियो हल
... तूँहीं बात पर अड़ल हीं ... लेकिन सुनहो, इवान पित्रोविच, हो सकऽ हइ, ई सब कुछ बेहतर
में बदल जइतइ; तोहरा की सोचना हको? आखिरकार उनकन्हीं के समझौता करहीं पड़तइ! हमन्हीं
उनकन्हीं के समझौता करइबइ। अइसने बात हइ, एकरा में शंका नञ्; उनकन्हीं हमर प्रेम के
विरोध नञ् कर पइथिन ... उनकन्हीं के हम सब के शाप देवे देल जाय, लेकिन हम सब तइयो उनकन्हीं
के प्यार करबइ; उनकन्हीं अडिग नञ् रह पइथिन। तोहरा विश्वास नञ् होतो, कि कभी-कभी हमर
बुढ़उ के [*206]
उदार हृदय होवऽ हइ! ऊ आखिर खाली भयंकर देखाय दे हथिन, लेकिन आखिर दोसर हालत में ऊ अत्यंत
समझदार बन जा हथिन। अगर खाली अपने जान पइथिन हल, कि ऊ केतना नम्रतापूर्वक आझ हमरा से
बात कइलथिन, हमरा समझइलथिन! लेकिन अइकी हम आझे उनकर विरोध में जा रहलिए ह; ई हमरा बहुत
उदास बना दे हइ। आउ ई सब अनुचित पूर्वाग्रह के चलते! बस - पागलपन! खैर, अगर खाली ऊ
एकरा निम्मन से देखथिन आउ एकरा साथ बल्कि आधे घंटा रहथिन? त आखिर ऊ तुरतम्मे हमन्हीं
के सब कुछ के अनुमति दे देथिन।" - एतना बोलके, अल्योशा स्नेहमय आउ भावुक दृष्टि
से नताशा दने देखलकइ।
"हम हजारो तुरी प्रसन्नता के साथ कल्पना
कइलिअइ", ऊ अपन बड़बड़ाहट चालू रखलकइ, "ऊ केतना ओकरा प्यार करथिन, जब जानथिन,
आउ ई केतना सबके अचंभित कर देतइ। आखिर ओकन्हीं सब्भे कभी अइसन लड़की नञ् देखते गेले
ह! पिताजी के पक्का विश्वास हइ, कि ई खाली कइसनो षड्यंत्रकारिणी हइ। हमरा एकर प्रतिष्ठा
के पुनः स्थापित करे के कर्तव्य हइ, आउ ई हम करबइ! आह, नताशा! तोरा सब कोय तोरा प्यार
करतउ, सब्भे; अइसन कोय व्यक्ति नञ् हइ, जे तोरा प्यार नञ् करतउ", ऊ हर्षातिरेक
में आगू बोललइ। हलाँकि हम तोरा लायक बिलकुल नञ् हिअउ, लेकिन तूँ हमरा प्यार कर, नताशा,
आउ हम ... तूँ आखिर हमरा जानऽ हीं! लेकिन की हमन्हीं के खुश रहे खातिर बहुत कुछ चाही!
नञ्, हमरा विश्वास हइ, विश्वास हइ, कि ई शाम हम सभी खातिर खुशी लइतइ, आउ शांति, आउ
सहमति! ई शाम परमानंद लावइ! हइ न, नताशा? लेकिन तोरा की हो गेलो ह? हे भगमान, तोरा
की हो गेलो ह?"
ऊ मरल नियन पीयर हो गेले हल। अल्योशा के बड़बड़इते
बखत लगातार ऊ एकटक ओकरा तरफ निहारते रहले हल; लेकिन ओकर नजर लगातार धुँधला आउ स्थिर
हो रहले हल, चेहरा अधिकाधिक पीयर हो रहले हल। हमरा लगलइ, कि ऊ, आखिरकार, अब कुछ नञ्
सुन रहले हल, बल्कि कइसनो विस्मृति में हलइ। अल्योशा के विस्मयपूर्ण उद्गार मानु ओकरा
अचानक जगा देलकइ। ऊ होश में अइलइ, चारो बगली नजर दौड़इलकइ आउ अचानक - हमरा दने झपट पड़लइ।
तेजी से, मानु शीघ्रता करते आउ मानु अल्योशा से छिपइते, ऊ जेभी से एगो पत्र निकसलकइ
आउ ई हमरा देलकइ। पत्र वृद्ध लोग के संबोधित कइल हलइ आउ पिछलहीं दिन लिक्खल गेले हल।
हमरा देते बखत, ऊ हमरा तरफ एकटक निहार रहले हल, मानु ऊ अपन नजर हमरा पर स्थिर कर लेलके
हल। ई नजर में निराशा हलइ; हम कभियो अइसन भयंकर नजर के भुला नञ् पइबइ। हमरो पर भय हावी
हो गेलइ; हम देखलिअइ, कि ऊ अब खाली अपन व्यवहार के पूरे तरह से अनुभव कर रहले हल। ऊ
हमरा कुछ कहे के प्रयास कर रहले हल; हियाँ तक कि बोलहूँ लगले हल कि अचानक मूर्छित हो
गेलइ। हम ओकरा पकड़ लेलिअइ। अल्योशा डर के मारे पीयर पड़ गेलइ; ऊ ओकर कनपट्टी के रगड़लकइ,
ओकर हाथ आउ होंठ चुमलकइ। दू मिनट के बाद ऊ होश में अइलइ। थोड़हीं दूर पर करेता (घोड़ागाड़ी) खड़ी हलइ, जेकरा
में अल्योशा अइले हल; ऊ ओकरा बोलवइलकइ। करेता में बैठके, नताशा, पगली नियन, हमर हाथ
पकड़ लेलकइ, आउ ओकर गरम-गरम आँसू हमर अँगुरी के जला देलकइ। करेता चालू हो गेलइ। हम अबियो
देर तक जगह पर खड़ी रहलिअइ, ओकरा नजर से बिदा करते। हमर पूरा सुख एहे पल में मर गेल,
आउ जिनगी दू हिस्सा में टूट गेल। हम कष्टपूर्वक ई अनुभव कइलूँ ... धीरे-धीरे हम पीछू
तरफ चल पड़लूँ, पहिलउका रस्ता पर, बूढ़ा-बूढ़ी तरफ। हमरा समझ में नञ् आ रहल हल, कि हम
उनकन्हीं के की कहम, कइसे हम उनकर घर में प्रवेश करम। हमर विचार मर गेल, हमर गोड़ काम
नञ् कर रहल हल ...
आउ एहे हमर भाग्य के पूरा कहानी हके; त अइसे
हमर प्यार के समाप्ति आउ फैसला होल। अब हम अपन बाधित होल कहानी के आगू बढ़इबइ।
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