जासूसी उपन्यास - "फैसला"
मूल तमिल - पी॰के॰प्रभाकर कन्नड अनुवाद - बी॰आर॰शंकर
कन्नड से मगही अनुवाद - नारायण प्रसाद
उद्योगपति के लड़की से शादी करे के मनसूबा में अविनाश के अप्पन रस्ता में रोड़ा बन्नल प्रेयसी नन्दिनी से छुटकारा पावे ल निश्चय करे बखत मदद लगि सामने आल ओक्कर दोस्त के एक ठो एकान्त घर । ई एकान्त घर के पिछला हिस्सा में एक ठो कुआँ के अन्दर एगो लाश । समुद्री किनारे पर एक आउ लाश । ई दूनहूँ युवती के कतल के पुलिस आखिर पता लगइलक त कइसे ?
भाग-2
भाग-3
भाग-4
भाग-5
भाग-6
भाग-7
भाग-8
भाग-9
भाग-10
भाग-11
भाग-12
भाग-13
भाग-14
भाग-15
No comments:
Post a Comment