विजेट आपके ब्लॉग पर

Thursday, August 05, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 1; अध्याय 8

                                 अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 1

अध्याय 8

ऊ चुपचाप जा रहले हल, तेजी से, सिर निच्चे कइले आउ हमरा तरफ बिन देखले। लेकिन, रोड से होके तटबंध (embankment) तरफ बढ़के, अचानक रुक गेलइ आउ हमरा हाथ से पकड़ लेलकइ।

"हमर दम घुट्टऽ हके!" ऊ फुसफुसइलइ, "दिल बैठल जा हके ... घुटन हके!"

"लौट जो, नताशा!" भयभीत होल हम चीख पड़लिअइ।

"की वास्तव में तूँ नञ् देखऽ हो, वान्या, कि हम हमेशे लगी बाहर निकस गेलिए ह, उनकन्हीं से दूर चल अइलिए ह आउ हम कभियो वापिस नञ् जइबइ?" ऊ कहलकइ, अवर्णनीय उदासी के साथ हमरा तरफ देखते।

हमर दिल बैठ गेल। ई सब कुछ के हमरा आशंका हलइ, उनकन्हीं ही जाय के बखत से; ई सब कुछ हमरा मानु धुंध में देखाय दे हलइ, ई दिन से बहुत पहिलहीं से शायद; लेकिन अब ओकर शब्द हमरा पर वज्रपात नियन प्रहार कइलकइ।

हमन्हीं तटबंध के किनारे के रोड से जा रहलिए हल। हम बोल नञ् सकलिअइ; हम कल्पना कइलिअइ, सोचलिअइ आउ बिलकुल खो गेलिअइ। हमर सिर चकरा रहल हल। हमरा ई केतना भयंकर लगलइ, केतना असंभव!

[*196] "तूँ हमरा दोष दे हो, वान्या?" आखिरकार ऊ बोललइ।

"नञ्, लेकिन ... लेकिन हमरा विश्वास नञ्; ई नञ् हो सकऽ हइ! ..." हम उत्तर देलिअइ, बिन ध्यान देले, कि कउची बोल रहलिए ह।

"नञ्, वान्या, एहे बात हइ! हम उनकन्हीं हीं से दूर चल अइलिए ह आउ हमरा मालुम नञ्, कि उनकन्हीं के साथ की होतइ ... हमरा एहो नञ् मालुम, कि हमरा साथ की होबत!"

"तूँ ओकरा हीं जा रहलहीं हँ, नताशा? ऐं?"

"हाँ!" ऊ उत्तर देलकइ।

"लेकिन ई असंभव हइ!" हम आवेश में चीख पड़लिअइ, "जानऽ हीं, कि ई असंभव हइ, नताशा, हमर बेचारी! आखिर ई पागलपन हउ। आखिर तूँ उनकन्हीं के मार देम्हीं आउ खुद के बरबाद कर लेम्हीं! की तूँ ई बात के समझऽ हीं, नताशा?"

"मालुम हइ; लेकिन हम की करूँ, ई हमर वश के बाहर हइ", ऊ कहलकइ, आउ ओकर शब्द में एतना निराशा हलइ, मानु ऊ मृत्यु दंड खातिर जा रहले ह।

"लौट जो, लौट जो, जब तक कि देर नञ् हो जाय", हम ओकरा निवेदन कइलिअइ, आउ जेतने जादे गरमजोशी से, जेतने जादे दृढ़तापूर्वक निवेदन कइलिअइ, ओतने जादे ई पल में हम अपन सब नसीहत के निरर्थकता के आउ ऊ सब के बेहूदगी के अनुभव कइलिअइ। "तोरा समझ में आवऽ हउ, नताशा, कि तूँ अपन पिताजी के साथ की करम्हीं? की तूँ एकरा बारे सोचलहीं? आखिर ओकर बाप तोर दुश्मन हउ; आखिर प्रिंस तोर पिताजी के अपमानित कइलकउ, उनका पर गबन के दोषारोपण कइलकउ; आखिर ऊ उनका चोर कहलकउ। आखिर दुन्नु में तन्नातन्नी हइ ... लेकिन आगू की होतइ! ई तो बाद के बात हइ, लेकिन तूँ जानऽ हीं, नताशा ... (हे भगमान, तोरा ई सब कुछ मालुम हउ!) जानऽ हीं, कि प्रिंस तोर माता-पिता पर शक्का कइलकउ, कि उनकन्हीं खुद्दे, जान-बूझके, तोरा अल्योशा के साथ लगा देलथुन हल, जब अल्योशा तोहन्हीं हीं गाम में भेंट देलको हल? जरी सोच, जरी कल्पना करहीं, कि तोर पिताजी ई तोहमत से तब केतना यातना झेललथुन हल। आखिर दू साल में उनकर केश पक के उज्जर हो गेलइ - उनका दने देखहीं! आउ सबसे मुख्य बात - तूँ आखिर ई सब कुछ जानऽ हीं, नताशा, हे भगमान! आखिर हम ई नञ् बोल रहलियो ह, कि तोरा हमेशे लगी खो देला से उनकन्हीं दुन्नु कइसन कीमत चुकावे पड़तइ! आखिर तूँ उनकन्हीं लगी खजाना हीं, सब कुछ, जे उनकन्हीं पास बुढ़ारी में रह गेले ह। हम एकरा बारे बोलहूँ लगी नञ् चाहऽ हिअउ - तोरा खुद ई जाने के चाही; आद करहीं, कि तोरा पिताजी समझऽ हथुन कि तोरा पर कोय बिन कारण के तोहमत लगावल गेलउ, ई अभिमानी लोग द्वारा तोरा अपमानित कइल गेलउ, एकतरफा! अभिए, ठीक अभी, ई सब कुछ फेर से भड़क चुकलो ह, ई सब पुरनका दुखदायक दुश्मनी आउ बढ़ गेलो ह ई कारण से, कि तोहन्हीं अल्योशा के अपना हीं स्वागत कइलहीं। प्रिंस फेर से तोर पिताजी के अपमानित कइलकउ, ई नयका अपमान से बुढ़उ गोस्सा में अभियो तप रहलथुन हँ, आउ अचानक सब कुछ, ई सब, ई सब दोषारोपण अब सही साबित होतउ! ऊ सब कोय, जेकरा ई बात मालुम हइ, अब प्रिंस के समर्थन करतउ आउ तोरा आउ तोर पिताजी के दोषी ठहरइतउ। अच्छऽ, आउ उनका साथ अभी की होतइ? आखिर ई उनका तुरते मार देतइ! शरम, बदनामी, आउ केकरा से? तोरा से, उनकर बेटी से, उनकर एकमात्र, अमूल्य बुतरू से! आउ माय? आखिर ऊ तो बुढ़उ से जादे नञ् जी सकतइ ... नताशा, नताशा! तूँ की कर रहलहीं हँ? लौट जो! होश में आव!"

ऊ चुप रहलइ; आखिरकार, हमरा दने तकलकइ, मानु भर्त्सना के साथ, आउ एतना प्रचंड पीड़ा, एतना यातना ओकर दृष्टि में हलइ, कि हम अनुभव कइलिअइ, कि अब ओकर घायल दिल बिन हमर कोय शब्द के खून बहा रहले ह। हम समझ गेलिअइ, कि ओकरा अइसन फैसला करे में कइसन कीमत चुकावे पड़ले होत आउ कइसे हम ओकरा अपन बेकार के, देर हो चुकल शब्द से, कष्ट दे रहलिए ह; हम ई सब कुछ समझऽ हलिअइ आउ तइयो हम खुद के नियंत्रित नञ् कर पइलिअइ आउ बोलना जारी रखलिअइ -

[*197] "आखिर तूँहीं तो खुद आन्ना अन्द्रेयेव्ना से बोललहीं, हो सकऽ हइ, कि घर से बाहर नञ् जइम्हीं ... चर्च सर्विस खातिर। मतलब, तूँ रहे लगी भी चाहऽ हलहीं - मतलब, अभियो तक पूरा फैसला नञ् कइलहीं?"

जवाब में खाली कटु मुसकान मुसकइलइ। आउ काहे लगी हम पुछलिअइ? आखिर हम समझ सकलिअइ, कि सब कुछ के अन्तिम पक्का फैसला कइल जा चुकले हल। लेकिन हमहूँ आपा से बाहर हलिअइ।

"की वास्तव में तूँ ओकरा एतना प्यार करऽ हीं?" हम चिखलिअइ, बैठल दिल के साथ ओकरा दने तकते आउ लगभग खुद्दे बिन समझले कि हम कउची पूछ रहलिए ह।

"हम तोहरा की उत्तर दियो, वान्या? तूँ देखऽ हो! ऊ हमरा आवे लगी कहलकइ, आउ हम हियाँ हिअइ, ओकर इंतजार कर रहलिए ह", ओहे कटु मुसकान के साथ ऊ बोललइ।

"लेकिन सुन, खाली सुन", हम ओकरा फेर से समझावे लगलिअइ, तिनका के सहारा लेते, "ई सब कुछ के सुधारल जा सकऽ हइ, अभियो दोसरा तरह से मामला के निपटावल जा सकऽ हइ, बिलकुल कोय तो दोसरे तरह से! घर से दूर नञ् जाय के चाही। हम तोरा बतइबउ, कि ई कइसे कइल जा सकऽ हइ, नताशिन्का। हम तोहन्हीं खातिर सब कुछ के इंतजाम करबउ, सब, भेंट आउ सब कुछ के ... खाली घर छोड़के तो मत जो! ... हम तोहन्हीं के पत्र के आदान-प्रदान करबउ; काहे नञ्? ई बेहतर होतउ, बनिस्पत जे अभी तूँ कर रहलहीं हँ। हम एकरा कर सकऽ हिअउ; हम तोहन्हीं दुन्नु लगी कुच्छो करबउ; अइकी देखते जाहीं कि हम करी हउ कि नञ् ... आउ तूँ खुद के बरबाद नञ् करमँऽ, नताशिन्का, जइसन अभी कर रहलँऽ हँ ... नञ् तो तूँ बिलकुल अब खुद के बरबाद कर लेमँऽ, बिलकुल! मान जो, नताशा - सब कुछ निम्मन आउ खुशहाल होतउ, आउ तोहन्हीं एक दोसरा के जेतना चाही ओतना प्यार कर सकमँऽ ... आउ जब तोहन्हीं के पिता के बीच झगड़ा खतम हो जइतउ (काहेकि ओकन्हीं लड़ना पक्का खतम करथुन) - तब ..."

"बहुत हो गेलो, वान्या, छोड़ऽ", ऊ बीच में टोकलकइ, कसके हमर हाथ दबइते आउ आँसू के बीच मुसकइते। "प्रिय, प्रिय वान्या! प्रिय, तूँ ईमानदार व्यक्ति हकऽ!  आउ खुद के बारे एक्को शब्द नञ्! हम तोरा पहिले छोड़लियो, आउ तूँ सब कुछ माफ कर देलऽ, खाली हम्मर खुशी के बारे सोचऽ ह। हमन्हीं के पत्र ले जाय आउ लावे लगी चाहऽ ह..."

ऊ रो पड़लइ।

"हम आखिर जानऽ हियो, वान्या, कि तूँ हमरा केतना प्यार करऽ हलऽ, आउ केतना अभी तक प्यार करऽ ह, आउ एक्को झिड़कीसे, एक्को कटु शब्द से एतना समय तक हमरा बुरा-भला नञ् सुनइलऽ! लेकिन हम, हम ... हे भगमान, हम तोरा सामने केतना दोषी हियो! आद हको, वान्या, हमन्हीं के साथ के आद करऽ हो? ओह, बेहतर होते हल कि हम ओकरा नञ् जनतिए हल, हम ओकरा से कभी नञ् मिलतिए हल! ... हम तोहरा साथ जीतियो हल, वान्या, तोहरा साथ, दयालु तूँ हम्मर, हम्मर प्रिय! ... नञ्, हम तोहरा काबिल नञ् हियो! देखवे करऽ हो, हम कइसन हियो - अइसन पल में हम तोहरा हमन्हीं के विगत खुशी के आद देलावऽ हियो, आउ तूँ अइसूँ पीड़ा सह रहलऽ ह! अइकी तूँ तीन सप्तह तक नञ् अइलऽ - हम कसम खा हियो, वान्या, हमरो एक्को तुरी हमर दिमाग में ई विचार नञ् अइलो, कि तूँ हमरा दुर्वचन कहलऽ आउ हमरा से घृणा करऽ ह। हम जानऽ हलियो, कि तूँ काहे चल गेलऽ हल - तूँ हमन्हीं के बीच दखल देवे लगी नञ् चाहऽ हलऽ आउ हमन्हीं लगी सजीव कलंक बन्ने लगी। आउ तोहरा खुद्दे की हमन्हीं तरफ देखे में कष्ट नञ् होतो हल? आउ हम केतना तोहर इंतजार कइलियो, वान्या, केतना इंतजार कइलियो! वान्या, सुन्नऽ, अगर हम अल्योशा के पागलपन के हद तक प्यार करऽ हियो, त तोहरा, शायद, आउ जादहीं, अपन दोस्त नियन, प्यार करऽ हियो। हमरा सुनाय दे हको, जानऽ हियो, कि तोहरा बेगर नञ् जी पइबो; हमरा तोहर जरूरत हको, हमरा तोहर दिल के जरूरत हको, तोहर दिल सोना के हको ... ओह, वान्या! कइसन कड़वा, कइसन कठिन समय हमन्हीं सामने हइ!"

[*198] ओकर आँख से लोर बहे लगलइ। हाँ, ओकरा लगी दुखदायी वक्त हलइ!

"ओह, हमरा तोहरा देखे के केतना मन करऽ हलो!" ऊ बात जारी रखलकइ, अपन आँसू रोकते। "तूँ केतना दुबरा गेलऽ ह, तूँ केतना बेमार, पीयर हकऽ; तोहर तबीयत वास्तव में ठीक नञ् हलो, वान्या? हम तो तोहरा बारे पुछवो नञ् कइलियो! सब कुछ खुद के बारे बोलऽ हियो; खैर, की हाल-चाल हको तोहर पत्रकार लोग के साथ? तोहर नयका उपन्यास की हको, ठीक से चल रहलो ह न?"

"की उपन्यास, की हमरा बारे अभी, बात करे के चाही, नताशा! हमर कामे की हइ! कुछ नञ्; जइसे-तइसे, आउ भगमान ओकरा साथ दे! आउ अइकी बताव, नताशा - की ऊ खुद्दे तोरा माँग कइलको हल कि तूँ ओकरा हीं जाहीं?"

"नञ्, खाली ओहे नञ्, बल्कि जादे हम। ऊ, सच में, बोललइ, आउ हम खुद भी ... देखऽ हो, प्यारे, हम तोरा सब कुछ बतइबो - ओकरा लगी दुलहिन, धनी आउ बहुत प्रसिद्ध, खोजल जा रहले ह; बहुत नामी-गिरामी लोग के रिश्तेदार। बाप के पक्का इच्छा हइ, कि ऊ ओकरा साथ शादी करइ, आउ बाप, तूँ जानऽ हो - भयंकर चालबाज हइ; ऊ सब तरह के स्प्रिंग (चाल) के आजमा रहले ह - आउ अइसन अवसर तो दसो साल में नञ् मिलतइ। परिचित लोग, पैसा ... आउ ऊ लड़की, कहल जा हइ, बहुत सुन्दर हइ; शिक्षा में आउ दिल में - सब कुछ से सुन्दर; अल्योशा ओकरा तरफ आकर्षित हो चुकले ह। आउ एकरा अलावे बाप खुद्दे ओकरा से पिंड छोड़ावे लगी चाहऽ हइ, ताकि खुद्दे शादी कर सकइ, आउ ओहे से, चाहे जइसे हो सके, हमन्हीं के संबंध पक्का तोड़े लगी चाहऽ हइ। ऊ हमरा से आउ अल्योशा पर हमर प्रभाव से डरऽ हइ ..."

"लेकिन की वास्तव में प्रिंस के", हम अचरज में ओकरा बीच में टोकलिअइ, "तोहन्हीं के प्रेम के बारे मालुम हइ? आखिर ऊ तो खाली शक्का करऽ हलइ, आउ एकरो में पक्का नञ्।"

"जानऽ हइ, सब कुछ जानऽ हइ।"

"लेकिन ओकरा के बतइलकइ?"

"अल्योशे सब कुछ बता देलकइ, हाल में। ऊ खुद्दे हमरा बोललइ, कि ई सब कुछ के बारे अपन पिता के बता देलके ह।"

"हे भगमान! ई सब तोहन्हीं साथ की हो रहलो ह! खुद्दे सब कुछ बता देलकइ, आउ ओहो अइसन समय में?..."

"ओकरा दोष नञ् देहो, वान्या", नताशा टोकलकइ, "ओकरा पर हँसहो नञ्! ओकरा बारे, बाकी दोसरा लोग नियन, राय नञ् बनावल जा सकऽ हइ। न्यायसंगत (fair) होहो। आखिर ऊ ओइसन नञ् हइ, जइसन हमन्हीं दुन्नु हिअइ। ऊ बुतरू हइ; ओकर लालन-पालन ओइसन नञ् कइल गेले ह। की वास्तव में ओकरा समझ में आवऽ हइ, कि ऊ की कर रहले ह? पहिलउका छाप (impression), पहिला अनजान अदमी ओकरा सब कुछ से ध्यान भटका दे सकऽ हइ, जे ऊ एक्के मिनट पहिले प्रतिज्ञा कइलके हल। ऊ दृढ़संकल्प व्यक्ति नञ् हइ। अइकी ऊ तोहरा वचन देतो, आउ ओहे दिन, ओइसने सच्चाई से आउ अंतःकरण से, दोसरो के वचन देतइ; आउ खुद्दे तोहरा सामने पहिला व्यक्ति होतो, जे ई सब के बारे बतावे लगी अइतो। ऊ, शायद, कोय खराब काम करतइ; लेकिन ओकरा ई खराब व्यवहार लगी दोष नञ् दे सकभो, बल्कि शायद ओकरा पर तरस खइबहो। ओकरा में आत्म-बलिदान के क्षमता हइ आउ जानवो करऽ हो कि कइसन! लेकिन खाली आउ कोय नयका छाप - आउ ऊ फेर से सब कुछ भूल जइतइ। ओइसीं हमरो भूल जइतइ, अगर हम लगातार ओकरा साथ नञ् रहबइ।  त अइकी ऊ अइसन हइ!"

"ओह, नताशा, हाँ, शायद, ई सब कुछ सही नञ् हइ, खाली अफवाह हइ। लेकिन, अइसन बुतरू शादी कइसे कर सकऽ हइ!"

"ओकर बाप के कइसनो खास इरादा हइ, हम तोहरा कहऽ हियो।"

"आउ तोरा कइसे मालुम, कि ओकर दुलहिन एतना सुन्दर हइ आउ ऊ ओकरा तरफ आकर्षित हो चुकले ह?"

[*199] "ऊ हमरा खुद्दे बतइलकइ।"

"की! ऊ खुद्दे तोरा बतइलकउ, कि ऊ दोसरो लड़की से प्यार कर सकऽ हइ, आउ तोरा से अब अइसन बलिदान के माँग कइलकउ?"

"नञ्, वान्या, नञ्! तूँ ओकरा नञ् जानऽ हो, तूँ ओकरा साथ बहुत कम समय रहलहो ह; ओकरा नगीच से जाने के चाही आउ फेर ओकर चरित्र पर अपन राय देवे के चाही। दुनियाँ में कोय दिल ओतना सच आउ साफ हइ, जेतना ओक्कर दिल! की कहल जाय? की बेहतर होतइ कि ऊ झूठ बोलइ? एकरा से की, कि ऊ आकर्षित होलइ, खाली ओकरा से एक सप्ताह तक हमरा मिलना नञ् होतइ, कि ऊ हमरा भूल जइतइ आउ कोय दोसर लड़की से प्यार करे लगतइ, आउ बाद में जब हमरा देखतइ, त ऊ फेर से हमर गोड़ के निच्चे होतइ। नञ्! ई निम्मन बात हइ कि हम ई जानऽ हिअइ, कि ई बात हमरा से छिप्पल नञ् हइ; नञ् तो हम शंका से मर जइतूँ हल। हाँ, वान्या! हम फैसला कर चुकलूँ हँ - अगर हम ओकरा साथ नञ् रहबइ, हमेशे, हरेक पल, त ऊ हमरा प्यार नञ् करतइ, भूल जइतइ आउ छोड़ देतइ। ऊ अइसीं हकइ; ओकरा हरेक दोसर लड़की अपना तरफ आकर्षित कर सकऽ हइ। आउ तब हम की करबइ? हम तब मर जइबइ ... लेकिन मरे में की हइ! हम तो अभियो खुशी से मर जइअइ! आउ ओकरा बेगर हम काहे लगी जीबइ? ई तो हमरा लगी मौत से भी बत्तर होतइ, सब तरह के यातना से बत्तर! ओ वान्या, वान्या! आखिर कुछ तो हइ, कि जेकरा चलते हम अब ओकरा लगी माता-पिता के छोड़ देलिअइ! हमरा मत समझावऽ - सब कुछ के अन्तिम निर्णय कइल जा चुकले ह! ओकरा हरेक घंटा हमर नगीच होवे के चाही, हरेक पल; हम वापिस नञ् लौट सकऽ ही। हम जानऽ ही, कि हम बरबाद हो गेलूँ आउ दोसरे के बरबाद कर देलिअइ ... आह, वान्या!" ऊ अचानक चीख पड़लइ आउ ओकर पूरा देह काँप रहले हल - "आउ अगर ऊ वास्तव में हमरा नञ् प्यार करऽ हइ तो! की होतइ अगर तूँ जे अभी बोललहो, ऊ सच होवइ (हम कभियो ई नञ् बोललिअइ), अगर ऊ खाली हमरा धोखा दे हइ आउ खाली देखे में लगऽ हइ कि ऊ एतना सच आउ निष्कपट हइ, आउ वस्तुतः बुरा आउ अभिमानी हइ! हम अइकी तोहरा सामने अभी ओकर पक्ष में बोल रहलियो ह; आउ ऊ, शायद, एहे पल में दोसर लड़की के साथ मने-मन हँस रहले ह ... आउ हम, हम, नीच, सब कुछ छोड़ देलिअइ आउ गल्ली-गल्ली भटक रहलिए ह, ओकरा खोजऽ हिअइ ... ओह वान्या!"

ई कराह एतना दर्दनाक रूप से ओकर दिल से निकसलइ, कि हमर पूरा आत्मा में विषाद से टीस उठ गेलइ। हम अनुभव कइलिअइ, कि नताशा खुद पर अपन नियंत्रण खो देलके ह। खाली आन्हर, पागल तीव्र ईर्ष्या अइसन हद तक के सनकी फैसला करवइलकइ। लेकिन हमरा में ईर्ष्या धधक पड़लइ आउ दिल से फूट पड़लइ। हमरा बरदास नञ् होलइ - एगो नीच भावना हमरा पर हावी हो गेलइ।

"नताशा", हम कहलिअइ, "हमरा एक्के बात समझ में नञ् आवऽ हउ - तूँ ओकरा कइसे प्यार कर सकऽ हीं एकरो बाद, जे तूँ खुद ओकरा बारे बोललहीं? तूँ न तो ओकरा आदर करऽ हीं, न ओकर प्यार में विश्वास करऽ हीं आउ ओकरा हीं जा रहलहीं हँ हमेशे लगी, आउ ओकरा लगी सब के बरबाद कर रहलहीं हँ? ई की हइ? सारी जिनगी ऊ तोरा यातना देतउ, आउ तूहूँ ओकरा भी। तूँ ओकरा बहुत जादे प्यार करऽ हीं, नताशा, बहुत जादे! हमरा अइसन प्यार समझ में नञ् आवऽ हउ।"

"हाँ, हम पागल नियन ओकरा प्यार करऽ हिअइ", ऊ उत्तर देलकइ, पीयर होल, मानु दर्द से। "हम तोहरा कभियो ओइसे प्यार नञ् कइलियो, वान्या। हम आखिर खुद्दे जानऽ ही, कि हम पागल हो गेलूँ हँ आउ हम ओकरा ओतना नञ् प्यार करऽ हिअइ, जेतना करे के चाही। हम ओकरा ठीक से प्यार नञ् करऽ हिअइ ... सुनऽ, वान्या - हम आखिर पहिलहूँ जानऽ हलिअइ आउ हमरा अपन अत्यंत खुशहाल पल में भी लगऽ हलइ, कि ऊ खाली यातना देतइ। लेकिन की कइल जाय, अगर ओकरा तरफ से अब यातना भी सुख लगइ? की वास्तव में हम ओकरा भिर खुशी लगी जा रहलिए ह? की वास्तव में पहिलहीं से हम नञ् जानऽ हिअइ, कि कउची ओकरा हीं से हमरा मिलतइ आउ ओकरा तरफ से हमरा कउची झेले पड़तइ? आखिर ऊ हमरा प्यार करे के कसम खइलकइ, सब तरह के वचन देलकइ; [*200] लेकिन हम ओकर वचन में से एक्को पर भरोसा नञ् करऽ हिअइ, ओकरा में से कुच्छो के कीमत नञ् लगावऽ हिअइ आउ न पहिले लगइलिअइ, हलाँकि हम जानऽ हलिअइ, कि ऊ हमरा से झूठ नञ् बोलले हल, आउ न झूठ बोल सकऽ हइ। हम खुद्दे ओकरा बोललिअइ, खुद्दे, कि हम ओकरा कइसूँ बंधन में डाले लगी नञ् चाहऽ हिअइ। ई ओकरा साथ बेहतर हइ - बंधन कोय नञ् चाहऽ हइ, हम पहिली हकूँ। लेकिन तइयो हमरा ओकर दासी बन्ने में खुशी होवऽ हइ, स्वेच्छा से दासी; ओकरा से सब कुछ, सब कुछ, सहन करे लगी तैयार हिअइ, खाली ऊ हमरा साथ रहे ... खाली हम ओकरा देख सकूँ! लगऽ हइ, ऊ दोसर लड़की के प्यार करइ तो करे देल जाय, खाली ई सब हमरा सामने होवे, हम ओकर बगल में रहूँ ... ई कइसन नीच हरक्कत हइ, वान्या?" ऊ अचानक पुछलकइ, हमरा तरफ एक प्रकार के ज्वरजन्य, उत्तेजित नजर से देखते। एक पल हमरा लगलइ, मानु ऊ सरसाम में हइ। "आखिर ई नीच हरक्कत हइ, अइसन इच्छा? आउ की कहल जाय? हम खुद्दे बोलऽ हिअइ, कि ई नीच हरक्कत हइ, आउ अगर ऊ हमरा छोड़ दे हइ, त हम ओकरा दुनियाँ के अंतिम छोर तक पीछा करबइ, चाहे बल्कि ऊ हमरा पीछू ढकेल दे, चाहे बल्कि हमरा भगा दे। अइकी तूँ हमरा वापिस आवे लगी समझावऽ हो - लेकिन एकरा से की होतइ? लौट जइबइ, लेकिन बिहाने फेर से चल जइबइ, ऊ औडर देतइ - आउ हम चल जइबइ, सीटी बजइतइ, कुता तरफ नियन, आउ हम ओकरा दने दौड़ पड़बइ ... यातना! हम ओकरा तरफ के कइसनो यातना से नञ् डरऽ हिअइ! हम जानबइ, कि हम ओकरा चलते तकलीफ झेलऽ हिअइ ... ओह, लेकिन आखिर तूँ ई नञ् बतइहऽ, वान्या!"

"आउ बाप, आउ माय?" हम सोचलिअइ। ऊ मानु उनकन्हीं के बारे भूल गेले हल।

"मतलब ऊ तोरा साथ शादियो नञ् करतउ, नताशा?"

"वचन देलके ह, सब कुछ के वचन देलके ह। ऊ एहे लगी हमरा बोलइलके ह अभी, कि बिहाने चुपके से शादी कर लेइ, शहर के बाहर; लेकिन आखिर ऊ नञ् जानऽ हइ, कि ऊ की कर रहले ह। ऊ, शायद, नञ् जानऽ हइ कि कइसे शादी कइल जा हइ। आउ ऊ कइसन पति हइ! हास्यास्पद, सच में। आउ शादियो कर ले हइ, त ऊ खुश नञ् रहतइ, ऊ हमरा बुरा-भला सुनावे लगतइ ... हम नञ् चाहऽ हिअइ, कि ऊ कुच्छो लगी हमरा कभी बुरा-भला सुनावे। हम ओकरा सब कुछ देबइ, बल्कि ऊ हमरा कुच्छो नञ् देइ। अगर ऊ शादी से दुखी होतइ, त ओकरा काहे लगी दुखी कइल जाय?"

"नञ्, ई एक प्रकार के मदहोशी हउ, नताशा", हम कहलिअइ। "की, तूँ अब सीधे ओकरे हीं जाब करऽ हीं?"

"नञ्, ऊ हियाँ आवे के वचन देलके ह, हमरा लेवे लगी; हमन्हीं सहमत होलिए ह ..."

आउ ऊ उत्सुकतापूर्वक दूर में देखे लगलइ, लेकिन अभी कोय नञ् देखाय दे हलइ।

"आउ ओकर पता नञ् हउ! आउ तूँ पहिले अइलहीं!" हम गोस्सा में चिल्ला उठलिअइ। नताशा मानु प्रहार से लड़खड़ा गेलइ। ओकर चेहरा विकृत हो गेलइ।

"ऊ, शायद, बिलकुल नञ् आवत", ऊ कटु मुसकान के साथ बोललइ। "परसुन ऊ लिखलके हल, कि अगर ओकरा हम आवे के वचन नञ् देबइ, त ओकरा इच्छा के विरुद्ध अपन निश्चय के स्थगित करे पड़तइ - मतलब जाके हमरा साथ शादी करे के निश्चय के; आउ बाप ओकरा दुलहिन के पास लेके चल जइतइ। आउ ऊ एतना सरल रूप से, एतना स्वाभाविक रूप से लिखलकइ, मानु ई बिलकुल कुछ नञ् हइ ... अगर ऊ वास्तव में ओकरा हीं चल जाय तो, वान्या?"

हम उत्तर नञ् देलिअइ। ऊ कसके हमर हाथ दबइलकइ - आउ ओकर आँख चमके लगलइ।

"ऊ ओकरा हीं हइ", मोसकिल से सुनाय देवे वला स्वर में ऊ बोललइ। "ऊ समझलकइ, कि हम हियाँ नञ् अइबइ, ताकि ओकरा हीं जाल जाय, आउ बाद में कहइ, कि ऊ सही हइ, कि ऊ पहिलहीं सूचित कर देलके हल, लेकिन हम खुद्दे नञ् अइलिअइ। हम ओकरा बोर कर देलिअइ, ओहे से ऊ दूर रहऽ हइ ... ओह, हे भगमान! हम पगला गेलूँ हँ! [*201] ऊ आखिर पिछले तुरी कहलके हल, कि हम ओकरा बोर कर देलिए ह ... काहे लगी हम इंतजार करऽ हिअइ!"

"अइकी ऊ आ गेलउ!" हम चिल्लइलिअइ, अचानक ओकरा दूर में तटबंध के रोड पर देखके।

नताशा चौंक गेलइ, चीख पड़लइ, नगीच आ रहल अल्योशा दने एकटक देखलकइ आउ अचानक, हमर हाथ छोड़के, ओकरा दने लपकलइ। ओहो अपन कदम तेज कर देलकइ, आउ एक मिनट के बाद ऊ ओकर आलिंगन में हलइ। रोड पर, हमन्हीं के सिवा, लगभग कोय नञ् हलइ। ओकन्हीं एक दोसरा के चुमलकइ, हँसलइ; नताशा हँस आउ रो रहले हल, सब एक्के साथ, मानु ओकन्हीं एगो अनन्त वियोग के बाद मिलले हल। ओकर पीयर गाल पर लाली छा गेलइ; ऊ उन्माद में लगऽ हलइ ... अल्योशा के हमरा पर नजर गेलइ आउ तुरते हमरा तरफ बढ़लइ।

 

भूमिका                       भाग 1, अध्याय 7                   भाग 1, अध्याय 9 

No comments: