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Thursday, August 26, 2021

रूसी उपन्यास "अपमानित आउ तिरस्कृत": भाग 2; अध्याय 2

                                      अपमानित आउ तिरस्कृत

भाग 2

अध्याय 2

ऊ हमन्हीं तरफ एगो सरसरी, गंभीर निगाह डललकइ। ई नजर से कुच्छो नञ् अंदाज लगावल जा सकऽ हलइ - ऊ दुश्मन के रूप में प्रकट होलइ, कि दोस्त के रूप में? लेकिन ओकर बाह्याकृति के विस्तार से वर्णन करबइ। ई शाम के ऊ विशेष रूप से हमरा प्रभावित कइलकइ।

[*245] हम ओकरा पहिलहूँ देखलिए ह। ई लगभग पैतालीस साल के अदमी हलइ, एकरा से जादे के नञ्, नियमित आउ अत्यंत सुन्दर नाक-नक्शा वला, जेकर अभिव्यक्ति परिस्थिति अनुसार बदलऽ हलइ; लेकिन अचानक, पूर्ण रूप से, असाधारण गति से बदलऽ हलइ, अत्यंत मनोहर से अत्यंत उदास चाहे अत्यंत असन्तुष्ट अभिव्यक्ति में, मानु कोय कमानी (spring) अचानक ऐंठ देल गेल होवे। ओकर चेहरा के जरी सामर नियमित अंडाकार (oval) आकृति, उत्तम दाँत, सुन्दर ढंग से चित्रित छोटगर आउ काफी पतरगर होंठ, सीधा आउ जरी लमगर नाक, उँचगर निरार, जेकरा पर जरिक्को सन झुर्री देखाय नञ् दे हलइ, धूसर आउ काफी बड़गर आँख - ई सब कुछ सुन्दर व्यक्ति बनावऽ हलइ, लेकिन तइयो ओकर चेहरा मनोहर छाप (impression) नञ् छोड़ऽ हलइ। ई चेहरा खुद से अपकर्षित करऽ हलइ ई बात से, कि ओकर अभिव्यक्ति (हाव-भाव) मानु ओक्कर नञ् हलइ, बल्कि हमेशे कृत्रिम, सोचल-समझल, उधार लेल, आउ कइसनो अंध धारणा तोहरा में उत्पन्न होतो, कि तूँ कभियो ओकर असली अभिव्यक्ति नञ् पा सकभो। आउ अधिक ध्यान से देखला पर, तोरा शंका होवे लगतो ओकर हमेशे के मुखौटा के अन्दर कुछ तो घृणास्पद, धूर्त आउ हद दर्जा के स्वार्थी। तोहर विशेष ध्यान अटक जइतो ओकर धूसर आउ निष्कपट देखाय दे रहल सुन्दर आँख पर। खाली एहे मानु ओकर इच्छाशक्ति के पूरा अधीन नञ् हो सकलइ। ऊ नम्र आउ प्रिय देखाय देवे लगी चाहते हल, लेकिन ओकर नजर के किरण मानु द्विभाजित (twofold) हो गेले हल आउ नम्र, प्रिय किरण के बीच कौंधऽ हलइ क्रूर, अविश्वसनीय, जिज्ञासु, क्रुद्ध ... ऊ काफी उँचगर कद के हलइ, सुडौल, जरी पतरा आउ अपन उमर के खियाल से अपेक्षाकृत जरी कम उमर के। ओकर नरम कार आउ सुनहरा केश लगभग अभियो धूसर होना नञ् चालू होले हल। ओकर कान, हाथ, गोड़ के अन्तिम छोर आश्चर्यजनक रूप से सुन्दर हलइ। ई पूरा निम्मन नसल के सौन्दर्य हलइ। ऊ परिष्कृत सुघड़ता आउ नवीनता के साथ पोशाक धारण कइले हलइ, लेकिन कुछ नौजवान आचार-व्यवहार के साथ, जे, लेकिन, ओकरा पर फब्बऽ हलइ। ऊ अल्योशा के बड़गर भाय नियन प्रतीत होवऽ हलइ। कम से कम ओकरा अइसन प्रौढ़ पुत्र के पिता के रूप में तो समझना कइसूँ संभव नञ् हलइ।

ऊ सीधे नताशा भिर गेलइ आउ ओकरा कहलकइ, ओकरा दने दृढ़तापूर्वक देखते – “हमर अपने के हियाँ भेंट अइसन घड़ी में आउ बिन कोय सूचना के - विचित्र आउ स्वीकृत नियम के विरुद्ध हइ; लेकिन हमरा आशा हइ, अपने विश्वास करथिन, कि कम से कम, हम अपन व्यवहार के पूर्ण सनक (eccentricity) के समझे के स्थिति में हिअइ। हमरा एहो मालुम हइ, कि हमरा केकरा से सामना करे के हइ; जानऽ हिअइ, कि अपने सूक्ष्मदर्शी आउ उदारहृदय हथिन। हमरा काली दस मिनट देथिन, आउ हमरा आशा हइ, अपने खुद्दे हमरा समझथिन आउ समर्थन करथिन।”

ऊ सब कुछ नम्रतापूर्वक कह देलकइ, लेकिन बलपूर्वक आउ एक प्रकार से हठपूर्वक।

"बैठ जाथिन", नताशा बोललइ, अभियो तक पहिला सकुचाहट आउ कइसनो भय से मुक्ति नञ् पा सकले हल।

ऊ जरी झुकके अभिवादन कइलकइ आउ बैठ गेलइ।

"सबसे पहिले हमरा अनुमति देथिन दू शब्द ओकरा कहे लगी", ऊ शुरू कइलकइ, अपन बेटा दने इशारा करते। "अल्योशा, जइसीं तूँ बाहर गेलहीं हल, हमर बिन इंतजार कइले आउ बिन हमन्हीं से बिदाई लेते, काउंटेस के सूचना देल गेलइ, कि कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के तबीयत ठीक नञ् हइ। ऊ ओकरा दने लपकके जाहीं वला हलथिन, लेकिन [*246] कतेरिना फ़्योदोरोव्ना खुद्दे हमन्हीं तरफ प्रवेश कइलका, परेशान आउ प्रचंड उत्तेजना में। ऊ हमन्हीं के सीधे कहलका, कि ऊ तोर पत्नी नञ् हो सकऽ हका। ऊ आउ कहलका, कि ऊ मठ चल जइता, कि तूँ उनकर मदत मँगलहीं आउ खुद्दे उनका से स्वीकार कइलहीं, कि तूँ नताल्या निकोलायेव्ना से प्यार करऽ हीं ... कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के तरफ से अइसन अविश्वसनीय घोषणा आउ, आखिरकार, अइसन पल में, जाहिर हइ, तोर ओकरा साथ अत्यंत विचित्र व्याख्या के परिणाम हलइ। ऊ लगभग अपन आपा खो देलका हल। तूँ समझऽ सकऽ हीं, कि हम केतना अचंभित आउ भयभीत हो गेलिअइ। अभी पास से गुजरते, हम अपने सब के खिड़कियन में रोशनी देखलिअइ", ऊ बात जारी रखलकइ, नताशा के संबोधित करते। "तखने ऊ विचार, जे कब से हमरा सता रहल हल, हमरा पर एतना हावी हो गेल हल, कि हम पहिलउका आकर्षण के विरोध करे के हालत में नञ् हलूँ आउ अपने के हियाँ प्रवेश कर गेलूँ। काहे लगी? अभी बतइबइ, लेकिन पहिलहीं निवेदन करऽ हिअइ, कि हमर व्याख्या में आकस्मिक कठोरता पर अचंभित नञ् होथिन। ई सब एतना आकस्मिक हइ ...

"हमरा आशा हइ, कि हम समझबइ आउ जइसन कि हमरा चाही ... ऊ बात के आदर करबइ, जे अपने कहथिन", हकलइते नताशा बोललइ।

प्रिंस इकटक ओकरा दने देखते रहलइ, मानु ऊ एक प्रकार से एक्के मिनट में ओकरा संपूर्ण रूप से समझ लेवे के शीघ्रता कर रहले हल।

"हमहूँ अपने के सूक्ष्मदर्शिता पर भरोसा करऽ हिअइ", ऊ बात जारी रखलकइ, "आउ अगर अपने के पास आवे के साहस कइलिअइ, त एहे कारण से, कि हम जानऽ हलिअइ, कि हमरा केकरा से निपटना हइ। हम अपने के कब से जानऽ हिअइ, ई बात के बावजूद कि हम कभी अपने के साथ अन्याय कइलिए हल आउ अपने के सामने हम दोषी हलिअइ। सुनथिन - अपने जानऽ हथिन, हम्मर आउ अपने के पिताजी के बीच, लमगर अवधि से खटपट हइ। हम खुद के पुष्टि नञ् करऽ हिअइ; शायद, उनका सामने हम जादे दोषी हिअइ, बनिस्पत कि अभी तक जेतना हम मानऽ हलिअइ। लेकिन अगर अइसन हइ, त हम खुद धोखा खइलिअइ। हम शक्की हिअइ आउ ई बात के स्वीकार करऽ हिअइ। हमर प्रवृत्ति हइ भला के सामने बुरा के शंका करना - शुष्क हृदय के स्वाभाविक दुर्भाग्यपूर्ण विशेषता। लेकिन हमरा अपन खामी के छिपावे के आदत नञ् हइ। हम सब अफवाह पर विश्वास कइलिअइ आउ, जब अपने अपन माता-पिता के छोड़ देलथिन, त हम अल्योशा खातिर आतंकित हो गेलिअइ। लेकिन ऊ बखत तक हम अपने के नञ् जानऽ हलिअइ। सूचना, जे हम थोड़ा-थोड़ा करके एकत्र कइलिअइ, हमरा बिलकुल प्रोत्साहित कइलकइ। हम प्रेक्षण कइलिअइ, अध्ययन कइलिअइ आउ आखिरकार आश्वस्त हिअइ, कि हमर शंका निराधार हलइ। हमरा मालुम चललइ, कि अपने अपन परिवार से कट्टल हथिन, एहो मालुम हइ, कि अपने के पिताजी यथाशक्ति हमर बेटा के साथ अपने के विवाह के विरोधी हथिन। आउ मात्र ई तथ्य, कि अपने, अल्योशा पर एतना प्रभाव, एतना, कहल जा सकऽ हइ, शासन रखते, अपने अभियो तक ई शासन के लाभ नञ् उठइलथिन आउ ओकरा खुद से विवाह करे लगी बाध्य नञ् कइलथिन, ई एक्के तथ्य प्रदर्शित करऽ हइ कि अपने बहुत निम्मन स्वभाव के हथिन। आउ तइयो, हम अपने के सामने पूर्ण रूप से स्वीकार करऽ हिअइ, कि हम यथाशक्ति अपन बेटा के साथ अपने के विवाह के हरेक संभावना में तहिया बाधित करे के फैसला कइलिए हल। हम जानऽ हिअइ, हम बहुत खुले दिल से बात कर रहलिए ह, लेकिन ई पल में हमरा तरफ से स्पष्टवादिता सबसे जादे आवश्यक हइ; अपने खुद ई बात से सहमत होथिन, जब हमर बात पूरा सुन लेथिन। अपने के घर छोड़ला के तुरते बाद, हम पितिरबुर्ग से चल गेलिए हल; लेकिन, जाते बखत, हमरा अल्योशा लगी कोय भय नञ् हलइ। हम अपने के उदार गौरव पर हमरा विश्वास हलइ। हम समझऽ हलिअइ, कि अपने खुद हमन्हीं के पारिवारिक खटपट समाप्त होवे के पहिले विवाह नञ् चाहऽ हलथिन; अल्योशा आउ हमरा बीच के तालमेल के बरबाद नञ् करे लगी चाहऽ हलथिन, काहेकि हम अपने के साथ ओकर विवाह के कभियो क्षमा नञ् करतिए हल; एहो अपने नञ् चाहऽ हलथिन, [*247] कि अपने के बारे लोग कहइ, कि अपने प्रिंस-दुलहा खोज रहलथिन हँ आउ हमन्हीं के घर से संबंध। एकर विपरीत, अपने हमन्हीं के प्रति अवहेलना प्रदर्शित कइलथिन आउ, शायद, ऊ पल के इंतजार कइलथिन, जब हम खुद अपन बेटा के अपने के हाथ देवे के प्रतिष्ठा प्रदान करे के निवेदन करबइ। लेकिन तइयो हम दृढ़तापूर्वक अपने के प्रति दुर्भावपूर्ण रवैया अपनइलिअइ। हम खुद के निर्दोष ठहरावे के प्रयास नञ् करबइ, लेकिन अपने से हम अपन कारण नञ् छिपइबइ। अइकी ई हइ - अपने न तो कुलीन हथिन न धनी। हमरा पास कम से कम जायदाद हइ, लेकिन हमन्हीं के आउ जादे के जरूरत हइ। हमन्हीं के परिवार पतन के तरफ जा रहले ह। हमन्हीं के सम्पर्क आउ पैसा के जरूरत हइ। काउंटेस ज़िनाइदा फ़्योदोरोव्ना के सतेली बेटी बिन सम्पर्क के हइ, लेकिन बहुत धनी हइ। थोड़े सुन देर कइला से, विवाहार्थी (suitors) प्रकट होतइ आउ दुलहिन के हमन्हीं हीं से लेके चल जइतइ; लेकिन अइसन अवसर के खो देना असंभव हलइ, आउ, ई बात के बावजूद कि अल्योशा अभियो बहुत अल्पवयस्क हइ, हम ओकर विवाह मेलापन के निर्णय कइलिअइ। देखथिन, हम कुच्छो नञ् छिपाब करऽ हिअइ। अपने बाप के तरफ घृणा के दृष्टि से देख सकऽ हथिन, जे खुद ई बात के स्वीकार करऽ हइ, कि अपन बेटा के, अपन लाभ आउ पूर्वाग्रह के चलते, बुरा काम करे लगी मार्गदर्शन कइलकइ; काहेकि अइसन उदारहृदय लड़की के छोड़ देना, जे ओकरा लगी सब कुछ बलिदान कर देलकइ आउ जेकरा सामने ऊ एतना दोषी हइ - ई बुरा काम हइ। लेकिन हम खुद के निर्दोष साबित नञ् करऽ हिअइ। ज़िनाइदा फ़्योदोरोव्ना के सतेली बेटी के साथ हमर बेटा के प्रस्तावित विवाह के दोसरा कारण ई हइ कि ई लड़की प्रेम आउ आदर के बहुत योग्य हइ। ऊ सुन्दर, उत्तम शिक्षित-दीक्षित, उत्तम चरित्र आउ बहुत बुद्धिमान हइ, हलाँकि कइएक प्रकार से अभियो बुतरू हइ। अल्योशा के बिन चरित्र के, लापरवाह, अत्यंत अविवेकी, बाइस साल के उमर में भी अभियो बिलकुल बुतरू हइ आउ शायद एक्के गुण के साथ, उदारहृदयता के साथ - दोसर खामी के रहते ई गुण खतरनाक भी हइ। कब्बे हम नोटिस कइलिए हल, कि हमर ओकरा पर के प्रभाव कम होवे लगले ह - जोश, जवानी के उत्साह ओकरा पर जादे प्रभाव डालऽ हइ आउ हियाँ तक कि कुछ वास्तविक कर्तव्य से भी उपरे ले जा हइ। हम ओकरा, शायद, बहुत जादे प्यार करऽ हिअइ, लेकिन हमरा पक्का विश्वास हइ, कि ओकरा लगी हमर मार्गदर्शन काफी नञ् हइ। आउ तइयो ओकरा पक्का केकरो तो लगातार, उदार प्रभाव के अधीन होवे के चाही। ओकर प्रकृति हइ - विनम्र, दुर्बल, स्नेहप्रिय, प्रेम करना अधिक पसीन आउ आज्ञा देवे के बजाय आज्ञा पालन करना। अइसने ऊ जिनगी भर रहतइ। कल्पना कर सकऽ हथिन, कि हमरा केतना खुशी होलइ, जब हम कतेरिना फ़्योदोरोव्ना में एगो आदर्श लड़की पइलिअइ, जेकरा हमरा अपन बेटा के पत्नी के रूप में देखे के इच्छा होते हल। लेकिन हम देरी से खुश होलिअइ; ओकरा पर दोसर प्रभाव के अटल राज्य हलइ - अपने के। पितिरबुर्ग शे एक मिहिन्ना पहिले वापिस अइला के बाद, हम ओकरा पर कड़ा नजर रखले हलिअइ, आउ अचरज के साथ हम ओकरा में बेहतर खातिर बड़गो बदलाव नोटिस कइलिअइ। लापरवाही, बचपना - ओकरा में लगभग ओहे हइ, लेकिन ओकरा में कुछ उदार भावना सुदृढ़ हो गेले ह; ऊ खाली खिलौना में रुचि नञ् लेवे लगले ह, बल्कि ओकरो में, जे उच्च, उदार, निष्ठावान हइ। ओकर विचार विचित्र, चंचल, कभी-कभी बेहूदा रहऽ हइ; लेकिन इच्छा, प्रवृत्ति (रुझान), भावना बेहतर हइ, आउ ई सब कुछ लगी बुनियाद हइ; आउ ई सब कुछ ओकरा में बेहतर लगी हइ - निर्विवाद रूप से अपने के चलते। अपने ओकरा में सुधार लइलथिन हँ। हम अपने के सामने स्वीकार करऽ हिअइ, कि तखने हमर दिमाग में विचार कौंधलइ, कि अपने, आउ कउनो दोसरा के अपेक्षा, कहीं अधिक ओकरा सुखी रखथिन। लेकिन हम ई विचार के निकास देलिअइ, हमरा अइसन विचार नञ् चाही हल। हमरा येन केन प्रकारेण अपने से ओकरा दूर करे के जरूरत हलइ; हम कार्रवाई करे लगलिअइ [*248] आउ सोचलिअइ, कि हम अपन लक्ष्य प्राप्त कर लेलिअइ। एक्के घंटा पहिले हम सोच रहलिए हल, कि विजय हमर पक्ष में हइ। लेकिन काउंटेस के घर के घटना एक्के तुरी हमर अनुमान के उलट-पुलट कर देलकइ, आउ सबसे पहिले हमरा एगो अप्रत्याशित तथ्य अचंभित कर देलकइ - अल्योशा में विचित्र गंभीरता, अपने के प्रति अनुराग के कठोरता, दृढ़ता, ई अनुराग के स्थायित्व। हम अपने के दोहरावऽ हिअइ - अपने ओकरा सम्पूर्ण रूप से नयका ढंग से ढाल देलथिन हँ। हम अचानक देखलिअइ, कि ओकरा में बदलाव आउ आगू जा रहले ह, बनिस्पत कि हम जे सोचऽ हलिअइ। आझ ऊ अचानक हमरा सामने अपन बुद्धि के लक्षण प्रदर्शित कइलकइ, जे हम ओकरा में बिलकुल आशा नञ् करऽ हलिअइ, आउ साथे-साथ असाधारण सूक्ष्मदृष्टि, हृदय के समझदारी। ऊ अत्यंत विश्वसनीय रस्ता चुनलकइ, ताकि अइसन परिस्थिति से उबर सकइ, जेकरा ऊ कठिन समझऽ हलइ। ऊ मानव हृदय के  अत्यंत उदार सामर्थ्य के स्पर्श आउ जागृत कइलकइ, मतलब - क्षमा करे के सामर्थ्य आउ बुराई के बदले उदारता। ओकरा से अपमानित कइल जीव के सामने ऊ आत्मसमर्पित कर देलकइ आउ सहानुभूति आउ सहायता खातिर निवेदन के साथ ओकरे सहारा लेलकइ। ऊ स्त्री के सम्पूर्ण गौरव के स्पर्श कइलकइ, जे ओकरा प्यार करऽ हलइ, सीधे ओकरा सामने स्वीकार करते, कि ओकरा सामने एगो प्रतिद्वन्द्वी हइ, आउ साथे-साथ ओकरा में अपन प्रतिद्वन्द्वी के प्रति सहानुभूति जागृत कइलकइ, आउ अपना लगी क्षमा आउ ओकरा प्रति निष्काम भ्रातृप्रेम के वचन। अइसन व्याख्या में प्रवेश करना आउ साथे-साथ न अपमानित करना आउ न नराज करना - अइसन काम कभी-कभी अत्यन्त दक्ष व्यक्ति के क्षमता के बाहर होवऽ हइ, लेकिन बिलकुल नयका, पवित्र आउ निम्मन से निर्देशित अइसन आत्मा लगी संभव हइ, जइसन कि ओक्कर हइ। हमरा पक्का विश्वास हइ, कि अपने, नताल्या निकोलायेव्ना, ओकर आझ के व्यवहार में न तो वचन से, न परामर्श से भाग लेलथिन हल। अपने के, शायद, खाली अभिए सब कुछ के बारे ओकरे से मालुम चललइ। हमरा गलतफहमी तो नञ् हइ? सच हइ न?"

"अपने के कोय गलतफहमी नञ् हइ", नताशा दोहरइलकइ, जेकर पूरा चेहरा दमक रहले हल आउ आँख कइसनो विचित्र चमक से चमक रहले हल, मानु अंतःप्रेरणा से। प्रिंस के द्वन्द्ववाद (dialectics) अपन प्रभाव देखावे लगलइ। "हमरा पाँच दिन तक अल्योशा से भेंट नञ् होलइ", ऊ आगू बोललइ। "ई सब कुछ ऊ खुद्दे सोचलका, आउ खुद्दे कार्यान्वित कइलका।"

"बिलकुल एहे बात हइ", प्रिंस पुष्टि कइलकइ, "लेकिन, एकर बावजूद, ई सब अप्रत्याशित ओकर दूरदर्शिता, ई सब निर्णय, कर्तव्य के बोध, आखिरकार ई सब उदार दृढ़ता - ई सब कुछ ओकरा पर अपने के प्रभाव के परिणाम हइ। ई सब कुछ हम आखिरकार कल्पना कइलिअइ आउ घर अइते बखत अभी सोच-विचार कइलिअइ, आउ विचार कइला के बाद, अचानक निर्णय के शक्ति अनुभव कइलिअइ। हमन्हीं के काउंटेस के घर के साथ विवाह मेलापक अब समाप्त हो गेलइ आउ एकर पुनरुद्धार नञ् हो सकऽ हइ; लेकिन अगर होइयो सकते हल - त ई फेर नञ् हो सकऽ हइ। अच्छऽ, अगर हम खुद आश्वस्त हो जइअइ, कि खाली अपने ओकर सुख बना सकऽ हथिन, कि अपने - ओकर असली मार्गदर्शक हथिन, कि अपने ओकर भावी सुख के बुनियाद रख चुकलथिन हँ! हम अपने से कुच्छो नञ् छिपइलिअइ, आउ न अभियो कुच्छो छिपा रहलिए ह; हमरा बहुत प्रेम हइ करियर, पैसा, प्रतिष्ठा से, हियाँ तक कि रैंक से भी; विवेक सहित ई सब में से बहुत कुछ के हम पूर्वाग्रह समझऽ हिअइ, लेकिन हमरा ई सब पूर्वाग्रह पसीन हइ आउ ई सब के निश्चित रूप से कुचले लगी नञ् चाहऽ हिअइ। लेकिन अइसनो परिस्थिति होवऽ हइ, जब दोसरो विचार के ध्यान रक्खे के जरूरत पड़ऽ हइ, जब सब कुछ के एक्के तराजू से नञ् तौलल जा सकऽ हइ ... एकरा अलावे, हम अपन बेटा से बहुत प्यार करऽ हिअइ। एक शब्द में, हम ई निष्कर्ष पर पहुँचलिअइ, कि अल्योशा के अपने से अलग नञ् होवे के चाही, काहेकि अपने के बेगर ऊ मर जइतइ। आउ ई बात के स्वीकार करे के जरूरत हइ? शायद, पूरा [*249] महिन्ना हो गेलइ हमर ई निष्कर्ष पर आवे में आउ ठीक अभी हम खुद समझलिअइ, कि हमर निर्णय सही हलइ। निस्सन्देह, अपने के ई सब बतावे लगी, हम अपने के पास बिहान भेंट कर सकऽ हलिअइ, ताकि अपने के लगभग आधी रात के परेशान नञ् करिअइ। लेकिन अभी के शीघ्रता, शायद, अपने के देखइतइ, कि केतना गरमजोशी के साथ, आउ मुख्य बात, कि केतना हार्दिक रूप से हम ई मामला के अनुभव करऽ हिअइ। हम तो बुतरू नञ् हिअइ; हम अपन अइसन उमर में बिन सोचले-समझले कोय कदम उठा सकऽ हलिअइ। जब हम हियाँ प्रवेश कइलिअइ, तब तक सब कुछ के निर्णय ले चुकलिए हल आउ सोच-समझ लेलिए हल। लेकिन हमरा लगऽ हइ, कि हमरा आउ लमगर समय तक इंतजार करे पड़तइ, अपने के पूरा तरह से अपन सच्चाई के मामले में आश्वस्त करे में ... लेकिन अब मुद्दा पर आल जाय! की हम अभी अपने के समझइअइ कि हम हियाँ काहे लगी अइलिअइ? हम अइलिअइ, ताकि हम अपने के सामने अपन कर्तव्य पूरा कर पइअइ - सोल्लास, अपने के प्रति असीम आदर के साथ, अपन बेटा के सुखी रक्खे लगी आउ ओकरा अपन हाथ देवे लगी अपने से निवेदन करऽ हिअइ। ओह, ई नञ् समझथिन, कि हम हियाँ क्रुद्ध पिता के रूप में अइलिए ह, जे आखिरकार अपन बुतरुअन के क्षमा कर देवे के फैसला कर चुकले ह आउ अनुग्रहपूर्वक ओकन्हीं के सुख के सहमति देवे लगी तैयार हो चुकले ह। नञ्! नञ्! अपने अइसन विचार मानके हमरा  अपमानित करथिन। एहो नञ् सोचथिन, कि हम अपने के सहमति के बारे पहिलहीं से आश्वस्त हलिअइ, ई बात के आधार पर, कि जइसन हमर बेटा लगी अपने बलिदान कर चुकलथिन हँ; फेर नञ्! हम पहिला व्यक्ति के रूप में स्पष्ट रूप से कहऽ हिअइ, कि ऊ अपने के काबिल नञ् हइ आउ ... (ऊ दयालु आउ साफदिल हइ) - ऊ खुद्दे ई बात के समर्थन करतइ। लेकिन एतना काफी नञ् हइ। हमरा अइसन घड़ी में हियाँ आकृष्ट कइलकइ, खाली एहे एक बात नञ् ... हम हियाँ अइलिए ह ... (आउ ऊ आदरपूर्वक आउ कुछ सोल्लास अपन सीट पर से उठलइ) हम हियाँ अइलिए ह अपने के मित्र बन्ने खातिर! हम जानऽ हिअइ, कि एकरा लगी हमर लेशमात्र अधिकार नञ् हइ, एकर विपरीत! लेकिन - ई अधिकार के हमरा काबिल बन्ने देथिन! हमरा आशा करे देथिन!"

नताशा के सामने आदरपूर्वक झुकके ऊ ओकर उत्तर के प्रतीक्षा करे लगलइ। पूरे समय, जब ऊ बोल रहले हल, हम ओकरा एकटक देखते रहलिअइ। ऊ ई बात के नोटिस कइलकइ।

ऊ अपन भाषण भावशून्यता के साथ कइलकइ, द्वन्द्ववाद के कुछ दावा सहित, आउ अन्य स्थल पर कुछ लापरवाही के साथ भी। ओकर पूरे भाषण के स्वर (लहजा) कभी-कभी ओकर ऊ उत्साह (जोश) से मेल नञ् खा रहले हल, जे ओकरा हमन्हीं हीं अइसन अनुचित समय पर पहिला भेंट देवे लगी आकृष्ट कइलके हल आउ विशेष रूप से अइसन परिस्थिति में। ओकर कुछ अभिव्यक्ति स्पष्टतः पहिले से सोचल-समझल हलइ, आउ ओकर लमगर भाषण, जे अपन लम्बाई के कारण विचित्र हलइ, ऊ मानु कृत्रिम रूप से अइसन कोय सनकी व्यक्ति के रूप धारण कइले हलइ, जे हास्य, लापरवाही आउ मजाक के वेष में अपन सूक्ष्म भावना के छिपावे के प्रयास कर रहले हल। लेकिन ई सब कुछ हम बाद में समझलिअइ; ऊ बखत मामला अलग हलइ। अपन अन्तिम शब्द ऊ एतना सक्रियतापूर्वक, अइसन भावना के साथ, नताशा के प्रति अत्यंत हार्दिक आदर के प्रदर्शन के साथ बोललइ, कि हमन्हीं सब्भे के मन के जीत लेलकइ। हियाँ तक कि प्रिंस के पिपनी (बरौनी) पर एक प्रकार के आँसू के झलक देखाय पड़लइ। नताशा के उदार हृदय बिलकुल जीत लेल गेलइ। ऊ, ओकर ठीक बाद, अपन जगह से उठ गेलइ आउ चुपचाप, उत्तेजना के गहराई में ऊ ओकरा सामने अपन हाथ बढ़ा देलकइ। ऊ नताशा के हाथ स्नेहपूर्वक लेलकइ आउ भावपूर्वक चुमलकइ। अल्योशा हर्षातिरेक में अपन आपा खो देलकइ।

"हम तोरा की कहलियो हल, नताशा!", ऊ चीख उठलइ। "तूँ हमर बात पर विश्वास नञ् कइलऽ! तूँ विश्वास नञ् कइलऽ, कि दुनियाँ भर में ई सबसे उदार व्यक्ति हथिन! देखहो, देखहो खुद्दे! ..."

[*250] ऊ अपन बाप तरफ लपकल गेलइ आउ गरमजोशी के साथ ओकर गले से लिपट गेलइ। ऊ ओकरा ओइसहीं प्रतिसाद (response) देलकइ, लेकिन भावुक दृश्य के जरी छोटगर करे लगी शीघ्रता कइलकइ, मानु अपन भावना के देखावा करे में लाज बर रहले हल।

"काफी हो गेलइ", ऊ बोललइ आउ अपन हैट लेलकइ, "हम अब निकसबइ। हम अपने के दस मिनट देवे लगी निवेदन कइलिए हल, लेकिन पूरा एक घंटा बैठ गेलिअइ", ऊ आगू बोललइ, हँसते। "लेकिन हम जा रहलिए ह अत्यंत तीव्र अधीरता में अपने से यथासंभव फेर से मिल्ले खातिर। की अपने हमरा यथासंभव अकसर भेंट देवे के अनुमति दे हथिन?"

"हाँ, हाँ" नताशा उत्तर देलकइ, "यथासंभव अकसर! हम अपने के जल्दी से जल्दी ... प्यार करे लगी चाहऽ हिअइ ...", ऊ उधेड़-बुन में आगू बोललइ।

"अपने केतना साफदिल हथिन, केतना ईमानदार हथिन!" प्रिंस कहलकइ, ओकर शब्द पर मुसकइते। "अपने सामान्य विनम्रता में भी चतुराई से काम लेवे लगी नञ् चाहऽ हथिन। लेकिन अपने के साफदिली ई सब कृत्रिम विनम्रता से जादे बहुमूल्य हइ। हाँ! हम समझऽ हिअइ, कि हमरा बहुत, बहुत लमगर अवधि तक अपने के प्यार के लायक बन्ने में लगतइ!"

"बहुत हो गेलइ, हमर प्रशंसा नञ् करथिन ... काफी हो गेलइ!" नताशा घबराहट में फुसफुसइलइ। ई पल में ऊ केतना सुंदर हलइ!

"अइसीं होवे!" प्रिंस निर्णय कइलकइ, "लेकिन काम के मामले में आउ दू शब्द। अपने कल्पना कर सकऽ हथिन, कि हम केतना अभागल हिअइ! आखिर हम बिहान अपने के पाश नञ् आ सकऽ हिअइ, न बिहान, न परसुन। आझ शाम के हमरा एगो पत्र मिललइ, जे हमरा लगी एतना महत्त्वपूर्ण हइ (कि एगो बिज़नेस के मामले में हमर त्वरित सहभागिता के माँग करऽ हइ), कि हम जेकर कइसूँ उपेक्षा नञ् कर सकऽ हिअइ। कल सुबह हम पितिरबुर्ग से प्रस्थान कर रहलिए ह। कृपया ई नञ् सोचथिन, कि हम अपने के पास एतना देरी से ठीक एहे लगी अइलिअइ, कि बिहान हमरा फुरसत नञ् मिलते हल, बिहान नञ्, परसुन नञ्। अपने, जाहिर हइ, ई नञ् सोचथिन, लेकिन ई अपने खातिर हमर शक्की प्रकृति के नमूना हइ! काहे हमरा लगलइ, कि अपने ई पक्का सोचे वली हलथिन? हाँ, हमर जिनगी में ई शक्की प्रकृति हमरा बहुत कुछ बाधा देलके ह, आउ अपने के परिवार के साथ हमर पूरा कलह, शायद, हमर दयनीय प्रकृति के परिणाम हइ! ... आझ मंगल(वार) हइ। बुध, बेहस्पत, शुक्कर के हम पितिरबुर्ग में नञ् रहबइ। शनिच्चर के हमरा पक्का आशा हइ लौटे के आउ ओहे दिन हम अपने के पास अइबइ। बताथिन, की हम अपने के पास पूरे शाम लगी आ सकऽ हिअइ?"

"पक्का, पक्का!" नताशा चिल्लइलइ, "शनिच्चर के हम अपने के इंतजार करबइ! अधीरतापूर्वक इंतजार करबइ!"

"आउ हम केतना भाग्यशाली हिअइ! हम अधिकाधिक अपने के जान पइबइ! लेकिन ... हम अब निकसबइ! आउ तइयो हम अपने के साथ हाथ मिलइले बेगर नञ् जा सकऽ हिअइ", ऊ बात जारी रखलकइ, अचानक हमरा तरफ संबोधित करते। "माफ करथिन! हम सब अभी अनर्गल बात कर रहलिए ह ... हमरा कइएक तुरी अपने के साथ भेंट करे के खुशी मिलले हल, आउ एक तुरी एक दोसरा से परिचित भी होलिए हल। हम हियाँ से बाहर नञ् जा सकऽ हिअइ, बिन ई अभिव्यक्त कइले, कि केतना निम्मन लगलइ हमरा अपने के साथ फेर से परिचय के नवीकरण करे में।"

"हमन्हीं के अपने के साथ भेंट होलइ, ई सच हइ", हम उत्तर देलिअइ, ओक्कर हाथ पकड़ते, "लेकिन, माफ करथिन, हमरा आद नञ्, कि हमन्हीं दुन्नु एक दोसरा से परिचित होलिए हल।"

"प्रिंस आर॰ के हियाँ पिछले साल।"

"माफ करथिन, भूल गेलिए हल। लेकिन, अपने के आश्वस्त करऽ हिअइ, कि अबरी नञ् भुलबइ। ई शाम हमरा लगी विशेष रूप से स्मरणीय हइ।"

[*251] "हाँ, अपने के कहना सही हइ, आउ हमरो ओहे सोचना हइ। हम कब से जानऽ हिअइ, कि अपने नताल्या निकोलायेव्ना आउ हमर बेटा के वास्तविक, हार्दिक मित्र हथिन। हम अपने तीनों के बीच चौथा बन्ने के आशा करऽ हिअइ। हइ न?" ऊ आगू बोललइ, नताशा तरफ संबोधित करते।

"हाँ, ऊ हमन्हीं के हार्दिक मित्र हथिन, आउ हम सब के साथ रहे के चाही!" गहरी भावना के साथ नताशा उत्तर देलकइ। बेचारी! ऊ खुशी से एतना दमक रहले हल, जब देखलकइ, कि प्रिंस हमरा भिर आवे लगी नञ् भुलइले हल। ऊ केतना हमरा प्यार करऽ हलइ!

"हम अपने के प्रतिभा के बहुत प्रशंसक लोग से मिललिए ह", प्रिंस बात जारी रखलकइ, "आउ हमरा अपने के दू गो अत्यंत हार्दिक प्रशंसक के जानऽ हिअइ। उनकन्हीं के अपने के व्यक्तिगत रूप से जाने में केतना खुशी होतइ। ई हथिन काउंटेस, हमर प्रिय मित्र, आउ उनकर सतेली बेटी, कतेरिना फ़्योदोरोव्ना फ़िलिमोनोवा। हमरा आशा करे के अनुमति देथिन, कि अपने ई दुन्नु महिला के सामने परिचय करावे के खुशी से इनकार नञ् करथिन।"

"हमरा बहुत प्रसन्नता होवऽ हइ, हलाँकि अभी हमर परिचित लोग बहुत कम हथिन ..."

"लेकिन हमरा अपन पता देथिन! अपने काहाँ रहऽ हथिन? हमरा खुशी होतइ ..."

"हम अपना हीं भेंटकर्ता के स्वागत नञ् करऽ हिअइ, प्रिंस, कम से कम तो वर्तमान समय में।"

"लेकिन हम, हलाँकि हम अपवाद के लायक नञ् हिअइ ... लेकिन ..."

"निश्चित रूप से, अगर अपने के मन हइ, आउ हमरा बहुत खुशी होवऽ हइ। हम --- गली में रहऽ हिअइ, क्लूगेन के घर में।"

"क्लूगेन के घर में!" ऊ चीख पड़लइ, मानु कोय बात से अचंभित होल। "की! अपने ... हुआँ लमगर अवधि से रहऽ हथिन?"

"नञ्, हाले से", हम उत्तर देलिअइ, जाने-अनजाने ओकरा तरफ निहारते। "हमर फ्लैट नंबर हइ चौवालीस।"

"चौवालीस? अपने अकेल्ले ... रहऽ हथिन?"

"बिलकुल अकेल्ले।"

"हाँ-हाँ! हम काहेकि ..., लगऽ हइ, ई घर के जानऽ हिअइ। बेहतर हइ ... हम पक्का अपने के हियाँ भेंट देबइ, पक्का! हमरा अपने के साथ बहुत कुछ के बारे बात करे के हइ, आउ हमरा अपने से बहुत कुछ के आशा हइ। अपने हमरा बहुत आभारी बना सकऽ हथिन। देखथिन, हम सीधे अपने से निवेदन करे लगी शुरू कर रहलिए ह। लेकिन फेर भेंट होतइ! एक तुरी आउ अपन हाथ!"

ऊ हमरा आउ अल्योशा के साथ हाथ मिलइलकइ, एक तुरी आउ नताशा के हाथ चुमलकइ आउ निकस गेलइ, अल्योशा के पीछू-पीछू आवे लगी बिन कोय आमंत्रण देले।

हम तीनों बड़गो उधेड़-बुन में रह गेलिअइ। ई सब एतना अप्रत्याशित ढंग से, एतना आकस्मिक ढंग से होलइ। हमन्हीं सब्भे के लग रहले हल, कि एक्के पल में सब कुछ बदल गेलइ आउ कुछ तो नाया, अज्ञात शुरू होतइ। अल्योशा चुपचाप नताशा के बगल में बैठ गेलइ आउ शांतिपूर्वक ओकर हाथ चुमलकइ। कभी-कभार ओकर चेहरा तरफ नजर कइलकइ, मानु आशा करते, कि ऊ की कहतइ।

"प्यारे अल्योशा, बिहाने कतेरिना फ़्योदोरोव्ना के हियाँ जाहो", आखिरकार ऊ बोललइ।

"हम खुद्दे ई सोचलिअइ", ऊ उत्तर देलकइ, "पक्का जइबइ।"

"लेकिन शायद, तोरा देखके ओकरा कष्ट अनुभव होतइ ... की कइल जाय?"

"मालुम नञ्, मित्र। आउ एकरो बारे हमहूँ सोचलिअइ। हम देखबइ ... देखबइ ... आउ निर्णय करबइ। की नताशा, आखिरकार हमन्हीं साथ सब कुछ अब बदल गेलइ", अल्योशा के कहे बेगर नञ् रहल गेलइ।

[*252] ऊ मुसकइलइ आउ ओकरा तरफ दीर्घ आउ स्नेहमय दृष्टि से देखलकइ।

"आउ ऊ केतना शिष्ट हथिन। देखलहो, तोर फ्लैट कइसन दयनीय हको, आउ एक्को शब्द नञ् ..."

"कउची के बारे?"

"अच्छऽ ... दोसरा में स्थानान्तरित हो जाना ... चाहे आउ कुछ", ऊ आगू बोललइ, लाल होल।

"बहुत हो गेलो, अल्योशा, काहे लगी अइसन करे के!"

"एहे तो हमहूँ कहऽ हिअइ, कि ऊ केतना शिष्ट हथिन। आउ ऊ तोर केतना प्रशंसा कइलथुन! हम आखिरकार तोहरा बतइलियो हल ... बोललियो हल! नञ्, ऊ सब कुछ समझ सकऽ हथिन आउ अनुभव कर सकऽ हथिन! लेकिन हमरा बारे बुतरू नियन बोललथिन; ओकन्हीं सब्भे हमरा साथ अइसीं व्यवहार करऽ हथिन! लेकिन एकरा से की, हम आखिर वास्तव में अइसने हिअइ।"

"तूँ बुतरू हकहो, लेकिन हमन्हीं सब्भे से जादे सूक्ष्मदर्शी। तूँ उदार हकऽ, अल्योशा!"

"लेकिन ऊ कहलथिन, कि हमर उदार हृदय हमरा हानि पहुँचइतइ। ई कइसे? हमरा समझ में नञ् आवऽ हइ। आउ जानऽ हो, नताशा। की हमरा उनका पास यथाशीघ्र जाय के चाही? बिहान पौ फटला पर हम तोहरा हीं पहुँच जइबो।"

"जा, जा, प्यारे। ई तूँ निम्मन सोचलऽ। आउ पक्का उनका अपन चेहरा देखइहो, सुनलहो? आउ बिहान जेतना जल्दी हो सके, आ जा। अब तो हमरा से पाँच दिन खातिर तो भाग नञ् जइबऽ न?" चंचलतापूर्वक ऊ आगू बोललइ, निगाह से ओकरा स्नेह करते। हमन्हीं सब्भे एक प्रकार के शांत, एक प्रकार के संपूर्ण आनन्द में हलिअइ।

"हमरा साथ, वान्या?" अल्योशा चिल्लइलइ, कमरा से बाहर निकसते।

"नञ्, ऊ ठहरता; हम तोरा साथ आउ बात करबो, वान्या। ध्यान रखिहऽ, बिहान सुबह जइसीं उजेला हो जाय!"

"जइसीं उजेला हो जइतो! अलविदा, मावरा!"

मावरा प्रचंड उत्तेजना में हलइ। ऊ सब कुछ सुनलकइ, जे प्रिंस बोललइ, सब कुछ पर्दा के पीछू से सुन लेलके हल, लेकिन बहुत कुछ ओकरा समझ में नञ् अइले हल। ओकरा अंदाज लगावे के इच्छा हलइ आउ पुच्छे के। लेकिन ई दौरान ऊ बहुत गंभीर दिख रहले हल, अभिमानी भी। ऊ एहो अंदाज लगा लेलकइ, कि बहुत कुछ बदल गेलइ।

हमन्हीं अकेल्ले रह गेलिअइ। नताशा हमर हाथ धर लेलकइ आउ कुछ देर तक चुप रहलइ, मानु सोचते, कि कउची कहल जाय।

"हम थक गेलूँ!" ऊ आखिरकार धीमे स्वर में बोललइ।

"सुनऽ - तूँ बिहान हमन्हीं हीं (अर्थात् हमर माता-पिता के पास) जइबहो?"

"पक्का।"

"हमर माय के कह दिहो, लेकिन उनका मत बोलिहो।"

"हम तो आखिर अइसूँ कभी तोरा बारे उनका से नञ् बोलऽ हियो।"

"एहे तो बात हइ; ऊ अइसूँ जान जइथिन। लेकिन तूँ नोटिस करिहो, कि ऊ की कहऽ हथुन। ऊ ई बात के कइसे ले हथुन। हे भगमान, वान्या! की, वास्तव में ऊ हमरा ई विवाह लगी अभिशाप देथिन? नञ्, नञ् हो सकऽ हइ!"

"प्रिंस के सब कुछ ठीक कर देवे के चाही", हम जल्दी-जल्दी में बोललिअइ। "ओकरा उनका साथ पक्का समझौता कर लेवे के चाही, आउ तब सब कुछ ठीक हो जइतइ।"

"हे भगमान! काश! काश!" ऊ प्रार्थना सहित चिल्लइलइ।

"फिकिर मत करऽ, नताशा, सब कुछ ठीक हो जइतो। सब कुछ एकरे तरफ इशारा करऽ हइ।"

ऊ एकटक हमरा दने देखे लगलइ।

"वान्या! प्रिंस के बारे तूँ की सोचऽ हो?"

"अगर ऊ हार्दिक रूप से बोलले ह, त हमर विचार से, ऊ बिलकुल उदार व्यक्ति हइ।"

[*253] "अगर ऊ हार्दिक रूप से बोलले ह? एकर की मतलब? की ऊ वास्तव में कपट रूप में बोल सकऽ हथिन?"

"आउ हमरो लगऽ हइ", हम उत्तर देलिअइ। «शायद, नताशा के दिमाग में कोय विचार कौंध रहले ह», हम सोचलिअइ, «विचित्र बात हइ!»

"तूँ तो उनका तरफ लगातार एकटक देख रहलहो हल ... एतना एकटक ..."

"हाँ, ऊ जरी विचित्र हइ; हमरा लगलइ।"

"आउ हमरो। ऊ कइसूँ सब कुछ अइसे बात करऽ हथिन ... हम थक गेलूँ, प्यारे। मालुम हको की? आउ तूँ घर जाहो। आउ बिहान हमरा हीं आवऽ यथासंभव उनकन्हीं हीं से जल्दी। आउ आगू सुनऽ - ई अपमानजनक नञ् हलइ, जब हम उनका कहलिअइ, कि उनका जल्दी से जल्दी प्यार करे लगी चाहऽ हिअइ?"

"नञ् ... अपमानजनक काहे?"

"आउ ... ई बेवकूफी नञ् हइ? अर्थात् आखिर एकर मतलब निकसलइ, कि अभी हम उनका प्यार नञ् करऽ हिअइ।"

"एकर विपरीत, ई तो हलउ निम्मन, बचकाना, सहज। ई पल में तूँ केतना निम्मन हलहीं! बेवकूफ होतइ ऊ, अगर ऊ ई बात के अपन महानता के साथ नञ् समझ पावऽ हइ।"

"त तूँ मानु उनका पर गोसाल हकहो, वान्या? आउ हम लेकिन, कइसन बेवकूफ, शक्की हिअइ, आउ केतना घमंडी! हँस्सऽ नञ्; हम आखिर तोहरा सामने कुच्छो नञ् छिपावऽ हियो। आह, वान्या, तूँ तो हमर प्रिय मित्र हकऽ! आउ अइकी अगर हम फेर से तकलीफ में पड़ जाम, अगर फेर से शोक आवत, त आखिर तूँ, विश्वास हके, हमर बगल में रहबऽ; शायद, तूँहीं एकमात्र रहबऽ! ई सब कुछ लगी हम तोर कउन लायक रहबो! हमरा कभी अभिशाप नञ् दिहऽ, वान्या! ..."

घर वापिस अइला पर, हम तुरते कपड़ा बदललिअइ आउ सुत गेलिअइ। हमर कमरा में सीलन आउ अन्हेरा हलइ, तलघर नियन। हमर दिमाग में बहुत सारा विचार आउ संवेदना मँड़रा रहले हल, आउ हमरा देर तक नीन नञ् आ पइलइ।

लेकिन ई कइसे हो सकऽ हइ, कि ई पल में एक व्यक्ति हँस रहले होत, अपन आरामदेह पलंग पर सुत्तल - लेकिन, अगर हमन्हीं पर हँस्से लगी अभियो कृपा कइलके होत! शायद, अइसन नञ् कइलकइ!

 

भूमिका                       भाग 2, अध्याय 1                   भाग 2, अध्याय 3

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