अपमानित आउ तिरस्कृत
भाग 2
अध्याय 4
हमन्हीं
देर तक चलते रहलिअइ, माली प्रोस्पेक्त (Maly Prospekt) तक। ऊ लगभग दौड़ रहले हल; आखिरकार,
एगो दोकान में घुस गेलइ। हम ओकर इंतजार करते ठहर गेलिअइ। "आखिर ऊ तो दोकान में
नञ् रहऽ होतइ", हम सोचलिअइ। वास्तव में, एक मिनट बाद ऊ बाहर निकसलइ, लेकिन अब
ओकर हाथ में पुस्तक नञ् हलइ। पुस्तक के बदले ओकर हाथ में हलइ मट्टी के एगो बरतन। जरी
सुन आगू चलके, ऊ एगो बदसूरत घर के गेट में घुसलइ। घर छोटगर हलइ, लेकिन पत्थल के, पुराना,
दुमंजिला, गंदा पीयर पेंट से पेंट कइल। निचला मंजिला के एक खिड़की में, जे कुल्लम तीन
गो हलइ, एगो छोटगर लाल ताबूत (शवपेटी) निकसल हलइ, जे एगो साधारण ताबूतसाज
(undertaker) के संकेत हलइ। उपरउका मंजिला
के खिड़की बहुत जादे छोटगर हलइ आउ बिलकुल वर्गाकार, जेकरा काच फीका हरियर आउ दरकल हलइ
आउ जेकरा में गुलाबी सूती परदा लगल देखाय दे हलइ। हम रोड पार कइलिअइ, घरवा भिर [*258] गेलिअइ आउ लौह पट्टी पर पढ़लिअइ, जे गेट के उपरे
हलइ - "मिषान्का[1] बुबनोवा
के घर"।
लेकिन
जइसीं हम लेख पढ़ पइलिअइ, तइसीं अचानक बुबनोवा के अहाता में कर्णबेधी स्त्री के चीख
सुनाय देलकइ आउ फेर गारी-गल्लम। हम विकेट गेट से अन्दर देखलिअइ; लकड़ी के ड्योढ़ी के
पौड़ी पर एगो मोटगर औरत खड़ी हलइ, मध्यवर्गीय औरत के पोशाक में, सिर पर रूमाल, आउ एगो
हरियर शाल में। ओकर चेहरा घृणास्पद किरमिजी (crimson) रंग के हलइ; छोटगर, फुल्लल आउ
खूनी आँख (bloodshot eyes) क्रोध में कौंध रहले हल। स्पष्ट हलइ, कि ऊ मदहोश हलइ, ई
बात के बावजूद कि दुपहर के अभी भोजनकाल भी नञ् होले हल। ऊ बेचारी एलेना पर चिल्ला रहले
हल, जे हाथ में मट्टी के बरतन लेले मानु स्तब्ध होल ओकरा सामने खड़ी हलइ। किरमिजी औरत
के पीठ तरफ से ज़ीना पर से देखाय दे रहले हल आधा चिथड़ा, पुताई कइल आउ लाल चेहरा वली
स्त्री जीव। थोड़े देर के बाद, निचला मंजिला में तलघर के ज़ीना तरफ के दरवाजा खुललइ,
आउ पौड़ी पर प्रकट होलइ, शायद चीख सुनके आकृष्ट होल, बिलकुल साधारण पोशाक पेन्हले एगो
मध्यम उमर के औरत, जे सुन्दर आउ बाह्याकृति में विनम्र हलइ। अधखुल्ला दरवाजा से हुलक
रहले हल तलघर के आउ दोसरो किरायेदार, खूसट (जराग्रस्त) बुढ़उ आउ एगो लड़की। एगो उँचगर
आउ तगड़ा मुझीक, शायद दरबान, अहाता के बीच में खड़ी हलइ, हाथ में झाड़ू लेले, आउ आलस्यपूर्वक
पूरा दृश्य देख रहले हल।
"ओह
तूँ, अभिशप्त, ओह तूँ, रक्तपिपाषु, लीख कहीं के!" औरतिया चिल्लइलइ, एक साँस में
गाली-गलौज के पूरा ढेर निकासते, अधिकतर बिन कोय अल्पविराम या पूर्णविराम के, लेकिन
एक प्रकार के श्वासरोधन के साथ, "त हमर देखभाल के बदला तूँ अइसे चुकावऽ हीं, झबरी!
ओकरा खाली खीरा लावे लगी भेजल गेले हल, आउ ओकर गोड़ फिसल गेलइ! हमर दिल के आगरुम हो
रहले हल, कि ऊ फिसल जइतइ, जब ओकरा भेजलिए हल। हमर दिल में टीस बरलइ, टीस उठलइ! कल्हे
शाम में एहे लगी पूरा झोंटा-झोंटी कइलिअइ, आउ आझो भाग गेलइ! आउ तोरा काहाँ जाय के रहऽ
हउ, छिनरी, काहाँ जाय के! केकरा हीं तूँ जा हीं, अभिशप्त पुतली, उभरल-आँख
(pop-eyed) कमीनी, जहर, केकरा हीं! बोल, दलदल के फफूँदी, कि हिएँ हम तोर गला घोंट दिअउ!"
आउ
क्रोधित औरत बेचारी लड़की के तरफ लपकलइ, लेकिन, तलघर के पौड़ी से देख रहल निचला मंजिला
के किरायेदार औरत पर ओकर नजर गेला पर, अचानक रुक गेलइ आउ, ओकरा तरफ मुड़के, पहिलहूँ
से जादे कर्णबेधी स्वर में चिल्लइलइ, हाथ लहरइते, मानु अपन बेचारी शिकार के भयंकर अपराध
के गोवाह बन्ने लगी ओकरा बोलइते।
"ओकर
माय मर गेलइ! खुद्दे जानऽ हो, सज्जन लोग - आखिर अकेल्ले अनाथ ई दुनियाँ में रह गेले
ह। हम तोहन्हीं के देखऽ हियो, गरीब लोग, तोहन्हीं के हाथ में, खाय लगी कुच्छो नञ् हको;
सोचऽ हिअइ, हमरा कम से कम संत निकोलाय खातिर परिश्रम करे देल जाय, ई अनाथ के रख लिहइ
(ले हिअइ)। रख लेलिअइ। तोहन्हीं की सोचथिन हल? अइकी दु महिन्ना हम एकरा रखलिअइ - आउ
दू महिन्ना ई हमर खून पिलकइ, हमर उज्जर देह खइलकइ! जोंक! खड़खड़िया साँप
(rattlesnake) ! जिद्दी शैतान! चुप रहऽ हइ, चाहे एकरा पिटहो, चाहे फेंक देहो, तइयो
बिलकुल चुप रहतइ; मानु ऊ अपन मुँह में पानी डाल रहले ह - हमेशे चुप रहऽ हइ! हमर दिल
फट्टल जा हके - तइयो चुप रहऽ हइ! तूँ खुद के की समझऽ हीं, कुलछनी कहीं के, हरियर बंदर?
हमरा बेगर तूँ रोड पर भुखले मर जइतँऽ हल। हमर गोड़ के तोरा धोके ऊ पानी पीए के चाही,
राक्षसी, करिया फ्रेंच तलवार। हमरा बेगर तूँ मर जइतँऽ हल!"
[*259] "लेकिन काहे लगी तूँ, आन्ना त्रिफ़ोनोव्ना,
एतना जादे तनाव ले रहलऽ ह? ऊ फेर से तोहरा कइसे परेशान कइलको?" आदरपूर्वक ऊ औरतिया
पुछलकइ, जेकरा क्रोधित चंडी संबोधित कइलके हल।
“कइसे,
तूँ उदार महिला, कइसे? हम नञ् चाहऽ ही, कि लोग हमर विरुद्ध जाय! हमरा लगी अपन भला नञ्
करऽ, बल्कि हमर बुरा करऽ - अइकी हम अइसने हिअइ! अइकी ई हमरा आझ सुबह लगभग कबर में भेज
देलके हल! खीरा लावे लगी एकरा दोकान भेजलिए हल, आउ ई तीन घंटा के बाद वापिस अइलइ! हमर
दिल के आगरुम आवऽ हलइ, जब एकरा भेजलिए हल; ई टीस मारऽ हलइ, टीस; टीस मारते रहलइ! काहाँ
हलइ? काहाँ गेले हल? खुद लगी केकरा संरक्षक खोजलकइ? की हम एकरा पर उपकार नञ् करऽ हलिअइ!
हम एकर कमीनी माय के चौदह रूबल के करजा माफ कर देलिअइ, अप्पन खरचा पर ओकरा दफनइलिअइ,
ओकर शैतान के पालन-पोषण खातिर रखलिअइ, तूँ प्यारी महिला, जानऽ हो, तूँ खुद जानऽ हो!
त की, एकर बाद हमरा एकरा पर कोय अधिकार नञ् हइ? एकरा समझे के चाही, आउ समझे-बुझे के
बदले ई हमर विरोध में जा हइ! हम एकर सुख चाहऽ हलिअइ। हम एकरा, कमीनी के, मलमल फ्रॉक
पेन्हावे लगी चहलिअइ, गोस्तिनी द्वोर (तोरण बाजार, shopping arcade) से बूट
खरीदके देलिअइ, मोरनी नियन सजइलिअइ - ई आत्मा उत्सव मनावे चल गेलइ! तोहन्हीं की सोचतहो
हल, सज्जन लोग! दू दिन में पूरा पोशाक फाड़ देलकइ, टुकड़ा-टुकड़ा कर देलकइ आउ धुर्रा उड़ा
देलकइ; आउ अइसीं घुम्मऽ हइ, अइसीं घुम्मऽ हइ! आउ आखिर तूँ की सोचऽ हो, ई जान-बूझके
फाड़ देलकइ - हम झूठ नञ् बोले लगी चाहऽ ही, हम खुद देखलिए हल; लोग के अनुसार, ओकरा कहना
हइ, 'हम चिथड़ा में घुम्मम, मलमल में नञ्!' खैर, ओकरा तब निम्मन से खबर लेलिअइ, ओकरा
पिटलिअइ, त फेर डाक्टर के बोलइलिअइ, ओकरा पैसा भुगतान कइलिअइ। आउ आखिर तोरा दंड के
रूप में, कमीनी कहीं के, तोरा सप्ताह भर दूध नञ् पीए के - एतने दंड तोरा लगी काफी हउ!
दंड के रूप में ओकरा फर्श धोवे लगी लगइलिअइ; त तोहन्हीं की सोचऽ हो - धोवऽ हइ! धोवऽ
हइ, चुड़ैल, धोवऽ हइ! हमर दिल जल्लऽ हके - आउ ई धोवऽ हइ! खैर, सोचऽ हिअइ - ई हमरा हीं
से भाग जइतइ! आउ एतना सोचवे कइलिए हल, कि देखऽ हिअइ - कल्हिंएँ ई भाग गेलइ! खुद्दे
सुनते गेलहो, सज्जन लोग, कि एकरा लगी ओकरा कइसे कल्हे पिटलिए हल, ओकरा चलते हमर हाथ
पिराय लगल, पेताबा, जुत्ता निकास देलिअइ - खाली गोड़ नञ् जइतइ, सोचऽ हिअइ; लेकिन ई आझो
हुएँ! काहाँ गेलहीं हल? बोल! केकरा हीं, तूँ बिच्छू बूटी के बीज (nettle−seed), शिकायत
कइलहीं, केकरा हमरा बारे रिपोर्ट कइलहीं? बोल, जिप्सी, विदेशी मास्क (mask) , बोल!"
आउ
क्रोधावेश में ऊ भय से स्तब्ध होल लड़की पर टूट पड़लइ, ओकर झोंटी पकड़ लेलकइ आउ ढकेलके
जमीन पर गिरा देलकइ। खीरा सहित मट्टी के बरतन उड़के बगल में चल गेलइ आउ फूट गेलइ; ई
तो आउ ऊ पीयल चंडी के क्रोध बढ़ा देलकइ। ऊ अपन शिकार के मुँह पर, सिर पर थपड़ा देलकइ;
लेकिन एलेना बिलकुल चुप रहलइ, आउ एक्को अवाज, एक्को चीख, एक्को शिकायत नञ् निकसलकइ
ऊ, एतना प्रहार कइलो गेला पर। हम अहाता में झपट पड़लिअइ, गोस्सा में खुद के बारे लगभग
कुच्छो बिन खियाल कइले, सीधे ऊ पीयल औरत तरफ।
"ई
अपने की कर रहलथिन हँ? बेचारी अनाथ पर कइसे अइसन व्यवहार करे के साहस करऽ हथिन!"
हम चिल्लइलिअइ, ई चंडी (करकस्सिन) के हाथ पकड़के।
"ई
की हइ! तूँ केऽ हकऽ?" ऊ चिखलइ, एलेना के छोड़के आउ दुन्नु हाथ के कमर पर रखके।
"तोहरा हमर घर में की चाही?"
"ई
कहे लगी कि अपने निर्दय औरत हथिन!" हम चिल्लइलिअइ। "अपने बेचारी बुतरू पर
ई तरह से यातना देवे के साहस कइसे करऽ हथिन? ई बुतरू अपने के नञ् हइ; हम खुद्दे सुनलिअइ,
कि ई अपने के खाली दत्तक हइ, बेचारी अनाथ ..."
[*260] "लॉर्ड जेसस!" करकसिनिया चिल्लइलइ, "लेकिन तूँ केऽ
हकऽ एकरा
में टाँग
अड़ावे वला!
तूँ एकरा
साथे अइलऽ
की?
अइकी हम
सीधे पुलिस
अफसर के
पास जइबो!
खुद अन्द्रेय
तिमोफ़ेइच हमरा
भद्र महिला
नियन मानऽ
हथन!
की ई
तोरा हीं
मिल्ले लगी
जा हको
की?
केऽ हकऽ?
दोसर के
घर में
हुड़दंग करे
लगी अइलऽ।
पुलिस!"
आउ ऊ हमरा दने मुक्का
तानके झपटलकइ।
लेकिन तखनिएँ
अचानक कर्णबेधी,
अमानवीय चीख
सुनाय देलकइ।
हम देखलिअइ
- एलेना, जे मानु बेहोश
खड़ी हलइ,
अचानक विचित्र,
अलौकिक चीख
मारके जमीन
पर धम्म
से गिर
पड़लइ आउ
भयंकर मिरगी
के कारण
हाथ-गोड़ मारे
लगलइ।
ओकर चेहरा विकृत
हो गेलइ।
ओकरा मिरगी
के दौरा
पड़ गेले
हल। बिखरल
केश वली
एगो बड़गर
लड़की आउ
औरत निच्चे
से दौड़ल
अइलइ, ओकरा उठा लेलकइ
आउ तेजी
से ओकरा
उपरे ले
गेलइ।
"आउ कम
से कम
मर जो,
अभिशप्त लड़की!"
औरतिया ओकरा
पीछू चिल्लइलइ।
"महिन्ना भर
में तीन
दौरा ... निकस, दलाल!" आउ ऊ फेर से हमरा
तरफ झपटलकइ।"
"दरबान, तूँ खड़ी काहे
लगी हकहीं?
कउची लगी
तूँ तनखाह
पावऽ हीं?"
"चल!
चल!
की चाहऽ
हीं,
कि तोर
गरदन के
पुरस्कार देल
जाव",
दरबान आलस्यपूर्वक
बोललइ, मानु खाली औपचारिकता
लगी। "दू गो के
संगत, तेसरा के जरूरत
नञ्। झुक,
आउ निकस!"
कुछ
नञ् कइल जा सकऽ हलइ, हम गेट से निकस गेलिअइ, आश्वस्त होल, कि हमर दखल बेकार गेलइ। लेकिन
गोस्सा हमर दिमाग में खौल रहले हल। हम फाटक (गेट) के सामने फुटपाथ पर खड़ी होलिइ आउ
दरीचा (विकेट गेट) दने तकलिअइ। जइसीं हम बाहर अइलिअइ, औरतिया तेजी से उपरे गेलइ, आउ
दरबान भी, अपन काम करके, कहीं तो गायब हो गेलइ। एक मिनट के बाद औरतिया, जे एलेना के
निच्चे उतारे में मदत कइलके हल, ड्योढ़ी से उतरते तेजी से निच्चे चल गेलइ। हमरा देखके,
ऊ रुक गेलइ आउ उत्सुकतापूर्वक हमरा दने देखलकइ। ओकर दयालु आउ शांत चेहरा हमरा ढाढ़स
बन्हइलकइ। हम फेर से चढ़के अहाता में गेलिअइ आउ सीधे ओकरा तरफ गेलिअइ।
"हमरा पुच्छे
के अनुमति
देथिन", हम शुरू कइलिअइ,
"ई लड़की के माला
की हइ
आउ ई
नीच औरत
ओकरा साथ
की करऽ
हइ?
कृपया, ई नञ् सोचथिन,
कि हम
खाली उत्सुकतावश
ई पूछताछ कर रहलिए
ह। हम
ई लड़की से मिललिए
हल आउ
एक परिस्थिति
के चलते
हमरा ओकरा
में बहुत
दिलचस्पी हइ।"
"आउ अगर
अपने के
दिलचस्पी हइ,
त बेहतर होतइ कि
अपने एकरा
खुद के
हियाँ लेके
जाथिन चाहे
कोय दोसरा
जगह,
जे अपने
खोजलथिन हँ,
बनिस्पत हियाँ
पर ओकरा
बरबाद हो
जाय लगी
छोड़ देवे
के",
औरतिया बोललइ,
मानु अनिच्छा
से,
हमरा भिर
से चल
जाय के
गति करते।
"लेकिन
अपने हमरा नञ् बतइथिन, कि हम की करिअइ? हम अपने के बोल रहलिए ह, कि हमरा कुछ नञ् मालुम।
अपने, शायद, खुद बुवनोवा, घर के मालकिन हथिन?"
"खुद
मालकिन।"
"तब
कइसे ई लड़की हियाँ पहुँच गेलइ? की ओकर माय हियाँ मरलइ?"
"अइसीं
पहुँच गेलइ ... हमरा एकरा से कुछ लेना-देना नञ्। आउ ऊ खुद हियाँ से जाय लगी चहलकइ।"
"लेकिन
एक मेहरबानी करथिन; हम अपने के कह रहलिए ह, हमरा एकरा में बहुत दिलचस्पी हइ। हम, शायद,
कुछ करहूँ के स्थिति में हिअइ। ई लड़की केऽ हइ? केऽ हलइ एकर माय - अपने जानऽ हथिन?"
"कोय विदेश
से आवल
औरत हलइ;
हमन्हीं हीं
निच्चे रहऽ
हलइ;
लेकिन अइसन
रोगी; आउ तपेदिक (टीबी) से मर
गेलइ।"
"मतलब, बहुत गरीब हलइ,
अगर कोना
में तलघर
में रहऽ
हलइ?"
[*261] "अरे, बेचारी! हमर दिल ओकरा लगी हमेशे टिस्सऽ
हलइ। हम सब तो कइसूँ मोसकिल से गुजारा करते जा हिअइ, तइयो ऊ पाँच महिन्ना में, जेतना
समय ऊ हमन्हीं साथ रहलइ, हमन्हीं के कुल्लम छो रूबल धारलकइ। हमन्हीं ओकरा दफनइवो कइलिअइ;
हमर पति ताबूत बनइलथिन।"
"त
कइसे बुबनोवा बोलऽ हइ, कि ऊ दफनइलकइ?"
"की
ऊ दफनइलकइ!"
"आउ
ओकर पारवारिक नाम (सरनेम) की हलइ?"
"हम
एकर उच्चारण नञ् कर पइबो, बबुआ; दुरूह हइ; जर्मन औरत, शायद।"
"स्मिथ?"
"नञ्, अइसन कुछ नञ्। आउ
आन्ना त्रिफ़ोनोव्ना अनाथ लड़की के अपना हीं रख लेलकइ; ओकर पालन-पोषण खातिर, ओकरा कहना
हइ। लेकिन ई बिलकुल ठीक नञ् हइ ..."
"शायद, कोय मतलब से रखलके
होत?"
"ओकर पीछू काम निम्मन नञ्",
औरतिया उत्तर देलकइ, मानु सोचते आउ हिचकिचइते - बतावल जाय कि नञ्? "हमन्हीं के
की, हमन्हीं तो बाहरी हिअइ ..."
"आउ बेहतर तूँ जीभ पर लगाम
दे!" हमन्हीं के पीछू मर्द के अवाज सुनाय देलकइ। ई एगो वइसगर अदमी हलइ, ड्रेसिंग
गाउन में आउ ड्रेसिंग गाउन के उपरे कफ्तान में, देखे में मेषानिन[2]-शिल्पी
नियन, हमरा से बात कर रहल औरत के पति।
“ओकरा, बबुआ, तोहरा से कुछ नञ्
बात करे के हइ; ई हमन्हीं से कुछ लेना-देना नञ् हइ ...", ऊ बोललइ, तिर्यक् दृष्टि
से हमरा दने तकते। "आउ तूँ जो! अलविदा, महोदय; हम सब ताबूतसाज हिअइ। अगर हमन्हीं
के काम से संबंधित कोय जरूरत पड़े, त हम सब के पूरा खुशी होतइ ... आउ एकरा अलावे हमन्हीं
के तोहरा साथ आउ कुछ लेना-देना नञ् ..."
हम ई घर से निकस गेलिअइ विचारमग्न
आउ बहुत उत्तेजित होल। हम कुछ नञ् कर पइलिअइ, लेकिन हमरा लगलइ, कि अइसे छोड़ देना हमरा
लगी कठिन हलइ। ताबूतसाज के पत्नी के कुछ शब्द खास करके हमरा क्रोधित कर देलकइ। कुछ
तो खराब बात एकरा में छिप्पल हलइ - हमरा एकर आभास हलइ।
हम जा रहलिए हल, मूड़ी गोतले आउ
सोचते, कि अचानक एगो कर्कश स्वर हमरा सरनेम से पुकरलकइ। हम देखऽ हिअइ - हमरा सामने
एगो पीयल व्यक्ति खड़ी हइ, लगभग लड़खड़इते, काफी साफ-सुथरा पोशाक में, लेकिन खराब ओवरकोट
में आउ चिक्कट टोपी में। चेहरा बहुत जानल-पछानल। हम ध्यान से तक्के लगलिअइ। ऊ हमरा
कनखी मालकइ आउ व्यंग्यपूर्वक मुसकइलइ।
"हमरा नञ् पछानऽ हथिन?"
भूमिका भाग 2, अध्याय 3 भाग 2, अध्याय 5
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