विजेट आपके ब्लॉग पर

Saturday, October 15, 2011

1.03 जासूसी उपन्यास - "फैसला"


जासूसी उपन्यास - "फैसला"

मूल तमिल - पीकेप्रभाकर          कन्नड अनुवाद - बीआरशंकर       
कन्नड से मगही अनुवाद -  नारायण प्रसाद

उद्योगपति के लड़की से शादी करे के मनसूबा में अविनाश के अप्पन रस्ता में रोड़ा बन्नल प्रेयसी नन्दिनी से छुटकारा पावे ल निश्चय करे बखत मदद लगि सामने आल ओक्कर दोस्त के एक ठो एकान्त घर । ई एकान्त घर के पिछला हिस्सा में एक ठो कुआँ के अन्दर एगो लाश । समुद्री किनारे पर एक आउ लाश । ई दूनहूँ युवती के कतल के पुलिस आखिर पता लगइलक त कइसे ?

भाग-1
भाग-2
भाग-3

भाग-4
भाग-5
भाग-6

भाग-7
भाग-8
भाग-9

भाग-10
भाग-11
भाग-12

भाग-13
भाग-14
भाग-15

No comments: